/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1632639995521680.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1632639995521680.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1632639995521680.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz s:pm
आज से 3 देशों की यात्रा पर पीएम मोदी, पहले साइप्रस जाएंगे, ऑपरेशन सिंदूर के बाद कितना अहम है दौरा

#pmmodionkey3nationtour 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विदेश यात्रा पर रवाना हो गए हैं। इस दौरान वो तीन देशों की यात्रा करेंगे। वे साइप्रस से इस दौरे की शुरुआत करेंगे, फिर कनाडा और क्रोएशिया जाएंगे। इस दौरान वे 27 हजार 745 किमी का सफर तय करेंगे।पीएम 15-16 जून को साइप्रस में रहेंगे। 16 और 17 जून को कनाडा में G7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इसके बाद वे 18 जून को क्रोएशिया जाएंगे। 19 जून को भारत लौट आएंगे।

पीएम मोदी रविवार सुबह साइप्रस के लिए रवाना हुए। राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलाइड्स के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 15-16 जून को साइप्रस की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे।मोदी साइप्रस जाने वाले तीसरे भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। इससे पहले 1983 में इंदिरा गांधी और 2002 में अटल बिहारी वाजपेयी ने इस देश का दौरा किया था।

साइप्रस में पीएम का शेड्यूल

मोदी राजधानी निकोसिया में राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडोलाइड्स से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा लिमासोल में व्यापारिक नेताओं को संबोधित करेंगे। साइप्रस में 2015 तक 2700 भारतीय रहते थे। एक अनुमान के मुताबिक, 10 साल में यह संख्या बढ़कर 4 हजार हो गई है।

दौरे से पहले क्या बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि तीन देशों की यात्रा करना मेरे लिए सौभाग्य होगा। क्योंकि सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ जो लड़ाई भारत ने छेड़ी थी, उसमें इन देशों ने बहुत सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि इन सहयोगी देशों का आभार जताने के लिए यह बिल्कुल सही अवसर है।

पीएम का विदेश दौरा कूटनीतिक तौर पर बेहद अहम

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी का ये विदेश दौरा कूटनीतिक तौर पर बेहद अहम माना जा रहा। उनका लक्ष्य सीमा पार आतंकवाद और आतंकी समूहों के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन बनाना है।भारत ने मई में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की थी। उस कार्रवाई में सीमा पार आतंकवाद को ही निशाना बनाया गया था।

अहमदाबाद के दौरे पर पीएम मोदी, एअर इंडिया विमान हादसे की जगह पर पहुंचे

#pm_modi_ahmedabad_visit_plane_crash_incident_site

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह अहमदाबाद पहुंचे। पीएम मोदी पहले उस जगह पहुंचे जहां प्लेन क्रैश हुआ। पीएम ने हालातों का जायजा लिया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने सिविल अस्पताल में भर्ती कराए गए एकमात्र जीवित यात्री से भी मुलाकात की। पीएम मोदी के साथ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और स्थानीय अधिकारी भी मौजूद रहे, जिन्होंने हादसे के बारे में सूचना दी।

प्रधानमंत्री यहां सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट पर पहुंचे और वहां से सीधे मेघाणी नगर इलाके में दुर्घटना स्थल पर पहुंचे। मेघाणी नगर वो ही रिहायशी इलाका था जहां जाकर यह प्लेन क्रैश हुआ था।पीएम मोदी के साथ नागरिक उड्डयन मंत्री रामनोहन नायडू, गुजरात के गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, गृह मंत्री हर्ष संघवी और केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल भी मौजूद रहे।प्रधानमंत्री उस जगह भी गए जिस हॉस्टल पर विमान गिरा था।

पीएम मोदी ने अहमदाबाद में दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया। पीएम ने पोस्ट कर कहा, आज अहमदाबाद में दुर्घटनास्थल का दौरा किया। तबाही का मंजर दुखद है। इसके बाद अधिकारियों और टीमों से मुलाकात की। हमारी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने इस अकल्पनीय त्रासदी में अपने प्रियजनों को खो दिया।

घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद पीएम मोदी घायलों से मुलाकात करने के लिए अस्पताल के लिए रवाना हुए। पूरे प्लेन में से एक ही यात्री ऐसा था जो इस हादसे के बाद जिंदा बचा। यह किसी चमत्कार से कम नहीं था।दरअसल, प्लेन जाकर मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराया। इसी के चलते कई लोग घायल हो गए।

संकल्प से सिद्धि तक: मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार के 11 साल की उपलब्धियों को किया बयां, छत्तीसगढ़ सरकार के कामों का भी किया जिक्र

रायपुर- मुख्यमंत्री ने केंद्र में मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर “संकल्प से सिद्धि” अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर के सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा मोदी सरकार के 11 साल शानदार और ऐतिहासिक रहे है।छत्तीसगढ़ से PM मोदी का गहरा लगाव है। मोदी के नेतृत्व में अर्थव्यवस्था आज चौथे नंबर पर है।

संकल्प से सिद्धि तक: मोदी सरकार की उपलब्धियों को किया बयां

उन्होंने मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि देश में ट्रिपल तलाक और अनुच्छेद 370 को खत्म करने का काम प्रधानमंत्री ने किया। मुख्यमंत्री साय ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा पिछली सरकार ने गरीबों का आवास छीना था। हमारी सरकार 18 लाख आवास की स्वीकृति दी है।

छत्तीसगढ में महिलाओं से लेकर किसानों तक से किया वादा पूरा

उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार ने किसानों से किया वादा पूरा किया। 70 लाख महिलाओं के खाते में एक हजार भेज रहे है। भूमिहीन कृषि मजदूरों को राशि दे रहे है। रामलला योजना में हजारों लोग अयोध्या पहुंचे हैं। PM मोदी का आशीर्वाद छत्तीसगढ़ को मिल रहा है। आदिवासी समाज का मान सम्मान बहुत बढ़ा है।

जो छेड़ेगा, उसे छोड़ेंगे नहीं

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कुछ देशों ने पीएम मोदी को भगवान हनुमान का दर्ज दिया। जो हमें छेड़ेगा, उसे छोड़ेंगे नहीं। CM विष्णु देव साय ने कहा PSC गड़बड़ी की CBI जांच करायी गयी है। गड़बड़ी करने वाले लोग आज जेल में हैं। CM साय ने कहा कांग्रेस और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की कथनी और करनी में कोई तुलना नहीं है। कांग्रेस की PHD झूठ बोलने में है। झूठ बोलकर उनके चेहरे में सिकन नहीं होती।

नक्सल मोर्चे पर उपलब्धि

मुख्यमंत्री ने नक्सल मोर्चे पर छत्तीसगढ़ पुलिस की उपलब्धियोंको बयां करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सल कार्रवाई पर बड़ी सफलता मिली। अब बस्तर नक्सलमुक्त होने की कगार पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संभावना है मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद खत्म हो। जवान उत्साह के साथ काम कर रहे हैं। नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसें ले रहा है।

छत्तीसगढ़ में खत्म हो सकता है फाइव डे सिस्टम

छत्तीसगढ़ में फाइव डे वर्किंग सिस्टम खत्म हो सकता है। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस व्यवस्था को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि “फाइव डे वर्किंग को खत्म करने पर विचार करेंगे”, और यह भी बताया कि अधिकारी-कर्मचारी खुद 6 दिन कार्य दिवस करने की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर जल्द फैसला लिया जा सकता है।

*Mohammedan SC Kicks Off Preparations for CFL 2025 with Youthful Squad*

Sports News 

 Sports Desk: Mohammedan Sporting Club began their training camp for the upcoming Calcutta Football League (CFL) 2025 season with an enthusiastic first session at their club ground.

 The training marks the start of their CFL journey, with the squad primarily consisting of promising young talents from Bengal forming the backbone of the reserve team.

The club’s focus on nurturing local youth was evident as fresh faces took to the field under the watchful eyes of the coaching staff. The energetic session set the tone for what promises to be an exciting and developmental campaign ahead for the club.

Mohammedan SC aims to blend tradition with youth development in this edition of the CFL. The reserve side, filled with raw talent and hunger to prove themselves, will look to make a strong impression and push for higher honours.

With training underway and spirits high, Mohammedan SC is gearing up to make a mark in CFL 2025, staying true to their legacy while building a future around Bengal’s budding footballers.

 Pic Courtesy by: Mohammedan Sporting Club

राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, छात्रों की समस्याओं को लेकर की ये मांगे

#rahulgandhilettertopm_modi

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने छात्रों की समस्याओं को लेकर पीएम मोदी को पत्र लिखा है। अपने पत्र के जरिए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने पत्र में देश के दलित, अनुसूचित जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक छात्रों के हित में फैसले लेने की अपील की है। राहुल ने अपने पत्र में हॉस्टल में होने वाली असुविधाओं का जिक्र किया। राहुल ने बताया कि वे पिछले महीने बिहार में अंबेडकर हॉस्टल गए थे, जहां स्टूडेंट ने इन समस्याओं को जिक्र किया था।

छात्रवृत्ति और छात्रावास तत्काल ध्यान देने की अपील

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से छात्रों से जुड़े दो मुद्दों पर तत्काल ध्यान देने की अपील की है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि हाशिए पर पड़े समुदायों से आने वाले 90 प्रतिशत छात्रों की शिक्षा में छात्रवृत्ति और छात्रावास के कारण बाधा आती है। राहुल ने लिखा कि दलित, एसटी, इकोनॉमिक बैकवर्ड क्लास, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों के स्टूडेंट को मिलने वाली स्कॉलरशिप में देरी न हो। उन्होंने कहा कि स्कॉलरशिप पाने वाले दलित छात्रों की संख्या लगभग आधी हो गई है। 2023 में ये 1.36 लाख थी, जो 2024 में घटकर 0.69 लाख रह गई है।

बिहार दौरा का किया जिक्र

अपने बिहार दौरे का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा, बिहार के दरभंगा में आंबेडकर छात्रावास के हाल के दौरे के दौरान छात्रों ने शिकायत की। एक ही कमरे में 6-7 छात्रों को रहने के लिए मजबूर होना पड़ता है। शौचालय बदहाल हैं। पीने का पानी भी असुरक्षित है। भोजनालय की सुविधा नहीं मिलती। पुस्तकालयों या इंटरनेट जैसी बुनियादी सेवाएं भी नदारद हैं।

सकारात्मक प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने आगे कहा है कि मैंने यहां सिर्फ बिहार का उदाहरण दिया है लेकिन यही हाल पूरे देश का है। मैं सरकार से इन विफलताओं को दूर करने के लिए तुरंत दो कदम उठाने का आग्रह करता हूं। मुझे यकीन है कि आप इस बात से सहमत होंगे कि जब तक निचले तबके के युवा आगे नहीं बढ़ेंगे, तब तक भारत प्रगति नहीं कर सकता। मैं आपकी सकारात्मक प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रहा हूं।

जी7 से पहले साइप्रस जाएंगे पीएम मोदी, पाकिस्तान और उसके दोस्त तुर्की को सीधा संदेश

#pmmodivisitcyprusgivediplomaticanswertopakistanallyturkey

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी साइप्रस और क्रोएशिया के दौरे पर जाने वाले हैं। यह दौरा उनकी कनाडा में होने वाले G7 शिखर सम्मेलन यात्रा से पहले होगा। वह कनाडा के रास्ते में ही इन दोनों देशों का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री का यह साइप्रस दौरा भारत का तुर्की को जवाब माना जा रहा है। पीएम मोदी को पिछले महीने क्रोएशिया जाना था। इसके साथ वे नीदरलैंड और नॉर्वे भी जाने वाले थे। लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण यह दौरा रद्द हो गया था।

साइप्रस और क्रोएशिया की यात्रा क्यों महत्वपूर्ण

जी7 शिखर सम्मेलन कनाडा के अल्बर्टा में 15 से 17 जून को होगा। प्रधानमंत्री इसके आखिरी दिन एक विशेष सत्र में भाग लेंगे। पीएम मोदी जी7 की मीटिंग के लिए कडाना जाने के क्रम में साइप्रस जाएंगे। साथ ही वापसी के क्रम में वह क्रोएशिया का दौरा भी करेंगे। भारत यूरोप में लगातार अपनी पैठ मजबूत कर रहा है। वह यूरोपीय संघ के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर भी बातचीत कर रहा है। साइप्रस और क्रोएशिया दोनों ही यूरोपीय संघ के सदस्य हैं। ऐसे में उनकी साइप्रस और क्रोएशिया की यात्रा बहुत ही महत्वपूर्ण है।

क्यों साइप्रस जा रहे प्रधानमंत्री मोदी?

पीएम मोदी के साइप्रस दौरे के कई कारण हैं। इसके अलावा भारत तुर्की को सा सन्देश देना चाहता है। तुर्की की साइप्रस से बिलकुल नहीं बनती। इसके अलावा साइप्रस ने हमेशा कश्मीर और पाकिस्तान से होने वाले सीमा-पार आतंकवाद पर भारत का समर्थन किया है। साइप्रस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सीट, न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप की सदस्यता और 1998 के परमाणु परीक्षणों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी भारत का साथ दिया है।

साइप्रस की यात्रा करने वाले तीसरे, क्रोएशिया जाने वाले पहले पीएम

नरेंद्र मोदी साइप्रस की यात्रा करने वाले तीसरे भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। उनसे पहले साल 1983 में इंदिरा गांधी और साल 2002 में अटल बिहारी वाजयपेयी ने साइप्रस का दौरा किया था। वहीं, पीएम मोदी पहली बार क्रोएशिया जाने वाले पहले भारतीय पीएम बनेंगे। एस जयशंकर 2021 में दक्षिण-पूर्वी यूरोपीय देश का दौरा करने वाले पहले भारतीय विदेश मंत्री बने। जयशंकर के दौरे के बाद भारत और क्रोएशिया ने रक्षा सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए।

हरियाणा जमीन घोटाला: ED के सामने पेश नहीं हुए रॉबर्ट वाड्रा, बोले- तबियत नहीं है ठीक

केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा को कथित हरियाणा जमीन घोटाले के मामले में समन किया, लेकिन रॉबर्ट वाडरा दफ्तर नहीं पहुंचे. इसी के बाद अब सामने आया है कि वाड्रा आज ईडी के दफ्तर नहीं जाएंगे. उन्होंने ईडी को ईमेल लिख कर समय मांगा. वाड्रा ने तबियत खराब होने का हवाला दिया है. ईडी को मेल कर अगली तारीख पर पूछताछ में शामिल होने को कहा है.

वाड्रा को हरियाणा जमीन घोटाले में PMLA के तहत समन किया गया है. वाड्रा ने ईडी को ईमेल लिख कर समय मांगा. रॉबर्ड वाड्रा आज ईडी दफ्तर नही जाएंगे. वाड्रा ने तबियत खराब होने का हवाला दिया है. ईडी को मेल कर अगली तारीख पर पूछताछ में शामिल होने को कहा है. इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा से ईडी पहले भी पूछताछ कर चुकी है. पहले ही पूछताछ में वाड्रा ने आरोपों से और किसी भी तरह की गलत गतिविधि में शामिल होने से इनकार कर दिया था.

रॉबर्ट वाड्रा पर क्या है आरोप?

संजय भंडारी के मामले में रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप है. भंडारी साल 2016 में भारत से भाग गया था और फिलहाल वो यूनाइटेड किंगडम में रहता है, कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा का करीबी सहयोगी है. ईडी के आरोप के मुताबिक, संजय भंडारी के पास करोड़ो की अघोषित विदेशी आय और संपत्तियां हैं, जिनमें नंबर 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर, लंदन और 6 ग्रोसवेनर हिल कोर्ट, लंदन की संपत्तियां शामिल हैं.

ईडी ने आरोप लगाया, पीएमएलए के प्रावधानों के अनुसार ये संपत्तियां काली कमाई से अर्जित हैं और सीसी थंपी और सुमित चड्ढा को इनको छिपाने और उपयोग करने में शामिल पाया गया है. जांच में पाया गया कि थंपी रॉबर्ट वाड्रा का करीबी सहयोगी है. रॉबर्ट वाड्रा ने न सिर्फ सुमित चड्ढा के जरिए से लंदन के 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर में उपरोक्त संपत्ति का रेनोवेशन किया, बल्कि उसी में रहे भी.

ED ने पहले भी की पूछताछ

ईडी ने दावा किया, रॉबर्ट वाड्रा और थंपी ने फरीदाबाद में जमीन का एक बड़ा हिस्सा खरीदा और एक-दूसरे के साथ वित्तीय लेनदेन किया. इस मामले में वाड्रा से ईडी पहले भी पूछताछ कर चुकी है और उन्होंने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है. ED इस मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है, लेकिन उसमें वाड्रा बतौर आरोपी नहीं हैं.

“10 घंटे तक पूछताछ की गई”

इससे पहले भी अप्रैल के महीने में इसी केस में वाड्रा को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था. इस दौरान वाड्रा पत्नी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के साथ पहुंचे थे. इस दौरान वाड्रा ने पूछताछ को लेकर कहा था कि, मैं एजेंसी के दूसरे समन को देखकर हैरान था क्योंकि मैं पहले ही इसी मामले के संबंध में एजेंसी के सामने 15 बार पेश हो चुका हूं. मुझसे 10 घंटे तक पूछताछ की गई और मैंने 23,000 दस्तावेज दिए. मैंने एजेंसी को 2019 के अपने बयान दिखाए और आप वही सवाल पूछ रहे हैं जिनका मैंने 2019 में जवाब दिया था और एजेंसी के लोग भी हैरान थे. मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है.

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से आज मिलेंगे पीएम मोदी, पहलगाम हमले के बाद 33 देशों में गए थे डेलिगेशन

#pmmetmembersofallpartydelegation 

प्रधानमंत्री मोदी आज ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी मंगलवार शाम 7 बजे अपने निवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर विदेश गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू के कार्यालय ने सभी डेलिगेशन मेंबर्स को इस बैठक की जानकारी दे दी है।

सूत्रों के मुताबिक,विदेश में गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्य प्रधानमंत्री के साथ अपनी प्रतिक्रिया साझा करेंगे। पूर्व सांसद और पूर्व राजनयिक भी इन प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा थे, जिन्होंने 33 विदेशी राजधानियों और यूरोपीय संघ का दौरा किया। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के कुल 7 समूहों ने विभिन्न देशों की राजधानियों का दौरा किया और आतंकवाद के खिलाफ भारत की शून्य सहिष्णुता की नीति को सामने रखा। प्रतिनिधिमंडल में एनसीपी-एससीपी की सुप्रिया सुले, कांग्रेस के शशि थरूर, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी जैसे 50 से अधिक विपक्षी सांसद, नेता और पूर्व राजदूत शामिल थे। 

ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाक

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी। जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। इस मिशन में पाकिस्तान और पीओजेके (पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर) में आतंकी ठिकानों पर निशाना साधते हुए 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया। इस वार से बौखलाए पाकिस्तान ने भी भारत पर हमला कर दिया था। हालांकि, पाकिस्तान को इसका मुंहतोड़ जवाब मिला था। जिसके बाद पाकिस्तान घुटनों पर आने को मजबूर हुआ था।

30 से ज्यादा देशों का दौरा

इसके बाद भारत ने दुनिया को बताने के लिए एक राजनयिक अभियान शुरू किया। सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्रीय एकता का संदेश देने के लिए बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे। जिसमें 7 समूहों में बंटे 50 से ज्यादा सांसद, पूर्व राजदूत और सरकारी अधिकारी शामिल थे। इन दलों ने 30 से ज्यादा देशों का दौरा किया। बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में एक दल सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, अल्जीरिया गया। रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व वाला दल ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, ईयू, इटली और डेनमार्क गया। शशि थरूर के नेतृत्व में अमेरिका, ब्राज़ील, पनामा जैसे देशों में भारत का पक्ष रखा गया. बाकी समूहों ने अफ्रीका, एशिया और यूरोप के कई देशों में भारत की नीति को समझाया।

बकरीद पर पीएम मोदी की चिट्ठी का बांग्लादेश सरकार ने दिया जवाब, युनूस के बदले सुर का क्या है राज?

#pm_modi_yunus_eid_exchange_strengthening

बांग्लादेश के अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस के सुर बदले-बदले से लग रहे हैं। मोहम्मद यूनुस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बकरीद पर लिखे पत्र का जवाब दिया है। यूनुस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि आपसी सम्मान और समझ की भावना लोगों के कल्याण के लिए काम करने में भारत और बांग्लादेश का मार्गदर्शन करती रहेगी। इससे पहले पीएम मोदी ने बांग्लादेश के लोगों और वहां के अंतरिम नेता यूनुस को ईद-उल-अजहा की शुभकामनाएं दी थीं।

पीएम मोदी ने भारत की जनता और सरकार की ओर से बकरीद की मुबारकबाद देते हुए 4 जून को एक पत्र लिखा था। मोहम्मद युनूस ने पीएम मोदी के पत्र का जवाब दिया है और पत्र को सोशल साइट एक्स पर रविवार को पोस्ट किया है। यूनुस ने रविवार को एक्स पर इस संबंध में दो पत्र पोस्ट किए। यूनुस ने जवाब देते हुए कहा, ईद-उल-अजहा चिंतन का समय है, जो समुदायों को एक साथ लाता है और हम सभी को दुनिया भर के लोगों के अधिक से अधिक लाभ के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करता है।

उन्होंने भारत और बांग्लादेश के बीच आपसी सम्मान और सहयोग की निरंतरता में विश्वास व्यक्त किया, और कहा, मैं आपके लिए, महामहिम, अच्छे स्वास्थ्य और खुशी की कामना करता हूं और भारत के लोगों के लिए शांति, प्रगति और समृद्धि की कामना करता हूं।

इससे पहले पीएम मोदी ने मुहम्मद यूनुस को लिखे पत्र में कहा कि भारत के लोगों और सरकार की ओर से, मैं आपको और बांग्लादेश के लोगों को ईद-उल-अजहा के शुभ अवसर पर हार्दिक बधाई देता हूं। उन्होंने आगे कहा कि यह त्योहार भारत की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह बलिदान, करुणा और भाईचारे के मूल्यों की याद दिलाता है। ये मूल्य एक शांतिपूर्ण दुनिया बनाने के लिए जरूरी हैं।

ईद पर शुभकामनाओं का आदान-प्रदान ऐसे समय में हुआ है जब बांग्लादेश राजनीतिक उथल-पुथल से जूझ रहा है। ढाका समेत कई शहरों में लोग आक्रोशित हैं। सरकार निवेशकों को बुला रही है, लेकिन कोई कामयाबी नहीं दिख रही। बांग्लादेश में सरकारी कामकाज से लेकर व्यापार तक हर ओर हाहाकार वाली स्थिति है।

कनाडा जा रहे पीएम मोदी, क्या जी-7 शिखर सम्मेलन के बहाने कम होगी रिश्तों में आई खटास?

#pmmodicanada_visit

कनाडा में होने वाले जी7 समिट के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया गया है। भारत-कनाडा के बीच तल्ख रहे रिश्तों के बीच कनाडा के इस कदम की चर्च हर ओर हो रही है। करीब दस साल बाद प्रधानमंत्री मोदी कनाडा की यात्रा करेंगे। इससे पहले अप्रैल 2015 में पीएम मोदी ने कनाडा का दौरा किया था। उस समय स्टीफन हार्पर कनाडा के प्रधानमंत्री थे। 2023 में खालिस्तान समर्थक सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से ही भारत और कनाडा के संबंध अब तक के सबसे खराब दौर में हैं। ऐसे में पीएम मोदी की यात्रा पर दुनियाभर की नजर है।

पीएम मोदी और पीएम कार्नी की पहली मुलाकात

भारत-कनाडा रिश्तों में खटास के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहली बार कनाडा जा रहे हैं। पहली बार पीएम मोदी और कनाडा के नवनिर्वाचित पीएम मार्क कार्नी आमने-सामने होंगे। पीएम मोदी और कनाडा के नए पीएम मार्क कार्नी के बीच यह पहली औपचारिक बैठक होगी। कार्नी ने चुनाव प्रचार के दौरान बार-बार भारत को एक ‘महत्वपूर्ण साझेदार’ बताया था। मोदी और कार्नी की ये मुलाकात न सिर्फ दो देशों के रिश्तों की दिशा तय करेगी बल्कि वैश्विक कूटनीति में भी एक नया अध्याय जोड़ सकती है।

भारत को लेकर क्या बोले कार्नी

कार्नी ने कहा कि भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और सबसे ज्यादा आबादी वाला देश भी है, इसलिए उसको इस जगह पर जरूर होना चाहिए। उन्होंने कहा, इस संदर्भ में दो पहलुओं को बताता हूं। पहला ये कि हम भूमिका में हैं, कनाडा जी-7 के अध्यक्ष की भूमिका में है और हमारे जी-7 सहयोगियों के साथ हुई चर्चाओं में ऊर्जा, सुरक्षा, डिजिटल फ्यूचर, महत्वपूर्ण खनिजों समेत अन्य मुद्दों महत्वपूर्ण चर्चाएं शामिल हैं। साथ ही उभरते और विकासशील देशों में बुनियादी ढांचे के निर्माण में साझेदारी शामिल है।

निज्जर हत्या के बाद बिगड़े संबंध

बता दें कि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में कनाडा के साथ भारत के संबंध बहुत ही खराब हो गए थे। ट्रूडो ने सितंबर 2023 में कनाडाई संसद में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया था। भारत ने इस आरोप को राजनीति से प्रेरित बताकर खारिज कर दिया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। इस घटना ने दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों को गंभीर रूप से प्रभावित किया था। इसका प्रभाव नई दिल्ली में हुए जी-20 सम्मेलन में औपचारिक अभिवादन में और फिर ट्रूडो के विमान में आई ख़राबी के बाद विमान की पेशकश पर भी दिखाई दिया।

आज से 3 देशों की यात्रा पर पीएम मोदी, पहले साइप्रस जाएंगे, ऑपरेशन सिंदूर के बाद कितना अहम है दौरा

#pmmodionkey3nationtour 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विदेश यात्रा पर रवाना हो गए हैं। इस दौरान वो तीन देशों की यात्रा करेंगे। वे साइप्रस से इस दौरे की शुरुआत करेंगे, फिर कनाडा और क्रोएशिया जाएंगे। इस दौरान वे 27 हजार 745 किमी का सफर तय करेंगे।पीएम 15-16 जून को साइप्रस में रहेंगे। 16 और 17 जून को कनाडा में G7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इसके बाद वे 18 जून को क्रोएशिया जाएंगे। 19 जून को भारत लौट आएंगे।

पीएम मोदी रविवार सुबह साइप्रस के लिए रवाना हुए। राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलाइड्स के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 15-16 जून को साइप्रस की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे।मोदी साइप्रस जाने वाले तीसरे भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। इससे पहले 1983 में इंदिरा गांधी और 2002 में अटल बिहारी वाजपेयी ने इस देश का दौरा किया था।

साइप्रस में पीएम का शेड्यूल

मोदी राजधानी निकोसिया में राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडोलाइड्स से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा लिमासोल में व्यापारिक नेताओं को संबोधित करेंगे। साइप्रस में 2015 तक 2700 भारतीय रहते थे। एक अनुमान के मुताबिक, 10 साल में यह संख्या बढ़कर 4 हजार हो गई है।

दौरे से पहले क्या बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि तीन देशों की यात्रा करना मेरे लिए सौभाग्य होगा। क्योंकि सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ जो लड़ाई भारत ने छेड़ी थी, उसमें इन देशों ने बहुत सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि इन सहयोगी देशों का आभार जताने के लिए यह बिल्कुल सही अवसर है।

पीएम का विदेश दौरा कूटनीतिक तौर पर बेहद अहम

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी का ये विदेश दौरा कूटनीतिक तौर पर बेहद अहम माना जा रहा। उनका लक्ष्य सीमा पार आतंकवाद और आतंकी समूहों के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन बनाना है।भारत ने मई में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की थी। उस कार्रवाई में सीमा पार आतंकवाद को ही निशाना बनाया गया था।

अहमदाबाद के दौरे पर पीएम मोदी, एअर इंडिया विमान हादसे की जगह पर पहुंचे

#pm_modi_ahmedabad_visit_plane_crash_incident_site

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह अहमदाबाद पहुंचे। पीएम मोदी पहले उस जगह पहुंचे जहां प्लेन क्रैश हुआ। पीएम ने हालातों का जायजा लिया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने सिविल अस्पताल में भर्ती कराए गए एकमात्र जीवित यात्री से भी मुलाकात की। पीएम मोदी के साथ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और स्थानीय अधिकारी भी मौजूद रहे, जिन्होंने हादसे के बारे में सूचना दी।

प्रधानमंत्री यहां सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट पर पहुंचे और वहां से सीधे मेघाणी नगर इलाके में दुर्घटना स्थल पर पहुंचे। मेघाणी नगर वो ही रिहायशी इलाका था जहां जाकर यह प्लेन क्रैश हुआ था।पीएम मोदी के साथ नागरिक उड्डयन मंत्री रामनोहन नायडू, गुजरात के गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, गृह मंत्री हर्ष संघवी और केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल भी मौजूद रहे।प्रधानमंत्री उस जगह भी गए जिस हॉस्टल पर विमान गिरा था।

पीएम मोदी ने अहमदाबाद में दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया। पीएम ने पोस्ट कर कहा, आज अहमदाबाद में दुर्घटनास्थल का दौरा किया। तबाही का मंजर दुखद है। इसके बाद अधिकारियों और टीमों से मुलाकात की। हमारी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने इस अकल्पनीय त्रासदी में अपने प्रियजनों को खो दिया।

घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद पीएम मोदी घायलों से मुलाकात करने के लिए अस्पताल के लिए रवाना हुए। पूरे प्लेन में से एक ही यात्री ऐसा था जो इस हादसे के बाद जिंदा बचा। यह किसी चमत्कार से कम नहीं था।दरअसल, प्लेन जाकर मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराया। इसी के चलते कई लोग घायल हो गए।

संकल्प से सिद्धि तक: मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार के 11 साल की उपलब्धियों को किया बयां, छत्तीसगढ़ सरकार के कामों का भी किया जिक्र

रायपुर- मुख्यमंत्री ने केंद्र में मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर “संकल्प से सिद्धि” अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर के सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा मोदी सरकार के 11 साल शानदार और ऐतिहासिक रहे है।छत्तीसगढ़ से PM मोदी का गहरा लगाव है। मोदी के नेतृत्व में अर्थव्यवस्था आज चौथे नंबर पर है।

संकल्प से सिद्धि तक: मोदी सरकार की उपलब्धियों को किया बयां

उन्होंने मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि देश में ट्रिपल तलाक और अनुच्छेद 370 को खत्म करने का काम प्रधानमंत्री ने किया। मुख्यमंत्री साय ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा पिछली सरकार ने गरीबों का आवास छीना था। हमारी सरकार 18 लाख आवास की स्वीकृति दी है।

छत्तीसगढ में महिलाओं से लेकर किसानों तक से किया वादा पूरा

उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार ने किसानों से किया वादा पूरा किया। 70 लाख महिलाओं के खाते में एक हजार भेज रहे है। भूमिहीन कृषि मजदूरों को राशि दे रहे है। रामलला योजना में हजारों लोग अयोध्या पहुंचे हैं। PM मोदी का आशीर्वाद छत्तीसगढ़ को मिल रहा है। आदिवासी समाज का मान सम्मान बहुत बढ़ा है।

जो छेड़ेगा, उसे छोड़ेंगे नहीं

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कुछ देशों ने पीएम मोदी को भगवान हनुमान का दर्ज दिया। जो हमें छेड़ेगा, उसे छोड़ेंगे नहीं। CM विष्णु देव साय ने कहा PSC गड़बड़ी की CBI जांच करायी गयी है। गड़बड़ी करने वाले लोग आज जेल में हैं। CM साय ने कहा कांग्रेस और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की कथनी और करनी में कोई तुलना नहीं है। कांग्रेस की PHD झूठ बोलने में है। झूठ बोलकर उनके चेहरे में सिकन नहीं होती।

नक्सल मोर्चे पर उपलब्धि

मुख्यमंत्री ने नक्सल मोर्चे पर छत्तीसगढ़ पुलिस की उपलब्धियोंको बयां करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सल कार्रवाई पर बड़ी सफलता मिली। अब बस्तर नक्सलमुक्त होने की कगार पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संभावना है मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद खत्म हो। जवान उत्साह के साथ काम कर रहे हैं। नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसें ले रहा है।

छत्तीसगढ़ में खत्म हो सकता है फाइव डे सिस्टम

छत्तीसगढ़ में फाइव डे वर्किंग सिस्टम खत्म हो सकता है। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस व्यवस्था को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि “फाइव डे वर्किंग को खत्म करने पर विचार करेंगे”, और यह भी बताया कि अधिकारी-कर्मचारी खुद 6 दिन कार्य दिवस करने की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर जल्द फैसला लिया जा सकता है।

*Mohammedan SC Kicks Off Preparations for CFL 2025 with Youthful Squad*

Sports News 

 Sports Desk: Mohammedan Sporting Club began their training camp for the upcoming Calcutta Football League (CFL) 2025 season with an enthusiastic first session at their club ground.

 The training marks the start of their CFL journey, with the squad primarily consisting of promising young talents from Bengal forming the backbone of the reserve team.

The club’s focus on nurturing local youth was evident as fresh faces took to the field under the watchful eyes of the coaching staff. The energetic session set the tone for what promises to be an exciting and developmental campaign ahead for the club.

Mohammedan SC aims to blend tradition with youth development in this edition of the CFL. The reserve side, filled with raw talent and hunger to prove themselves, will look to make a strong impression and push for higher honours.

With training underway and spirits high, Mohammedan SC is gearing up to make a mark in CFL 2025, staying true to their legacy while building a future around Bengal’s budding footballers.

 Pic Courtesy by: Mohammedan Sporting Club

राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, छात्रों की समस्याओं को लेकर की ये मांगे

#rahulgandhilettertopm_modi

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने छात्रों की समस्याओं को लेकर पीएम मोदी को पत्र लिखा है। अपने पत्र के जरिए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने पत्र में देश के दलित, अनुसूचित जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक छात्रों के हित में फैसले लेने की अपील की है। राहुल ने अपने पत्र में हॉस्टल में होने वाली असुविधाओं का जिक्र किया। राहुल ने बताया कि वे पिछले महीने बिहार में अंबेडकर हॉस्टल गए थे, जहां स्टूडेंट ने इन समस्याओं को जिक्र किया था।

छात्रवृत्ति और छात्रावास तत्काल ध्यान देने की अपील

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से छात्रों से जुड़े दो मुद्दों पर तत्काल ध्यान देने की अपील की है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि हाशिए पर पड़े समुदायों से आने वाले 90 प्रतिशत छात्रों की शिक्षा में छात्रवृत्ति और छात्रावास के कारण बाधा आती है। राहुल ने लिखा कि दलित, एसटी, इकोनॉमिक बैकवर्ड क्लास, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों के स्टूडेंट को मिलने वाली स्कॉलरशिप में देरी न हो। उन्होंने कहा कि स्कॉलरशिप पाने वाले दलित छात्रों की संख्या लगभग आधी हो गई है। 2023 में ये 1.36 लाख थी, जो 2024 में घटकर 0.69 लाख रह गई है।

बिहार दौरा का किया जिक्र

अपने बिहार दौरे का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा, बिहार के दरभंगा में आंबेडकर छात्रावास के हाल के दौरे के दौरान छात्रों ने शिकायत की। एक ही कमरे में 6-7 छात्रों को रहने के लिए मजबूर होना पड़ता है। शौचालय बदहाल हैं। पीने का पानी भी असुरक्षित है। भोजनालय की सुविधा नहीं मिलती। पुस्तकालयों या इंटरनेट जैसी बुनियादी सेवाएं भी नदारद हैं।

सकारात्मक प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने आगे कहा है कि मैंने यहां सिर्फ बिहार का उदाहरण दिया है लेकिन यही हाल पूरे देश का है। मैं सरकार से इन विफलताओं को दूर करने के लिए तुरंत दो कदम उठाने का आग्रह करता हूं। मुझे यकीन है कि आप इस बात से सहमत होंगे कि जब तक निचले तबके के युवा आगे नहीं बढ़ेंगे, तब तक भारत प्रगति नहीं कर सकता। मैं आपकी सकारात्मक प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रहा हूं।

जी7 से पहले साइप्रस जाएंगे पीएम मोदी, पाकिस्तान और उसके दोस्त तुर्की को सीधा संदेश

#pmmodivisitcyprusgivediplomaticanswertopakistanallyturkey

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी साइप्रस और क्रोएशिया के दौरे पर जाने वाले हैं। यह दौरा उनकी कनाडा में होने वाले G7 शिखर सम्मेलन यात्रा से पहले होगा। वह कनाडा के रास्ते में ही इन दोनों देशों का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री का यह साइप्रस दौरा भारत का तुर्की को जवाब माना जा रहा है। पीएम मोदी को पिछले महीने क्रोएशिया जाना था। इसके साथ वे नीदरलैंड और नॉर्वे भी जाने वाले थे। लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण यह दौरा रद्द हो गया था।

साइप्रस और क्रोएशिया की यात्रा क्यों महत्वपूर्ण

जी7 शिखर सम्मेलन कनाडा के अल्बर्टा में 15 से 17 जून को होगा। प्रधानमंत्री इसके आखिरी दिन एक विशेष सत्र में भाग लेंगे। पीएम मोदी जी7 की मीटिंग के लिए कडाना जाने के क्रम में साइप्रस जाएंगे। साथ ही वापसी के क्रम में वह क्रोएशिया का दौरा भी करेंगे। भारत यूरोप में लगातार अपनी पैठ मजबूत कर रहा है। वह यूरोपीय संघ के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर भी बातचीत कर रहा है। साइप्रस और क्रोएशिया दोनों ही यूरोपीय संघ के सदस्य हैं। ऐसे में उनकी साइप्रस और क्रोएशिया की यात्रा बहुत ही महत्वपूर्ण है।

क्यों साइप्रस जा रहे प्रधानमंत्री मोदी?

पीएम मोदी के साइप्रस दौरे के कई कारण हैं। इसके अलावा भारत तुर्की को सा सन्देश देना चाहता है। तुर्की की साइप्रस से बिलकुल नहीं बनती। इसके अलावा साइप्रस ने हमेशा कश्मीर और पाकिस्तान से होने वाले सीमा-पार आतंकवाद पर भारत का समर्थन किया है। साइप्रस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सीट, न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप की सदस्यता और 1998 के परमाणु परीक्षणों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी भारत का साथ दिया है।

साइप्रस की यात्रा करने वाले तीसरे, क्रोएशिया जाने वाले पहले पीएम

नरेंद्र मोदी साइप्रस की यात्रा करने वाले तीसरे भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। उनसे पहले साल 1983 में इंदिरा गांधी और साल 2002 में अटल बिहारी वाजयपेयी ने साइप्रस का दौरा किया था। वहीं, पीएम मोदी पहली बार क्रोएशिया जाने वाले पहले भारतीय पीएम बनेंगे। एस जयशंकर 2021 में दक्षिण-पूर्वी यूरोपीय देश का दौरा करने वाले पहले भारतीय विदेश मंत्री बने। जयशंकर के दौरे के बाद भारत और क्रोएशिया ने रक्षा सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए।

हरियाणा जमीन घोटाला: ED के सामने पेश नहीं हुए रॉबर्ट वाड्रा, बोले- तबियत नहीं है ठीक

केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा को कथित हरियाणा जमीन घोटाले के मामले में समन किया, लेकिन रॉबर्ट वाडरा दफ्तर नहीं पहुंचे. इसी के बाद अब सामने आया है कि वाड्रा आज ईडी के दफ्तर नहीं जाएंगे. उन्होंने ईडी को ईमेल लिख कर समय मांगा. वाड्रा ने तबियत खराब होने का हवाला दिया है. ईडी को मेल कर अगली तारीख पर पूछताछ में शामिल होने को कहा है.

वाड्रा को हरियाणा जमीन घोटाले में PMLA के तहत समन किया गया है. वाड्रा ने ईडी को ईमेल लिख कर समय मांगा. रॉबर्ड वाड्रा आज ईडी दफ्तर नही जाएंगे. वाड्रा ने तबियत खराब होने का हवाला दिया है. ईडी को मेल कर अगली तारीख पर पूछताछ में शामिल होने को कहा है. इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा से ईडी पहले भी पूछताछ कर चुकी है. पहले ही पूछताछ में वाड्रा ने आरोपों से और किसी भी तरह की गलत गतिविधि में शामिल होने से इनकार कर दिया था.

रॉबर्ट वाड्रा पर क्या है आरोप?

संजय भंडारी के मामले में रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप है. भंडारी साल 2016 में भारत से भाग गया था और फिलहाल वो यूनाइटेड किंगडम में रहता है, कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा का करीबी सहयोगी है. ईडी के आरोप के मुताबिक, संजय भंडारी के पास करोड़ो की अघोषित विदेशी आय और संपत्तियां हैं, जिनमें नंबर 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर, लंदन और 6 ग्रोसवेनर हिल कोर्ट, लंदन की संपत्तियां शामिल हैं.

ईडी ने आरोप लगाया, पीएमएलए के प्रावधानों के अनुसार ये संपत्तियां काली कमाई से अर्जित हैं और सीसी थंपी और सुमित चड्ढा को इनको छिपाने और उपयोग करने में शामिल पाया गया है. जांच में पाया गया कि थंपी रॉबर्ट वाड्रा का करीबी सहयोगी है. रॉबर्ट वाड्रा ने न सिर्फ सुमित चड्ढा के जरिए से लंदन के 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर में उपरोक्त संपत्ति का रेनोवेशन किया, बल्कि उसी में रहे भी.

ED ने पहले भी की पूछताछ

ईडी ने दावा किया, रॉबर्ट वाड्रा और थंपी ने फरीदाबाद में जमीन का एक बड़ा हिस्सा खरीदा और एक-दूसरे के साथ वित्तीय लेनदेन किया. इस मामले में वाड्रा से ईडी पहले भी पूछताछ कर चुकी है और उन्होंने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है. ED इस मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है, लेकिन उसमें वाड्रा बतौर आरोपी नहीं हैं.

“10 घंटे तक पूछताछ की गई”

इससे पहले भी अप्रैल के महीने में इसी केस में वाड्रा को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था. इस दौरान वाड्रा पत्नी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के साथ पहुंचे थे. इस दौरान वाड्रा ने पूछताछ को लेकर कहा था कि, मैं एजेंसी के दूसरे समन को देखकर हैरान था क्योंकि मैं पहले ही इसी मामले के संबंध में एजेंसी के सामने 15 बार पेश हो चुका हूं. मुझसे 10 घंटे तक पूछताछ की गई और मैंने 23,000 दस्तावेज दिए. मैंने एजेंसी को 2019 के अपने बयान दिखाए और आप वही सवाल पूछ रहे हैं जिनका मैंने 2019 में जवाब दिया था और एजेंसी के लोग भी हैरान थे. मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है.

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से आज मिलेंगे पीएम मोदी, पहलगाम हमले के बाद 33 देशों में गए थे डेलिगेशन

#pmmetmembersofallpartydelegation 

प्रधानमंत्री मोदी आज ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी मंगलवार शाम 7 बजे अपने निवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर विदेश गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू के कार्यालय ने सभी डेलिगेशन मेंबर्स को इस बैठक की जानकारी दे दी है।

सूत्रों के मुताबिक,विदेश में गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्य प्रधानमंत्री के साथ अपनी प्रतिक्रिया साझा करेंगे। पूर्व सांसद और पूर्व राजनयिक भी इन प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा थे, जिन्होंने 33 विदेशी राजधानियों और यूरोपीय संघ का दौरा किया। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के कुल 7 समूहों ने विभिन्न देशों की राजधानियों का दौरा किया और आतंकवाद के खिलाफ भारत की शून्य सहिष्णुता की नीति को सामने रखा। प्रतिनिधिमंडल में एनसीपी-एससीपी की सुप्रिया सुले, कांग्रेस के शशि थरूर, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी जैसे 50 से अधिक विपक्षी सांसद, नेता और पूर्व राजदूत शामिल थे। 

ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाक

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी। जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। इस मिशन में पाकिस्तान और पीओजेके (पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर) में आतंकी ठिकानों पर निशाना साधते हुए 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया। इस वार से बौखलाए पाकिस्तान ने भी भारत पर हमला कर दिया था। हालांकि, पाकिस्तान को इसका मुंहतोड़ जवाब मिला था। जिसके बाद पाकिस्तान घुटनों पर आने को मजबूर हुआ था।

30 से ज्यादा देशों का दौरा

इसके बाद भारत ने दुनिया को बताने के लिए एक राजनयिक अभियान शुरू किया। सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्रीय एकता का संदेश देने के लिए बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे। जिसमें 7 समूहों में बंटे 50 से ज्यादा सांसद, पूर्व राजदूत और सरकारी अधिकारी शामिल थे। इन दलों ने 30 से ज्यादा देशों का दौरा किया। बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में एक दल सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, अल्जीरिया गया। रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व वाला दल ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, ईयू, इटली और डेनमार्क गया। शशि थरूर के नेतृत्व में अमेरिका, ब्राज़ील, पनामा जैसे देशों में भारत का पक्ष रखा गया. बाकी समूहों ने अफ्रीका, एशिया और यूरोप के कई देशों में भारत की नीति को समझाया।

बकरीद पर पीएम मोदी की चिट्ठी का बांग्लादेश सरकार ने दिया जवाब, युनूस के बदले सुर का क्या है राज?

#pm_modi_yunus_eid_exchange_strengthening

बांग्लादेश के अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस के सुर बदले-बदले से लग रहे हैं। मोहम्मद यूनुस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बकरीद पर लिखे पत्र का जवाब दिया है। यूनुस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि आपसी सम्मान और समझ की भावना लोगों के कल्याण के लिए काम करने में भारत और बांग्लादेश का मार्गदर्शन करती रहेगी। इससे पहले पीएम मोदी ने बांग्लादेश के लोगों और वहां के अंतरिम नेता यूनुस को ईद-उल-अजहा की शुभकामनाएं दी थीं।

पीएम मोदी ने भारत की जनता और सरकार की ओर से बकरीद की मुबारकबाद देते हुए 4 जून को एक पत्र लिखा था। मोहम्मद युनूस ने पीएम मोदी के पत्र का जवाब दिया है और पत्र को सोशल साइट एक्स पर रविवार को पोस्ट किया है। यूनुस ने रविवार को एक्स पर इस संबंध में दो पत्र पोस्ट किए। यूनुस ने जवाब देते हुए कहा, ईद-उल-अजहा चिंतन का समय है, जो समुदायों को एक साथ लाता है और हम सभी को दुनिया भर के लोगों के अधिक से अधिक लाभ के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करता है।

उन्होंने भारत और बांग्लादेश के बीच आपसी सम्मान और सहयोग की निरंतरता में विश्वास व्यक्त किया, और कहा, मैं आपके लिए, महामहिम, अच्छे स्वास्थ्य और खुशी की कामना करता हूं और भारत के लोगों के लिए शांति, प्रगति और समृद्धि की कामना करता हूं।

इससे पहले पीएम मोदी ने मुहम्मद यूनुस को लिखे पत्र में कहा कि भारत के लोगों और सरकार की ओर से, मैं आपको और बांग्लादेश के लोगों को ईद-उल-अजहा के शुभ अवसर पर हार्दिक बधाई देता हूं। उन्होंने आगे कहा कि यह त्योहार भारत की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह बलिदान, करुणा और भाईचारे के मूल्यों की याद दिलाता है। ये मूल्य एक शांतिपूर्ण दुनिया बनाने के लिए जरूरी हैं।

ईद पर शुभकामनाओं का आदान-प्रदान ऐसे समय में हुआ है जब बांग्लादेश राजनीतिक उथल-पुथल से जूझ रहा है। ढाका समेत कई शहरों में लोग आक्रोशित हैं। सरकार निवेशकों को बुला रही है, लेकिन कोई कामयाबी नहीं दिख रही। बांग्लादेश में सरकारी कामकाज से लेकर व्यापार तक हर ओर हाहाकार वाली स्थिति है।

कनाडा जा रहे पीएम मोदी, क्या जी-7 शिखर सम्मेलन के बहाने कम होगी रिश्तों में आई खटास?

#pmmodicanada_visit

कनाडा में होने वाले जी7 समिट के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया गया है। भारत-कनाडा के बीच तल्ख रहे रिश्तों के बीच कनाडा के इस कदम की चर्च हर ओर हो रही है। करीब दस साल बाद प्रधानमंत्री मोदी कनाडा की यात्रा करेंगे। इससे पहले अप्रैल 2015 में पीएम मोदी ने कनाडा का दौरा किया था। उस समय स्टीफन हार्पर कनाडा के प्रधानमंत्री थे। 2023 में खालिस्तान समर्थक सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से ही भारत और कनाडा के संबंध अब तक के सबसे खराब दौर में हैं। ऐसे में पीएम मोदी की यात्रा पर दुनियाभर की नजर है।

पीएम मोदी और पीएम कार्नी की पहली मुलाकात

भारत-कनाडा रिश्तों में खटास के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहली बार कनाडा जा रहे हैं। पहली बार पीएम मोदी और कनाडा के नवनिर्वाचित पीएम मार्क कार्नी आमने-सामने होंगे। पीएम मोदी और कनाडा के नए पीएम मार्क कार्नी के बीच यह पहली औपचारिक बैठक होगी। कार्नी ने चुनाव प्रचार के दौरान बार-बार भारत को एक ‘महत्वपूर्ण साझेदार’ बताया था। मोदी और कार्नी की ये मुलाकात न सिर्फ दो देशों के रिश्तों की दिशा तय करेगी बल्कि वैश्विक कूटनीति में भी एक नया अध्याय जोड़ सकती है।

भारत को लेकर क्या बोले कार्नी

कार्नी ने कहा कि भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और सबसे ज्यादा आबादी वाला देश भी है, इसलिए उसको इस जगह पर जरूर होना चाहिए। उन्होंने कहा, इस संदर्भ में दो पहलुओं को बताता हूं। पहला ये कि हम भूमिका में हैं, कनाडा जी-7 के अध्यक्ष की भूमिका में है और हमारे जी-7 सहयोगियों के साथ हुई चर्चाओं में ऊर्जा, सुरक्षा, डिजिटल फ्यूचर, महत्वपूर्ण खनिजों समेत अन्य मुद्दों महत्वपूर्ण चर्चाएं शामिल हैं। साथ ही उभरते और विकासशील देशों में बुनियादी ढांचे के निर्माण में साझेदारी शामिल है।

निज्जर हत्या के बाद बिगड़े संबंध

बता दें कि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में कनाडा के साथ भारत के संबंध बहुत ही खराब हो गए थे। ट्रूडो ने सितंबर 2023 में कनाडाई संसद में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया था। भारत ने इस आरोप को राजनीति से प्रेरित बताकर खारिज कर दिया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। इस घटना ने दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों को गंभीर रूप से प्रभावित किया था। इसका प्रभाव नई दिल्ली में हुए जी-20 सम्मेलन में औपचारिक अभिवादन में और फिर ट्रूडो के विमान में आई ख़राबी के बाद विमान की पेशकश पर भी दिखाई दिया।