आजमगढ़:-प्रेमिका से मिलने भाई की ससुराल गए युवक की हत्या करने वाले मुठभेड़ में तीन आरोपी गिरफ्तार
![]()
वी कुमार यदुवंशी आजमगढ़। पवई थाना क्षेत्र के ओरिल गांव में गुरुवार को प्रेमिका से मिलने गए प्रेमी की हत्या करने वाले तीन आरोपी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किए गए हैं। मुठभेड़ के दौरान प्रेमिका के भाई के दाहिने पैर में गोली लगी है। ओरिल केवटाना में हत्या करने वाले गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से एक देशी तमंचा 315 बोर, एक खोखा कारतूस 315 बोर,एक जिन्दा कारतूस 315 बोर, एक मोटर साइकिल पल्सर के साथ ही 640 रुपया नगद बरामद हुआ है। गुरुवार को रामकिशुन बिन्द पुत्र स्व रामलवट निवासी सुइथाकला (धमहकपुरा) थाना सरपतहाँ जनपद जौनपुर ने पवई थाने पर तहरीर दिया कि उसका बेटा नरेन्द्र बिन्द वर्ष घर से ननिहाल के लिए बुधवार को दोपहर लगभग 2 बजे निकला था। वह अपने मामा के यहाँ सरैया (आलमपुर का पुरवा) थाना अम्बारी फुलपुर रात भर रहा। गुरुवार को सुबह अपने ममेरे भाई राम अवतार के साथ निकला। रामअवतार को रास्ते में नहर के पास छोड़ दिया और ओरिल गांव की तरफ चला गया। जहा पर पहले से ही गाँव के खेत में चकरोड के पास नीरज एवं अनिल पुत्रगण कमलेश उर्फ बैल, प्रियंका पुत्री कमलेश उर्फ बैल, शंकर निवासी ओरिल केवटाना उपस्थित थे। एसओ प्रदीप कुमार मिश्रा ने बताया कि मुखबिर ने बताया कि ओरिल केवटाना में जो हत्या हुई थी और लाश मिली थी उस हत्या को कारित करने वाले अभियुक्तगण एक काले रंग की पल्सर मोटर साइकिल पर तीनो सवार होकर ओरिल की तरफ से सुम्हाडीह रोड की तरफ आ रहे है। मुखबिर की सूचना पर बताये गये स्थान ओरिल सुम्हाडीह रास्ते पर रसूलाबाद मोड़ पर पल्सर पर सवार होकर आने वाले वांछित अभियुक्तों का इंतजार करने लगा, तभी एक मोटर साइकिल पर सवार तीन व्यक्ति ओरिल की तरफ से आते दिखायी दिये जिसको देखते ही मुखबिर द्वारा बताया गया कि यह वही व्यक्ति है जो आपके मुकदमे मे वांछित हैं। रोकने का प्रयास किया गया तो तभी हम पुलिस वालो को देखकर मोटर साइकिल चलाते हुए मुड़ाकर भागना चाहे कि मोटर साइकिल असंतुलित होकर मोटर साइकिल सवार तीनो व्यक्ति वही गिर गये। हम पुलिस वाले मय फोर्स के साथ अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु उसको घेरने का प्रयास किया कि अपने आप को पुलिस से घिरता देखकर वह व्यक्ति हम पुलिस वालो को लक्ष्य बनाकर जान से मारने की नियत से एक फायर किया । आत्मसमर्पण करने की पर्याप्त चेतावनी के बाद पुलिस बल द्वारा आत्मरक्षार्थ नियन्त्रित फायरिंग की गयी जिसमें नीरज पुत्र कमलेश उर्फ बैल निवासी ओरिल केवटाना थाना पवई के पैर में गोली लगी। शिवशंकर उर्फ शंकर पुत्र रामआशीष उर्फ नग्गू निवासी पिलकिच्छा थाना खुटहन जनपद जौनपुर, सूरज उर्फ मंटू पुत्र रामटहल निवासी ओरिल केवटाना को गिरफ्तार किया गया। बहन से मिलता देख डंडे से पीटकर की हत्या आजमगढ़। नीरज पुत्र कमलेश उर्फ बैल द्वारा बताया गया कि नरेन्द्र बिन्द गुरुवार की सुबह करीब 4:30 बजे मेरी बहन प्रियंका से मिलने के लिए आया था। मैने प्रियंका व नरेन्द्र को मिलते हुए देख लिय़ा था। इस बात पर मुझे काफी गुस्सा आया तो मैने अपने दोस्त शिवशंकर उर्फ शंकर तथा सूरज उर्फ मंटू को फोन करके बुलाया और सारी बात बताया। हम लोग मिलकर नरेन्द्र को डण्डा डण्डा मारने लगे औऱ पास में मेरी बहन भी खड़ी थी, उससे भी मैने मारने के लिए कहा तो मेरी बहन उसको नही मार रही थी। फिर मैने उसको डाटा और मैने अपने हाथ में लिया हुआ डण्डा अपनी बहन प्रियंका को दिया तो मेरी बहन प्रियंका भी नरेन्द्र बिन्द को मारी तथा मैं तथा मेरी बहन प्रियंका , मेरा दोस्त सूरज उर्फ मन्टू तथा शिवशंकर उर्फ शंकर हम चारो लोग मिलकर नरेन्द्र को खूब बेरहमी से जान से मारने की नियत से सर पर तथा शरीर पर डण्डा डण्डा मारे। जब हम लोगो को लगा कि वह मर गया तो हम सभी लोग उसको वही खेत के बगल चकरोड पर छोड़कर मौके से भाग गये । पास में बरामद डण्डे के बार में पूछा गया तो नीरज द्वारा बताया गया कि साहब यह वही डण्डा हैं जिससे मैने व मेरी बहन प्रियंका ने नरेन्द्र बिन्द को मारा था । जिसे मैं कहीं छुपाने जा रहा था। वहीं शिवशंकर उर्फ शंकर पुत्र रामआशीष उर्फ नग्गू निवासी पिलकिच्छा थाना खुटहन जनपद जौनपुर से घटना के बारे में पूछा गया तो बताया कि साहब नीरज मेरा दोस्त हैं उसने फोन करके बुलाया तो मैं तथा नीरज का दूसरा दोस्त सूरज उर्फ मंटू पुत्र रामटहल निवासी ओरिल केवटाना वहाँ गये। हम चारो लोग मिलकर नरेन्द्र बिन्द को खूब बेरहमी से जान से मारने की नियत से सर पर तथा शरीर पर डण्डा डण्डा मारे। जब हम लोगो को लगा कि वह मर गया तो हम सभी लोग उसको वही खेत के बगल चकरोड पर छोड़कर मौके से भाग गये । शिवशंकर उर्फ शंकर के पास में मिले डण्डे के बारे में पूछा गया तो शिवशंकर उर्फ शंकर द्वारा बताया गया कि साहब यह वही डण्डा हैं जिससे नरेन्द्र बिन्द को मारे थे । जिसको कही छुपाने जा रहे थे। सूरज उर्फ मंटू पुत्र रामटहल निवासी ओरिल केवटाना से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि साहब नीरज मेरा दोस्त हैं नीरज की बहन प्रियंका का नरेन्द्र बिन्द से अवैध सम्बंध था। जिससे नीरज काफी परेशान रहता था। उसने मुझे सुबह गाँव के बाहर खेत के पास बुलाया। जब मैं वहाँ पहुँचा तो मैं , और नीरज तथा नीरज की बहन प्रिंयका , तथा शिवशंकर उर्फ शंकर नरेन्द्र बिन्द को सर पर तथा शरीर पर डण्डे डण्डे खूब बेरहमी से जान से मारने की नियत से डण्डा डण्डा मारे जब हम लोगो को लगा कि वह मर गया तो हम सभी लोग उसको वही खेत के बगल चकरोड पर छोड़कर मौके से भाग गये ।






वी कुमार यदुवंशी आजमगढ़। पवई थाना क्षेत्र के ओरिल गांव में गुरुवार को प्रेमिका से मिलने गए प्रेमी की हत्या करने वाले तीन आरोपी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किए गए हैं। मुठभेड़ के दौरान प्रेमिका के भाई के दाहिने पैर में गोली लगी है। ओरिल केवटाना में हत्या करने वाले गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से एक देशी तमंचा 315 बोर, एक खोखा कारतूस 315 बोर,एक जिन्दा कारतूस 315 बोर, एक मोटर साइकिल पल्सर के साथ ही 640 रुपया नगद बरामद हुआ है। गुरुवार को रामकिशुन बिन्द पुत्र स्व रामलवट निवासी सुइथाकला (धमहकपुरा) थाना सरपतहाँ जनपद जौनपुर ने पवई थाने पर तहरीर दिया कि उसका बेटा नरेन्द्र बिन्द वर्ष घर से ननिहाल के लिए बुधवार को दोपहर लगभग 2 बजे निकला था। वह अपने मामा के यहाँ सरैया (आलमपुर का पुरवा) थाना अम्बारी फुलपुर रात भर रहा। गुरुवार को सुबह अपने ममेरे भाई राम अवतार के साथ निकला। रामअवतार को रास्ते में नहर के पास छोड़ दिया और ओरिल गांव की तरफ चला गया। जहा पर पहले से ही गाँव के खेत में चकरोड के पास नीरज एवं अनिल पुत्रगण कमलेश उर्फ बैल, प्रियंका पुत्री कमलेश उर्फ बैल, शंकर निवासी ओरिल केवटाना उपस्थित थे। एसओ प्रदीप कुमार मिश्रा ने बताया कि मुखबिर ने बताया कि ओरिल केवटाना में जो हत्या हुई थी और लाश मिली थी उस हत्या को कारित करने वाले अभियुक्तगण एक काले रंग की पल्सर मोटर साइकिल पर तीनो सवार होकर ओरिल की तरफ से सुम्हाडीह रोड की तरफ आ रहे है। मुखबिर की सूचना पर बताये गये स्थान ओरिल सुम्हाडीह रास्ते पर रसूलाबाद मोड़ पर पल्सर पर सवार होकर आने वाले वांछित अभियुक्तों का इंतजार करने लगा, तभी एक मोटर साइकिल पर सवार तीन व्यक्ति ओरिल की तरफ से आते दिखायी दिये जिसको देखते ही मुखबिर द्वारा बताया गया कि यह वही व्यक्ति है जो आपके मुकदमे मे वांछित हैं। रोकने का प्रयास किया गया तो तभी हम पुलिस वालो को देखकर मोटर साइकिल चलाते हुए मुड़ाकर भागना चाहे कि मोटर साइकिल असंतुलित होकर मोटर साइकिल सवार तीनो व्यक्ति वही गिर गये। हम पुलिस वाले मय फोर्स के साथ अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु उसको घेरने का प्रयास किया कि अपने आप को पुलिस से घिरता देखकर वह व्यक्ति हम पुलिस वालो को लक्ष्य बनाकर जान से मारने की नियत से एक फायर किया । आत्मसमर्पण करने की पर्याप्त चेतावनी के बाद पुलिस बल द्वारा आत्मरक्षार्थ नियन्त्रित फायरिंग की गयी जिसमें नीरज पुत्र कमलेश उर्फ बैल निवासी ओरिल केवटाना थाना पवई के पैर में गोली लगी। शिवशंकर उर्फ शंकर पुत्र रामआशीष उर्फ नग्गू निवासी पिलकिच्छा थाना खुटहन जनपद जौनपुर, सूरज उर्फ मंटू पुत्र रामटहल निवासी ओरिल केवटाना को गिरफ्तार किया गया।
बहन से मिलता देख डंडे से पीटकर की हत्या आजमगढ़। नीरज पुत्र कमलेश उर्फ बैल द्वारा बताया गया कि नरेन्द्र बिन्द गुरुवार की सुबह करीब 4:30 बजे मेरी बहन प्रियंका से मिलने के लिए आया था। मैने प्रियंका व नरेन्द्र को मिलते हुए देख लिय़ा था। इस बात पर मुझे काफी गुस्सा आया तो मैने अपने दोस्त शिवशंकर उर्फ शंकर तथा सूरज उर्फ मंटू को फोन करके बुलाया और सारी बात बताया। हम लोग मिलकर नरेन्द्र को डण्डा डण्डा मारने लगे औऱ पास में मेरी बहन भी खड़ी थी, उससे भी मैने मारने के लिए कहा तो मेरी बहन उसको नही मार रही थी। फिर मैने उसको डाटा और मैने अपने हाथ में लिया हुआ डण्डा अपनी बहन प्रियंका को दिया तो मेरी बहन प्रियंका भी नरेन्द्र बिन्द को मारी तथा मैं तथा मेरी बहन प्रियंका , मेरा दोस्त सूरज उर्फ मन्टू तथा शिवशंकर उर्फ शंकर हम चारो लोग मिलकर नरेन्द्र को खूब बेरहमी से जान से मारने की नियत से सर पर तथा शरीर पर डण्डा डण्डा मारे। जब हम लोगो को लगा कि वह मर गया तो हम सभी लोग उसको वही खेत के बगल चकरोड पर छोड़कर मौके से भाग गये । पास में बरामद डण्डे के बार में पूछा गया तो नीरज द्वारा बताया गया कि साहब यह वही डण्डा हैं जिससे मैने व मेरी बहन प्रियंका ने नरेन्द्र बिन्द को मारा था । जिसे मैं कहीं छुपाने जा रहा था। वहीं शिवशंकर उर्फ शंकर पुत्र रामआशीष उर्फ नग्गू निवासी पिलकिच्छा थाना खुटहन जनपद जौनपुर से घटना के बारे में पूछा गया तो बताया कि साहब नीरज मेरा दोस्त हैं उसने फोन करके बुलाया तो मैं तथा नीरज का दूसरा दोस्त सूरज उर्फ मंटू पुत्र रामटहल निवासी ओरिल केवटाना वहाँ गये। हम चारो लोग मिलकर नरेन्द्र बिन्द को खूब बेरहमी से जान से मारने की नियत से सर पर तथा शरीर पर डण्डा डण्डा मारे। जब हम लोगो को लगा कि वह मर गया तो हम सभी लोग उसको वही खेत के बगल चकरोड पर छोड़कर मौके से भाग गये । शिवशंकर उर्फ शंकर के पास में मिले डण्डे के बारे में पूछा गया तो शिवशंकर उर्फ शंकर द्वारा बताया गया कि साहब यह वही डण्डा हैं जिससे नरेन्द्र बिन्द को मारे थे । जिसको कही छुपाने जा रहे थे। सूरज उर्फ मंटू पुत्र रामटहल निवासी ओरिल केवटाना से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि साहब नीरज मेरा दोस्त हैं नीरज की बहन प्रियंका का नरेन्द्र बिन्द से अवैध सम्बंध था। जिससे नीरज काफी परेशान रहता था। उसने मुझे सुबह गाँव के बाहर खेत के पास बुलाया। जब मैं वहाँ पहुँचा तो मैं , और नीरज तथा नीरज की बहन प्रिंयका , तथा शिवशंकर उर्फ शंकर नरेन्द्र बिन्द को सर पर तथा शरीर पर डण्डे डण्डे खूब बेरहमी से जान से मारने की नियत से डण्डा डण्डा मारे जब हम लोगो को लगा कि वह मर गया तो हम सभी लोग उसको वही खेत के बगल चकरोड पर छोड़कर मौके से भाग गये ।

वी कुमार यदुवंशी
वी कुमार यदुवंशी
वी कुमार यदुवंशी
वी कुमार यदुवंशी
Nov 18 2025, 18:45
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
4.2k