डीजीसीए का यू-टर्न, इंडिगो संकट के बीच क्रू मेंबर्स का वीकली रेस्ट वाला नियम वापस

#dgcauturnregulatorwithdrawsweeklyrestguidelinesfor_crew

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो की पिछले 4 दिनों से सैकड़ों फ्लाइट कैंसिल होने के बाद केंद्र सरकार बैकफुट पर आ गई है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के जिस नए नियम के कारण इंडिगो में पायलटों और अन्य स्टाफ की कमी हुई थी, वह फैसला केंद्र ने वापस ले लिया है।

इंडिगो संकट के बीच डीजीसीए का बड़ा फैसला

डीजीसीए ने एफडीटीएल नियम में ढील दी है। क्रू मेंबर्स को वीकली रेस्ट का नियम वापस ले लिया गया है। यह तत्काल प्रभाव से लागू होगा। देश भर में इंडिगो की सैकड़ों फ्लाइट कैंसिल होने के बाद डीजीसीए ने यह फैसला लिया है। डीजीसीए ने कहा, "ऑपरेशनल दिक्कतों और विभिन्न एयरलाइनों से मिले सुझावों को देखते हुए पिछले निर्देश को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाता है।" इसमें कहा गया था कि साप्ताहिक आराम की जगह कोई छुट्टी नहीं ली जा सकती।

1 नवंबर से लागू हुए थे नए नियम

इससे पहले डीजीसीए ने 1 नवंबर से पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के काम से जुड़े नियम, फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन का दूसरा फेज लागू किया था। पहला चरण 1 जुलाई को लागू हुआ था। फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेश के दूसरे फेज के नियमों में, एयरलाइन कंपनियों के लिए पायलटों को हफ्ते में 48 घंटे आराम, यानी दो दिनों का वीकली रेस्ट देना अनिवार्य कर दिया था। इस दौरान किसी छुट्टी को वीकली रेस्ट गिनने पर रोक लगा दी थी। डीजीसीए ने पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के लगातार नाइट शिफ्ट पर भी पाबंदी लगाई थी।

*सुल्तानपुर ब्रेकिंग* पुलिस अधीक्षक कुँवर अनुपम सिंह ने चलाया तबादला एक्सप्रेस।सुल्तानपुर में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए एसपी ने तीन दर्ज
*सुल्तानपुर ब्रेकिंग*



पुलिस अधीक्षक कुँवर अनुपम सिंह ने चलाया तबादला एक्सप्रेस।सुल्तानपुर में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए एसपी ने तीन दर्जन मुख्य आरक्षियों को लाइन से हटाकर विभिन्न थानों पर नई तैनाती दे दी है।इसके साथ ही जिले में कई चौकी इंचार्जों के प्रभार भी बदले गए।अचानक हुए इस तबादले से पुलिस विभाग में हलचल तेज,वहीं जिम्मेदारी मिलने पर कई अधिकारियों के चेहरों पर दिखा उत्साह।एसपी का यह कदम कानून व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में माना जा रहा है।
धनबाद के केंदुआडीह में गैस रिसाव से हड़कंप: 2 महिलाओं की मौत, 24 से अधिक लोग बीमार

इलाका भूमिगत आग के कारण डेंजर जोन घोषित; DC आदित्य रंजन ने जांच के लिए कमेटी गठित की


झारखंड के धनबाद जिला अंतर्गत केंदुआडीह इलाके से गैस रिसाव का गंभीर मामला सामने आया है। बुधवार दोपहर को हुई इस घटना में अब तक दो महिलाओं की मौत हो चुकी है, जबकि 24 से अधिक लोग बीमार पड़ गए हैं। बीमार लोगों को उल्टी, चक्कर और बेचैनी की शिकायत के बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया है।

घटना का विवरण

समय और स्थान: बुधवार दोपहर, केंदुआडीह इलाका।

घटना: स्थानीय लोगों के मुताबिक, एकाएक तेज दुर्गंध के साथ गैस फैली और रिसाव के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।

मृतक: गैस रिसाव के कारण जिन दो महिलाओं की मौत हुई है, उनकी पहचान ललिता देवी और प्रियंका देवी के रूप में हुई है। हालांकि, मौत की सही वजह (गैस रिसाव या कुछ और) पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।

डेंजर जोन: केंदुआडीह का यह इलाका भूमिगत कोयले में लगी आग के कारण पहले से ही डेंजर जोन घोषित है।

प्रशासनिक कार्रवाई और आक्रोश

दो महिलाओं की मौत की खबर के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला, जो सड़कों तक पहुँच गया। लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।

जांच कमेटी: डिप्टी कमिश्नर आदित्य रंजन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल एक जांच कमेटी का गठन किया है।

राहत निर्देश: इसके साथ ही, डीसी ने बीसीसीएल (BCCL) मैनेजमेंट को प्रभावित क्षेत्र के लोगों के लिए तुरंत राहत उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

खतरे में लोगों की जिंदगी

धनबाद का अग्निप्रभावित और भू-धंसान वाला यह क्षेत्र हमेशा खतरे के साये में रहता है। कब कहाँ जमीन धंस जाए या गोफ बन जाए, यह कोई नहीं जानता, जिससे यहाँ रहने वाले हजारों लोगों की जिंदगी हर पल दांव पर लगी रहती है।

पिछला हादसा: इससे पहले, सितंबर महीने में बाघमारा के कतरास में बीसीसीएल खदान क्षेत्र में जमीन धंसने से एक सर्विस वैन 300 फीट से ज्यादा गहरी खाई में गिर गई थी, जिसमें 6 मजदूरों की मौत हो गई थी।

अगस्त की घटना: अगस्त के महीने में केंदुआ के गोधर एरिया में भी एक महिला अपने घर के बाहर खड़ी थी, जब उनके पैर के नीचे की जमीन धंस गई थी। हालांकि, कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।

राष्ट्रपति भवन में पुतिन का औपचारिक स्वागत, तीनों सेनाओं ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर

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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार 4 दिसंबर 2025 को दो दिवसीय भारत दौरे पर आ गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर हो रही यह यात्रा चार साल बाद पुतिन की पहली भारत यात्रा है। पुतिन के दो दिवसीय दौरे का आज दूसरा दिन है। यह यात्रा आज सुबह राष्ट्रपति भवन में पूरे राजकीय सम्मान के साथ आगे बढ़ी।

रूसी राष्ट्रपति आज राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को गार्ड ऑफ ऑनर में उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई।

पुतिन को 21 तोपों की सलामी

राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट में पुतिन का सेरेमोनियल वेलकम हुआ, जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया। मुख्य गेट पर राष्ट्रपति अंगरक्षक दल और घुड़सवारों की सलामी, उसके बाद 21 तोपों की गूंज, और फिर तीनों सेनाओं की औपचारिक सलामी से स्वागत हुआ। इस पूरे समारोह ने भारत-रूस संबंधों की ऐतिहासिक गहराई को एक बार फिर दिखाया है। पुतिन ने परेड का निरीक्षण किया और भारतीय सैन्य टुकड़ियों से मुलाकात कर सम्मान स्वीकार किया।

साझेदारी के 25 साल पूरे

पुतिन की यह यात्रा भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी के 25 वर्ष पूरे होने के मौके पर हो रही है। यह साझेदारी अक्टूबर 2000 में शुरू हुई थी। दिसंबर 2010 में इसे बढ़ाते हुए ‘स्पेशल एंड प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप’ का दर्जा दिया गया था

इंडिगो की देशभर में 500 से ज्यादा उड़ानें रद्द, एयरलाइन ने सरकार से मांगी 10 फरवरी तक की मोहलत

#indigodisruptionflightscancelledairline_apologises

भारत की प्रीमियम एयरलाइन इंडिगो की ऑपरेशनल दिक्कतें जारी हैं। गुरुवार को एयरलाइन ने फ्लाइट्स कैंसिल करने का रिकॉर्ड कायम कर दिया। इंडिगो की 500 से ज्यादा उड़ानें अब तक रद्द हो चुकी हैं। इनके अलावा बड़ी संख्या में उड़ानों में देरी भी हुई है। लगातार तीसरे दिन एयरलाइन ने कई उड़ानें रद्द की हैं, जिसके चलते हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूरे देश के एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल है।

जानकारी के मुताबिक 4 नवंबर को पूरे देश में इंडिगो की 550 फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं। इनमें से करीब 191 तो दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद रूट की थीं। इतने बड़े स्तर पर उड़ानें रद्द होने से एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी मच गई।

यात्रियों की बढ़ी मुश्किल

इंडिगो की फ्लाइट में देरी और रद होने के कारण यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है। लोग घंटों तक एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं। फ्लाइट्स रद्द होने के बाद यात्री टर्मिनल पर ही अपना सामान रखकर सही जानकारी मिलने का इंतजार करने लगे। इस दौरान दिल्ली एयरपोर्ट पर इंडिगो के खिलाफ नारेबाजी भी हुई। कुछ ऐसा ही हाल हैदराबाद एयरपोर्ट पर भी दिखा, जहां गुरुवार को हालात बेहद खराब रहे। इस वजह से 37 उड़ानें रद्द हुईं, कई यात्री रातभर फंसे रहे, कोई उचित सूचना या व्यवस्था नहीं की गई। इस दौरान कुछ यात्री गुस्से में एयरलाइन के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए, 'इंडिगो बंद करो… इंडिगो मुर्दाबाद' कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, 12 घंटे से अधिक इंतजार कराया गया, होटल या व्यवस्था नहीं दी गई, हर घंटे कहा गया- 'क्रू आने वाला है।'

अगले दो-तीन दिन और बनी रहेगी समस्या

एयरलाइन ने इस पर एक बयान जारी किया है। अपने बयान में इंडिगो ने कहा कि पिछले दो दिनों में इंडिगो के नेटवर्क और ऑपरेशन में बहुत ज्यादा दिक्कतें आई हैं। हम अपने सभी कस्टमर्स और इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स से दिल से माफी मांगते हैं, जिन पर इन घटनाओं का असर पड़ा है। इंडिगो की टीमें MOCA, DGCA, BCAS, AAI और एयरपोर्ट ऑपरेटर्स के सपोर्ट से पूरी मेहनत से काम कर रही हैं। हम इन देरी के असर को कम करने और नॉर्मल हालात वापस लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।एयरलाइन ने कहा है कि ठंड के मौसम में जब धुंध और भीड़ रहती है, तब क्रू की कमी की समस्या और गंभीर हो गई। इंडिगो ने कहा है शेड्यूल को स्थिर करने की कोशिशें अगले दो-तीन और जारी रह सकती हैं।

डीजीसीए ने मांगा जवाब

बता दें कि देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनियों में से एक इंडिगो पिछले कुछ दिनों से ऑपरेशनल दिक्कतों से जूझ रही है। बता दें कि पिछले महीने नवंबर में एयरलाइन की 1,232 फ्लाइट्स कैंसिल हुईं और कई फ्लाइट्स में बहुत ज्यादा देरी हुई। परफॉर्मेंस में गिरावट के बाद, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने जांच शुरू करने का फैसला किया। इसने एयरलाइन से ऑपरेशन में भारी गिरावट के पीछे के कारण बताने को कहा। सिविल एविएशन बॉडी ने एयरलाइन से नवंबर महीने में तेजी से फ्लाइट कैंसिल होने और देरी होने के पीछे सही कारण बताने को कहा।

पुलिस की बड़ी सफलता, ऑपरेशन कन्विक्शन में 106 अपराधियों को सजा
लखनऊ । लखनऊ पुलिस की बड़ी सफलता, ऑपरेशन कन्विक्शन में 106 अपराधियों को सजालखनऊ पुलिस ने नवंबर 2025 में ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ अभियान के तहत गंभीर अपराधों में दोषियों को कड़ी सजा दिलाकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अभियान के दौरान महिला सुरक्षा, पॉक्सो, हत्या, दुष्कर्म और गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर मामलों में कुल 70 मामलों में 106 अपराधियों को न्यायालय ने सजा सुनाई। दोषियों को 10 वर्ष से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा दी गईं।

एसीपी सौम्या पांडेय की निगरानी में अभियान सफल रहा

यह अभियान उत्तर प्रदेश सरकार के मार्गदर्शन में और लखनऊ पुलिस आयुक्त अमरेन्द्र कुमार सेंगर के नेतृत्व में संचालित किया गया। पुलिस उपायुक्त अपराध कमलेश कुमार दीक्षित, एडीसीपी अपराध किरन यादव, एसीपी सुशील कुमार यादव और महिला अपराध की देखरेख कर रहीं एसीपी सौम्या पांडेय की निगरानी में अभियान सफल रहा।

कई दोषियों को 3 से 20 साल तक की सजा दी गई

अभियान के तहत महिला अपराध और घरेलू हिंसा के मामलों में कई दोषियों को 3 से 20 साल तक की सजा दी गई। हत्या और हत्या के प्रयास के मामलों में 10 से अधिक दोषियों को आजीवन कारावास की सजा मिली। पॉक्सो एक्ट, दुष्कर्म और आर्थिक अपराध जैसे मामलों में भी अपराधियों को कठोर सजा सुनाई गई। साथ ही, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और मारपीट, बलवा, जानलेवा हमला जैसी अन्य गंभीर धाराओं में भी दोषियों को न्यायालय ने सजा दी।

हर पीड़ित को शीघ्र न्याय दिलाने को अभियान लगातार जारी रहेगा

पुलिस आयुक्त अमरेन्द्र कुमार सेंगर ने कहा कि यह सफलता लखनऊ पुलिस की तेज जांच, पुख्ता साक्ष्य और मजबूत पैरवी का परिणाम है। उन्होंने बताया कि महिला और बाल सुरक्षा पर पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति जारी रहेगी और हर पीड़ित को शीघ्र न्याय दिलाने के लिए अभियान लगातार जारी रहेगा।ऑपरेशन कन्विक्शन’ अभियान ने न केवल अपराधियों को सजा दिलाने में सफलता दिखाई है, बल्कि लखनऊ में कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा को मजबूत करने में भी अहम भूमिका निभाई है।
भारत की रक्षा व्यवस्था भू-स्थानिक इंटेलिजेंस और एआई के एकीकरण से तकनीकी उत्कृष्टता की ओर अग्रसर

* जियोस्मार्ट इंडिया 2025 ने भारत की रक्षा और आंतरिक सुरक्षा में भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया

दिल्ली ब्यूरो

नई दिल्ली। जियोस्पेशल वर्ल्ड द्वारा आयोजित जियोस्मार्ट इंडिया कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो 2025 भारत मंडपम, नई दिल्ली में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में “डिफेंस एंड इंटरनल सिक्योरिटी: जियोस्पेशल इंटेलिजेंस फॉर स्ट्रैटेजिक प्रिपेयर्डनेस” विषय पर वरिष्ठ रक्षा अधिकारी, नीति निर्माता और उद्योग विशेषज्ञों ने चर्चा की। उन्होंने भू-स्थानिक इंटेलिजेंस, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और उन्नत डिजिटल तकनीकों के माध्यम से भारत की रक्षा संरचना में आ रहे परिवर्तन और आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रधानमंत्री के रोडमैप पर बात की।

लेफ्टिनेंट जनरल विकास रोहेला, एसएम, इंजीनियर-इन-चीफ ने कहा कि भू-स्थानिक इंटेलिजेंस और एआई के एकीकरण से भारत की रक्षा व्यवस्था तकनीकी उत्कृष्टता की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि स्वदेशी स्टार्टअप उपग्रह निर्माण में सक्रिय हैं और सशस्त्र बल जीआईएस (GIS) आधारित सिस्टम, डिजिटल ट्विन्स तथा एआई (AI) संचालित युद्धक्षेत्र विश्लेषण अपना रहे हैं, जिससे भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी संचालन की अनिवार्य कड़ी बन चुकी है। यह परिवर्तन राष्ट्रीय लचीलापन, सीमांत प्रबंधन एवं आपदा प्रतिक्रिया को मजबूत कर रहा है।

ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) अरुण सहगल, पीएचडी ने वैश्विक सामरिक परिदृश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दुनिया अब अमेरिका की एकध्रुवीय नीति, अमेरिका-चीन द्विध्रुवीय प्रतिद्वंद्विता और रूस की त्रिध्रुवीय भूमिका में विभाजित है। इस परिप्रेक्ष्य में भारत एक स्वतंत्र रणनीतिक पहचान बना रहा है और उसे ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र को सामरिक केंद्र बिंदु बनाना चाहिए, जहां समुद्री सुरक्षा और मुक्त नौवहन मार्ग सुनिश्चित करते हुए स्वायत्त विदेश नीति बनाए रखना जरूरी है।

ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डॉ. विजय कुमार सिंह, मिजोरम के राज्यपाल ने कहा कि “भू-स्थानिक इंटेलिजेंस वह अदृश्य शक्ति है जो भविष्य के युद्धों में सफलता तय करेगी”। उन्होंने जियोइंट (GeoINT), जो इमेजरी, भू-आकृति विश्लेषण, स्थानिक डेटा, एआई और बहु-स्रोत खुफिया जानकारी का संयोजन है, को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने बताया कि यह प्रणाली कमांडरों को अच्छी और तेज निर्णय क्षमता प्रदान करती है। भू-स्थानिक जागरूकता भूमि, वायु, समुद्र, साइबर और अंतरिक्ष क्षेत्रों की सफलता के लिए अनिवार्य है।

सत्र में यह निष्कर्ष निकला कि भू-स्थानिक इंटेलिजेंस आधुनिक रक्षा प्रणाली की मुख्य रीढ़ बन चुकी है जो वास्तविक समय में स्थिति की समझ, सहयोग और निर्णय क्षमता को मजबूत करती है। जियोस्मार्ट इंडिया 2025 ने सरकार, रक्षा क्षेत्र, शिक्षा व उद्योग के बीच सहयोग को बढ़ावा देने और एक सुरक्षित, तकनीकी रूप से सशक्त रक्षा व्यवस्था के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की।

बिहार विधानसभा से नेता प्रतिपक्ष गायब, शिवानंद तिवारी का दावा- यूरोप यात्रा पर गए तेजस्वी

बिहार में विधानसभा की शीतकालीन सत्र चल रहा है. गुरुवार को इसका चौथा दिन था. मगर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन से गायब थे. विधानसभा की कार्यवाही से तेजस्वी की गैरमौजूदगी को लेकर आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने बड़ा दावा किया है.

उन्होंने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा के चालू सत्र को बीच में ही छोड़कर अपने परिवार के साथ यूरोप की यात्रा पर निकल गए हैं. अपनी ही पार्टी के नेता पर तंज कसते हुए शिवानंद तिवारी ने कहा कि तेजस्वी ने मैदान छोड़ दिया है.

तेजस्वी की क्षमता पर भी उठाया सवाल

इस दौरान उन्होंने तेजस्वी की क्षमता पर सवाल उठाया. शिवानंद तिवारी ने कहा, “अगले 5 साल तक विरोधी दल के नेता की भूमिका निभाने की क्षमता उनमें (तेजस्वी) नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भी वो गैर हाजिर थे. कहा जा रहा है कि वो दिल्ली गए. बीवी बच्चे पहले ही चले गए थे. अब बताया जा रहा है कि परिवार के साथ वो यूरोप की यात्रा पर निकल गए हैं.

बिहार में विपक्ष का मैदान खाली है- शिवानंद

शिवानंद तिवारी ने कहा कि तेजस्वी ने मैदान छोड़ दिया है. बिहार में विरोध की राजनीति का पुरा मैदान खाली है. नीतीश पांच वर्षों तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे, यह भी संदेह के गंभीर घेरे में है. बिहार पर अपना झंडा फहराने का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सपना पूरा होता दिखाई दे रहा है. इसके लिए जवाबदेह कौन है! अकेले नीतीश कुमार? मैं इस निष्कर्ष से सहमत नहीं हूं.

तेजस्वी यादव मंगलवार को ही आधिकारिक रूप से नेता प्रतिपक्ष चुने गए थे और बुधवार को वो सदन में मौजूद नहीं थे. इस दिन सदन में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का अभिभाषण हुआ लेकिन तेजस्वी नदारद थे. बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से शुरू हुआ है. यह 18वीं विधानसभा का पहला सत्र है. यह सत्र 5 दिसंबर तक चलेगा.

ट्रायल कोर्ट में 12 दिसंबर की सुनवाई स्थगित, ईडी को जवाब दाखिल करने का निर्देश; अगली सुनवाई 18 दिसंबर को


मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के शिकायतवाद पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (CJM) द्वारा लिए गए संज्ञान को झारखंड हाईकोर्ट में चुनौती दी है। इस याचिका पर गुरुवार को हाईकोर्ट के जस्टिस अनिल कुमार चौधरी की अदालत में सुनवाई हुई, जिसके बाद मुख्यमंत्री को बड़ी अंतरिम राहत मिली है।

हाईकोर्ट का निर्देश

ट्रायल स्थगित: कोर्ट ने ईडी को जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए, रांची के एमपी-एमएलए कोर्ट (ट्रायल कोर्ट) को 12 दिसंबर को होने वाली सुनवाई को स्थगित करने को कहा है।

अगली सुनवाई: इस मामले की अगली सुनवाई अब 18 दिसंबर को हाईकोर्ट में होगी।

सुनवाई के दौरान दलीलें

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से अधिवक्ता प्रदीप चंद्रा, दीपांकर राय और श्रेय मिश्रा ने दलील पेश की।

सीएम के अधिवक्ता की मांग: सीएम के अधिवक्ता दीपांकर राय ने बताया कि ईडी ने काउंटर फाइल करने के लिए दो सप्ताह का समय मांगा था। इस पर यह तर्क दिया गया कि अगर समय दिया गया तो 12 दिसंबर को प्रस्तावित ट्रायल शुरू हो जाएगा। इसलिए, अगली सुनवाई होने तक अंतरिम आदेश देने की मांग की गई थी।

इस दलील को स्वीकार करते हुए जस्टिस अनिल कुमार चौधरी की कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट को सुनवाई स्थगित करने का निर्देश दिया।

पिछली सुनवाई में भी मिली थी राहत

गौरतलब है कि बुधवार (3 दिसंबर) को इसी मामले में सीएम हेमंत सोरेन को हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली थी। जस्टिस अनिल कुमार चौधरी की अदालत ने उन्हें सिर्फ 6 दिसंबर को एमपी-एमएलए कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया था, साथ ही ट्रायल के दौरान व्यक्तिगत पेशी की अनिवार्यता हटा दी थी। हालांकि, विशेष कारणों से कोर्ट उन्हें व्यक्तिगत या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उपस्थित होने को कह सकता है।

यह मामला ईडी द्वारा 19 फरवरी 2024 को दर्ज शिकायत से जुड़ा है, जिसमें हेमंत सोरेन पर आठ समन की अवहेलना करने का आरोप लगाया गया था।

बंथरा के फर्जी सरिया चोरी केस में कार्रवाई तेज, इंस्पेक्टर व 4 दरोगाओं पर गंभीर धाराओं में मुकदमा

लखनऊ । पांच साल पुराने सरिया चोरी के एक मामले में निर्दोषों को झूठे आरोप में फंसाने के आरोप पर बंथरा थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर और चार दरोगाओं के खिलाफ पीजीआई थाने में गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। यह मुकदमा एंटी करप्शन विभाग की जांच रिपोर्ट के आधार पर दर्ज कराया गया है।

सरिया के फर्जी चोरी के मामले में भेज दिया था जेल

एंटी करप्शन में तैनात इंस्पेक्टर नुरुल हुदा के मुताबिक, 31 दिसंबर 2020 को बंथरा पुलिस ने लोहा कारोबारी विकास गुप्ता और ट्रक चालक दर्शन जाटव को सरिया चोरी के फर्जी मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बाद में आरोपियों के नाम पर आधार बनाकर ग्रामीणों लालता सिंह, उनके बेटे कौशलेंद्र, सतीश सिंह और कल्लू गुप्ता को भी आरोपित बनाकर गिरफ्तार किया गया था।

रंजना सिंह ने शासन से लेकर डीजीपी तक की थी शिकायत

इन गिरफ्तारियों के विरोध में पूर्व बीडीसी सदस्य रंजना सिंह ने शासन से लेकर डीजीपी तक शिकायत की थी। जिसके बाद मामले की जांच एंटी करप्शन को सौंपी गई। जांच में पाया गया कि चोरी का यह पूरा मामला मनगढ़ंत और षड्यंत्रपूर्ण था।इस जांच के बाद पीजीआई थाने में तत्कालीन इंस्पेक्टर क्राइम प्रहलाद सिंह और दरोगा संतोष कुमार, राजेश कुमार, दिनेश कुमार तथा आलोक कुमार सिंह के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इनमें आरोप है कि साजिश के तहत झूठे साक्ष्य तैयार कर बेगुनाहों को जेल भेजा गया।

दरोगा आलोक कुमार सिंह वर्तमान में पुलिस लाइन में तैनात

सूत्रों के अनुसार, दरोगा आलोक कुमार सिंह वर्तमान में पुलिस लाइन में तैनात हैं और उनके निलंबन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। वहीं अन्य आरोपी पुलिसकर्मियों के बहराइच में होने के चलते वहां के पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट भेजी जाएगी, जिसके आधार पर आगे की अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने कहा कि मामले की विवेचना जारी है और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डीजीसीए का यू-टर्न, इंडिगो संकट के बीच क्रू मेंबर्स का वीकली रेस्ट वाला नियम वापस

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देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो की पिछले 4 दिनों से सैकड़ों फ्लाइट कैंसिल होने के बाद केंद्र सरकार बैकफुट पर आ गई है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के जिस नए नियम के कारण इंडिगो में पायलटों और अन्य स्टाफ की कमी हुई थी, वह फैसला केंद्र ने वापस ले लिया है।

इंडिगो संकट के बीच डीजीसीए का बड़ा फैसला

डीजीसीए ने एफडीटीएल नियम में ढील दी है। क्रू मेंबर्स को वीकली रेस्ट का नियम वापस ले लिया गया है। यह तत्काल प्रभाव से लागू होगा। देश भर में इंडिगो की सैकड़ों फ्लाइट कैंसिल होने के बाद डीजीसीए ने यह फैसला लिया है। डीजीसीए ने कहा, "ऑपरेशनल दिक्कतों और विभिन्न एयरलाइनों से मिले सुझावों को देखते हुए पिछले निर्देश को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाता है।" इसमें कहा गया था कि साप्ताहिक आराम की जगह कोई छुट्टी नहीं ली जा सकती।

1 नवंबर से लागू हुए थे नए नियम

इससे पहले डीजीसीए ने 1 नवंबर से पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के काम से जुड़े नियम, फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन का दूसरा फेज लागू किया था। पहला चरण 1 जुलाई को लागू हुआ था। फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेश के दूसरे फेज के नियमों में, एयरलाइन कंपनियों के लिए पायलटों को हफ्ते में 48 घंटे आराम, यानी दो दिनों का वीकली रेस्ट देना अनिवार्य कर दिया था। इस दौरान किसी छुट्टी को वीकली रेस्ट गिनने पर रोक लगा दी थी। डीजीसीए ने पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के लगातार नाइट शिफ्ट पर भी पाबंदी लगाई थी।

*सुल्तानपुर ब्रेकिंग* पुलिस अधीक्षक कुँवर अनुपम सिंह ने चलाया तबादला एक्सप्रेस।सुल्तानपुर में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए एसपी ने तीन दर्ज
*सुल्तानपुर ब्रेकिंग*



पुलिस अधीक्षक कुँवर अनुपम सिंह ने चलाया तबादला एक्सप्रेस।सुल्तानपुर में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए एसपी ने तीन दर्जन मुख्य आरक्षियों को लाइन से हटाकर विभिन्न थानों पर नई तैनाती दे दी है।इसके साथ ही जिले में कई चौकी इंचार्जों के प्रभार भी बदले गए।अचानक हुए इस तबादले से पुलिस विभाग में हलचल तेज,वहीं जिम्मेदारी मिलने पर कई अधिकारियों के चेहरों पर दिखा उत्साह।एसपी का यह कदम कानून व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में माना जा रहा है।
धनबाद के केंदुआडीह में गैस रिसाव से हड़कंप: 2 महिलाओं की मौत, 24 से अधिक लोग बीमार

इलाका भूमिगत आग के कारण डेंजर जोन घोषित; DC आदित्य रंजन ने जांच के लिए कमेटी गठित की


झारखंड के धनबाद जिला अंतर्गत केंदुआडीह इलाके से गैस रिसाव का गंभीर मामला सामने आया है। बुधवार दोपहर को हुई इस घटना में अब तक दो महिलाओं की मौत हो चुकी है, जबकि 24 से अधिक लोग बीमार पड़ गए हैं। बीमार लोगों को उल्टी, चक्कर और बेचैनी की शिकायत के बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया है।

घटना का विवरण

समय और स्थान: बुधवार दोपहर, केंदुआडीह इलाका।

घटना: स्थानीय लोगों के मुताबिक, एकाएक तेज दुर्गंध के साथ गैस फैली और रिसाव के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।

मृतक: गैस रिसाव के कारण जिन दो महिलाओं की मौत हुई है, उनकी पहचान ललिता देवी और प्रियंका देवी के रूप में हुई है। हालांकि, मौत की सही वजह (गैस रिसाव या कुछ और) पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।

डेंजर जोन: केंदुआडीह का यह इलाका भूमिगत कोयले में लगी आग के कारण पहले से ही डेंजर जोन घोषित है।

प्रशासनिक कार्रवाई और आक्रोश

दो महिलाओं की मौत की खबर के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला, जो सड़कों तक पहुँच गया। लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।

जांच कमेटी: डिप्टी कमिश्नर आदित्य रंजन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल एक जांच कमेटी का गठन किया है।

राहत निर्देश: इसके साथ ही, डीसी ने बीसीसीएल (BCCL) मैनेजमेंट को प्रभावित क्षेत्र के लोगों के लिए तुरंत राहत उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

खतरे में लोगों की जिंदगी

धनबाद का अग्निप्रभावित और भू-धंसान वाला यह क्षेत्र हमेशा खतरे के साये में रहता है। कब कहाँ जमीन धंस जाए या गोफ बन जाए, यह कोई नहीं जानता, जिससे यहाँ रहने वाले हजारों लोगों की जिंदगी हर पल दांव पर लगी रहती है।

पिछला हादसा: इससे पहले, सितंबर महीने में बाघमारा के कतरास में बीसीसीएल खदान क्षेत्र में जमीन धंसने से एक सर्विस वैन 300 फीट से ज्यादा गहरी खाई में गिर गई थी, जिसमें 6 मजदूरों की मौत हो गई थी।

अगस्त की घटना: अगस्त के महीने में केंदुआ के गोधर एरिया में भी एक महिला अपने घर के बाहर खड़ी थी, जब उनके पैर के नीचे की जमीन धंस गई थी। हालांकि, कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।

राष्ट्रपति भवन में पुतिन का औपचारिक स्वागत, तीनों सेनाओं ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर

#vladimirputinindia_visit

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार 4 दिसंबर 2025 को दो दिवसीय भारत दौरे पर आ गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर हो रही यह यात्रा चार साल बाद पुतिन की पहली भारत यात्रा है। पुतिन के दो दिवसीय दौरे का आज दूसरा दिन है। यह यात्रा आज सुबह राष्ट्रपति भवन में पूरे राजकीय सम्मान के साथ आगे बढ़ी।

रूसी राष्ट्रपति आज राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को गार्ड ऑफ ऑनर में उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई।

पुतिन को 21 तोपों की सलामी

राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट में पुतिन का सेरेमोनियल वेलकम हुआ, जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया। मुख्य गेट पर राष्ट्रपति अंगरक्षक दल और घुड़सवारों की सलामी, उसके बाद 21 तोपों की गूंज, और फिर तीनों सेनाओं की औपचारिक सलामी से स्वागत हुआ। इस पूरे समारोह ने भारत-रूस संबंधों की ऐतिहासिक गहराई को एक बार फिर दिखाया है। पुतिन ने परेड का निरीक्षण किया और भारतीय सैन्य टुकड़ियों से मुलाकात कर सम्मान स्वीकार किया।

साझेदारी के 25 साल पूरे

पुतिन की यह यात्रा भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी के 25 वर्ष पूरे होने के मौके पर हो रही है। यह साझेदारी अक्टूबर 2000 में शुरू हुई थी। दिसंबर 2010 में इसे बढ़ाते हुए ‘स्पेशल एंड प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप’ का दर्जा दिया गया था

इंडिगो की देशभर में 500 से ज्यादा उड़ानें रद्द, एयरलाइन ने सरकार से मांगी 10 फरवरी तक की मोहलत

#indigodisruptionflightscancelledairline_apologises

भारत की प्रीमियम एयरलाइन इंडिगो की ऑपरेशनल दिक्कतें जारी हैं। गुरुवार को एयरलाइन ने फ्लाइट्स कैंसिल करने का रिकॉर्ड कायम कर दिया। इंडिगो की 500 से ज्यादा उड़ानें अब तक रद्द हो चुकी हैं। इनके अलावा बड़ी संख्या में उड़ानों में देरी भी हुई है। लगातार तीसरे दिन एयरलाइन ने कई उड़ानें रद्द की हैं, जिसके चलते हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूरे देश के एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल है।

जानकारी के मुताबिक 4 नवंबर को पूरे देश में इंडिगो की 550 फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं। इनमें से करीब 191 तो दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद रूट की थीं। इतने बड़े स्तर पर उड़ानें रद्द होने से एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी मच गई।

यात्रियों की बढ़ी मुश्किल

इंडिगो की फ्लाइट में देरी और रद होने के कारण यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है। लोग घंटों तक एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं। फ्लाइट्स रद्द होने के बाद यात्री टर्मिनल पर ही अपना सामान रखकर सही जानकारी मिलने का इंतजार करने लगे। इस दौरान दिल्ली एयरपोर्ट पर इंडिगो के खिलाफ नारेबाजी भी हुई। कुछ ऐसा ही हाल हैदराबाद एयरपोर्ट पर भी दिखा, जहां गुरुवार को हालात बेहद खराब रहे। इस वजह से 37 उड़ानें रद्द हुईं, कई यात्री रातभर फंसे रहे, कोई उचित सूचना या व्यवस्था नहीं की गई। इस दौरान कुछ यात्री गुस्से में एयरलाइन के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए, 'इंडिगो बंद करो… इंडिगो मुर्दाबाद' कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, 12 घंटे से अधिक इंतजार कराया गया, होटल या व्यवस्था नहीं दी गई, हर घंटे कहा गया- 'क्रू आने वाला है।'

अगले दो-तीन दिन और बनी रहेगी समस्या

एयरलाइन ने इस पर एक बयान जारी किया है। अपने बयान में इंडिगो ने कहा कि पिछले दो दिनों में इंडिगो के नेटवर्क और ऑपरेशन में बहुत ज्यादा दिक्कतें आई हैं। हम अपने सभी कस्टमर्स और इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स से दिल से माफी मांगते हैं, जिन पर इन घटनाओं का असर पड़ा है। इंडिगो की टीमें MOCA, DGCA, BCAS, AAI और एयरपोर्ट ऑपरेटर्स के सपोर्ट से पूरी मेहनत से काम कर रही हैं। हम इन देरी के असर को कम करने और नॉर्मल हालात वापस लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।एयरलाइन ने कहा है कि ठंड के मौसम में जब धुंध और भीड़ रहती है, तब क्रू की कमी की समस्या और गंभीर हो गई। इंडिगो ने कहा है शेड्यूल को स्थिर करने की कोशिशें अगले दो-तीन और जारी रह सकती हैं।

डीजीसीए ने मांगा जवाब

बता दें कि देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनियों में से एक इंडिगो पिछले कुछ दिनों से ऑपरेशनल दिक्कतों से जूझ रही है। बता दें कि पिछले महीने नवंबर में एयरलाइन की 1,232 फ्लाइट्स कैंसिल हुईं और कई फ्लाइट्स में बहुत ज्यादा देरी हुई। परफॉर्मेंस में गिरावट के बाद, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने जांच शुरू करने का फैसला किया। इसने एयरलाइन से ऑपरेशन में भारी गिरावट के पीछे के कारण बताने को कहा। सिविल एविएशन बॉडी ने एयरलाइन से नवंबर महीने में तेजी से फ्लाइट कैंसिल होने और देरी होने के पीछे सही कारण बताने को कहा।

पुलिस की बड़ी सफलता, ऑपरेशन कन्विक्शन में 106 अपराधियों को सजा
लखनऊ । लखनऊ पुलिस की बड़ी सफलता, ऑपरेशन कन्विक्शन में 106 अपराधियों को सजालखनऊ पुलिस ने नवंबर 2025 में ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ अभियान के तहत गंभीर अपराधों में दोषियों को कड़ी सजा दिलाकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अभियान के दौरान महिला सुरक्षा, पॉक्सो, हत्या, दुष्कर्म और गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर मामलों में कुल 70 मामलों में 106 अपराधियों को न्यायालय ने सजा सुनाई। दोषियों को 10 वर्ष से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा दी गईं।

एसीपी सौम्या पांडेय की निगरानी में अभियान सफल रहा

यह अभियान उत्तर प्रदेश सरकार के मार्गदर्शन में और लखनऊ पुलिस आयुक्त अमरेन्द्र कुमार सेंगर के नेतृत्व में संचालित किया गया। पुलिस उपायुक्त अपराध कमलेश कुमार दीक्षित, एडीसीपी अपराध किरन यादव, एसीपी सुशील कुमार यादव और महिला अपराध की देखरेख कर रहीं एसीपी सौम्या पांडेय की निगरानी में अभियान सफल रहा।

कई दोषियों को 3 से 20 साल तक की सजा दी गई

अभियान के तहत महिला अपराध और घरेलू हिंसा के मामलों में कई दोषियों को 3 से 20 साल तक की सजा दी गई। हत्या और हत्या के प्रयास के मामलों में 10 से अधिक दोषियों को आजीवन कारावास की सजा मिली। पॉक्सो एक्ट, दुष्कर्म और आर्थिक अपराध जैसे मामलों में भी अपराधियों को कठोर सजा सुनाई गई। साथ ही, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और मारपीट, बलवा, जानलेवा हमला जैसी अन्य गंभीर धाराओं में भी दोषियों को न्यायालय ने सजा दी।

हर पीड़ित को शीघ्र न्याय दिलाने को अभियान लगातार जारी रहेगा

पुलिस आयुक्त अमरेन्द्र कुमार सेंगर ने कहा कि यह सफलता लखनऊ पुलिस की तेज जांच, पुख्ता साक्ष्य और मजबूत पैरवी का परिणाम है। उन्होंने बताया कि महिला और बाल सुरक्षा पर पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति जारी रहेगी और हर पीड़ित को शीघ्र न्याय दिलाने के लिए अभियान लगातार जारी रहेगा।ऑपरेशन कन्विक्शन’ अभियान ने न केवल अपराधियों को सजा दिलाने में सफलता दिखाई है, बल्कि लखनऊ में कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा को मजबूत करने में भी अहम भूमिका निभाई है।
भारत की रक्षा व्यवस्था भू-स्थानिक इंटेलिजेंस और एआई के एकीकरण से तकनीकी उत्कृष्टता की ओर अग्रसर

* जियोस्मार्ट इंडिया 2025 ने भारत की रक्षा और आंतरिक सुरक्षा में भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया

दिल्ली ब्यूरो

नई दिल्ली। जियोस्पेशल वर्ल्ड द्वारा आयोजित जियोस्मार्ट इंडिया कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो 2025 भारत मंडपम, नई दिल्ली में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में “डिफेंस एंड इंटरनल सिक्योरिटी: जियोस्पेशल इंटेलिजेंस फॉर स्ट्रैटेजिक प्रिपेयर्डनेस” विषय पर वरिष्ठ रक्षा अधिकारी, नीति निर्माता और उद्योग विशेषज्ञों ने चर्चा की। उन्होंने भू-स्थानिक इंटेलिजेंस, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और उन्नत डिजिटल तकनीकों के माध्यम से भारत की रक्षा संरचना में आ रहे परिवर्तन और आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रधानमंत्री के रोडमैप पर बात की।

लेफ्टिनेंट जनरल विकास रोहेला, एसएम, इंजीनियर-इन-चीफ ने कहा कि भू-स्थानिक इंटेलिजेंस और एआई के एकीकरण से भारत की रक्षा व्यवस्था तकनीकी उत्कृष्टता की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि स्वदेशी स्टार्टअप उपग्रह निर्माण में सक्रिय हैं और सशस्त्र बल जीआईएस (GIS) आधारित सिस्टम, डिजिटल ट्विन्स तथा एआई (AI) संचालित युद्धक्षेत्र विश्लेषण अपना रहे हैं, जिससे भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी संचालन की अनिवार्य कड़ी बन चुकी है। यह परिवर्तन राष्ट्रीय लचीलापन, सीमांत प्रबंधन एवं आपदा प्रतिक्रिया को मजबूत कर रहा है।

ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) अरुण सहगल, पीएचडी ने वैश्विक सामरिक परिदृश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दुनिया अब अमेरिका की एकध्रुवीय नीति, अमेरिका-चीन द्विध्रुवीय प्रतिद्वंद्विता और रूस की त्रिध्रुवीय भूमिका में विभाजित है। इस परिप्रेक्ष्य में भारत एक स्वतंत्र रणनीतिक पहचान बना रहा है और उसे ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र को सामरिक केंद्र बिंदु बनाना चाहिए, जहां समुद्री सुरक्षा और मुक्त नौवहन मार्ग सुनिश्चित करते हुए स्वायत्त विदेश नीति बनाए रखना जरूरी है।

ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डॉ. विजय कुमार सिंह, मिजोरम के राज्यपाल ने कहा कि “भू-स्थानिक इंटेलिजेंस वह अदृश्य शक्ति है जो भविष्य के युद्धों में सफलता तय करेगी”। उन्होंने जियोइंट (GeoINT), जो इमेजरी, भू-आकृति विश्लेषण, स्थानिक डेटा, एआई और बहु-स्रोत खुफिया जानकारी का संयोजन है, को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने बताया कि यह प्रणाली कमांडरों को अच्छी और तेज निर्णय क्षमता प्रदान करती है। भू-स्थानिक जागरूकता भूमि, वायु, समुद्र, साइबर और अंतरिक्ष क्षेत्रों की सफलता के लिए अनिवार्य है।

सत्र में यह निष्कर्ष निकला कि भू-स्थानिक इंटेलिजेंस आधुनिक रक्षा प्रणाली की मुख्य रीढ़ बन चुकी है जो वास्तविक समय में स्थिति की समझ, सहयोग और निर्णय क्षमता को मजबूत करती है। जियोस्मार्ट इंडिया 2025 ने सरकार, रक्षा क्षेत्र, शिक्षा व उद्योग के बीच सहयोग को बढ़ावा देने और एक सुरक्षित, तकनीकी रूप से सशक्त रक्षा व्यवस्था के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की।

बिहार विधानसभा से नेता प्रतिपक्ष गायब, शिवानंद तिवारी का दावा- यूरोप यात्रा पर गए तेजस्वी

बिहार में विधानसभा की शीतकालीन सत्र चल रहा है. गुरुवार को इसका चौथा दिन था. मगर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन से गायब थे. विधानसभा की कार्यवाही से तेजस्वी की गैरमौजूदगी को लेकर आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने बड़ा दावा किया है.

उन्होंने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा के चालू सत्र को बीच में ही छोड़कर अपने परिवार के साथ यूरोप की यात्रा पर निकल गए हैं. अपनी ही पार्टी के नेता पर तंज कसते हुए शिवानंद तिवारी ने कहा कि तेजस्वी ने मैदान छोड़ दिया है.

तेजस्वी की क्षमता पर भी उठाया सवाल

इस दौरान उन्होंने तेजस्वी की क्षमता पर सवाल उठाया. शिवानंद तिवारी ने कहा, “अगले 5 साल तक विरोधी दल के नेता की भूमिका निभाने की क्षमता उनमें (तेजस्वी) नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भी वो गैर हाजिर थे. कहा जा रहा है कि वो दिल्ली गए. बीवी बच्चे पहले ही चले गए थे. अब बताया जा रहा है कि परिवार के साथ वो यूरोप की यात्रा पर निकल गए हैं.

बिहार में विपक्ष का मैदान खाली है- शिवानंद

शिवानंद तिवारी ने कहा कि तेजस्वी ने मैदान छोड़ दिया है. बिहार में विरोध की राजनीति का पुरा मैदान खाली है. नीतीश पांच वर्षों तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे, यह भी संदेह के गंभीर घेरे में है. बिहार पर अपना झंडा फहराने का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सपना पूरा होता दिखाई दे रहा है. इसके लिए जवाबदेह कौन है! अकेले नीतीश कुमार? मैं इस निष्कर्ष से सहमत नहीं हूं.

तेजस्वी यादव मंगलवार को ही आधिकारिक रूप से नेता प्रतिपक्ष चुने गए थे और बुधवार को वो सदन में मौजूद नहीं थे. इस दिन सदन में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का अभिभाषण हुआ लेकिन तेजस्वी नदारद थे. बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से शुरू हुआ है. यह 18वीं विधानसभा का पहला सत्र है. यह सत्र 5 दिसंबर तक चलेगा.

ट्रायल कोर्ट में 12 दिसंबर की सुनवाई स्थगित, ईडी को जवाब दाखिल करने का निर्देश; अगली सुनवाई 18 दिसंबर को


मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के शिकायतवाद पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (CJM) द्वारा लिए गए संज्ञान को झारखंड हाईकोर्ट में चुनौती दी है। इस याचिका पर गुरुवार को हाईकोर्ट के जस्टिस अनिल कुमार चौधरी की अदालत में सुनवाई हुई, जिसके बाद मुख्यमंत्री को बड़ी अंतरिम राहत मिली है।

हाईकोर्ट का निर्देश

ट्रायल स्थगित: कोर्ट ने ईडी को जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए, रांची के एमपी-एमएलए कोर्ट (ट्रायल कोर्ट) को 12 दिसंबर को होने वाली सुनवाई को स्थगित करने को कहा है।

अगली सुनवाई: इस मामले की अगली सुनवाई अब 18 दिसंबर को हाईकोर्ट में होगी।

सुनवाई के दौरान दलीलें

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से अधिवक्ता प्रदीप चंद्रा, दीपांकर राय और श्रेय मिश्रा ने दलील पेश की।

सीएम के अधिवक्ता की मांग: सीएम के अधिवक्ता दीपांकर राय ने बताया कि ईडी ने काउंटर फाइल करने के लिए दो सप्ताह का समय मांगा था। इस पर यह तर्क दिया गया कि अगर समय दिया गया तो 12 दिसंबर को प्रस्तावित ट्रायल शुरू हो जाएगा। इसलिए, अगली सुनवाई होने तक अंतरिम आदेश देने की मांग की गई थी।

इस दलील को स्वीकार करते हुए जस्टिस अनिल कुमार चौधरी की कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट को सुनवाई स्थगित करने का निर्देश दिया।

पिछली सुनवाई में भी मिली थी राहत

गौरतलब है कि बुधवार (3 दिसंबर) को इसी मामले में सीएम हेमंत सोरेन को हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली थी। जस्टिस अनिल कुमार चौधरी की अदालत ने उन्हें सिर्फ 6 दिसंबर को एमपी-एमएलए कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया था, साथ ही ट्रायल के दौरान व्यक्तिगत पेशी की अनिवार्यता हटा दी थी। हालांकि, विशेष कारणों से कोर्ट उन्हें व्यक्तिगत या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उपस्थित होने को कह सकता है।

यह मामला ईडी द्वारा 19 फरवरी 2024 को दर्ज शिकायत से जुड़ा है, जिसमें हेमंत सोरेन पर आठ समन की अवहेलना करने का आरोप लगाया गया था।

बंथरा के फर्जी सरिया चोरी केस में कार्रवाई तेज, इंस्पेक्टर व 4 दरोगाओं पर गंभीर धाराओं में मुकदमा

लखनऊ । पांच साल पुराने सरिया चोरी के एक मामले में निर्दोषों को झूठे आरोप में फंसाने के आरोप पर बंथरा थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर और चार दरोगाओं के खिलाफ पीजीआई थाने में गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। यह मुकदमा एंटी करप्शन विभाग की जांच रिपोर्ट के आधार पर दर्ज कराया गया है।

सरिया के फर्जी चोरी के मामले में भेज दिया था जेल

एंटी करप्शन में तैनात इंस्पेक्टर नुरुल हुदा के मुताबिक, 31 दिसंबर 2020 को बंथरा पुलिस ने लोहा कारोबारी विकास गुप्ता और ट्रक चालक दर्शन जाटव को सरिया चोरी के फर्जी मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बाद में आरोपियों के नाम पर आधार बनाकर ग्रामीणों लालता सिंह, उनके बेटे कौशलेंद्र, सतीश सिंह और कल्लू गुप्ता को भी आरोपित बनाकर गिरफ्तार किया गया था।

रंजना सिंह ने शासन से लेकर डीजीपी तक की थी शिकायत

इन गिरफ्तारियों के विरोध में पूर्व बीडीसी सदस्य रंजना सिंह ने शासन से लेकर डीजीपी तक शिकायत की थी। जिसके बाद मामले की जांच एंटी करप्शन को सौंपी गई। जांच में पाया गया कि चोरी का यह पूरा मामला मनगढ़ंत और षड्यंत्रपूर्ण था।इस जांच के बाद पीजीआई थाने में तत्कालीन इंस्पेक्टर क्राइम प्रहलाद सिंह और दरोगा संतोष कुमार, राजेश कुमार, दिनेश कुमार तथा आलोक कुमार सिंह के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इनमें आरोप है कि साजिश के तहत झूठे साक्ष्य तैयार कर बेगुनाहों को जेल भेजा गया।

दरोगा आलोक कुमार सिंह वर्तमान में पुलिस लाइन में तैनात

सूत्रों के अनुसार, दरोगा आलोक कुमार सिंह वर्तमान में पुलिस लाइन में तैनात हैं और उनके निलंबन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। वहीं अन्य आरोपी पुलिसकर्मियों के बहराइच में होने के चलते वहां के पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट भेजी जाएगी, जिसके आधार पर आगे की अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने कहा कि मामले की विवेचना जारी है और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।