भागलपुर में स्कूल टीचर बच्चों से मंगवा रहे सीमेंट और सब्जी, ट्रक की चपेट में आने से बाल-बाल बचे छात्र
शिक्षा सुधार के दावों के बीच बिहार के भागलपुर जिले से बेहद चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है. यहां पढ़ाई के समय छोटे-छोटे बच्चों से क्लास की जगह स्कूल के निर्माण कार्य के लिए सीमेंट और सब्जी मंगवाई जा रही है. छात्रों का आरोप है कि शिक्षिका ने 500-500 रुपये देकर 2 किमी दूर साईकल से सीमेंट लाने के लिए भेज दिया. मामला भागलपुर के गोराडीह प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय शेरगढ़ का है.
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स्कूल में सातवीं कक्षा के छात्र ने बताया कि शिक्षिका गायत्री मैम ने 500 रुपये के दो नोट देकर बच्चों को मुरहन भेजा, जो स्कूल से लगभग 2 किलोमीटर दूर है. साथ ही कहा कि वहां से सीमेंट लेकर आओ.सीमेंट लाते वक्त मुरहन और शेरगढ़ के बीच पुल के पास बच्चे एक मिनी ट्रक की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए. अगर कुछ पल की चूक होती तो बड़ा हादसा हो सकता था. सवाल यह है कि ऐसी लापरवाही से यदि किसी बच्चे के साथ अनहोनी हो जाती तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता?
यहां लापरवाही सिर्फ सीमेंट तक ही सीमित नहीं है. बच्चों ने बताया कि आलम सर सब्जी लाने के लिए भी छात्रों को भेजते हैं और कई बार फूलगोभी, आलू, प्याज जैसे सामान मंगवाए. एक छात्रा ने बताया कि प्रधानाध्यापक रविंद्र कुमार पहले भी कई बार आलू, गोभी, चना दाल सहित अन्य सामान मंगवाते थे.
आदेश जारी, फिर भी अनदेखी
इस मामले में जब गोराडीह प्रखंड के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) दिनेश कुमार दास से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी. बड़ा सवाल यह है कि 26 सितंबर 2025 को BEO ने पत्रांक 582 के माध्यम से पहले ही पूरे प्रखंड के सभी शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों को स्पष्ट निर्देश दिया था.
इस निर्देश में लिखा था कि विद्यालय अवधि में कोई भी बच्चा कहीं भी अनियमित रूप से घूमता दिखा तो संबंधित शिक्षक पर कार्रवाई की जाएगी. इसके बावजूद शिक्षकों द्वारा खुलेआम इस आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और बच्चों से काम करवाया जा रहा है.
आगे क्या होगा?
घटना के सामने आने के बाद स्थानीय लोग और अभिभावक सवाल उठा रहे हैं कि क्या शिक्षा पदाधिकारी इस बार कठोर कार्रवाई करेंगे, या फिर हमेशा की तरह केवल स्पष्टीकरण मांगकर मामला दबा दिया जाएगा. बच्चों के भविष्य के साथ ऐसे खिलवाड़ को क्या सिर्फ औपचारिक कार्रवाई से निपटाया जाएगा.






लखनऊ। लंबे समय से अपने मूल विद्यालयों में वापसी की राह देख रहे शिक्षामित्रों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। ठंड की छुट्टियों के बीच शासन ने मंगलवार को शिक्षामित्रों को मूल विद्यालयों में भेजने का आदेश जारी कर दिया है। इससे प्रदेश के लगभग 30 हजार शिक्षामित्रों को अपने गांव-घर के पास तैनाती मिलने का रास्ता साफ हो गया है। खासतौर पर महिला शिक्षामित्रों को इस निर्णय का बड़ा लाभ होगा, क्योंकि उन्हें अपने वर्तमान कार्यस्थल या पति के आवास वाली ग्राम सभा, ग्राम पंचायत अथवा वार्ड में तैनाती दी जाएगी।





सुल्तानपुर,बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय जी द्वारा रचित व भारत के स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा बनकर उभरे अमर मंत्र जिसे हमारे राष्ट्रगीत का गौरव हासिल है की 150 वीं वर्षगांठ के गौरवशाली अवसर को केंद्र सरकार द्वारा पूरे वर्ष राष्ट्रव्यापी जन-उत्सव के रूप में मनाये जाने के निर्णय से हर हिंदुस्तानी आह्लादित व रोमांचित है,, उसी क्रम में गोमती मित्र मण्डल समिति सुल्तानपुर ने भी अपने को इस कार्यक्रम से जोड़ते हुये यह निर्णय लिया है की अब से प्रत्येक गोमती मित्र आपस में व जनमानस के साथ भी पारस्परिक अभिवादन वन्देमातरम से ही करेगा साथ ही यथासंभव इससे जुड़े कार्यक्रम भी आयोजित करने का प्रयास करेगा। प्रदेश अध्यक्ष मदन सिंह के इस निर्णय पे प्रबंधक राजेंद्र शर्मा,महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्षा शालिनी कसौधन, मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी,संत कुमार प्रधान,राजेश पाठक,डॉ कुंवर दिनकर प्रताप सिंह,मुन्ना सोनी,अजय प्रताप सिंह,राकेश सिंह दद्दू,सेनजीत कसौधन,रामु सोनी,युवा मण्डल संयोजक रामेन्द्र सिंह राणा,युवा मण्डल अध्यक्ष अजय वर्मा,विपिन सोनी,आलोक तिवारी,सोनू सिंह,अर्जुन यादव,अभय मिश्रा आदि ने प्रसन्नता प्रकट करते आम जनों से इस कार्यक्रम को बल प्रदान करने की अपील की है।
21 min ago
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