मृतक शिक्षक के पिता को पेंशन न मिलने से दयनीय स्थिति फर्जी नामनी बनकर 19 लाख 64 हजार रुपए खाते से किया पार
विश्वनाथ प्रताप सिंह,कोराव, प्रयागराज। कोराव तहसील क्षेत्र के शिव जियावन इंटर कॉलेज लेडियारी प्रयागराज सुरेश कुमार पुत्र रघुनंदन निवासी ग्राम भोगन तहसील कोरांव जनपद प्रयागराज के निवासी थे 17 जुलाई 2020 को गंभीर बीमारी के कारण उनकी मृत्यु हो गई थी और पत्नी नौकरी लगने के पहले ही अपने पति से संबंध तोड़कर चली गई थी और पीड़ित ने बताया कि मौत की खबर हमने अपने बहु को टेलीफोन से बताया था लेकिन बहु ने साफ मना कर दिया था की उनसे मेरा कोई रिश्ता नहीं है और पति-पत्नी दोनों का तलाक का ट्रायल मुकदमा सन 2011 से न्यायालय में चल रहा था फाइनल न होने से पहले ही गंभीर बीमारी के कारण शिक्षक सुरेश कुमार की मौत हो गई ।
इसी बीच में मृतक की पत्नी अधिकारियों की साठ, गाठ से पेंशन एवं वेतन दोनो उठा रही है जबकि ससुर के द्वारा विभाग में हलफनामा के तहत सुषमा के ससुर रघुनंदन का समझौता दिनांक 15 5 2023 को हुआ था पेन्शन हेतु रघुनंदन का खाता दर्ज कराया गया था विभाग के
अधिकारियों द्वारा 19 लाख 64,224 पेंशन एवं मृतक बीमा की रकम सुरेश की पत्नी सुषमा फर्जी नामनी बनकर समझौता के पहले ही दिनांक 16/02/2023/को शिक्षा विभाग की मिली भगत से पूरा पैसा अपने खाते में ट्रांसफर कराकर रकम को निकाल लिया था और बिचौलियों के बीच बन्दर बाट कर लिया और शिक्षा विभाग ने उसी पैसा का अधिकारियों के समक्ष पेन्शन हेतु रघुनंदन को देने का समझौता 15 5, 2023 को हुआ था लेकिन समझौता होंने से पहले 16 2 2023 को भुगतान बिचौलियों के सहयोग से खाते से रकम निकाल लिया गया है।
जबकि शासना आदेश के अनुसार पेंशन पिता या माता को देना चाहिए सर्विस बुक में नाम पिता रघुनंदन को बनाया गया एवं वेतन भोगी शिक्षा समिति लेडियारी एवं स्टेट बैंक लेडियारी बचत खाता में नॉमिनी पुत्र सुरेश ने अपने जिंदे रहते हुए अपने पिता रघुनंदन को नामित दर्ज कराया था। शिव जियावन इंटर कालेज लेडियारी के बाबू व प्रबंधक के द्वारा पैसे के लालच में पत्नी को फर्जी तरीके से पेंशन एवं वेतन का भुगतान करा दिया गया जबकि पिता की इस समय दैनिक स्थिति बनी हुई है यह जानकारी स्वयं भूक्त भोगी रघुनंदन के द्वारा बताया गया और भुक्त भोगी ने इसकी शिकायत शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से लेकर जिला अधिकारी पुलिस कमिश्नर तक प्राथमिक शिकायत किया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई जिससे सुषमा पेंशन और वेतन दोनों उठा रही है इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए प्रार्थी का पैसा दिलवाया जाए और सुषमा को नौकरी से बर्खास्त किया जाए।
Apr 15 2024, 08:42