नई दिल्ली में तीन दिवसीय पांचवें राष्ट्रीय मुख्य सचिव सम्मेलन का शुक्रवार को हुआ आगाज़

देश की राजधानी नई दिल्ली में शुक्रवार से तीन दिवसीय (26 से 28 दिसंबर) पांचवें राष्ट्रीय मुख्य सचिव सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। इस भव्य सम्मेलन का नेतृत्व प्रधानमंत्री द्वारा किया जा रहा है।सम्मेलन के माध्यम से केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने, सरकारी नीतियों को ज़मीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करने और साझा प्रयासों से शासन व्यवस्था को मजबूत बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। राष्ट्रीय विकास से जुड़े अहम मुद्दों पर हो रहे इस विचार-विमर्श का उद्देश्य केंद्र–राज्य साझेदारी को और अधिक सशक्त करना है।

इस राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में झारखंड सरकार की ओर से मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार, परिवहन विभाग के सचिव श्री कृपानंद झा, योजना एवं विकास विभाग के सचिव श्री मुकेश कुमार तथा विशेष सचिव श्री राजीव रंजन सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी सहभागिता कर रहे हैं। सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य प्रधानमंत्री, नीति आयोग, केंद्रीय मंत्रालयों, राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों तथा विषय विशेषज्ञों के साथ समन्वित विचार-विमर्श के माध्यम से सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को साझा करना और प्रभावी शासन मॉडल विकसित करना है।

सम्मेलन में मानव पूंजी के विकास पर जोर

इस वर्ष सम्मेलन में मानव पूंजी के विकास जैसे व्यापक विषयों पर विस्तृत चर्चा हो रही है, जिसके अंतर्गत पांच प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष जोर दिया जाएगा, जिनमें प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा, स्कूली शिक्षा, कौशल विकास, उच्च शिक्षा, खेल एवं पाठ्येतर गतिविधियां शामिल हैं।इसका लक्ष्य ‘विकसित भारत’ के लिए एक साझा विकास रोडमैप तैयार करना है।

यह सम्मेलन न केवल नीति निर्माण को मजबूती प्रदान करेगा, बल्कि केंद्र और राज्यों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से समावेशी, सतत एवं भविष्य-उन्मुख विकास की दिशा में एक ठोस आधार भी तैयार करेगा।

पेसा कानून से मजबूत होगा जनजातीय स्वशासन: ढोल-नगाड़ों के साथ सीएम आवास पहुंचे सरना समिति के प्रतिनिधि, मुख्यमंत्री ने कहा— "गांव मजबूत होगा तभी

रांची | : झारखंड में जनजातीय समाज के दशकों पुराने संघर्ष को एक नई दिशा मिली है। राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा पेसा नियमावली (पंचायत उपबंध, अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार अधिनियम) को हरी झंडी दिए जाने के बाद आज केंद्रीय सरना समिति, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा और आदिवासी छात्रावासों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।

ढोल-नगाड़ों के साथ आभार यात्रा

मुख्यमंत्री आवासीय परिसर आज उत्सव के मैदान में तब्दील हो गया। सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग पारंपरिक ढोल-नगाड़ों के साथ पहुंचे और पेसा नियमावली लागू करने के ऐतिहासिक निर्णय के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रतिनिधियों ने इसे आदिवासी स्वशासन और जल-जंगल-जमीन की रक्षा की दिशा में अब तक का सबसे बड़ा कदम बताया।

मुख्यमंत्री के संबोधन की मुख्य बातें:

पूर्वजों के संघर्ष का सम्मान: मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग झारखंड राज्य और जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने लंबी प्रताड़ना झेली और बलिदान दिए। पेसा कानून उन्हीं वीर सपूतों के सपनों को धरातल पर उतारने का जरिया है।

ग्राम सभाओं को मिलेगी शक्ति: सीएम ने स्पष्ट किया कि पेसा कानून लागू होने से ग्राम सभाओं को निर्णय लेने का संवैधानिक अधिकार और शक्तियां मिलेंगी। इससे स्थानीय स्वशासन की व्यवस्था सुदृढ़ होगी और पंचायतों को अपना वास्तविक हक मिलेगा।

भ्रम फैलाने वालों से रहें सावधान: मुख्यमंत्री ने युवाओं और ग्रामीणों से अपील की कि वे पेसा कानून की बारीकियों को समझें। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व ग्रामीणों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं, इसलिए नीतियों की सही जानकारी होना जरूरी है।

विकसित गांव, विकसित राज्य: मुख्यमंत्री ने दोहराया कि "हमारी सरकार गांव की सरकार है।" जब तक राज्य का सुदूर ग्रामीण क्षेत्र मजबूत नहीं होगा, तब तक राज्य के विकास की कल्पना अधूरी है।

नवनियुक्तियों का जिक्र

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी याद दिलाया कि सरकार केवल नीतियां ही नहीं बना रही, बल्कि रोजगार भी दे रही है। हाल ही में 10 हजार युवाओं को सरकारी नियुक्ति दी गई है और आने वाले समय में रोजगार के और अवसर सृजित किए जाएंगे।

प्रमुख उपस्थिति

इस अवसर पर केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की, सचिव रूपचंद केवट, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के महासचिव जलेश्वर उरांव सहित सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के छात्र और प्रतिनिधि उपस्थित थे।

धान अधिप्राप्ति पर सीएम हेमन्त सोरेन की अपील: ₹2450 प्रति क्विंटल की दर से सीधा भुगतान, बिचौलियों से सावधान रहने की हिदायत

रांची | 26 दिसंबर 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के किसानों की समृद्धि और सुरक्षा को लेकर एक विशेष संदेश जारी किया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार धान खरीद की प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ संचालित कर रही है और किसानों को उनके पसीने की पूरी कीमत सीधे उनके खातों में मिल रही है।

मुख्य बातें:

₹2450 प्रति क्विंटल: राज्य सरकार धान की खरीद निर्धारित दर ₹2450 प्रति क्विंटल पर कर रही है।

700+ केंद्र: पूरे झारखंड में धान अधिप्राप्ति के लिए 700 से अधिक केंद्र सक्रिय हैं।

सीधा भुगतान: बिचौलियों की भूमिका खत्म करने के लिए भुगतान की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जा रही है।

बिचौलियों के खिलाफ सख्त रुख

मुख्यमंत्री ने किसान भाइयों और बहनों से अपील की है कि वे किसी भी बिचौलिए के बहकावे में न आएं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति मुआवजे या भुगतान के नाम पर धन की मांग करता है या किसानों को गुमराह करने की कोशिश करता है, तो इसकी सूचना तुरंत जिला प्रशासन या अंचल कार्यालय को दें।

मुख्यमंत्री का संदेश

"किसानों की समृद्धि ही झारखण्ड की शक्ति है। सरकार हमेशा आपके अधिकारों की रक्षा के लिए संकल्पित है। अपनी उपज प्रखंड के नजदीकी सरकारी केंद्रों पर ही बेचें।" — हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री

हजारीबाग में वीर साहिबज़ादों को नमन, गुरु गोबिंद सिंह पार्क में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

हजारीबाग स्थित गुरु गोबिंद सिंह पार्क में सिख धर्म के महान इतिहास और अद्वितीय बलिदान की स्मृति में वीर साहिबज़ादे बाबा जोरावर सिंह जी एवं बाबा फतेह सिंह जी की शहादत पर एक गरिमामयी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हजारीबाग के सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रदीप प्रसाद ने सभा में सम्मिलित होकर धर्म, सत्य और राष्ट्रमूल्यों की रक्षा हेतु अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर साहिबज़ादों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने दो मिनट का मौन रखकर वीर साहिबज़ादों के अद्वितीय साहस, अटूट आस्था और अमर बलिदान को नमन किया। इस दौरान विधायक प्रदीप प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि, अत्याचार और अन्याय के सामने झुकने के बजाय सत्य और धर्म की रक्षा के लिए अल्पायु में दिया गया यह बलिदान भारतीय इतिहास में शौर्य, साहस और आत्मबल का सर्वोच्च उदाहरण है। वीर साहिबज़ादों का त्याग केवल सिख समाज ही नहीं, बल्कि समूचे राष्ट्र के लिए प्रेरणास्रोत है, जो हमें धर्म, मानवता और राष्ट्रभक्ति के मार्ग पर दृढ़ता से चलने की सीख देता है।

उन्होंने आगे कहा कि, ऐसे महापुरुषों और वीर बलिदानियों की स्मृति को जीवंत रखना हम सभी का सामूहिक दायित्व है, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ अपने इतिहास से प्रेरणा लेकर मजबूत चरित्र, नैतिक मूल्यों और राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना विकसित कर सकें। समाज में आपसी सद्भाव, भाईचारा और राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करने में इस प्रकार के आयोजन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इस गरिमामयी श्रद्धांजलि सभा में सांसद मनीष जयसवाल, प्रदेश प्रवक्ता विनय जयसवाल, जिला अध्यक्ष विवेकानंद सिंह, सिख समाज के सम्मानितजन, भाजपा परिवार के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता तथा बड़ी संख्या में प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में वीर साहिबज़ादों के आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करने तथा सत्य, धर्म और राष्ट्रहित के लिए निरंतर कार्य करने का संकल्प लिया।

सड़क दुर्घटना में दो युवक गंभीर रूप से घायल!!

केरेडारी से रोहित गोस्वामी की रिपोर्ट

केरेडारी : केरेडारी बड़कागांव मुख्य सड़क के केरेडारी पुराना थाना के समीप सड़क दुर्घटना में दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए! घटना 25 दिसंबर रात 9 10 बजे के बीच की है! इस संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार घायल गरी कलां पंचायत समिति सदस्य राम इकबाल सिंह के पुत्र बॉबी उर्फ सोनू सिंह उम्र 24 वर्ष वहीं दूसरा युवक शिबू कुमार पिता बालेश्वर महतो उम्र 25 वर्ष ग्राम पतरा कलां गांव निवासी है! घायल दोनों युवक निजी काम से टंडवा की ओर से मोटर सायकिल से आ रहे थे आने के क्रम में एक हाइवा वाहन ने मोटरसाइकिल को चकमा दिया जिस कारण दोनों युवक अनियंत्रित होकर गिर पड़े! जिसकारण दोनों युवकों को गंभीर रूप से चोटिल हो गए! स्थानीय लोगों के मदद से दोनों घायलों को केरेडारी स्वास्थ केंद्र ले जाया गया जहां दोनों की गंभीर अवस्था को देखते हुए हजारीबाग रेफर कर दिया गया! जहां दोनों युवक इलाजरत है!

अरगोड़ा के 'पर्ल ऑर्किड' अपार्टमेंट में भीषण आग; 11वें फ्लोर पर फंसे 5 लोगों की बची जान, 8 दमकलों ने पाया काबू

रांची | 26 दिसंबर 2025: राजधानी के पॉश इलाके अरगोड़ा चौक के पास स्थित पर्ल ऑर्किड अपार्टमेंट में शुक्रवार सुबह अचानक आग लग गई। यह आग अपार्टमेंट के 11वें फ्लोर पर स्थित झारखंड पुलिस के सार्जेंट मेजर अभिनव पाठक के फ्लैट में लगी। धुएं और आग की लपटों ने देखते ही देखते पूरे फ्लोर को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे पूरे अपार्टमेंट में हड़कंप मच गया।

बाल-बाल बचा परिवार

जिस वक्त आग लगी, फ्लैट के अंदर दो बच्चे, एक बुजुर्ग, एक महिला और एक पुरुष समेत कुल पांच लोग मौजूद थे। सुबह करीब 7:30 बजे सबसे पहले बाथरूम से धुआं निकलता देखा गया। परिवार ने सूझबूझ दिखाते हुए तुरंत घर खाली कर दिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। अपार्टमेंट के अन्य निवासी भी सीढ़ियों के सहारे आनन-फानन में नीचे उतर आए।

शॉर्ट सर्किट से लगी आग

शुरुआती जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। आग इतनी तेजी से फैली कि फ्लैट में रखा कीमती फर्नीचर, दस्तावेज और जरूरी सामान जलकर राख हो गए। पुलिस और स्थानीय लोगों की सूचना पर फायर ब्रिगेड की 8 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और काफी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया।

पुलिस और फायर ब्रिगेड की तत्परता

घटनास्थल पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पेट्रोलिंग टीम ने धुआं उठते ही मोर्चा संभाल लिया था। फायर ब्रिगेड की मुस्तैदी के कारण आग 11वें फ्लोर से अन्य फ्लैटों तक नहीं फैल सकी। फिलहाल नुकसान का आकलन किया जा रहा है और अपार्टमेंट की बिजली सुरक्षा की जांच की जा रही है।

माननीय झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा संप्रेक्षण गृह एवं केंद्रीय कारा का निरीक्षण

झारखंड उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीश श्री सुजीत नारायण प्रसाद ने आज शुक्रवार को हजारीबाग स्थित संप्रेक्षण गृह (बाल सुधार गृह) एवं लोक नायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री अंजनी अंजन उपस्थित रहे।

सर्वप्रथम माननीय न्यायाधीश ने हजारीबाग के संप्रेक्षण गृह का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संपूर्ण परिसर का अवलोकन किया तथा सजायाफ्ता किशोरों से संवाद स्थापित कर उन्हें उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने किशोरों को दिए जाने वाले भोजन, किशोर न्याय बोर्ड हजारीबाग से संबंधित व्यवस्थाओं, पुस्तकालय, बच्चों से मुलाकात कर व्यवस्था की जानकारी,चिकित्सा कक्ष, परामर्श कक्ष, भोजनालय, हॉस्टल, शौचालय, बिजली व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था का गहन निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान माननीय न्यायाधीश के स्वागत में संप्रेक्षण गृह के किशोर कैदियों द्वारा योग एवं व्यायाम की प्रस्तुति दी गई, जिसे माननीय न्यायाधीश ने सराहते हुए बच्चों का उत्साहवर्धन किया।

इसके उपरांत माननीय न्यायाधीश ने लोक नायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा का भी निरीक्षण किया। उन्होंने संपूर्ण परिसर का भ्रमण कर कैदियों को उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कैदियों से संवाद करते हुए कहा कि प्रत्येक कैदी को अपने विरुद्ध चल रहे मुकदमों की जानकारी अवश्य होनी चाहिए। उन्होंने महिला वार्ड, अस्पताल वार्ड सहित अन्य विभागों का निरीक्षण किया तथा कारा प्रशासन को आवश्यक निर्देश प्रदान किए।

निरीक्षण के दौरान माननीय न्यायाधीश श्री सुजीत नारायण प्रसाद ने निर्देश दिया कि केंद्रीय कारा में निरुद्ध सजायाफ्ता कैदियों को जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) का प्रभावी विधिक प्रतिनिधित्व अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि कैदियों को उनके मामलों की विधिक जानकारी एवं निःशुल्क कानूनी सहायता मिलना उनका अधिकार है। इस संबंध में माननीय न्यायाधीश ने डालसा को आवश्यक पहल सुनिश्चित करने का स्पष्ट निर्देश दिया

माननीय न्यायाधीश के इस निरीक्षण से सुधारात्मक व्यवस्था, पारदर्शिता एवं कैदियों के अधिकारों के संरक्षण की दिशा में सकारात्मक संदेश गया।

स्व. विनोद सिंह की पुण्यतिथि पर गया में सेवा का संगम: विधानसभा अध्यक्ष डॉ. प्रेम कुमार ने हजारों गरीबों के बीच बांटे कंबल

गया: जिले के खिरियामा पंचायत में पूर्व मुखिया स्वर्गीय विनोद सिंह की पुण्यतिथि को 'सेवा दिवस' के रूप में मनाया गया। इस भावपूर्ण अवसर पर एक भव्य सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कड़ाके की ठंड को देखते हुए हजारों जरूरतमंद, गरीब और असहाय लोगों के बीच कंबल वितरण किया गया।

विधानसभा अध्यक्ष ने दी श्रद्धांजलि

बिहार विधानसभा अध्यक्ष डॉ. प्रेम कुमार कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने स्वर्गीय विनोद सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया और अपने हाथों से ग्रामीणों को कंबल बांटे। इस दौरान उन्होंने उपस्थित लोगों को नए साल की अग्रिम बधाई भी दी।

"सच्चे जनसेवक थे विनोद सिंह" - डॉ. प्रेम कुमार

सभा को संबोधित करते हुए डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि स्वर्गीय विनोद सिंह एक जमीन से जुड़े और सच्चे जनसेवक थे। उन्होंने अपने मुखिया कार्यकाल में समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य किया।

उन्होंने वर्तमान मुखिया राजेश सिंह और भाजपा नेता संतोष सिंह की सराहना करते हुए कहा, "विनोद बाबू के पुत्र आज उनके पदचिह्नों पर चलकर उनके अधूरे सपनों को पूरा कर रहे हैं। गरीबों की सेवा ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।"

खुश हुए ग्रामीण, युवाओं ने संभाली कमान

कंबल वितरण के दौरान बुजुर्गों और महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान साफ देखी गई। ठंड के मौसम में मिली इस राहत के लिए ग्रामीणों ने आयोजकों का आभार जताया। कार्यक्रम को व्यवस्थित बनाने में स्थानीय युवाओं और स्वयंसेवकों की टीम ने सराहनीय भूमिका निभाई।

अंत में उपस्थित लोगों ने स्वर्गीय विनोद सिंह के आदर्शों को आत्मसात करने और समाज सेवा की भावना को आगे बढ़ाने का सामूहिक संकल्प लिया।

हजारीबाग: एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर 'सेक्सटॉर्शन' करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 4 साइबर अपराधी गिरफ्तार

हजारीबाग पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' नीति के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर ठगी और ब्लैकमेलिंग करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसके तहत मुफसिल थाना क्षेत्र से चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है । पुलिस अधीक्षक को 25 दिसंबर को गुप्त सूचना मिली थी कि मुफसिल थाना क्षेत्र के नूतननगर के पास एक गिरोह सक्रिय है, जो एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों को फर्जी वेबसाइटों और विज्ञापनों के जरिए झांसा देकर यूपीआई और डिजिटल माध्यमों से पैसे ठगता है ।

इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए सदर एसडीपीओ श्री अमित आनंद के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया । जब टीम नूतननगर पहुंची, तो वहां चार युवक मोबाइल पर संदिग्ध गतिविधियां करते पाए गए और पुलिस बल को देखकर भागने का प्रयास करने लगे, लेकिन छापेमारी दल ने उन्हें खदेड़कर पकड़ लिया । गिरफ्तार अपराधियों की पहचान विवेक कुमार (22 वर्ष), बादल मंडल (20 वर्ष), दीपक मंडल (24 वर्ष) और शेखर कुमार (21 वर्ष) के रूप में हुई है; ये सभी मूल रूप से बरकट्ठा थाना क्षेत्र के मासीपीढी के रहने वाले हैं और वर्तमान में नूतननगर में रह रहे थे ।

तलाशी के दौरान पुलिस ने इनके पास से ठगी में प्रयुक्त 12 मोबाइल फोन (जिनमें से एक 'प्रतिबिम्ब ऐप' में पंजीकृत है), 16 सिम कार्ड, विभिन्न बैंकों के 12 डेबिट कार्ड और 5 पैन कार्ड बरामद किए हैं । इस संबंध में पुलिस ने मुफसिल थाना में कांड संख्या 207/25 दर्ज किया है और भारतीय न्याय संहिता की धारा 317, 318, 319, 338, 340, 61(2) एवं आईटी एक्ट की धारा 66(C)/67/67(A) के तहत मामला दर्ज कर सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है । छापेमारी दल में पुलिस निरीक्षक शाहिद रजा, थाना प्रभारी रौशन बर्णवाल, एसआई जितेन्द्र भगत, एसआई सिद्यनाथ कुमार और तकनीकी शाखा के कर्मी शामिल थे ।

गया पुलिस की बड़ी कार्रवाई, सिंधु गढ़ थाना क्षेत्र में हुई लूट की घटना का सफल उद्भेदन, एक आरोपी गिरफ्तार

गया जिले के सिंधु गढ़ थाना क्षेत्र में हुई लूट की सनसनीखेज घटना का गया पुलिस ने सफल उद्भेदन कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है, जिससे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को लेकर आम लोगों में भरोसा बढ़ा है।

गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान मोहनपुर थाना क्षेत्र के मलिक चक्का गांव निवासी गोरेलाल कुमार, पिता स्वर्गीय रोशन यादव के रूप में की गई है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह घटना कुछ दिन पूर्व सिंधु गढ़ थाना क्षेत्र में घटित हुई थी, जहां एक अज्ञात व्यक्ति को रास्ते में जबरन उसकी गाड़ी रुकवाकर अपराधियों ने पिस्तौल दिखाकर डराया-धमकाया। इसके बाद पीड़ित के साथ मारपीट की गई और उसके पास से नकद रुपये, मोबाइल फोन, मोटरसाइकिल तथा कुछ महत्वपूर्ण कागजात छीन लिए गए। घटना के बाद पीड़ित ने सिंधु गढ़ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस संबंध में थाना कांड संख्या 64/24 दर्ज की गई थी।

घटना की गंभीरता को देखते हुए वरीय पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम ने तकनीकी अनुसंधान, गुप्त सूचना और स्थानीय लोगों से पूछताछ के आधार पर मामले की जांच शुरू की। लगातार छापेमारी और साक्ष्यों के विश्लेषण के बाद पुलिस ने मुख्य अभियुक्त गोरेलाल कुमार को गिरफ्तार कर लिया

पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त ने लूट की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। पुलिस ने उसके पास से घटना से जुड़े कुछ अहम सुराग भी बरामद किए हैं, जिससे मामले की जांच को और मजबूती मिली है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि इस घटना में कोई अन्य व्यक्ति शामिल था या नहीं।

गया पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जिले में अपराध और अपराधियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा। आम जनता की सुरक्षा पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है और कानून तोड़ने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों ने गया पुलिस की तत्परता और कार्यशैली की सराहना की है।

नई दिल्ली में तीन दिवसीय पांचवें राष्ट्रीय मुख्य सचिव सम्मेलन का शुक्रवार को हुआ आगाज़

देश की राजधानी नई दिल्ली में शुक्रवार से तीन दिवसीय (26 से 28 दिसंबर) पांचवें राष्ट्रीय मुख्य सचिव सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। इस भव्य सम्मेलन का नेतृत्व प्रधानमंत्री द्वारा किया जा रहा है।सम्मेलन के माध्यम से केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने, सरकारी नीतियों को ज़मीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करने और साझा प्रयासों से शासन व्यवस्था को मजबूत बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। राष्ट्रीय विकास से जुड़े अहम मुद्दों पर हो रहे इस विचार-विमर्श का उद्देश्य केंद्र–राज्य साझेदारी को और अधिक सशक्त करना है।

इस राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में झारखंड सरकार की ओर से मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार, परिवहन विभाग के सचिव श्री कृपानंद झा, योजना एवं विकास विभाग के सचिव श्री मुकेश कुमार तथा विशेष सचिव श्री राजीव रंजन सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी सहभागिता कर रहे हैं। सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य प्रधानमंत्री, नीति आयोग, केंद्रीय मंत्रालयों, राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों तथा विषय विशेषज्ञों के साथ समन्वित विचार-विमर्श के माध्यम से सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को साझा करना और प्रभावी शासन मॉडल विकसित करना है।

सम्मेलन में मानव पूंजी के विकास पर जोर

इस वर्ष सम्मेलन में मानव पूंजी के विकास जैसे व्यापक विषयों पर विस्तृत चर्चा हो रही है, जिसके अंतर्गत पांच प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष जोर दिया जाएगा, जिनमें प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा, स्कूली शिक्षा, कौशल विकास, उच्च शिक्षा, खेल एवं पाठ्येतर गतिविधियां शामिल हैं।इसका लक्ष्य ‘विकसित भारत’ के लिए एक साझा विकास रोडमैप तैयार करना है।

यह सम्मेलन न केवल नीति निर्माण को मजबूती प्रदान करेगा, बल्कि केंद्र और राज्यों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से समावेशी, सतत एवं भविष्य-उन्मुख विकास की दिशा में एक ठोस आधार भी तैयार करेगा।

पेसा कानून से मजबूत होगा जनजातीय स्वशासन: ढोल-नगाड़ों के साथ सीएम आवास पहुंचे सरना समिति के प्रतिनिधि, मुख्यमंत्री ने कहा— "गांव मजबूत होगा तभी

रांची | : झारखंड में जनजातीय समाज के दशकों पुराने संघर्ष को एक नई दिशा मिली है। राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा पेसा नियमावली (पंचायत उपबंध, अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार अधिनियम) को हरी झंडी दिए जाने के बाद आज केंद्रीय सरना समिति, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा और आदिवासी छात्रावासों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।

ढोल-नगाड़ों के साथ आभार यात्रा

मुख्यमंत्री आवासीय परिसर आज उत्सव के मैदान में तब्दील हो गया। सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग पारंपरिक ढोल-नगाड़ों के साथ पहुंचे और पेसा नियमावली लागू करने के ऐतिहासिक निर्णय के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रतिनिधियों ने इसे आदिवासी स्वशासन और जल-जंगल-जमीन की रक्षा की दिशा में अब तक का सबसे बड़ा कदम बताया।

मुख्यमंत्री के संबोधन की मुख्य बातें:

पूर्वजों के संघर्ष का सम्मान: मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग झारखंड राज्य और जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने लंबी प्रताड़ना झेली और बलिदान दिए। पेसा कानून उन्हीं वीर सपूतों के सपनों को धरातल पर उतारने का जरिया है।

ग्राम सभाओं को मिलेगी शक्ति: सीएम ने स्पष्ट किया कि पेसा कानून लागू होने से ग्राम सभाओं को निर्णय लेने का संवैधानिक अधिकार और शक्तियां मिलेंगी। इससे स्थानीय स्वशासन की व्यवस्था सुदृढ़ होगी और पंचायतों को अपना वास्तविक हक मिलेगा।

भ्रम फैलाने वालों से रहें सावधान: मुख्यमंत्री ने युवाओं और ग्रामीणों से अपील की कि वे पेसा कानून की बारीकियों को समझें। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व ग्रामीणों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं, इसलिए नीतियों की सही जानकारी होना जरूरी है।

विकसित गांव, विकसित राज्य: मुख्यमंत्री ने दोहराया कि "हमारी सरकार गांव की सरकार है।" जब तक राज्य का सुदूर ग्रामीण क्षेत्र मजबूत नहीं होगा, तब तक राज्य के विकास की कल्पना अधूरी है।

नवनियुक्तियों का जिक्र

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी याद दिलाया कि सरकार केवल नीतियां ही नहीं बना रही, बल्कि रोजगार भी दे रही है। हाल ही में 10 हजार युवाओं को सरकारी नियुक्ति दी गई है और आने वाले समय में रोजगार के और अवसर सृजित किए जाएंगे।

प्रमुख उपस्थिति

इस अवसर पर केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की, सचिव रूपचंद केवट, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के महासचिव जलेश्वर उरांव सहित सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के छात्र और प्रतिनिधि उपस्थित थे।

धान अधिप्राप्ति पर सीएम हेमन्त सोरेन की अपील: ₹2450 प्रति क्विंटल की दर से सीधा भुगतान, बिचौलियों से सावधान रहने की हिदायत

रांची | 26 दिसंबर 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के किसानों की समृद्धि और सुरक्षा को लेकर एक विशेष संदेश जारी किया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार धान खरीद की प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ संचालित कर रही है और किसानों को उनके पसीने की पूरी कीमत सीधे उनके खातों में मिल रही है।

मुख्य बातें:

₹2450 प्रति क्विंटल: राज्य सरकार धान की खरीद निर्धारित दर ₹2450 प्रति क्विंटल पर कर रही है।

700+ केंद्र: पूरे झारखंड में धान अधिप्राप्ति के लिए 700 से अधिक केंद्र सक्रिय हैं।

सीधा भुगतान: बिचौलियों की भूमिका खत्म करने के लिए भुगतान की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जा रही है।

बिचौलियों के खिलाफ सख्त रुख

मुख्यमंत्री ने किसान भाइयों और बहनों से अपील की है कि वे किसी भी बिचौलिए के बहकावे में न आएं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति मुआवजे या भुगतान के नाम पर धन की मांग करता है या किसानों को गुमराह करने की कोशिश करता है, तो इसकी सूचना तुरंत जिला प्रशासन या अंचल कार्यालय को दें।

मुख्यमंत्री का संदेश

"किसानों की समृद्धि ही झारखण्ड की शक्ति है। सरकार हमेशा आपके अधिकारों की रक्षा के लिए संकल्पित है। अपनी उपज प्रखंड के नजदीकी सरकारी केंद्रों पर ही बेचें।" — हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री

हजारीबाग में वीर साहिबज़ादों को नमन, गुरु गोबिंद सिंह पार्क में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

हजारीबाग स्थित गुरु गोबिंद सिंह पार्क में सिख धर्म के महान इतिहास और अद्वितीय बलिदान की स्मृति में वीर साहिबज़ादे बाबा जोरावर सिंह जी एवं बाबा फतेह सिंह जी की शहादत पर एक गरिमामयी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हजारीबाग के सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रदीप प्रसाद ने सभा में सम्मिलित होकर धर्म, सत्य और राष्ट्रमूल्यों की रक्षा हेतु अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर साहिबज़ादों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने दो मिनट का मौन रखकर वीर साहिबज़ादों के अद्वितीय साहस, अटूट आस्था और अमर बलिदान को नमन किया। इस दौरान विधायक प्रदीप प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि, अत्याचार और अन्याय के सामने झुकने के बजाय सत्य और धर्म की रक्षा के लिए अल्पायु में दिया गया यह बलिदान भारतीय इतिहास में शौर्य, साहस और आत्मबल का सर्वोच्च उदाहरण है। वीर साहिबज़ादों का त्याग केवल सिख समाज ही नहीं, बल्कि समूचे राष्ट्र के लिए प्रेरणास्रोत है, जो हमें धर्म, मानवता और राष्ट्रभक्ति के मार्ग पर दृढ़ता से चलने की सीख देता है।

उन्होंने आगे कहा कि, ऐसे महापुरुषों और वीर बलिदानियों की स्मृति को जीवंत रखना हम सभी का सामूहिक दायित्व है, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ अपने इतिहास से प्रेरणा लेकर मजबूत चरित्र, नैतिक मूल्यों और राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना विकसित कर सकें। समाज में आपसी सद्भाव, भाईचारा और राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करने में इस प्रकार के आयोजन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इस गरिमामयी श्रद्धांजलि सभा में सांसद मनीष जयसवाल, प्रदेश प्रवक्ता विनय जयसवाल, जिला अध्यक्ष विवेकानंद सिंह, सिख समाज के सम्मानितजन, भाजपा परिवार के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता तथा बड़ी संख्या में प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में वीर साहिबज़ादों के आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करने तथा सत्य, धर्म और राष्ट्रहित के लिए निरंतर कार्य करने का संकल्प लिया।

सड़क दुर्घटना में दो युवक गंभीर रूप से घायल!!

केरेडारी से रोहित गोस्वामी की रिपोर्ट

केरेडारी : केरेडारी बड़कागांव मुख्य सड़क के केरेडारी पुराना थाना के समीप सड़क दुर्घटना में दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए! घटना 25 दिसंबर रात 9 10 बजे के बीच की है! इस संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार घायल गरी कलां पंचायत समिति सदस्य राम इकबाल सिंह के पुत्र बॉबी उर्फ सोनू सिंह उम्र 24 वर्ष वहीं दूसरा युवक शिबू कुमार पिता बालेश्वर महतो उम्र 25 वर्ष ग्राम पतरा कलां गांव निवासी है! घायल दोनों युवक निजी काम से टंडवा की ओर से मोटर सायकिल से आ रहे थे आने के क्रम में एक हाइवा वाहन ने मोटरसाइकिल को चकमा दिया जिस कारण दोनों युवक अनियंत्रित होकर गिर पड़े! जिसकारण दोनों युवकों को गंभीर रूप से चोटिल हो गए! स्थानीय लोगों के मदद से दोनों घायलों को केरेडारी स्वास्थ केंद्र ले जाया गया जहां दोनों की गंभीर अवस्था को देखते हुए हजारीबाग रेफर कर दिया गया! जहां दोनों युवक इलाजरत है!

अरगोड़ा के 'पर्ल ऑर्किड' अपार्टमेंट में भीषण आग; 11वें फ्लोर पर फंसे 5 लोगों की बची जान, 8 दमकलों ने पाया काबू

रांची | 26 दिसंबर 2025: राजधानी के पॉश इलाके अरगोड़ा चौक के पास स्थित पर्ल ऑर्किड अपार्टमेंट में शुक्रवार सुबह अचानक आग लग गई। यह आग अपार्टमेंट के 11वें फ्लोर पर स्थित झारखंड पुलिस के सार्जेंट मेजर अभिनव पाठक के फ्लैट में लगी। धुएं और आग की लपटों ने देखते ही देखते पूरे फ्लोर को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे पूरे अपार्टमेंट में हड़कंप मच गया।

बाल-बाल बचा परिवार

जिस वक्त आग लगी, फ्लैट के अंदर दो बच्चे, एक बुजुर्ग, एक महिला और एक पुरुष समेत कुल पांच लोग मौजूद थे। सुबह करीब 7:30 बजे सबसे पहले बाथरूम से धुआं निकलता देखा गया। परिवार ने सूझबूझ दिखाते हुए तुरंत घर खाली कर दिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। अपार्टमेंट के अन्य निवासी भी सीढ़ियों के सहारे आनन-फानन में नीचे उतर आए।

शॉर्ट सर्किट से लगी आग

शुरुआती जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। आग इतनी तेजी से फैली कि फ्लैट में रखा कीमती फर्नीचर, दस्तावेज और जरूरी सामान जलकर राख हो गए। पुलिस और स्थानीय लोगों की सूचना पर फायर ब्रिगेड की 8 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और काफी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया।

पुलिस और फायर ब्रिगेड की तत्परता

घटनास्थल पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पेट्रोलिंग टीम ने धुआं उठते ही मोर्चा संभाल लिया था। फायर ब्रिगेड की मुस्तैदी के कारण आग 11वें फ्लोर से अन्य फ्लैटों तक नहीं फैल सकी। फिलहाल नुकसान का आकलन किया जा रहा है और अपार्टमेंट की बिजली सुरक्षा की जांच की जा रही है।

माननीय झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा संप्रेक्षण गृह एवं केंद्रीय कारा का निरीक्षण

झारखंड उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीश श्री सुजीत नारायण प्रसाद ने आज शुक्रवार को हजारीबाग स्थित संप्रेक्षण गृह (बाल सुधार गृह) एवं लोक नायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री अंजनी अंजन उपस्थित रहे।

सर्वप्रथम माननीय न्यायाधीश ने हजारीबाग के संप्रेक्षण गृह का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संपूर्ण परिसर का अवलोकन किया तथा सजायाफ्ता किशोरों से संवाद स्थापित कर उन्हें उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने किशोरों को दिए जाने वाले भोजन, किशोर न्याय बोर्ड हजारीबाग से संबंधित व्यवस्थाओं, पुस्तकालय, बच्चों से मुलाकात कर व्यवस्था की जानकारी,चिकित्सा कक्ष, परामर्श कक्ष, भोजनालय, हॉस्टल, शौचालय, बिजली व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था का गहन निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान माननीय न्यायाधीश के स्वागत में संप्रेक्षण गृह के किशोर कैदियों द्वारा योग एवं व्यायाम की प्रस्तुति दी गई, जिसे माननीय न्यायाधीश ने सराहते हुए बच्चों का उत्साहवर्धन किया।

इसके उपरांत माननीय न्यायाधीश ने लोक नायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा का भी निरीक्षण किया। उन्होंने संपूर्ण परिसर का भ्रमण कर कैदियों को उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कैदियों से संवाद करते हुए कहा कि प्रत्येक कैदी को अपने विरुद्ध चल रहे मुकदमों की जानकारी अवश्य होनी चाहिए। उन्होंने महिला वार्ड, अस्पताल वार्ड सहित अन्य विभागों का निरीक्षण किया तथा कारा प्रशासन को आवश्यक निर्देश प्रदान किए।

निरीक्षण के दौरान माननीय न्यायाधीश श्री सुजीत नारायण प्रसाद ने निर्देश दिया कि केंद्रीय कारा में निरुद्ध सजायाफ्ता कैदियों को जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) का प्रभावी विधिक प्रतिनिधित्व अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि कैदियों को उनके मामलों की विधिक जानकारी एवं निःशुल्क कानूनी सहायता मिलना उनका अधिकार है। इस संबंध में माननीय न्यायाधीश ने डालसा को आवश्यक पहल सुनिश्चित करने का स्पष्ट निर्देश दिया

माननीय न्यायाधीश के इस निरीक्षण से सुधारात्मक व्यवस्था, पारदर्शिता एवं कैदियों के अधिकारों के संरक्षण की दिशा में सकारात्मक संदेश गया।

स्व. विनोद सिंह की पुण्यतिथि पर गया में सेवा का संगम: विधानसभा अध्यक्ष डॉ. प्रेम कुमार ने हजारों गरीबों के बीच बांटे कंबल

गया: जिले के खिरियामा पंचायत में पूर्व मुखिया स्वर्गीय विनोद सिंह की पुण्यतिथि को 'सेवा दिवस' के रूप में मनाया गया। इस भावपूर्ण अवसर पर एक भव्य सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कड़ाके की ठंड को देखते हुए हजारों जरूरतमंद, गरीब और असहाय लोगों के बीच कंबल वितरण किया गया।

विधानसभा अध्यक्ष ने दी श्रद्धांजलि

बिहार विधानसभा अध्यक्ष डॉ. प्रेम कुमार कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने स्वर्गीय विनोद सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया और अपने हाथों से ग्रामीणों को कंबल बांटे। इस दौरान उन्होंने उपस्थित लोगों को नए साल की अग्रिम बधाई भी दी।

"सच्चे जनसेवक थे विनोद सिंह" - डॉ. प्रेम कुमार

सभा को संबोधित करते हुए डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि स्वर्गीय विनोद सिंह एक जमीन से जुड़े और सच्चे जनसेवक थे। उन्होंने अपने मुखिया कार्यकाल में समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य किया।

उन्होंने वर्तमान मुखिया राजेश सिंह और भाजपा नेता संतोष सिंह की सराहना करते हुए कहा, "विनोद बाबू के पुत्र आज उनके पदचिह्नों पर चलकर उनके अधूरे सपनों को पूरा कर रहे हैं। गरीबों की सेवा ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।"

खुश हुए ग्रामीण, युवाओं ने संभाली कमान

कंबल वितरण के दौरान बुजुर्गों और महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान साफ देखी गई। ठंड के मौसम में मिली इस राहत के लिए ग्रामीणों ने आयोजकों का आभार जताया। कार्यक्रम को व्यवस्थित बनाने में स्थानीय युवाओं और स्वयंसेवकों की टीम ने सराहनीय भूमिका निभाई।

अंत में उपस्थित लोगों ने स्वर्गीय विनोद सिंह के आदर्शों को आत्मसात करने और समाज सेवा की भावना को आगे बढ़ाने का सामूहिक संकल्प लिया।

हजारीबाग: एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर 'सेक्सटॉर्शन' करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 4 साइबर अपराधी गिरफ्तार

हजारीबाग पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' नीति के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर ठगी और ब्लैकमेलिंग करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसके तहत मुफसिल थाना क्षेत्र से चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है । पुलिस अधीक्षक को 25 दिसंबर को गुप्त सूचना मिली थी कि मुफसिल थाना क्षेत्र के नूतननगर के पास एक गिरोह सक्रिय है, जो एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों को फर्जी वेबसाइटों और विज्ञापनों के जरिए झांसा देकर यूपीआई और डिजिटल माध्यमों से पैसे ठगता है ।

इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए सदर एसडीपीओ श्री अमित आनंद के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया । जब टीम नूतननगर पहुंची, तो वहां चार युवक मोबाइल पर संदिग्ध गतिविधियां करते पाए गए और पुलिस बल को देखकर भागने का प्रयास करने लगे, लेकिन छापेमारी दल ने उन्हें खदेड़कर पकड़ लिया । गिरफ्तार अपराधियों की पहचान विवेक कुमार (22 वर्ष), बादल मंडल (20 वर्ष), दीपक मंडल (24 वर्ष) और शेखर कुमार (21 वर्ष) के रूप में हुई है; ये सभी मूल रूप से बरकट्ठा थाना क्षेत्र के मासीपीढी के रहने वाले हैं और वर्तमान में नूतननगर में रह रहे थे ।

तलाशी के दौरान पुलिस ने इनके पास से ठगी में प्रयुक्त 12 मोबाइल फोन (जिनमें से एक 'प्रतिबिम्ब ऐप' में पंजीकृत है), 16 सिम कार्ड, विभिन्न बैंकों के 12 डेबिट कार्ड और 5 पैन कार्ड बरामद किए हैं । इस संबंध में पुलिस ने मुफसिल थाना में कांड संख्या 207/25 दर्ज किया है और भारतीय न्याय संहिता की धारा 317, 318, 319, 338, 340, 61(2) एवं आईटी एक्ट की धारा 66(C)/67/67(A) के तहत मामला दर्ज कर सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है । छापेमारी दल में पुलिस निरीक्षक शाहिद रजा, थाना प्रभारी रौशन बर्णवाल, एसआई जितेन्द्र भगत, एसआई सिद्यनाथ कुमार और तकनीकी शाखा के कर्मी शामिल थे ।

गया पुलिस की बड़ी कार्रवाई, सिंधु गढ़ थाना क्षेत्र में हुई लूट की घटना का सफल उद्भेदन, एक आरोपी गिरफ्तार

गया जिले के सिंधु गढ़ थाना क्षेत्र में हुई लूट की सनसनीखेज घटना का गया पुलिस ने सफल उद्भेदन कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है, जिससे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को लेकर आम लोगों में भरोसा बढ़ा है।

गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान मोहनपुर थाना क्षेत्र के मलिक चक्का गांव निवासी गोरेलाल कुमार, पिता स्वर्गीय रोशन यादव के रूप में की गई है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह घटना कुछ दिन पूर्व सिंधु गढ़ थाना क्षेत्र में घटित हुई थी, जहां एक अज्ञात व्यक्ति को रास्ते में जबरन उसकी गाड़ी रुकवाकर अपराधियों ने पिस्तौल दिखाकर डराया-धमकाया। इसके बाद पीड़ित के साथ मारपीट की गई और उसके पास से नकद रुपये, मोबाइल फोन, मोटरसाइकिल तथा कुछ महत्वपूर्ण कागजात छीन लिए गए। घटना के बाद पीड़ित ने सिंधु गढ़ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस संबंध में थाना कांड संख्या 64/24 दर्ज की गई थी।

घटना की गंभीरता को देखते हुए वरीय पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम ने तकनीकी अनुसंधान, गुप्त सूचना और स्थानीय लोगों से पूछताछ के आधार पर मामले की जांच शुरू की। लगातार छापेमारी और साक्ष्यों के विश्लेषण के बाद पुलिस ने मुख्य अभियुक्त गोरेलाल कुमार को गिरफ्तार कर लिया

पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त ने लूट की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। पुलिस ने उसके पास से घटना से जुड़े कुछ अहम सुराग भी बरामद किए हैं, जिससे मामले की जांच को और मजबूती मिली है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि इस घटना में कोई अन्य व्यक्ति शामिल था या नहीं।

गया पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जिले में अपराध और अपराधियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा। आम जनता की सुरक्षा पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है और कानून तोड़ने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों ने गया पुलिस की तत्परता और कार्यशैली की सराहना की है।