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बारामती में पीएम मोदी की रैली नहीं चाहते अजित पवार, जानें क्या है वजह

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महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही। वैसे-वैसे राजनीतिक गलियारे में हलचल तेज होती जा रही है। यहां महा विकास अघाड़ी और महायुति गठबंधन में मुकाबला है। इन दोनों ही गठबंधन को लेकर अटकलें लगाई जा रहीं कि सबकुछ सही नहीं है। इन सबके बीच अगर किसी खबर ने सबसे ज्यादा चौंकाया, वो है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बारामती में चुनावी रैली नहीं करेंगे। दरअसल, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने बारामती निर्वाचन क्षेत्र में चुनावी रैली नहीं करने का अनुरोध किया है।

अपने भतीजे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे पवार

महायुति के पार्टनर एनसीपी के अध्यक्ष अजित पवार महाराष्ट्र चुनाव में नाप तौल कर रणनीति बना रहे हैं। पहले उन्होंने 'बंटोगे तो कटोगे' का भाषण देने वाले बीजेपी के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ के हिंदुत्ववादी बयानों से किनारा कर लिया, फिर उन्होंने शिवाजी मानखुर्द नगर में अपने प्रत्याशी नवाब मलिक के लिए प्रचार करने की घोषणा कर दी। अब उन्होंने कहा है कि बारामती में पीएम नरेंद्र मोदी को प्रचार करने की जरूरत नहीं है। अजीत पवार की मानें तो वहां लड़ाई परिवार के भीतर है। मौजूदा विधायक पवार अपने भतीजे युगेंद्र पवार के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। युगेंद्र शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के उम्मीदवार हैं।

क्यों नहीं चाहते शाह जैसे नेताओं की रैलियां?

वहीं, जब उनसे पूछा गया कि उनकी पार्टी एनसीपी उम्मीदवार भी अपने निर्वाचन क्षेत्रों में अमित शाह जैसे वरिष्ठ भाजपा नेताओं की रैलियां क्यों नहीं चाहते हैं। अजितपवार ने कहा कि ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि प्रचार के लिए ज्यादा समय नहीं बचा है और चुनाव खर्च की सीमा भी है। बारामती में उनकी जीत का अंतर क्या होगा, अजित पवार ने कहा कि वह निर्वाचन क्षेत्र में घूमने और लोगों से बात करने के बाद ही जवाब दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि वह अपनी जीत के लिए सौ प्रतिशत निश्चिंत हैं और दावा किया कि जीत का अंतर भी बड़ा होगा।

बीजेपी का साथ लेने से क्यों कर रहे इनकार?

एनसीपी में बंटवारे के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है, लेकिन लोकसभा चुनाव के परिणामों का विश्‍लेषण करने पर पता चलता है कि मुस्लिम मतदाता अजित पवार के नेतृत्‍व वाले एनसीपी से दूर रहे। शरद पवार के नेतृत्‍व वाले एनसीपी का प्रदर्शन लोकसभा में अजित पवार गुट की तुलना में काफी अच्‍छा रहा था। संभवत: इसका कारण अजित पवार का भाजपा के साथ होना ही था। लेकिन, सत्‍ता में भागीदारी की मजबूरी के चलते अजित पवार भाजपा का साथ नहीं छोड़ सकते। इस मजबूरी के साथ मुस्लिम मतदाताओं को नाराज करने का जोखिम वह नहीं उठा सकते।

बारामती में छह दशक से शरद पवार का कब्जा

बता दें कि बारामती विधानसभा सीट पर छह दशक से शरद पवार का कब्जा है। अगर इस सीट से अजित पवार जीत जाते हैं तो शरद पवार का 60 साल पुराना वर्चस्व समाप्त हो जाएगा। वहीं, प्रतिष्ठा की इस लड़ाई में अगर अजित यहां से चुनाव हार जाते हैं कि उनके लिए शायद ही कोई विकल्प बचे। 30 साल तक उन्होंने खुद इस सीट का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद उनके भतीजे अजित यहां से लगातार विधायक चुने जाते रहे। मगर अजीत के एनडीए में जाने के बाद बारामती सीट पर यह पहला विधानसभा चुनाव है, जहां पारिवारिक लड़ाई है।

योगी आदित्यनाथ को धमकी देने वाली महिला को मुंबई पुलिस ने किया गिरफ्तार, पूछ-ताछ जारी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर शनिवार शाम को मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम को धमकी भरा मैसेज आया था. इसी के बाद से सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर है. मुंबई पुलिस ने धमकी देने वाली महिला की शिनाख्त कर ली है और उसे गिरफ्तार कर पूछ-ताछ शुरू कर दी है.

एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी कि मुंबई पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कथित तौर पर जान से मारने की धमकी देने के आरोप में 24 साल की एक महिला को गिरफ्तार कर लिया है.

धमकी देने वाली महिला कौन?

महिला की पहचान फातिमा खान के रूप में हुई है. महिला पढ़ी-लिखी है और उसने सूचना प्रौद्योगिकी में BSC की है. फातिमा अपने परिवार के साथ महाराष्ट्र के ठाणे जिले के उल्हासनगर इलाके में रहती है. अधिकारी ने बताया कि उसके पिता लकड़ी का कारोबार करते हैं. पुलिस के मुताबिक महिला अच्छी शिक्षा प्राप्त है, लेकिन मानसिक रूप से अस्थिर है.

बाबा सिद्दीकी की तरह मारने की धमकी

अधिकारी ने बताया कि मुंबई ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप नंबर पर शनिवार को एक अज्ञात नंबर से एक मैसेज आया, जिसमें योगी आदित्यानाथ को धमकी दी गई कि अगर आदित्यनाथ 10 दिनों के भीतर सीएम पद से इस्तीफा नहीं देते हैं, तो उन्हें NCP नेता बाबा सिद्दीकी की तरह मार दिया जाएगा.

अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि फातिमा खान नाम की महिला ने यह संदेश भेजा था. जिसके बाद मुंबई आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने उल्हासनगर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर महिला का पता लगाया और उसे पकड़ लिया. अधिकारी ने बताया कि मामले की आगे की जांच जा रही है.

खबरों के मुताबिक 20 नवंबर को होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने योगी आदित्यनाथ के महाराष्ट्र आ रहे हैं, जिसके चलते महाराष्ट्र पुलिस अलर्ट पर है. वहीं उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा है कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद से मुंबई पुलिस पर कई सवाल उठे हैं.

बीजेपी के दबाव का भी अजीत पवार पर नहीं हुआ असर, नवाब मलिक मानखुद खुर्द शिवाजी नगर उतारा*
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन के आखरी दिन राजनातिक दलों ने चौंकाने वाले दांव चले हैं। पहले एकनाथ शिंदे की पार्टी बीजेपी नेता शाइना एनसी को मुंबा देवी से अपना प्रत्‍याशी बनाया है। अब एनसीपी ने मानखुद शिवाजी नगर सीट से नवाब मलिक को मैदान से उतार कर सबको चौंका दिया है।नवाब मलिक ने अंतिम घंटों में चौंकाते हुए मानखुद शिवाजी नगर ने नामांकन भी दाखिल कर दिया। बता दें कि बीजेपी ने नवाब मलिक को टिकट देने का विरोध किया था।महाराष्ट्र में बीजेपी और एनसीपी (अजित पवार) महायुति गठबंधन का हिस्सा हैं। ऐसे में अजीत पवार ने बीजेपी के विरोध को अनदेखी करते हुए नवाब मलिक पर दांव लगाया है। वहीं अपना नामांकन दाखिल करने के बाद नवाब मलिक ने कहा कि, आज मैंने एनसीपी उम्मीदवार के तौर पर मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया। मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भी नामांकन दाखिल किया था। लेकिन पार्टी ने एबी फॉर्म भेजा और हमने इसे दोपहर 2.55 बजे जमा कर दिया और अब मैं एनसीपी का आधिकारिक उम्मीदवार हूं। उन्होंने आगे कहा कि मैं अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे का बहुत आभारी हूं। उन्हें मुझ पर भरोसा है, बड़ी संख्या में मतदाता निश्चित रूप से मेरा समर्थन करेंगे, मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार हम मानखुर्द शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र जीतेंगे। अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी ने नवाब मलिक के चुनाव लड़ने को लेकर आखिर तक सस्पेंस बनाए रखा। पहले जब अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी ने अणुशक्ति नगर सीट से सना मलिक शेख को उम्मीदवारी घोषित की थी तब यह चर्चा सामने आई थी कि बीजेपी के दबाव के चलते एनसीपी ने नवाब मलिक से दूरी बनाई है, लेकिन नामांकन के कुछ घटों पर पहले जब एनसीपी की तरफ नवाब मलिक को एबी फार्म देने की जानकारी दी गई तो साफ हो गया कि एनसीपी ने एक रणनीति के खेला किया है। पहले यह कहा गया था नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड के साथ कथित आरोपों के चलते उनका उम्मीदवारी रद्द हो सकती है। इसलिए पार्टी ने उनकी बेटी सना मलिक को मुंबई की अणुशक्तिनगर सीट से टिकट दिया है। इस सीट पर सना का मुकाबला एनसीपी शरद पवार गुट की फहाद अहमद से होगा। फहाद अहम बॉलीवुड एक्टर स्वरा भास्कर के पति हैं।
महाराष्ट्र चुनावः शरद गुट की चौथी लिस्ट जारी, अनिल देशमुख की जगह बेटे को मिला टिकट

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शरद पवार के गुट वाली एनसीपी एसपी ने सात उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी की है। इस नई सूची में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के बेटे सलिल देशमुख के बेटे का भी नाम शामिल है। सलिल देशमुख को कटोल से टिकट दिया गया है।

पार्टी की ओर से 24 अक्टूबर को शरद पवार गुट की ओर से 45 उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की गई. इसके बाद 26 तारीख को 22 उम्मीदवारों की घोषणा की गई। इसके तुरंत बाद 27 अक्टूबर को 9 उम्मीदवारों की तीसरी सूची की घोषणा की गई। इसके बाद आज 7 उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी की गई है। विधानसभा चुनाव के लिए एनसीपी शरद पवार गुट की ओर से अब तक 83 सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा हो चुकी है। हालांकि, एक सीट पर उम्मीदवार को बदला गया है।

एनसीपी (शरदचंद्र पवार) ने सात सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, जिनमें से एक सीट पर प्रत्याशी को बदला गया है। काटोल सीट से महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की जगह उनके बेटे सलील देशमुख को चुनावी मैदान में उतारा गया है। इससे पहले इस सीट से पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को उम्मीदवार घोषित किया गया था, लेकिन अब इसमें थोड़ा बदलाव किया गया है। अब पार्टी ने अनिल देशमुख के बेटे सलिल देशमुख को उम्मीदवार बनाया है।

महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की ओर से अब तक 266 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। इसमें शरद पवार गुट की ओर से 82 तो उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना की ओर से 83 सीटों पर उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं। कांग्रेस की ओर से अब तक 4 लिस्ट जारी हुई जिसमें 101 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। हालांकि, महाविकास अघाड़ी में अभी कुछ सीटों को लेकर मतभेद बताया जा रहा है।यही वजह है कि पूरी सीटों पर उम्मीदवार अभी तक नहीं उतारे जा सके हैं।

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एनसीपी शरद पवार गुट ने जारी की 9 प्रत्याशियों की लिस्ट, स्वरा भास्कर के पति का भी नाम, आज ही ज्वाइन की पार्टी

डेस्क: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। इस बीच सभी दलों की ओर से प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया जाना शुरू हो गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरद पवार (NCP-SP) ने भी अपने प्रत्याशियों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी है। एनसीपी-एसपी की तीसरी लिस्ट में 9 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए हैं। बता दें कि इससे पहले भी शरद पवार गुट की ओर से प्रत्याशियों की ओर से दो लिस्ट जारी की जा चुकी है। इस तरह से तीनों लिस्ट के जरिए अब तक एससीपी शरद पवार गुट ने 76 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है।

एनसीपी की तीसरी लिस्ट में जिन प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया गया है, उनमें करंजा सीट से ज्ञायक पटणी, हिंगणघाट से अतुल वांदिले, हिंगणा से रमेश बंग, अणुशक्तिनगर से फहाद अहमद, चिंचवड से राहुल कलाटे, भोसरी से अजित गव्हाणे, माझलगाव से मोहन बाजीराव जगताप, परली से राजेसाहेब देशमुख और मोहोल से सिद्धी रमेश कदम को प्रत्याशी बनाया गया है।

बता दें कि एनसीपी- शरद पवार गुट ने अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद को भी प्रत्याशी बनाया है। फहाद अहमद ने समाजवादी पार्टी छोड़कर आज ही एनसीपी की सदस्यता ली है। वहीं फहाद अहमद के पार्टी ज्वाइन करने पर एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा, "समाजवादी पार्टी की नेता और अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद एनसीपी-एससीपी में शामिल हो गए हैं। उन्हें एनसीपी (अजित पवार) की सना मलिक के खिलाफ अणुशक्ति नगर सीट से मैदान में उतारा गया है।"

उन्होंने आगे कहा, "फहाद अहमद एक सुशिक्षित युवा मुस्लिम युवक हैं और उन्होंने देशभर में कार्यकर्ता के रूप में काम किया है। लोग चाहते हैं कि हम ऐसे नेताओं को मौका दें। वह पहले समाजवादी पार्टी में थे, लेकिन हमारी एसपी से बातचीत हुई और वह हमारी पार्टी में आ गए। हमने उन्हें अणुशक्ति नगर विधानसभा सीट से अपनी पार्टी से टिकट दिया।"

जीशान का नया राजनीतिक सफर, जीशान ने थामा अजित पवार की NCP का दामन, बांद्रा ईस्ट से लड़ेंगे चुनाव
डेस्क :–मुंबई के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दिकी के बेटे जीशान सिद्दिकी ने शुक्रवार को अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल होकर बांद्रा ईस्ट सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की। अगस्त में महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों के दौरान कांग्रेस के खिलाफ मतदान करने के आरोप में जीशान को कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था, जिसे उन्होंने गलत बताया। अजित पवार, प्रफुल पटेल, और सुनील तटकरे का आभार जताते हुए जीशान ने कहा, "यह हमारे परिवार के लिए भावुक क्षण है, और मुझे लोगों के समर्थन से जीत का पूरा विश्वास है।"

जीशान सिद्दिकी के राजनीति में कदम बढ़ाने का सफर एक मोड़ पर है। अपने पिता के पदचिह्नों पर चलते हुए, जीशान ने अजित पवार की एनसीपी का हाथ थामा है। उनका कहना है कि अब वह लोगों के समर्थन से बांद्रा ईस्ट से एक मजबूत दावेदार के रूप में सामने आएंगे। जीशान का यह निर्णय उनके राजनीतिक सफर को नई दिशा दे सकता है, खासकर उनके पिता बाबा सिद्दिकी के हाल ही में हुए दुखद निधन के बाद।

अगस्त में हुए महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों के दौरान कांग्रेस के खिलाफ मतदान करने का आरोप लगाकर जीशान को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। हालांकि, जीशान ने इस आरोप को खारिज किया और इसे निराधार बताया। जीशान ने एनसीपी में शामिल होने का फैसला ऐसे समय में लिया है, जब उनके सामने नई चुनौतियां और मौके हैं। जीशान को बांद्रा ईस्ट से चुनाव लड़ने का मौका मिला है।

जीशान सिद्दिकी के पिता, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दिकी की हत्या ने मुंबई की राजनीति में हलचल मचा दी है। 12 अक्टूबर को बांद्रा में जीशान के ऑफिस के बाहर बाबा सिद्दिकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया और हत्या के पीछे के संभावित कारणों की जांच कर रही है, जिसमें व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता और कांट्रैक्ट किलिंग जैसी बातों की भी जांच हो रही है।

2019 में जीशान सिद्दिकी ने बांद्रा ईस्ट सीट पर शिवसेना के नेता विश्वनाथ महादेश्वर को हराकर अपनी जगह बनाई थी। अब इस सीट को महा विकास अघाड़ी के सीट शेयरिंग समझौते के तहत कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना (UBT) को दिया गया है। इस बार, उद्धव ठाकरे के भतीजे वरुण सरदेसाई को शिवसेना (UBT) की ओर से बांद्रा ईस्ट का उम्मीदवार घोषित किया गया है, जिससे जीशान के लिए नई चुनौती खड़ी हो गई है।

बाबा सिद्दिकी की हत्या के बाद बांद्रा ईस्ट में जीशान को समर्थन मिलने की उम्मीद है। उनके पिता ने बांद्रा से कई सालों तक विधायक रहे हैं और जनता में अच्छी पकड़ बनाई थी। ऐसे में जीशान को बांद्रा के निवासियों से सहानुभूति और समर्थन मिलने की संभावना जताई जा रही है, जो उनके चुनावी अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

जीशान ने इस चुनौतीपूर्ण समय में एनसीपी ज्वाइन कर अपने राजनैतिक सफर को एक नई दिशा देने की कोशिश की है। जीशान ने एनसीपी जॉइन करने के बाद कहा कि मुझे अपने परिवार और समर्थकों का पूरा साथ मिल रहा है। मैं अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाऊंगा। अब यह यह देखना अहम होगा कि क्या अपने पिता बाबा सिद्दीकी की तरह ही लोगों का समर्थन हासिल कर सकते हैं।
महाराष्ट्र में चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका, बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान एनसीपी में शामिल, यहां से लड़ेंगे चुनाव
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* महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान कांग्रेस छोड़कर एनसीपी (अजित गुट) में शामिल हो गए हैं। शुक्रवार सुबह एनसीपी-अजित गुट ऑफिस में जीशान ने पार्टी की औपचारिक सदस्यता ली। इसके बाद एनसीपी-अजित गुट ने महाराष्ट्र विधानसभा 2024 के लिए कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी की। पार्टी ने जीशान को बांद्रा पूर्व से उम्मीदवार बनाया है। जीशान 2019 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे। एनसीपी में शामिल होने के बाद जीशान सिद्दीकी ने कहा, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए और कांग्रेस की सीट शिवसेना (यूबीटी) को दे दी। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस और महा विकास अघाड़ी के नेता मेरे संपर्क में थे, लेकिन उनका इरादा धोखा देने का था। उस मुश्किल समय में अजित पवार और एनसीपी ने मुझ पर भरोसा जताया। यह मेरे पिता का अधूरा सपना था कि हमें यह सीट (बांद्रा पूर्व) फिर से जीतनी है और लोगों के अधिकारों के लिए लड़ना है। इसके लिए लड़ते हुए उनकी हत्या कर दी गई। उनका खून मेरी रगों में बहता है और मैं उनकी लड़ाई लड़ूंगा। इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने गुरुवार रात 48 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण को कराड साउथ से उम्मीदवार बनाया गया। नागपुर दक्षिण पश्चिम से डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ प्रफुल विनोदराव गुडधे को टिकट दी गई। विलासराव देशमुख के दो बेटों को भी टिकट दी गई है। कांग्रेस ने बांद्रा पूर्व सीट शिवसेना (यूबीटी) को दे दी है। इसी सीट से जीशान सिद्दीकी विधायक हैं। इसी वजह से नाराज जीशान ने पार्टी छोड़ दी। वहीं, आज महाराष्ट्र चुनाव के लिए अजित पवार की पार्टी एनसीपी (राकांपा) ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। इस सूची में सात उम्मीदवारों के नाम जारी किए गए हैं। सूची के तहत बांद्रा पूर्व से पार्टी ने बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी को अपना उम्मीदवार बनाया है। जीशान के अलावा तासगांव से संजय काका पाटिल, इस्लामपुर से निशिकांत भोसले, वडगाव शेरी से सुनील टिंगरे, शिरुर से ज्ञानेश्वर कटके और लोहा से प्रताप पाटिल को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा अणुशक्ति नगर से सना मलिक को अपना उम्मीदवार बनाया है। गौरतलब है कि सना मलिक एनसीपी के दागी नेता नवाब मलिक की बेटी हैं। अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (राकांपा) ने एक दिन पहले ही 38 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। पहली सूची में पार्टी प्रमुख अजित पवार, छगन भुजबल और दिलीप वाल्से पाटील जैसे वरिष्ठ नेताओं का नाम था। अजित पवार बारामती सीट से, छगन भुजबल येवला सीट से और दिलीप वाल्से पाटील आंबेगाव सीट से चुनाव लड़ेंगे। पार्टी धनंजय मुडे को परली, नरहरी झिरवाल को दिंडौरी सीट से उम्मीदवार बनाया है।
महाराष्ट्र चुनाव: एनसीपी ने जारी की 38 उम्मीदवारों की पहली सूची, बारामती से लड़ेंगे अजित पवार

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महाराष्ट्र चुनाव के एलान के बाद से ही सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। इस बीच आज एनसीपी (अजित गुट) ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में 38 नाम शामिल हैं जिसमें उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजित पवार का भी नाम है। उप मुख्यमंत्री अजित पवार बारामती से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि अजिर पवार कह चुके थे कि उन्हें बारामती से लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन लिस्ट से उनकी मंशा साफ हो गयी है।

पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट में 38 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है। लिस्ट में अजित पवार, दिलीप वालसे पाटिल, धनंजय मुंडे, नरहरी झिरवाल, अदिति तटकरे, हसन मुशरिफ सहित अनिल पाटिल ज्यादातर नाम उन्हीं के है जो सिटिंग विधायक हैं। उनकी ही सीट पर उन्हें टिकट दिया गया है। अजित पवार के बेटे पार्थ को पहले बारामती सीट से लड़ाने की तैयारी थी, लेकिन अजित खुद अपनी सीट पर लड़ रहे हैं और पार्थ पवार के नाम को किसी सीट पर घोषित नहीं किया गया है। छगन भुजबल येओला से, दिलीप वाल्से पाटिल अम्बेगांव से चुनाव लड़ेंगे।

मलिक परिवार को किनारा!

एनसीपी की इस लिस्ट में सिटिंग विधायक नवाब मलिक का नाम नहीं है। उनकी बेटी को उनकी जगह चुनाव लड़ाने की तैयारी थी। उनका नॉमिनेशन को लेकर एनसीपी ने तारीख भी तय कर दी थी, लेकिन बाद में वापस ले ली गई और अब लिस्ट में ही उनका नाम नहीं है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी मलिक परिवार को किनारे कर सकती है। वहीं, संयुक्त एनसीपी में जितेंद्र आह्वाड कलवा मुंब्रा से लड़ते रहे हैं, लेकिन उनके सामने अब एनसीपी ने नजीब मुल्ला को टिकट दिया है।

शिवसेना ने 45 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी

इससे पहले, एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना ने 45 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। सीएम एकनाथ शिंदे जीत का चौका लगाने के लिए एक बार फिर कोपरी पाचपाखाड़ी से अपनी दावेदारी पेश करेंगे तो वहीं पार्टी ने पैठण से विलास संदिपान भूमरे को चुनावी मैदान में उतारा है।

कैसा है महाराष्ट्र का सियासी समीकरण?

महाराष्ट्र में इस बार सियासी मुकाबला बेहद दिलचस्प होने के आसार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि लगभग 25 महीने पहले जून, 2022 में महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार गिरी थी। इसके बाद भाजपा समर्थित सरकार बनी। शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दो-फाड़ होने के बाद राज्य में पहली बार विधानसभा चुनाव होंगे। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार के पास 202 विधायकों का समर्थन है। 102 विधायकों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। अजीत पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के 40 विधायक हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के 18 विधायक हैं। 14 निर्दलीय विधायकों ने भी एनडीए सरकार को समर्थन दिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार को पांच अन्य छोटे दलों का समर्थन भी हासिल है।

बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में हुई 10वीं गिरफ्तारी, राजस्थान का रहने वाला है आरोपी, शूटरों को मुहैया करवाए थे हथियार

डेस्क: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में एक और आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस हत्याकांड में ये 10वीं गिरफ्तारी है। आरोपी की पहचान भागवत सिंह के रूप में हुई है और वह 32 साल का है।

भागवत की गिरफ्तारी नवी मुंबई के बेलापुर से हुई है। वह राजस्थान के उदयपुर का रहने वाला है। सूत्रों के मुताबिक, भागवत सिंह हमले के दिन तक मुंबई के बीकेसी इलाके में रह रहा था। जांच के दौरान यह सामने आया कि भागवत सिंह ने ही शूटरों को हथियार उपलब्ध कराए थे।

बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र की सियासत में एक चर्चित चेहरा थे। वह इसी साल कांग्रेस छोड़कर एनसीपी (अजित गुट) में शामिल हुए थे। उन्हें भव्य इफ्तार पार्टियां करने के लिए जाना जाता था, जिसमें सलमान खान, शाहरुख खान जैसे बॉलीवुड के नामचीन सितारे शामिल होते थे। बॉलीवुड के तमाम छोटे-बड़े सितारों से उनकी पार्टियां जगमग रहती थीं। वह 48 सालों तक कांग्रेस में रहे थे और बांद्रा पश्चिम से तीन बार विधायक भी रहे। वह महाराष्ट्र में राज्य मंत्री भी रह चुके थे।

शनिवार (12 अक्टूबर) को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले बहुत बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम दिया गया था। शनिवार रात बांद्रा इलाके में NCP अजित पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के सामने आने के बाद सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया था।

महाराष्ट्र की सियासत में बाबा सिद्दीकी एक बड़ा नाम थे। उनके निधन पर देशभर के बड़े नेताओं ने दुख प्रकट किया था। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने इस घटना पर गहरा शोक प्रकट किया था। सीएम ने इस मामले में हाई लेवल जांच की बात कही थी। बाबा के निधन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी दुख प्रकट किया था।

बारामती में पीएम मोदी की रैली नहीं चाहते अजित पवार, जानें क्या है वजह

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महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही। वैसे-वैसे राजनीतिक गलियारे में हलचल तेज होती जा रही है। यहां महा विकास अघाड़ी और महायुति गठबंधन में मुकाबला है। इन दोनों ही गठबंधन को लेकर अटकलें लगाई जा रहीं कि सबकुछ सही नहीं है। इन सबके बीच अगर किसी खबर ने सबसे ज्यादा चौंकाया, वो है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बारामती में चुनावी रैली नहीं करेंगे। दरअसल, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने बारामती निर्वाचन क्षेत्र में चुनावी रैली नहीं करने का अनुरोध किया है।

अपने भतीजे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे पवार

महायुति के पार्टनर एनसीपी के अध्यक्ष अजित पवार महाराष्ट्र चुनाव में नाप तौल कर रणनीति बना रहे हैं। पहले उन्होंने 'बंटोगे तो कटोगे' का भाषण देने वाले बीजेपी के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ के हिंदुत्ववादी बयानों से किनारा कर लिया, फिर उन्होंने शिवाजी मानखुर्द नगर में अपने प्रत्याशी नवाब मलिक के लिए प्रचार करने की घोषणा कर दी। अब उन्होंने कहा है कि बारामती में पीएम नरेंद्र मोदी को प्रचार करने की जरूरत नहीं है। अजीत पवार की मानें तो वहां लड़ाई परिवार के भीतर है। मौजूदा विधायक पवार अपने भतीजे युगेंद्र पवार के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। युगेंद्र शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के उम्मीदवार हैं।

क्यों नहीं चाहते शाह जैसे नेताओं की रैलियां?

वहीं, जब उनसे पूछा गया कि उनकी पार्टी एनसीपी उम्मीदवार भी अपने निर्वाचन क्षेत्रों में अमित शाह जैसे वरिष्ठ भाजपा नेताओं की रैलियां क्यों नहीं चाहते हैं। अजितपवार ने कहा कि ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि प्रचार के लिए ज्यादा समय नहीं बचा है और चुनाव खर्च की सीमा भी है। बारामती में उनकी जीत का अंतर क्या होगा, अजित पवार ने कहा कि वह निर्वाचन क्षेत्र में घूमने और लोगों से बात करने के बाद ही जवाब दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि वह अपनी जीत के लिए सौ प्रतिशत निश्चिंत हैं और दावा किया कि जीत का अंतर भी बड़ा होगा।

बीजेपी का साथ लेने से क्यों कर रहे इनकार?

एनसीपी में बंटवारे के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है, लेकिन लोकसभा चुनाव के परिणामों का विश्‍लेषण करने पर पता चलता है कि मुस्लिम मतदाता अजित पवार के नेतृत्‍व वाले एनसीपी से दूर रहे। शरद पवार के नेतृत्‍व वाले एनसीपी का प्रदर्शन लोकसभा में अजित पवार गुट की तुलना में काफी अच्‍छा रहा था। संभवत: इसका कारण अजित पवार का भाजपा के साथ होना ही था। लेकिन, सत्‍ता में भागीदारी की मजबूरी के चलते अजित पवार भाजपा का साथ नहीं छोड़ सकते। इस मजबूरी के साथ मुस्लिम मतदाताओं को नाराज करने का जोखिम वह नहीं उठा सकते।

बारामती में छह दशक से शरद पवार का कब्जा

बता दें कि बारामती विधानसभा सीट पर छह दशक से शरद पवार का कब्जा है। अगर इस सीट से अजित पवार जीत जाते हैं तो शरद पवार का 60 साल पुराना वर्चस्व समाप्त हो जाएगा। वहीं, प्रतिष्ठा की इस लड़ाई में अगर अजित यहां से चुनाव हार जाते हैं कि उनके लिए शायद ही कोई विकल्प बचे। 30 साल तक उन्होंने खुद इस सीट का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद उनके भतीजे अजित यहां से लगातार विधायक चुने जाते रहे। मगर अजीत के एनडीए में जाने के बाद बारामती सीट पर यह पहला विधानसभा चुनाव है, जहां पारिवारिक लड़ाई है।

योगी आदित्यनाथ को धमकी देने वाली महिला को मुंबई पुलिस ने किया गिरफ्तार, पूछ-ताछ जारी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर शनिवार शाम को मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम को धमकी भरा मैसेज आया था. इसी के बाद से सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर है. मुंबई पुलिस ने धमकी देने वाली महिला की शिनाख्त कर ली है और उसे गिरफ्तार कर पूछ-ताछ शुरू कर दी है.

एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी कि मुंबई पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कथित तौर पर जान से मारने की धमकी देने के आरोप में 24 साल की एक महिला को गिरफ्तार कर लिया है.

धमकी देने वाली महिला कौन?

महिला की पहचान फातिमा खान के रूप में हुई है. महिला पढ़ी-लिखी है और उसने सूचना प्रौद्योगिकी में BSC की है. फातिमा अपने परिवार के साथ महाराष्ट्र के ठाणे जिले के उल्हासनगर इलाके में रहती है. अधिकारी ने बताया कि उसके पिता लकड़ी का कारोबार करते हैं. पुलिस के मुताबिक महिला अच्छी शिक्षा प्राप्त है, लेकिन मानसिक रूप से अस्थिर है.

बाबा सिद्दीकी की तरह मारने की धमकी

अधिकारी ने बताया कि मुंबई ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप नंबर पर शनिवार को एक अज्ञात नंबर से एक मैसेज आया, जिसमें योगी आदित्यानाथ को धमकी दी गई कि अगर आदित्यनाथ 10 दिनों के भीतर सीएम पद से इस्तीफा नहीं देते हैं, तो उन्हें NCP नेता बाबा सिद्दीकी की तरह मार दिया जाएगा.

अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि फातिमा खान नाम की महिला ने यह संदेश भेजा था. जिसके बाद मुंबई आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने उल्हासनगर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर महिला का पता लगाया और उसे पकड़ लिया. अधिकारी ने बताया कि मामले की आगे की जांच जा रही है.

खबरों के मुताबिक 20 नवंबर को होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने योगी आदित्यनाथ के महाराष्ट्र आ रहे हैं, जिसके चलते महाराष्ट्र पुलिस अलर्ट पर है. वहीं उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा है कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद से मुंबई पुलिस पर कई सवाल उठे हैं.

बीजेपी के दबाव का भी अजीत पवार पर नहीं हुआ असर, नवाब मलिक मानखुद खुर्द शिवाजी नगर उतारा*
#ajit_pawar_led_ncp_give_ticket_to_nawab_malik
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन के आखरी दिन राजनातिक दलों ने चौंकाने वाले दांव चले हैं। पहले एकनाथ शिंदे की पार्टी बीजेपी नेता शाइना एनसी को मुंबा देवी से अपना प्रत्‍याशी बनाया है। अब एनसीपी ने मानखुद शिवाजी नगर सीट से नवाब मलिक को मैदान से उतार कर सबको चौंका दिया है।नवाब मलिक ने अंतिम घंटों में चौंकाते हुए मानखुद शिवाजी नगर ने नामांकन भी दाखिल कर दिया। बता दें कि बीजेपी ने नवाब मलिक को टिकट देने का विरोध किया था।महाराष्ट्र में बीजेपी और एनसीपी (अजित पवार) महायुति गठबंधन का हिस्सा हैं। ऐसे में अजीत पवार ने बीजेपी के विरोध को अनदेखी करते हुए नवाब मलिक पर दांव लगाया है। वहीं अपना नामांकन दाखिल करने के बाद नवाब मलिक ने कहा कि, आज मैंने एनसीपी उम्मीदवार के तौर पर मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया। मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भी नामांकन दाखिल किया था। लेकिन पार्टी ने एबी फॉर्म भेजा और हमने इसे दोपहर 2.55 बजे जमा कर दिया और अब मैं एनसीपी का आधिकारिक उम्मीदवार हूं। उन्होंने आगे कहा कि मैं अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे का बहुत आभारी हूं। उन्हें मुझ पर भरोसा है, बड़ी संख्या में मतदाता निश्चित रूप से मेरा समर्थन करेंगे, मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार हम मानखुर्द शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र जीतेंगे। अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी ने नवाब मलिक के चुनाव लड़ने को लेकर आखिर तक सस्पेंस बनाए रखा। पहले जब अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी ने अणुशक्ति नगर सीट से सना मलिक शेख को उम्मीदवारी घोषित की थी तब यह चर्चा सामने आई थी कि बीजेपी के दबाव के चलते एनसीपी ने नवाब मलिक से दूरी बनाई है, लेकिन नामांकन के कुछ घटों पर पहले जब एनसीपी की तरफ नवाब मलिक को एबी फार्म देने की जानकारी दी गई तो साफ हो गया कि एनसीपी ने एक रणनीति के खेला किया है। पहले यह कहा गया था नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड के साथ कथित आरोपों के चलते उनका उम्मीदवारी रद्द हो सकती है। इसलिए पार्टी ने उनकी बेटी सना मलिक को मुंबई की अणुशक्तिनगर सीट से टिकट दिया है। इस सीट पर सना का मुकाबला एनसीपी शरद पवार गुट की फहाद अहमद से होगा। फहाद अहम बॉलीवुड एक्टर स्वरा भास्कर के पति हैं।
महाराष्ट्र चुनावः शरद गुट की चौथी लिस्ट जारी, अनिल देशमुख की जगह बेटे को मिला टिकट

#ncp_sharad_pawar_releases_fourth_list_ticket_for_anil_deshmukh_replaced_by_his_son

शरद पवार के गुट वाली एनसीपी एसपी ने सात उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी की है। इस नई सूची में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के बेटे सलिल देशमुख के बेटे का भी नाम शामिल है। सलिल देशमुख को कटोल से टिकट दिया गया है।

पार्टी की ओर से 24 अक्टूबर को शरद पवार गुट की ओर से 45 उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की गई. इसके बाद 26 तारीख को 22 उम्मीदवारों की घोषणा की गई। इसके तुरंत बाद 27 अक्टूबर को 9 उम्मीदवारों की तीसरी सूची की घोषणा की गई। इसके बाद आज 7 उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी की गई है। विधानसभा चुनाव के लिए एनसीपी शरद पवार गुट की ओर से अब तक 83 सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा हो चुकी है। हालांकि, एक सीट पर उम्मीदवार को बदला गया है।

एनसीपी (शरदचंद्र पवार) ने सात सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, जिनमें से एक सीट पर प्रत्याशी को बदला गया है। काटोल सीट से महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की जगह उनके बेटे सलील देशमुख को चुनावी मैदान में उतारा गया है। इससे पहले इस सीट से पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को उम्मीदवार घोषित किया गया था, लेकिन अब इसमें थोड़ा बदलाव किया गया है। अब पार्टी ने अनिल देशमुख के बेटे सलिल देशमुख को उम्मीदवार बनाया है।

महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की ओर से अब तक 266 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। इसमें शरद पवार गुट की ओर से 82 तो उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना की ओर से 83 सीटों पर उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं। कांग्रेस की ओर से अब तक 4 लिस्ट जारी हुई जिसमें 101 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। हालांकि, महाविकास अघाड़ी में अभी कुछ सीटों को लेकर मतभेद बताया जा रहा है।यही वजह है कि पूरी सीटों पर उम्मीदवार अभी तक नहीं उतारे जा सके हैं।

बच्चों में नैतिक मूल्यों को विकसित किया जाए : प्रो सत्यकाम

एनसीपी शरद पवार गुट ने जारी की 9 प्रत्याशियों की लिस्ट, स्वरा भास्कर के पति का भी नाम, आज ही ज्वाइन की पार्टी

डेस्क: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। इस बीच सभी दलों की ओर से प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया जाना शुरू हो गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरद पवार (NCP-SP) ने भी अपने प्रत्याशियों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी है। एनसीपी-एसपी की तीसरी लिस्ट में 9 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए हैं। बता दें कि इससे पहले भी शरद पवार गुट की ओर से प्रत्याशियों की ओर से दो लिस्ट जारी की जा चुकी है। इस तरह से तीनों लिस्ट के जरिए अब तक एससीपी शरद पवार गुट ने 76 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है।

एनसीपी की तीसरी लिस्ट में जिन प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया गया है, उनमें करंजा सीट से ज्ञायक पटणी, हिंगणघाट से अतुल वांदिले, हिंगणा से रमेश बंग, अणुशक्तिनगर से फहाद अहमद, चिंचवड से राहुल कलाटे, भोसरी से अजित गव्हाणे, माझलगाव से मोहन बाजीराव जगताप, परली से राजेसाहेब देशमुख और मोहोल से सिद्धी रमेश कदम को प्रत्याशी बनाया गया है।

बता दें कि एनसीपी- शरद पवार गुट ने अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद को भी प्रत्याशी बनाया है। फहाद अहमद ने समाजवादी पार्टी छोड़कर आज ही एनसीपी की सदस्यता ली है। वहीं फहाद अहमद के पार्टी ज्वाइन करने पर एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा, "समाजवादी पार्टी की नेता और अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद एनसीपी-एससीपी में शामिल हो गए हैं। उन्हें एनसीपी (अजित पवार) की सना मलिक के खिलाफ अणुशक्ति नगर सीट से मैदान में उतारा गया है।"

उन्होंने आगे कहा, "फहाद अहमद एक सुशिक्षित युवा मुस्लिम युवक हैं और उन्होंने देशभर में कार्यकर्ता के रूप में काम किया है। लोग चाहते हैं कि हम ऐसे नेताओं को मौका दें। वह पहले समाजवादी पार्टी में थे, लेकिन हमारी एसपी से बातचीत हुई और वह हमारी पार्टी में आ गए। हमने उन्हें अणुशक्ति नगर विधानसभा सीट से अपनी पार्टी से टिकट दिया।"

जीशान का नया राजनीतिक सफर, जीशान ने थामा अजित पवार की NCP का दामन, बांद्रा ईस्ट से लड़ेंगे चुनाव
डेस्क :–मुंबई के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दिकी के बेटे जीशान सिद्दिकी ने शुक्रवार को अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल होकर बांद्रा ईस्ट सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की। अगस्त में महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों के दौरान कांग्रेस के खिलाफ मतदान करने के आरोप में जीशान को कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था, जिसे उन्होंने गलत बताया। अजित पवार, प्रफुल पटेल, और सुनील तटकरे का आभार जताते हुए जीशान ने कहा, "यह हमारे परिवार के लिए भावुक क्षण है, और मुझे लोगों के समर्थन से जीत का पूरा विश्वास है।"

जीशान सिद्दिकी के राजनीति में कदम बढ़ाने का सफर एक मोड़ पर है। अपने पिता के पदचिह्नों पर चलते हुए, जीशान ने अजित पवार की एनसीपी का हाथ थामा है। उनका कहना है कि अब वह लोगों के समर्थन से बांद्रा ईस्ट से एक मजबूत दावेदार के रूप में सामने आएंगे। जीशान का यह निर्णय उनके राजनीतिक सफर को नई दिशा दे सकता है, खासकर उनके पिता बाबा सिद्दिकी के हाल ही में हुए दुखद निधन के बाद।

अगस्त में हुए महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों के दौरान कांग्रेस के खिलाफ मतदान करने का आरोप लगाकर जीशान को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। हालांकि, जीशान ने इस आरोप को खारिज किया और इसे निराधार बताया। जीशान ने एनसीपी में शामिल होने का फैसला ऐसे समय में लिया है, जब उनके सामने नई चुनौतियां और मौके हैं। जीशान को बांद्रा ईस्ट से चुनाव लड़ने का मौका मिला है।

जीशान सिद्दिकी के पिता, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दिकी की हत्या ने मुंबई की राजनीति में हलचल मचा दी है। 12 अक्टूबर को बांद्रा में जीशान के ऑफिस के बाहर बाबा सिद्दिकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया और हत्या के पीछे के संभावित कारणों की जांच कर रही है, जिसमें व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता और कांट्रैक्ट किलिंग जैसी बातों की भी जांच हो रही है।

2019 में जीशान सिद्दिकी ने बांद्रा ईस्ट सीट पर शिवसेना के नेता विश्वनाथ महादेश्वर को हराकर अपनी जगह बनाई थी। अब इस सीट को महा विकास अघाड़ी के सीट शेयरिंग समझौते के तहत कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना (UBT) को दिया गया है। इस बार, उद्धव ठाकरे के भतीजे वरुण सरदेसाई को शिवसेना (UBT) की ओर से बांद्रा ईस्ट का उम्मीदवार घोषित किया गया है, जिससे जीशान के लिए नई चुनौती खड़ी हो गई है।

बाबा सिद्दिकी की हत्या के बाद बांद्रा ईस्ट में जीशान को समर्थन मिलने की उम्मीद है। उनके पिता ने बांद्रा से कई सालों तक विधायक रहे हैं और जनता में अच्छी पकड़ बनाई थी। ऐसे में जीशान को बांद्रा के निवासियों से सहानुभूति और समर्थन मिलने की संभावना जताई जा रही है, जो उनके चुनावी अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

जीशान ने इस चुनौतीपूर्ण समय में एनसीपी ज्वाइन कर अपने राजनैतिक सफर को एक नई दिशा देने की कोशिश की है। जीशान ने एनसीपी जॉइन करने के बाद कहा कि मुझे अपने परिवार और समर्थकों का पूरा साथ मिल रहा है। मैं अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाऊंगा। अब यह यह देखना अहम होगा कि क्या अपने पिता बाबा सिद्दीकी की तरह ही लोगों का समर्थन हासिल कर सकते हैं।
महाराष्ट्र में चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका, बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान एनसीपी में शामिल, यहां से लड़ेंगे चुनाव
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* महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान कांग्रेस छोड़कर एनसीपी (अजित गुट) में शामिल हो गए हैं। शुक्रवार सुबह एनसीपी-अजित गुट ऑफिस में जीशान ने पार्टी की औपचारिक सदस्यता ली। इसके बाद एनसीपी-अजित गुट ने महाराष्ट्र विधानसभा 2024 के लिए कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी की। पार्टी ने जीशान को बांद्रा पूर्व से उम्मीदवार बनाया है। जीशान 2019 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे। एनसीपी में शामिल होने के बाद जीशान सिद्दीकी ने कहा, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए और कांग्रेस की सीट शिवसेना (यूबीटी) को दे दी। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस और महा विकास अघाड़ी के नेता मेरे संपर्क में थे, लेकिन उनका इरादा धोखा देने का था। उस मुश्किल समय में अजित पवार और एनसीपी ने मुझ पर भरोसा जताया। यह मेरे पिता का अधूरा सपना था कि हमें यह सीट (बांद्रा पूर्व) फिर से जीतनी है और लोगों के अधिकारों के लिए लड़ना है। इसके लिए लड़ते हुए उनकी हत्या कर दी गई। उनका खून मेरी रगों में बहता है और मैं उनकी लड़ाई लड़ूंगा। इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने गुरुवार रात 48 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण को कराड साउथ से उम्मीदवार बनाया गया। नागपुर दक्षिण पश्चिम से डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ प्रफुल विनोदराव गुडधे को टिकट दी गई। विलासराव देशमुख के दो बेटों को भी टिकट दी गई है। कांग्रेस ने बांद्रा पूर्व सीट शिवसेना (यूबीटी) को दे दी है। इसी सीट से जीशान सिद्दीकी विधायक हैं। इसी वजह से नाराज जीशान ने पार्टी छोड़ दी। वहीं, आज महाराष्ट्र चुनाव के लिए अजित पवार की पार्टी एनसीपी (राकांपा) ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। इस सूची में सात उम्मीदवारों के नाम जारी किए गए हैं। सूची के तहत बांद्रा पूर्व से पार्टी ने बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी को अपना उम्मीदवार बनाया है। जीशान के अलावा तासगांव से संजय काका पाटिल, इस्लामपुर से निशिकांत भोसले, वडगाव शेरी से सुनील टिंगरे, शिरुर से ज्ञानेश्वर कटके और लोहा से प्रताप पाटिल को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा अणुशक्ति नगर से सना मलिक को अपना उम्मीदवार बनाया है। गौरतलब है कि सना मलिक एनसीपी के दागी नेता नवाब मलिक की बेटी हैं। अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (राकांपा) ने एक दिन पहले ही 38 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। पहली सूची में पार्टी प्रमुख अजित पवार, छगन भुजबल और दिलीप वाल्से पाटील जैसे वरिष्ठ नेताओं का नाम था। अजित पवार बारामती सीट से, छगन भुजबल येवला सीट से और दिलीप वाल्से पाटील आंबेगाव सीट से चुनाव लड़ेंगे। पार्टी धनंजय मुडे को परली, नरहरी झिरवाल को दिंडौरी सीट से उम्मीदवार बनाया है।
महाराष्ट्र चुनाव: एनसीपी ने जारी की 38 उम्मीदवारों की पहली सूची, बारामती से लड़ेंगे अजित पवार

#maharashtravidhansabhachunavncpreleasesfirstlistof38candidates

महाराष्ट्र चुनाव के एलान के बाद से ही सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। इस बीच आज एनसीपी (अजित गुट) ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में 38 नाम शामिल हैं जिसमें उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजित पवार का भी नाम है। उप मुख्यमंत्री अजित पवार बारामती से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि अजिर पवार कह चुके थे कि उन्हें बारामती से लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन लिस्ट से उनकी मंशा साफ हो गयी है।

पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट में 38 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है। लिस्ट में अजित पवार, दिलीप वालसे पाटिल, धनंजय मुंडे, नरहरी झिरवाल, अदिति तटकरे, हसन मुशरिफ सहित अनिल पाटिल ज्यादातर नाम उन्हीं के है जो सिटिंग विधायक हैं। उनकी ही सीट पर उन्हें टिकट दिया गया है। अजित पवार के बेटे पार्थ को पहले बारामती सीट से लड़ाने की तैयारी थी, लेकिन अजित खुद अपनी सीट पर लड़ रहे हैं और पार्थ पवार के नाम को किसी सीट पर घोषित नहीं किया गया है। छगन भुजबल येओला से, दिलीप वाल्से पाटिल अम्बेगांव से चुनाव लड़ेंगे।

मलिक परिवार को किनारा!

एनसीपी की इस लिस्ट में सिटिंग विधायक नवाब मलिक का नाम नहीं है। उनकी बेटी को उनकी जगह चुनाव लड़ाने की तैयारी थी। उनका नॉमिनेशन को लेकर एनसीपी ने तारीख भी तय कर दी थी, लेकिन बाद में वापस ले ली गई और अब लिस्ट में ही उनका नाम नहीं है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी मलिक परिवार को किनारे कर सकती है। वहीं, संयुक्त एनसीपी में जितेंद्र आह्वाड कलवा मुंब्रा से लड़ते रहे हैं, लेकिन उनके सामने अब एनसीपी ने नजीब मुल्ला को टिकट दिया है।

शिवसेना ने 45 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी

इससे पहले, एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना ने 45 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। सीएम एकनाथ शिंदे जीत का चौका लगाने के लिए एक बार फिर कोपरी पाचपाखाड़ी से अपनी दावेदारी पेश करेंगे तो वहीं पार्टी ने पैठण से विलास संदिपान भूमरे को चुनावी मैदान में उतारा है।

कैसा है महाराष्ट्र का सियासी समीकरण?

महाराष्ट्र में इस बार सियासी मुकाबला बेहद दिलचस्प होने के आसार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि लगभग 25 महीने पहले जून, 2022 में महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार गिरी थी। इसके बाद भाजपा समर्थित सरकार बनी। शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दो-फाड़ होने के बाद राज्य में पहली बार विधानसभा चुनाव होंगे। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार के पास 202 विधायकों का समर्थन है। 102 विधायकों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। अजीत पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के 40 विधायक हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के 18 विधायक हैं। 14 निर्दलीय विधायकों ने भी एनडीए सरकार को समर्थन दिया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार को पांच अन्य छोटे दलों का समर्थन भी हासिल है।

बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में हुई 10वीं गिरफ्तारी, राजस्थान का रहने वाला है आरोपी, शूटरों को मुहैया करवाए थे हथियार

डेस्क: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में एक और आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस हत्याकांड में ये 10वीं गिरफ्तारी है। आरोपी की पहचान भागवत सिंह के रूप में हुई है और वह 32 साल का है।

भागवत की गिरफ्तारी नवी मुंबई के बेलापुर से हुई है। वह राजस्थान के उदयपुर का रहने वाला है। सूत्रों के मुताबिक, भागवत सिंह हमले के दिन तक मुंबई के बीकेसी इलाके में रह रहा था। जांच के दौरान यह सामने आया कि भागवत सिंह ने ही शूटरों को हथियार उपलब्ध कराए थे।

बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र की सियासत में एक चर्चित चेहरा थे। वह इसी साल कांग्रेस छोड़कर एनसीपी (अजित गुट) में शामिल हुए थे। उन्हें भव्य इफ्तार पार्टियां करने के लिए जाना जाता था, जिसमें सलमान खान, शाहरुख खान जैसे बॉलीवुड के नामचीन सितारे शामिल होते थे। बॉलीवुड के तमाम छोटे-बड़े सितारों से उनकी पार्टियां जगमग रहती थीं। वह 48 सालों तक कांग्रेस में रहे थे और बांद्रा पश्चिम से तीन बार विधायक भी रहे। वह महाराष्ट्र में राज्य मंत्री भी रह चुके थे।

शनिवार (12 अक्टूबर) को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले बहुत बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम दिया गया था। शनिवार रात बांद्रा इलाके में NCP अजित पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के सामने आने के बाद सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया था।

महाराष्ट्र की सियासत में बाबा सिद्दीकी एक बड़ा नाम थे। उनके निधन पर देशभर के बड़े नेताओं ने दुख प्रकट किया था। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने इस घटना पर गहरा शोक प्रकट किया था। सीएम ने इस मामले में हाई लेवल जांच की बात कही थी। बाबा के निधन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी दुख प्रकट किया था।