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तेजप्रताप यादव को मिली ‘वाई प्लस’ सुरक्षा, क्या है केन्द्र के फैसले के पीछे की सियासी वजह?

#tejpratapyadavgetsyplussecurity

बिहार का सियासत पारा इस वक्त चरम पर है। विधानसभा चुनाव की हलचल के बीच लालू परिवार के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया हैय़ गृह मंत्रालय ने उन्हें वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी है। अब सीआरपीएफ के 11 कमांडो उनके साथ 24 घंटे तैनात रहेंगे।

सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में तेज प्रताप की सुरक्षा संबंधित रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी थी। सुरक्षा एजेंसियों ने हालिया रिपोर्ट में उनकी सुरक्षा को लेकर खतरे का संकेत दिया था। जिसके बाद गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया हैं।

हालांकि राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यह कदम तेज प्रताप के भाजपा के प्रति झुकाव से जुड़ा हो सकता है। दरअसल, ये फैसला ऐसे समय में आया है, जब पटना एयरपोर्ट पर उनकी मुलाकात बीजेपी सांसद रवि किशन से शनिवार दोपहर को हुई थी। एयरपोर्ट पर मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के कानों में कुछ कहा था।

रवि किशन ने जमकर की तेज प्रताप यादव की तारीफ

पटना एयरपोर्ट पर तेज प्रताप यादव से मुलाकात के दौरान भाजपा सांसद ने तेज प्रताप यादव की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि इनके हृदय को सब लोग बहुत प्रेम कर रहे हैं। ये दिल वाले इंसान हैं। भोलेनाथ के भक्त हैं। वह सारे लोग जिसका लक्ष्य सेवा है उसके लिए भाजपा सीना खोलकर रखती है। इनकी छवि वही आ रही है।

रवि किशन के समर्थन में तेज प्रताप का बयान

वहीं, तेज प्रताप यादव ने कहा था कि पहली बार रवि किशन से मुलाकात हुई, ये भगवान के भक्त हैं हम भी भक्त हैं। तेज प्रताप ने यह भी जोड़ा कि मैंने शुरू से कहा कि जो बेरोजगारी मिटाएगा और रोजगार देगा मैं उसके साथ हूं। तेज प्रताप के इस बयान ने सियासी गलियारे में हलचल मचा दी थी। लोग कयास लगाने लगे राजद के बागी हो चुके तेज प्रताप जल्द ही एनडीए के नजदीक आ सकते हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार का आखिरी दिन आज, सभी दलों के दिग्गज मैदान में

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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे और अंतिम चरण का प्रचार अभियान आज समाप्त हो जाएगा। दूसरे चरण का प्रचार शाम 5 बजे थम जाएगा। फिर 11 नवंबर को राज्य के 20 जिलों की 122 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। प्रचार के आखिरी दिन सभी दलों के नेता आज चुनाव प्रचार में जान झोंकने को तैयार हैं।

प्रचार के आखिरी दिन सभी दलों के दिग्गज मैदान में

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सासाराम के फजलगंज स्टेडियम में एनडीए प्रत्याशी स्नेहलता के समर्थन में जनसभा करेंगे, जबकि अरवल में भी उनकी सभा होनी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रोहतास, औरंगाबाद और कैमूर जिलों में जनसभाएं करेंगे। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चार जिलों सीतामढ़ी, समस्तीपुर, पश्चिम चंपारण और मधुबनी में रैलियां करेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गोह और मोहनिया में एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभाएं करेंगे। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव अरवल, रोहतास, औरंगाबाद, जहानाबाद और कैमूर में जनसभाएं करेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी किशनगंज और पूर्णिया में दो जनसभाएं करेंगे।

इन जिलो में होने हैं मतदान

दूसरे चरण में पश्चिम और पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, नवादा, गया, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर जिलों में मतदान होना है।

नेपाल सीमा 11 नवंबर तक सील

बिहार चुनाव के दूसरे चरण में नेपाल की सीमा से लगने वाले जिले जैसे अररिया, सीतामढ़ी भी शामिल हैं। इसके चलते मतदान से पहले भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। 11 नवंबर की रात तक बॉर्डर पूरी तरह सील रहेगा। इस दौरान सीमा पार आवाजाही पर रोक रहेगी। दिघलबैंक स्थित एसएसबी की 12वीं वाहिनी की एफ कंपनी ने शनिवार को ग्राम समन्वय बैठक की। कंपनी कमांडर प्रिय रंजन चकमा ने सीमावर्ती ग्रामीणों से शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।

बिहार में 1 बजे तक 42.31 प्रतिशत मतदान, गोपालगंज जिले में सर्वाधिक 46.73 फीसदी वोटिंग

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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान जारी है। दोपहर 1 बजे तक बिहार में 42.31 प्रतिशत वोटिंग हुई है। दोपहर एक बजे तक सबसे ज्यादा वोटिंग गोपालगंज और लखीसराय में, जबकि सबसे कम वोटिंग पटना और दरभंगा में हुई है। 

पटना में 37.72 प्रतिशत वोटिंग

राज्य के गोपालगंज जिले में सबसे ज्यादा 46.73 प्रतिशत वोट डाले जा चुके हैं। इसके अलावा बेगूसराय में 46.02 प्रतिशत, भोजपुर में 41.15 प्रतिशत, बक्सर में 41.10 प्रतिशत, दरभंगा में 39.35 प्रतिशत, खगड़िया में 42.94 प्रतिशत, लखीसराय में 46.37 प्रतिशत, मधेपुरा में 44.16 प्रतिशत, मुंगेर में 41.47 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 45.41 प्रतिशत, नालंदा में 41.87 प्रतिशत, पटना में 37.72 प्रतिशत, सहरसा में 44.20 प्रतिशत, समस्तीपुर में 43.03 प्रतिशत, सहारनपुर 43.06 प्रतिशत, शेखपुरा में 41.23 प्रतिशत, सिवान में 41.20 प्रतिशत और वैशाली में 42.60 प्रतिशत मतदान हो चुका है।

दरभंगा में बोगस वोटिंग करते दो गिरफ्तार

दरभंगा के गौड़ाबोराम विधानसभा इलाके से पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बोगस वोट करते दो गिरफ्तार किया है। गौड़ाबौराम विधानसभा के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के लगमा गांव के 172 बूथ नंबर पर दो युवक बोगस वोटिंग के मामले में अरेस्ट किए गए। गिरफ्तार युवकों का नाम केशव कुमार और सौरभ कुमार है।

भोजपुर के अगिआंव में लोगों की मतदान से दूरी

भोजपुर जिले के अगिआंव विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कुसुम्ही उत्क्रमित मध्य विद्यालय स्थित बूथ संख्या 175 पर मतदान के दौरान बड़ा मामला सामने आया है। यहां ग्रामीणों ने मतदान प्रक्रिया का सर्वसम्मति से बहिष्कार कर दिया, जिसके चलते मतदान शुरू होने के कई घंटों बाद भी केवल तीन वोट ही पड़े। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में वर्षों से सड़क की समस्या बनी हुई है, लेकिन जनप्रतिनिधियों द्वारा आज तक कोई समाधान नहीं किया गया। विकास कार्यों के अभाव से आक्रोशित लोगों ने चुनावी प्रतिनिधियों को स्पष्ट संदेश देते हुए मतदान से दूरी बनाई। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग अपने निर्णय पर अड़े रहे।

मधेपुरा में वोट बहिष्कार

मधेपुरा के बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत मुरलीगंज प्रखंड के दीनापट्टी सखुआ पंचायत के तिलकोरा गांव में बूथ संख्या 92, 93, 94 पर वार्ड 11, 12 और 13 के मतदाता सड़क की समस्या को लेकर वोट बहिष्कार कर दिया है। सुबह से बहुत कम संख्या में लोग मतदान केंद्र पर पहुंचे हैं। बीडीओ और सीओ लोगों को समझाने पहुंचे हैं, लेकिन लोग लिखित आश्वासन मांग कर रहे थे। इसके बाद दोनों अधिकारी वापस लौट गए।

महुआ में वोटिंग के दौरान हंगामा, EVM की फोटो लेने की कोशिश में वोटर गिरफ्तार

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में वैशाली जिले की महुआ सीट एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार का मुकाबला जितना राजनीतिक है उतना ही व्यक्तिगत और भावनात्मक भी है. कभी यहीं से अपनी राजनीति की शुरुआत करने वाले तेज प्रताप यादव इस बार अपनी ही जमीन पर खुद को साबित करने की कोशिश में हैं. राजद से दूरी और पारिवारिक मतभेदों के बाद तेज प्रताप अब अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) के उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं. यह चुनाव उनके लिए सिर्फ एक सीट की लड़ाई नहीं, बल्कि अपने राजनीतिक भविष्य और पहचान को बचाए रखने की परीक्षा बन गया है. लेकिन मुकाबला पहले से कहीं ज्यादा कठिन है, क्योंकि अब उन्हें विरोधियों के साथ-साथ अपनी पुरानी पार्टी और उसके संगठनात्मक प्रभाव से भी भिड़ना होगा.

महुआ सीट पर इस बार सीधी लड़ाई नहीं, बल्कि तीन दिशाओं में खींचतान है. डॉ. मुकेश कुमार रौशन (राजद), से मौजूदा विधायक और राजद के कद्दावर उम्मीदवार, जिन्हें पिछले चुनाव में तेज प्रताप पर बढ़त मिली थी. पार्टी नेतृत्व इस सीट पर अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए पूरा जोर लगा रहा है. वहीं संजय कुमार सिंह (LJP-रामविलास) को एनडीए का समर्थन है. जिनके पक्ष में सवर्ण-राजपूत जातीय आधार और एनडीए की एकजुटता बड़ा हथियार है. वहीं तेज प्रताप यादव भी भावनात्मक अपील और व्यक्तिगत छवि के सहारे अपने पुराने वोट-आधार में वापसी की कोशिश में हैं. इस तरह महुआ की तस्वीर अब वह नहीं रही जहां सिर्फ राजद और उसके भीतर की राजनीति निर्णायक होती थी.

Live Updates:

01.46 PM: बिहार में धीरे-धीरे वोटिंग की दर रफ्तार बढ़ती जा रही है. दोपहर 1 बजे तक 18 जिलों की 121 सीटों पर 42.31 फीसदी तक वोटिंग हो चुकी है. वैशाली जिले में अब तक 42.60 फीसदी वोट पड़ गए हैं.

मैं जीतकर सदन जाऊंगा और नई सरकार भी बनाऊंगा, वोट डालने के बाद बोले सम्राट चौधरी

बिहार में पहले चरण के तहत 18 जिलों की 121 सीटों पर आज गुरुवार को वोट डाले जा रहे हैं. वोट डालने के बाद तारापुर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि मैं जीतकर सदन में जाऊंगा और नई सरकार भी बनाऊंगा. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के दौर में काफी काम हुआ है. यहां पर बदलाव बहुत मेहनत के बाद आया है. इसलिए आप सभी को विकास के मॉडल पर वोट करना चाहिए.

मुंगेर जिले से तारापुर सीट से चुनाव लड़ रहे बिहार के उपमुख्यमंत्री और प्रत्याशी सम्राट चौधरी ने कहा, “बिहार में पूरी तरह से अच्छी सरकार बने और नीतीश कुमार की ओर से शुरू किए गए काम निर्बाध तरीके से चलता रहा. बिहार में बदलाव बहुत मेहनत के बाद आया है. साल 2005 से पहले बिहार में गड्ढों में सड़क हुआ करती थी या सड़क में गड्ढे ये जनता जानती है, इसलिए सभी वोटर्स को विकास के मॉडल पर वोट करना चाहिए.”

ऐसा नेता प्रतिपक्ष नहीं देखाः सम्राट चौधरी

साथ ही सम्राट चौधरी ने दावा करते हुए कहा, मैं जीतकर सदन में जाऊंगा और वहां नई सरकार बनाऊंगा.” सम्राट चौधरी मुंगेर जिले की तारापुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उनके सामने महागठबंधन ने राष्ट्रीय जनता दल के अरुण कुमार को उतारा है. बीजेपी इस सीट पर लंबे समय के बाद चुनाव लड़ रही है.

इसके अलावा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए सम्राट चौधरी ने कहा, “चार महीने हो गए हैं और राहुल गांधी अब तक एक भी सबूत नहीं दे पाए हैं. हमने ऐसा नेता प्रतिपक्ष कभी नहीं देखा. उन्हें कम से कम कुछ तैयारी तो करनी चाहिए.”

हम काम करने वाले लोगः सम्राट चौधरी

विपक्षी दलों के महागठबंधन को लेकर सम्राट चौधरी ने कहा, “हमने लोगों को बताया कि बिहार 20 साल पहले कहां था और आज बिहार कहां पहुंच गया है. पिछले 20 सालों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के लिए कितना काम किया है. हम विकास के नाम पर वोट मांग रहे हैं, बिहार की जनता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यहां पर सरकार बनाएगी. हम काम करने वाले लोग हैं, दूसरी तरफ घोषणा करने वाले लोग हैं.”

बिहार चुनावः पहले चरण में सुबह 9 बजे तक 13.13% वोटिंग, लालू परिवार ने किया मतदान

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बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए वोटिंग चल रही है। राज्य की 243 सीटों में से 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान हो रहा है।9 बजे तक की वोटिंग के आंकड़े आ चुके हैं और इस समय तक 13.13 फीसदी वोट पड़े हैं।

सुबह 9 बजे तक मतदान प्रतिशत

पूरे बिहार में – 13.13%

मधेपुरा- 13.74%

सहरसा- 15.27%

खगड़िया- 14.15%

दरभंगा- 12.48%

पटना- 11.2%

भोजपुर- 13.11%

बक्सर- 13.28%

समस्तीपुर- 12.86%

शेखपुरा- 12.97%

मुज़फ़्फ़रपुर – 14.38%

सारण- 13.3%

बेगूसराय- 14.6%

नालंदा- 12.45%

मुंगेर- 13.37%

वैशाली- 14.3%

लखीसराय- 13.39%

गोपालगंज- 13.97%

सीवान- 13.35%

लालू परिवार ने डाला वोट

पहले चरण के मतदान के बीच, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडू) प्रमुख लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव ने पटना में अपना वोट डाला। लालू परिवार में तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री यादव और उनकी बहन मीसा भारती भी मतदान करने के लिए मौजूद थीं।

14 नवंबर को बदलाव आएगा-तेजस्वी

वोट डालने के बाद महागठबंधन में सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि 14 नवंबर को बदलाव आएगा, बदलाव लाएं, नई सरकार बनाएं। इस मौके पर मीसा भारती ने मतदाताओं से "अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए वोट" करने का आग्रह किया। वोट डालने के बाद उन्होंने आत्मविश्वास जताया कि युवाओं और जनता ने मन बना लिया है, और महागठबंधन भारी बहुमत से जीतेगा।

तेजस्वी यादव की राघोपुर सीट पर वोटिंग जारी, क्या जीत का लगाएंगे चौका?

बिहार विधानसभा चुनाव के इस दौर में बीजेपी ने अपना जोर केवल प्रचार-रैली तक सीमित नहीं रखा है. पार्टी ने इस बार विपक्ष के मजबूत गढ़ों को सीधे निशाने पर लिया है. इन्हीं में से एक है वैशाली जिले की राघोपुर विधानसभा सीट, जिसे लंबे समय से राजद और लालू प्रसाद यादव के परिवार का राजनीतिक केंद्र माना जाता है. तेजस्वी यादव इसी सीट से दो बार जीत दर्ज कर चुके हैं. लेकिन इस बार मुकाबला पहले जितना सरल नहीं दिख रहा.

राघोपुर की पहचान सिर्फ एक आम विधानसभा सीट की नहीं, बल्कि राजनीतिक वंश और परंपरा की सीट के रूप में रही है. लालू प्रसाद यादव ने 1995 में इसे अपना चुनाव क्षेत्र बनाया था और तब से यह इलाका लगातार सुर्खियों में रहा. बाद में राबड़ी देवी ने भी यहां से प्रतिनिधित्व किया. 2015 और 2020 में तेजस्वी यादव ने यहां से वापसी की और परिवार की पकड़ बरकरार रखी.

Live Updates…

पटना में वोट डालने के बाद राघोपुर से प्रत्याशी तेजस्वी यादव ने कहा कि 14 नवंबर को राज्य में नई सरकार बनेगी.

बड़ी संख्या में वोटर्स पोलिंग बूथ पर पहुंचने लगे हैं.

राघोपुर सीट पर भी वोटिंग शुरू हो चुकी है.

राघोपुर सीट हाई प्रोफाइल सीट है और यहां पर चुनाव को लेकर खासी तैयारी की गई है.

बीजेपी का दांव: सतीश कुमार यादव की वापसी

इस चुनाव में बीजेपी ने तेजस्वी यादव को चुनौती देने के लिए सतीश कुमार यादव का नाम आगे किया है. 2010 के चुनाव में सतीश ने जदयू उम्मीदवार रहते हुए राबड़ी देवी को हराया था, जो उस समय राज्य की सबसे चर्चित महिला नेता थीं. उसी जीत ने सतीश को राघोपुर की राजनीति का महत्वपूर्ण चेहरा बना दिया. सतीश 2015 और 2020 में भी तेजस्वी के खिलाफ चुनाव लड़े, पर वह जीत नहीं सके. लेकिन इस बार परिस्थिति अलग है, जदयू फिर से बीजेपी के साथ है और लोजपा भी एनडीए खेमे में. इससे समीकरण पहले से अधिक सतीश के पक्ष में माने जा रहे हैं.

वोट बंटवारे से तेजस्वी की चुनौती हुई और कठिन

पिछले चुनाव में लोजपा उम्मीदवार राकेश रौशन को 25,000 से अधिक वोट मिले थे, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय हो गया था और सतीश का अंतर कम रह गया था. इस बार राकेश रौशन ने बीजेपी का हाथ थाम लिया है. इससे एनडीए का वोट बैंक एकजुट होने की संभावना और तेजस्वी के लिए चुनौती और कठिन मानी जा रही है. एनडीए के बड़े चेहरे लगातार यहां डेरा डाले हुए हैं.

63 साल से इस सीट पर यदुवंशी वर्ग का कब्जा

राघोपुर की राजनीति में एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि पिछले छह दशकों से इस सीट का प्रतिनिधित्व यदुवंशी वर्ग करता आया है. उदय नारायण राय, उसके बाद लालू प्रसाद, फिर राबड़ी देवी और बाद में तेजस्वी यादव, ये सिलसिला अब तक कायम है. 2010 में पहली बार इस परंपरा में दरार तब पड़ी जब सतीश ने राबड़ी देवी को मात दे दी.

माहौल में बदलाव या परंपरा की जीत?

राघोपुर का चुनाव इस बार केवल दो उम्मीदवारों की लड़ाई नहीं, बल्कि दो राजनीतिक विचारधाराओं और दो तरह की पहचान की जंग है. एक तरफ हैं तेजस्वी यादव, जिन्हें युवा नेतृत्व और सामाजिक न्याय की राजनीति का चेहरा कहा जा रहा है. दूसरी ओर हैं सतीश यादव, जिनके साथ सत्तारूढ़ गठबंधन की ताकत, पुराना जनसंपर्क और पिछली जीत का इतिहास है. किसी एक नतीजे से सिर्फ सत्ता का संतुलन नहीं बदलेगा, बल्कि यह भी तय होगा कि राघोपुर अपनी पारंपरिक निष्ठा निभाता है या बदलते राजनीतिक समीकरणों के साथ कदम बढ़ाता है.

पहले मतदान, फिर जलपान...पीएम मोदी की बिहार के मतदाताओं से अपील

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बिहार चुनाव 2025 के लिए वोटिंग जारी है। 2025 विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से पहले पीएम मोदी ने बिहार के वोटरों से अधिक वोटिंग की अपील की है।

पीएम मोदी ने कहा, "बिहार में आज लोकतंत्र के उत्सव का पहला चरण है। विधानसभा चुनावों में इस दौर के सभी मतदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे पूरे उत्साह के साथ मतदान करें। इस मौके पर पहली बार वोट डालने जा रहे राज्य के अपने सभी युवा साथियों को मेरी विशेष बधाई। याद रखना है- पहले मतदान, फिर जलपान!"

चुनाव आयोग ने कहा- लोकतंत्र के त्योहार के लिए बिहार तैयार

वहीं, चुनाव आयोग ने भी एक्स पर पोस्ट कर कहा कि चुनाव के लिए बिहार तैयार है। चुनाव आयोग ने कहा कि लोकतंत्र के त्योहार के लिए बिहार है तैयार। मतदान केंद्र में सभी मतदाताओं का स्वागत है।

लोकतंत्र के उत्सव में बढ़ चढ़ कर भाग ले- राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में आज पहले दौर की वोटिंग है। सभी मतदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे लोकतंत्र के इस उत्सव में बढ़ चढ़ कर भाग लें। इस मौके पर पहली बार वोट करने जा रहे युवा मतदाताओं को बहुत-बहुत बधाई!

बिहार में पहले चरण की वोटिंग आज, 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान

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बिहार में आज पहले चरण का चुनाव होना है। सुबह 7 बजे से बिहार की 121 सीटों पर वोटिंग शुरू हो गई।पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान होने जा रहा है। यह जिले हैं, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर और बक्सर।

नीतीश सरकार के इन मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर

भाजपा कोटे से स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (सीवान), बांकीपुर से नितिन नवीन, तारापुर से उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, लखीसराय से उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, दरभंगा के जाले से नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा, दरभंगा शहरी से राजस्व मंत्री संजय सरावगी, कुढ़नी से पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता, साहेबगंज से पर्यटन मंत्री राजू कुमार, अमनौर से सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री कृष्ण कुमार मंटू, बिहारशरीफ से पर्यावरण मंत्री सुनील कुमार और बछवाड़ा से खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता चुनाव मैदान में हैं। वहीं, जद(यू) के पांच मंत्रियों में जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी (सराय रंजन), नालंदा से ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, बहादुरपुर से समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, कल्याणपुर से सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी और सोनबरसा से मंत्री रत्नेश सदा शामिल हैं।

पहले चरण में इन दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला

पहले चरण में कई चर्चित उम्मीदवारों की किस्मत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद होगी। इनमें महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, लोकगायिका मैथिली ठाकुर, भोजपुरी फिल्म स्टार खेसारी लाल यादव, जनशक्ति जनता दल के तेज प्रताप यादव, जनता दल (यूनाइटेड) प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और भोला यादव शामिल हैं। अलीनगर सीट पर भी सबकी नजर है, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकगायिका मैथिली ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है। उनका मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विनोद मिश्रा से है। वहीं, हाल ही में मोकामा में दुलार चंद यादव की हत्या के मामले में गिरफ्तार जद(यू) प्रत्याशी अनंत सिंह की किस्मत का फैसला भी इसी चरण में होना है।

पहले चरण में तीन करोड़ 75 लाख से अधिक मतदाता

पहले चरण में कुल 3 करोड़ 75 लाख 13 हजार 302 मतदाता मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। एक करोड़ 98 लाख 35 हजार 325 पुरुष, एक करोड़ 76 लाख 77 हजार 219 महिलाएं और 758 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।। इसके अलावा, 1, 00, 904 सर्विस वोटर भी इस चरण में वोट डालेंगे।

दीघा में सबसे अधिक मतदाता

निर्वाचन क्षेत्रों के लिहाज से दीघा विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 4,57,657 मतदाता हैं, जबकि बरबीघा में सबसे कम 2,31,998 मतदाता पंजीकृत हैं। क्षेत्रफल के अनुसार बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र सबसे छोटा (16.239 वर्ग किलोमीटर) और सूर्यगढ़ा सबसे बड़ा (62.247 वर्ग किलोमीटर) है।

एनक्वास प्रमाणीकरण की दिशा में तेजी - औराही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बना उदाहरण

-राज्यस्तरीय टीम ने किया गहन निरीक्षण, गुणवत्ता सुधार के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए

पूर्णिया, 09 अक्टूबर

स्वास्थ्य सेवा को सभी नागरिकों तक सुरक्षित, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पहुँचाना भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक, जिसे सामान्यतः एनक्वास कहा जाता है, लागू किया गया है। यह मानक अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में सेवाओं की गुणवत्ता, स्वच्छता, रोगियों की संतुष्टि, संसाधनों का प्रबंधन और समग्र सेवा प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है। एनक्वास प्रमाणीकरण किसी भी स्वास्थ्य संस्था के लिए केवल उसकी कार्यकुशलता का प्रमाण नहीं होता, बल्कि स्थानीय जनता के विश्वास को भी मजबूती प्रदान करता है। बड़राहा कोठी प्रखंड के औराही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर ने इस दिशा में लगातार कदम बढ़ाते हुए अपने प्रयासों को गति दी है और एनक्वास प्रमाणीकरण प्राप्त करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियों को व्यवस्थित तरीके से अंजाम दे रहा है।

राज्यस्तरीय निरीक्षण और व्यापक समीक्षा :

राज्यस्तरीय टीम का निरीक्षण बुधवार को आयोजित किया गया, जिसका नेतृत्व राज्यस्तरीय असेसर विश्वजीत कुमार और सुमन सिन्हा ने किया। निरीक्षण के दौरान टीम ने केंद्र के विभिन्न विभागों का गहन मूल्यांकन किया। इसमें प्रयोगशाला, मैटरनिटी वार्ड, ऑक्सिलरी सर्विस और जनरल प्रशासन विभाग शामिल थे। निरीक्षण के दौरान टीम ने प्रत्येक विभाग की कार्यप्रणाली, स्वच्छता स्तर, उपकरणों की उपलब्धता और कार्यकुशलता का बारीकी से आकलन किया। उन्होंने केंद्र में चल रही सेवाओं की गुणवत्ता और मरीजों के अनुभव का भी मूल्यांकन किया। निरीक्षण के दौरान कई कमियों की पहचान हुई और उनके समाधान के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश प्रदान किए गए। राज्यस्तरीय टीम ने कहा कि यह मूल्यांकन केवल निरीक्षण का हिस्सा नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य तकनीकी, प्रशासनिक और बुनियादी खामियों को दूर करना है, ताकि प्रमाणीकरण प्रक्रिया में कोई बाधा न आए। वही कर्मियों के साथ बैठक करके सुधार की प्राथमिकताएं तय की गईं और सभी को अपनी जिम्मेदारी का बोध कराया गया।

सुधार और सामूहिक प्रयास पर जोर :

एसेसर सुमन सिन्हा ने कहा कि केंद्र के कर्मचारी मरीजों को और अधिक सुरक्षित, स्वच्छ और व्यवस्थित सेवाएं प्राप्त होंगी।पहले ही एनक्वास मानकों के अनुरूप सेवाएं प्रदान करने में सक्रिय हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शेष कमियों को निर्धारित समयसीमा में समाप्त करने के लिए सभी कर्मचारियों का सामूहिक प्रयास और समर्पण आवश्यक है। उन्होंने आगे बताया कि गुणवत्ता सुधार एक सतत प्रक्रिया है और इसमें सभी विभागों की सक्रिय भागीदारी सफलता की कुंजी है। राज्य स्वास्थ्य समिति के आंतरिक आकलनकर्ताओं ने भी केंद्र के कर्मचारियों के उत्साह की सराहना की और कहा कि उनके प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को नए स्तर तक ले जाने में अहम योगदान देंगे।

प्राथमिक लक्ष्य - राज्यस्तरीय प्रमाणीकरण :

डीसीक्यूओ डॉ अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान केंद्र के लिए बायोवेस्ट मैनेजमेंट, स्वच्छता व्यवस्था, मरीज फीडबैक सर्वे, हाउसकीपिंग, लांड्री, इलेक्ट्रिकल ऑडिट और फायर सेफ्टी मैनेजमेंट के क्षेत्रों में सुधार हेतु सुझाव दिए गए। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी सुझावों को लागू करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। डीपीसी डॉ सुधांशु शेखर ने कहा कि एनक्वास राज्यस्तरीय प्रमाणीकरण प्राप्त करना केंद्र का मुख्य लक्ष्य है और इसके लिए अस्पताल प्रबंधन, चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी मिलकर लगातार कार्य कर रहे हैं।

मरीजों को और अधिक सुरक्षित, स्वच्छ और व्यवस्थित सेवाएं प्राप्त होंगी :

सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने बताया कि स्थानीय नागरिकों के लिए यह प्रयास एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में सामने आ सकता है। एनक्वास प्रमाणीकरण मिलने के बाद औराही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में उपचार लेने वाले मरीजों को और अधिक सुरक्षित, स्वच्छ और व्यवस्थित सेवाएं प्राप्त होंगी। यह न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुँच को भी मजबूत करेगा। सिविल सर्जन ने नागरिकों से अपील की कि वे केंद्र की सेवाओं का लाभ लें और अपनी प्रतिक्रिया साझा करें, ताकि सेवाओं में और सुधार किया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र में आने वाले प्रत्येक मरीज की सुरक्षा और संतुष्टि सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।

एनक्वास प्रमाणीकरण की दिशा में यह कदम केवल केंद्र के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे बिकोठी प्रखंड के स्वास्थ्य ढांचे के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और विश्वास में स्थायी सुधार की उम्मीद है।