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*India-South Africa Eden Test ticket sale from tomorrow*

Sports 

 Khabar kolkata sports Desk: On the auspicious occasion of Diwali, the tickets for the highly anticipated Test match between India and South Africa at the Eden Gardens in the IDFC FIRST Bank Test Series are set to go on sale from 12 pm onwards on October 20, 2025, it was announced by The Cricket Association of Bengal (CAB) today.

Tickets for the first match of the two-match Test series to be played at the Eden Gardens will be available on District by Zomato app. 

The Test match, scheduled from November 14 to November 18, promises to be a thrilling spectacle, pitting two historic rivals, India and reigning World Test Champions South Africa, against each other.

Rs 60, lowest per day, that comes to 300 for all 5 days in season and 250 per day is the highest that comes to 1250 for 5 days.

बिहार में नामांकन का कल आखिरी दिन, INDIA गठबंधन में सस्पेंस बरकरार, जानें कितने साथ-कितने अलग

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी होने वाली है, लेकिन INDIA गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है. वहीं NDA ने लगभग अपने सभी मनमुटाव दूर कर लिए हैं और बिहार चुनाव में मजबूत नजर आ रही है.

वहीं INDIA गठबंधन के दलों में कई सीटों पर खींचतान जारी है. जिसकी वजह झारखंड के प्रमुख दल JMM ने इस गठबंधन को छोड़ दिया है. वहीं कुछ सीटों पर RJD और कांग्रेस में गंभीर तकरार है और दोनों ही अपने कैंडिडेट उतार सकते हैं.

JMM ने अलग रास्ता अपनाया

महागठबंधन INDIA में सहयोगी दलों के बीच सहमति बनाने की कोशिशें जारी हैं। हालांकि, झारखंड के प्रमुख दल JMM ने इस गठबंधन को छोड़कर बिहार की छह सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इससे गठबंधन को एक बड़ा झटका लगा है. गठबंधन के नेता पहले नए साथियों को शामिल करने की जरूरत का हवाला दे रहे थे, लेकिन JMM के अलग होने से स्थिति और जटिल हो गई है

RJD और कांग्रेस में मनमुटाव

गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी RJD ने अपने उम्मीदवारों के टिकट बांटने शुरू कर दिए हैं, लेकिन अभी तक उसकी पूरी सूची सामने नहीं आई है. कई सीटों पर RJD ने अपने ही गठबंधन साथियों के उम्मीदवारों के खिलाफ टिकट दे दिए हैं, जिससे तनाव पैदा हो गया है. वहीं, कांग्रेस ने 48 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी, और अब उसने पांच और सीटों के उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं. इनमें किशनगंज सीट भी शामिल है, जहां कांग्रेस ने अपने मौजूदा विधायक को हटाकर AIMIM से आए एक नेता को टिकट दिया है. आरोप हैं कि कांग्रेस ने टिकट बेचे हैं, जबकि पार्टी नेता कह रहे हैं कि समझौता होने वाला है.

आठ सीटों पर आमने-सामने की आशंका

गठबंधन में समन्वय की कमी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कम से कम आठ सीटों पर एक ही गठबंधन के दो-दो उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें से तीन सीटों पर RJD और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला हो सकता है. वहीं, सत्तारूढ़ NDA में भी सब कुछ ठीक नहीं दिख रहा। जद(यू) ने अंतिम समय में अमौर सीट पर अपना उम्मीदवार बदल दिया और पूर्व भाजपा नेता सबीर अली को टिकट दे दिया, जिन्हें 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने के कारण पार्टी से निकाला गया था.

कितनी सीटों पर लड़ रहे नितीश?

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी JDU, जो भाजपा के बराबर 101 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, ने आखिरी समय में अमौर से पूर्व राज्यसभा सांसद साबिर अली को मैदान में उतारने का फैसला किया, जहाँ से उसने पहले सबा ज़फ़र को उम्मीदवार बनाया था, जो 2020 की उपविजेता थीं और जिन्होंने पांच साल पहले भी भाजपा के चुनाव चिन्ह पर यह सीट जीती थी.

दिलचस्प बात यह है कि अली को 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने के कारण जद (यू) से निकाल दिया गया था, जिन्हें पार्टी सुप्रीमो अपना कट्टर विरोधी मानते थे. बाद में अली भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का महासचिव बनाया गया है.

NDA की मढ़ौरा सीट पर कोई उम्मीदवार नहीं

सत्तारूढ़ गठबंधन को मढ़ौरा सीट पर भी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, यहां केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की उम्मीदवार भोजपुरी अभिनेत्री से नेता बनीं सीमा सिंह का नामांकन पत्र तकनीकी आधार पर खारिज कर दिया गया.

यह सीट अब पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक जितेंद्र कुमार राय के पक्ष में एकतरफा मुकाबले की ओर बढ़ती दिख रही है, जिन्हें सिर्फ जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार अभय सिंह ही चुनौती दे सकते हैं. हालांकि, पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी ने एक छोटी सी चूक पर अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए चुनाव आयोग को ज्ञापन दिया है.

रूस से तेल खरीदना जारी रखेगा भारत? डोनाल्ड ट्रंप के दावे पर विदेश मंत्रालय ने दिया जवाब

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भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के उन दावों को लेकर जवाब दिया, जिनमें कहा गया था कि भारत जल्द ही रूस से तेल की खरीद को रोक सकता है। भारत ने साफ कर दिया है कि उसकी प्राथमिकता भारत के लोग हैं और कुछ नहीं। ट्रंप के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत का तेल आयात भारत के हितों की रक्षा के आधार पर तय होता है। भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना भारत की प्राथमिकता है।

देश के हितों को सुरक्षित रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने गुरुवार को ट्रंप के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत एक बड़ा तेल और गैस आयातक देश है और अस्थिर वैश्विक ऊर्जा बाजार में देश के हितों को सुरक्षित रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जायसवाल ने कहा कि हमारी ऊर्जा नीति के दो प्रमुख लक्ष्य हैं, जिसमें स्थिर ऊर्जा कीमतें बनाए रखा और आपूर्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल हैं। इसी उद्देश्य से भारत अपने ऊर्जा स्रोतों को अलग-अलग बना रहा है और बाजार की परिस्थितियों के अनुसार आयात नीतियां तय कर रहा है।

अमेरिका के साथ तेल खरीद पर बातचीत जारी

विदेश मंत्रालय के बयान में आगे कहा गया, जहां तक अमेरिका का सवाल है, हम कई वर्षों से अपनी ऊर्जा खरीद का विस्तार करने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले दशक में इसमें लगातार प्रगति हुई है। मौजूद अमेरिकी प्रशासन ने भारत के साथ ऊर्जा सहयोग को गहरा करने में रुचि दिखाई है। इस पर चर्चाएं जारी हैं।

डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा था?

इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में दिया। एएनआई ने एक सवाल किया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति भारत को एक विश्वसनीय साझेदार मानते हैं? इस पर ट्रंप ने कहा, हां, बिल्कुल। वह (पीएम मोदी) मेरे मित्र हैं। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। भारत रूस से तेल खरीद रहा है, इससे मैं खुश नहीं था। हालांकि, उन्होंने अब मुझे आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा। यह एक बड़ा कदम है।

भारत को मिल सकती है कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी, इस शहर में होगा आयोजन

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भारतीय के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। भारत को अब कॉमनवेल्थ 2030 की मेजबानी मिलने वाली है। जिसका आयोजन गुजरात के अहमदाबाद में किया जाएगा। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर यह बड़ा ऐलान किया। एस जयशंकर ने इसे भारत के लिए गौरव का पल करार दिया।

एस जयशंकर ने अपनी पोस्ट में लिखा- भारत कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी अहमदाबाद में करेगा, जो भारत और गुजरात के लिए गौरव का क्षण है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वस्तरीय बुनियादी ढाँचे और खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के दृष्टिकोण का प्रमाण है। कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन से भारत को ओलंपिक की मेजबानी हासिल करने में काफी मदद मिलेगी। भारत का अगला बड़ा लक्ष्य ओलंपिक गेम्स का पहली बार अपने यहां आयोजित करना है।

26 नवंबर को आखिरी फैसला

कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के एग्जीक्यूटिव बोर्ड ने 15 अक्टूबर को ये बताया कि भारत को बिडिंग प्रोसेस में शामिल किया जाता है। भारत की तरफ से राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन के लिए अहमदाबाद का नाम दिया गया था।कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स की कार्यकारी समिति ने इस पर अपनी सहमति दे दी है और इसका औपचारिक अनुमोदन 26 नवंबर को किया जाएगा। 26 नवंबर को ही आखिरी फैसला आएगा कि कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 कौन सा देश होस्ट करेगा।

भारत के साथ नाइजीरिया भी मेजबानी की दौड़ में

2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के लिए दुनिया भर के शहरों को 31 मार्च 2025 तक अपनी रुचि दर्ज करनी थी। इसके बाद, उन्हें अगले पांच महीनों में, यानी 31 अगस्त 2025 तक अपना विस्तृत 'बिड डॉक्युमेंट' या 'बिड डोजियर' जमा करना था। इस दस्तावेज में हर शहर को यह विस्तार से बताना था कि वह गेम्स के आयोजन के लिए क्या रणनीति अपनाएगा। साथ ही खेल सुविधाएं, खेल गांव, सुरक्षा व्यवस्था और आयोजन के बाद के प्लान जानकारी भी देनी थी। इसके बाद, कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स फेडरेशन (CGF) को इन सभी प्रस्तावों का मूल्यांकन कर नवंबर के अंत तक अंतिम निर्णय लेना था। समय सीमा से पहले केवल दो देशों, भारत (अहमदाबाद) और नाइजीरिया (अबुजा) ने 2030 सेंचुरी कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के लिए अपनी बोली प्रस्तुत की।

क्या भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगे, ट्रंप बोले- पीएम मोदी ने मुझे आश्वासन दिया, जानें दावों में कितनी सच्चाई?

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर देश का सियासी तापमान बढ़ाने वाला बयान दा है। ट्रंप ने बुधवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा। उन्होंने कहा कि भारत तुरंत ऐसा नहीं कर सकता लेकिन वह जल्द ही यह कदम उठाएगा। उन्होंने बुधवार को व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों को ये जानकारी दी।

ट्रंप ने कहा, मैं इस बात से खुश नहीं था कि भारत तेल खरीद रहा है और उन्होंने आज मुझे आश्वासन दिया कि वे रूस से तेल नहीं खरीदेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसे रूस को आर्थिक रूप से अलग-थलग करने के प्रयास में 'बड़ा कदम' बताया।उन्होंने आगे कहा कि अगर भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देता है तो उनके लिए रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष विराम कराने में आसानी होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि संघर्ष खत्म होने के बाद भारत फिर से रूस से तेल खरीद सकेगा।

ट्रंप ने क्या कहा?

डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में दिया। एएनआई ने एक सवाल किया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति भारत को एक विश्वसनीय साझेदार मानते हैं? इस पर ट्रंप ने कहा, हां, बिल्कुल। वह (पीएम मोदी) मेरे मित्र हैं। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। भारत रूस से तेल खरीद रहा है, इससे मैं खुश नहीं था। हालांकि, उन्होंने अब मुझे आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा। यह एक बड़ा कदम है। अब हमें चीन से भी यही करवाना होगा।

भारत सरकार ने ट्रंप के दावे की पुष्टि नहीं की

ट्रंप ने आगे कहा कि राष्ट्रपति पुतिन से बस यही चाहते हैं कि वे इस युद्ध को रोकें और यूक्रेनियों और रूसियों को मारना बंद करें क्योंकि वे बहुत सारे रूसियों को मार रहे हैं। जेलेंस्की और व्लादिमीर पुतिन के बीच एक-दूसरे के लिए नफरत बहुत ज्यादा है, जो एक बड़ी रुकावट है। ट्रंप ने कहा कि लेकिन उन्हें लगता है कि हम उन्हें सुलझा लेंगे। उन्होंने कहा कि अगर भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा तो यह काम और आसान हो जाएगा और युद्ध खत्म होने के बाद व्यापार फिर से शुरू हो जाएगा। नई दिल्ली ने अभी तक ट्रंप के दावे को लेकर पुष्टि नहीं की है।

रूस पर दबाव बढ़ा रहे डोनाल्ड ट्रंप

ट्रंप का बयान ऐसे समय में आया है, जब अमेरिकी यूक्रेन में युद्ध रोकने के लिए रूस की आर्थिक नाकेबंदी कर रहा है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि मॉस्को के खिलाफ प्रतिबंध कारगर हों। रूसी तेल खरीदना बंद करने का वादा वैश्विक ऊर्जा कूटनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है।

निशिकांत दुबे ने यूएन में पाकिस्तान को जमकर सुनाया, बोले-उपदेश न दे, पहले आईने में चेहरा देखे

#indiaslamspakistanforterrorismchildabuseatunited_nations 

भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है। बाल अधिकारों के गंभीर उल्लंघन और सीमा पार आतंकवाद पर भारत ने पाकिस्तान को खरी-खोटी सुनाई है। भाजपा नेता और लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की आलोचना की। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में उसकी हार का हवाला दिया। पाकिस्तान पर बच्चों और आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र के एजेंडे (सीएएसी) के गंभीर उल्लंघन का आरोप लगाया।

निशिकांत दुबे ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के एक सत्र में ‘‘बाल अधिकारों का संवर्धन और संरक्षण’’ विषय पर भारत की ओर से वक्तव्य दे रहे थे। उन्होंने ‘चाइल्ड हेल्पलाइन’ जैसी पहल और बाल तस्करी से निपटने के लिए उठाए गए कदमों के माध्यम से बाल अधिकारों को बनाए रखने के लिए भारत के प्रयासों को स्वीकार करने पर सदस्य देशों को धन्यवाद दिया। वहीं, बीजेपी सांसद ने पाकिस्तान को सीएसी का उल्लंघन करने वालों में से एक बताया। 

पाक में बच्चों के खिलाफ गंभीर अत्याचार

निशिकांत दुबे ने पाकिस्तान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान और भारत में स्कूलों और बच्चों को निशाना बनाकर संयुक्त राष्ट्र के बच्चे और सशस्त्र संघर्ष एजेंडा का उल्लंघन किया है। दुबे ने कहा कि हम कड़ी निंदा करते हैं कि पाकिस्तान अपने देश में बच्चों के खिलाफ गंभीर अत्याचारों से दुनिया का ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा है, जैसा कि सचिव-जनरल की 2025 की रिपोर्ट में दिखाया गया है। इसके अलावा, इस रिपोर्ट में पाकिस्तान द्वारा स्कूलों में स्वास्थ्यकर्मियों और विशेष रूप से लड़कियों के स्कूलों पर किए गए हमलों और अफगानिस्तान सीमा के पास सीमा पार गोलाबारी और हवाई हमलों में बच्चों की मौत और चोट की घटनाओं का भी जिक्र है।

पाक के बयानों को पूरी तरह पाखंड करार दिया

बीजेपी सांसद ने कहा कि, पाकिस्तान की सेना द्वारा अफगानिस्तान की सीमा के पास किए गए हमलों और हवाई हमलों में कई अफगान बच्चों की मौत हुई है या वे घायल हुए हैं। इसके लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान जिम्मेदारी है। उन्होंने मई 2025 में पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय सीमावर्ती गांवों पर की गई फायरिंग की भी कड़ी आलोचना भी की। दुबे ने पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय बयानों को पूरी तरह पाखंडी करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे काम करने के बाद पाकिस्तान का वैश्विक मंचों पर बोलना बिल्कुल अनुचित है।

पाकिस्तान को खुद को आईने में देखना चाहिए- निशिकांत दुबे

निशिकांत ने कहा, पाकिस्तान को खुद को आईने में देखना चाहिए, इस मंच पर उपदेश देना बंद करना चाहिए, अपनी सीमाओं के भीतर बच्चों की सुरक्षा के लिए कदम उठाना चाहिए और अपनी सीमाओं के पार महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाना बंद करना चाहिए।

भारत महान देश और मेरे बहुत अच्छे दोस्त वहां...', शाहबाज शरीफ के सामने ही ट्रंप ने की पीएम मोदी की तारीफ

#indiaisagreatcountrydonaldtrumppraisespm_modi 

सोमवार को मिस्र में हुए गाजा पीस समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिना नाम लिए तारीफ की। ऐसा ट्रंप ने तब किया जब पास में ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी खड़े थे। दरअसल, पाक पीएम प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सोमवार को मिस्र के शर्मअल शेख में गाजा पीस समिट के दौरान ट्रंप की खुलकर तारीफ की। उन्होंने ट्रंप को ‘मैन ऑफ पीस’ कहकर पुकारा। हालांकि, ट्रंप ने उसी वक्‍त भारत को महान देश बता द‍िया। इतना ही नहीं, शहबाज शरीफ से हामी भी भरवा ली।

गाजा समझौते के बीच ट्रंप ने की पीएम मोदी की तारीफ

ट्रंप ने गाजा में इजराइल-हमास के बीच करीब दो साल से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए युद्ध विराम पर बनी सहमति के बाद मिस्र के शर्म अल शेख शहर में विश्व नेताओं के एक सम्मेलन को संबोधित किया। ट्रंप ने मिस्र के शर्म अल-शेख शिखर सम्मेलन में इजराइल-हमास युद्ध को खत्म करने वाले ऐतिहासिक शांति समझौते पर हस्ताक्षर के बाद कहा, भारत एक महान देश है और वहां मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त है, जिसने शानदार काम किया है। 

ट्रंप ने शहबाज शरीफ से पूछा-सब ठीक है?

ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के संबंधों में सुधार आने की उम्मीद भी जताई है। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तान और भारत बहुत अच्छे से साथ रहेंगे। यह बोलने के बाद उन्होंने अपने ठीक पीछे खड़े शहबाज शरीफ से पूछा, ठीक है? इसपर शरीफ मुस्कुराए और सिर हिलाकर सहमति जताई।

हम तीसरा विश्व युद्ध नहीं लड़ेंगे-ट्रंप

इस दौरान ट्रंप ने गाजा शांति शिखर सम्मेलन में कहा कि यह मध्य पूर्व से परे दुनिया के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है। हम सभी इस बात पर सहमत हैं कि गाजा का समर्थन लोगों के उत्थान के लिए ही किया जाना चाहिए। लेकिन हम अतीत में हुए रक्तपात, घृणा या आतंक से जुड़ी किसी भी चीज को वित्तपोषित नहीं करना चाहते। हम इस बात पर भी सहमत हैं कि गाजा के पुनर्निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि इसे विसैन्यीकृत किया जाए और गाजा में लोगों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए एक नए ईमानदार नागरिक पुलिस बल की स्थापना की जाए। मैं एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने में भागीदार बनने का इरादा रखता हूं। उम्मीद है कि तीसरा विश्व युद्ध नहीं होगा, लेकिन यह मध्य पूर्व में शुरू नहीं होने वाला है। हम तीसरा विश्व युद्ध नहीं लड़ेंगे।

Parvathy Ananthanarayanan Mangala: Spreading Ancient Wisdom for Modern Living

In the sacred city of Ayodhya, where timeless wisdom meets modern aspiration, Parvathy Ananthanarayanan Mangala is crafting a unique literary legacy through her initiative, Ram SwaRajya Library. A writer, thinker, and believer in the transformative power of spirituality, Parvathy has dedicated herself to bridging the gap between ancient Indian values and contemporary life.Through her collection of short spiritual fiction books, written under the pen name Ram SwaRajya, she weaves stories that draw inspiration from Lord Rama’s ideals of truth, compassion, and righteousness. Each story — designed to be read in just 15 to 20 minutes — offers readers a spark of inspiration, reminding them that age-old wisdom still holds the key to peace and purpose in the 21st century.

The vision behind the Ram SwaRajya Library was born from Parvathy’s personal journey through emotional pain and resilience. Despite facing misunderstandings and life’s challenges, she chose not to surrender but to transform her experiences into meaningful stories that could uplift others walking similar paths. Her goal is simple yet profound: to make spirituality accessible and relevant to everyone, regardless of age or background.

Parvathy’s journey is one of courage and conviction. Leaving behind her home in Dombivli, Maharashtra, she moved to Ayodhya in July 2025, funding her dream entirely through personal savings, credit loans, and the generosity of a few well-wishers. In just 60 days, she wrote 11 books, two of which are already available on Amazon. Her dedication stands as a powerful example of what faith and determination can achieve.

Digital technology, including tools like WhatsApp, online publishing, and AI, played a vital role in turning her vision into reality—proving how tradition and technology can coexist harmoniously for a greater purpose.

Looking ahead, Parvathy envisions expanding the Ram SwaRajya Library to include 1,000 books that celebrate Indian culture, spirituality, and human values. Her mission is not just to write books but to build a global repository of wisdom that inspires readers to live more meaningful, compassionate lives.

In every sense, Parvathy’s work embodies the essence of humanity—using words as her instrument to heal, inspire, and elevate the collective consciousness of society.

Readers can visit this link to know about her initiative -

www.wiseom.co.in/2025/10/welcome-to-ram-swarajya-library-journey.html

Rising infrastructure and tech growth set to pave way for logistics and warehousing demands in Bengaluru.

As India’s leading logistics and technology hub, Bengaluru with its enhanced connectivity through the Kuehne + Nagel air logistics gateway, Namma Metro Yellow Line, and emerging tech developments like Quantum City offers the ideal backdrop for innovation. Against this backdrop, the city is set to host Intralogistics & Warehousing Expo 2025 from 6–8 November 2025 at KTPO, Whitefield. Co-located with Material Handling Expo and E-Commerce Logistics Expo, the expo will bring together global and Indian leaders in automation, warehousing, logistics, and supply chain management to explore innovations shaping the industry’s future.

Visitors will experience live demonstrations of warehouse automation, AIDC (automatic identification and data capture), material handling equipment, and infrastructure solutions, alongside exhibits from 165+ companies representing 225+ brands and showcasing over 1200 advanced technologies. The expo will also provide networking opportunities with 10,000+ industry professionals from manufacturing, retail, e-commerce, FMCG, and pharmaceutical sectors, while the co-located E-Commerce Logistics Conference will feature thought leaders discussing the future of digital logistics and supply chain efficiency.

Featured Exhibitors Include:

Gandhi Automations, SOTI, ACE (Action Construction Equipment), Cloudleap, Epack, MHE Bazar, AAVON Steels Manufacturing, Avains, Central Warehousing Corporation, Nilkamal Material Handling, Sany Heavy Industry, Saint-Gobain India, Mutual Industries, Indo.S.Technologies, Kohinoor Business Park, Path Logicity, RR Industrial Packaging, Sahay Racks, Swastik Industries International among many others.

Distinguished Speakers Representing:

BigBasket, Reliance Retail, IKEA, Swiggy Instamart, Carl Zeiss, Zepto, Cargill, Bata India, SNITCH, Britannia Industries, Raymond Lifestyle, Country Delight, Fossil Group, Flipkart, Mondelez India Foods, Jockey India, AkzoNobel, FreshToHome, Diageo India, Himalayan Natives, Spykar Lifestyles, ABB, River Mobility, Kearney, Casa Grande, C.R. Narayana Rao, AESA, and several other esteemed organizations.

Industry Endorsements

"The Intralogistics & Warehousing Expo is a must-attend event for freight forwarders, offering a unique opportunity to explore innovative solutions that drive operational efficiency and business growth. We encourage all industry professionals to attend, experience the latest technologies firsthand, and build valuable networks" – Pramod Sant, Federation of Freight Forwarders’ Associations of India (FFFAI)

"For warehousing developers and supply chain professionals, this expo serves as the perfect platform to discover advanced automation, storage solutions, and smart logistics technologies. Attendees can gain practical insights, connect with leading solution providers, and stay ahead of emerging industry trends" – Amit Mittal, Association of Warehousing Developers (AWD)

Attending Intralogistics & Warehousing Expo offers access to India’s leading platform for automation, robotics, material handling, and supply chain technologies. Co-located with the Material Handling and E-Commerce Logistics Expos, the event provides a comprehensive overview of the logistics and warehousing landscape, bringing together leading solution providers and key industry decision-makers under one roof.

बिहार में खत्म नहीं हो रही सीट शेरिंग का टेंशन, 12 सीटें मांग रही हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम

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बिहार चुनाव के लिए पहले चरण के नामांकन आज से शुरु हो गए है। लेकिन अभी तक जन सुराज को छोड़कर किसी भी दल ने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं है। एनडीए के साथ साथ महागठबंधन में भी सीट शेयरिंग को लेकर माथा पच्ची जारी है। इस बीच महागठबंधन में शामिल झारखंड की सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने भी अपने लिए बड़ी मांग रख दी है। जेएमएम ने ‘इंडिया’ गठबंधन में 12 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है।

जेएमएम ने आरजेडी को 12 सीटों की सूची सौंपी

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने के मुताबिक हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम ने आरजेडी को 12 सीटों की सूची सौंपी है। बिहार में जेएमएम 12 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। जेएमएम तारापुर, कटोरिया, मनिहारी, झाझा, बांका, ठाकुरगंज, रूपौली, रामपुर, बनमनखी, जमालपुर, पीरपैंती और चकाई सीट चाहती है।

सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत जारी

जेएमएम के महासचिव विनोद कुमार पांडे ने कहा कि इंडिया गठबंधन के घटकों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बात चल रही है। सीट बंटवारे को अगले एक-दो दिन में अंतिम रूप दे दिया जाएगा। विनोद कुमार पांडे ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, हमने पिछले दिनों में पटना में हुई एक बैठक के दौरान बिहार में इंडिया गठबंधन के घटकों के नेताओं को अपनी मंशा से अवगत करा दिया था। हमने अपने पार्टी नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी बैठक के नतीजों के बारे में बता दिया है। अब, मुख्यमंत्री सोरेन इंडिया गठबंधन के सहयोगियों के साथ चर्चा के बाद बिहार में जेएमएम की ओर से चुनाव लड़ी जाने वाली सीटों पर अंतिम फैसला लेंगे।

कांग्रेस ने अपने हिस्से की सभी सीटों पर तय किए उम्मीदवार

कांग्रेस ने अपने हिस्से की सभी सीटों पर उम्मीदवार के नाम फाइनल कर दिए हैं। इस बात के संकेत बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने भी दिए है। राजेश राम का कहना है कि, हमने अपने उम्मीदवारों के सभी विधानसभा क्षेत्र तय कर लिए है। आने वाले समय में सभी लोग इंडिया गठबंधन की चुनावी ताकत और संघर्ष को देखेंगे। सीटों की आधिकारिक घोषणा बहुत जल्द की जाएगी।

सीट शेयरिंग पर इन फॉर्मूले पर बन सकती है बात

महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर माथापच्ची जारी है। इस बीच दो फॉर्मूला सामने आए है। इनमें किसी एक पर मुहर लग सकती है। राज्य में विधानसभा की 243 सीटें है। पहले फार्मूले के तहत आरजेडी 138, कांग्रेस 52, वाम दल 35,वीआईपी पार्टी 15, आरएलजेपी 2, जेएमएम को 1 सीटें दी जा सकती हैं। जबकि दूसरे फॉर्मूले के तहत आरजेडी 130, कांग्रेस 55, वाम दल 35, वीआईपी 18, आरएलजेपी 3, जेएमएम को 2 सीटें मिल सकती हैं।

*India-South Africa Eden Test ticket sale from tomorrow*

Sports 

 Khabar kolkata sports Desk: On the auspicious occasion of Diwali, the tickets for the highly anticipated Test match between India and South Africa at the Eden Gardens in the IDFC FIRST Bank Test Series are set to go on sale from 12 pm onwards on October 20, 2025, it was announced by The Cricket Association of Bengal (CAB) today.

Tickets for the first match of the two-match Test series to be played at the Eden Gardens will be available on District by Zomato app. 

The Test match, scheduled from November 14 to November 18, promises to be a thrilling spectacle, pitting two historic rivals, India and reigning World Test Champions South Africa, against each other.

Rs 60, lowest per day, that comes to 300 for all 5 days in season and 250 per day is the highest that comes to 1250 for 5 days.

बिहार में नामांकन का कल आखिरी दिन, INDIA गठबंधन में सस्पेंस बरकरार, जानें कितने साथ-कितने अलग

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी होने वाली है, लेकिन INDIA गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है. वहीं NDA ने लगभग अपने सभी मनमुटाव दूर कर लिए हैं और बिहार चुनाव में मजबूत नजर आ रही है.

वहीं INDIA गठबंधन के दलों में कई सीटों पर खींचतान जारी है. जिसकी वजह झारखंड के प्रमुख दल JMM ने इस गठबंधन को छोड़ दिया है. वहीं कुछ सीटों पर RJD और कांग्रेस में गंभीर तकरार है और दोनों ही अपने कैंडिडेट उतार सकते हैं.

JMM ने अलग रास्ता अपनाया

महागठबंधन INDIA में सहयोगी दलों के बीच सहमति बनाने की कोशिशें जारी हैं। हालांकि, झारखंड के प्रमुख दल JMM ने इस गठबंधन को छोड़कर बिहार की छह सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इससे गठबंधन को एक बड़ा झटका लगा है. गठबंधन के नेता पहले नए साथियों को शामिल करने की जरूरत का हवाला दे रहे थे, लेकिन JMM के अलग होने से स्थिति और जटिल हो गई है

RJD और कांग्रेस में मनमुटाव

गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी RJD ने अपने उम्मीदवारों के टिकट बांटने शुरू कर दिए हैं, लेकिन अभी तक उसकी पूरी सूची सामने नहीं आई है. कई सीटों पर RJD ने अपने ही गठबंधन साथियों के उम्मीदवारों के खिलाफ टिकट दे दिए हैं, जिससे तनाव पैदा हो गया है. वहीं, कांग्रेस ने 48 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी, और अब उसने पांच और सीटों के उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं. इनमें किशनगंज सीट भी शामिल है, जहां कांग्रेस ने अपने मौजूदा विधायक को हटाकर AIMIM से आए एक नेता को टिकट दिया है. आरोप हैं कि कांग्रेस ने टिकट बेचे हैं, जबकि पार्टी नेता कह रहे हैं कि समझौता होने वाला है.

आठ सीटों पर आमने-सामने की आशंका

गठबंधन में समन्वय की कमी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कम से कम आठ सीटों पर एक ही गठबंधन के दो-दो उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें से तीन सीटों पर RJD और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला हो सकता है. वहीं, सत्तारूढ़ NDA में भी सब कुछ ठीक नहीं दिख रहा। जद(यू) ने अंतिम समय में अमौर सीट पर अपना उम्मीदवार बदल दिया और पूर्व भाजपा नेता सबीर अली को टिकट दे दिया, जिन्हें 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने के कारण पार्टी से निकाला गया था.

कितनी सीटों पर लड़ रहे नितीश?

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी JDU, जो भाजपा के बराबर 101 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, ने आखिरी समय में अमौर से पूर्व राज्यसभा सांसद साबिर अली को मैदान में उतारने का फैसला किया, जहाँ से उसने पहले सबा ज़फ़र को उम्मीदवार बनाया था, जो 2020 की उपविजेता थीं और जिन्होंने पांच साल पहले भी भाजपा के चुनाव चिन्ह पर यह सीट जीती थी.

दिलचस्प बात यह है कि अली को 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने के कारण जद (यू) से निकाल दिया गया था, जिन्हें पार्टी सुप्रीमो अपना कट्टर विरोधी मानते थे. बाद में अली भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का महासचिव बनाया गया है.

NDA की मढ़ौरा सीट पर कोई उम्मीदवार नहीं

सत्तारूढ़ गठबंधन को मढ़ौरा सीट पर भी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, यहां केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की उम्मीदवार भोजपुरी अभिनेत्री से नेता बनीं सीमा सिंह का नामांकन पत्र तकनीकी आधार पर खारिज कर दिया गया.

यह सीट अब पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक जितेंद्र कुमार राय के पक्ष में एकतरफा मुकाबले की ओर बढ़ती दिख रही है, जिन्हें सिर्फ जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार अभय सिंह ही चुनौती दे सकते हैं. हालांकि, पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी ने एक छोटी सी चूक पर अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए चुनाव आयोग को ज्ञापन दिया है.

रूस से तेल खरीदना जारी रखेगा भारत? डोनाल्ड ट्रंप के दावे पर विदेश मंत्रालय ने दिया जवाब

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भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के उन दावों को लेकर जवाब दिया, जिनमें कहा गया था कि भारत जल्द ही रूस से तेल की खरीद को रोक सकता है। भारत ने साफ कर दिया है कि उसकी प्राथमिकता भारत के लोग हैं और कुछ नहीं। ट्रंप के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत का तेल आयात भारत के हितों की रक्षा के आधार पर तय होता है। भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना भारत की प्राथमिकता है।

देश के हितों को सुरक्षित रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने गुरुवार को ट्रंप के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत एक बड़ा तेल और गैस आयातक देश है और अस्थिर वैश्विक ऊर्जा बाजार में देश के हितों को सुरक्षित रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जायसवाल ने कहा कि हमारी ऊर्जा नीति के दो प्रमुख लक्ष्य हैं, जिसमें स्थिर ऊर्जा कीमतें बनाए रखा और आपूर्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल हैं। इसी उद्देश्य से भारत अपने ऊर्जा स्रोतों को अलग-अलग बना रहा है और बाजार की परिस्थितियों के अनुसार आयात नीतियां तय कर रहा है।

अमेरिका के साथ तेल खरीद पर बातचीत जारी

विदेश मंत्रालय के बयान में आगे कहा गया, जहां तक अमेरिका का सवाल है, हम कई वर्षों से अपनी ऊर्जा खरीद का विस्तार करने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले दशक में इसमें लगातार प्रगति हुई है। मौजूद अमेरिकी प्रशासन ने भारत के साथ ऊर्जा सहयोग को गहरा करने में रुचि दिखाई है। इस पर चर्चाएं जारी हैं।

डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा था?

इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में दिया। एएनआई ने एक सवाल किया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति भारत को एक विश्वसनीय साझेदार मानते हैं? इस पर ट्रंप ने कहा, हां, बिल्कुल। वह (पीएम मोदी) मेरे मित्र हैं। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। भारत रूस से तेल खरीद रहा है, इससे मैं खुश नहीं था। हालांकि, उन्होंने अब मुझे आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा। यह एक बड़ा कदम है।

भारत को मिल सकती है कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी, इस शहर में होगा आयोजन

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भारतीय के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। भारत को अब कॉमनवेल्थ 2030 की मेजबानी मिलने वाली है। जिसका आयोजन गुजरात के अहमदाबाद में किया जाएगा। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर यह बड़ा ऐलान किया। एस जयशंकर ने इसे भारत के लिए गौरव का पल करार दिया।

एस जयशंकर ने अपनी पोस्ट में लिखा- भारत कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी अहमदाबाद में करेगा, जो भारत और गुजरात के लिए गौरव का क्षण है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वस्तरीय बुनियादी ढाँचे और खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के दृष्टिकोण का प्रमाण है। कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन से भारत को ओलंपिक की मेजबानी हासिल करने में काफी मदद मिलेगी। भारत का अगला बड़ा लक्ष्य ओलंपिक गेम्स का पहली बार अपने यहां आयोजित करना है।

26 नवंबर को आखिरी फैसला

कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के एग्जीक्यूटिव बोर्ड ने 15 अक्टूबर को ये बताया कि भारत को बिडिंग प्रोसेस में शामिल किया जाता है। भारत की तरफ से राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन के लिए अहमदाबाद का नाम दिया गया था।कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स की कार्यकारी समिति ने इस पर अपनी सहमति दे दी है और इसका औपचारिक अनुमोदन 26 नवंबर को किया जाएगा। 26 नवंबर को ही आखिरी फैसला आएगा कि कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 कौन सा देश होस्ट करेगा।

भारत के साथ नाइजीरिया भी मेजबानी की दौड़ में

2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के लिए दुनिया भर के शहरों को 31 मार्च 2025 तक अपनी रुचि दर्ज करनी थी। इसके बाद, उन्हें अगले पांच महीनों में, यानी 31 अगस्त 2025 तक अपना विस्तृत 'बिड डॉक्युमेंट' या 'बिड डोजियर' जमा करना था। इस दस्तावेज में हर शहर को यह विस्तार से बताना था कि वह गेम्स के आयोजन के लिए क्या रणनीति अपनाएगा। साथ ही खेल सुविधाएं, खेल गांव, सुरक्षा व्यवस्था और आयोजन के बाद के प्लान जानकारी भी देनी थी। इसके बाद, कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स फेडरेशन (CGF) को इन सभी प्रस्तावों का मूल्यांकन कर नवंबर के अंत तक अंतिम निर्णय लेना था। समय सीमा से पहले केवल दो देशों, भारत (अहमदाबाद) और नाइजीरिया (अबुजा) ने 2030 सेंचुरी कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के लिए अपनी बोली प्रस्तुत की।

क्या भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगे, ट्रंप बोले- पीएम मोदी ने मुझे आश्वासन दिया, जानें दावों में कितनी सच्चाई?

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर देश का सियासी तापमान बढ़ाने वाला बयान दा है। ट्रंप ने बुधवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा। उन्होंने कहा कि भारत तुरंत ऐसा नहीं कर सकता लेकिन वह जल्द ही यह कदम उठाएगा। उन्होंने बुधवार को व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों को ये जानकारी दी।

ट्रंप ने कहा, मैं इस बात से खुश नहीं था कि भारत तेल खरीद रहा है और उन्होंने आज मुझे आश्वासन दिया कि वे रूस से तेल नहीं खरीदेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसे रूस को आर्थिक रूप से अलग-थलग करने के प्रयास में 'बड़ा कदम' बताया।उन्होंने आगे कहा कि अगर भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देता है तो उनके लिए रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष विराम कराने में आसानी होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि संघर्ष खत्म होने के बाद भारत फिर से रूस से तेल खरीद सकेगा।

ट्रंप ने क्या कहा?

डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में दिया। एएनआई ने एक सवाल किया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति भारत को एक विश्वसनीय साझेदार मानते हैं? इस पर ट्रंप ने कहा, हां, बिल्कुल। वह (पीएम मोदी) मेरे मित्र हैं। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। भारत रूस से तेल खरीद रहा है, इससे मैं खुश नहीं था। हालांकि, उन्होंने अब मुझे आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा। यह एक बड़ा कदम है। अब हमें चीन से भी यही करवाना होगा।

भारत सरकार ने ट्रंप के दावे की पुष्टि नहीं की

ट्रंप ने आगे कहा कि राष्ट्रपति पुतिन से बस यही चाहते हैं कि वे इस युद्ध को रोकें और यूक्रेनियों और रूसियों को मारना बंद करें क्योंकि वे बहुत सारे रूसियों को मार रहे हैं। जेलेंस्की और व्लादिमीर पुतिन के बीच एक-दूसरे के लिए नफरत बहुत ज्यादा है, जो एक बड़ी रुकावट है। ट्रंप ने कहा कि लेकिन उन्हें लगता है कि हम उन्हें सुलझा लेंगे। उन्होंने कहा कि अगर भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा तो यह काम और आसान हो जाएगा और युद्ध खत्म होने के बाद व्यापार फिर से शुरू हो जाएगा। नई दिल्ली ने अभी तक ट्रंप के दावे को लेकर पुष्टि नहीं की है।

रूस पर दबाव बढ़ा रहे डोनाल्ड ट्रंप

ट्रंप का बयान ऐसे समय में आया है, जब अमेरिकी यूक्रेन में युद्ध रोकने के लिए रूस की आर्थिक नाकेबंदी कर रहा है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि मॉस्को के खिलाफ प्रतिबंध कारगर हों। रूसी तेल खरीदना बंद करने का वादा वैश्विक ऊर्जा कूटनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है।

निशिकांत दुबे ने यूएन में पाकिस्तान को जमकर सुनाया, बोले-उपदेश न दे, पहले आईने में चेहरा देखे

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भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है। बाल अधिकारों के गंभीर उल्लंघन और सीमा पार आतंकवाद पर भारत ने पाकिस्तान को खरी-खोटी सुनाई है। भाजपा नेता और लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की आलोचना की। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में उसकी हार का हवाला दिया। पाकिस्तान पर बच्चों और आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र के एजेंडे (सीएएसी) के गंभीर उल्लंघन का आरोप लगाया।

निशिकांत दुबे ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के एक सत्र में ‘‘बाल अधिकारों का संवर्धन और संरक्षण’’ विषय पर भारत की ओर से वक्तव्य दे रहे थे। उन्होंने ‘चाइल्ड हेल्पलाइन’ जैसी पहल और बाल तस्करी से निपटने के लिए उठाए गए कदमों के माध्यम से बाल अधिकारों को बनाए रखने के लिए भारत के प्रयासों को स्वीकार करने पर सदस्य देशों को धन्यवाद दिया। वहीं, बीजेपी सांसद ने पाकिस्तान को सीएसी का उल्लंघन करने वालों में से एक बताया। 

पाक में बच्चों के खिलाफ गंभीर अत्याचार

निशिकांत दुबे ने पाकिस्तान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान और भारत में स्कूलों और बच्चों को निशाना बनाकर संयुक्त राष्ट्र के बच्चे और सशस्त्र संघर्ष एजेंडा का उल्लंघन किया है। दुबे ने कहा कि हम कड़ी निंदा करते हैं कि पाकिस्तान अपने देश में बच्चों के खिलाफ गंभीर अत्याचारों से दुनिया का ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा है, जैसा कि सचिव-जनरल की 2025 की रिपोर्ट में दिखाया गया है। इसके अलावा, इस रिपोर्ट में पाकिस्तान द्वारा स्कूलों में स्वास्थ्यकर्मियों और विशेष रूप से लड़कियों के स्कूलों पर किए गए हमलों और अफगानिस्तान सीमा के पास सीमा पार गोलाबारी और हवाई हमलों में बच्चों की मौत और चोट की घटनाओं का भी जिक्र है।

पाक के बयानों को पूरी तरह पाखंड करार दिया

बीजेपी सांसद ने कहा कि, पाकिस्तान की सेना द्वारा अफगानिस्तान की सीमा के पास किए गए हमलों और हवाई हमलों में कई अफगान बच्चों की मौत हुई है या वे घायल हुए हैं। इसके लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान जिम्मेदारी है। उन्होंने मई 2025 में पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय सीमावर्ती गांवों पर की गई फायरिंग की भी कड़ी आलोचना भी की। दुबे ने पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय बयानों को पूरी तरह पाखंडी करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे काम करने के बाद पाकिस्तान का वैश्विक मंचों पर बोलना बिल्कुल अनुचित है।

पाकिस्तान को खुद को आईने में देखना चाहिए- निशिकांत दुबे

निशिकांत ने कहा, पाकिस्तान को खुद को आईने में देखना चाहिए, इस मंच पर उपदेश देना बंद करना चाहिए, अपनी सीमाओं के भीतर बच्चों की सुरक्षा के लिए कदम उठाना चाहिए और अपनी सीमाओं के पार महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाना बंद करना चाहिए।

भारत महान देश और मेरे बहुत अच्छे दोस्त वहां...', शाहबाज शरीफ के सामने ही ट्रंप ने की पीएम मोदी की तारीफ

#indiaisagreatcountrydonaldtrumppraisespm_modi 

सोमवार को मिस्र में हुए गाजा पीस समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिना नाम लिए तारीफ की। ऐसा ट्रंप ने तब किया जब पास में ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी खड़े थे। दरअसल, पाक पीएम प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सोमवार को मिस्र के शर्मअल शेख में गाजा पीस समिट के दौरान ट्रंप की खुलकर तारीफ की। उन्होंने ट्रंप को ‘मैन ऑफ पीस’ कहकर पुकारा। हालांकि, ट्रंप ने उसी वक्‍त भारत को महान देश बता द‍िया। इतना ही नहीं, शहबाज शरीफ से हामी भी भरवा ली।

गाजा समझौते के बीच ट्रंप ने की पीएम मोदी की तारीफ

ट्रंप ने गाजा में इजराइल-हमास के बीच करीब दो साल से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए युद्ध विराम पर बनी सहमति के बाद मिस्र के शर्म अल शेख शहर में विश्व नेताओं के एक सम्मेलन को संबोधित किया। ट्रंप ने मिस्र के शर्म अल-शेख शिखर सम्मेलन में इजराइल-हमास युद्ध को खत्म करने वाले ऐतिहासिक शांति समझौते पर हस्ताक्षर के बाद कहा, भारत एक महान देश है और वहां मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त है, जिसने शानदार काम किया है। 

ट्रंप ने शहबाज शरीफ से पूछा-सब ठीक है?

ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के संबंधों में सुधार आने की उम्मीद भी जताई है। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तान और भारत बहुत अच्छे से साथ रहेंगे। यह बोलने के बाद उन्होंने अपने ठीक पीछे खड़े शहबाज शरीफ से पूछा, ठीक है? इसपर शरीफ मुस्कुराए और सिर हिलाकर सहमति जताई।

हम तीसरा विश्व युद्ध नहीं लड़ेंगे-ट्रंप

इस दौरान ट्रंप ने गाजा शांति शिखर सम्मेलन में कहा कि यह मध्य पूर्व से परे दुनिया के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है। हम सभी इस बात पर सहमत हैं कि गाजा का समर्थन लोगों के उत्थान के लिए ही किया जाना चाहिए। लेकिन हम अतीत में हुए रक्तपात, घृणा या आतंक से जुड़ी किसी भी चीज को वित्तपोषित नहीं करना चाहते। हम इस बात पर भी सहमत हैं कि गाजा के पुनर्निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि इसे विसैन्यीकृत किया जाए और गाजा में लोगों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए एक नए ईमानदार नागरिक पुलिस बल की स्थापना की जाए। मैं एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने में भागीदार बनने का इरादा रखता हूं। उम्मीद है कि तीसरा विश्व युद्ध नहीं होगा, लेकिन यह मध्य पूर्व में शुरू नहीं होने वाला है। हम तीसरा विश्व युद्ध नहीं लड़ेंगे।

Parvathy Ananthanarayanan Mangala: Spreading Ancient Wisdom for Modern Living

In the sacred city of Ayodhya, where timeless wisdom meets modern aspiration, Parvathy Ananthanarayanan Mangala is crafting a unique literary legacy through her initiative, Ram SwaRajya Library. A writer, thinker, and believer in the transformative power of spirituality, Parvathy has dedicated herself to bridging the gap between ancient Indian values and contemporary life.Through her collection of short spiritual fiction books, written under the pen name Ram SwaRajya, she weaves stories that draw inspiration from Lord Rama’s ideals of truth, compassion, and righteousness. Each story — designed to be read in just 15 to 20 minutes — offers readers a spark of inspiration, reminding them that age-old wisdom still holds the key to peace and purpose in the 21st century.

The vision behind the Ram SwaRajya Library was born from Parvathy’s personal journey through emotional pain and resilience. Despite facing misunderstandings and life’s challenges, she chose not to surrender but to transform her experiences into meaningful stories that could uplift others walking similar paths. Her goal is simple yet profound: to make spirituality accessible and relevant to everyone, regardless of age or background.

Parvathy’s journey is one of courage and conviction. Leaving behind her home in Dombivli, Maharashtra, she moved to Ayodhya in July 2025, funding her dream entirely through personal savings, credit loans, and the generosity of a few well-wishers. In just 60 days, she wrote 11 books, two of which are already available on Amazon. Her dedication stands as a powerful example of what faith and determination can achieve.

Digital technology, including tools like WhatsApp, online publishing, and AI, played a vital role in turning her vision into reality—proving how tradition and technology can coexist harmoniously for a greater purpose.

Looking ahead, Parvathy envisions expanding the Ram SwaRajya Library to include 1,000 books that celebrate Indian culture, spirituality, and human values. Her mission is not just to write books but to build a global repository of wisdom that inspires readers to live more meaningful, compassionate lives.

In every sense, Parvathy’s work embodies the essence of humanity—using words as her instrument to heal, inspire, and elevate the collective consciousness of society.

Readers can visit this link to know about her initiative -

www.wiseom.co.in/2025/10/welcome-to-ram-swarajya-library-journey.html

Rising infrastructure and tech growth set to pave way for logistics and warehousing demands in Bengaluru.

As India’s leading logistics and technology hub, Bengaluru with its enhanced connectivity through the Kuehne + Nagel air logistics gateway, Namma Metro Yellow Line, and emerging tech developments like Quantum City offers the ideal backdrop for innovation. Against this backdrop, the city is set to host Intralogistics & Warehousing Expo 2025 from 6–8 November 2025 at KTPO, Whitefield. Co-located with Material Handling Expo and E-Commerce Logistics Expo, the expo will bring together global and Indian leaders in automation, warehousing, logistics, and supply chain management to explore innovations shaping the industry’s future.

Visitors will experience live demonstrations of warehouse automation, AIDC (automatic identification and data capture), material handling equipment, and infrastructure solutions, alongside exhibits from 165+ companies representing 225+ brands and showcasing over 1200 advanced technologies. The expo will also provide networking opportunities with 10,000+ industry professionals from manufacturing, retail, e-commerce, FMCG, and pharmaceutical sectors, while the co-located E-Commerce Logistics Conference will feature thought leaders discussing the future of digital logistics and supply chain efficiency.

Featured Exhibitors Include:

Gandhi Automations, SOTI, ACE (Action Construction Equipment), Cloudleap, Epack, MHE Bazar, AAVON Steels Manufacturing, Avains, Central Warehousing Corporation, Nilkamal Material Handling, Sany Heavy Industry, Saint-Gobain India, Mutual Industries, Indo.S.Technologies, Kohinoor Business Park, Path Logicity, RR Industrial Packaging, Sahay Racks, Swastik Industries International among many others.

Distinguished Speakers Representing:

BigBasket, Reliance Retail, IKEA, Swiggy Instamart, Carl Zeiss, Zepto, Cargill, Bata India, SNITCH, Britannia Industries, Raymond Lifestyle, Country Delight, Fossil Group, Flipkart, Mondelez India Foods, Jockey India, AkzoNobel, FreshToHome, Diageo India, Himalayan Natives, Spykar Lifestyles, ABB, River Mobility, Kearney, Casa Grande, C.R. Narayana Rao, AESA, and several other esteemed organizations.

Industry Endorsements

"The Intralogistics & Warehousing Expo is a must-attend event for freight forwarders, offering a unique opportunity to explore innovative solutions that drive operational efficiency and business growth. We encourage all industry professionals to attend, experience the latest technologies firsthand, and build valuable networks" – Pramod Sant, Federation of Freight Forwarders’ Associations of India (FFFAI)

"For warehousing developers and supply chain professionals, this expo serves as the perfect platform to discover advanced automation, storage solutions, and smart logistics technologies. Attendees can gain practical insights, connect with leading solution providers, and stay ahead of emerging industry trends" – Amit Mittal, Association of Warehousing Developers (AWD)

Attending Intralogistics & Warehousing Expo offers access to India’s leading platform for automation, robotics, material handling, and supply chain technologies. Co-located with the Material Handling and E-Commerce Logistics Expos, the event provides a comprehensive overview of the logistics and warehousing landscape, bringing together leading solution providers and key industry decision-makers under one roof.

बिहार में खत्म नहीं हो रही सीट शेरिंग का टेंशन, 12 सीटें मांग रही हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम

#jmmbiharassemblyelection2025indiaallianceseatsharing

बिहार चुनाव के लिए पहले चरण के नामांकन आज से शुरु हो गए है। लेकिन अभी तक जन सुराज को छोड़कर किसी भी दल ने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं है। एनडीए के साथ साथ महागठबंधन में भी सीट शेयरिंग को लेकर माथा पच्ची जारी है। इस बीच महागठबंधन में शामिल झारखंड की सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने भी अपने लिए बड़ी मांग रख दी है। जेएमएम ने ‘इंडिया’ गठबंधन में 12 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है।

जेएमएम ने आरजेडी को 12 सीटों की सूची सौंपी

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने के मुताबिक हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम ने आरजेडी को 12 सीटों की सूची सौंपी है। बिहार में जेएमएम 12 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। जेएमएम तारापुर, कटोरिया, मनिहारी, झाझा, बांका, ठाकुरगंज, रूपौली, रामपुर, बनमनखी, जमालपुर, पीरपैंती और चकाई सीट चाहती है।

सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत जारी

जेएमएम के महासचिव विनोद कुमार पांडे ने कहा कि इंडिया गठबंधन के घटकों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बात चल रही है। सीट बंटवारे को अगले एक-दो दिन में अंतिम रूप दे दिया जाएगा। विनोद कुमार पांडे ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, हमने पिछले दिनों में पटना में हुई एक बैठक के दौरान बिहार में इंडिया गठबंधन के घटकों के नेताओं को अपनी मंशा से अवगत करा दिया था। हमने अपने पार्टी नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी बैठक के नतीजों के बारे में बता दिया है। अब, मुख्यमंत्री सोरेन इंडिया गठबंधन के सहयोगियों के साथ चर्चा के बाद बिहार में जेएमएम की ओर से चुनाव लड़ी जाने वाली सीटों पर अंतिम फैसला लेंगे।

कांग्रेस ने अपने हिस्से की सभी सीटों पर तय किए उम्मीदवार

कांग्रेस ने अपने हिस्से की सभी सीटों पर उम्मीदवार के नाम फाइनल कर दिए हैं। इस बात के संकेत बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने भी दिए है। राजेश राम का कहना है कि, हमने अपने उम्मीदवारों के सभी विधानसभा क्षेत्र तय कर लिए है। आने वाले समय में सभी लोग इंडिया गठबंधन की चुनावी ताकत और संघर्ष को देखेंगे। सीटों की आधिकारिक घोषणा बहुत जल्द की जाएगी।

सीट शेयरिंग पर इन फॉर्मूले पर बन सकती है बात

महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर माथापच्ची जारी है। इस बीच दो फॉर्मूला सामने आए है। इनमें किसी एक पर मुहर लग सकती है। राज्य में विधानसभा की 243 सीटें है। पहले फार्मूले के तहत आरजेडी 138, कांग्रेस 52, वाम दल 35,वीआईपी पार्टी 15, आरएलजेपी 2, जेएमएम को 1 सीटें दी जा सकती हैं। जबकि दूसरे फॉर्मूले के तहत आरजेडी 130, कांग्रेस 55, वाम दल 35, वीआईपी 18, आरएलजेपी 3, जेएमएम को 2 सीटें मिल सकती हैं।