दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब रेल ब्रिज पर दौड़ी ट्रेन, संगलदान से रियासी तक ट्रायल रन सफल
#trial_run_of_train_started_on_chenab_bridge
कश्मीर को कन्याकुमारी तक रेल के जरिए जोड़ने का सपना बहुत जल्द ही पूरा होने जा रहा है। विश्व का सबसे ऊंचा रेल ब्रिज कश्मीर में बन कर तैयार हो गया है। इस बीच भारतीय रेल ने संगलदान से रियासी तक इलेक्ट्रिक इंजन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। सबसे खास बात यह है कि इस ट्रेन दुनिया के सबसे ऊंचे पुल पर भी दौड़ाया गया। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस ट्रायल रन की सूचना दी है।
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केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्रायल रन का वीडियो सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि "पहली ट्रायल ट्रेन संगलदान से रियासी तक सफलतापूर्वक चली है, जिसमें चिनाब ब्रिज को पार करना भी शामिल है। यूएसबीआरएल के लिए सभी निर्माण काम लगभग समाप्त हो चुके हैं, केवल सुरंग नंबर 1 आंशिक रूप से अधूरी है।"
जम्मू के रियासी जिले के सावलाकोट से चलकर दोपहर तीन बजे इंजन रियासी रेलवे स्टेशन पर पहुंचा। इंजन आने की सूचना पर लोग स्टेशन पर पहुंच गए। जैसे ही इंजन बक्कल सुरंग पार कर सायरन बजाता हुआ रियासी पहुंचा तो स्टेशन भारत माता की जय से गूंज उठा।वहीं रेलवे सूत्रों का कहना है कि ट्रैक पर इलेक्ट्रिक इंजन के सफल परीक्षण के बाद संगलदान और रियासी के बीच उद्घाटन ट्रेन 30 जून को चलने की संभावना है।
रेलवे अधिकारियों ने बताया है कि अभी ट्रायल रन चलता रहेगा। ट्रेन ट्रैक पर पूरी तरह से परीक्षण के बाद ही इस पर ट्रेन के परीचालन की अनुमति दी जाएगी। इसके बाद सिर्फ साढ़े तीन घंटे में श्रीनगर से जम्मू का सफर पूरा होगा।
ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक परियोजना पर दशकों से कार्य चल रहा है। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना 272 किलोमीटर की है। इसे 1997 में मंजूरी दी गई थी। 1997 में अपनी शुरुआत के बाद से इस पर 209 किलोमीटर की दूरी का काम हो चुका है। रियासी और कटरा के बीच बाकी 17 किलोमीटर की दूरी इस साल के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 जनवरी को संगलदान से ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। इसके बाद बनिहाल से संगलदान तक ट्रेन चल रही है। इस ट्रायल रन के बाद 37 पुल के साथ 111 किमी कटड़ा-बनिहाल रेल खंड में भी ट्रेन दौड़ेगी। इसी खंड में चिनाब पर बना विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च पुल भी है। अब पूरे ट्रैक का काम पूरा हो गया जल्द जम्मू से श्रीनगर ट्रेन चलेगी।






देश के कई राज्यों में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है।दिल्ली, यूपी, बिहार, हरियाणा, पंजाब समेत उत्तर-पश्चिम भारत के करीब एक दर्जन राज्य भीषण गर्मी और लू से बेहाल हैं और फिलहाल उन्हें कोई खास राहत मिलती भी नहीं दिख रही।दिल्ली में जमकर गर्मी पड़ रही है और मौसम विभाग ने लू को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। पहले ही मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया था, लेकिन अब हालात और भी बिगड़ गए हैं और रेड अलर्ट जारी किया गया है। दिल्ली में बुधवार तक भीषण गर्मी से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं दिख रही है। हालांकि, गुरुवार को तूफान के चलते तापमान में गिरावट आएगी। इसके बाद प्री-मानसून की बारिश राहत दे सकती है। दिल्ली में अब रात को भी दिन जैसी गर्मी हो रही है। यहां रात में भी मौसम में दिन जैसी तपिश देखने को मिल रही है। सुबह से ही निकलने वाली तेज धूप दस बजे के बाद इतनी ज्यादा कड़ी हो रही है कि लोगों के लिए घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में लू की स्थिति बनी रहेगी। अधिकतम तापमान 45 और न्यूनतम 33 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। इस दौरान हवा की गति भी 35 से 45 किमी प्रति घंटे तक रह सकती है। मौसम विभाग की तरफ से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, प्रचंड गर्मी अभी पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली को 17 जून और यूपी के अधिकांश हिस्सों को 17-18 जून तक इसी तरह सताएगी। जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तरी राजस्थान, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि में अगले एक-दो दिन कमोबेश यही स्थिति रहेगी। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के अधिकांश इलाकों में अभी रात के तापमान में भी कोई खास कमी आने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग ने बताया है कि 11 जून के बाद से मानसून आगे नहीं बढ़ा है। इसी वजह से देश के मध्य और उत्तरी इलाकों में बेहद गर्मी पड़ रही है। दिल्ली में तेज हवाएं चल रही हैं, लेकिन इनमें नमी नहीं है और यह बेहद गर्म हैं। शहर के ऊपर हल्के बादल भी हैं, जो गर्मी को रोक कर रखते हैं। इससे शहर का तापमान और बढ़ रहा है। आमतौर पर 27-30 जून के बीच में मानसून दिल्ली पहुंचता है और इस बार भी इसी समय तक मानसून के दिल्ली पहुंचने की संभावना है। हालांकि, उससे पहले पश्चिमी विक्षोभ के कारण 19-20 जून को बारिश की उम्मीद जताई जा रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 4-5 दिनों में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है। 8 और 19 जून को ओडिशा में कुछ इलाकों पर भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा अगले चार दिनों में पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों, बिहार, झारखंड और ओडिशा में भी “हल्की से मध्यम बारिश” हो सकती है।

Jun 17 2024, 12:24
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