बिहार हिजाब प्रकरण: 3 लाख वेतन, सरकारी फ्लैट और मनचाही पोस्टिंग, डॉक्टर नुसरत को सोरेन सरकार का बड़ा ऑफर

बिहार हिजाब प्रकरण से चर्चा में आई डॉ. नुसरत परवीन को झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने नौकरी ऑफर की है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने नुसरत को 3 लाख वेतन, सरकारी फ्लैट और मनचाही पोस्टिंग का प्रस्ताव दिया है. उन्होंने कहा कि साथ ही नुसरत को सुरक्षा के साथ सम्मान भी दिया जाएगा.

झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा, ‘मैं पहले एक चिकित्सक हूं, फिर मंत्री. किसी डॉक्टर, बेटी या महिला के सम्मान से समझौता झारखंड में संभव नहीं है. एक डॉक्टर के साथ हुई यह अमर्यादित घटना हम सभी मेडिकल कर्मियों को गहराई से आहत करती है. हम महसूस कर सकते हैं कि उस बच्ची और उसके परिवार पर क्या बीत रही होगी. उन्होंने महिला चिकित्सक डॉ. नुसरत को झारखंड स्वास्थ्य सेवा में शामिल होने का खुला ऑफर देते हुए उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक प्रस्ताव दिया है.’

नुसरत के लिए झारखंड सरकार का बड़ा ऑफर

स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि झारखंड सरकार डॉ. नुसरत प्रवीण को मनचाही पोस्टिंग, 3,00,000 रुपये मासिक वेतन, सरकारी आवास (फ्लैट), पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था, सम्मानजनक, भयमुक्त और सुरक्षित कार्य का वातावरण देगी. नुसरत कभी भी इस ऑफर को स्वीकार कर सकती है. उन्होंने कहा कि झारखंड में चिकित्सकों की कद्र होती है, यहां इंसानियत सर्वोपरि है. जहां बिहार में महिला डॉक्टर के साथ हिजाब खींचने जैसी शर्मनाक घटना हुई, वहीं झारखंड ने यह साबित कर दिया कि सम्मान, सुरक्षा और संवैधानिक मूल्यों की असली पहचान क्या होती है.

झारखंड की धरती पर महिलाओं का सम्मान

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि बिहार में भाजपा और जदयू की सरकार महिलाओं की इज्जत और बेटियों की सुरक्षा के अर्थ से भटकती नजर आ रही है, जबकि झारखंड सरकार ने ठोस निर्णय लेकर देश के सामने एक मजबूत उदाहरण पेश किया है. झारखंड की धरती पर सम्मान है, सुरक्षा है और संविधान की रक्षा होती है. महिलाओं के स्वाभिमान, मानव गरिमा और संवैधानिक मूल्यों की जीत होती है. फिलहाल झारखंड सरकार के इस प्रस्ताव पर नुसरत की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

कौन हैं डॉ. नुसरत परवीन?

डॉ.नुसरत परवीन एक आयुष डॉक्टर हैं. उन्हें हाल में बिहार सरकार में नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र मिला. उसी दौरान हिजाब खींचने की घटना हो गई. नुसरत परवीन शादीशुदा महिला हैं. उनके पति एक कॉलेज में क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट के तौर पर काम करते हैं. नुसरत के भाई कोलकाता में रहते हैं. वे एक सरकारी लॉ यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. पेशे से चिकित्सक नुसरत बिहार सरकार में आयुष चिकित्सक के पद पर चयनीत हुई थीं.

घोसी के गोरसर में निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित, 300 से अधिक ग्रामीणों को मिली चिकित्सा सुविधा
जहानाबाद घोसी प्रखंड अंतर्गत गोरसर स्थित डॉ. महेंद्र प्रसाद स्मृति सामुदायिक भवन में निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का सफल आयोजन किया गया। यह शिविर एरिस्टो फार्मा के सीएसआर विभाग — एरिश्मा चेरिटेबल ट्रस्ट, मुंबई के तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसमें आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।
इस निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन एरिस्टो फार्मा के माननीय मैनेजिंग डायरेक्टर उमेश शर्मा उर्फ भोला बाबू के मार्गदर्शन एवं दिशा-निर्देशन में संपन्न हुआ। शिविर के दौरान जनरल फिजिशियन, शिशु रोग विशेषज्ञ तथा नेत्र रोग विशेषज्ञ की टीम द्वारा करीब 300 से अधिक ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की गई। जांच के उपरांत जरूरतमंद मरीजों को निःशुल्क दवाएं भी उपलब्ध कराई गईं। शिविर में सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ निःशुल्क रक्त जांच एवं अन्य आवश्यक चिकित्सकीय जांचों की भी समुचित व्यवस्था की गई थी। इससे ग्रामीणों को एक ही स्थान पर संपूर्ण चिकित्सा सुविधा प्राप्त हुई, जिससे उन्हें जिला या शहर के अस्पतालों तक जाने की परेशानी से राहत मिली।
पूरे कार्यक्रम का संचालन एवं निगरानी राहुल कुमार (वरिष्ठ प्रबंधक, सीएसआर) द्वारा की गई। शिविर को सफल बनाने में एरिस्टो फार्मा के सीएसआर विभाग से अनुराग गुंजन एवं कुंदन कुमार, जीएसएसजी संस्था से विकास कुमार एवं राजीव कुमार, तथा क्षेत्रीय प्रतिनिधि अरविंद कुमार एवं अनिल जी की सक्रिय भूमिका रही।
आयोजनकर्ताओं ने बताया कि इस स्वास्थ्य शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना, समय रहते बीमारी की पहचान करना तथा निःशुल्क जांच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध कराना है। उन्होंने आगे भी इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई। स्वास्थ्य शिविर को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में काफी उत्साह देखा गया। ग्रामीणों ने एरिस्टो फार्मा एवं एरिश्मा चेरिटेबल ट्रस्ट की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को बड़ी राहत मिलती है और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ती है।
देवघर-कुम्हारटोली सेवा समिति एवं मां शारदा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान मैं नेत्र परीक्षण कार्यक्रम आयोजित।
देवघर: में कुम्हारटोली सेवा समिति एवं मां शारदा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में 19 दिसंबर 2025 को महिला विकास मंडल में नेत्र परीक्षण एवं हेल्थ चेकअप का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कुल लगभग 580 रोगी देखे गए जिसमें चश्मा के 270 एवं मोतियाबिंद ऑपरेशन के 90 पेशेंट पाए गए मोतियाबिंद के पाए गए। रोगियों का ऑपरेशन कोलकाता के अस्पताल में कराया जाएगा। इसके अलावा हेल्थ चेकअप किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कुम्भरटोली सेवा समिति के गोपाल राम मंडल मां शारदा फाउंडेशन के विशाल गुप्ता एवं आर्थिक रूप से सहयोगी विद्यानंद प्रभाकर पटना वाले का सराहनीय योगदान रहा।इसके अलावा डॉक्टर मलय दास, डॉक्टर शंकर मंडल डॉक्टर सुकांतो राय डॉक्टर शमीमा खातून ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। इस तरह के कार्यक्रम से स्थानीय लोगों को काफी लाभ मिलता है।
आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट बैंकिंग और हुरुन इंडिया ने जारी किया 'टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025' का तीसरा संस्करण

*दिल्ली, दिसंबर, 2025:* आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट बैंकिंग (IDFC FIRST Private Banking) और हुरुन इंडिया (Hurun India) ने 'आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025' का तीसरा संस्करण लॉन्च किया। इसमें उन 200 सबसे ज्यादा मूल्य वाली कंपनियों को शामिल किया गया है, जिनकी स्थापना वर्ष 2000 के बाद हुई है। कंपनियों की रैंकिंग उनके मूल्य के आधार पर की गई है, जिसमें सूचीबद्ध कंपनियों के लिए मार्केट कैपिटलाइज़ेशन और गैर-सूचीबद्ध कंपनियों के लिए वैल्यूएशन को आधार माना गया है। इस सूची के लिए 25 सितंबर, 2025 तक के आँकड़ें लिए गए हैं। इसमें सिर्फ वही कंपनियाँ शामिल हैं, जिनके मुख्यालय भारत में हैं, जबकि सरकारी कंपनियाँ और विदेशी कंपनियों की भारतीय इकाइयों को इसमें शामिल नहीं किया गया है।

इस सूची में शामिल सभी कंपनियों का कुल मूल्य करीब 42 लाख करोड़ रुपए है और इसमें देश के 51 शहरों के आंत्रप्रेन्योर्स सम्मिलित हैं। सूची की शुरुआत के बाद पहली बार ईटरनल के संस्थापक दीपिंदर गोयल (42) ने डीमार्ट के आर के दमानी (70) को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है। शहरों की बात करें, तो बेंगलुरु सबसे आगे रहा, जहाँ से 88 आंत्रप्रेन्योर्स सूची में शामिल हैं। इसके बाद मुंबई से 83 और नई दिल्ली से 52 आंत्रप्रेन्योर्स शामिल हैं, जो मिलकर सूची का आधा से ज्यादा हिस्सा बनाते हैं। सेक्टर के हिसाब से फाइनेंशियल सर्विसेस सबसे आगे रही, जिसमें 47 कंपनियाँ शामिल हैं। इसके बाद सॉफ्टवेयर और सर्विसेस से 28, हेल्थकेयर से 27 और रिटेल से 20 कंपनियाँ इस सूची का हिस्सा हैं। खास बात यह है कि 200 में से 189 कंपनियों को बाहरी निवेशकों का सहयोग मिला है, जबकि शेष कंपनियाँ अपने दम पर आगे बढ़ीं।

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में हेड- वेल्थ मैनेजमेंट और प्राइवेट बैंकिंग, श्री विकास शर्मा ने कहा, "आंत्रप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में भारत ने दुनियाभर के प्रमुख देशों में से एक के रूप में पहचान बनाई है। 'आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025' का तीसरा संस्करण भारत की स्टार्टअप और आंत्रप्रेन्योरशिप यात्रा को मनाने का एक और मौका है। यह रिपोर्ट उन खास आंत्रप्रेन्योर्स की कहानी बताती है, जो देश की आर्थिक दिशा को बदल रहे हैं। उनकी मेहनत, नवाचार और उत्कृष्टता लाने की लगातार कोशिशें वही मूल्य दिखाती हैं, जो हमें आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की सोच और मूल्यों से जोड़ती हैं। इस रिपोर्ट के जरिए हम इन अग्रणी उद्यमियों को सम्मान देते हैं और उनके काम को आगे बढ़ाने में सहयोग करने का आश्वासन देते हैं।"

हुरुन इंडिया के फाउंडर और चीफ रिसर्चर, अनस रहमान जुनैद ने कहा, "आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025 यह दर्शाता है कि विगत 25 वर्षों में इन सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स का भारत की आर्थिक तरक्की में कितना बड़ा योगदान है। इन कंपनियों का कुल व्यापार मूल्य 469 अरब डॉलर के बराबर है, जो भारत की 300 सबसे मूल्यवान फैमिली कंपनियों के मूल्य का एक चौथाई हिस्सा है। उन पाँच कंपनियों का कुल मूल्य अब 78,000 करोड़ रुपए तक पहुँच गया है, जिनकी स्थापना वर्ष 2020 के बाद शुरू हुई। ये आंत्रप्रेन्योर्स देश में विकास को बढ़ावा दे रहे हैं और राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहे हैं। वहीं, कर्मचारियों के लाभ इस साल 54,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 57,200 करोड़ रुपए हो गए हैं, जो उनके द्वारा कर्मचारियों में किए गए निवेश को दर्शाता है।"

कार्यप्रणाली

'आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025’ सूची उन 200 सबसे मूल्यवान कंपनियों को मान्यता देती है, जिनकी स्थापना भारत में वर्ष 2000 या उसके बाद हुई है। यह सूची भारत के उन सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स की खास उपलब्धियों पर ध्यान देती है, जिन्होंने इस समयावधि में सबसे मूल्यवान कंपनियों को बनाया और विकसित किया। इस सूची में रैंकिंग कंपनी के मूल्य के आधार पर होती है, न कि संस्थापकों की व्यक्तिगत संपत्ति के आधार पर।

सूचीबद्ध कंपनियों के लिए, मार्केट कैप उनकी तय तारीख के अनुसार की गई कीमत पर आधारित है। जिन कंपनियों की सूची में नाम नहीं है, उनके लिए हुरुन रिसर्च ने उन्हें समान सूचीबद्ध कंपनियों से तुलना करके मूल्य तय किया। इसमें इंडस्ट्री के आम मापदंड, जैसे- प्राइस टू अर्निंग, प्राइस टू सेल्स, ईवी टू सेल्स और ईवी टू एबिट्डा का इस्तेमाल किया गया। वित्तीय जानकारी हालिया वार्षिक रिपोर्ट या ऑडिट किए हुए स्टेटमेंट से ली गई है।

हुरुन रिसर्च टीम ने मूल्यांकन में बराबरी बनाए रखने के लिए हाल की फंडिंग राउंड के आधार पर सबसे नए आँकड़ें लिए हैं। इसके अलावा, कुछ मामलों में निवेशकों द्वारा बताई गई कम कीमत वाली रिपोर्ट को भी शामिल किया गया है, ताकि पूरी जानकारी मिल सके।
जिम कॉर्बेट में बोरोसिल के 'बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4' का सफल समापन
दो दिवसीय कार्यक्रम में बोरोसिल के डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स ने हिस्सा लिया; प्रोडक्ट परफॉर्मेंस और आगे की स्ट्रेटेजी पर हुई चर्चा
देहरादून, दिसंबर 2025: भारत के भरोसेमंद कंज़्यूमर ब्रांड, बोरोसिल लिमिटेड द्वारा आयोजित 'बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4' का समापन भव्य रूप से हुआ। यह खास आयोजन 16 और 17 दिसंबर को जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में स्थित आहाना- द कॉर्बेट वाइल्डरनेस रिज़ॉर्ट में हुआ। इस मौके पर बोरोसिल ने अपने चैनल पार्टनर्स के लिए एक खास मिलन समारोह भी आयोजित किया। उत्तराखंड की खूबसूरत प्राकृतिक वादियों के बीच, बोरोसिल के देशभर से आए डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स ने हिस्सा लिया, संवाद किया, अनुभव साझा किए और साझेदारी के रिश्तों को और मजबूत बनाया। इससे एक-दूसरे के साथ आगे बढ़ने का आत्मविश्वास भी बढ़ा।

चैनल पार्टनर्स मीट को खास डेस्टिनेशन इवेंट की तरह प्लान किया गया था। इस मौके ने बोरोसिल को अपने बड़े रिटेल नेटवर्क से जुड़ने और बातचीत करने का बेहतरीन प्लेटफॉर्म दिया। साथ ही, कंपनी ने दिखाया कि वह परफॉर्मेंस-आधारित किचन प्रोडक्ट्स पेश करने के लिए कितनी गंभीर और प्रतिबद्ध है।

बोरोसिल के ग्लास टॉप गैस स्टोव, ट्रिप्लाई कुकवेयर और प्रेशर कुकर की रेंज आयोजन का मुख्य आकर्षण रही। इसके लिए कुकिंग कॉम्पिटिशन और प्रोडक्ट डेमो रखे गए, जिनमें इन प्रोडक्ट्स की मजबूती, सुरक्षा और बेहतरीन हीट परफॉर्मेंस को बेहतरी से उजागर किया गया। कुकिंग से जुड़ी इन गतिविधियों ने बोरोसिल और उसके चैनल पार्टनर्स के बीच रिश्ता और भी मजबूत किया। इससे ब्रांड पर उनका भरोसा भी बढ़ा और जुड़ाव भी गहरा हुआ।

कार्यक्रम के दौरान बोरोसिल लिमिटेड की वीपी- मार्केटिंग, सुश्री बरनाली शंकर ने कहा, "बोरोसिल की रसोई अब हमारे चैनल पार्टनर्स से जुड़ने के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म बन चुकी है। जिम कॉर्बेट में सीज़न 4 आयोजित करने से हमें पारंपरिक फॉर्मेट से हटकर ऐसा माहौल बनाने का मौका मिला, जहाँ सबने सीखने, सहयोग करने और साथ मिलकर जश्न मनाने का अनुभव किया। अपने डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलना हमारे लिए सम्मान की बात है।"

कार्यक्रम के बारे में बोलते हुए बोरोसिल के एक पार्टनर ने कहा, "बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4 हमारे लिए बेहद दिलचस्प और उपयोगी अनुभव रहा। कुकिंग प्रतियोगिता और प्रोडक्ट डेमो ने हमें परफॉर्मेंस, गुणवत्ता और इस्तेमाल, तीनों ही स्तर पर बोरोसिल के प्रोडक्ट्स को नज़दीक से समझने का मौका दिया। इस अनुभव ने हमारे भरोसे को और मजबूत किया है और ब्रांड के साथ हमारे रिश्ते को और भी बेहतर बनाया है।"

कुकवेयर, किचन अप्लायंसेज़, डिनरवेयर और ग्लासवेयर सेगमेंट में मजबूत उपस्थिति के साथ बोरोसिल लगातार मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4 ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि ब्रांड अपने हुनर, गुणवत्ता और रोज़मर्रा की कुकिंग को बेहतर बनाने के उद्देश्य के साथ आगे बढ़ रहा है और इस सफलता का श्रेय उसके चैनल पार्टनर्स के भरोसे और साझेदारी को जाता है।
देवघर- के डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के उमंग का इंस्पायर अवार्ड मानक के राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चयन एवं मॉडल प्रदर्शित किया गया।
देवघर: भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा देश के स्कूली विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच, नवाचार और अनुसंधान की प्रवृत्ति को विकसित करने हेतु संचालित महत्त्वपूर्ण योजना इंस्पायर अवार्ड मानक 2024-25 के राज्य स्तरीय प्रदर्शनी सह प्रोजेक्ट प्रतियोगिता में गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के उमंग बरनवाल का चयन हुआ। देवघर जिले से कुल 4 विद्यार्थियों का चयन हुआ जिसमें से पब्लिक स्कूल की ओर से केवल गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल, भंडारकोला के उमंग बरनवाल का ही चयन हुआ।उमंग ने 19 दिसम्बर को रांची में इस प्रतियोगिता में भाग लिया और अपने वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया।उमंग ने एडवांस रिवर क्लीनिंग रोबोट बनाया जिसका उद्देश्य नदियों, तालाबों और जलाशयों में फैले कचरे को साफ करना है। यह रोबोट पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देने में सहायक है। इस रोबोट का काम नदियों में बहने वाले प्लास्टिक, पॉलीथिन, थर्मोकोल आदि को हटाकर जल प्रदूषण को कम करना है जिससे जलीय जीवों और पर्यावरण को सुरक्षित किया जा सकेगा। प्राचार्य बलराम कुमार झा ने कहा कि विद्यालय के लिए अपार हर्ष की बात है कि हमारे विद्यार्थी वैज्ञानिक दृष्टिकोण और समस्या समाधान क्षमता से लवरेज हो रहे हैं। यह उन्हें भविष्य में वैज्ञानिक, इंजीनियर और नवप्रवर्तक बनने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है जिससे बच्चे का शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, नैतिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास हो सके। उमंग के साथ उनके पिता अरूण कुमार बरनवाल और माता अर्चना बरनवाल का सम्मान विद्यालय के प्राचार्य ने किया। पिता ने कहा कि बेटे की सफलता के पीछे विद्यालय परिवार का अहम योगदान है जिसके कारण इसके अंदर वैज्ञानिक सोच का विकास हुआ। उक्त आशय की जानकारी मीडिया प्रभारी अभिषेक सूर्य ने दी।
जहानाबाद सदर अस्पताल में घायल युवक भर्ती, फायरिंग की आशंका, जांच जारी
जहानाबाद सदर अस्पताल में पुलिस एक घायल युवक को लेकर पहुंची। युवक के चेहरे पर जख्म के निशान थे और खून बह रहा था। पुलिस के अनुसार पटना मुख्यालय से 112 नंबर पर सूचना मिली थी कि टेहटा थाना क्षेत्र के हबलीपुर गांव के पास किसी घटना में एक युवक घायल हो गया है। सूचना मिलते ही 112 की पुलिस टीम मौके पर पहुंची, जहां ग्रामीणों द्वारा एक युवक को पकड़े जाने की बात सामने आई। घायल अवस्था में युवक को तुरंत पुलिस टीम द्वारा इलाज के लिए जहानाबाद सदर अस्पताल लाया गया। घायल युवक की पहचान मणि कुमार के रूप में हुई है। अस्पताल पहुंचे परिजनों का आरोप है कि पुरानी रंजिश के कारण फायरिंग की गई, जिसमें छर्रे युवक के चेहरे पर लगे हैं। हालांकि गोली लगने की पुष्टि न तो पुलिस और न ही अस्पताल प्रशासन की ओर से की गई है। इस मामले में सदर अस्पताल के डॉक्टर अरविंद कुमार नंदा ने बताया कि युवक को गोली नहीं लगी है। यदि फायरिंग हुई भी है तो बारूद के छींटों से चेहरे पर हल्की चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि मरीज पूरी तरह खतरे से बाहर है, उसकी ड्रेसिंग कर दी गई है और हालत सामान्य है। युवक को कोई गंभीर चोट नहीं आई है और वह घर जाने की स्थिति में है। वहीं 112 टीम के पुलिसकर्मी प्रेमचंद ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और घायल युवक को अस्पताल पहुंचाया गया। फिलहाल पूरा मामला जांच का विषय है। पुलिस टीम दोबारा घटनास्थल पर जाकर जांच करेगी और यदि वहां से छर्रा या अन्य साक्ष्य बरामद होते हैं तो उसकी पुष्टि की जाएगी। मामले को लेकर आगे की जानकारी वरीय अधिकारियों द्वारा दी जाएगी। पुलिस के अनुसार संबंधित थाना की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है और जांच की प्रक्रिया जारी है। फायरिंग हुई या नहीं, इसकी स्पष्ट पुष्टि जांच पूरी होने के बाद ही हो सकेगी।
जहानाबाद में रेलवे ट्रैक पर मिले शव की हुई पहचान, ककड़िया निवासी राजेंद्र पासवान की ट्रेन से कटकर मौत

जहानाबाद जिले के कल्पा थाना क्षेत्र अंतर्गत ककड़िया गांव निवासी राजेंद्र पासवान की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद उनका शव परिजनों को सौंप दिया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार राजेंद्र पासवान गुरुवार की शाम अपने घर से टहलने के लिए निकले थे। इसी दौरान वे दर्दा नदी पुल के समीप स्थित रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए, जहां शाम के समय गुजरने वाली किसी ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

घटना की सूचना मिलने पर जीआरपी (रेलवे पुलिस) ने शव को कब्जे में लिया और टाउन थाना पुलिस के सहयोग से उसे सदर अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस में सुरक्षित रखवाया।

जब देर रात तक राजेंद्र पासवान घर नहीं लौटे तो परिजन उनकी तलाश में विभिन्न थानों में पहुंचे। इसी क्रम में उन्हें जीआरपी से जानकारी मिली कि रेलवे ट्रैक पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद हुआ है। इसके बाद परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, जहां उन्होंने शव की पहचान राजेंद्र पासवान के रूप में की।

परिजनों ने बताया कि राजेंद्र पासवान की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। शुक्रवार की शाम शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। घटना के बाद गांव में शोक का माहौल व्याप्त है।

बकाया मानदेय व कन्वर्जन कॉस्ट को लेकर रसोई माताओं का हुंकार, एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन

बच्चों के निवाले एवं मेहनत करने वाली रसोई माताओं के हक का पैसा रूकना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण-- राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया

ब्रह्म प्रकाश शर्मा ,जानसठ मुजफ्फरनगर  । तहसील क्षेत्र के गांव  में स्थित प्राथमिक विद्यालय में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को मिलने वाले मिड-डे मील और रसोई माताओं के मानदेय का भुगतान न होने से आक्रोशित महिलाओं ने शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष  व जिला अध्यक्ष  के नेतृत्व मे उपजिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। रसोई माताओं ने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा और जल्द से जल्द बकाया धनराशि दिलवाने की मांग की।

शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया व जिला अध्यक्ष जोगिंद्री देवी के नेतृत्व में जानसठ तहसील क्षेत्र की रसोई माताएं तहसील मुख्यालय पहुंची और एसडीएम कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान  रसोई माताओं ने  बताया कि  विद्यालय में दो आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें कुल 48 बच्चे पंजीकृत हैं। आरोप है कि सत्र 2025-26 का 'कन्वर्जन कॉस्ट' (भोजन पकाने की लागत) का पैसा अभी तक विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया है। बजट के अभाव में बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि लंबे समय से पारिश्रमिक (मानदेय) न मिलने के कारण उनके सामने परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते उन्हें मजबूरन आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा हैं उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में भी रसोई माताओं ने धरना प्रदर्शन किया लेकिन समाधान नहीं केवल अधिकारीयो से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है।इस दौरान बड़ी संख्या में रसोई माताएं मौजूद रहीं।

एसडीएम जानसठ, राजकुमार भारती ने प्रदर्शनकारी महिलाओं और विद्यालय स्टाफ की समस्याओं को गंभीरता से सुना। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर जल्द से जल्द कन्वर्जन कॉस्ट और मानदेय का भुगतान सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया। एसडीएम के सकारात्मक आश्वासन के बाद रसोई माताओं ने प्रदर्शन समाप्त किया और उनका आभार व्यक्त किया।


राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया ने कहा कि बच्चों के निवाले और मेहनत करने वाली माताओं के हक का पैसा रुकना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमने एसडीएम साहब को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही न्याय मिलेगा।"
प्रयागराज पुस्तक मेले के दूसरे दिन उमड़ी पाठको की भीड़ धर्म-कर्म और अध्यात्म का विशेष आकर्षण
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)में आयोजित 11दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेला 2025 के दूसरे दिन शुक्रवार को पुस्तक प्रेमियों की उल्लेखनीय उपस्थिति देखने को मिली।भले ही माघ मेला आरंभ होने में अभी समय शेष है लेकिन उससे पहले ही यह पुस्तक मेला शहरवासियो और साहित्य प्रेमियो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।मेला“विजन 2047: विकसित भारत–विकसित प्रदेश” की थीम पर आधारित है।

आयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि पुस्तक मेले में पुराने और नए लेखको की पुस्तको का समृद्ध संग्रह उपलब्ध है। विशेष रूप से धर्म कर्म और अध्यात्म से जुड़ी पुस्तको की ओर पाठको की गहरी रुचि देखी जा रही है।श्रीमद्भागवत गीता तथा विभिन्न देवी-देवताओं से सम्बंधित धार्मिक ग्रंथों के साथ-साथ आकर्षक रंगीन एवं गोल्डन पोस्टर भी स्टॉलो पर उपलब्ध है।हनुमान जी मां दुर्गा भगवान श्रीकृष्ण का बाल स्वरूप गणेश जी मां काली राम-लक्ष्मण-सीता एवं भगवान शंकर सहित अनेक देवी-देवताओ के पोस्टर मेले की शोभा बढ़ा रहे है।मेले में दीक्षा बुक्स एंड स्टेशनरी प्रयागराज द्वारा स्टेशनरी सामग्री की विस्तृत श्रृंखला प्रस्तुत की गई है। सम्यक प्रकाशन के स्टॉल पर भारत का संविधान बुद्ध की प्रतिमाएं अशोक चिन्ह तथा डायरी उपलब्ध है जबकि दिनकर पुस्तकालय भागलपुर के स्टॉल पर पुस्तको के साथ टेबल कैलेंडर भी पाठको को आकर्षित कर रहे है।एक पुस्तक स्टॉल के प्रतिनिधि ने बताया कि प्रारंभिक दिनो में पाठक अधिकतर पुस्तको को देख-समझ रहे है और जानकारी एकत्र कर रहे है जबकि आने वाले दिनो में खरीदारी में तेजी आने की संभावना है।सह-संयोजक मनीष अग्रवाल ने बताया कि पुस्तक मेले में साहित्य के साथ-साथ जन-जन के आराध्य देवी-देवताओ से संबंधित पुस्तके और पोस्टर उपलब्ध है।बच्चो के लिए कॉमिक्स कहानियां बोलने वाली पुस्तके और स्टेशनरी सामग्री है वही युवाओं और वरिष्ठ नागरिको के लिए साहित्यिक एवं धार्मिक पुस्तको का समृद्ध संग्रह मौजूद है।मेले में पुस्तको के साथ एक सांस्कृतिक मंच भी स्थापित किया गया है जहां प्रतिदिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ जबकि शनिवार को जन चेतना मंच द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पुस्तक मेले में पहली बार म्युचुअल फंड शेयर बाजार और बचत से सम्बंधित पुस्तकों एवं जानकारी का एक विशेष स्टॉल भी लगाया गया है जो पाठकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
बिहार हिजाब प्रकरण: 3 लाख वेतन, सरकारी फ्लैट और मनचाही पोस्टिंग, डॉक्टर नुसरत को सोरेन सरकार का बड़ा ऑफर

बिहार हिजाब प्रकरण से चर्चा में आई डॉ. नुसरत परवीन को झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने नौकरी ऑफर की है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने नुसरत को 3 लाख वेतन, सरकारी फ्लैट और मनचाही पोस्टिंग का प्रस्ताव दिया है. उन्होंने कहा कि साथ ही नुसरत को सुरक्षा के साथ सम्मान भी दिया जाएगा.

झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा, ‘मैं पहले एक चिकित्सक हूं, फिर मंत्री. किसी डॉक्टर, बेटी या महिला के सम्मान से समझौता झारखंड में संभव नहीं है. एक डॉक्टर के साथ हुई यह अमर्यादित घटना हम सभी मेडिकल कर्मियों को गहराई से आहत करती है. हम महसूस कर सकते हैं कि उस बच्ची और उसके परिवार पर क्या बीत रही होगी. उन्होंने महिला चिकित्सक डॉ. नुसरत को झारखंड स्वास्थ्य सेवा में शामिल होने का खुला ऑफर देते हुए उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक प्रस्ताव दिया है.’

नुसरत के लिए झारखंड सरकार का बड़ा ऑफर

स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि झारखंड सरकार डॉ. नुसरत प्रवीण को मनचाही पोस्टिंग, 3,00,000 रुपये मासिक वेतन, सरकारी आवास (फ्लैट), पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था, सम्मानजनक, भयमुक्त और सुरक्षित कार्य का वातावरण देगी. नुसरत कभी भी इस ऑफर को स्वीकार कर सकती है. उन्होंने कहा कि झारखंड में चिकित्सकों की कद्र होती है, यहां इंसानियत सर्वोपरि है. जहां बिहार में महिला डॉक्टर के साथ हिजाब खींचने जैसी शर्मनाक घटना हुई, वहीं झारखंड ने यह साबित कर दिया कि सम्मान, सुरक्षा और संवैधानिक मूल्यों की असली पहचान क्या होती है.

झारखंड की धरती पर महिलाओं का सम्मान

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि बिहार में भाजपा और जदयू की सरकार महिलाओं की इज्जत और बेटियों की सुरक्षा के अर्थ से भटकती नजर आ रही है, जबकि झारखंड सरकार ने ठोस निर्णय लेकर देश के सामने एक मजबूत उदाहरण पेश किया है. झारखंड की धरती पर सम्मान है, सुरक्षा है और संविधान की रक्षा होती है. महिलाओं के स्वाभिमान, मानव गरिमा और संवैधानिक मूल्यों की जीत होती है. फिलहाल झारखंड सरकार के इस प्रस्ताव पर नुसरत की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

कौन हैं डॉ. नुसरत परवीन?

डॉ.नुसरत परवीन एक आयुष डॉक्टर हैं. उन्हें हाल में बिहार सरकार में नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र मिला. उसी दौरान हिजाब खींचने की घटना हो गई. नुसरत परवीन शादीशुदा महिला हैं. उनके पति एक कॉलेज में क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट के तौर पर काम करते हैं. नुसरत के भाई कोलकाता में रहते हैं. वे एक सरकारी लॉ यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. पेशे से चिकित्सक नुसरत बिहार सरकार में आयुष चिकित्सक के पद पर चयनीत हुई थीं.

घोसी के गोरसर में निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित, 300 से अधिक ग्रामीणों को मिली चिकित्सा सुविधा
जहानाबाद घोसी प्रखंड अंतर्गत गोरसर स्थित डॉ. महेंद्र प्रसाद स्मृति सामुदायिक भवन में निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का सफल आयोजन किया गया। यह शिविर एरिस्टो फार्मा के सीएसआर विभाग — एरिश्मा चेरिटेबल ट्रस्ट, मुंबई के तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसमें आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।
इस निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन एरिस्टो फार्मा के माननीय मैनेजिंग डायरेक्टर उमेश शर्मा उर्फ भोला बाबू के मार्गदर्शन एवं दिशा-निर्देशन में संपन्न हुआ। शिविर के दौरान जनरल फिजिशियन, शिशु रोग विशेषज्ञ तथा नेत्र रोग विशेषज्ञ की टीम द्वारा करीब 300 से अधिक ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की गई। जांच के उपरांत जरूरतमंद मरीजों को निःशुल्क दवाएं भी उपलब्ध कराई गईं। शिविर में सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ निःशुल्क रक्त जांच एवं अन्य आवश्यक चिकित्सकीय जांचों की भी समुचित व्यवस्था की गई थी। इससे ग्रामीणों को एक ही स्थान पर संपूर्ण चिकित्सा सुविधा प्राप्त हुई, जिससे उन्हें जिला या शहर के अस्पतालों तक जाने की परेशानी से राहत मिली।
पूरे कार्यक्रम का संचालन एवं निगरानी राहुल कुमार (वरिष्ठ प्रबंधक, सीएसआर) द्वारा की गई। शिविर को सफल बनाने में एरिस्टो फार्मा के सीएसआर विभाग से अनुराग गुंजन एवं कुंदन कुमार, जीएसएसजी संस्था से विकास कुमार एवं राजीव कुमार, तथा क्षेत्रीय प्रतिनिधि अरविंद कुमार एवं अनिल जी की सक्रिय भूमिका रही।
आयोजनकर्ताओं ने बताया कि इस स्वास्थ्य शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना, समय रहते बीमारी की पहचान करना तथा निःशुल्क जांच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध कराना है। उन्होंने आगे भी इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई। स्वास्थ्य शिविर को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में काफी उत्साह देखा गया। ग्रामीणों ने एरिस्टो फार्मा एवं एरिश्मा चेरिटेबल ट्रस्ट की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को बड़ी राहत मिलती है और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ती है।
देवघर-कुम्हारटोली सेवा समिति एवं मां शारदा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान मैं नेत्र परीक्षण कार्यक्रम आयोजित।
देवघर: में कुम्हारटोली सेवा समिति एवं मां शारदा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में 19 दिसंबर 2025 को महिला विकास मंडल में नेत्र परीक्षण एवं हेल्थ चेकअप का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कुल लगभग 580 रोगी देखे गए जिसमें चश्मा के 270 एवं मोतियाबिंद ऑपरेशन के 90 पेशेंट पाए गए मोतियाबिंद के पाए गए। रोगियों का ऑपरेशन कोलकाता के अस्पताल में कराया जाएगा। इसके अलावा हेल्थ चेकअप किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कुम्भरटोली सेवा समिति के गोपाल राम मंडल मां शारदा फाउंडेशन के विशाल गुप्ता एवं आर्थिक रूप से सहयोगी विद्यानंद प्रभाकर पटना वाले का सराहनीय योगदान रहा।इसके अलावा डॉक्टर मलय दास, डॉक्टर शंकर मंडल डॉक्टर सुकांतो राय डॉक्टर शमीमा खातून ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। इस तरह के कार्यक्रम से स्थानीय लोगों को काफी लाभ मिलता है।
आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट बैंकिंग और हुरुन इंडिया ने जारी किया 'टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025' का तीसरा संस्करण

*दिल्ली, दिसंबर, 2025:* आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट बैंकिंग (IDFC FIRST Private Banking) और हुरुन इंडिया (Hurun India) ने 'आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025' का तीसरा संस्करण लॉन्च किया। इसमें उन 200 सबसे ज्यादा मूल्य वाली कंपनियों को शामिल किया गया है, जिनकी स्थापना वर्ष 2000 के बाद हुई है। कंपनियों की रैंकिंग उनके मूल्य के आधार पर की गई है, जिसमें सूचीबद्ध कंपनियों के लिए मार्केट कैपिटलाइज़ेशन और गैर-सूचीबद्ध कंपनियों के लिए वैल्यूएशन को आधार माना गया है। इस सूची के लिए 25 सितंबर, 2025 तक के आँकड़ें लिए गए हैं। इसमें सिर्फ वही कंपनियाँ शामिल हैं, जिनके मुख्यालय भारत में हैं, जबकि सरकारी कंपनियाँ और विदेशी कंपनियों की भारतीय इकाइयों को इसमें शामिल नहीं किया गया है।

इस सूची में शामिल सभी कंपनियों का कुल मूल्य करीब 42 लाख करोड़ रुपए है और इसमें देश के 51 शहरों के आंत्रप्रेन्योर्स सम्मिलित हैं। सूची की शुरुआत के बाद पहली बार ईटरनल के संस्थापक दीपिंदर गोयल (42) ने डीमार्ट के आर के दमानी (70) को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है। शहरों की बात करें, तो बेंगलुरु सबसे आगे रहा, जहाँ से 88 आंत्रप्रेन्योर्स सूची में शामिल हैं। इसके बाद मुंबई से 83 और नई दिल्ली से 52 आंत्रप्रेन्योर्स शामिल हैं, जो मिलकर सूची का आधा से ज्यादा हिस्सा बनाते हैं। सेक्टर के हिसाब से फाइनेंशियल सर्विसेस सबसे आगे रही, जिसमें 47 कंपनियाँ शामिल हैं। इसके बाद सॉफ्टवेयर और सर्विसेस से 28, हेल्थकेयर से 27 और रिटेल से 20 कंपनियाँ इस सूची का हिस्सा हैं। खास बात यह है कि 200 में से 189 कंपनियों को बाहरी निवेशकों का सहयोग मिला है, जबकि शेष कंपनियाँ अपने दम पर आगे बढ़ीं।

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में हेड- वेल्थ मैनेजमेंट और प्राइवेट बैंकिंग, श्री विकास शर्मा ने कहा, "आंत्रप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में भारत ने दुनियाभर के प्रमुख देशों में से एक के रूप में पहचान बनाई है। 'आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025' का तीसरा संस्करण भारत की स्टार्टअप और आंत्रप्रेन्योरशिप यात्रा को मनाने का एक और मौका है। यह रिपोर्ट उन खास आंत्रप्रेन्योर्स की कहानी बताती है, जो देश की आर्थिक दिशा को बदल रहे हैं। उनकी मेहनत, नवाचार और उत्कृष्टता लाने की लगातार कोशिशें वही मूल्य दिखाती हैं, जो हमें आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की सोच और मूल्यों से जोड़ती हैं। इस रिपोर्ट के जरिए हम इन अग्रणी उद्यमियों को सम्मान देते हैं और उनके काम को आगे बढ़ाने में सहयोग करने का आश्वासन देते हैं।"

हुरुन इंडिया के फाउंडर और चीफ रिसर्चर, अनस रहमान जुनैद ने कहा, "आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025 यह दर्शाता है कि विगत 25 वर्षों में इन सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स का भारत की आर्थिक तरक्की में कितना बड़ा योगदान है। इन कंपनियों का कुल व्यापार मूल्य 469 अरब डॉलर के बराबर है, जो भारत की 300 सबसे मूल्यवान फैमिली कंपनियों के मूल्य का एक चौथाई हिस्सा है। उन पाँच कंपनियों का कुल मूल्य अब 78,000 करोड़ रुपए तक पहुँच गया है, जिनकी स्थापना वर्ष 2020 के बाद शुरू हुई। ये आंत्रप्रेन्योर्स देश में विकास को बढ़ावा दे रहे हैं और राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहे हैं। वहीं, कर्मचारियों के लाभ इस साल 54,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 57,200 करोड़ रुपए हो गए हैं, जो उनके द्वारा कर्मचारियों में किए गए निवेश को दर्शाता है।"

कार्यप्रणाली

'आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट एंड हुरुन इंडिया टॉप 200 सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स ऑफ द मिलेनिया 2025’ सूची उन 200 सबसे मूल्यवान कंपनियों को मान्यता देती है, जिनकी स्थापना भारत में वर्ष 2000 या उसके बाद हुई है। यह सूची भारत के उन सेल्फ-मेड आंत्रप्रेन्योर्स की खास उपलब्धियों पर ध्यान देती है, जिन्होंने इस समयावधि में सबसे मूल्यवान कंपनियों को बनाया और विकसित किया। इस सूची में रैंकिंग कंपनी के मूल्य के आधार पर होती है, न कि संस्थापकों की व्यक्तिगत संपत्ति के आधार पर।

सूचीबद्ध कंपनियों के लिए, मार्केट कैप उनकी तय तारीख के अनुसार की गई कीमत पर आधारित है। जिन कंपनियों की सूची में नाम नहीं है, उनके लिए हुरुन रिसर्च ने उन्हें समान सूचीबद्ध कंपनियों से तुलना करके मूल्य तय किया। इसमें इंडस्ट्री के आम मापदंड, जैसे- प्राइस टू अर्निंग, प्राइस टू सेल्स, ईवी टू सेल्स और ईवी टू एबिट्डा का इस्तेमाल किया गया। वित्तीय जानकारी हालिया वार्षिक रिपोर्ट या ऑडिट किए हुए स्टेटमेंट से ली गई है।

हुरुन रिसर्च टीम ने मूल्यांकन में बराबरी बनाए रखने के लिए हाल की फंडिंग राउंड के आधार पर सबसे नए आँकड़ें लिए हैं। इसके अलावा, कुछ मामलों में निवेशकों द्वारा बताई गई कम कीमत वाली रिपोर्ट को भी शामिल किया गया है, ताकि पूरी जानकारी मिल सके।
जिम कॉर्बेट में बोरोसिल के 'बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4' का सफल समापन
दो दिवसीय कार्यक्रम में बोरोसिल के डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स ने हिस्सा लिया; प्रोडक्ट परफॉर्मेंस और आगे की स्ट्रेटेजी पर हुई चर्चा
देहरादून, दिसंबर 2025: भारत के भरोसेमंद कंज़्यूमर ब्रांड, बोरोसिल लिमिटेड द्वारा आयोजित 'बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4' का समापन भव्य रूप से हुआ। यह खास आयोजन 16 और 17 दिसंबर को जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में स्थित आहाना- द कॉर्बेट वाइल्डरनेस रिज़ॉर्ट में हुआ। इस मौके पर बोरोसिल ने अपने चैनल पार्टनर्स के लिए एक खास मिलन समारोह भी आयोजित किया। उत्तराखंड की खूबसूरत प्राकृतिक वादियों के बीच, बोरोसिल के देशभर से आए डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स ने हिस्सा लिया, संवाद किया, अनुभव साझा किए और साझेदारी के रिश्तों को और मजबूत बनाया। इससे एक-दूसरे के साथ आगे बढ़ने का आत्मविश्वास भी बढ़ा।

चैनल पार्टनर्स मीट को खास डेस्टिनेशन इवेंट की तरह प्लान किया गया था। इस मौके ने बोरोसिल को अपने बड़े रिटेल नेटवर्क से जुड़ने और बातचीत करने का बेहतरीन प्लेटफॉर्म दिया। साथ ही, कंपनी ने दिखाया कि वह परफॉर्मेंस-आधारित किचन प्रोडक्ट्स पेश करने के लिए कितनी गंभीर और प्रतिबद्ध है।

बोरोसिल के ग्लास टॉप गैस स्टोव, ट्रिप्लाई कुकवेयर और प्रेशर कुकर की रेंज आयोजन का मुख्य आकर्षण रही। इसके लिए कुकिंग कॉम्पिटिशन और प्रोडक्ट डेमो रखे गए, जिनमें इन प्रोडक्ट्स की मजबूती, सुरक्षा और बेहतरीन हीट परफॉर्मेंस को बेहतरी से उजागर किया गया। कुकिंग से जुड़ी इन गतिविधियों ने बोरोसिल और उसके चैनल पार्टनर्स के बीच रिश्ता और भी मजबूत किया। इससे ब्रांड पर उनका भरोसा भी बढ़ा और जुड़ाव भी गहरा हुआ।

कार्यक्रम के दौरान बोरोसिल लिमिटेड की वीपी- मार्केटिंग, सुश्री बरनाली शंकर ने कहा, "बोरोसिल की रसोई अब हमारे चैनल पार्टनर्स से जुड़ने के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म बन चुकी है। जिम कॉर्बेट में सीज़न 4 आयोजित करने से हमें पारंपरिक फॉर्मेट से हटकर ऐसा माहौल बनाने का मौका मिला, जहाँ सबने सीखने, सहयोग करने और साथ मिलकर जश्न मनाने का अनुभव किया। अपने डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलना हमारे लिए सम्मान की बात है।"

कार्यक्रम के बारे में बोलते हुए बोरोसिल के एक पार्टनर ने कहा, "बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4 हमारे लिए बेहद दिलचस्प और उपयोगी अनुभव रहा। कुकिंग प्रतियोगिता और प्रोडक्ट डेमो ने हमें परफॉर्मेंस, गुणवत्ता और इस्तेमाल, तीनों ही स्तर पर बोरोसिल के प्रोडक्ट्स को नज़दीक से समझने का मौका दिया। इस अनुभव ने हमारे भरोसे को और मजबूत किया है और ब्रांड के साथ हमारे रिश्ते को और भी बेहतर बनाया है।"

कुकवेयर, किचन अप्लायंसेज़, डिनरवेयर और ग्लासवेयर सेगमेंट में मजबूत उपस्थिति के साथ बोरोसिल लगातार मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। बोरोसिल की रसोई- सीज़न 4 ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि ब्रांड अपने हुनर, गुणवत्ता और रोज़मर्रा की कुकिंग को बेहतर बनाने के उद्देश्य के साथ आगे बढ़ रहा है और इस सफलता का श्रेय उसके चैनल पार्टनर्स के भरोसे और साझेदारी को जाता है।
देवघर- के डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के उमंग का इंस्पायर अवार्ड मानक के राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चयन एवं मॉडल प्रदर्शित किया गया।
देवघर: भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा देश के स्कूली विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच, नवाचार और अनुसंधान की प्रवृत्ति को विकसित करने हेतु संचालित महत्त्वपूर्ण योजना इंस्पायर अवार्ड मानक 2024-25 के राज्य स्तरीय प्रदर्शनी सह प्रोजेक्ट प्रतियोगिता में गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के उमंग बरनवाल का चयन हुआ। देवघर जिले से कुल 4 विद्यार्थियों का चयन हुआ जिसमें से पब्लिक स्कूल की ओर से केवल गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल, भंडारकोला के उमंग बरनवाल का ही चयन हुआ।उमंग ने 19 दिसम्बर को रांची में इस प्रतियोगिता में भाग लिया और अपने वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया।उमंग ने एडवांस रिवर क्लीनिंग रोबोट बनाया जिसका उद्देश्य नदियों, तालाबों और जलाशयों में फैले कचरे को साफ करना है। यह रोबोट पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देने में सहायक है। इस रोबोट का काम नदियों में बहने वाले प्लास्टिक, पॉलीथिन, थर्मोकोल आदि को हटाकर जल प्रदूषण को कम करना है जिससे जलीय जीवों और पर्यावरण को सुरक्षित किया जा सकेगा। प्राचार्य बलराम कुमार झा ने कहा कि विद्यालय के लिए अपार हर्ष की बात है कि हमारे विद्यार्थी वैज्ञानिक दृष्टिकोण और समस्या समाधान क्षमता से लवरेज हो रहे हैं। यह उन्हें भविष्य में वैज्ञानिक, इंजीनियर और नवप्रवर्तक बनने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है जिससे बच्चे का शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, नैतिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास हो सके। उमंग के साथ उनके पिता अरूण कुमार बरनवाल और माता अर्चना बरनवाल का सम्मान विद्यालय के प्राचार्य ने किया। पिता ने कहा कि बेटे की सफलता के पीछे विद्यालय परिवार का अहम योगदान है जिसके कारण इसके अंदर वैज्ञानिक सोच का विकास हुआ। उक्त आशय की जानकारी मीडिया प्रभारी अभिषेक सूर्य ने दी।
जहानाबाद सदर अस्पताल में घायल युवक भर्ती, फायरिंग की आशंका, जांच जारी
जहानाबाद सदर अस्पताल में पुलिस एक घायल युवक को लेकर पहुंची। युवक के चेहरे पर जख्म के निशान थे और खून बह रहा था। पुलिस के अनुसार पटना मुख्यालय से 112 नंबर पर सूचना मिली थी कि टेहटा थाना क्षेत्र के हबलीपुर गांव के पास किसी घटना में एक युवक घायल हो गया है। सूचना मिलते ही 112 की पुलिस टीम मौके पर पहुंची, जहां ग्रामीणों द्वारा एक युवक को पकड़े जाने की बात सामने आई। घायल अवस्था में युवक को तुरंत पुलिस टीम द्वारा इलाज के लिए जहानाबाद सदर अस्पताल लाया गया। घायल युवक की पहचान मणि कुमार के रूप में हुई है। अस्पताल पहुंचे परिजनों का आरोप है कि पुरानी रंजिश के कारण फायरिंग की गई, जिसमें छर्रे युवक के चेहरे पर लगे हैं। हालांकि गोली लगने की पुष्टि न तो पुलिस और न ही अस्पताल प्रशासन की ओर से की गई है। इस मामले में सदर अस्पताल के डॉक्टर अरविंद कुमार नंदा ने बताया कि युवक को गोली नहीं लगी है। यदि फायरिंग हुई भी है तो बारूद के छींटों से चेहरे पर हल्की चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि मरीज पूरी तरह खतरे से बाहर है, उसकी ड्रेसिंग कर दी गई है और हालत सामान्य है। युवक को कोई गंभीर चोट नहीं आई है और वह घर जाने की स्थिति में है। वहीं 112 टीम के पुलिसकर्मी प्रेमचंद ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और घायल युवक को अस्पताल पहुंचाया गया। फिलहाल पूरा मामला जांच का विषय है। पुलिस टीम दोबारा घटनास्थल पर जाकर जांच करेगी और यदि वहां से छर्रा या अन्य साक्ष्य बरामद होते हैं तो उसकी पुष्टि की जाएगी। मामले को लेकर आगे की जानकारी वरीय अधिकारियों द्वारा दी जाएगी। पुलिस के अनुसार संबंधित थाना की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है और जांच की प्रक्रिया जारी है। फायरिंग हुई या नहीं, इसकी स्पष्ट पुष्टि जांच पूरी होने के बाद ही हो सकेगी।
जहानाबाद में रेलवे ट्रैक पर मिले शव की हुई पहचान, ककड़िया निवासी राजेंद्र पासवान की ट्रेन से कटकर मौत

जहानाबाद जिले के कल्पा थाना क्षेत्र अंतर्गत ककड़िया गांव निवासी राजेंद्र पासवान की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद उनका शव परिजनों को सौंप दिया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार राजेंद्र पासवान गुरुवार की शाम अपने घर से टहलने के लिए निकले थे। इसी दौरान वे दर्दा नदी पुल के समीप स्थित रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए, जहां शाम के समय गुजरने वाली किसी ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

घटना की सूचना मिलने पर जीआरपी (रेलवे पुलिस) ने शव को कब्जे में लिया और टाउन थाना पुलिस के सहयोग से उसे सदर अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस में सुरक्षित रखवाया।

जब देर रात तक राजेंद्र पासवान घर नहीं लौटे तो परिजन उनकी तलाश में विभिन्न थानों में पहुंचे। इसी क्रम में उन्हें जीआरपी से जानकारी मिली कि रेलवे ट्रैक पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद हुआ है। इसके बाद परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, जहां उन्होंने शव की पहचान राजेंद्र पासवान के रूप में की।

परिजनों ने बताया कि राजेंद्र पासवान की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। शुक्रवार की शाम शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। घटना के बाद गांव में शोक का माहौल व्याप्त है।

बकाया मानदेय व कन्वर्जन कॉस्ट को लेकर रसोई माताओं का हुंकार, एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन

बच्चों के निवाले एवं मेहनत करने वाली रसोई माताओं के हक का पैसा रूकना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण-- राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया

ब्रह्म प्रकाश शर्मा ,जानसठ मुजफ्फरनगर  । तहसील क्षेत्र के गांव  में स्थित प्राथमिक विद्यालय में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को मिलने वाले मिड-डे मील और रसोई माताओं के मानदेय का भुगतान न होने से आक्रोशित महिलाओं ने शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष  व जिला अध्यक्ष  के नेतृत्व मे उपजिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। रसोई माताओं ने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा और जल्द से जल्द बकाया धनराशि दिलवाने की मांग की।

शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया व जिला अध्यक्ष जोगिंद्री देवी के नेतृत्व में जानसठ तहसील क्षेत्र की रसोई माताएं तहसील मुख्यालय पहुंची और एसडीएम कार्यालय पर जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान  रसोई माताओं ने  बताया कि  विद्यालय में दो आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें कुल 48 बच्चे पंजीकृत हैं। आरोप है कि सत्र 2025-26 का 'कन्वर्जन कॉस्ट' (भोजन पकाने की लागत) का पैसा अभी तक विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया है। बजट के अभाव में बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि लंबे समय से पारिश्रमिक (मानदेय) न मिलने के कारण उनके सामने परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते उन्हें मजबूरन आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा हैं उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में भी रसोई माताओं ने धरना प्रदर्शन किया लेकिन समाधान नहीं केवल अधिकारीयो से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है।इस दौरान बड़ी संख्या में रसोई माताएं मौजूद रहीं।

एसडीएम जानसठ, राजकुमार भारती ने प्रदर्शनकारी महिलाओं और विद्यालय स्टाफ की समस्याओं को गंभीरता से सुना। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर जल्द से जल्द कन्वर्जन कॉस्ट और मानदेय का भुगतान सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया। एसडीएम के सकारात्मक आश्वासन के बाद रसोई माताओं ने प्रदर्शन समाप्त किया और उनका आभार व्यक्त किया।


राष्ट्रीय अध्यक्ष काजल कटारिया ने कहा कि बच्चों के निवाले और मेहनत करने वाली माताओं के हक का पैसा रुकना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमने एसडीएम साहब को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही न्याय मिलेगा।"
प्रयागराज पुस्तक मेले के दूसरे दिन उमड़ी पाठको की भीड़ धर्म-कर्म और अध्यात्म का विशेष आकर्षण
संजय द्विवेदी।प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)में आयोजित 11दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेला 2025 के दूसरे दिन शुक्रवार को पुस्तक प्रेमियों की उल्लेखनीय उपस्थिति देखने को मिली।भले ही माघ मेला आरंभ होने में अभी समय शेष है लेकिन उससे पहले ही यह पुस्तक मेला शहरवासियो और साहित्य प्रेमियो का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।मेला“विजन 2047: विकसित भारत–विकसित प्रदेश” की थीम पर आधारित है।

आयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि पुस्तक मेले में पुराने और नए लेखको की पुस्तको का समृद्ध संग्रह उपलब्ध है। विशेष रूप से धर्म कर्म और अध्यात्म से जुड़ी पुस्तको की ओर पाठको की गहरी रुचि देखी जा रही है।श्रीमद्भागवत गीता तथा विभिन्न देवी-देवताओं से सम्बंधित धार्मिक ग्रंथों के साथ-साथ आकर्षक रंगीन एवं गोल्डन पोस्टर भी स्टॉलो पर उपलब्ध है।हनुमान जी मां दुर्गा भगवान श्रीकृष्ण का बाल स्वरूप गणेश जी मां काली राम-लक्ष्मण-सीता एवं भगवान शंकर सहित अनेक देवी-देवताओ के पोस्टर मेले की शोभा बढ़ा रहे है।मेले में दीक्षा बुक्स एंड स्टेशनरी प्रयागराज द्वारा स्टेशनरी सामग्री की विस्तृत श्रृंखला प्रस्तुत की गई है। सम्यक प्रकाशन के स्टॉल पर भारत का संविधान बुद्ध की प्रतिमाएं अशोक चिन्ह तथा डायरी उपलब्ध है जबकि दिनकर पुस्तकालय भागलपुर के स्टॉल पर पुस्तको के साथ टेबल कैलेंडर भी पाठको को आकर्षित कर रहे है।एक पुस्तक स्टॉल के प्रतिनिधि ने बताया कि प्रारंभिक दिनो में पाठक अधिकतर पुस्तको को देख-समझ रहे है और जानकारी एकत्र कर रहे है जबकि आने वाले दिनो में खरीदारी में तेजी आने की संभावना है।सह-संयोजक मनीष अग्रवाल ने बताया कि पुस्तक मेले में साहित्य के साथ-साथ जन-जन के आराध्य देवी-देवताओ से संबंधित पुस्तके और पोस्टर उपलब्ध है।बच्चो के लिए कॉमिक्स कहानियां बोलने वाली पुस्तके और स्टेशनरी सामग्री है वही युवाओं और वरिष्ठ नागरिको के लिए साहित्यिक एवं धार्मिक पुस्तको का समृद्ध संग्रह मौजूद है।मेले में पुस्तको के साथ एक सांस्कृतिक मंच भी स्थापित किया गया है जहां प्रतिदिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ जबकि शनिवार को जन चेतना मंच द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पुस्तक मेले में पहली बार म्युचुअल फंड शेयर बाजार और बचत से सम्बंधित पुस्तकों एवं जानकारी का एक विशेष स्टॉल भी लगाया गया है जो पाठकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।