गलती से सीमा पार हो गया बीएसएफ जवान, 48 घंटे बाद भी पाकिस्तान ने नहीं छोड़ा
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पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव साफ बढ़ता दिख रहा है। इस बीच गलती से बॉर्डर पार गए बीएसएफ जवान को पाकिस्तान ने छोड़ने से मना कर दिया है। बीएसएफ के एक जवान को पाकिस्तान रेंजर्स ने बुधवार को हिरासत में लिया था। जवान को वापस लाने के लिए बीएसएफ के अधिकारी पाकिस्तान रेंजर्स के बात कर रहे हैं। बीएसएफ एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जवान की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए फ्लैग मीटिंग बुलाई, लेकिन मीटिंग बेनतीजा रही।
इंडिया टुडे टीवी की रिपोर्ट के मुंताबिक सेना के सूत्रों ने बताया कि बुधवार दोपहर पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) को गलती से पार करने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया है। यह घटना बुधवार को हुई जब कांस्टेबल पीके सिंह नामक 182वीं बीएसएफ बटालियन के जवान भारत-पाक सीमा के पास खेतों के पास ड्यूटी पर थे। नियमित गतिविधि के दौरान सिंह अनजाने में भारतीय सीमा की बाड़ को पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए, जहां उन्हें फिरोजपुर सीमा के पार पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया।
बैठक में नहीं बनी बात
बुधवार को पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा जवान को हिरासत में लेने की सूचना मिलते ही बीएसएफ के अधिकारी बॉर्डर पर पहुंचे। जवान को छुड़वाने के लिए पाकिस्तानी रेंजर्स और बीएसएफ के अधिकारियों के बीच बॉर्डर पर बुधवार रात तक फ्लैग मीटिंग की गई थी, लेकिन जवान को रिहा नहीं किया गया। ऐसे में गुरूवार दोपहर को फिर से दोनों मुल्कों के अधिकारियों के बीच बैठक हुई। इस बैठक में भी कोई हल नहीं निकला और पाकिस्तान ने जवान पीके सिंह को नहीं लौटाया।
छांव में बैठने के लिए गलती से जीरो लाइन पार की
बता दें कि जीरो लाइन से पहले इस क्षेत्र में किसानों को विशेष परमिट के साथ खेती करने की इजाजत दी जाती है। फसल बोने और काटने के दौरान बीएसएफ के जवान उनके साथ तैनात रहते हैं। इन्हें किसान गार्ड भी कहा जाता है। कंटीली तार जीरो लाइन से काफी पहले है। जीरो लाइन पर सिर्फ पिलर लगे हैं। पाकिस्तान ने अपनी तरफ कंटीली तार नहीं लगाई है। इस कारण गर्मी के कारण जवान पेड़ की छांव में बैठने के लिए गलती से जीरो लाइन पार कर पाकिस्तानी सीमा में चला गया। इतने में पाकिस्तानी रेंजर्स बीएसएफ की चेक पोस्ट जल्लोके पर पहुंच गए और उन्होंने बीएसएफ जवान को हिरासत में लेकर उसके हथियार कब्जे में ले लिए।
पहलगाम हमले के कारण मामला हुआ जटिल
रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए जल्द रिहाई की मांग की है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब पहलगाम हमले ने दोनों देशों के रिश्तों को तनावपूर्ण बना दिया है। इस तरह के बॉर्डर क्रॉसिंग के मामले आमतौर पर कूटनीतिक प्रोटोकॉल के तहत जल्द सुलझ जाते हैं, लेकिन पहलगाम हमले ने दोनों देशों के रिश्तों को इतना तनावपूर्ण बना दिया है कि यह मामला जटिल हो गया है।
Apr 25 2025, 14:22