देवघर-राजकीय श्रावणी मेला, 2025 के तैयारियों को लेकर उपायुक्त ने कावड़िया पथ का निरीक्षण कर अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश।
देवघर: राजकीय श्रावणी मेला, 2025 की तैयारियों को लेकर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा को लेकर मेला क्षेत्र व रुटलाइन निरीक्षण किया। इस दौरान उपायुक्त ने बाघमारा बस स्टैंड, बाघमारा टेंट सिटी, कोठिया टेंट सिटी निर्माण स्थल, सरसा, भलुवा, परित्राण, दुम्मा बॉर्डर, कांवरिया पथ का निरीक्षण करते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर की जाने वाली विभिन्न तैयारियों की वस्तुस्थिति से अवगत हुए। इसके अलावा निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने बाघमारा बस स्टैंड के पश्चात कोठिया में श्रद्धालुओं के आवासन हेतु बनाए जाने वाले टेंट सिटी में सुविधा व सुरक्षा के साथ हाइजीन, पेयजल और वेंटिलेशन पर विशेष रूप से ध्यान रखने का निर्देश पर्यटन विभाग के अधिकारियों को दिया। साथ टेंट सिटी से शौचालय की निश्चित दूरी के अलावा विद्युत व्यवस्था व विद्युत आपूर्ति के अलावा विद्युत संचरण की सुरक्षा को लेकर संबंधित कार्यपालक अभियंता को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया, ताकि साल दर साल श्रद्धालुओं को और भी बेहतर सुविधा टेंट सिटी में मील सके। आगे उपायुक्त ने परित्राण समीप वाहन पड़ाव स्थल पर बेरिकेडिंग, महिला व पुरुषों हेतु अलग-अलग शौचालय, स्नानगृह की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। साथ ही मेला के दौरान स्वास्थ्य कैम्प, साउंड सिस्टम, साफ-सफाई और बैनर-पोस्टर के माध्यम से आवश्यक जानकारी को प्रदर्शित करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त श्री नमन प्रियेश लकड़ा ने कांवरिया पथ दुम्मा बॉर्डर से निरीक्षण करते हुए महीन बालू बिछाव, बिजली के तारों को ऊपर व दुरुस्त करने के अलावा चापाकलों के आसपास सफाई और अतिक्रमण हटाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा कराए जा रहे कार्यों का निरीक्षण करते हुए कांवरिया पथ में श्रद्धालुओं की सुविधा अनुरूप कार्यों को ससमय दुरुस्त करने का आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया। साथ हीं उपयुक्त ने पूरे कांवरिया रूटलाईन में बालू बिछाव पर विशेष ध्यान देने का निदेश दिया एवं मेहिन बालू का हीं प्रयोग पूरे रूटलाईन में करने का निदेश दिया संबंधित विभाग के कार्यपालक अभियंता को दिया, ताकि पैदल आने वाले श्रद्धालुओं को ज्यादा कठिनाईयों का सामना न करना पड़े। इसके अलावे पैदल निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने कांवरिया पथ में बनाये जाने वाले प्रशासनिक शिविर, ओपी, स्वास्थ्य केन्द्र, विद्युत व्यवस्था, सूचना-सह-सहायता केन्द्र, होल्डिंग प्वाइंट, शौचालय, स्नानागर, इंद्र वर्षा के अलावा कांवरिया पथ के किनारे एवं गाँव के बाहर पथों की विशेष साफ-सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिया। साथ ही उन्होंने कांवरिया पथ में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था, शौचालयों की साफ-सफाई के अलावा नलों से निकलने वाले पानी पथों पर जहां-तहां न बहे इस हेतु उपायुक्त द्वारा कार्यपालक अभियन्ता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया गया। इसके अलावे गर्मी को देखते हुए उपायुक्त ने कार्यपालक अभियन्ता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल, देवघर एवं नगर निगम के अधिकारियों को निदेशित किया कि सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में पेयजल व शौचालय की समुचित व्यवस्था के साथ-साथ चौबीसों घंटे मेला क्षेत्र में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया, ताकि कांवरिया पथ एवं रूटलाईन में पेयजल आपूर्ति की समस्या किसी भी सूरत में उत्पन्न न हो। इसके अलावा उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने सरकार भवन मोड़, तिवारी चौक, जलसार मोड़, शिवगंगा सरोवर व आसपास के क्षेत्रों में साफ-सफाई और कचड़ा उठाव पर विशेष रूप से ध्यान देने का निर्देश नगर निगम को दिया। साथ इंट्रीग्रेटेड मेला कंट्रोल रूम (IMCR) में किये जाने वाले विभिन्न कार्यों को लेकर उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। आगे उपायुक्त ने मनसिंघी, नेहरू पार्क, शिवराम झा चौक में किए जा रहे कार्यों को लेकर संबंधित अधिकारियों व कार्यपालक अभियंता को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया, ताकि ससमय कार्यों को श्रद्धालुओं के सुविधा अनुरूप पूर्ण किया जा सके। इस दौरान उपरोक्त के अलावा नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता, जिला नजारत उपसमाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, ट्रैफिक डीएसपी, जिला खेल पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, कार्यपालक अभियंता विद्युत विभाग, आरसीडी के कार्यपालक अभियंता, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी, सिटी मैनेजर, नगर निगम की टीम, डीएमएफटी की टीम व संबंधित विभाग के अधिकारी पुलिस पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।
"कीटाणु - द जर्म" : नीलू चोपड़ा की एक अनोखी शॉर्ट फिल्म जो सोचने पर मजबूर कर दे

  

मुंबई – मायानगरी मुंबई में जहाँ हर रोज़ कई फिल्में, शॉर्ट फिल्म्स और वेब सीरीज़ बनती हैं, वहीं मशहूर रंगकर्मी और अभिनेता नीलू चोपड़ा ने कुछ अलग और हटकर करने की चाह में एक ऐसी शॉर्ट फिल्म बनाई है, जो न सिर्फ अपने विषयवस्तु बल्कि अपनी प्रस्तुति के लिए भी बेहद खास है। इस फिल्म का नाम है – "कीटाणु – द जर्म"।

यह फिल्म पूरी तरह ब्लैक एंड व्हाइट में फिल्माई गई है और सबसे खास बात – इसमें एक भी संवाद नहीं है। नीलू चोपड़ा ने इस फिल्म को लेखक-निर्देशक रंजू साइकलोनी के साथ मिलकर निर्देशित भी किया है। फिल्म को पूरी तरह से फिल्म फेस्टिवल्स को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।

कीटाणु की कहानी समाज के उस तबके पर आधारित है जो सबसे निचले स्तर पर जीवन यापन करता है – कचरा बीनने वाले, नशे की गिरफ्त में फंसे लोग, जिनकी जिंदगी नशे से शुरू होकर वहीं खत्म हो जाती है। इस फिल्म ने दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि नशे के लिए कोई इंसान कितनी हद तक जा सकता है।

फिल्म की शूटिंग से पहले लगभग दो वर्षों तक रिसर्च और डेवलपमेंट का कार्य किया गया। फिल्म में नीलू चोपड़ा के अलावा मधु चोपड़ा, राजू खान, सूरज भारती, आदित्य नारायण और राजेश पंथी जैसे कलाकारों ने अहम भूमिकाएं निभाई हैं। विशेष रूप से नीलू चोपड़ा का किरदार बिना संवाद के भी बहुत कुछ बयां करता है।

फिल्म की तकनीकी टीम:

 डीओपी – सुशील बताला

 मेकअप – भूमि पाठक

 बैकग्राउंड म्यूज़िक – सुधाकर स्नेह जी

 डायरेक्शन और एडिटिंग – भूपिंदर जी

 लोकेशन – वर्सोवा, मध जेट्टी (मुंबई)

 लोकेशन मैनेजर – राजेश पंथी

यह फिल्म सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि समाज के उस कड़वे सच का आइना है जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। "कीटाणु – द जर्म" एक ऐसी कलात्मक प्रस्तुति है जो दर्शकों के दिल और दिमाग दोनों पर अपनी गहरी छाप छोड़ती है।

उम्मीद है कि यह फिल्म न केवल दर्शकों को बल्कि फिल्म समीक्षकों को भी बेहद पसंद आएगी।

*चौकीदार बताया दीवान ने दो बाइक रखवाईं, एक हफ्ते बाद हुई गायब,अब मांग रहे पैसे, चौकीदार ने एसपी से की शिकायत*
सुल्तानपुर में SP से चौकीदार बताया दीवान ने दो बाइक रखवाईं, एक हफ्ते बाद हुई गायब, अब मांग रहे पैसे सुलतानपुर के थाना कोतवालीनगर में तैनात चौकीदारों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर एक शिकायती पत्र उन्हें दिया है। पत्र में चौकीदार विश्वनाथ ने दीवान संजय कुमार सोनकर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। चौकीदार के मुताबिक,12 जून 2025 को दोपहर करीब 2:30 बजे दीवान ने उन्हें और होमगार्ड ब्रह्मदेव तिवारी को बुलाया। दीवान ने दो मोटरसाइकिल को थाने के गेट के पास स्थित दूसरे गेट के अंदर रखने को कहा। दोनों ने मोटरसाइकिल को बताई गई जगह पर रख दिया और दीवान को सूचित कर दिया। एक हफ्ते बाद 19 जून को दीवान ने दोनों को बुलाकर कहा कि मोटरसाइकिल गायब हो गई हैं। दीवान ने उन पर मोटर साइकिल की कीमत चुकाने का दबाव बनाया। चौकीदार ने इस बारे में थाना प्रभारी को भी बताया। विश्वनाथ का आरोप है कि दीवान उन्हें परेशान कर रहे हैं और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहे हैं। चौकीदार ने एसपी से मामले की जांच कर उन्हें फर्जी मुकदमे से बचाने की गुहार लगाई है।
गुरुकृपा संस्थान में सोशल इंटर्नशिप कर रहे एमएमएमयूटी के बीटेक, बी फॉर्मा के छात्रों ने किया स्वैच्छिक रक्तदान

गोरखपुर। गुरुकृपा संस्थान में सोशल इंटर्नशिप कर रहे मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के बीटेक,बी फॉर्मा के छात्रों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया।

सामाजिक सरोकारों में युवाओं की भूमिका के मद्देनजर संस्थान द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिया जाना उनके व्यक्तित्व और कृतित्व में निखार लाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है।

इंजीनियरिंग के छात्रों ने बड़े ही उत्साह से मेरा कतरा - कतरा देश के लिए और मेरा खून जीवन और मौत से जूझ रहे किसी भी जरूरतमंद को जीवन देगा यह हमारा सौभाग्य होगा, इसे ईश्वरीय कार्य मानते हुए नर सेवा नारायण सेवा के समर्पित भाव के महासंकल्प द्वारा सोशल इंटर्नशिप 2025 

के अंतर्गत अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को बखूबी निभाया।

गोरखपुर चैरिटेबल ब्लड बैंक एवं कॉम्पोनेंट सेंटर के निदेशक अरविंद यादव, डॉ महेंद्र नाथ त्रिपाठी, संतोष कुमार यादव, आंचल गुप्ता, अमृता शर्मा, ओम प्रकाश यादव की पूरी तकनीकी टीम के सदस्यों ने रक्तदान शिविर को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

रक्तदान शिविर का उदघाटन डा एम एन त्रिपाठी एवं गुरुकृपा संस्थान के संस्थापक बृजेश राम त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया।

गोरखपुर चैरिटेबल ब्लड बैंक एवं कॉम्पोनेंट सेंटर के सौजन्य से सामाजिक कार्यकर्ता बृजेश राम त्रिपाठी एवं गुरुकृपा संस्थान कुशीनगर के प्रभारी अवकाश प्राप्त वायुसेनाकर्मी शंकर शरण दूबे द्वारा संयुक्त रूप से छात्रों को ब्लड डोनर कॉर्ड, मेडल और प्रशस्त पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। 

रक्तदान करने वालों में प्रमुख रूप से कंप्यूटर साइंस के छात्र अमृतेश बख्शी, देव पार्थ, अरुण कुमार शर्मा, विश्वजीत सरोज, सिविल इंजीनियरिंग के छात्र अनूप मद्धेशिया, आदित्य सिंह, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र अविनाश और बीफार्मा के

अजय कुमार गौतम, देवांश कुमार यादव, देवेश पाठक, अतुल कुमार आदि दर्जनों लोगों ने भाग लिया।

दुमका : हूल दिवस पर भोगनाडीह में हुई हिंसक झड़प पर सवाल! मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने गहरी साजिश की जतायी आशंका, निशाने पर बीजेपी
दुमका : झारखण्ड के साहेबगंज जिले के बरहेट स्थित भोगनाडीह में हूल दिवस पर सोमवार को स्थानीय आदिवासियों एवं प्रशासन के बीच हुई हिंसक झड़प पर मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने बीजेपी की भूमिका पर सवाल उठाया है। मामले में सूबे की ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि मुझे अभी पूरे मामले की जानकारी नहीं है लेकिन कहीं ना कहीं यह घटना उकसाने वाली है। दीपिका पांडेय सिंह ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि एक हफ्ते पहले बीजेपी के पूरे नेता अचानक ही संथाल परगना घूमने लगे तो कोई कांस्पिरेसी ना हो, ऐसा हो नहीं सकता। उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के आरोपों पर कहा कि मुझे घटना की फिलहाल पूरी जानकारी नहीं है लेकिन जिस तरह की बातें आ रही है, इसमें कोई दो मत नहीं कि यह उकसाने वाली घटना हो सकती है। संथाल परगना के लिए यह आस्था की बात है, हूल दिवस किस तरह से मनाते रहे है, यह सबको पता है और वहाँ पर कोई किसी तरह का विवाद खड़ा करने का प्रयास कर रहा होगा तो उससे किसको फायदा होनेवाला है यह हम सबको पता है। ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह एक मामले में सोमवार को दुमका व्यवहार न्यायालय स्थित एमपी एमएलए की विशेष कोर्ट में पेश होने पहुंची थी। बता दे कि सोमवार को संथाल हूल के महानायक सिदो कान्हू की जन्मस्थली में भोगनाडीह में हूल क्रांति दिवस मनाया जा रहा है। करीब 166 साल पहले 30 जून 1855 को ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ और अपनी हक़ व अस्मिता के लिए सिदो कान्हू चाँद भैरव के नेतृत्व में हजारों आदिवासियों ने भोगनाडीह से संघर्ष का बिगुल फूंका था। हूल दिवस पर यहाँ प्रति वर्ष सरकारी कार्यक्रम के अलावा आज सिदो कान्हू के छठे वंशज का दावा करनेवाले मंडल मुर्मू के नेतृत्व में हूल दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन होना था लेकिन किसी विषय पर मंडल मुर्मू के समर्थकों एवं प्रशासन के बीच विवाद बढ़ता गया और बाद में हिंसक झड़प का रूप ले लिया। परंपरागत हथियारों से लैस समर्थकों पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को आंसू गैस छोड़ना पड़ा।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* *टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* *टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान राशि* *अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर मध्य प्रदेश उभरता हुआ सितारा, विदेशी पर्यटकों का बढ़ रहा आकर्षण* *मध्यप्रदेश में गाइड्स के प्रशिक्षण एवं कौशल विकास के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ* *भोपाल के कमला पार्क से सदर मंजिल तक हैरिटेज वॉक मंगलवार, 1 जुलाई को*    *भोपाल* प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि पर्यटन स्थलों पर गाइड पर्यटकों के 'मॉन्यूमेंट गुरु' होते है। पर्यटन स्थल के बारे में जितनी जानकारी गाइड देते है उतना ही पर्यटक जान पाते है। इसलिए गाइड द्वारा किया पर्यटकों को प्रामाणिक और शोध की गई जानकारी दी जानी आवश्यक है। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में गाइड उन्मुखीकरण और कौशल विकास कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने गाइड्स को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम (RGTS) के अंतर्गत प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर आने वाले गाइड काे आगामी वर्ष से पुरस्कार स्वरूप क्रमश: 2 लाख रुपये, 1 लाख रुपये एवं 50 हजार रुपये की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए विभिन्न भाषाओं का ज्ञान प्राप्त करें और मधुर व्यवहार रखें। प्रेरक के रूप में कार्य करते हुए पर्यटकों को स्वच्छता के लिए प्रेरित भी करें। पर्यटन स्थल की जानकारी के साथ प्रदेश की उपलब्धियों और विशेषताओं की जानकारों दे। आसपास के पर्यटन स्थलों से पर्यटकों को अवगत कराए। इससे मध्यप्रदेश के प्रति पर्यटकों में रुचि बढ़ेगी और वह फिर से पर्यटन के लिए मध्यप्रदेश आयेंगे। सभी गाइड किसी भी पर्यटक के लिए केयर टेकर की भूमिका निभाएं। इससे निश्चित ही पर्यटक सुखद और अविस्मरणीय अनुभव अपने साथ ले जाएंगे। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने बताया कि आगामी समय में गाइड की संख्या में वृद्धि किए जाने के साथ गाइड को दी जाने वाली सुविधाओं में वृद्धि की जायेगी। साथ ही उनके कौशल को निखारने के लिए तकनीक आधारित वर्कशॉप और ऑनलाइन सेशन लिए जायेगे। अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड सुश्री बिदिशा मुखर्जी ने कहा कि गाइड्स,  पर्यटन विभाग और पर्यटकों के बीच ब्रिज के रूप में कार्य करते हैं। वे ही प्रदेश और देश के गौरवशाली इतिहास को पर्यटकों से साझा करते हैं। उनकी कुशलता से ही आगंतुकों को हमारी समृद्ध परंपराओं और संस्कृति का ज्ञान होता है। मध्य प्रदेश में वर्तमान में 72 गाइड अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जल्द ही 313 पदों पर गाइड की भर्ती शुरू की जाएगी। सुश्री मुखर्जी ने कहा कि गाइड्स की दक्षता को बढ़ाने के लिए आगे भी कार्यशालाएं आयोजित जाएगी। गाइड्स को अलग–अलग भाषाओं के ज्ञान के साथ ही तकनीकी रूप से दक्ष बनाने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा हैं। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के रीजनल डायरेक्टर श्री भुवन विक्रम सिंह ने कहा कि गाइड्स स्थानीय संस्कृति के परिचायक हैं। वे पर्यटकों के दिग्दर्शक हैं, जो उनकी यात्रा को अविस्मरणीय बनाते हैं। भारतीय संस्कृति से विश्व भर के पर्यटकों को अवगत कराते हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कार्यरत लाइसेंसधारी राज्य स्तरीय एवं स्थानीय गाइड्स के प्रशिक्षण, कार्यकुशलता में वृद्धि एवं व्यवहारिक दक्षता को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा दो दिवसीय आवासीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, राज्य पुरातत्व संग्रहालय एवं अभिलेखागार भोपाल, मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, IITTM ग्वालियर एवं विषय विशेषज्ञों के सहयोग से किया जा रहा है। इस दौरान विषय विशेषज्ञों ने विभिन्न सत्रों में पर्यटन स्थलों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, प्रस्तुतिकरण कौशल, नई तकनीक, पर्यटकों के साथ संवाद शैली तथा पर्यटन संबंधी विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी जा रही है। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम (RGTS) से चयनित गाइड्स ओरछा से श्री शशि भूषण सिंह-प्रथम, सांची से श्री सुरेंद्र सिंह भदौरिया–द्वितीय और खजुहारो से श्री राजेश अवस्थी–तृतीय को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण भोपाल मंडल के अधीक्षण पुरातत्वविद् श्री मनोज कुर्मी उपस्थित थे। *हैरिटेज वॉक में ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण* कार्यक्रम के दूसरे दिन 1 जुलाई, मंगलवार को सुबह 7 बजे से हैरिटेज वॉक का आयोजन भी किया जाएगा। कमला पार्क से सदर मंजिल तक आयोजित होने वाली इस हैरिटेज वॉक में गाइड्स को ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर उनकी विरासत, सांस्कृतिक महत्व एवं स्थानीय कहानियों को व्यावहारिक रूप में समझने का अवसर मिलेगा। इस कार्यशाला से गाइड्स को अपने ज्ञान व कौशल में नवाचार करने का मंच मिलेगा, जिससे वे पर्यटकों को और अधिक रोचक, तथ्यपरक एवं प्रभावी जानकारी प्रदान कर सकेंगे।
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
देवघर-राजकीय श्रावणी मेला, 2025 के तैयारियों को लेकर उपायुक्त ने कावड़िया पथ का निरीक्षण कर अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश।
देवघर: राजकीय श्रावणी मेला, 2025 की तैयारियों को लेकर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा को लेकर मेला क्षेत्र व रुटलाइन निरीक्षण किया। इस दौरान उपायुक्त ने बाघमारा बस स्टैंड, बाघमारा टेंट सिटी, कोठिया टेंट सिटी निर्माण स्थल, सरसा, भलुवा, परित्राण, दुम्मा बॉर्डर, कांवरिया पथ का निरीक्षण करते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर की जाने वाली विभिन्न तैयारियों की वस्तुस्थिति से अवगत हुए। इसके अलावा निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने बाघमारा बस स्टैंड के पश्चात कोठिया में श्रद्धालुओं के आवासन हेतु बनाए जाने वाले टेंट सिटी में सुविधा व सुरक्षा के साथ हाइजीन, पेयजल और वेंटिलेशन पर विशेष रूप से ध्यान रखने का निर्देश पर्यटन विभाग के अधिकारियों को दिया। साथ टेंट सिटी से शौचालय की निश्चित दूरी के अलावा विद्युत व्यवस्था व विद्युत आपूर्ति के अलावा विद्युत संचरण की सुरक्षा को लेकर संबंधित कार्यपालक अभियंता को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया, ताकि साल दर साल श्रद्धालुओं को और भी बेहतर सुविधा टेंट सिटी में मील सके। आगे उपायुक्त ने परित्राण समीप वाहन पड़ाव स्थल पर बेरिकेडिंग, महिला व पुरुषों हेतु अलग-अलग शौचालय, स्नानगृह की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। साथ ही मेला के दौरान स्वास्थ्य कैम्प, साउंड सिस्टम, साफ-सफाई और बैनर-पोस्टर के माध्यम से आवश्यक जानकारी को प्रदर्शित करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त श्री नमन प्रियेश लकड़ा ने कांवरिया पथ दुम्मा बॉर्डर से निरीक्षण करते हुए महीन बालू बिछाव, बिजली के तारों को ऊपर व दुरुस्त करने के अलावा चापाकलों के आसपास सफाई और अतिक्रमण हटाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा कराए जा रहे कार्यों का निरीक्षण करते हुए कांवरिया पथ में श्रद्धालुओं की सुविधा अनुरूप कार्यों को ससमय दुरुस्त करने का आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया। साथ हीं उपयुक्त ने पूरे कांवरिया रूटलाईन में बालू बिछाव पर विशेष ध्यान देने का निदेश दिया एवं मेहिन बालू का हीं प्रयोग पूरे रूटलाईन में करने का निदेश दिया संबंधित विभाग के कार्यपालक अभियंता को दिया, ताकि पैदल आने वाले श्रद्धालुओं को ज्यादा कठिनाईयों का सामना न करना पड़े। इसके अलावे पैदल निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने कांवरिया पथ में बनाये जाने वाले प्रशासनिक शिविर, ओपी, स्वास्थ्य केन्द्र, विद्युत व्यवस्था, सूचना-सह-सहायता केन्द्र, होल्डिंग प्वाइंट, शौचालय, स्नानागर, इंद्र वर्षा के अलावा कांवरिया पथ के किनारे एवं गाँव के बाहर पथों की विशेष साफ-सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिया। साथ ही उन्होंने कांवरिया पथ में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था, शौचालयों की साफ-सफाई के अलावा नलों से निकलने वाले पानी पथों पर जहां-तहां न बहे इस हेतु उपायुक्त द्वारा कार्यपालक अभियन्ता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया गया। इसके अलावे गर्मी को देखते हुए उपायुक्त ने कार्यपालक अभियन्ता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल, देवघर एवं नगर निगम के अधिकारियों को निदेशित किया कि सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में पेयजल व शौचालय की समुचित व्यवस्था के साथ-साथ चौबीसों घंटे मेला क्षेत्र में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया, ताकि कांवरिया पथ एवं रूटलाईन में पेयजल आपूर्ति की समस्या किसी भी सूरत में उत्पन्न न हो। इसके अलावा उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने सरकार भवन मोड़, तिवारी चौक, जलसार मोड़, शिवगंगा सरोवर व आसपास के क्षेत्रों में साफ-सफाई और कचड़ा उठाव पर विशेष रूप से ध्यान देने का निर्देश नगर निगम को दिया। साथ इंट्रीग्रेटेड मेला कंट्रोल रूम (IMCR) में किये जाने वाले विभिन्न कार्यों को लेकर उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। आगे उपायुक्त ने मनसिंघी, नेहरू पार्क, शिवराम झा चौक में किए जा रहे कार्यों को लेकर संबंधित अधिकारियों व कार्यपालक अभियंता को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया, ताकि ससमय कार्यों को श्रद्धालुओं के सुविधा अनुरूप पूर्ण किया जा सके। इस दौरान उपरोक्त के अलावा नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता, जिला नजारत उपसमाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, ट्रैफिक डीएसपी, जिला खेल पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, कार्यपालक अभियंता विद्युत विभाग, आरसीडी के कार्यपालक अभियंता, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी, सिटी मैनेजर, नगर निगम की टीम, डीएमएफटी की टीम व संबंधित विभाग के अधिकारी पुलिस पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।
"कीटाणु - द जर्म" : नीलू चोपड़ा की एक अनोखी शॉर्ट फिल्म जो सोचने पर मजबूर कर दे

  

मुंबई – मायानगरी मुंबई में जहाँ हर रोज़ कई फिल्में, शॉर्ट फिल्म्स और वेब सीरीज़ बनती हैं, वहीं मशहूर रंगकर्मी और अभिनेता नीलू चोपड़ा ने कुछ अलग और हटकर करने की चाह में एक ऐसी शॉर्ट फिल्म बनाई है, जो न सिर्फ अपने विषयवस्तु बल्कि अपनी प्रस्तुति के लिए भी बेहद खास है। इस फिल्म का नाम है – "कीटाणु – द जर्म"।

यह फिल्म पूरी तरह ब्लैक एंड व्हाइट में फिल्माई गई है और सबसे खास बात – इसमें एक भी संवाद नहीं है। नीलू चोपड़ा ने इस फिल्म को लेखक-निर्देशक रंजू साइकलोनी के साथ मिलकर निर्देशित भी किया है। फिल्म को पूरी तरह से फिल्म फेस्टिवल्स को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।

कीटाणु की कहानी समाज के उस तबके पर आधारित है जो सबसे निचले स्तर पर जीवन यापन करता है – कचरा बीनने वाले, नशे की गिरफ्त में फंसे लोग, जिनकी जिंदगी नशे से शुरू होकर वहीं खत्म हो जाती है। इस फिल्म ने दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि नशे के लिए कोई इंसान कितनी हद तक जा सकता है।

फिल्म की शूटिंग से पहले लगभग दो वर्षों तक रिसर्च और डेवलपमेंट का कार्य किया गया। फिल्म में नीलू चोपड़ा के अलावा मधु चोपड़ा, राजू खान, सूरज भारती, आदित्य नारायण और राजेश पंथी जैसे कलाकारों ने अहम भूमिकाएं निभाई हैं। विशेष रूप से नीलू चोपड़ा का किरदार बिना संवाद के भी बहुत कुछ बयां करता है।

फिल्म की तकनीकी टीम:

 डीओपी – सुशील बताला

 मेकअप – भूमि पाठक

 बैकग्राउंड म्यूज़िक – सुधाकर स्नेह जी

 डायरेक्शन और एडिटिंग – भूपिंदर जी

 लोकेशन – वर्सोवा, मध जेट्टी (मुंबई)

 लोकेशन मैनेजर – राजेश पंथी

यह फिल्म सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि समाज के उस कड़वे सच का आइना है जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। "कीटाणु – द जर्म" एक ऐसी कलात्मक प्रस्तुति है जो दर्शकों के दिल और दिमाग दोनों पर अपनी गहरी छाप छोड़ती है।

उम्मीद है कि यह फिल्म न केवल दर्शकों को बल्कि फिल्म समीक्षकों को भी बेहद पसंद आएगी।

*चौकीदार बताया दीवान ने दो बाइक रखवाईं, एक हफ्ते बाद हुई गायब,अब मांग रहे पैसे, चौकीदार ने एसपी से की शिकायत*
सुल्तानपुर में SP से चौकीदार बताया दीवान ने दो बाइक रखवाईं, एक हफ्ते बाद हुई गायब, अब मांग रहे पैसे सुलतानपुर के थाना कोतवालीनगर में तैनात चौकीदारों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर एक शिकायती पत्र उन्हें दिया है। पत्र में चौकीदार विश्वनाथ ने दीवान संजय कुमार सोनकर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। चौकीदार के मुताबिक,12 जून 2025 को दोपहर करीब 2:30 बजे दीवान ने उन्हें और होमगार्ड ब्रह्मदेव तिवारी को बुलाया। दीवान ने दो मोटरसाइकिल को थाने के गेट के पास स्थित दूसरे गेट के अंदर रखने को कहा। दोनों ने मोटरसाइकिल को बताई गई जगह पर रख दिया और दीवान को सूचित कर दिया। एक हफ्ते बाद 19 जून को दीवान ने दोनों को बुलाकर कहा कि मोटरसाइकिल गायब हो गई हैं। दीवान ने उन पर मोटर साइकिल की कीमत चुकाने का दबाव बनाया। चौकीदार ने इस बारे में थाना प्रभारी को भी बताया। विश्वनाथ का आरोप है कि दीवान उन्हें परेशान कर रहे हैं और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहे हैं। चौकीदार ने एसपी से मामले की जांच कर उन्हें फर्जी मुकदमे से बचाने की गुहार लगाई है।
गुरुकृपा संस्थान में सोशल इंटर्नशिप कर रहे एमएमएमयूटी के बीटेक, बी फॉर्मा के छात्रों ने किया स्वैच्छिक रक्तदान

गोरखपुर। गुरुकृपा संस्थान में सोशल इंटर्नशिप कर रहे मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के बीटेक,बी फॉर्मा के छात्रों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया।

सामाजिक सरोकारों में युवाओं की भूमिका के मद्देनजर संस्थान द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिया जाना उनके व्यक्तित्व और कृतित्व में निखार लाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है।

इंजीनियरिंग के छात्रों ने बड़े ही उत्साह से मेरा कतरा - कतरा देश के लिए और मेरा खून जीवन और मौत से जूझ रहे किसी भी जरूरतमंद को जीवन देगा यह हमारा सौभाग्य होगा, इसे ईश्वरीय कार्य मानते हुए नर सेवा नारायण सेवा के समर्पित भाव के महासंकल्प द्वारा सोशल इंटर्नशिप 2025 

के अंतर्गत अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को बखूबी निभाया।

गोरखपुर चैरिटेबल ब्लड बैंक एवं कॉम्पोनेंट सेंटर के निदेशक अरविंद यादव, डॉ महेंद्र नाथ त्रिपाठी, संतोष कुमार यादव, आंचल गुप्ता, अमृता शर्मा, ओम प्रकाश यादव की पूरी तकनीकी टीम के सदस्यों ने रक्तदान शिविर को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

रक्तदान शिविर का उदघाटन डा एम एन त्रिपाठी एवं गुरुकृपा संस्थान के संस्थापक बृजेश राम त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया।

गोरखपुर चैरिटेबल ब्लड बैंक एवं कॉम्पोनेंट सेंटर के सौजन्य से सामाजिक कार्यकर्ता बृजेश राम त्रिपाठी एवं गुरुकृपा संस्थान कुशीनगर के प्रभारी अवकाश प्राप्त वायुसेनाकर्मी शंकर शरण दूबे द्वारा संयुक्त रूप से छात्रों को ब्लड डोनर कॉर्ड, मेडल और प्रशस्त पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। 

रक्तदान करने वालों में प्रमुख रूप से कंप्यूटर साइंस के छात्र अमृतेश बख्शी, देव पार्थ, अरुण कुमार शर्मा, विश्वजीत सरोज, सिविल इंजीनियरिंग के छात्र अनूप मद्धेशिया, आदित्य सिंह, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र अविनाश और बीफार्मा के

अजय कुमार गौतम, देवांश कुमार यादव, देवेश पाठक, अतुल कुमार आदि दर्जनों लोगों ने भाग लिया।

दुमका : हूल दिवस पर भोगनाडीह में हुई हिंसक झड़प पर सवाल! मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने गहरी साजिश की जतायी आशंका, निशाने पर बीजेपी
दुमका : झारखण्ड के साहेबगंज जिले के बरहेट स्थित भोगनाडीह में हूल दिवस पर सोमवार को स्थानीय आदिवासियों एवं प्रशासन के बीच हुई हिंसक झड़प पर मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने बीजेपी की भूमिका पर सवाल उठाया है। मामले में सूबे की ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि मुझे अभी पूरे मामले की जानकारी नहीं है लेकिन कहीं ना कहीं यह घटना उकसाने वाली है। दीपिका पांडेय सिंह ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि एक हफ्ते पहले बीजेपी के पूरे नेता अचानक ही संथाल परगना घूमने लगे तो कोई कांस्पिरेसी ना हो, ऐसा हो नहीं सकता। उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के आरोपों पर कहा कि मुझे घटना की फिलहाल पूरी जानकारी नहीं है लेकिन जिस तरह की बातें आ रही है, इसमें कोई दो मत नहीं कि यह उकसाने वाली घटना हो सकती है। संथाल परगना के लिए यह आस्था की बात है, हूल दिवस किस तरह से मनाते रहे है, यह सबको पता है और वहाँ पर कोई किसी तरह का विवाद खड़ा करने का प्रयास कर रहा होगा तो उससे किसको फायदा होनेवाला है यह हम सबको पता है। ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह एक मामले में सोमवार को दुमका व्यवहार न्यायालय स्थित एमपी एमएलए की विशेष कोर्ट में पेश होने पहुंची थी। बता दे कि सोमवार को संथाल हूल के महानायक सिदो कान्हू की जन्मस्थली में भोगनाडीह में हूल क्रांति दिवस मनाया जा रहा है। करीब 166 साल पहले 30 जून 1855 को ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ और अपनी हक़ व अस्मिता के लिए सिदो कान्हू चाँद भैरव के नेतृत्व में हजारों आदिवासियों ने भोगनाडीह से संघर्ष का बिगुल फूंका था। हूल दिवस पर यहाँ प्रति वर्ष सरकारी कार्यक्रम के अलावा आज सिदो कान्हू के छठे वंशज का दावा करनेवाले मंडल मुर्मू के नेतृत्व में हूल दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन होना था लेकिन किसी विषय पर मंडल मुर्मू के समर्थकों एवं प्रशासन के बीच विवाद बढ़ता गया और बाद में हिंसक झड़प का रूप ले लिया। परंपरागत हथियारों से लैस समर्थकों पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को आंसू गैस छोड़ना पड़ा।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* *टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* *टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान राशि* *अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर मध्य प्रदेश उभरता हुआ सितारा, विदेशी पर्यटकों का बढ़ रहा आकर्षण* *मध्यप्रदेश में गाइड्स के प्रशिक्षण एवं कौशल विकास के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ* *भोपाल के कमला पार्क से सदर मंजिल तक हैरिटेज वॉक मंगलवार, 1 जुलाई को*    *भोपाल* प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि पर्यटन स्थलों पर गाइड पर्यटकों के 'मॉन्यूमेंट गुरु' होते है। पर्यटन स्थल के बारे में जितनी जानकारी गाइड देते है उतना ही पर्यटक जान पाते है। इसलिए गाइड द्वारा किया पर्यटकों को प्रामाणिक और शोध की गई जानकारी दी जानी आवश्यक है। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में गाइड उन्मुखीकरण और कौशल विकास कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने गाइड्स को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम (RGTS) के अंतर्गत प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर आने वाले गाइड काे आगामी वर्ष से पुरस्कार स्वरूप क्रमश: 2 लाख रुपये, 1 लाख रुपये एवं 50 हजार रुपये की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए विभिन्न भाषाओं का ज्ञान प्राप्त करें और मधुर व्यवहार रखें। प्रेरक के रूप में कार्य करते हुए पर्यटकों को स्वच्छता के लिए प्रेरित भी करें। पर्यटन स्थल की जानकारी के साथ प्रदेश की उपलब्धियों और विशेषताओं की जानकारों दे। आसपास के पर्यटन स्थलों से पर्यटकों को अवगत कराए। इससे मध्यप्रदेश के प्रति पर्यटकों में रुचि बढ़ेगी और वह फिर से पर्यटन के लिए मध्यप्रदेश आयेंगे। सभी गाइड किसी भी पर्यटक के लिए केयर टेकर की भूमिका निभाएं। इससे निश्चित ही पर्यटक सुखद और अविस्मरणीय अनुभव अपने साथ ले जाएंगे। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने बताया कि आगामी समय में गाइड की संख्या में वृद्धि किए जाने के साथ गाइड को दी जाने वाली सुविधाओं में वृद्धि की जायेगी। साथ ही उनके कौशल को निखारने के लिए तकनीक आधारित वर्कशॉप और ऑनलाइन सेशन लिए जायेगे। अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड सुश्री बिदिशा मुखर्जी ने कहा कि गाइड्स,  पर्यटन विभाग और पर्यटकों के बीच ब्रिज के रूप में कार्य करते हैं। वे ही प्रदेश और देश के गौरवशाली इतिहास को पर्यटकों से साझा करते हैं। उनकी कुशलता से ही आगंतुकों को हमारी समृद्ध परंपराओं और संस्कृति का ज्ञान होता है। मध्य प्रदेश में वर्तमान में 72 गाइड अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जल्द ही 313 पदों पर गाइड की भर्ती शुरू की जाएगी। सुश्री मुखर्जी ने कहा कि गाइड्स की दक्षता को बढ़ाने के लिए आगे भी कार्यशालाएं आयोजित जाएगी। गाइड्स को अलग–अलग भाषाओं के ज्ञान के साथ ही तकनीकी रूप से दक्ष बनाने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा हैं। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के रीजनल डायरेक्टर श्री भुवन विक्रम सिंह ने कहा कि गाइड्स स्थानीय संस्कृति के परिचायक हैं। वे पर्यटकों के दिग्दर्शक हैं, जो उनकी यात्रा को अविस्मरणीय बनाते हैं। भारतीय संस्कृति से विश्व भर के पर्यटकों को अवगत कराते हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कार्यरत लाइसेंसधारी राज्य स्तरीय एवं स्थानीय गाइड्स के प्रशिक्षण, कार्यकुशलता में वृद्धि एवं व्यवहारिक दक्षता को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा दो दिवसीय आवासीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, राज्य पुरातत्व संग्रहालय एवं अभिलेखागार भोपाल, मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, IITTM ग्वालियर एवं विषय विशेषज्ञों के सहयोग से किया जा रहा है। इस दौरान विषय विशेषज्ञों ने विभिन्न सत्रों में पर्यटन स्थलों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, प्रस्तुतिकरण कौशल, नई तकनीक, पर्यटकों के साथ संवाद शैली तथा पर्यटन संबंधी विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी जा रही है। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम (RGTS) से चयनित गाइड्स ओरछा से श्री शशि भूषण सिंह-प्रथम, सांची से श्री सुरेंद्र सिंह भदौरिया–द्वितीय और खजुहारो से श्री राजेश अवस्थी–तृतीय को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण भोपाल मंडल के अधीक्षण पुरातत्वविद् श्री मनोज कुर्मी उपस्थित थे। *हैरिटेज वॉक में ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण* कार्यक्रम के दूसरे दिन 1 जुलाई, मंगलवार को सुबह 7 बजे से हैरिटेज वॉक का आयोजन भी किया जाएगा। कमला पार्क से सदर मंजिल तक आयोजित होने वाली इस हैरिटेज वॉक में गाइड्स को ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर उनकी विरासत, सांस्कृतिक महत्व एवं स्थानीय कहानियों को व्यावहारिक रूप में समझने का अवसर मिलेगा। इस कार्यशाला से गाइड्स को अपने ज्ञान व कौशल में नवाचार करने का मंच मिलेगा, जिससे वे पर्यटकों को और अधिक रोचक, तथ्यपरक एवं प्रभावी जानकारी प्रदान कर सकेंगे।
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान
*पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला* टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान