शुद्ध पेयजल व्यवस्था में लापरवाही पर जिलाधिकारी का त्वरित संज्ञान, स्वास्थ्य विभाग को दिए निर्देश
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गोंडा | जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था में लापरवाही की शिकायतों का जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने त्वरित संज्ञान लिया। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी, गोण्डा को निर्देशित किया कि वे स्वयं सभी स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल की व्यवस्था हो।
जिलाधिकारी ने कहा कि जहां पेयजल की उपयुक्त व्यवस्था नहीं है, वहां तत्काल कार्रवाई की जाए और रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय में प्रस्तुत की जाए। नेहा शर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि जिला प्रशासन जनसामान्य की मूलभूत आवश्यकताओं को लेकर संकल्पित है और इस प्रकार की अव्यवस्था को किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
डीएम ने कहा कि यदि जनहित से जुड़े मामलों में कोई लापरवाही पाई गई, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बाबू ईश्वर शरण अस्पताल:
जिलाधिकारी ने बाबू ईश्वर शरण अस्पताल प्रशासन को तीन दिन के भीतर पेयजल की व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में मरीजों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना अत्यंत आवश्यक है। साथ ही, डीएम ने अधिकारियों को वाटर कूलर की मरम्मत शीघ्र कराने और वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है।
महिला चिकित्सालय:
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि अस्पताल परिसर में पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही, खराब हैंडपंपों को नगर पालिका परिषद के साथ समन्वय करके जल्द ठीक कराया जाए। जिलाधिकारी ने इस पर अविलंब कार्रवाई करने की हिदायत दी।








Apr 30 2025, 18:43
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