नवरात्र के पहले दिन ही डीहा गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
विश्वनाथ प्रताप सिंह,भीरपुर, प्रयागराज ।नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है मां शैलपुत्री राजा हिमालय की पुत्री है इसलिए इन्हें शैलपुत्री कहा जाता है मां दाएं हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल धारण करती हैं माना जाता है कि देवी शैलपुत्री चंद्रग्रहण को नियंत्रित करती हैं।
इस शक्ति का जाप करने से चंद्रमा के बुरे प्रभाव से छुटकारा मिलता है मां शैलपुत्री की पूजा करने से सूर्य संबंधित समस्याएं दूर होती हैं मां शैलपुत्री को गाय के शुद्ध घी का भोग लगाया जाता है मां शैलपुत्री को सफेद रंग बेहद पसंद है मां शैलपुत्री नन्दी नाम के बैल पर सवार होती है मां शैलपुत्री के पूजन से जीवन में स्थिरता और दृढ़ता आती है नवरात्रि के पहले दिन डीहा घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ गंगा स्नान के लिए हजारों की संख्या में देखने को मिली।
लोगों ने गंगा स्नान करके गंगा पूजन किया और गंगा घाट से हर हर भोला तक लोगों का तरारा लगा रहा लोग हर-हर भोला पर जाकर प्रभु श्री राम लखन सीता का दर्शन किया और श्रद्धा के साथ फूल माला अर्पित किया ।
Apr 10 2024, 14:59