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7 hours ago

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने पीएम मोदी से की मुलाकात, आईसीईटी समेत इन मुद्दों पर की चर्चा

#us_national_security_advisor_nsa_met_pm_modi_in_new_delhi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नई दिल्ली में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन से मुलाकात की और द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों, खासकर सेमीकंडक्टर , एआई और दूरसंचार जैसी महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों ( आईसीईटी ) पर पहल के तहत चर्चा की। प्रधानमंत्री ने सभी क्षेत्रों में बढ़ती द्विपक्षीय साझेदारी की गति और पैमाने और आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों के अभिसरण पर संतोष व्यक्त किया।प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में यह जानकारी दी।

पीएमओ ने कहा, ‘‘एनएसए सुलिवन ने प्रधानमंत्री को द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति के बारे में जानकारी दी। विशेष रूप से महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों (आईसीईटी) पहल के तहत सेमीकंडक्टर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम मेधा), दूरसंचार, रक्षा, महत्वपूर्ण खनिज, अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों के बारे में।’’

बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने सभी क्षेत्रों में बढ़ती द्विपक्षीय साझेदारी की गति और पैमाने और आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों के आदान-प्रदान पर संतोष व्यक्त किया। इस दौरान, प्रधानमंत्री ने जी7 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति बाइडन के साथ अपनी हाल की सकारात्मक बातचीत को याद किया। पीएमओ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने वैश्विक भलाई के लिए व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना जारी रखने और नए कार्यकाल में इसे और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने की प्रतिबद्धता दोहराई।’’

वहीं, प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट पर करते हुए मुलाकात की तस्वीर साझा कर लिखा कि वैश्विक भलाई के लिए भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। मोदी 3.0 सरकार के कार्यकाल के दौरान जो बाइडन के किसी प्रशासनिक अधिकारी की ये पहली भारत यात्रा है।

इससे पहले, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने भी सोमवार को सुविलन से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण और द्विपक्षीय रक्षा संबंधों और क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की। दोनों देशों ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन के बीच वार्ता के दौरान लंबे समय से चली आ रही बाधाओं को दूर करने का वादा करते हुए सहयोग को करने वाले परिवर्तनकारी पहल की घोषणा की। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन के बीच विस्तृत बातचीत के बाद यह घोषणा की गई। दोनों ने भारत के 31 एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन खरीद की योजना, सेना के लिए लड़ाकू वाहनों के संयुक्त निर्माण और जीई एयरोस्पेस व हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के बीच लड़ाकू विमानों के इंजन (जीई एफ414) के उत्पादन को लेकर चल रही बातचीत की भी समीक्षा की।

सुलिवन भारत के दो दिन के दौरे पर हैं। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में बाइडन प्रशासन के किसी बड़े अधिकारी की यह पहली यात्रा है।सुलिवन के भारत दौरे से तीन दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने इटली के अपुलिया क्षेत्र में जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की थी।

bablusah

Jun 15 2024, 17:19

देवघर-महिंद्रा पावरोल अधिकृत जीओईएम शारदा डीजल प्राइवेट लिमिटेड ने आज झारखंड के देवघर में अपना सौपीसीबी IV+ डीजल जेनसेट लॉन्च किया।
देवघर: झारखंड 15 जून, 2024  उत्पाद आज प्रदर्शन के लिए उपलब्ध है। CPCB IV+ जेनसेट का निर्माण 10kVA से 320kVA तक रांची, झारखंड में शारदा डीजल के प्लांट में किया जाता है। इन इंजनों को चेन्नई में महिंद्रा रिसर्च वैली में इसके अनुसंधान एवं विकास केंद्र में डिजाइन किया गया है। पुणे एव नागपुर में इसके संयंत्र में निर्मित किया गया है। सीपीसीबी 4+ (10VA-320kVA) की यह नई रेंज महिंद्रा पावरोल का नवीनतम संयोजन है जो पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ‌द्वारा घोषित नवीनतम उत्सर्जन मानदंडों के अनुरूप है। ये जैनसेट तकनीकी रूप से उन्नत सीआरडीआई इंजन से सुसज्जित हैं। सीआरडीआई इंजन बेहतर और उन्नत कॉमन रेल डीजल इंजन (सीआरडीई) तकनीक से संचालित होते हैं। सीआरडीई तकनीक भविष्य के लिए तैयार है और भारी शुल्क प्रदर्शन और ईधन दक्षता के लिए जानी जाती है। यह मानक उत्सर्जन मानदंडों से परे जाकर प्रदूषण को काफी कम करता है। CPCB IV+ मानदंडों का लक्ष्य नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx), पार्टिकुलेट मैटर (PM), और हाइड्रोकार्बन (HC) जैसे प्रदूषकों के उत्सर्जन को 90% तक कम करना है। यह पर्यावरण के अनुकूल और स्वच्छ है, स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, उन्नत प्रौद्योगिकी है, ईधन कुशल है और ग्राहकों के लिए लागत बचत है। आज का लॉन्च सीपीसीबी IV+ डीजल जनरेटर में प्रवेश का प्रतीक है। उपभोक्ताओं को उन्नत और सुलम तकनीकों की पेशकश करना महिंद्रा का निरंतर प्रयास है, नवीनतम तकनीक के साथ 10kVA-320kVA डीजी की बिल्कुल नई रेंज इस दर्शन की गवाही देती है। यह भविष्य के लिए तैयार तकनीक कम परिचालन लागत पर कम उत्सर्जन और उच्च प्रदर्शन प्रदान करने के लिए तैयार है, जिससे ग्राहक केंद्रितता में मानक बढ़ जाएगा। महिंद्रा पावरोल डीजी सेट भारत में सबसे व्यापक सेवा नेटवर्क द्वारा समर्थित हैं। ग्राहक को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए नेटवर्क बहुत अच्छी तरह से सुसज्जित है। विशेषों की टीम ग्राहक को कम से कम समय में मदद करने के लिए सबसे इष्टतम और उपयुक्त समाधान चुनने में मदद कर सकती है सादर - महिंद्रा पॉवरोल परिवार शारदा डीजल प्राइवेट लिमिटेड परिवार अधिकृत सेल्स डीलर- संतोष कुमार आर के टायर्स, देवघर, झारखंड

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Jun 14 2024, 18:23

जी-7 सम्मेलन में पहुंचे पीएम मोदी, मैक्रों-सुनक के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की मुलाकात

#pmmodig7_summit

लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी अपनी पहली विदेश यात्रा पर इटली में हैं। यहां वह जी7 समिट में शिरकत करने आए हैं। इस मौके पर पीएम मोदी ने ताबड़तोड़ कई द्विपक्षीय बैठकें की हैं। उन्‍होंने फ्रांस के राष्‍ट्रपति, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री, यूक्रेन के राष्‍ट्रपति आदि से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की। इसके अलावा प्रधानमंत्री अपने एक दिन के दौरे में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की ओर से आयोजित कृत्रिम मेधा यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्यसागरीय क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने वाले एक सत्र में हिस्सा लेंगे। इस सत्र में पोप फ्रांसिस भी शामिल होंगे।

पीएम मोदी ने की फ्रांस के राष्ट्रपति से मुलाकात

जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने इटली पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉं से मुलाकात की। दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने रक्षा, एआई (कृत्रिम मेधा), महत्वपूर्ण तकनीक और अंतरिक्ष जैसे प्रमुख क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की। पीएम मोदी ने आगामी पेरिस ओलंपिक 2024 की मेजबानी के लिए राष्ट्रपति मैक्रों को शुभकामनाएं दीं।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से पीएम मोदी की मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर अपुलिया में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान पीएम मोदी ने भारत-ब्रिटेन के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।

जेलेंस्‍की के साथ पीएम मोदी की द्विपक्षीय वार्ता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्‍मेलन से इतर युद्धग्रस्‍त यूक्रेन के राष्‍ट्रपति व्‍लोदोमिर जेलेंस्‍की से मुलाकात की है। दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत हुई। रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है और दोनों देशों के बीच सशस्‍त्र संघर्ष जारी है। यूक्रेन इस खूनी संघर्ष को खत्‍म कराने के लिए विश्‍व समुदाय से लगातार अपील कर रहा है।

जी7 शिखर सम्मेलन के 'आउटरीच सत्र' को भी संबोधित करेंगे पीएम मोदी

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने हवाई अड्डे से एक वीडियो संदेश में कहा कि भारत के प्रधानमंत्री जी7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए इटली के ब्रिंडिसी हवाई अड्डे पहुंचे। उनका शुक्रवार का दिन बेहद व्यस्त रहने वाला है। हमारी एक के बाद एक कई वैश्विक नेताओं से साथ द्विपक्षीय बैठकें हैं। वह जी7 शिखर सम्मेलन के 'आउटरीच सत्र' को भी संबोधित करेंगे।

srivastavanitesh63

Jun 14 2024, 16:05

*मुख्यमंत्री अभ्युदय नि:शुल्क कोचिंग हेतु प्रतिभाशाली/इच्छुक प्रतियोगी छात्र/ छात्राएं प्रवेश हेतु करे 25 जून तक करें आवेदन*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ0 ऐश्वर्य राजलक्ष्मी द्वारा पत्र के माध्यम से मुख्यमन्त्री अभ्युदय योजनान्तर्गत जनपद भदोही में संचालित मुख्यमन्त्री अभ्युदय निःशुल्क कोचिंग केन्द्र (काशी नरेश राजकीय पी०जी० कालेज ज्ञानपुर भदोही के ई-लाईब्रेरी में नवीन सत्र 2024-25 हेतु प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे UPSC/UPPSC,NEET, JEE, NDA/CDS इत्यादि की परीक्षा पूर्व तैयारी किये जाने हेतु दिनांक 1 जुलाई 2024 से ऑफलाइन/आनलाइन कक्षाये संचालित किया जाना प्रस्तावित है। जिसमें प्रतिभाशाली/इच्छुक प्रतियोगी छात्र-छात्रओं को प्रवेश हेतु आवेदन किया जाना है। छात्र-छात्राये सभी कोर्सों में 25 जून 2024 तक अपना आवेदन कर सकते है दिनांक 30/06/024 को प्रतियोगी छात्र-छात्रओं के (शैक्षणिक मानक योग्यता मेरिट / प्रवेश परीक्षा/साक्षात्कार के आधार पर नामांकन पंजीकरण की सूची जारी की जायेगी। आवेदन पत्र 10.00 Am-04.00 Pm तक प्रत्येक कार्य दिवस में काशी नरेश राजकीय कालेज ज्ञानपुर भदोही के ई-लाईब्रेरी (मुख्यमन्त्री अभ्युदय कोचिंग केन्द्र) से निःशुल्क प्राप्त/जमा किया जा सकता है। UPSC/UPPSC (Civil) में प्रवेश लेने हेतु स्नातक अन्तिम वर्ष में अध्ययनरत् अथवा उत्तीर्ण स्नातक अभ्यर्थी पात्र होगें तथा NEET, JEE, NDA/CDS में प्रवेश हेतु कक्षा 11 व 12 में अध्ययनरत् अथवा उत्तीर्ण विज्ञान वर्ग के अभ्यर्थी पात्र होगें। कोचिंग संस्थान में निःशुल्क पुस्कालय की सुविधा भी उपलब्ध है। किसी भी जानकारी के लिये मो० न० 9621347359 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

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Jun 14 2024, 14:18

क्या बीजेपी और आरएसएस के बीच बढ़ गई हैं दूरियां? भागवत के बाद इस नेता के बयान से बढ़ा सियासी पारा

#after_mohan_bhagwat_indresh_kumar_targeted_pm_modi

लोकसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद आरएसएस की ओर से लगातार बीजेपी पर लगातार निशाने साधे जा रहे हैं।सबसे पहले संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने बीजेपी को आईना दिखाया। अब राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने तीसरी बार केन्द्र की सत्ता पर काबिज बीजेपी पर 'अहंकार' होने का आरोप लगाया है।इन्द्रेश कुमार ने बिना नाम लिए कहा कि चुनाव में इस पार्टी की कम सीटें इसलिए आई क्योंकि वे अहंकार में थे।

इंद्रेश कुमार ने कहा, “राम सभी के साथ न्याय करते हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में क्या हुआ? जिन लोगों ने राम की भक्ति की थी लेकिन उनमें अहंकार आ गया। इसलिए उन लोगों सबसे बड़ी पार्टी बनना था, उनको पूरा हक मिलना चाहिए था जो शक्ति मिलनी चाहिए थी वो नहीं मिली। भगवान राम ने उनके अहंकार के कारण उनको पूर्ण बहुमत नहीं आने दिया।”

आरएसएस नेता ने सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन दोनों पर निशाना साधा। हालांकि, उन्होंने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया। कुमार ने कहा, 'लोकतंत्र में रामराज्य का ‘विधान’ देखिए, जिन्होंने राम की भक्ति की, लेकिन धीरे-धीरे अहंकारी हो गए, वह पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, लेकिन जो वोट और सत्ता (अकेले पूर्ण बहुमत) मिलनी चाहिए थी, उसे भगवान ने अहंकार के कारण रोक दिया।’

उन्होंने कहा कि भक्ति करने वाली पार्टी अहंकारी हो गई, उसे 241 पर ही भगवान ने रोक दिया, लेकिन उसे सबसे बड़ी पार्टी बना दिया और जिनकी राम में आस्था नहीं थी, उन सबको मिलकर भगवान ने 234 पर रोक दिया।

बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) अकेले दम पर बहुमत के आंकड़े को नहीं पा सकी। 240 सीट लाकर बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी तो बनी लेकिन पीएम मोदी का ‘अबकी बार 400 पार’ का दावा धरा का धरा रह गया। लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के कुछ दिन बाद आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने बिना नाम लिए कहा था कि सेवक को अहंकारी कभी नहीं होना चाहिए। पीएम मोदी के चेहरे की चमक धमक के आगे बीजेपी के नेता जमीन पर काम करना भूल गए हैं। भागवत के इस बयान के बाद उन कयासों को बल मिलना शुरू हो गया जिसमें कहा जा रहा था कि आरएसएस और बीजेपी के बीच कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। अब संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने बीजेपी पर हमला बोला है। जिसने दोनों संगठनों के बीच के रिश्ते को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।

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Jun 14 2024, 13:55

जी7 शिखर सम्मेलन में दिखी भारतीय संस्कृति की झलक, इटली की पीएम मेलोनी ने 'नमस्ते' से किया अतिथियों का स्वागत

#g7_summit_italy_pm_giorgia_meloni_welcome_with_namaste

इटली के पुगलिया में दक्षिणी इतालवी तटीय रिसॉर्ट बोर्गो एग्नाजिया में जी7 शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।इस बैठक की मेजबानी खुद इटली कर रहा है। बैठक में शामिल होने के लिए विश्व के सबसे ताकतवर देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहुंच चुके हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे चुके हैं। समिट में हिस्सा लेने पहुंचे अलग-अलग देशों के नेताओं का स्वागत करने के लिए खुद इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी खड़ी थीं।इटली में आयोजित हो रहे जी7 शिखर सम्मेलन में जियार्जियो मेलोनी नमस्ते करके अतिथियों का स्वागत कर रही हैं। इटली के पीएम द्वारा इस तरह से स्वागत करने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

वीडियो में देखा जा सकता है कि इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी जी-7 शिखर सम्मेलन में पहुंचे नेताओं का हाथ जोड़कर अभिवादन करती हुई नजर आ रही हैं। सोशल मीडिया के एक पोस्ट में वह जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज को नमस्ते करते हुए दिख रही हैं। इसके अलावा एक वीडियो में इटली पीएम यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन का स्वागत भारतीय परंपरा के अनुसार करते हुए नजर आईं। वीडियो में उर्सुला हैंडशेक करने के लिए हाथ बढ़ाती हैं लेकिन मेलोनी हैंडशेक की जगह उन्हें नमस्ते कर उनका अभिवादन कर रही हैं।

बता दें कि यूरोपीय चुनावों में मेलोनी उनकी पार्टी के शानदार प्रदर्शन ने उनकी धमक पूरी दुनिया में दिखा दी है। संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और यूनाइटेड किंगडम (यूके) के नेताओं के बीच केवल एक ही नाम गूंज रहा है और है मेलोनी-मेलोनी। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत वायरल हो रहा है, इसमें प्रधानमंत्री मेलोनी सभी अतिथियों का अभिवादन कर रही हैं। 

वीडियो के वायरल होते ही लोग इस पर गर्वान्वित होकर कमेंट भी करने लगे। कुछ लोगों का कहना है कि भारतीय संस्कृति का दुनिया में डंका बज रहा है। वहीं, कुछ लोगों ने इसे जी-7 समिट में हिंदुस्तान की छाप बता रहे हैं। जबकि कई लोग इसे पूरी दुनिया में मोदी जी का असर बता रहे हैं।

बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा समेत कई बड़े नेता शामिल हो रहे हैं. भारत से पीएम मोदी भी इटली पहुंच चुके हैं।

India

Jun 13 2024, 19:32

जी-7 समिट में शिरकत करने के लिए पीएम मोदी इटली रवाना, इन मु्द्दों पर रहेगा फोकस

#pm_modi_leave_for_italy_to_attend_g_7_summit

दुनिया के सात सबसे अमीर मुल्कों के नेता इटली में इकट्ठा हो रहे हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 समिट में शिरकत करने के लिए गुरुवार शाम को इटली के लिए रवाना हो गए हैं।मोदी एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ 14 जून को होने वाले शिखर सम्मेलन के संपर्क सत्र में भाग लेने के लिए गुरुवार को इटली रवाना हुए। तीसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री का पदभार संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है। इटली के अपुलिया क्षेत्र के बोर्गो एग्नाजिया के आलीशान रिसॉर्ट में 13 से 15 जून तक आयोजित होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन में यूक्रेन में चल रहे युद्ध और गाजा में संघर्ष का मुद्दा छाया रहने की संभावना है।

पीएम 14 जून को आउटरीच सत्र में भाग लेंगे, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर पर केंद्रित होगा। वह इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी जी-7 से इतर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात कर सकते हैं। 

जी 7 यानी 'ग्रुप ऑफ़ सेवेन' दुनिया की तथाकथित सात 'अत्याधुनिक' अर्थव्यवस्थाओं की एक संस्था है जिसका ग्लोबल ट्रेड और अंतरराष्ट्रीय फ़ाइनेंशियल सिस्टम पर दबदबा है। ये सात देश हैं - कनाडा, फ़्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका। 1973 के ऊर्जा संकट के जवाब में आर्थिक और वित्तीय सहयोग के लिए एक मंच के रूप में जी-7 की स्थापना की गई थी। पहला शिखर सम्मेलन 1975 में फ्रांस में आयोजित किया गया था जिसमें फ्रांस, अमेरिका, यूके, जर्मनी, जापान और इटली शामिल थे। हालांकि, 1976 में कनाडा भी शामिल हो गया जोकि जी-7 का वर्तमान स्वरूप भी है।

1997 से 2013 के बीच G7 का विस्तार G8 में हुआ। रूस को भी 1998 में इस गुट में शामिल किया गया था और तब इसका नाम जी-8 हो गया था पर साल 2014 में रूस के क्राइमिया पर कब्ज़े के बाद उसे इस गुट से निकाल दिया गया। एक बड़ी इकॉनमी और दुनिया का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश होने के बावजूद चीन कभी भी इस गुट का हिस्सा नहीं रहा है। चीन में प्रति व्यक्ति आय इन सात देशों की तुलना में बहुत कम है इसलिए चीन को एक एडवांस इकॉनमी नहीं माना जाता। लेकिन चीन और अन्य विकासशील देश जी 20 समूह में हैं। यूरोपीय संघ भी जी-7 का हिस्सा नहीं है लेकिन उसके अधिकारी जी-7 के वार्षिक शिखर सम्मेलनों में शामिल होते हैं। 

पूरे साल जी-7 देशों के मंत्री और अधिकारी बैठकें करते हैं, समझौते तैयार करते हैं और वैश्विक घटनाओं पर साझे वक्तव्य जारी करते हैं। इस साल जी-7 की अध्यक्षता इटली कर रहा है।हर साल 1 जनवरी से शुरू होकर कोई एक सदस्य देश बारी-बारी से समूह का नेतृत्व संभालता है। 1 जनवरी, 2024 को इटली ने जापान के बाद अध्यक्षता संभाली और 31 दिसंबर, 2024 को इसे कनाडा को सौंप देगा।

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Jun 13 2024, 18:56

तीसरी बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाए गए अजित डोभाल, पीके मिश्रा भी बने रहेंगे प्रधान सचिव

#pm_modi_ajit_doval_get_third_term_as_national_security_advisor

नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में अजित डोवल को फिर से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया गया है। अजित डोवल तीसरी बार भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाए गए हैं। मोदी सरकार के शपथ ग्रहण के बाद से यह कयास लगाए जा रहे थे कि डोभाल को फिर से यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलेगी या कोई और इस पद पर आएगा। हालांकि, मोदी ने एक बार फिर से अपने पुराने तुरुप के इक्के पर ही भरोसा जताया है। बता दें कि रिटायर्ड आईएएस अधिकारी पीके मिश्रा को प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है।

अजित डोभाल और पीके मिश्रा का कार्यकाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही पूरा होगा। इस बाबत एक लेटर जारी कर कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अजित डोवल को एनएसए के रूप में नियुक्ति दी है। बता दें कि 10 जून से यह आदेश प्रभावी होगा।अजित डोवल की नियुक्ति को लेकर जारी किए गए लेटर में आगे कहा गया है कि उनकी नियुक्ति पीएम मोदी के कार्यकाल के साथ या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, समाप्त हो जाएगी। कार्यकाल के दौरान उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्ज दिया जाएगा। साथ ही उनकी नियुक्ति की शर्तें और नियम अलग से अधिसूचित किए जाएंगे।

2014 में सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी ने डोभाल को पहली बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया था। 2019 में उन्हें एक बार फिर से पांच साल के लिए इस पद पर नियुक्ति दी गई थी। ब नई सरकार में अजीत डोभाल को लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) नियुक्त किया गया है। 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल को कूटनीतिक सोच और काउंटर टेरेरिज्म का विशेषज्ञ माना जाता है।

पिछले एक दशक में डोभाल ने मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। 2014 में, अजीत डोभाल ने इराक के तिकरित में एक अस्पताल में फंसी 46 भारतीय नर्सों की रिहाई सुनिश्चित की। वे एक शीर्ष-गुप्त मिशन पर गए और 25 जून, 2014 को इराक गए, ताकि जमीनी स्थिति को समझ सकें। 5 जुलाई 2014 को नर्सों को भारत वापस लाया गया। भारत की तरफ से सितंबर 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और फरवरी 2019 में पाकिस्तान में सीमा पार बालाकोट हवाई हमले डोभाल की देखरेख में किए गए थे। उन्होंने डोकलाम गतिरोध को समाप्त करने में भी मदद की। इसके अलावा पूर्वोत्तर में उग्रवाद से निपटने के लिए निर्णायक कदम उठाए।

उधर प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह जिम्मेदारी पीके मिश्रा ही संभालते रहेंगे। केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अजीत डोभाल और पीके मिश्रा की पुनर्नियुक्ति पर मुहर लगा दी है। आईएएस (सेवानिवृत्त) पीके मिश्रा को 10 जून 2024 से प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। पीके मिश्रा 1972 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह पिछले 1 दशक से प्रधानमंत्री मोदी के साथ प्रधान सचिव के तौर पर काम कर रहे हैं। 

पीके मिश्रा प्रशासनिक मामले और प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में नियुक्तियों का काम देखेंगे। इसके अलावा अजीत डोभाल राष्ट्रीय सुरक्षा, सैन्य मामले और इंटेलिजेंस की जिम्मेदारी संभालेंगे।

Balrampur

Jun 13 2024, 17:54

निःशुल्क विद्युत चालित चॉक प्राप्त करने का सुनहरा अवसर"

बलरामपुर । जिला ग्रामोद्योग अधिकारी राजीव कुमार सक्सेना ने बताया कि उ०प्र० माटीकला बोर्ड द्वारा विगत वर्षों की भांति वित्तीय वर्ष 2024-25 में भी मिट्टी के बर्तन, खिलौने, मूर्तियां आदि को बनाकर जीवनोपार्जन करने वाले प्रजापति (कुम्हार) समाज के परम्परागत करीगरों को भविष्य में आधुनिकता से जोडने के उद्देश्य के साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हेतु निःशुल्क विद्युत चालित चॉक उपलब्ध कराया जाना प्रस्तावित है, जिसमें प्रजापति (कुम्हार) समाज के 18 वर्ष से 55 वर्ष तक के परम्परागत कारीगर जो स्वरोजगार में रूचि रखते हैं ऐसे शिक्षित बेरोजगार महिला/पुरुष अभ्यर्थियों को उ०प्र० सरकार द्वारा निःशुल्क विद्युत चालित चॉक उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की गयी है।

इस योजनान्र्तगत निःशुल्क विद्युत चॉलित चाक प्राप्त करने हेतु प्रजापति (कुम्हार) समाज के इच्छुक व्यक्ति योजना के ई-पोर्टल www.upmatikalaboard.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन के साथ सभी आवश्यक प्रपत्रों (नवीनतम फोटो, आधार, शैक्षिक योग्यता, आय/जाति/निवास प्रमाण-पत्र) के साथ दिनांक 25.06.2024 तक "जिला ग्रामोद्योग कार्यालय, निकट-रानी धर्मशाला, नौशहरा, जनपद-बलरामपुर" में जमा कर सकते है, जिसका चयन जिला स्तर पर गठित चयन समिति द्वारा किया जायेगा। अधिक जानकारी हेतु मो0नं0 9580503170, 9839920756 पर संपर्क कर सकते हैं।

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7 hours ago

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने पीएम मोदी से की मुलाकात, आईसीईटी समेत इन मुद्दों पर की चर्चा

#us_national_security_advisor_nsa_met_pm_modi_in_new_delhi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नई दिल्ली में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन से मुलाकात की और द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों, खासकर सेमीकंडक्टर , एआई और दूरसंचार जैसी महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों ( आईसीईटी ) पर पहल के तहत चर्चा की। प्रधानमंत्री ने सभी क्षेत्रों में बढ़ती द्विपक्षीय साझेदारी की गति और पैमाने और आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों के अभिसरण पर संतोष व्यक्त किया।प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में यह जानकारी दी।

पीएमओ ने कहा, ‘‘एनएसए सुलिवन ने प्रधानमंत्री को द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति के बारे में जानकारी दी। विशेष रूप से महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों (आईसीईटी) पहल के तहत सेमीकंडक्टर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम मेधा), दूरसंचार, रक्षा, महत्वपूर्ण खनिज, अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों के बारे में।’’

बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने सभी क्षेत्रों में बढ़ती द्विपक्षीय साझेदारी की गति और पैमाने और आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों के आदान-प्रदान पर संतोष व्यक्त किया। इस दौरान, प्रधानमंत्री ने जी7 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति बाइडन के साथ अपनी हाल की सकारात्मक बातचीत को याद किया। पीएमओ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने वैश्विक भलाई के लिए व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना जारी रखने और नए कार्यकाल में इसे और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने की प्रतिबद्धता दोहराई।’’

वहीं, प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट पर करते हुए मुलाकात की तस्वीर साझा कर लिखा कि वैश्विक भलाई के लिए भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। मोदी 3.0 सरकार के कार्यकाल के दौरान जो बाइडन के किसी प्रशासनिक अधिकारी की ये पहली भारत यात्रा है।

इससे पहले, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने भी सोमवार को सुविलन से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण और द्विपक्षीय रक्षा संबंधों और क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की। दोनों देशों ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन के बीच वार्ता के दौरान लंबे समय से चली आ रही बाधाओं को दूर करने का वादा करते हुए सहयोग को करने वाले परिवर्तनकारी पहल की घोषणा की। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन के बीच विस्तृत बातचीत के बाद यह घोषणा की गई। दोनों ने भारत के 31 एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन खरीद की योजना, सेना के लिए लड़ाकू वाहनों के संयुक्त निर्माण और जीई एयरोस्पेस व हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के बीच लड़ाकू विमानों के इंजन (जीई एफ414) के उत्पादन को लेकर चल रही बातचीत की भी समीक्षा की।

सुलिवन भारत के दो दिन के दौरे पर हैं। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में बाइडन प्रशासन के किसी बड़े अधिकारी की यह पहली यात्रा है।सुलिवन के भारत दौरे से तीन दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने इटली के अपुलिया क्षेत्र में जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की थी।

bablusah

Jun 15 2024, 17:19

देवघर-महिंद्रा पावरोल अधिकृत जीओईएम शारदा डीजल प्राइवेट लिमिटेड ने आज झारखंड के देवघर में अपना सौपीसीबी IV+ डीजल जेनसेट लॉन्च किया।
देवघर: झारखंड 15 जून, 2024  उत्पाद आज प्रदर्शन के लिए उपलब्ध है। CPCB IV+ जेनसेट का निर्माण 10kVA से 320kVA तक रांची, झारखंड में शारदा डीजल के प्लांट में किया जाता है। इन इंजनों को चेन्नई में महिंद्रा रिसर्च वैली में इसके अनुसंधान एवं विकास केंद्र में डिजाइन किया गया है। पुणे एव नागपुर में इसके संयंत्र में निर्मित किया गया है। सीपीसीबी 4+ (10VA-320kVA) की यह नई रेंज महिंद्रा पावरोल का नवीनतम संयोजन है जो पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ‌द्वारा घोषित नवीनतम उत्सर्जन मानदंडों के अनुरूप है। ये जैनसेट तकनीकी रूप से उन्नत सीआरडीआई इंजन से सुसज्जित हैं। सीआरडीआई इंजन बेहतर और उन्नत कॉमन रेल डीजल इंजन (सीआरडीई) तकनीक से संचालित होते हैं। सीआरडीई तकनीक भविष्य के लिए तैयार है और भारी शुल्क प्रदर्शन और ईधन दक्षता के लिए जानी जाती है। यह मानक उत्सर्जन मानदंडों से परे जाकर प्रदूषण को काफी कम करता है। CPCB IV+ मानदंडों का लक्ष्य नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx), पार्टिकुलेट मैटर (PM), और हाइड्रोकार्बन (HC) जैसे प्रदूषकों के उत्सर्जन को 90% तक कम करना है। यह पर्यावरण के अनुकूल और स्वच्छ है, स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, उन्नत प्रौद्योगिकी है, ईधन कुशल है और ग्राहकों के लिए लागत बचत है। आज का लॉन्च सीपीसीबी IV+ डीजल जनरेटर में प्रवेश का प्रतीक है। उपभोक्ताओं को उन्नत और सुलम तकनीकों की पेशकश करना महिंद्रा का निरंतर प्रयास है, नवीनतम तकनीक के साथ 10kVA-320kVA डीजी की बिल्कुल नई रेंज इस दर्शन की गवाही देती है। यह भविष्य के लिए तैयार तकनीक कम परिचालन लागत पर कम उत्सर्जन और उच्च प्रदर्शन प्रदान करने के लिए तैयार है, जिससे ग्राहक केंद्रितता में मानक बढ़ जाएगा। महिंद्रा पावरोल डीजी सेट भारत में सबसे व्यापक सेवा नेटवर्क द्वारा समर्थित हैं। ग्राहक को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए नेटवर्क बहुत अच्छी तरह से सुसज्जित है। विशेषों की टीम ग्राहक को कम से कम समय में मदद करने के लिए सबसे इष्टतम और उपयुक्त समाधान चुनने में मदद कर सकती है सादर - महिंद्रा पॉवरोल परिवार शारदा डीजल प्राइवेट लिमिटेड परिवार अधिकृत सेल्स डीलर- संतोष कुमार आर के टायर्स, देवघर, झारखंड

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Jun 14 2024, 18:23

जी-7 सम्मेलन में पहुंचे पीएम मोदी, मैक्रों-सुनक के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की मुलाकात

#pmmodig7_summit

लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी अपनी पहली विदेश यात्रा पर इटली में हैं। यहां वह जी7 समिट में शिरकत करने आए हैं। इस मौके पर पीएम मोदी ने ताबड़तोड़ कई द्विपक्षीय बैठकें की हैं। उन्‍होंने फ्रांस के राष्‍ट्रपति, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री, यूक्रेन के राष्‍ट्रपति आदि से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की। इसके अलावा प्रधानमंत्री अपने एक दिन के दौरे में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की ओर से आयोजित कृत्रिम मेधा यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्यसागरीय क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने वाले एक सत्र में हिस्सा लेंगे। इस सत्र में पोप फ्रांसिस भी शामिल होंगे।

पीएम मोदी ने की फ्रांस के राष्ट्रपति से मुलाकात

जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने इटली पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉं से मुलाकात की। दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने रक्षा, एआई (कृत्रिम मेधा), महत्वपूर्ण तकनीक और अंतरिक्ष जैसे प्रमुख क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की। पीएम मोदी ने आगामी पेरिस ओलंपिक 2024 की मेजबानी के लिए राष्ट्रपति मैक्रों को शुभकामनाएं दीं।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से पीएम मोदी की मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर अपुलिया में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान पीएम मोदी ने भारत-ब्रिटेन के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।

जेलेंस्‍की के साथ पीएम मोदी की द्विपक्षीय वार्ता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्‍मेलन से इतर युद्धग्रस्‍त यूक्रेन के राष्‍ट्रपति व्‍लोदोमिर जेलेंस्‍की से मुलाकात की है। दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत हुई। रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है और दोनों देशों के बीच सशस्‍त्र संघर्ष जारी है। यूक्रेन इस खूनी संघर्ष को खत्‍म कराने के लिए विश्‍व समुदाय से लगातार अपील कर रहा है।

जी7 शिखर सम्मेलन के 'आउटरीच सत्र' को भी संबोधित करेंगे पीएम मोदी

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने हवाई अड्डे से एक वीडियो संदेश में कहा कि भारत के प्रधानमंत्री जी7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए इटली के ब्रिंडिसी हवाई अड्डे पहुंचे। उनका शुक्रवार का दिन बेहद व्यस्त रहने वाला है। हमारी एक के बाद एक कई वैश्विक नेताओं से साथ द्विपक्षीय बैठकें हैं। वह जी7 शिखर सम्मेलन के 'आउटरीच सत्र' को भी संबोधित करेंगे।

srivastavanitesh63

Jun 14 2024, 16:05

*मुख्यमंत्री अभ्युदय नि:शुल्क कोचिंग हेतु प्रतिभाशाली/इच्छुक प्रतियोगी छात्र/ छात्राएं प्रवेश हेतु करे 25 जून तक करें आवेदन*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ0 ऐश्वर्य राजलक्ष्मी द्वारा पत्र के माध्यम से मुख्यमन्त्री अभ्युदय योजनान्तर्गत जनपद भदोही में संचालित मुख्यमन्त्री अभ्युदय निःशुल्क कोचिंग केन्द्र (काशी नरेश राजकीय पी०जी० कालेज ज्ञानपुर भदोही के ई-लाईब्रेरी में नवीन सत्र 2024-25 हेतु प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे UPSC/UPPSC,NEET, JEE, NDA/CDS इत्यादि की परीक्षा पूर्व तैयारी किये जाने हेतु दिनांक 1 जुलाई 2024 से ऑफलाइन/आनलाइन कक्षाये संचालित किया जाना प्रस्तावित है। जिसमें प्रतिभाशाली/इच्छुक प्रतियोगी छात्र-छात्रओं को प्रवेश हेतु आवेदन किया जाना है। छात्र-छात्राये सभी कोर्सों में 25 जून 2024 तक अपना आवेदन कर सकते है दिनांक 30/06/024 को प्रतियोगी छात्र-छात्रओं के (शैक्षणिक मानक योग्यता मेरिट / प्रवेश परीक्षा/साक्षात्कार के आधार पर नामांकन पंजीकरण की सूची जारी की जायेगी। आवेदन पत्र 10.00 Am-04.00 Pm तक प्रत्येक कार्य दिवस में काशी नरेश राजकीय कालेज ज्ञानपुर भदोही के ई-लाईब्रेरी (मुख्यमन्त्री अभ्युदय कोचिंग केन्द्र) से निःशुल्क प्राप्त/जमा किया जा सकता है। UPSC/UPPSC (Civil) में प्रवेश लेने हेतु स्नातक अन्तिम वर्ष में अध्ययनरत् अथवा उत्तीर्ण स्नातक अभ्यर्थी पात्र होगें तथा NEET, JEE, NDA/CDS में प्रवेश हेतु कक्षा 11 व 12 में अध्ययनरत् अथवा उत्तीर्ण विज्ञान वर्ग के अभ्यर्थी पात्र होगें। कोचिंग संस्थान में निःशुल्क पुस्कालय की सुविधा भी उपलब्ध है। किसी भी जानकारी के लिये मो० न० 9621347359 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

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Jun 14 2024, 14:18

क्या बीजेपी और आरएसएस के बीच बढ़ गई हैं दूरियां? भागवत के बाद इस नेता के बयान से बढ़ा सियासी पारा

#after_mohan_bhagwat_indresh_kumar_targeted_pm_modi

लोकसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद आरएसएस की ओर से लगातार बीजेपी पर लगातार निशाने साधे जा रहे हैं।सबसे पहले संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने बीजेपी को आईना दिखाया। अब राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने तीसरी बार केन्द्र की सत्ता पर काबिज बीजेपी पर 'अहंकार' होने का आरोप लगाया है।इन्द्रेश कुमार ने बिना नाम लिए कहा कि चुनाव में इस पार्टी की कम सीटें इसलिए आई क्योंकि वे अहंकार में थे।

इंद्रेश कुमार ने कहा, “राम सभी के साथ न्याय करते हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में क्या हुआ? जिन लोगों ने राम की भक्ति की थी लेकिन उनमें अहंकार आ गया। इसलिए उन लोगों सबसे बड़ी पार्टी बनना था, उनको पूरा हक मिलना चाहिए था जो शक्ति मिलनी चाहिए थी वो नहीं मिली। भगवान राम ने उनके अहंकार के कारण उनको पूर्ण बहुमत नहीं आने दिया।”

आरएसएस नेता ने सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन दोनों पर निशाना साधा। हालांकि, उन्होंने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया। कुमार ने कहा, 'लोकतंत्र में रामराज्य का ‘विधान’ देखिए, जिन्होंने राम की भक्ति की, लेकिन धीरे-धीरे अहंकारी हो गए, वह पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, लेकिन जो वोट और सत्ता (अकेले पूर्ण बहुमत) मिलनी चाहिए थी, उसे भगवान ने अहंकार के कारण रोक दिया।’

उन्होंने कहा कि भक्ति करने वाली पार्टी अहंकारी हो गई, उसे 241 पर ही भगवान ने रोक दिया, लेकिन उसे सबसे बड़ी पार्टी बना दिया और जिनकी राम में आस्था नहीं थी, उन सबको मिलकर भगवान ने 234 पर रोक दिया।

बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) अकेले दम पर बहुमत के आंकड़े को नहीं पा सकी। 240 सीट लाकर बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी तो बनी लेकिन पीएम मोदी का ‘अबकी बार 400 पार’ का दावा धरा का धरा रह गया। लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के कुछ दिन बाद आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने बिना नाम लिए कहा था कि सेवक को अहंकारी कभी नहीं होना चाहिए। पीएम मोदी के चेहरे की चमक धमक के आगे बीजेपी के नेता जमीन पर काम करना भूल गए हैं। भागवत के इस बयान के बाद उन कयासों को बल मिलना शुरू हो गया जिसमें कहा जा रहा था कि आरएसएस और बीजेपी के बीच कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। अब संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने बीजेपी पर हमला बोला है। जिसने दोनों संगठनों के बीच के रिश्ते को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।

India

Jun 14 2024, 13:55

जी7 शिखर सम्मेलन में दिखी भारतीय संस्कृति की झलक, इटली की पीएम मेलोनी ने 'नमस्ते' से किया अतिथियों का स्वागत

#g7_summit_italy_pm_giorgia_meloni_welcome_with_namaste

इटली के पुगलिया में दक्षिणी इतालवी तटीय रिसॉर्ट बोर्गो एग्नाजिया में जी7 शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।इस बैठक की मेजबानी खुद इटली कर रहा है। बैठक में शामिल होने के लिए विश्व के सबसे ताकतवर देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहुंच चुके हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे चुके हैं। समिट में हिस्सा लेने पहुंचे अलग-अलग देशों के नेताओं का स्वागत करने के लिए खुद इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी खड़ी थीं।इटली में आयोजित हो रहे जी7 शिखर सम्मेलन में जियार्जियो मेलोनी नमस्ते करके अतिथियों का स्वागत कर रही हैं। इटली के पीएम द्वारा इस तरह से स्वागत करने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

वीडियो में देखा जा सकता है कि इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी जी-7 शिखर सम्मेलन में पहुंचे नेताओं का हाथ जोड़कर अभिवादन करती हुई नजर आ रही हैं। सोशल मीडिया के एक पोस्ट में वह जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज को नमस्ते करते हुए दिख रही हैं। इसके अलावा एक वीडियो में इटली पीएम यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन का स्वागत भारतीय परंपरा के अनुसार करते हुए नजर आईं। वीडियो में उर्सुला हैंडशेक करने के लिए हाथ बढ़ाती हैं लेकिन मेलोनी हैंडशेक की जगह उन्हें नमस्ते कर उनका अभिवादन कर रही हैं।

बता दें कि यूरोपीय चुनावों में मेलोनी उनकी पार्टी के शानदार प्रदर्शन ने उनकी धमक पूरी दुनिया में दिखा दी है। संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और यूनाइटेड किंगडम (यूके) के नेताओं के बीच केवल एक ही नाम गूंज रहा है और है मेलोनी-मेलोनी। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत वायरल हो रहा है, इसमें प्रधानमंत्री मेलोनी सभी अतिथियों का अभिवादन कर रही हैं। 

वीडियो के वायरल होते ही लोग इस पर गर्वान्वित होकर कमेंट भी करने लगे। कुछ लोगों का कहना है कि भारतीय संस्कृति का दुनिया में डंका बज रहा है। वहीं, कुछ लोगों ने इसे जी-7 समिट में हिंदुस्तान की छाप बता रहे हैं। जबकि कई लोग इसे पूरी दुनिया में मोदी जी का असर बता रहे हैं।

बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा समेत कई बड़े नेता शामिल हो रहे हैं. भारत से पीएम मोदी भी इटली पहुंच चुके हैं।

India

Jun 13 2024, 19:32

जी-7 समिट में शिरकत करने के लिए पीएम मोदी इटली रवाना, इन मु्द्दों पर रहेगा फोकस

#pm_modi_leave_for_italy_to_attend_g_7_summit

दुनिया के सात सबसे अमीर मुल्कों के नेता इटली में इकट्ठा हो रहे हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 समिट में शिरकत करने के लिए गुरुवार शाम को इटली के लिए रवाना हो गए हैं।मोदी एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ 14 जून को होने वाले शिखर सम्मेलन के संपर्क सत्र में भाग लेने के लिए गुरुवार को इटली रवाना हुए। तीसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री का पदभार संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है। इटली के अपुलिया क्षेत्र के बोर्गो एग्नाजिया के आलीशान रिसॉर्ट में 13 से 15 जून तक आयोजित होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन में यूक्रेन में चल रहे युद्ध और गाजा में संघर्ष का मुद्दा छाया रहने की संभावना है।

पीएम 14 जून को आउटरीच सत्र में भाग लेंगे, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर पर केंद्रित होगा। वह इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी जी-7 से इतर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात कर सकते हैं। 

जी 7 यानी 'ग्रुप ऑफ़ सेवेन' दुनिया की तथाकथित सात 'अत्याधुनिक' अर्थव्यवस्थाओं की एक संस्था है जिसका ग्लोबल ट्रेड और अंतरराष्ट्रीय फ़ाइनेंशियल सिस्टम पर दबदबा है। ये सात देश हैं - कनाडा, फ़्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका। 1973 के ऊर्जा संकट के जवाब में आर्थिक और वित्तीय सहयोग के लिए एक मंच के रूप में जी-7 की स्थापना की गई थी। पहला शिखर सम्मेलन 1975 में फ्रांस में आयोजित किया गया था जिसमें फ्रांस, अमेरिका, यूके, जर्मनी, जापान और इटली शामिल थे। हालांकि, 1976 में कनाडा भी शामिल हो गया जोकि जी-7 का वर्तमान स्वरूप भी है।

1997 से 2013 के बीच G7 का विस्तार G8 में हुआ। रूस को भी 1998 में इस गुट में शामिल किया गया था और तब इसका नाम जी-8 हो गया था पर साल 2014 में रूस के क्राइमिया पर कब्ज़े के बाद उसे इस गुट से निकाल दिया गया। एक बड़ी इकॉनमी और दुनिया का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश होने के बावजूद चीन कभी भी इस गुट का हिस्सा नहीं रहा है। चीन में प्रति व्यक्ति आय इन सात देशों की तुलना में बहुत कम है इसलिए चीन को एक एडवांस इकॉनमी नहीं माना जाता। लेकिन चीन और अन्य विकासशील देश जी 20 समूह में हैं। यूरोपीय संघ भी जी-7 का हिस्सा नहीं है लेकिन उसके अधिकारी जी-7 के वार्षिक शिखर सम्मेलनों में शामिल होते हैं। 

पूरे साल जी-7 देशों के मंत्री और अधिकारी बैठकें करते हैं, समझौते तैयार करते हैं और वैश्विक घटनाओं पर साझे वक्तव्य जारी करते हैं। इस साल जी-7 की अध्यक्षता इटली कर रहा है।हर साल 1 जनवरी से शुरू होकर कोई एक सदस्य देश बारी-बारी से समूह का नेतृत्व संभालता है। 1 जनवरी, 2024 को इटली ने जापान के बाद अध्यक्षता संभाली और 31 दिसंबर, 2024 को इसे कनाडा को सौंप देगा।

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Jun 13 2024, 18:56

तीसरी बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाए गए अजित डोभाल, पीके मिश्रा भी बने रहेंगे प्रधान सचिव

#pm_modi_ajit_doval_get_third_term_as_national_security_advisor

नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में अजित डोवल को फिर से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया गया है। अजित डोवल तीसरी बार भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाए गए हैं। मोदी सरकार के शपथ ग्रहण के बाद से यह कयास लगाए जा रहे थे कि डोभाल को फिर से यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलेगी या कोई और इस पद पर आएगा। हालांकि, मोदी ने एक बार फिर से अपने पुराने तुरुप के इक्के पर ही भरोसा जताया है। बता दें कि रिटायर्ड आईएएस अधिकारी पीके मिश्रा को प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है।

अजित डोभाल और पीके मिश्रा का कार्यकाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही पूरा होगा। इस बाबत एक लेटर जारी कर कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अजित डोवल को एनएसए के रूप में नियुक्ति दी है। बता दें कि 10 जून से यह आदेश प्रभावी होगा।अजित डोवल की नियुक्ति को लेकर जारी किए गए लेटर में आगे कहा गया है कि उनकी नियुक्ति पीएम मोदी के कार्यकाल के साथ या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, समाप्त हो जाएगी। कार्यकाल के दौरान उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्ज दिया जाएगा। साथ ही उनकी नियुक्ति की शर्तें और नियम अलग से अधिसूचित किए जाएंगे।

2014 में सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी ने डोभाल को पहली बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया था। 2019 में उन्हें एक बार फिर से पांच साल के लिए इस पद पर नियुक्ति दी गई थी। ब नई सरकार में अजीत डोभाल को लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) नियुक्त किया गया है। 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल को कूटनीतिक सोच और काउंटर टेरेरिज्म का विशेषज्ञ माना जाता है।

पिछले एक दशक में डोभाल ने मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। 2014 में, अजीत डोभाल ने इराक के तिकरित में एक अस्पताल में फंसी 46 भारतीय नर्सों की रिहाई सुनिश्चित की। वे एक शीर्ष-गुप्त मिशन पर गए और 25 जून, 2014 को इराक गए, ताकि जमीनी स्थिति को समझ सकें। 5 जुलाई 2014 को नर्सों को भारत वापस लाया गया। भारत की तरफ से सितंबर 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और फरवरी 2019 में पाकिस्तान में सीमा पार बालाकोट हवाई हमले डोभाल की देखरेख में किए गए थे। उन्होंने डोकलाम गतिरोध को समाप्त करने में भी मदद की। इसके अलावा पूर्वोत्तर में उग्रवाद से निपटने के लिए निर्णायक कदम उठाए।

उधर प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह जिम्मेदारी पीके मिश्रा ही संभालते रहेंगे। केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अजीत डोभाल और पीके मिश्रा की पुनर्नियुक्ति पर मुहर लगा दी है। आईएएस (सेवानिवृत्त) पीके मिश्रा को 10 जून 2024 से प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। पीके मिश्रा 1972 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह पिछले 1 दशक से प्रधानमंत्री मोदी के साथ प्रधान सचिव के तौर पर काम कर रहे हैं। 

पीके मिश्रा प्रशासनिक मामले और प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में नियुक्तियों का काम देखेंगे। इसके अलावा अजीत डोभाल राष्ट्रीय सुरक्षा, सैन्य मामले और इंटेलिजेंस की जिम्मेदारी संभालेंगे।

Balrampur

Jun 13 2024, 17:54

निःशुल्क विद्युत चालित चॉक प्राप्त करने का सुनहरा अवसर"

बलरामपुर । जिला ग्रामोद्योग अधिकारी राजीव कुमार सक्सेना ने बताया कि उ०प्र० माटीकला बोर्ड द्वारा विगत वर्षों की भांति वित्तीय वर्ष 2024-25 में भी मिट्टी के बर्तन, खिलौने, मूर्तियां आदि को बनाकर जीवनोपार्जन करने वाले प्रजापति (कुम्हार) समाज के परम्परागत करीगरों को भविष्य में आधुनिकता से जोडने के उद्देश्य के साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हेतु निःशुल्क विद्युत चालित चॉक उपलब्ध कराया जाना प्रस्तावित है, जिसमें प्रजापति (कुम्हार) समाज के 18 वर्ष से 55 वर्ष तक के परम्परागत कारीगर जो स्वरोजगार में रूचि रखते हैं ऐसे शिक्षित बेरोजगार महिला/पुरुष अभ्यर्थियों को उ०प्र० सरकार द्वारा निःशुल्क विद्युत चालित चॉक उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की गयी है।

इस योजनान्र्तगत निःशुल्क विद्युत चॉलित चाक प्राप्त करने हेतु प्रजापति (कुम्हार) समाज के इच्छुक व्यक्ति योजना के ई-पोर्टल www.upmatikalaboard.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन के साथ सभी आवश्यक प्रपत्रों (नवीनतम फोटो, आधार, शैक्षिक योग्यता, आय/जाति/निवास प्रमाण-पत्र) के साथ दिनांक 25.06.2024 तक "जिला ग्रामोद्योग कार्यालय, निकट-रानी धर्मशाला, नौशहरा, जनपद-बलरामपुर" में जमा कर सकते है, जिसका चयन जिला स्तर पर गठित चयन समिति द्वारा किया जायेगा। अधिक जानकारी हेतु मो0नं0 9580503170, 9839920756 पर संपर्क कर सकते हैं।