Mirzapur : पुलिस और गौ-तस्करों की मुठभेड़ में गौतस्कर घायल, दो थानों की पुलिस फोर्स ने की घेराबंदी


मीरजापुर‌। उत्तर प्रदेश की मिर्ज़ापुर पुलिस की तड़के हुईं गौ-तस्करों से मुठभेड़ में एक को घायल होना बताया गया है। नरायनपुर व अदलहाट थाना पुलिस के साथ भोर में शेरपुर गांव के पास हुए मुठभेड़ में एक गौ-तस्कर घायल हो गया, जबकि गाय एवं बैल से भरी एक डीसीएम को बरामद कर लिया गया है‌ घायल पशु तस्कर को जिला अस्पताल भेज कर मौके से डीसीएम में क्रूरता पूर्वक बांधकर वध के लिए ले जाए जा रहे 37 बरामद गोवंश को गौशाला को सुपूर्द किया गया है। पुलिस टीम ने पशु तस्कर से प्रयुक्त अवैध तमंचा व कारतूस भी बरामद किया है।

*पशु तस्कर रीवा (मध्यप्रदेश) से जा रहें थें बिहार*

बता दें कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के नेतृत्व में पशु तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश के अनुक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन व क्षेत्राधिकारी चुनार के नेतृत्व में थाना अदलहाट पुलिस टीम को सफलता हाथ लगी। 11/12 दिसंबर 2025 की रात्रि में थाना अदलहाट पुलिस को मुखबीर के जरिए सूचना मिली कि एक डीसीएम पर गोवंश लादकर रीवा (मध्यप्रदेश) से बिहार ले जाया जा रहा है। अदलहाट पुलिस थाना टीम द्वारा डीसीएम का पीछा किया गया तो शेरपुर तिराहे के पास डीसीएम को खड़ी कर दो पशु तस्कर डीसीएम से नीचे उतरकर गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किये, परन्तु पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी कार्यवाही की गयी, जिसमें एक गो-तस्कर के बाएं पैर में गोली लगी है, जबकि दूसरा गो-तस्कर भागने में सफल रहा। पुलिस मुठभेड़ में घायल, गिरफ्तार अफजाल अहमद 40 वर्ष पुत्र साबिर अली निवासी मुरादपुर थाना सिधौंली जनपद हापुड़ को पुलिस अभिरक्षा में इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया है, जहां उसकी स्थिति सामान्य है। पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार गौ तस्कर के पास से घटना में प्रयुक्त 1 अवैध तमंचा 315 बोर, 2 जिन्दा व 2 खोखा कारतूस 315 बोर तथा मौके से डीसीएम वाहन संख्याः UP37BT4013 में क्रूरता पूर्वक बांधकर वध हेतु ले जाए जा रहे 37 राशि गोवंश बरामद किया गया है। उक्त पुलिस मुठभेड़ एवं गिरफ्तारी, बरामदगी के सम्बन्ध में थाना अदलहाट पर मुकदमा पंजीकृत कर  अग्रिम विधिक कार्यवाही की गई है।
जर्जर पड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन की टीम ने की जांच
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर के मोहल्ला बागवानी टोला स्थित जर्जर पड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन की टीम के द्वारा जांच की गई। शुक्रवार को अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग मिथिलेश कुमार वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुरेश कुमार , उप जिलाधिकारी आकांक्षा गौतम, अधीक्षक डॉक्टर अरविंद बाजपेई, सहायक अभियंता मुदस्सिर हुसैन, अवर अभियंता बाबूराम के द्वारा नगर के मोहल्ला बागवानी टोला स्थित जर्जर पड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया गया।

इस मौके पर पालिका परिषद अध्यक्ष हाजी जावेद अहमद, समाजसेवी हसीन अंसारी आदि उपस्थित थे। अधिशासी अभियंता मिथिलेश कुमार वर्मा ने बताया कि जर्जर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का शीघ्र ही ध्वस्ती करण कर  अस्पताल का निर्माण किया जाएगा। ज्ञातव्य है कि इसके पूर्व पालिका परिषद अध्यक्ष हाजी जावेद अहमद के द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से भेंट कर इस जर्जर प्राथमिक स्वास्थ्य  केंद्र पर महिला चिकित्सालय बनाए जाने की मांग की थी, जिस पर पहले भी जर्जर भवन की टीम के द्वारा जांच की गई थी। इस संबंध में उप जिलाधिकारी आकांक्षा गौतम ने बताया कि ने भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर अवैध कब्जे दारों को 3 दिन के अंदर भूमि खाली करने के लिए नोटिस दी जाएगी और स्वास्थ्य केंद्र की भूमि को खाली  कराया जाएगा। शुक्रवार को ही पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता मुदस्सिर हुसैन व अवर अभियंता बाबूराम के द्वारा जर्जर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की नाप जोख भी की गई।
बाराबंकी में मादक पदार्थ तस्कर गिरफ्तार, 1 करोड़ 5 लाख रुपये की स्मैक/हेरोइन बरामद

लखनऊ ।  एएनटीएफ थाना बाराबंकी की पुलिस टीम ने मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त कमलेश रावत (55 वर्ष, पुत्र स्व. बंशीलाल, ग्राम लखियापुर, थाना कोठी) को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के समय उसके कब्जे से 522 ग्राम अवैध स्मैक/हेरोइन, 1 मोबाइल फोन और 1,270 रुपये नकद बरामद हुए। बरामद स्मैक/हेरोइन की अनुमानित कीमत लगभग 1 करोड़ 5 लाख रुपये बताई जा रही है।थाना कोठी में आरोपी के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट, 1985 की धारा 8/21/29 के तहत मामला दर्ज कर अग्रिम कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

पूछताछ में यह हुआ बड़ा खुलासा

अभियुक्त ने बताया कि यह अवैध मादक पदार्थ वह एक व्यक्ति से खरीदकर तस्करी के जरिए कमीशन के लिए बेचता था। चार-पांच साल पहले हुए एक्सीडेंट में पैर टूटने के कारण वह अन्य काम नहीं कर सकता और इसी वजह से तस्करी करता था। पूछताछ के दौरान आरोपी से काफी जानकारी मिली है, जिनके आधार पर अन्य सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

गिरफ्तारी का विवरण
स्थान: लखियापुर तिराहा, बह्दग्राम छोटा लालपुर, थाना कोठी, जनपद बाराबंकी
बरामदगी
522 ग्राम स्मैक/हेरोइन (अनुमानित कीमत 1 करोड़ 5 लाख रुपये)
1 मोबाइल फोन
1,270 रुपये नकद

गिरफ्तारी करने वाली टीम
ए0एन0टी0एफ0 थाना बाराबंकी के कुल 13 अधिकारी और कर्मचारियों ने यह कार्रवाई की, जिसमें थाना प्रभारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
भारत के पूर्व गृहमंत्री तथा पूर्व लोकसभा अध्यक्ष शिवराज पाटिल का निधन
मुंबई। भारत के पूर्व गृह मंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, पंजाब के राज्यपाल तथा लगातार सात बार सांसद रहे शिवराज पाटिल का आज 90 वर्ष की उम्र में लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। उस्मानिया विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक और मुंबई विश्वविद्यालय से विधि की पढ़ाई की थी। वह पहली बार 1980 में लातूर से लोकसभा के लिए चुने गए और 1999 तक लगातार सात चुनाव जीतकर लोकसभा में बड़े नेता के रूप में उभरे। उन्होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सरकार में महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली। वह साल 1991 से 1996 तक लोकसभा के स्पीकर रहे। उन्होंने देश और विदेश में कई पार्लियामेंट्री कॉन्फ्रेंस में भारत का प्रतिनिधित्व किया। शिवराज पाटिल ने वर्ष 1980 में राजनीति में कदम रखा। वह पहली बार सातवीं लोकसभा के लिए चुने गए। वहीं, वर्ष 2004 तक वह सात बार लोकसभा सदस्य चुने गए। 1980-1990 के दशक में उन्होंने संसद में संसदीय सदस्य की सैलरी और अलाउंस पर बनी जॉइंट कमिटी में काम किया। बाद में इसी के चेयरमैन भी बने। पाटिल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में रक्षा राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। 2004-2008 की यूपीए सरकार के दौरान शिवराज पाटिल देश के गृहमंत्री भी रहे। 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के बाद उन्होंने 30 नवंबर, 2008 को देश की सुरक्षा में हुई चूकों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था।
महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह, सांसद सीमा द्विवेदी, वरिष्ठ भाजपा नेता ज्ञान प्रकाश सिंह, उत्तर भारतीय मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रसेन सिंह, भाजपा के मुंबई प्रवक्ता उदय प्रताप सिंह,भाजपा नेता सुरेश सिंह समेत अनेक लोगों ने उनके निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की है।
भारतीय राजनीति में उपनामों की परंपरा - डॉ अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार)

भारत हो या विश्व का कोई भी देश, राजनीति में राजनेताओं को दिए जाने वाले उपनाम केवल संबोधन के लिए नहीं होते, बल्कि जनता के मन में बसे उनके व्यक्तित्व, योगदान और छवि का प्रतिनिधित्व भी करते हैं। आज़ादी के पहले या बाद में, यह परंपरा निरंतर चलती रही है। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को बच्चे प्यार से चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। यह उपनाम उनके बच्चों के प्रति विशेष लगाव और उनकी कोमल, सहृदय छवि का प्रतीक बन गया। दूसरी ओर, देश को एकजुट करने वाले प्रथम उपप्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को लौह पुरुष कहा गया। यह उपनाम उनके कठोर इरादों और देश को सैकड़ों रियासतों से जोड़ने की अद्वितीय क्षमता का परिणाम था।

राजनीति में महिला नेतृत्व की पहचान भी उपनामों के माध्यम से ही मजबूत हुई है। भारत की पहली और अब तक की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनके दृढ़ फैसलों और निर्णायक नेतृत्व के कारण आयरन लेडी कहा गया। वहीं तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता को जनता अम्मा के रूप में पूजती थी, क्योंकि उन्होंने कई कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लोगों तक सीधे लाभ पहुंचाने का काम किया था। इसी तरह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दीदी के नाम से जाना जाता है। यह उपनाम उनकी सादगी और संघर्षशील छवि को दर्शाता है।

बहुजन राजनीति में उपनामों का महत्व और भी अधिक दिखाई देता है। दलित आंदोलन के प्रमुख नेता जगजीवन राम को प्यार से बाबूजी कहा जाता था। उनकी संवेदनशीलता और सिद्धांतवादी राजनीति ने उन्हें देश के सबसे सम्मानित नेताओं में शामिल किया। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को उनकी पार्टी और समर्थकों के बीच बहनजी के नाम से संबोधित किया जाता है, जो उन्हें एक संरक्षक और मार्गदर्शक के रूप में प्रस्तुत करता है। इसके अतिरिक्त डॉ. सोनेलाल पटेल के संदर्भ में दूसरी आज़ादी के महानायक जैसे उपनाम यह सिद्ध करते हैं कि क्षेत्रीय राजनीति में भी नेता केवल अपने संगठनात्मक कौशल से नहीं, बल्कि अपने वैचारिक संघर्षों से जनता में अमिट छाप छोड़ सकते हैं। सामाजिक न्याय को लेकर उनका संघर्ष उन्हें ऐसे नेताओं की श्रेणी में लाता है, जिन्हें लोग किसी विचारधारा की ताकत के रूप में याद करते हैं।

समाजवादी राजनीति में भी यह संस्कृति स्पष्ट रही है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को उनके अनुयायियों और कार्यकर्ताओं ने नेताजी का दर्जा दिया, क्योंकि वे साधारण कार्यकर्ता से बढ़कर एक बड़े जननेता के रूप में उभरे। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लोग बुलडोजर बाबा कहकर बुलाने लगे हैं, जहां यह उपनाम उनके जीरो-टॉलरेंस मॉडल और माफिया के खिलाफ कार्रवाई के कारण लोकप्रिय हुआ।

इसी क्रम में समकालीन राजनीति में कुछ और नाम भी विशेष रूप से चर्चित हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनकी सादगीपूर्ण जीवनशैली और आम आदमी वाली छवि के कारण मफलर मैन, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जनता द्वारा स्नेह से मामा, और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उनके प्रशासनिक सुधारों की वजह से सुशासन बाबू कहा जाता है।

यह सभी उदाहरण बताते हैं कि भारत की राजनीतिक संस्कृति में उपनाम केवल संज्ञा नहीं, बल्कि एक प्रतीक होते हैं, जो किसी नेता की विचारधारा, कार्यशैली और जनसंपर्क को समझाने का सरल तरीका समझे जा सकते हैं। यह उपनाम कभी जनता देती है, कभी मीडिया, और कई बार विरोधी दल भी व्यंग्यात्मक रूप से फेंकू या पप्पू जैसे नाम गढ़ते हैं, जो बाद में लोकप्रिय हो जाते हैं।

गुज्जू फिल्म फेस्ट: 10 दिन, 10 हिट फिल्में; हर दिन एक नई गुजराती हिट बिल्कुल मुफ्त, सिर्फ शेमारूमी पर

इस दिसंबर मनाइए गुज्जू फिल्म फेस्ट; हर दिन देखें एक नई गुजराती हिट, बिल्कुल मुफ्त सिर्फ शेमारूमी पर

10 दिन, 10 ब्लॉकबस्टर- 6 से 15 दिसंबर 2025 तक, शेमारूमी पर हर दिन नई गुजराती हिट मुफ्त में हो रही स्ट्रीम

गुजरात, दिसम्बर 2025 : दिसंबर का महीना शेमारूमी ने और भी खास बना दिया है। गुजराती सिनेमा की समृद्ध कला, संस्कृति और मनोरंजन का जश्न मनाते हुए यह प्लेटफॉर्म लेकर आया है ‘गुज्जु फिल्म फेस्ट’, जो 6 दिसंबर, 2025 से शुरू हो चुका है और 15 दिसंबर, 2025 तक चलेगा। इन दस दिनों के दौरान हर दिन एक नई गुजराती सुपरहिट फिल्म बिल्कुल मुफ्त देखने के लिए उपलब्ध है। यह अवसर दर्शकों को, विशेषकर गुजरात के दर्शकों को, उन फिल्मों को फिर से देखने या पहली बार देखने का मौका देता है, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर न सिर्फ सफलता पाई बल्कि राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर प्रशंसा जीती और दर्शकों के दिलों में जगह बनाई।

इस विशेष महोत्सव में ऐसी फिल्मों का चयन किया गया है, जो गुजराती सिनेमा की विविधता को पूरी तरह दर्शाता है। हर फिल्म गुजरात की किसी न किसी भाव, रंग, परंपरा, हास्य और जीवनशैली को अपने अंदाज़ में पेश करती है। 

हास्य से भरपूर ‘फ़क्त महिलाओं माटे’ में जहाँ एक व्यक्ति को महिलाओं के मन की बातें सुनने की अनोखी शक्ति मिलती है, वहीं ‘झमकुड़ी’ एक रहस्यमयी हवेली में बसे रोमांचक और डरावने अनुभवों को सामने लाती है। ‘बच्चूभाई’ एक बुजुर्ग व्यक्ति की जीवन के नए मोड़ पर शुरू हुई यात्रा को दर्शाती है, जबकि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ‘हेलारो’ कच्छ की महिलाओं की मुक्ति, साहस और अभिव्यक्ति की शक्ति को बेहद प्रभावी ढंग से दिखाती है। ‘मिथाडा मेहमान’ रिश्तों और अपनेपन से भरी एक प्यारी कहानी पेश करती है और ‘नाड़ी दोष’ प्रेम और ज्योतिष मान्यताओं के बीच के टकराव को संवेदनशीलता से उभारती है। ‘कच्छ एक्सप्रेस’ एक महिला की आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ती प्रेरक यात्रा को दर्शाती है, वहीं ‘ऑल द बेस्ट पंड्या’ परिवार की हँसी-मज़ाक से भरी उलझनों को मजेदार अंदाज़ में प्रस्तुत करती है। ‘वश’ अपने रोमांचक माहौल और रहस्य से दर्शकों को अंत तक बांधे रखती है और 'उम्बरो’ सात महिलाओं की उस भावनात्मक यात्रा को दिखाती है जहाँ वे अपने भीतर छिपी हिम्मत और खुशियों को नए सिरे से खोजती हैं।

पिछले दस सालों में गुजराती सिनेमा ने कहानी, प्रस्तुति और दर्शकों की पसंद तीनों ही स्तर पर उल्लेखनीय प्रगति की है। इस फेस्टिवल के ज़रिए शेमारूमी का उद्देश्य इस विकास का सम्मान करना और गुजराती कंटेंट को और अधिक लोगों तक बिना किसी बाधा के पहुँचाना है। यह पहल न केवल गुजराती फिल्मों की नई लहर का जश्न है, बल्कि उन दर्शकों के लिए भी एक अवसर है जिन्होंने इन फिल्मों को प्यार दिया और उन्हें लोकप्रिय बनाया।

इन तारीखों पर उपलब्ध फिल्मों की सूची दी गई है:

गुज्जू फिल्म फेस्ट लाइन-अप

10 दिन। 10 मुफ्त फिल्में

6 दिसंबर

झमकुड़ी

7 दिसंबर

बच्चूभाई

8 दिसंबर

हेलारो

9 दिसंबर

मिथाडा मेहमान

10 दिसंबर

नाड़ी दोष

11 दिसंबर

कच्छ एक्सप्रेस

12 दिसंबर

ऑल द बेस्ट पंड्या

13 दिसंबर

वश

14 दिसंबर

उम्बरो

15 दिसंबर

फ़क्त महिलाओं माटे

सड़क किनारे से अतिक्रमण हटवाया
विपिन राठौर ,मीरापुर/मुज़फ्फरनगर ।  पुलिस और नगर पंचायत की टीम ने सड़कों पर फैले अतिक्रमण को हटायाबृहस्पतिवार को पुलिस ने नगर पंचायत कर्मचारियों के नेतृत्व में दिल्ली पौड़ी राजमार्ग पर मॉर्डन पेट्रोल पंप से ग्राम कैथोडा तक सड़क किनारे अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया ओर सड़क किनारे लगाने वाली फलों की दुकानों ठेलियों और सड़क किनारे दुकानों के सामने रहे काउंटरों को हटाया और दोबारा सड़क किनारे अतिक्रमण करने वाले को सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।
फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीन कब्जा करने वाले को ईओडब्ल्यू ने किया गिरफ्तार
50 से अधिक मुकदमों में जांच जारी

गोंडा।जिले में व्यापक पैमाने पर हुए जमीन घोटाले के संबंध में आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन की कार्रवाई जारी है।इसी क्रम में फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीनों पर कब्जा करने के आरोप में राम कैलाश पांडेय को गिरफ्तार किया है।आरोपी ने गोंडा के निबंधन कार्यालय सदर में अधिकारियों व कर्मचारियों की मिली भगत से छेड़छाड़ कर फर्जी अभिलेख तैयार किये थे।राम कैलाश पांडेय के खिलाफ लखनऊ के एस आई टी थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और फर्जीवाड़े सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है।इस मामले की जांच लखनऊ एस आई टी व आर्थिक अपराध संगठन उत्तर प्रदेश द्वारा की जा रही है।इस मामले में विगत चार महीने में कई अन्य गिरफ्तारियां हुई हैं।इनमें 12 अगस्त को सरजू प्रसाद,7 अक्टूबर को मसरूर अहमद,9 अक्टूबर को शिव शरण पांडेय और 4 नवंबर को अंबिका प्रसाद शामिल हैं और अब फरार चल रहे राम कैलाश पांडेय को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।इस जमीन फर्जीवाड़े का खुलासा देवीपाटन मंडल के तत्कालीन पुलिस उपमहानिरीक्षक उपेंद्र अग्रवाल के कार्यकाल में हुआ था।उन्होंने एक टीम गठित कर जांच कराई थी जिसमें 50 से अधिक जमीन घोटाले के मामले सामने आए थे।इन सभी मामलों को लेकर गोंडा के नगर कोतवाली में चार दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज किये गए थे।जिसकी जांच अब एस आई टी लखनऊ व आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन उत्तर प्रदेश को सौंप दी गई है
*कृषि ट्रैक्टरों द्वारा अवैध गन्ना परिवहन पर एआरटीओ प्रशासन की कार्रवाई*
*कृषि ट्रैक्टरों के माध्यम से अवैध तरीके से गन्ना परिवहन करने वाले वाहनों के विरुद्ध एआरटीओ प्रशासन की सख्त कार्रवाई*


*जनपद में अवैध तरीके से गन्ना परिवहन करने वाले वाहनों को बक्शा नहीं जायेगा-एआरटीओ प्रशासन*

*गोण्डा।एआरटीओ प्रशासन आर.सी. भारतीय द्वारा देर रात्रि बजाज चीनी मिल कुंदरखी यूनिट के अंतर्गत एक विशेष अभियान चलाया गया, जिसमें कृषि ट्रैक्टरों के माध्यम से अवैध तरीके से गन्ना परिवहन करने वाले वाहनों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की गई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य कृषि ट्रैक्टरों में अनधिकृत पंजीकृत ट्रॉला लगाने के जरिए गन्ना परिवहन को नियंत्रित करना और कृषि कानूनों की अनुपालन सुनिश्चित करना था।

इस अभियान के दौरान, एआरटीओ अधिकारियों ने देखा कि कई ट्रैक्टर जो केवल कृषि कार्य के लिए पंजीकृत थे, उन्हें कमर्शियल तरीके से ओवरहाइट गन्ना लोड करने के लिए उपयोग किया जा रहा था। विशेषकर, दो कृषि पंजीकृत ट्रैक्टरों में बड़े साइज के ट्रॉला संलग्न कर अवैध रूप से गन्ना परिवहन किया जा रहा था। यह स्पष्ट था कि ये ट्रैक्टर कृषि उद्देश्यों के बजाय वाणिज्यिक उपयोग के लिए परिवर्तित कर दिए गए थे, जो कि न केवल कानून का उल्लंघन करता है बल्कि कृषि क्षेत्र में अनुशासन और सुरक्षा को भी खतरे में डालता है।

एआरटीओ प्रशासन ने पूर्व निर्धारित मानकों का उल्लंघन करने वाले ट्रैक्टरों और ट्रॉला को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए। संबंधित वाहनों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्यवाही की गई है, ताकि इस प्रकार की अनाधिकृत गतिविधियों को रोका जा सके। प्रशासन ने किसानों और परिवहन मजदूरों को इस संबंध में जागरूक करते हुए यह सुनिश्चित किया है कि सभी किसान केवल मान्यता प्राप्त और पंजीकृत वाहनों का ही उपयोग करें। एआरटीओ प्रशासन का स्पष्ट संदेश है कि किसी भी प्रकार के अवैध परिवहन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रैनबसेरा एवं अलाव का निरीक्षण कर जरूरत मंदों कम्बल का किया वितरण, अधिकारियों को दिये आवश्यक निर्देश
गुरुनानक चौराहा, बस स्टैंड, जिला अस्पताल आदि स्थानों पर रैनबसेरा व अलाव का किया निरीक्षण


गोण्डा । शीतलहर से आमजन को राहत पहुँचाने हेतु जिलाधिकारी गोण्डा  प्रियंका निरंजन ने देर रात्रि शहर के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। जिलाधिकारी ने बस स्टैंड, जिला अस्पताल, गुरु नानक चौराहा सहित कई प्रमुख स्थानों पर स्थित रैनबसेरों एवं अलाव स्थलों का निरीक्षण किया और ठंड से बचाव के लिए उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा की।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने रैनबसेरे में मौजूद असहाय एवं जरूरतमंद लोगों से संवाद कर उनकी समस्याएँ जानीं तथा स्थानीय प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। जिलाधिकारी ने मौके पर उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि शीतलहर को देखते हुए अलाव की व्यवस्था हर महत्वपूर्ण स्थान पर सुनिश्चित की जाए, ताकि कोई भी व्यक्ति ठंड से प्रभावित न हो। इस अवसर पर उन्होंने जरूरतमंद लोगों को कम्बल वितरित कर राहत प्रदान की।

जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी संबंधित अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में रात्रि भ्रमण अनिवार्य रूप से करें। उन्होंने कहा कि रात्रिकालीन भ्रमण से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि कहीं कोई व्यक्ति खुले में ठंड से पीड़ित न हो और प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराई गई सभी व्यवस्थाएँ सुचारू रूप से संचालित हों। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शीतलहर के दृष्टिगत किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा राजस्व, स्वास्थ्य, नगर निकाय और आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी विभाग पूर्ण समन्वय के साथ कार्य करें।
सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में रैनबसेरों की नियमित मॉनिटरिंग करें, अलाव की पर्याप्त व्यवस्था बनाए रखें तथा जरूरतमंदों को समय पर आवश्यक सहायता उपलब्ध कराएँ।

जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि प्रशासन का उद्देश्य शीतलहर के दौरान किसी भी नागरिक को कठिनाई न होने देना है और इसके लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने आमजन से अपील की कि वह जरूरतमंद लोगों को रैनबसेरों तक पहुँचाने में सहयोग करें, ताकि अधिक से अधिक लोग राहत का लाभ उठा सकें।

निरीक्षण के दौरान मुख्य राजस्व अधिकारी महेश प्रकाश, उपजिलाधिकारी गोण्डा सदर अशोक कुमार गुप्ता, अपर उपजिलाधिकारी /अधिशासी अधिकारी नगरपालिका परिषद गोण्डा विशाल कुमार, जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव, स्वास्थ्य लिपिक नगरपालिका गोण्डा फराज अहमद, डीपीएम नीतेश राठौर सहित नगर पालिका एवं संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
Mirzapur : पुलिस और गौ-तस्करों की मुठभेड़ में गौतस्कर घायल, दो थानों की पुलिस फोर्स ने की घेराबंदी


मीरजापुर‌। उत्तर प्रदेश की मिर्ज़ापुर पुलिस की तड़के हुईं गौ-तस्करों से मुठभेड़ में एक को घायल होना बताया गया है। नरायनपुर व अदलहाट थाना पुलिस के साथ भोर में शेरपुर गांव के पास हुए मुठभेड़ में एक गौ-तस्कर घायल हो गया, जबकि गाय एवं बैल से भरी एक डीसीएम को बरामद कर लिया गया है‌ घायल पशु तस्कर को जिला अस्पताल भेज कर मौके से डीसीएम में क्रूरता पूर्वक बांधकर वध के लिए ले जाए जा रहे 37 बरामद गोवंश को गौशाला को सुपूर्द किया गया है। पुलिस टीम ने पशु तस्कर से प्रयुक्त अवैध तमंचा व कारतूस भी बरामद किया है।

*पशु तस्कर रीवा (मध्यप्रदेश) से जा रहें थें बिहार*

बता दें कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के नेतृत्व में पशु तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश के अनुक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन व क्षेत्राधिकारी चुनार के नेतृत्व में थाना अदलहाट पुलिस टीम को सफलता हाथ लगी। 11/12 दिसंबर 2025 की रात्रि में थाना अदलहाट पुलिस को मुखबीर के जरिए सूचना मिली कि एक डीसीएम पर गोवंश लादकर रीवा (मध्यप्रदेश) से बिहार ले जाया जा रहा है। अदलहाट पुलिस थाना टीम द्वारा डीसीएम का पीछा किया गया तो शेरपुर तिराहे के पास डीसीएम को खड़ी कर दो पशु तस्कर डीसीएम से नीचे उतरकर गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किये, परन्तु पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी कार्यवाही की गयी, जिसमें एक गो-तस्कर के बाएं पैर में गोली लगी है, जबकि दूसरा गो-तस्कर भागने में सफल रहा। पुलिस मुठभेड़ में घायल, गिरफ्तार अफजाल अहमद 40 वर्ष पुत्र साबिर अली निवासी मुरादपुर थाना सिधौंली जनपद हापुड़ को पुलिस अभिरक्षा में इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया है, जहां उसकी स्थिति सामान्य है। पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार गौ तस्कर के पास से घटना में प्रयुक्त 1 अवैध तमंचा 315 बोर, 2 जिन्दा व 2 खोखा कारतूस 315 बोर तथा मौके से डीसीएम वाहन संख्याः UP37BT4013 में क्रूरता पूर्वक बांधकर वध हेतु ले जाए जा रहे 37 राशि गोवंश बरामद किया गया है। उक्त पुलिस मुठभेड़ एवं गिरफ्तारी, बरामदगी के सम्बन्ध में थाना अदलहाट पर मुकदमा पंजीकृत कर  अग्रिम विधिक कार्यवाही की गई है।
जर्जर पड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन की टीम ने की जांच
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर के मोहल्ला बागवानी टोला स्थित जर्जर पड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन की टीम के द्वारा जांच की गई। शुक्रवार को अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग मिथिलेश कुमार वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुरेश कुमार , उप जिलाधिकारी आकांक्षा गौतम, अधीक्षक डॉक्टर अरविंद बाजपेई, सहायक अभियंता मुदस्सिर हुसैन, अवर अभियंता बाबूराम के द्वारा नगर के मोहल्ला बागवानी टोला स्थित जर्जर पड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया गया।

इस मौके पर पालिका परिषद अध्यक्ष हाजी जावेद अहमद, समाजसेवी हसीन अंसारी आदि उपस्थित थे। अधिशासी अभियंता मिथिलेश कुमार वर्मा ने बताया कि जर्जर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का शीघ्र ही ध्वस्ती करण कर  अस्पताल का निर्माण किया जाएगा। ज्ञातव्य है कि इसके पूर्व पालिका परिषद अध्यक्ष हाजी जावेद अहमद के द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से भेंट कर इस जर्जर प्राथमिक स्वास्थ्य  केंद्र पर महिला चिकित्सालय बनाए जाने की मांग की थी, जिस पर पहले भी जर्जर भवन की टीम के द्वारा जांच की गई थी। इस संबंध में उप जिलाधिकारी आकांक्षा गौतम ने बताया कि ने भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर अवैध कब्जे दारों को 3 दिन के अंदर भूमि खाली करने के लिए नोटिस दी जाएगी और स्वास्थ्य केंद्र की भूमि को खाली  कराया जाएगा। शुक्रवार को ही पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता मुदस्सिर हुसैन व अवर अभियंता बाबूराम के द्वारा जर्जर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की नाप जोख भी की गई।
बाराबंकी में मादक पदार्थ तस्कर गिरफ्तार, 1 करोड़ 5 लाख रुपये की स्मैक/हेरोइन बरामद

लखनऊ ।  एएनटीएफ थाना बाराबंकी की पुलिस टीम ने मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त कमलेश रावत (55 वर्ष, पुत्र स्व. बंशीलाल, ग्राम लखियापुर, थाना कोठी) को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के समय उसके कब्जे से 522 ग्राम अवैध स्मैक/हेरोइन, 1 मोबाइल फोन और 1,270 रुपये नकद बरामद हुए। बरामद स्मैक/हेरोइन की अनुमानित कीमत लगभग 1 करोड़ 5 लाख रुपये बताई जा रही है।थाना कोठी में आरोपी के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट, 1985 की धारा 8/21/29 के तहत मामला दर्ज कर अग्रिम कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

पूछताछ में यह हुआ बड़ा खुलासा

अभियुक्त ने बताया कि यह अवैध मादक पदार्थ वह एक व्यक्ति से खरीदकर तस्करी के जरिए कमीशन के लिए बेचता था। चार-पांच साल पहले हुए एक्सीडेंट में पैर टूटने के कारण वह अन्य काम नहीं कर सकता और इसी वजह से तस्करी करता था। पूछताछ के दौरान आरोपी से काफी जानकारी मिली है, जिनके आधार पर अन्य सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

गिरफ्तारी का विवरण
स्थान: लखियापुर तिराहा, बह्दग्राम छोटा लालपुर, थाना कोठी, जनपद बाराबंकी
बरामदगी
522 ग्राम स्मैक/हेरोइन (अनुमानित कीमत 1 करोड़ 5 लाख रुपये)
1 मोबाइल फोन
1,270 रुपये नकद

गिरफ्तारी करने वाली टीम
ए0एन0टी0एफ0 थाना बाराबंकी के कुल 13 अधिकारी और कर्मचारियों ने यह कार्रवाई की, जिसमें थाना प्रभारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
भारत के पूर्व गृहमंत्री तथा पूर्व लोकसभा अध्यक्ष शिवराज पाटिल का निधन
मुंबई। भारत के पूर्व गृह मंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, पंजाब के राज्यपाल तथा लगातार सात बार सांसद रहे शिवराज पाटिल का आज 90 वर्ष की उम्र में लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। उस्मानिया विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक और मुंबई विश्वविद्यालय से विधि की पढ़ाई की थी। वह पहली बार 1980 में लातूर से लोकसभा के लिए चुने गए और 1999 तक लगातार सात चुनाव जीतकर लोकसभा में बड़े नेता के रूप में उभरे। उन्होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सरकार में महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली। वह साल 1991 से 1996 तक लोकसभा के स्पीकर रहे। उन्होंने देश और विदेश में कई पार्लियामेंट्री कॉन्फ्रेंस में भारत का प्रतिनिधित्व किया। शिवराज पाटिल ने वर्ष 1980 में राजनीति में कदम रखा। वह पहली बार सातवीं लोकसभा के लिए चुने गए। वहीं, वर्ष 2004 तक वह सात बार लोकसभा सदस्य चुने गए। 1980-1990 के दशक में उन्होंने संसद में संसदीय सदस्य की सैलरी और अलाउंस पर बनी जॉइंट कमिटी में काम किया। बाद में इसी के चेयरमैन भी बने। पाटिल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में रक्षा राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। 2004-2008 की यूपीए सरकार के दौरान शिवराज पाटिल देश के गृहमंत्री भी रहे। 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के बाद उन्होंने 30 नवंबर, 2008 को देश की सुरक्षा में हुई चूकों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था।
महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह, सांसद सीमा द्विवेदी, वरिष्ठ भाजपा नेता ज्ञान प्रकाश सिंह, उत्तर भारतीय मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रसेन सिंह, भाजपा के मुंबई प्रवक्ता उदय प्रताप सिंह,भाजपा नेता सुरेश सिंह समेत अनेक लोगों ने उनके निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की है।
भारतीय राजनीति में उपनामों की परंपरा - डॉ अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार)

भारत हो या विश्व का कोई भी देश, राजनीति में राजनेताओं को दिए जाने वाले उपनाम केवल संबोधन के लिए नहीं होते, बल्कि जनता के मन में बसे उनके व्यक्तित्व, योगदान और छवि का प्रतिनिधित्व भी करते हैं। आज़ादी के पहले या बाद में, यह परंपरा निरंतर चलती रही है। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को बच्चे प्यार से चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। यह उपनाम उनके बच्चों के प्रति विशेष लगाव और उनकी कोमल, सहृदय छवि का प्रतीक बन गया। दूसरी ओर, देश को एकजुट करने वाले प्रथम उपप्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को लौह पुरुष कहा गया। यह उपनाम उनके कठोर इरादों और देश को सैकड़ों रियासतों से जोड़ने की अद्वितीय क्षमता का परिणाम था।

राजनीति में महिला नेतृत्व की पहचान भी उपनामों के माध्यम से ही मजबूत हुई है। भारत की पहली और अब तक की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनके दृढ़ फैसलों और निर्णायक नेतृत्व के कारण आयरन लेडी कहा गया। वहीं तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता को जनता अम्मा के रूप में पूजती थी, क्योंकि उन्होंने कई कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लोगों तक सीधे लाभ पहुंचाने का काम किया था। इसी तरह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दीदी के नाम से जाना जाता है। यह उपनाम उनकी सादगी और संघर्षशील छवि को दर्शाता है।

बहुजन राजनीति में उपनामों का महत्व और भी अधिक दिखाई देता है। दलित आंदोलन के प्रमुख नेता जगजीवन राम को प्यार से बाबूजी कहा जाता था। उनकी संवेदनशीलता और सिद्धांतवादी राजनीति ने उन्हें देश के सबसे सम्मानित नेताओं में शामिल किया। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को उनकी पार्टी और समर्थकों के बीच बहनजी के नाम से संबोधित किया जाता है, जो उन्हें एक संरक्षक और मार्गदर्शक के रूप में प्रस्तुत करता है। इसके अतिरिक्त डॉ. सोनेलाल पटेल के संदर्भ में दूसरी आज़ादी के महानायक जैसे उपनाम यह सिद्ध करते हैं कि क्षेत्रीय राजनीति में भी नेता केवल अपने संगठनात्मक कौशल से नहीं, बल्कि अपने वैचारिक संघर्षों से जनता में अमिट छाप छोड़ सकते हैं। सामाजिक न्याय को लेकर उनका संघर्ष उन्हें ऐसे नेताओं की श्रेणी में लाता है, जिन्हें लोग किसी विचारधारा की ताकत के रूप में याद करते हैं।

समाजवादी राजनीति में भी यह संस्कृति स्पष्ट रही है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को उनके अनुयायियों और कार्यकर्ताओं ने नेताजी का दर्जा दिया, क्योंकि वे साधारण कार्यकर्ता से बढ़कर एक बड़े जननेता के रूप में उभरे। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लोग बुलडोजर बाबा कहकर बुलाने लगे हैं, जहां यह उपनाम उनके जीरो-टॉलरेंस मॉडल और माफिया के खिलाफ कार्रवाई के कारण लोकप्रिय हुआ।

इसी क्रम में समकालीन राजनीति में कुछ और नाम भी विशेष रूप से चर्चित हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनकी सादगीपूर्ण जीवनशैली और आम आदमी वाली छवि के कारण मफलर मैन, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जनता द्वारा स्नेह से मामा, और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उनके प्रशासनिक सुधारों की वजह से सुशासन बाबू कहा जाता है।

यह सभी उदाहरण बताते हैं कि भारत की राजनीतिक संस्कृति में उपनाम केवल संज्ञा नहीं, बल्कि एक प्रतीक होते हैं, जो किसी नेता की विचारधारा, कार्यशैली और जनसंपर्क को समझाने का सरल तरीका समझे जा सकते हैं। यह उपनाम कभी जनता देती है, कभी मीडिया, और कई बार विरोधी दल भी व्यंग्यात्मक रूप से फेंकू या पप्पू जैसे नाम गढ़ते हैं, जो बाद में लोकप्रिय हो जाते हैं।

गुज्जू फिल्म फेस्ट: 10 दिन, 10 हिट फिल्में; हर दिन एक नई गुजराती हिट बिल्कुल मुफ्त, सिर्फ शेमारूमी पर

इस दिसंबर मनाइए गुज्जू फिल्म फेस्ट; हर दिन देखें एक नई गुजराती हिट, बिल्कुल मुफ्त सिर्फ शेमारूमी पर

10 दिन, 10 ब्लॉकबस्टर- 6 से 15 दिसंबर 2025 तक, शेमारूमी पर हर दिन नई गुजराती हिट मुफ्त में हो रही स्ट्रीम

गुजरात, दिसम्बर 2025 : दिसंबर का महीना शेमारूमी ने और भी खास बना दिया है। गुजराती सिनेमा की समृद्ध कला, संस्कृति और मनोरंजन का जश्न मनाते हुए यह प्लेटफॉर्म लेकर आया है ‘गुज्जु फिल्म फेस्ट’, जो 6 दिसंबर, 2025 से शुरू हो चुका है और 15 दिसंबर, 2025 तक चलेगा। इन दस दिनों के दौरान हर दिन एक नई गुजराती सुपरहिट फिल्म बिल्कुल मुफ्त देखने के लिए उपलब्ध है। यह अवसर दर्शकों को, विशेषकर गुजरात के दर्शकों को, उन फिल्मों को फिर से देखने या पहली बार देखने का मौका देता है, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर न सिर्फ सफलता पाई बल्कि राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर प्रशंसा जीती और दर्शकों के दिलों में जगह बनाई।

इस विशेष महोत्सव में ऐसी फिल्मों का चयन किया गया है, जो गुजराती सिनेमा की विविधता को पूरी तरह दर्शाता है। हर फिल्म गुजरात की किसी न किसी भाव, रंग, परंपरा, हास्य और जीवनशैली को अपने अंदाज़ में पेश करती है। 

हास्य से भरपूर ‘फ़क्त महिलाओं माटे’ में जहाँ एक व्यक्ति को महिलाओं के मन की बातें सुनने की अनोखी शक्ति मिलती है, वहीं ‘झमकुड़ी’ एक रहस्यमयी हवेली में बसे रोमांचक और डरावने अनुभवों को सामने लाती है। ‘बच्चूभाई’ एक बुजुर्ग व्यक्ति की जीवन के नए मोड़ पर शुरू हुई यात्रा को दर्शाती है, जबकि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ‘हेलारो’ कच्छ की महिलाओं की मुक्ति, साहस और अभिव्यक्ति की शक्ति को बेहद प्रभावी ढंग से दिखाती है। ‘मिथाडा मेहमान’ रिश्तों और अपनेपन से भरी एक प्यारी कहानी पेश करती है और ‘नाड़ी दोष’ प्रेम और ज्योतिष मान्यताओं के बीच के टकराव को संवेदनशीलता से उभारती है। ‘कच्छ एक्सप्रेस’ एक महिला की आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ती प्रेरक यात्रा को दर्शाती है, वहीं ‘ऑल द बेस्ट पंड्या’ परिवार की हँसी-मज़ाक से भरी उलझनों को मजेदार अंदाज़ में प्रस्तुत करती है। ‘वश’ अपने रोमांचक माहौल और रहस्य से दर्शकों को अंत तक बांधे रखती है और 'उम्बरो’ सात महिलाओं की उस भावनात्मक यात्रा को दिखाती है जहाँ वे अपने भीतर छिपी हिम्मत और खुशियों को नए सिरे से खोजती हैं।

पिछले दस सालों में गुजराती सिनेमा ने कहानी, प्रस्तुति और दर्शकों की पसंद तीनों ही स्तर पर उल्लेखनीय प्रगति की है। इस फेस्टिवल के ज़रिए शेमारूमी का उद्देश्य इस विकास का सम्मान करना और गुजराती कंटेंट को और अधिक लोगों तक बिना किसी बाधा के पहुँचाना है। यह पहल न केवल गुजराती फिल्मों की नई लहर का जश्न है, बल्कि उन दर्शकों के लिए भी एक अवसर है जिन्होंने इन फिल्मों को प्यार दिया और उन्हें लोकप्रिय बनाया।

इन तारीखों पर उपलब्ध फिल्मों की सूची दी गई है:

गुज्जू फिल्म फेस्ट लाइन-अप

10 दिन। 10 मुफ्त फिल्में

6 दिसंबर

झमकुड़ी

7 दिसंबर

बच्चूभाई

8 दिसंबर

हेलारो

9 दिसंबर

मिथाडा मेहमान

10 दिसंबर

नाड़ी दोष

11 दिसंबर

कच्छ एक्सप्रेस

12 दिसंबर

ऑल द बेस्ट पंड्या

13 दिसंबर

वश

14 दिसंबर

उम्बरो

15 दिसंबर

फ़क्त महिलाओं माटे

सड़क किनारे से अतिक्रमण हटवाया
विपिन राठौर ,मीरापुर/मुज़फ्फरनगर ।  पुलिस और नगर पंचायत की टीम ने सड़कों पर फैले अतिक्रमण को हटायाबृहस्पतिवार को पुलिस ने नगर पंचायत कर्मचारियों के नेतृत्व में दिल्ली पौड़ी राजमार्ग पर मॉर्डन पेट्रोल पंप से ग्राम कैथोडा तक सड़क किनारे अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया ओर सड़क किनारे लगाने वाली फलों की दुकानों ठेलियों और सड़क किनारे दुकानों के सामने रहे काउंटरों को हटाया और दोबारा सड़क किनारे अतिक्रमण करने वाले को सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।
फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीन कब्जा करने वाले को ईओडब्ल्यू ने किया गिरफ्तार
50 से अधिक मुकदमों में जांच जारी

गोंडा।जिले में व्यापक पैमाने पर हुए जमीन घोटाले के संबंध में आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन की कार्रवाई जारी है।इसी क्रम में फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीनों पर कब्जा करने के आरोप में राम कैलाश पांडेय को गिरफ्तार किया है।आरोपी ने गोंडा के निबंधन कार्यालय सदर में अधिकारियों व कर्मचारियों की मिली भगत से छेड़छाड़ कर फर्जी अभिलेख तैयार किये थे।राम कैलाश पांडेय के खिलाफ लखनऊ के एस आई टी थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और फर्जीवाड़े सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है।इस मामले की जांच लखनऊ एस आई टी व आर्थिक अपराध संगठन उत्तर प्रदेश द्वारा की जा रही है।इस मामले में विगत चार महीने में कई अन्य गिरफ्तारियां हुई हैं।इनमें 12 अगस्त को सरजू प्रसाद,7 अक्टूबर को मसरूर अहमद,9 अक्टूबर को शिव शरण पांडेय और 4 नवंबर को अंबिका प्रसाद शामिल हैं और अब फरार चल रहे राम कैलाश पांडेय को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।इस जमीन फर्जीवाड़े का खुलासा देवीपाटन मंडल के तत्कालीन पुलिस उपमहानिरीक्षक उपेंद्र अग्रवाल के कार्यकाल में हुआ था।उन्होंने एक टीम गठित कर जांच कराई थी जिसमें 50 से अधिक जमीन घोटाले के मामले सामने आए थे।इन सभी मामलों को लेकर गोंडा के नगर कोतवाली में चार दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज किये गए थे।जिसकी जांच अब एस आई टी लखनऊ व आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन उत्तर प्रदेश को सौंप दी गई है
*कृषि ट्रैक्टरों द्वारा अवैध गन्ना परिवहन पर एआरटीओ प्रशासन की कार्रवाई*
*कृषि ट्रैक्टरों के माध्यम से अवैध तरीके से गन्ना परिवहन करने वाले वाहनों के विरुद्ध एआरटीओ प्रशासन की सख्त कार्रवाई*


*जनपद में अवैध तरीके से गन्ना परिवहन करने वाले वाहनों को बक्शा नहीं जायेगा-एआरटीओ प्रशासन*

*गोण्डा।एआरटीओ प्रशासन आर.सी. भारतीय द्वारा देर रात्रि बजाज चीनी मिल कुंदरखी यूनिट के अंतर्गत एक विशेष अभियान चलाया गया, जिसमें कृषि ट्रैक्टरों के माध्यम से अवैध तरीके से गन्ना परिवहन करने वाले वाहनों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की गई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य कृषि ट्रैक्टरों में अनधिकृत पंजीकृत ट्रॉला लगाने के जरिए गन्ना परिवहन को नियंत्रित करना और कृषि कानूनों की अनुपालन सुनिश्चित करना था।

इस अभियान के दौरान, एआरटीओ अधिकारियों ने देखा कि कई ट्रैक्टर जो केवल कृषि कार्य के लिए पंजीकृत थे, उन्हें कमर्शियल तरीके से ओवरहाइट गन्ना लोड करने के लिए उपयोग किया जा रहा था। विशेषकर, दो कृषि पंजीकृत ट्रैक्टरों में बड़े साइज के ट्रॉला संलग्न कर अवैध रूप से गन्ना परिवहन किया जा रहा था। यह स्पष्ट था कि ये ट्रैक्टर कृषि उद्देश्यों के बजाय वाणिज्यिक उपयोग के लिए परिवर्तित कर दिए गए थे, जो कि न केवल कानून का उल्लंघन करता है बल्कि कृषि क्षेत्र में अनुशासन और सुरक्षा को भी खतरे में डालता है।

एआरटीओ प्रशासन ने पूर्व निर्धारित मानकों का उल्लंघन करने वाले ट्रैक्टरों और ट्रॉला को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए। संबंधित वाहनों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्यवाही की गई है, ताकि इस प्रकार की अनाधिकृत गतिविधियों को रोका जा सके। प्रशासन ने किसानों और परिवहन मजदूरों को इस संबंध में जागरूक करते हुए यह सुनिश्चित किया है कि सभी किसान केवल मान्यता प्राप्त और पंजीकृत वाहनों का ही उपयोग करें। एआरटीओ प्रशासन का स्पष्ट संदेश है कि किसी भी प्रकार के अवैध परिवहन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रैनबसेरा एवं अलाव का निरीक्षण कर जरूरत मंदों कम्बल का किया वितरण, अधिकारियों को दिये आवश्यक निर्देश
गुरुनानक चौराहा, बस स्टैंड, जिला अस्पताल आदि स्थानों पर रैनबसेरा व अलाव का किया निरीक्षण


गोण्डा । शीतलहर से आमजन को राहत पहुँचाने हेतु जिलाधिकारी गोण्डा  प्रियंका निरंजन ने देर रात्रि शहर के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। जिलाधिकारी ने बस स्टैंड, जिला अस्पताल, गुरु नानक चौराहा सहित कई प्रमुख स्थानों पर स्थित रैनबसेरों एवं अलाव स्थलों का निरीक्षण किया और ठंड से बचाव के लिए उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा की।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने रैनबसेरे में मौजूद असहाय एवं जरूरतमंद लोगों से संवाद कर उनकी समस्याएँ जानीं तथा स्थानीय प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। जिलाधिकारी ने मौके पर उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि शीतलहर को देखते हुए अलाव की व्यवस्था हर महत्वपूर्ण स्थान पर सुनिश्चित की जाए, ताकि कोई भी व्यक्ति ठंड से प्रभावित न हो। इस अवसर पर उन्होंने जरूरतमंद लोगों को कम्बल वितरित कर राहत प्रदान की।

जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी संबंधित अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में रात्रि भ्रमण अनिवार्य रूप से करें। उन्होंने कहा कि रात्रिकालीन भ्रमण से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि कहीं कोई व्यक्ति खुले में ठंड से पीड़ित न हो और प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराई गई सभी व्यवस्थाएँ सुचारू रूप से संचालित हों। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शीतलहर के दृष्टिगत किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा राजस्व, स्वास्थ्य, नगर निकाय और आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी विभाग पूर्ण समन्वय के साथ कार्य करें।
सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में रैनबसेरों की नियमित मॉनिटरिंग करें, अलाव की पर्याप्त व्यवस्था बनाए रखें तथा जरूरतमंदों को समय पर आवश्यक सहायता उपलब्ध कराएँ।

जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि प्रशासन का उद्देश्य शीतलहर के दौरान किसी भी नागरिक को कठिनाई न होने देना है और इसके लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने आमजन से अपील की कि वह जरूरतमंद लोगों को रैनबसेरों तक पहुँचाने में सहयोग करें, ताकि अधिक से अधिक लोग राहत का लाभ उठा सकें।

निरीक्षण के दौरान मुख्य राजस्व अधिकारी महेश प्रकाश, उपजिलाधिकारी गोण्डा सदर अशोक कुमार गुप्ता, अपर उपजिलाधिकारी /अधिशासी अधिकारी नगरपालिका परिषद गोण्डा विशाल कुमार, जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव, स्वास्थ्य लिपिक नगरपालिका गोण्डा फराज अहमद, डीपीएम नीतेश राठौर सहित नगर पालिका एवं संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।