आत्मानंद शिक्षण संस्थान में संस्कृत भाषा शिविर का समापन
विवेक शास्त्रीनैमिषारण्य
नैमिषारण्य तीर्थ क्षेत्र के अंतर्गत ठाकुर नगर ग्राम पंचायत में स्थित श्री आत्मानंद संस्कृत शिक्षण संस्थान आवासीय गुरुकुल मे संस्कृत भारती अवध प्रांत द्वारा आवासीय भाषा बोधन का सात दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ।
इस शिविर में 7 दिनों में संस्कृत भाषा के महत्व और संस्कृत भाषा बोलना पढ़ना सिखाया गया । इस शिविर के चलते गुरुकुल मे संस्कृत का वातावरण बना रहा । यह शिविर 2 जनवरी से प्रारंभ होकर 8 जनवरी तक संचालित हुआ । इस शिविर में आवासीय छात्र और छात्राओं के साथ साथ पाँच जनपदों से आये हुए लोगों ने भी भाग लिया ।
अवध प्रान्त अध्यक्ष शोभन लाल उकिल ने संस्कृत भाषा के महत्त्व को बताते हुए कहा कि संस्कृत भाषा हमें वेदों से प्राप्त हुई है। प्रकृति और प्रत्यय का समायोजन ही व्याकरण है । जिसे सैकडों वर्षो से हमारे आचार्यों द्वारा रक्षित किया जा रहा है । भारत वर्ष के विकास मे संस्कृत का बहुत बड़ा योगदान रहा है। समस्त भारत वर्ष मे संस्कृत भाषा का प्रचार प्रसार करना ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए ।
श्री आत्मानंद शिक्षण संस्थान के प्रबंधक सर्वेश कुमार शुक्ल ने आये हुए अथितियों को माला पहनाकर व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया । शिविर के समापन में मुख्य अतिथि के रूप मे ब्लॉक प्रमुख मिश्रिख राम किंकर पाण्डेय, संस्कृत भारतीय अवध प्रान्त के क्षेत्र संगठन मंत्री प्रमोद पंडित, अवध प्रान्त अध्यक्ष शोभन लाल उकिल,संस्कृत भारतीय के संगठन मंत्री डॉ गौरव नायक, प्रान्त सहमंत्री डॉ रत्नेश त्रिपाठी, विभाग संयोजक व परीक्षण प्रमुख डॉ ओमकार नारायण, प्रान्त मंत्री डॉ अनिल कुमार,संस्थान संरक्षक राम किशोर दीक्षित, वर्गधिकारी रमेश शुक्ल आदि ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम मे संस्कृत भारती जिला संयोजक स्वदेश शुक्ल,प्राध्यापक डॉ रामदेव तिवारी, अम्बुज मिश्र तथा गुरुकुल स्टाफ व अन्य लोग भी उपस्थित रहे ।





भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी सोनालबेन मोदी गुरुवार को नैमिषारण्य पहुंची। नैमिषारण्य में सबसे पहले वह समाजसेवी योगेंद्र दीक्षित की कोठी पर पहुँची जहाँ उनको पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया ।



सीतापुर हरदोई की सीमा पर स्थित ग्राम ठाकुरनगर के पासउक्त मार्ग पर काफी देर तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन व पुलिस ने बड़ी मशक्कत व मान-मनौवल के बाद परिजनों व भीड़ को समझाया बुझाया । जिसके बाद धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो पाई। मौके पर पहुँचे सीओ दीपक कुमार सिंह ने मृतक के परिजनों को कड़ी कार्यवाही व नियमानुसार मुआवजे की प्रक्रिया में सहयोग करने की बात कहीं । ज्ञात हो कि बीती शाम मृतक शैलेन्द्र यादव पुत्र शंभू दयाल उम्र 35 वर्ष निवासी ढीकोना थाना बेनीगंज हरदोई की हत्या कर दी गई थी पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था जिसमे मृतक के पिता की शिकायत पर पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के बाद घटित घटना में 03 अभियुक्तों भोलू कश्यप पुत्र रमाकान्त निवासी ग्राम बीहट गौड़ थाना रामकोट जनपद सीतापुर, रिषभ पुत्र वेदप्रकाश शुक्ला निवासी नारदानंद आश्रम कस्बा व थाना नैमिषारण्य जनपद सीतापुर, मधुर तिवारी पुत्र नरेश तिवारी निवासी ग्राम पूरब वार्ड 02 कस्बा व थाना नैमिषारण्य जनपद सीतापुर की गिरफ्तारी हो चुकी है । मौके पर मौजूद सीओ दीपक कुमार सिंह में पत्रकारों से वार्ता में बताया कि बीती शाम घटित हत्याकांड में नामित तीनो अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है l अभियुक्तों को पुलिस अभिरक्षा में रखकर पूंछतांछ की जा रही है । मृतक के परिजन मुआवजे की मांग को लेकर आक्रोशित थे, जिन्हे समझाकर नियमानुसार कारवाई का आश्वासन दिया गया है ।


धार्मिक एवं पौराणिक स्थलों में नैमिषारण्य का अपना अलग ही महत्व है । वेदों, पुराणों, रामायण, ग्रंथों एवं महाकाव्यों में नैमिष के महत्व का वर्णन मिलता है। इस तीर्थ को प्रदेश के सभी प्रमुख तीर्थों से जोड़ने के उद्देश्य से नैमिषारण्य मथुरा रेल जोड़ो अभियान समिति ने तीर्थ स्थित शांति कुटी आश्रम में पत्रकार वार्ता की । पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए स्वामी नारदानन्द आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी देवेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज जी ने बताया कि
भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के जिन पांच तीर्थों को वैश्विक पर्यटन केन्द्र घोषित किया गया है उनमें अयोध्या, काशी (वाराणसी), प्रयागराज, मथुरा के साथ नैमिषारण्य भी है। इनमें अयोध्या, काशी, प्रयागराज, मथुरा सभी रेलमार्ग सहित हवाई व राष्ट्रीय राजमार्ग / एक्सप्रेस वे से जुड़े हुए है, किन्तु नैमिष धाम को रेल, एक्सप्रेस वे या राष्ट्रीय राजमार्ग अथवा हवाई मार्ग में से अभी तक कुछ भी नसीब नहीं है। यहांतक कि नैमिष को जोड़ने वाली कोई फोरलेन सड़क तक नहीं है । नैमिष धाम का अन्य तीर्थों से भारत की जीवन रेखा "रेल" से जुड़ाव न होने के कारण तीर्थयात्रियों / पर्यटकों को आवाजाही में बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। प्रदेश सरकार द्वारा नैमिष तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद गठित कर अनेक विकास कार्य किये जा रहे है, किन्तु यातायात की सुगमता हेतु रेल मार्ग विकसित करने का कार्य केन्द्र सरकार के अधीन होने के कारण वर्षों से स्थिति यथावत् बनी हुयी है। समिति के अध्यक्ष डा० एस० आर० सिंह ने बताया कि नैमिषारण्य को अन्य वैश्विक तीर्थों/पर्यटन केन्द्रों से रेल मार्ग से जोड़े जाने की अतिआवश्यकता को महसूस करते हुए विभिन्न विभागों के सेवानिवृत्त लोक सेवकों ने नैमिष आकर यहां के आश्रमों/मठों के पीठाधीश्वरों एवं महन्तों से इस मुहिम में सहयोग करने की मांग की है l इस अवसर पर स्वामी शाश्वतानंद, स्वामी नित्यानंद, अजय पाल सोमवंशी, राम आधार पाण्डेय, जगदीश वर्मा, रामवीर सिंह, गिरीश कुमार, जंग बहादुर सिंह मौजूद रहे l
Feb 16 2025, 10:33
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
10.4k