"वंदे मातरम्” केवल गीत नहीं बल्कि भारत की आत्मा की आवाज: भूपेन्द्र चौधरी
150 वर्ष पूरे होने पर मनाया जाएगा राष्ट्रव्यापी उत्सव
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने आज लखनऊ स्थित भाजपा राज्य मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा की आवाज है। यह वह स्वर है जिसने गुलामी की बेड़ियों में जकड़े भारत को आज़ादी की राह दिखाई। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यह गीत हर आंदोलन और बलिदान का प्रेरणास्रोत रहा और आज भी यह हर भारतीय के हृदय में नई ऊर्जा, साहस और एकता का संचार करता है।
प्रदेश अध्यक्ष चौधरी ने कहा कि “वंदे मातरम्” में केवल मातृभूमि की स्तुति नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति श्रद्धा, त्याग और समर्पण की भावना निहित है। यह गीत हमें याद दिलाता है कि हमारा राष्ट्र केवल सीमाओं से नहीं, बल्कि साझा संस्कृति, भावनाओं और कर्तव्यबोध से निर्मित हुआ है।
उन्होंने बताया कि “वंदे मातरम्” की रचना वर्ष 1875 में श्री बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय ने की थी और इसका प्रथम वाचन वर्ष 1896 में रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा कोलकाता में किया गया। वर्ष 1950 में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने इसे राष्ट्रगीत का दर्जा प्रदान किया। स्वतंत्रता संग्राम में यह गीत राष्ट्रवाद, एकता और ब्रिटिश शासन के विरुद्ध प्रतिरोध का प्रतीक बना।
चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने 1 अक्टूबर 2025 को “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में राष्ट्रव्यापी उत्सव मनाने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में भाजपा ने भी विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला शुरू करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 7 नवम्बर 2025 को 18 स्थानों पर 150 कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक “वंदे मातरम्” गायन और सभाओं का आयोजन होगा। इसके बाद 8 से 15 नवम्बर तक सभी जिला मुख्यालयों, विधानसभा और मण्डल स्तर पर भी सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में कार्यक्रम होंगे, जिनमें आमजन की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।
अभियान के अंतर्गत तिरंगा यात्राएँ, प्रभात फेरियाँ, बाइक रैलियाँ, प्रदर्शनियाँ और साहित्यिक गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। विद्यालयों व महाविद्यालयों में निबंध, कविता एवं चित्रकला प्रतियोगिताएँ कराई जाएंगी, ताकि नई पीढ़ी राष्ट्रगीत की प्रेरणा और उसके महत्व से परिचित हो सके।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि “वंदे मातरम्” नवभारत के उस संकल्प का प्रतीक है, जिसमें हर नागरिक भारत माता के प्रति श्रद्धा, सेवा और समर्पण की भावना को जीवित रखे — यही भावना भारत को “वसुधैव कुटुम्बकम्” के संदेशवाहक के रूप में विश्व पटल पर प्रतिष्ठित करती है।













40 sec ago
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