वरिष्ठ साहित्यकार न्यायमूर्ति सुधीर नारायण को साहित्यरत्न सम्मान से किया गया अलंकृत।
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साहित्यकार सत्कार आपके द्वार योजना प्रयागराज में प्रतिमाह बना रही नया कीर्तिमान।
संजय द्विवेदी प्रयागराज। साहित्यांजलि प्रकाशन प्रयागराज के द्वारा प्रत्येक माह साहित्यकार सत्कार:आपके द्वार"सम्मान योजना के अन्तर्गत प्रति माह एक नया कीर्तिमान स्थापित किया जा रहा है।शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रकाशन के वरिष्ठ-उपसंपादक एवं भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव डा•योगेन्द्र कुमार मिश्र विश्वबन्धु की अध्यक्षता में न्यायमूर्ति एवं वरिष्ठ साहित्यकार सुधीर नारायण को उनके चिन्तामणि मार्ग स्थित आवास पर मोती माला अंगवस्त्र साहित्यरत्न सम्मान पत्र एवं स्मृति-चिन्ह के साथ साथ मिथिला पाग प्रदान कर सम्मानित किया गया।इस भव्य सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रकाशन के संरक्षक एडवोकेट डा• बालकृष्ण पाण्डेय ने कहा कि सुधीर नारायण जहाँ एक ओर न्यायक्षेत्र में अमिट योगदान के लिए अविस्मरणीय रहेंगे वहीं "सुर सरिता"आदि काव्य-संग्रह जैसे उपादेयी ग्रन्थों के माध्यम से साहित्यिक क्षेत्र में उनके महती योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।अनेक साहित्यिक ग्रंथों के अलावा "ॐ"पर तीन खंडों में यथाशीघ्र प्रकाशित होकर आने वाला उनका ग्रंथ साहित्य के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।इतना ही नहीं उनके द्वारा सृजित अनेक पेंटिंग्स उनकी बहुमुखी प्रतिभा के साथ उन्हें एक चिन्तक-विचारक और दार्शनिक कलेवर से युक्त विराट व्यक्तित्व का निर्माण करती है।उनका सौम्य और सरल-सहज व्यवहार उनके अति मानवीय दृष्टिकोण का साक्षात प्रमाण है।प्रकाशन के व्यवस्थापक एवं महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर साहित्य अंजलि प्रभा के उपसंपादक डा• रामलखन चौरसिया वागीश सहसंपादक कवि-कलाकार डॉ रवीन्द्र कुशवाहा कवि शम्भूनाथ श्रीवास्तव पूर्व प्रधानाचार्या प्रेमलता मिश्रा तथा रेखा तिवारी ने भी जज साहब के सम्मान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
Sep 07 2025, 15:32