/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1725697524422771.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1725697524422771.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1725697524422771.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1535892218485949.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1535892218485949.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1535892218485949.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1535892218485949.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1535892218485949.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1535892218485949.png StreetBuzz s:iran
क्या इजराइल से नसरल्लाह की मौत का बदला लेंगे ईरान समेत 57 देश, जंग में शामिल होंगे दूसरे इस्लामिक देश?

#irancalledoicmeetingafterdeathofhezbollahchiefhassannasrallah

इजराइल की ओर से लगातार हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है। पूरी दुनिया इजराइल और लेबनान के युद्ध से हिल गई है।हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद मिडिल ईस्ट में बवाल मचा हुआ है। नसरल्लाह की हत्या के बाद ईरान बौखलाया हुआ है। ईरान में इजराइल से बदले की मांग उठ रही है। ऐसे में ईरान ने इस्लामिक देशों के संगठन OIC की बैठक भी बुलाई। साथ ही इजरायल को बदला लेने की धमकी भी दी है।

ईरान ने लेबनान और फिलिस्तीन में इजरायल के हमलों से निपटने के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सदस्य देशों के नेताओं की तत्काल बैठक बुलाने का आह्वान किया। शुक्रवार को OIC के विदेश मंत्रियों की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए ईरानी उप विदेश मंत्री (कानूनी और अंतर्राष्ट्रीय मामलों) काज़ेम गरीबाबादी ने फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों का समर्थन करने में इस्लामी देशों के बीच एकता और एकजुटता के महत्व पर जोर दिया।उन्होंने कहा कि इस्लामी दुनिया एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है और कई महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रही है, विशेष रूप से फिलिस्तीनी मुद्दा, जो हमारी मुख्य प्राथमिकता बनी हुई है।

ग़रीबाबादी ने दोहराया कि सभी फ़िलिस्तीनी लोगों, जो अपनी मातृभूमि में रह रहे हैं और जो अपनी मातृभूमि से दूर हैं, उन्हें जनमत संग्रह के माध्यम से अपना भविष्य तय करना चाहिए। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस तंत्र के माध्यम से, एक स्थायी शांति प्राप्त होगी जिसमें मुस्लिम, ईसाई और यहूदी एक साथ अमन और शांति से रहेंगे। उन्होंने कहा कि इज़राइली शासन की आतंकवादी गतिविधियां फिलिस्तीन और लेबनान तक ही सीमित नहीं हैं, उन्होंने हाल ही में ईरान की राजनयिक सुविधाओं पर आतंकवादी हमला किया है और ईरान में हमास के नेता को भी शहीद कर दिया है। इस तथ्य पर जोर देते हुए कि इज़राइली शासन क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है, उन्होंने इसकी क्रूरता और अपराधों को समाप्त करने का आह्वान किया।

जंग में दूसरे इस्लामिक देश शामिल होंगे?

अब सवाल उठता है कि क्या क्या इस जंग में दूसरे इस्लामिक देश शामिल होंगे? नसरल्लाह के मारे जाने के बाद यह तय है कि इस जंग में और प्लेयर्स इन्वॉल्व होंगे- जैसे ईरान और सीरिया, लेकिन बड़े युद्ध की आशंका नहीं नजर आती है। अगर OIC मिलकर इजरायल के खिलाफ कोई कदम उठाते हैं तो इसका मतलब है कि अमेरिका और यूरोपियन यूनियन इस लड़ाई में शामिल हो जाएंगे। तब समस्या और बड़ी हो जाएगी। 

हिज्बुल्लाह को लेकर इजरायल ने पहले ही और मुल्कों को आगाह किया था और सबको इसकी करतूतों के बारे में पता है। उसके समर्थन का मतलब है किसी इजरायल पर हमले का समर्थन करना, जो सऊदी जैसे देश कतई नहीं करेंगे। सऊदी को भी पता है कि अमेरिका और इजरायल जैसे देश उसके लिए आर्थिक तौर पर कितने जरूरी हैं। हां यह जरूर है कि OIC मानवाधिकारों के उल्लंघन का हवाला देते हुए हमले की आलोचना कर सकता है। वो यह कहेगा कि हमले में आम लोग और बच्चे मारे जा रहे हैं पर मिलिट्री मोबिलाइजेशन की आशंका नहीं है।

क्या है OIC?

OIC का फुल फॉर्म है आर्गेनाइजेशन ऑफ द इस्लामिक कोऑपरेशन। इसे इस्लामिक सहयोग संगठन भी कहते हैं। OIC चार महाद्वीपों में फैले 57 मुस्लिम देशों का एक संगठन है। यूनाइटेड नेशन के बाद यह दुनिया का दूसरे सबसे बड़ा संगठन है। एक तरीके से OIC को मुस्लिम और इस्लामी देशों की आवाज के तौर पर देखा जाता है। इस संगठन की स्थापना का कनेक्शन भी इजरायल से ही जुड़ा हुआ है।

कब और कैसे बना OIC

मक्का और मदीना के बाद इजरायल के यरूशलम में स्थित अल अक्सा मस्जिद मुस्लिमों का तीसरा सबसे पवित्र धार्मिक स्थल है। यह मस्जिद जहां है, उसको लेकर मुस्लिमों, यहूदियों और ईसाईयों में सदियों से लड़ाई चलती आ रही है। 25 सितंबर 1969 को यरूशलम की अल अक्सा मस्जिद में आग लगा दी गई। तब मुफ्ती आमीन अल हुसैनी ने इस आगजनी के लिए यहूदियों को जिम्मेदार ठहराया और दुनिया के सभी मुस्लिम देशों से इसके खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया और एक सम्मेलन बुलाया।इसमें अल अक्सा मस्जिद पर तो चर्चा हुई ही, साथ ही इस बात पर भी मंथन हुआ कि इस्लामिक देशों के बीच आपसी सहयोग और संबंधों को कैसे और मजबूत किया जाए। इसी सम्मेलन में तय किया गया कि इस्लामिक देश एक संगठन बनाएंगे, ताकि आपसी आर्थिक, सांस्कृतिक सहयोग को और बढ़ावा दे सकें।

‘इजरायल के पहुंच से परे कोई जगह नहीं’: हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद नेतन्याहू की ईरान को चेतावनी

#netanyahuwarnsiranafterisraelkilledhassan_nasrallah

Israel's Prime Minister Benjamin Netanyahu (REUTERS)

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा कि “ईरान या मध्य पूर्व में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां इजरायल की लंबी भुजाएं नहीं पहुंच सकतीं,” उन्होंने इजरायली सशस्त्र बलों द्वारा हवाई हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की लक्षित हत्या को लेकर ईरान को उनके देश पर हमला करने के किसी भी प्रयास के खिलाफ चेतावनी दी।

नेतन्याहू ने कहा, “अगर कोई आपको मारने के लिए उठता है, तो पहले उसे मार दें। कल, इजरायल राज्य ने कट्टर हत्यारे हसन नसरल्लाह को मार डाला,” उन्होंने कहा कि इजरायल ने “अनगिनत” इजरायलियों और अमेरिका और फ्रांस सहित अन्य देशों के नागरिकों की हत्या में कथित भूमिका के लिए हिजबुल्लाह प्रमुख के साथ “हिसाब-किताब चुकाया” है। उन्होंने नसरल्लाह को “सिर्फ एक और आतंकवादी” नहीं बल्कि “आतंकवादी” कहा और पश्चिम एशिया में “ईरान की बुराई की धुरी का मुख्य इंजन” भी कहा। नेतन्याहू ने यह भी आरोप लगाया कि नसरल्लाह ईरान के अयातुल्ला शासन की इजरायल को "नष्ट" करने की योजना के मुख्य वास्तुकारों में से एक थे।

पश्चिम एशिया में इस्लामी शासन और उसके सहयोगियों को जनविरोधी के रूप में चित्रित करने के प्रयास में, नेतन्याहू ने कहा, "वे सभी जो बुराई की धुरी का विरोध करते हैं, वे सभी जो लेबनान, सीरिया, ईरान और अन्य स्थानों पर ईरान और उसके समर्थकों की हिंसक तानाशाही के तहत लड़ रहे हैं, वे सभी आज आशा से भरे हुए हैं। मैं उन देशों के नागरिकों से कहता हूं: इजरायल आपके साथ खड़ा है और अयातुल्ला शासन से मैं कहता हूं: जो हम पर हमला करते हैं, हम उन पर हमला करते हैं। ईरान या मध्य पूर्व में ऐसी कोई जगह नहीं है जहाँ इजरायल का लंबा हाथ न पहुँच सके। आज, आप पहले से ही जानते हैं कि यह सही है"।

नसरल्लाह को क्यों मारा जाए?

नेतन्याहू ने तर्क दिया कि नसरल्लाह को खत्म करना इजरायली नागरिकों को लेबनान के साथ देश की उत्तरी सीमा पर अपने घरों में वापस लाने और आने वाले "वर्षों" के लिए क्षेत्र में "शक्ति संतुलन" को बदलने के लिए आवश्यक था।

इजरायली प्रधानमंत्री ने अपने नागरिकों की “रक्षा” करने और सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए अपने देश की प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “हम अपने दुश्मनों पर हमला जारी रखने, अपने निवासियों को उनके घरों में वापस भेजने और अपने सभी बंधकों को वापस भेजने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। हम उन्हें एक पल के लिए भी नहीं भूलते।”

जब तक नसरल्लाह जीवित थे, उन्होंने हिजबुल्लाह से छीनी गई क्षमताओं को जल्दी से फिर से बनाया होता। उनके खात्मे से हमारे निवासियों की उत्तर में उनके घरों में वापसी की संभावना बढ़ेगी। इससे दक्षिण में हमारे बंधकों की वापसी की संभावना भी बढ़ेगी,” नेतन्याहू ने इजरायली सशस्त्र बलों और खुफिया एजेंसियों को उनकी “महान उपलब्धियों” के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा।

Furniture Fair & Thailand Fest Wow Crowds with Luxury, Global Products, and Top Creators

Furniture Fair & Thailand Shopping Festival Kick Off with a Grand Opening, Welcoming Over 10,000 Visitors on Day 1

The highly anticipated Furniture Fair and Thailand Shopping Festival commenced on 27th September 2024 at BKC, witnessing a grand start with over 10,000 visitors on the very first day. Organized by I Ads & Events, a renowned leader in event management, the exhibition has quickly become a highlight for attendees, featuring an impressive lineup of international brands and exhibitors.

The 6-day event, running from 27th September to 2nd October, showcases a diverse range of furniture for both domestic and commercial use, tailored to meet varying budgets and tastes. Visitors have the opportunity to explore everything from elegant sofa sets and modular kitchens to office furniture, carpets, antiques, and bespoke decor items. The event is a one-stop destination for new homebuyers or those looking to refurbish their living spaces with modern and traditional furniture alike.

In addition to the furniture, the Thailand Shopping Festival offers a unique shopping experience, featuring exhibitors from Thailand, Turkey, Iran, Afghanistan, and Korea. Visitors can indulge in an array of exclusive international products, such as Thailand's pearl jewellery, Turkish lights, Iranian silver jewellery, Afghan dry fruits, and Korean beauty products. This combination of local and global offerings has created an exciting marketplace for discerning shoppers.

As a testament to the event's wide appeal, top content creators were also spotted on the exhibition floor, capturing the experience and sharing it with their vast audiences. Their presence underscores the event's reach and influence, drawing both consumer attention and social media buzz.

I Ads & Events, with over two decades of experience in managing B2C exhibitions across India, has once again demonstrated its expertise in creating immersive and interactive experiences. The event highlights their dedication to connecting brands directly with consumers, ensuring not just a shopping experience but also meaningful engagement.

The exhibition, open daily from 10:00 AM to 8:30 PM, is easily accessible to the public with an entry ticket priced at just Rs. 50. This makes it a perfect family outing where visitors can discover the latest trends in furniture, indulge in global shopping, and enjoy exclusive deals.

With such a successful opening day and a diverse array of offerings, the Furniture Fair and Thailand Shopping Festival are set to be must-attend events for anyone looking to enhance their living spaces or find unique international products. 

For more details, visit https://www.iadsandevents.com, or Instagram: , contact num +919234712380

For media coverage on this platform call +917710030004

ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने भारतीय मुसलमानो को लेकर ऐसा क्या कहा? भारत ने दिया करार जवाब

#iran_supreme_leader_ali_khamenei_minority_muslim_india_mea_tough_reply

ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने भारतीय मुसलमानों को लेकर चिंता जताई है।अयातुल्लाह अली खामेनेई को भारतीय मुसलमान पीड़ित नजर आ रहा है।उन्होंने भारत पर मुस्लिम उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए उसे म्यांमार और गाजा के साथ तुलना की। हालांकि, भारत की तरफ से करार जवाब मिला है।भारत ने ईरान को जवाब देते हुए कहा कि वो पहले अपना रिकॉर्ड देखें।

दरअसल, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने सोमवार को भारत पर अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का आरोप लगाया।इसके साथ ही ईरान के सुप्रीम लीडर ने दुनियाभर के मुसलमानों से एकजुट होने का आह्वान भी किया।खामेनेई ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, "इस्लाम के दुश्मनों ने हमेशा हमें इस्लामी उम्माह के रूप में हमारी साझा पहचान के प्रति उदासीन बनाने की कोशिश की है। अगर हम #म्यांमार, #गाजा, #भारत या किसी अन्य स्थान पर एक मुसलमान को होने वाली पीड़ा से अनजान हैं, तो हम खुद को मुसलमान नहीं मान सकते।"

भारत सरकार ने देश में अल्पसंख्यकों के संबंध में ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरु अली ख़ामेनेई की तरफ से की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा की और बयान को “गलत जानकारी वाला और अस्वीकार्य” बताया। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने ख़ामेनेई के बयान को सिरे से खारिज किया और कहा कि भारत को लेकर उनकी समझ कम है। एमईए ने कहा, “हम ईरान के सर्वोच्च नेता द्वारा भारत में अल्पसंख्यकों के संबंध में की गई टिप्पणियों की कड़ी आलोचना करते हैं। ये बिल्कुल गलत जानकारी है और कहीं से भी स्वीकार्य नहीं है।”

मंत्रालय ने उन देशों से भी आग्रह किया जो अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार के बारे में टिप्पणी करते हैं और उनसे कहा कि दूसरों की आलोचना करने से पहले अपने रिकॉर्ड के बारे में विचार करना चाहिए। विदेश मंत्रालय ने कहा, “अल्पसंख्यकों पर टिप्पणी करने वाले देशों को सलाह दी जाती है कि वे दूसरों के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से पहले अपना रिकॉर्ड देख लें।”

यह पहली बार नहीं है कि ईरान के सुप्रीम लीडर ने भारत में मुसलमानों को लेकर ऐसा बयान दिया। खामेनेई 2020 के दिल्ली दंगों पर भी बयान दे चुके हैं। उन्होंने दंगों को मुसलमानों का नरसंहार बताया था। उन्होंने दिल्ली दंगे पर ट्वीट किया था कि दुनिया भर के मुसलमान भारत में मुसलमानों के नरसंहार पर दुखी हैं। भारत सरकार को चरमपंथी हिंदुओं और उनकी पार्टियों का मुकाबला करना चाहिए और इस्लाम की दुनिया से भारत के अलगाव को रोकने के लिए मुसलमानों के नरसंहार को रोकना चाहिए। इसके बाद उन्होंने हैशटैग IndianMuslimslnDanger का इस्तेमाल किया था। 

ऐसी ही 2019 में J-K में अनुच्छेद 370 हटने पर खामेनेई ने चिंता जताई थी। तब उन्होंने कहा था कि हम कश्मीर में मुसलमानों की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। हमारे भारत के साथ अच्छे संबंध हैं, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार कश्मीर के लोगों के प्रति उचित नीति अपनाएगी और इस क्षेत्र में मुसलमानों के उत्पीड़न को रोकेगी।

“अलग तरह की राजनीति करने लगे हैं राहुल गांधी”, स्मृति ईरानी ने ऐसा क्यों कहा?

#smriti_irani_attack_on_rahul_gandhi

लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट से हार के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पहली बार खुलकर बात की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की चर्चित नेता स्मृति इरानी ने एक हालिया पॉडकास्ट में राहुल गांधी के बारे में अपनी राय रखी। ईरानी ने माना कि राहुल गांधी अब अलग तरह की पॉलिटिक्स कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल अब राजनीतिक पैंतरेबाजी की एक अलग शैली बना रहे हैं। जब वह जाति के बारे में बात करते हैं, जब वह संसद में सफेद टी-शर्ट पहनते हैं, तो उन्हें पता होता है कि यह युवाओं को किस तरह का संदेश देता है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी राहुल गांधी के बारे में कहा कि कांग्रेस के नेता को मुगालता हो गया है कि उन्होंने सफलता का स्वाद चख लिया है।स्मृति ईरानी ने दावा किया कि राहुल गांधी आबादी के वर्ग विशेष को अपनी ओर खींचने के लिए सोच-समझकर कदम उठाते हैं। उन्होंने राहुल गांधी के हमले की इस शैली को कम आंकने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि ‘इसलिए हमें उनके कामों के बारे में गलत तरीके से धारणा नहीं बनानी चाहिए। चाहे आप उन्हें अच्छा, बुरा या बचकाना मानें- वे एक अलग तरह की राजनीति करने में लगे हैं।

नई राजनीतिक सफलता असफल रणनीति से विकसित हुई

ईरानी ने इस मौके पर कांग्रेस पार्टी द्वारा ‘नरम हिंदुत्व’ की राजनीति अपनाने की पिछली कोशिशों की आलोचना भी की। जिसमें चुनावों के दौरान राहुल गांधी की हाई-प्रोफाइल मंदिर यात्राएं भी शामिल हैं।स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी की ये कोशिश वोटरों को पसंद नहीं आई और उन्हें संदेह के साथ देखा गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि गांधी की तथाकथिक नई राजनीतिक सफलता इस असफल रणनीति से विकसित हुई थी। ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी को अपने मंदिर दौरों से कोई लाभ नहीं मिला। यह मजाक का विषय बन गया। कुछ लोगों को यह धोखा देने वाला लगा। इसलिए जब यह रणनीति काम नहीं आई, तो उन्होंने लाभ पाने के लिए जाति के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया। ईरानी के मुताबिक ये कदम भारतीय राजनीति में राहुल गांधी की प्रासंगिकता बनाए रखने के मकसद से एक बड़ी रणनीति का हिस्सा हैं।

राहुल गांधी को सामाजिक न्याय से कुछ लेना-देना नहीं-ईरानी

स्मृति ने ये भी कहा कि अगर राहुल गांधी को सामाजिक न्याय से सचमुच में कुछ लेना-देना होता तो यह पूरे राजनीतिक जीवन पर इसकी छाप दिखती। लेकिन ऐसा नहीं है। वो अचानक जाति-जाति करने लगे हैं और कई बार बेसिर-पैर की बातें भी करते हैं। मसलन, उन्हें पता है कि मिस इंडिया का चयन सरकार नहीं करती, फिर भी वो पूछ रहे हैं कि कोई दलित-पिछड़े वर्ग की लड़की मिस इंडिया क्यों नहीं बनती। राहुल को भी पता है कि ये बेतुकी बातें हैं, लेकिन वो ये भी जानते हैं कि इससे वो खबरों में रहेंगे और उनकी बातें हेडलाइन बनेंगी।

हर घर तिरंगा अभियान: स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे के साथ लगाएं प्रोफाइल पिक्चर

रायपुर-   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पूरा देश "हर घर तिरंगा" अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नागरिकों से इस अभियान में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है। तिरंगे के साथ अपनी प्रोफाइल पिक्चर लगाकर, हम सभी इस राष्ट्रीय पर्व को और खास बना सकते हैं और देश के प्रति अपनी एकजुटता और सम्मान प्रकट कर सकते हैं।

कैसे बनाएं तिरंगे के साथ प्रोफाइल पिक्चर

इस अभियान में भाग लेने के लिए [हर घर तिरंगा अभियान की वेबसाइट](https://harghartirangacg.netlify.app/) पर जाकर अपनी फोटो अपलोड करनी होगी। इसके बाद, तिरंगे के साथ आपकी प्रोफाइल पिक्चर तैयार हो जाएगी, जिसे आप सोशल मीडिया पर साझा कर सकते हैं।

अभियान का उद्देश्य

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देशवासियों के दिलों में तिरंगे के प्रति गर्व और सम्मान की भावना को और गहरा करना है। हर भारतीय को इस पहल का हिस्सा बनकर, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश की शान को और ऊंचा करने का मौका मिल रहा है।

संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा आहूत ''हर घर तिरंगा '' कार्यक्रम के तहत जिला प्रशासन द्वारा निकाला गया तिरंगा यात्रा

औरंगाबाद : आज 14 अगस्त को जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री के नेतृत्व में संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा आहूत ''हर घर तिरंगा '' कार्यक्रम के अंतर्गत प्रातः 8:00 शहर के गेट स्कूल से गांधी मैदान तक तिरंगा यात्रा निकाला गया।

इस तिरंगा यात्रा में जिले के विभिन्न स्कूलों के छात्र एवं छात्राओं, एनसीसी एवं स्काउट गाइड के बच्चे, जीविका दीदी, आशा कार्यकर्ता आंगनवाड़ी सेविका एवं जिला स्तरीय सभी पाधिकारियों ने चढ़कर भाग भाग लिए।

तत्पश्चात तिरंगा यात्रा गांधी मैदान पहुंचने के बाद स्थापित किए तिरंगा कैनवास पर जिला पदाधिकारी द्वारा जय हिंद लिखकर हस्ताक्षर किया गया एवं इसके साथ-साथ अन्य पदाधिकारी एवं यात्रा में शामिल लोगों ने भी जय हिंद लिखकर अपना-अपना हस्ताक्षर किये। 

इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी द्वारा इस यात्रा में शामिल सभी लोगों से ''हर घर तिरंगा '' कार्यक्रम के अंतर्गत से स्वतंत्रता दिवस के दिन अपने-अपने घरों में तिरंगा फहराने और तिरंगा के साथ सेल्फी लेकर harghartrianga.com वेबसाइट पर अपलोड करने एवं सोशल मीडिया पर  #हर_घर_तिरंगा_ साझा करने का अनुरोध किये। एवं अंत में उनके द्वारा इस तिरंगा यात्रा में शामिल सभी लोगों को स्वतंत्रता सेनानियों एवं वीर सपूतों की भावना का सम्मान करने एवं भारत को विकास और प्रगति के लिए खुद को समर्पण करने का शपथ भी दिलाया गया।

इस मौके पर जिला के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

नवादा :- हर घर तिरंगा कार्यक्रम का हुआ आयोजन जिलाधिकारी ने की अपील।
आज दिनांक 13.08.2024 को श्री आशुतोष कुमार वर्मा जिलाधिकारी नवादा एवं श्री अम्बरीष राहुल पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में हर घर तिरंगा कार्यक्रम अन्तर्गत तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम समाहरणालय परिसर से प्रारंभ होकर भगत सिंह चौक तक संपन्न की गई।
जिलाधिकारी ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान से नई पीढ़ी के साथ-साथ देश के सभी लोगों में देश के प्रति और राष्ट्रीय घ्वज के प्रति गौरव और सम्मान बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 2024 के अवसर पर लोग अपने घरों पर, कार्यालयों में तिरंगा फहरायें एवं तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया एकाउंटस एवं www.Harghartiranga.com वेबसाईट पर अवश्य अपलोड करें। भगत सिंह चौक पर स्थापित स्वतंत्रता सेनानी शाहिद भगत सिंह की मूर्ति पर जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त के साथ में अन्य पदाधिकारियों द्वारा माल्यार्पण किया गया।

तिरंगा यात्रा के अवसर पर प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय नवादा, गॉधी इंटर विद्यालय नवादा के छात्र उपस्थित हुए साथ ही जिला क्रिकेट संघ के सभी सदस्य एवं खिलाड़ी, जिला एथेलेटिक एशोसिएशन के सभी खिलाड़ी, जिला हैंडबॉल के खिलाड़ी एवं गॉधी इंटर विद्यालय नवादा के स्कॉट एवं गाइड के छात्र सम्मिलित हुए।
जिलाधिकारी श्री आशुतोष कुमार वर्मा ने नवादावासियों से अपील किया है कि नवादा जिले के सभी नागरिकों/सभी संस्थानों, सभी संगठनों से अपील किया कि सरकार द्वारा इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर ’’हर घर तिरंगा’’ कार्यक्रम में अवश्य भाग लें तथा तिरंगे यात्रा में सम्मिलित हों।

इस अवसर पर आप अपने घरों/कार्यस्थलों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएँ। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त नवादा, अपर समाहर्त्ता नवादा, अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर, गोपनीय प्रभारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, प्रभारी जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, कला एवं सांस्कृति पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ-साथ जिले के सभी पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
इजरायल पर बड़े हमले की तैयारी कर रहा ईरान! अमेरिका ने भी कसी कमर
#iran_attack_israel_america_issue_warning इजराइल पर ईरान बहुत जल्द एक बड़ा हमला करने जा रहा है।ईरान किसी भी समय इजरायल पर हमला कर सकता है। यह हमला तेहरान में हमास सरगना इस्माइल हानिया की हत्या का बदला होगा।इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने रविवार को अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन को बताया कि ईरान इजरायल पर बड़े पैमाने पर सैन्य हमले की तैयारी कर रहा है।

एक्सियोस ने अपनी एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह जानकारी साझा की।एक्सियोस के मुताबिक इजरायल की खुफिया एजेंसी का मानना है कि ईरान इजरायल पर सीधे हमले को तैयार है। इजरायल की खुफिया एजेंसी का मानना है कि अपने शीर्ष कमांडर का बदला लेने की खातिर हिजबुल्लाह पहले हमला कर सकता है। इसके बाद ईरान भी हमले में शामिल हो सकता है। कहा जा रहा है कि गुरुवार को प्रस्तावित गाजा बंधक और युद्धविराम समझौते की वार्ता से पहले हमला हो सकता है। हालांकि हमास ने वार्ता में शामिल होने से इंकार कर दिया है।

*अप्रैल से भी बड़ा हमला कर सकता ईरान*
सूत्रों के मुताबिक इस बार ईरान 13 अप्रैल से भी बड़ा हमला कर सकता है। हिजबुल्लाह और ईरान मध्य इजरायल में सैन्य ठिकानों पर मिसाइलों और ड्रोनों से हमला कर सकते हैं। उधर, अमेरिका ने कूटनीतिक दांव चलना शुरू कर दिया है। इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि ईरान और हिजबुल्लाह ने हमें भारी नुकसान पहुंचाने की चेतावनी दी। मगर उम्मीद है कि वे पुनर्विचार करेंगे और युद्ध को नहीं बढ़ाएंगे। हम ऐसा नहीं चाहते हैं।

*युद्ध की आहट के बीच अमेरिका ने कसी कमर*
इजरायल और ईरान में युद्ध की आहट के बीच अमेरिका ने भी कमर कस ली है। अमेरिका मिडिल ईस्ट में तेजी से हथियार भेज रहा है।अमेरिका ने एक गाइडेड मिसाइल पनडुब्बी मिडिल ईस्ट भेजी है। एक विमानवाहक पोत स्ट्राइक ग्रुप की तैनाती तेज कर रहा है। पेंटागन ने रविवार देर रात पुष्टि की कि रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने यूएसएस जॉर्जिया गाइडेड मिसाइल पनडुब्बी को क्षेत्र में भेजने का आदेश दिया है। उन्होंने यूएसएस अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप, जो एफ-35C लड़ाकू जेट से सुसज्जित है, को क्षेत्र में तेजी से पहुंचने का आदेश दिया।

*यूएस ने दिया हर संभव मदद का भरोसा*
पेंटागन से एक रिपोर्ट के अनुसार ऑस्टिन ने अपने इजरायली समकक्ष योव गैलंट के साथ एक कॉल में वाशिंगटन की अपने सहयोगी की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने की प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि की। इस बातचीत में गैलंट ने ईरान और उसके क्षेत्रीय समर्थकों से उत्पन्न खतरों के सामने आईडीएफ की तत्परता और क्षमताओं का विस्तृत विवरण दिया। क्षेत्र में तैनात अमेरिकी सैन्य क्षमताओं की व्यापक रेंज के साथ संयुक्त संचालन पर चर्चा की।

*हमास के नेता की हत्या का बदला लेने के लिए ईरान बेताब*
शुक्रवार को ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के डिप्टी कमांडर ने कहा था कि ईरान 31 जुलाई को तेहरान में फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के नेता की हत्या के लिए इजरायल को "कठोर दंड" देने के लिए सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के आदेश का पालन करने के लिए तैयार है। इससे पहले खामेनेई ने भी कहा था कि वह इजरायल को ऐसा कठोर दंड देंगे कि उसकी पीढ़ियां याद रखेंगी। ऐसी भी रिपोर्ट्स है कि ईरान के नव नियुक्त राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन इजरायल पर हमला करने के खिलाफ हैं, लेकिन ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स उनके नियंत्रण से बाहर है। रिवोल्यूशनरी गार्ड्स सीधे खामेनेई को रिपोर्ट करता है।
हर घर तिरंगा-2024 कार्यक्रम' को सफल बनाने हेतु हुई बैठक

औरंगाबाद: आज दिनांक-10 अगस्त 2024 को जिला पदाधिकारी श्री श्रीकांत शास्त्री द्वारा संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा निर्देशित 'हर घर तिरंगा-2024 कार्यक्रम' को सफल बनाने हेतु बैठक आहूत की गई।

जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा बताया गया कि संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के दिशा निर्देश के आलोक में हम लोगों को मुख्यतः चार गतिविधियां आयोजित कराया जाना है। 

जिसमें सर्वप्रथम जिला मुख्यालय में तिरंगा यात्रा निकाला जाना है। तिरंगा यात्रा 14 अगस्त को प्रातः 8:00 बजे गेट स्कूल से गांधी मैदान तक जाएगी जिसमें बृहद रूप से सभी जनप्रतिनिधि, छात्र एवं छात्राएं, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका,जीविका दीदी, एनसीसी एवं स्काउट गाइड के बच्चे एवं पदाधिकारी हाथ में तिरंगा लेकर तिरंगा यात्रा में शामिल होंगे।

तत्पश्चात तिरंगा यात्रा गांधी मैदान पहुंचने के बाद तिरंगा कैनवास स्थापित किए जाएंगे, जहां लोग किसी भी भारतीय भाषा में हर घर तिरंगा और जय हिन्द लिख सकेंगे। कैनवास का डिजाइन राष्ट्रीय ध्वज के समान 3 : 2 में होगा। 

इसके अतिरिक्त हर घर तिरंगा अभियान के तहत सभी घरों में तिरंगा झंडा फहराया जाना है। इसके लिए नगर परिषद एवं जनप्रतिनिधि के द्वारा सभी घरों में तिरंगा उपलब्ध कराया जाएगा।

तिरंगा यात्रा में शामिल होने वाले सभी लोगों को ध्वज फहराने और तिरंगा के साथ सेल्फी लेने और harghartrianga.com वेबसाइट पर अपलोड किया जा सकेगा। साथ में सोशल मीडिया पर और के साथ साझा किया जाएगा।

जिला पदाधिकारी ने सभी अधिकारियों को कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आवश्यक तैयारी करने के दिशा-निर्देश दिए। 

उक्त बैठक में अपर समाहर्ता ललित रंजन भूषण, सदर एसडीओ संतन कुमार सिंह, जिला पंचायती राज पदाधिकारी इफ्तेखार अहमद, सदर एसडीपीओ, वरीय उपसमाहर्ता श्रीमती रत्ना प्रियदर्शनी एवं श्रीमती श्वेता प्रियदर्शी, डीपीएम स्वास्थ्य अनवर आलम, डीपीएम जीविका सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचल अधिकारी मौजूद रहे।

क्या इजराइल से नसरल्लाह की मौत का बदला लेंगे ईरान समेत 57 देश, जंग में शामिल होंगे दूसरे इस्लामिक देश?

#irancalledoicmeetingafterdeathofhezbollahchiefhassannasrallah

इजराइल की ओर से लगातार हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है। पूरी दुनिया इजराइल और लेबनान के युद्ध से हिल गई है।हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद मिडिल ईस्ट में बवाल मचा हुआ है। नसरल्लाह की हत्या के बाद ईरान बौखलाया हुआ है। ईरान में इजराइल से बदले की मांग उठ रही है। ऐसे में ईरान ने इस्लामिक देशों के संगठन OIC की बैठक भी बुलाई। साथ ही इजरायल को बदला लेने की धमकी भी दी है।

ईरान ने लेबनान और फिलिस्तीन में इजरायल के हमलों से निपटने के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सदस्य देशों के नेताओं की तत्काल बैठक बुलाने का आह्वान किया। शुक्रवार को OIC के विदेश मंत्रियों की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए ईरानी उप विदेश मंत्री (कानूनी और अंतर्राष्ट्रीय मामलों) काज़ेम गरीबाबादी ने फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों का समर्थन करने में इस्लामी देशों के बीच एकता और एकजुटता के महत्व पर जोर दिया।उन्होंने कहा कि इस्लामी दुनिया एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है और कई महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रही है, विशेष रूप से फिलिस्तीनी मुद्दा, जो हमारी मुख्य प्राथमिकता बनी हुई है।

ग़रीबाबादी ने दोहराया कि सभी फ़िलिस्तीनी लोगों, जो अपनी मातृभूमि में रह रहे हैं और जो अपनी मातृभूमि से दूर हैं, उन्हें जनमत संग्रह के माध्यम से अपना भविष्य तय करना चाहिए। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस तंत्र के माध्यम से, एक स्थायी शांति प्राप्त होगी जिसमें मुस्लिम, ईसाई और यहूदी एक साथ अमन और शांति से रहेंगे। उन्होंने कहा कि इज़राइली शासन की आतंकवादी गतिविधियां फिलिस्तीन और लेबनान तक ही सीमित नहीं हैं, उन्होंने हाल ही में ईरान की राजनयिक सुविधाओं पर आतंकवादी हमला किया है और ईरान में हमास के नेता को भी शहीद कर दिया है। इस तथ्य पर जोर देते हुए कि इज़राइली शासन क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है, उन्होंने इसकी क्रूरता और अपराधों को समाप्त करने का आह्वान किया।

जंग में दूसरे इस्लामिक देश शामिल होंगे?

अब सवाल उठता है कि क्या क्या इस जंग में दूसरे इस्लामिक देश शामिल होंगे? नसरल्लाह के मारे जाने के बाद यह तय है कि इस जंग में और प्लेयर्स इन्वॉल्व होंगे- जैसे ईरान और सीरिया, लेकिन बड़े युद्ध की आशंका नहीं नजर आती है। अगर OIC मिलकर इजरायल के खिलाफ कोई कदम उठाते हैं तो इसका मतलब है कि अमेरिका और यूरोपियन यूनियन इस लड़ाई में शामिल हो जाएंगे। तब समस्या और बड़ी हो जाएगी। 

हिज्बुल्लाह को लेकर इजरायल ने पहले ही और मुल्कों को आगाह किया था और सबको इसकी करतूतों के बारे में पता है। उसके समर्थन का मतलब है किसी इजरायल पर हमले का समर्थन करना, जो सऊदी जैसे देश कतई नहीं करेंगे। सऊदी को भी पता है कि अमेरिका और इजरायल जैसे देश उसके लिए आर्थिक तौर पर कितने जरूरी हैं। हां यह जरूर है कि OIC मानवाधिकारों के उल्लंघन का हवाला देते हुए हमले की आलोचना कर सकता है। वो यह कहेगा कि हमले में आम लोग और बच्चे मारे जा रहे हैं पर मिलिट्री मोबिलाइजेशन की आशंका नहीं है।

क्या है OIC?

OIC का फुल फॉर्म है आर्गेनाइजेशन ऑफ द इस्लामिक कोऑपरेशन। इसे इस्लामिक सहयोग संगठन भी कहते हैं। OIC चार महाद्वीपों में फैले 57 मुस्लिम देशों का एक संगठन है। यूनाइटेड नेशन के बाद यह दुनिया का दूसरे सबसे बड़ा संगठन है। एक तरीके से OIC को मुस्लिम और इस्लामी देशों की आवाज के तौर पर देखा जाता है। इस संगठन की स्थापना का कनेक्शन भी इजरायल से ही जुड़ा हुआ है।

कब और कैसे बना OIC

मक्का और मदीना के बाद इजरायल के यरूशलम में स्थित अल अक्सा मस्जिद मुस्लिमों का तीसरा सबसे पवित्र धार्मिक स्थल है। यह मस्जिद जहां है, उसको लेकर मुस्लिमों, यहूदियों और ईसाईयों में सदियों से लड़ाई चलती आ रही है। 25 सितंबर 1969 को यरूशलम की अल अक्सा मस्जिद में आग लगा दी गई। तब मुफ्ती आमीन अल हुसैनी ने इस आगजनी के लिए यहूदियों को जिम्मेदार ठहराया और दुनिया के सभी मुस्लिम देशों से इसके खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया और एक सम्मेलन बुलाया।इसमें अल अक्सा मस्जिद पर तो चर्चा हुई ही, साथ ही इस बात पर भी मंथन हुआ कि इस्लामिक देशों के बीच आपसी सहयोग और संबंधों को कैसे और मजबूत किया जाए। इसी सम्मेलन में तय किया गया कि इस्लामिक देश एक संगठन बनाएंगे, ताकि आपसी आर्थिक, सांस्कृतिक सहयोग को और बढ़ावा दे सकें।

‘इजरायल के पहुंच से परे कोई जगह नहीं’: हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद नेतन्याहू की ईरान को चेतावनी

#netanyahuwarnsiranafterisraelkilledhassan_nasrallah

Israel's Prime Minister Benjamin Netanyahu (REUTERS)

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा कि “ईरान या मध्य पूर्व में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां इजरायल की लंबी भुजाएं नहीं पहुंच सकतीं,” उन्होंने इजरायली सशस्त्र बलों द्वारा हवाई हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की लक्षित हत्या को लेकर ईरान को उनके देश पर हमला करने के किसी भी प्रयास के खिलाफ चेतावनी दी।

नेतन्याहू ने कहा, “अगर कोई आपको मारने के लिए उठता है, तो पहले उसे मार दें। कल, इजरायल राज्य ने कट्टर हत्यारे हसन नसरल्लाह को मार डाला,” उन्होंने कहा कि इजरायल ने “अनगिनत” इजरायलियों और अमेरिका और फ्रांस सहित अन्य देशों के नागरिकों की हत्या में कथित भूमिका के लिए हिजबुल्लाह प्रमुख के साथ “हिसाब-किताब चुकाया” है। उन्होंने नसरल्लाह को “सिर्फ एक और आतंकवादी” नहीं बल्कि “आतंकवादी” कहा और पश्चिम एशिया में “ईरान की बुराई की धुरी का मुख्य इंजन” भी कहा। नेतन्याहू ने यह भी आरोप लगाया कि नसरल्लाह ईरान के अयातुल्ला शासन की इजरायल को "नष्ट" करने की योजना के मुख्य वास्तुकारों में से एक थे।

पश्चिम एशिया में इस्लामी शासन और उसके सहयोगियों को जनविरोधी के रूप में चित्रित करने के प्रयास में, नेतन्याहू ने कहा, "वे सभी जो बुराई की धुरी का विरोध करते हैं, वे सभी जो लेबनान, सीरिया, ईरान और अन्य स्थानों पर ईरान और उसके समर्थकों की हिंसक तानाशाही के तहत लड़ रहे हैं, वे सभी आज आशा से भरे हुए हैं। मैं उन देशों के नागरिकों से कहता हूं: इजरायल आपके साथ खड़ा है और अयातुल्ला शासन से मैं कहता हूं: जो हम पर हमला करते हैं, हम उन पर हमला करते हैं। ईरान या मध्य पूर्व में ऐसी कोई जगह नहीं है जहाँ इजरायल का लंबा हाथ न पहुँच सके। आज, आप पहले से ही जानते हैं कि यह सही है"।

नसरल्लाह को क्यों मारा जाए?

नेतन्याहू ने तर्क दिया कि नसरल्लाह को खत्म करना इजरायली नागरिकों को लेबनान के साथ देश की उत्तरी सीमा पर अपने घरों में वापस लाने और आने वाले "वर्षों" के लिए क्षेत्र में "शक्ति संतुलन" को बदलने के लिए आवश्यक था।

इजरायली प्रधानमंत्री ने अपने नागरिकों की “रक्षा” करने और सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए अपने देश की प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “हम अपने दुश्मनों पर हमला जारी रखने, अपने निवासियों को उनके घरों में वापस भेजने और अपने सभी बंधकों को वापस भेजने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। हम उन्हें एक पल के लिए भी नहीं भूलते।”

जब तक नसरल्लाह जीवित थे, उन्होंने हिजबुल्लाह से छीनी गई क्षमताओं को जल्दी से फिर से बनाया होता। उनके खात्मे से हमारे निवासियों की उत्तर में उनके घरों में वापसी की संभावना बढ़ेगी। इससे दक्षिण में हमारे बंधकों की वापसी की संभावना भी बढ़ेगी,” नेतन्याहू ने इजरायली सशस्त्र बलों और खुफिया एजेंसियों को उनकी “महान उपलब्धियों” के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा।

Furniture Fair & Thailand Fest Wow Crowds with Luxury, Global Products, and Top Creators

Furniture Fair & Thailand Shopping Festival Kick Off with a Grand Opening, Welcoming Over 10,000 Visitors on Day 1

The highly anticipated Furniture Fair and Thailand Shopping Festival commenced on 27th September 2024 at BKC, witnessing a grand start with over 10,000 visitors on the very first day. Organized by I Ads & Events, a renowned leader in event management, the exhibition has quickly become a highlight for attendees, featuring an impressive lineup of international brands and exhibitors.

The 6-day event, running from 27th September to 2nd October, showcases a diverse range of furniture for both domestic and commercial use, tailored to meet varying budgets and tastes. Visitors have the opportunity to explore everything from elegant sofa sets and modular kitchens to office furniture, carpets, antiques, and bespoke decor items. The event is a one-stop destination for new homebuyers or those looking to refurbish their living spaces with modern and traditional furniture alike.

In addition to the furniture, the Thailand Shopping Festival offers a unique shopping experience, featuring exhibitors from Thailand, Turkey, Iran, Afghanistan, and Korea. Visitors can indulge in an array of exclusive international products, such as Thailand's pearl jewellery, Turkish lights, Iranian silver jewellery, Afghan dry fruits, and Korean beauty products. This combination of local and global offerings has created an exciting marketplace for discerning shoppers.

As a testament to the event's wide appeal, top content creators were also spotted on the exhibition floor, capturing the experience and sharing it with their vast audiences. Their presence underscores the event's reach and influence, drawing both consumer attention and social media buzz.

I Ads & Events, with over two decades of experience in managing B2C exhibitions across India, has once again demonstrated its expertise in creating immersive and interactive experiences. The event highlights their dedication to connecting brands directly with consumers, ensuring not just a shopping experience but also meaningful engagement.

The exhibition, open daily from 10:00 AM to 8:30 PM, is easily accessible to the public with an entry ticket priced at just Rs. 50. This makes it a perfect family outing where visitors can discover the latest trends in furniture, indulge in global shopping, and enjoy exclusive deals.

With such a successful opening day and a diverse array of offerings, the Furniture Fair and Thailand Shopping Festival are set to be must-attend events for anyone looking to enhance their living spaces or find unique international products. 

For more details, visit https://www.iadsandevents.com, or Instagram: , contact num +919234712380

For media coverage on this platform call +917710030004

ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने भारतीय मुसलमानो को लेकर ऐसा क्या कहा? भारत ने दिया करार जवाब

#iran_supreme_leader_ali_khamenei_minority_muslim_india_mea_tough_reply

ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने भारतीय मुसलमानों को लेकर चिंता जताई है।अयातुल्लाह अली खामेनेई को भारतीय मुसलमान पीड़ित नजर आ रहा है।उन्होंने भारत पर मुस्लिम उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए उसे म्यांमार और गाजा के साथ तुलना की। हालांकि, भारत की तरफ से करार जवाब मिला है।भारत ने ईरान को जवाब देते हुए कहा कि वो पहले अपना रिकॉर्ड देखें।

दरअसल, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने सोमवार को भारत पर अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का आरोप लगाया।इसके साथ ही ईरान के सुप्रीम लीडर ने दुनियाभर के मुसलमानों से एकजुट होने का आह्वान भी किया।खामेनेई ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, "इस्लाम के दुश्मनों ने हमेशा हमें इस्लामी उम्माह के रूप में हमारी साझा पहचान के प्रति उदासीन बनाने की कोशिश की है। अगर हम #म्यांमार, #गाजा, #भारत या किसी अन्य स्थान पर एक मुसलमान को होने वाली पीड़ा से अनजान हैं, तो हम खुद को मुसलमान नहीं मान सकते।"

भारत सरकार ने देश में अल्पसंख्यकों के संबंध में ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरु अली ख़ामेनेई की तरफ से की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा की और बयान को “गलत जानकारी वाला और अस्वीकार्य” बताया। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने ख़ामेनेई के बयान को सिरे से खारिज किया और कहा कि भारत को लेकर उनकी समझ कम है। एमईए ने कहा, “हम ईरान के सर्वोच्च नेता द्वारा भारत में अल्पसंख्यकों के संबंध में की गई टिप्पणियों की कड़ी आलोचना करते हैं। ये बिल्कुल गलत जानकारी है और कहीं से भी स्वीकार्य नहीं है।”

मंत्रालय ने उन देशों से भी आग्रह किया जो अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार के बारे में टिप्पणी करते हैं और उनसे कहा कि दूसरों की आलोचना करने से पहले अपने रिकॉर्ड के बारे में विचार करना चाहिए। विदेश मंत्रालय ने कहा, “अल्पसंख्यकों पर टिप्पणी करने वाले देशों को सलाह दी जाती है कि वे दूसरों के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से पहले अपना रिकॉर्ड देख लें।”

यह पहली बार नहीं है कि ईरान के सुप्रीम लीडर ने भारत में मुसलमानों को लेकर ऐसा बयान दिया। खामेनेई 2020 के दिल्ली दंगों पर भी बयान दे चुके हैं। उन्होंने दंगों को मुसलमानों का नरसंहार बताया था। उन्होंने दिल्ली दंगे पर ट्वीट किया था कि दुनिया भर के मुसलमान भारत में मुसलमानों के नरसंहार पर दुखी हैं। भारत सरकार को चरमपंथी हिंदुओं और उनकी पार्टियों का मुकाबला करना चाहिए और इस्लाम की दुनिया से भारत के अलगाव को रोकने के लिए मुसलमानों के नरसंहार को रोकना चाहिए। इसके बाद उन्होंने हैशटैग IndianMuslimslnDanger का इस्तेमाल किया था। 

ऐसी ही 2019 में J-K में अनुच्छेद 370 हटने पर खामेनेई ने चिंता जताई थी। तब उन्होंने कहा था कि हम कश्मीर में मुसलमानों की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। हमारे भारत के साथ अच्छे संबंध हैं, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार कश्मीर के लोगों के प्रति उचित नीति अपनाएगी और इस क्षेत्र में मुसलमानों के उत्पीड़न को रोकेगी।

“अलग तरह की राजनीति करने लगे हैं राहुल गांधी”, स्मृति ईरानी ने ऐसा क्यों कहा?

#smriti_irani_attack_on_rahul_gandhi

लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट से हार के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पहली बार खुलकर बात की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की चर्चित नेता स्मृति इरानी ने एक हालिया पॉडकास्ट में राहुल गांधी के बारे में अपनी राय रखी। ईरानी ने माना कि राहुल गांधी अब अलग तरह की पॉलिटिक्स कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल अब राजनीतिक पैंतरेबाजी की एक अलग शैली बना रहे हैं। जब वह जाति के बारे में बात करते हैं, जब वह संसद में सफेद टी-शर्ट पहनते हैं, तो उन्हें पता होता है कि यह युवाओं को किस तरह का संदेश देता है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी राहुल गांधी के बारे में कहा कि कांग्रेस के नेता को मुगालता हो गया है कि उन्होंने सफलता का स्वाद चख लिया है।स्मृति ईरानी ने दावा किया कि राहुल गांधी आबादी के वर्ग विशेष को अपनी ओर खींचने के लिए सोच-समझकर कदम उठाते हैं। उन्होंने राहुल गांधी के हमले की इस शैली को कम आंकने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि ‘इसलिए हमें उनके कामों के बारे में गलत तरीके से धारणा नहीं बनानी चाहिए। चाहे आप उन्हें अच्छा, बुरा या बचकाना मानें- वे एक अलग तरह की राजनीति करने में लगे हैं।

नई राजनीतिक सफलता असफल रणनीति से विकसित हुई

ईरानी ने इस मौके पर कांग्रेस पार्टी द्वारा ‘नरम हिंदुत्व’ की राजनीति अपनाने की पिछली कोशिशों की आलोचना भी की। जिसमें चुनावों के दौरान राहुल गांधी की हाई-प्रोफाइल मंदिर यात्राएं भी शामिल हैं।स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी की ये कोशिश वोटरों को पसंद नहीं आई और उन्हें संदेह के साथ देखा गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि गांधी की तथाकथिक नई राजनीतिक सफलता इस असफल रणनीति से विकसित हुई थी। ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी को अपने मंदिर दौरों से कोई लाभ नहीं मिला। यह मजाक का विषय बन गया। कुछ लोगों को यह धोखा देने वाला लगा। इसलिए जब यह रणनीति काम नहीं आई, तो उन्होंने लाभ पाने के लिए जाति के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया। ईरानी के मुताबिक ये कदम भारतीय राजनीति में राहुल गांधी की प्रासंगिकता बनाए रखने के मकसद से एक बड़ी रणनीति का हिस्सा हैं।

राहुल गांधी को सामाजिक न्याय से कुछ लेना-देना नहीं-ईरानी

स्मृति ने ये भी कहा कि अगर राहुल गांधी को सामाजिक न्याय से सचमुच में कुछ लेना-देना होता तो यह पूरे राजनीतिक जीवन पर इसकी छाप दिखती। लेकिन ऐसा नहीं है। वो अचानक जाति-जाति करने लगे हैं और कई बार बेसिर-पैर की बातें भी करते हैं। मसलन, उन्हें पता है कि मिस इंडिया का चयन सरकार नहीं करती, फिर भी वो पूछ रहे हैं कि कोई दलित-पिछड़े वर्ग की लड़की मिस इंडिया क्यों नहीं बनती। राहुल को भी पता है कि ये बेतुकी बातें हैं, लेकिन वो ये भी जानते हैं कि इससे वो खबरों में रहेंगे और उनकी बातें हेडलाइन बनेंगी।

हर घर तिरंगा अभियान: स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे के साथ लगाएं प्रोफाइल पिक्चर

रायपुर-   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पूरा देश "हर घर तिरंगा" अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नागरिकों से इस अभियान में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है। तिरंगे के साथ अपनी प्रोफाइल पिक्चर लगाकर, हम सभी इस राष्ट्रीय पर्व को और खास बना सकते हैं और देश के प्रति अपनी एकजुटता और सम्मान प्रकट कर सकते हैं।

कैसे बनाएं तिरंगे के साथ प्रोफाइल पिक्चर

इस अभियान में भाग लेने के लिए [हर घर तिरंगा अभियान की वेबसाइट](https://harghartirangacg.netlify.app/) पर जाकर अपनी फोटो अपलोड करनी होगी। इसके बाद, तिरंगे के साथ आपकी प्रोफाइल पिक्चर तैयार हो जाएगी, जिसे आप सोशल मीडिया पर साझा कर सकते हैं।

अभियान का उद्देश्य

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देशवासियों के दिलों में तिरंगे के प्रति गर्व और सम्मान की भावना को और गहरा करना है। हर भारतीय को इस पहल का हिस्सा बनकर, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश की शान को और ऊंचा करने का मौका मिल रहा है।

संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा आहूत ''हर घर तिरंगा '' कार्यक्रम के तहत जिला प्रशासन द्वारा निकाला गया तिरंगा यात्रा

औरंगाबाद : आज 14 अगस्त को जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री के नेतृत्व में संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा आहूत ''हर घर तिरंगा '' कार्यक्रम के अंतर्गत प्रातः 8:00 शहर के गेट स्कूल से गांधी मैदान तक तिरंगा यात्रा निकाला गया।

इस तिरंगा यात्रा में जिले के विभिन्न स्कूलों के छात्र एवं छात्राओं, एनसीसी एवं स्काउट गाइड के बच्चे, जीविका दीदी, आशा कार्यकर्ता आंगनवाड़ी सेविका एवं जिला स्तरीय सभी पाधिकारियों ने चढ़कर भाग भाग लिए।

तत्पश्चात तिरंगा यात्रा गांधी मैदान पहुंचने के बाद स्थापित किए तिरंगा कैनवास पर जिला पदाधिकारी द्वारा जय हिंद लिखकर हस्ताक्षर किया गया एवं इसके साथ-साथ अन्य पदाधिकारी एवं यात्रा में शामिल लोगों ने भी जय हिंद लिखकर अपना-अपना हस्ताक्षर किये। 

इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी द्वारा इस यात्रा में शामिल सभी लोगों से ''हर घर तिरंगा '' कार्यक्रम के अंतर्गत से स्वतंत्रता दिवस के दिन अपने-अपने घरों में तिरंगा फहराने और तिरंगा के साथ सेल्फी लेकर harghartrianga.com वेबसाइट पर अपलोड करने एवं सोशल मीडिया पर  #हर_घर_तिरंगा_ साझा करने का अनुरोध किये। एवं अंत में उनके द्वारा इस तिरंगा यात्रा में शामिल सभी लोगों को स्वतंत्रता सेनानियों एवं वीर सपूतों की भावना का सम्मान करने एवं भारत को विकास और प्रगति के लिए खुद को समर्पण करने का शपथ भी दिलाया गया।

इस मौके पर जिला के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

नवादा :- हर घर तिरंगा कार्यक्रम का हुआ आयोजन जिलाधिकारी ने की अपील।
आज दिनांक 13.08.2024 को श्री आशुतोष कुमार वर्मा जिलाधिकारी नवादा एवं श्री अम्बरीष राहुल पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में हर घर तिरंगा कार्यक्रम अन्तर्गत तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम समाहरणालय परिसर से प्रारंभ होकर भगत सिंह चौक तक संपन्न की गई।
जिलाधिकारी ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान से नई पीढ़ी के साथ-साथ देश के सभी लोगों में देश के प्रति और राष्ट्रीय घ्वज के प्रति गौरव और सम्मान बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 2024 के अवसर पर लोग अपने घरों पर, कार्यालयों में तिरंगा फहरायें एवं तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया एकाउंटस एवं www.Harghartiranga.com वेबसाईट पर अवश्य अपलोड करें। भगत सिंह चौक पर स्थापित स्वतंत्रता सेनानी शाहिद भगत सिंह की मूर्ति पर जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त के साथ में अन्य पदाधिकारियों द्वारा माल्यार्पण किया गया।

तिरंगा यात्रा के अवसर पर प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय नवादा, गॉधी इंटर विद्यालय नवादा के छात्र उपस्थित हुए साथ ही जिला क्रिकेट संघ के सभी सदस्य एवं खिलाड़ी, जिला एथेलेटिक एशोसिएशन के सभी खिलाड़ी, जिला हैंडबॉल के खिलाड़ी एवं गॉधी इंटर विद्यालय नवादा के स्कॉट एवं गाइड के छात्र सम्मिलित हुए।
जिलाधिकारी श्री आशुतोष कुमार वर्मा ने नवादावासियों से अपील किया है कि नवादा जिले के सभी नागरिकों/सभी संस्थानों, सभी संगठनों से अपील किया कि सरकार द्वारा इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर ’’हर घर तिरंगा’’ कार्यक्रम में अवश्य भाग लें तथा तिरंगे यात्रा में सम्मिलित हों।

इस अवसर पर आप अपने घरों/कार्यस्थलों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएँ। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त नवादा, अपर समाहर्त्ता नवादा, अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर, गोपनीय प्रभारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, प्रभारी जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, कला एवं सांस्कृति पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ-साथ जिले के सभी पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
इजरायल पर बड़े हमले की तैयारी कर रहा ईरान! अमेरिका ने भी कसी कमर
#iran_attack_israel_america_issue_warning इजराइल पर ईरान बहुत जल्द एक बड़ा हमला करने जा रहा है।ईरान किसी भी समय इजरायल पर हमला कर सकता है। यह हमला तेहरान में हमास सरगना इस्माइल हानिया की हत्या का बदला होगा।इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने रविवार को अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन को बताया कि ईरान इजरायल पर बड़े पैमाने पर सैन्य हमले की तैयारी कर रहा है।

एक्सियोस ने अपनी एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह जानकारी साझा की।एक्सियोस के मुताबिक इजरायल की खुफिया एजेंसी का मानना है कि ईरान इजरायल पर सीधे हमले को तैयार है। इजरायल की खुफिया एजेंसी का मानना है कि अपने शीर्ष कमांडर का बदला लेने की खातिर हिजबुल्लाह पहले हमला कर सकता है। इसके बाद ईरान भी हमले में शामिल हो सकता है। कहा जा रहा है कि गुरुवार को प्रस्तावित गाजा बंधक और युद्धविराम समझौते की वार्ता से पहले हमला हो सकता है। हालांकि हमास ने वार्ता में शामिल होने से इंकार कर दिया है।

*अप्रैल से भी बड़ा हमला कर सकता ईरान*
सूत्रों के मुताबिक इस बार ईरान 13 अप्रैल से भी बड़ा हमला कर सकता है। हिजबुल्लाह और ईरान मध्य इजरायल में सैन्य ठिकानों पर मिसाइलों और ड्रोनों से हमला कर सकते हैं। उधर, अमेरिका ने कूटनीतिक दांव चलना शुरू कर दिया है। इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि ईरान और हिजबुल्लाह ने हमें भारी नुकसान पहुंचाने की चेतावनी दी। मगर उम्मीद है कि वे पुनर्विचार करेंगे और युद्ध को नहीं बढ़ाएंगे। हम ऐसा नहीं चाहते हैं।

*युद्ध की आहट के बीच अमेरिका ने कसी कमर*
इजरायल और ईरान में युद्ध की आहट के बीच अमेरिका ने भी कमर कस ली है। अमेरिका मिडिल ईस्ट में तेजी से हथियार भेज रहा है।अमेरिका ने एक गाइडेड मिसाइल पनडुब्बी मिडिल ईस्ट भेजी है। एक विमानवाहक पोत स्ट्राइक ग्रुप की तैनाती तेज कर रहा है। पेंटागन ने रविवार देर रात पुष्टि की कि रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने यूएसएस जॉर्जिया गाइडेड मिसाइल पनडुब्बी को क्षेत्र में भेजने का आदेश दिया है। उन्होंने यूएसएस अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप, जो एफ-35C लड़ाकू जेट से सुसज्जित है, को क्षेत्र में तेजी से पहुंचने का आदेश दिया।

*यूएस ने दिया हर संभव मदद का भरोसा*
पेंटागन से एक रिपोर्ट के अनुसार ऑस्टिन ने अपने इजरायली समकक्ष योव गैलंट के साथ एक कॉल में वाशिंगटन की अपने सहयोगी की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने की प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि की। इस बातचीत में गैलंट ने ईरान और उसके क्षेत्रीय समर्थकों से उत्पन्न खतरों के सामने आईडीएफ की तत्परता और क्षमताओं का विस्तृत विवरण दिया। क्षेत्र में तैनात अमेरिकी सैन्य क्षमताओं की व्यापक रेंज के साथ संयुक्त संचालन पर चर्चा की।

*हमास के नेता की हत्या का बदला लेने के लिए ईरान बेताब*
शुक्रवार को ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के डिप्टी कमांडर ने कहा था कि ईरान 31 जुलाई को तेहरान में फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के नेता की हत्या के लिए इजरायल को "कठोर दंड" देने के लिए सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के आदेश का पालन करने के लिए तैयार है। इससे पहले खामेनेई ने भी कहा था कि वह इजरायल को ऐसा कठोर दंड देंगे कि उसकी पीढ़ियां याद रखेंगी। ऐसी भी रिपोर्ट्स है कि ईरान के नव नियुक्त राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन इजरायल पर हमला करने के खिलाफ हैं, लेकिन ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स उनके नियंत्रण से बाहर है। रिवोल्यूशनरी गार्ड्स सीधे खामेनेई को रिपोर्ट करता है।
हर घर तिरंगा-2024 कार्यक्रम' को सफल बनाने हेतु हुई बैठक

औरंगाबाद: आज दिनांक-10 अगस्त 2024 को जिला पदाधिकारी श्री श्रीकांत शास्त्री द्वारा संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा निर्देशित 'हर घर तिरंगा-2024 कार्यक्रम' को सफल बनाने हेतु बैठक आहूत की गई।

जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा बताया गया कि संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के दिशा निर्देश के आलोक में हम लोगों को मुख्यतः चार गतिविधियां आयोजित कराया जाना है। 

जिसमें सर्वप्रथम जिला मुख्यालय में तिरंगा यात्रा निकाला जाना है। तिरंगा यात्रा 14 अगस्त को प्रातः 8:00 बजे गेट स्कूल से गांधी मैदान तक जाएगी जिसमें बृहद रूप से सभी जनप्रतिनिधि, छात्र एवं छात्राएं, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका,जीविका दीदी, एनसीसी एवं स्काउट गाइड के बच्चे एवं पदाधिकारी हाथ में तिरंगा लेकर तिरंगा यात्रा में शामिल होंगे।

तत्पश्चात तिरंगा यात्रा गांधी मैदान पहुंचने के बाद तिरंगा कैनवास स्थापित किए जाएंगे, जहां लोग किसी भी भारतीय भाषा में हर घर तिरंगा और जय हिन्द लिख सकेंगे। कैनवास का डिजाइन राष्ट्रीय ध्वज के समान 3 : 2 में होगा। 

इसके अतिरिक्त हर घर तिरंगा अभियान के तहत सभी घरों में तिरंगा झंडा फहराया जाना है। इसके लिए नगर परिषद एवं जनप्रतिनिधि के द्वारा सभी घरों में तिरंगा उपलब्ध कराया जाएगा।

तिरंगा यात्रा में शामिल होने वाले सभी लोगों को ध्वज फहराने और तिरंगा के साथ सेल्फी लेने और harghartrianga.com वेबसाइट पर अपलोड किया जा सकेगा। साथ में सोशल मीडिया पर और के साथ साझा किया जाएगा।

जिला पदाधिकारी ने सभी अधिकारियों को कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आवश्यक तैयारी करने के दिशा-निर्देश दिए। 

उक्त बैठक में अपर समाहर्ता ललित रंजन भूषण, सदर एसडीओ संतन कुमार सिंह, जिला पंचायती राज पदाधिकारी इफ्तेखार अहमद, सदर एसडीपीओ, वरीय उपसमाहर्ता श्रीमती रत्ना प्रियदर्शनी एवं श्रीमती श्वेता प्रियदर्शी, डीपीएम स्वास्थ्य अनवर आलम, डीपीएम जीविका सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचल अधिकारी मौजूद रहे।