वीर बिरसा मुंडा साइक्लोथॉन: रांची से दिल्ली तक गूंजेगी 'धरती आबा' की गौरव गाथा

एनसीसी निदेशालय (बिहार एवं झारखंड) द्वारा आयोजित यह ऐतिहासिक साइक्लोथॉन केवल एक साइकिल यात्रा नहीं, बल्कि "शौर्य के कदम - क्रांति की ओर" थीम पर आधारित एक जनआंदोलन है। इसका उद्देश्य महान जनजातीय नायक वीर बिरसा मुंडा की विरासत को नमन करना और युवाओं में राष्ट्रीय एकता का संचार करना है।
आयोजन के दो महत्वपूर्ण चरण
यह साइक्लोथॉन दो चरणों में संपन्न होगा, जो झारखंड की मिट्टी से शुरू होकर देश की राजधानी नई दिल्ली तक जाएगा।
प्रथम चरण: झारखंड की पावन धरा पर (18-20 दिसंबर 2025)
मार्ग: झारखंड के तीन विभिन्न मार्गों से होकर, जो वीर बिरसा मुंडा के जीवन और संघर्ष से जुड़े हैं।
प्रतिभागी: एनसीसी अधिकारी, स्थायी प्रशिक्षक और 24 कैडेट्स (बालिका कैडेट्स सहित)।
समापन: मोरहाबादी मैदान, रांची में भव्य समारोह।
मुख्य अतिथि: झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन द्वारा औपचारिक स्वागत।
द्वितीय चरण: रांची से नई दिल्ली (28 दिसंबर 2025 - 27 जनवरी 2026)
दूरी: लगभग 1300 किलोमीटर लंबी चुनौतीपूर्ण यात्रा।
राज्यों का सफर: झारखंड ,बिहार ,उत्तर प्रदेश , हरियाणा ,दिल्ली।
शुभारंभ: 28 दिसंबर को बिरसा मुंडा कारागार परिसर, रांची से माननीय राज्यपाल द्वारा हरी झंडी दिखाकर।
समापन: 27 जनवरी 2026 को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री की रैली के दौरान।
साइक्लोथॉन टीम की रूपरेखा (द्वितीय चरण)
इस कठिन यात्रा में झारखंड के 'युवा दूत' के रूप में एक समर्पित टीम शामिल होगी:
पदनाम संख्या
एनसीसी अधिकारी 02
स्थायी स्टाफ 02
एनसीसी कैडेट्स (बालक एवं बालिका) 16
यात्रा का महत्व: एक साइकिल यात्रा से परे
यह आयोजन शारीरिक सहनशक्ति के साथ-साथ सांस्कृतिक गौरव और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है।
झारखंड का संदेश: प्रत्येक पैडल स्ट्रोक के साथ कैडेट्स नए झारखंड के आत्मविश्वासी और प्रगतिशील स्वरूप की कहानी देशभर में पहुँचाएंगे।
श्रद्धांजलि: यह सर्वोच्च राष्ट्रीय मंच पर 'धरती आबा' को समर्पित एक गरिमामय श्रद्धांजलि है।
युवा ऊर्जा: एनसीसी कैडेट्स की ऊर्जा हमारे गौरवशाली अतीत और उज्ज्वल भविष्य के बीच एक सेतु का कार्य करेगी।
36 sec ago
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