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1.42 करोड़ रुपए से आठ राजकीय स्कूलों में बनेंगे पुस्तकालय

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के आठ राजकीय विद्यालयों में एक करोड़ 42 लाख की लागत से पुस्तकालय बनाए जाएंगे। इससे स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को पठन - पाठन में दिक्कत नहीं होगी। समग्र शिक्षा अभियान के तहत इसका काम होगा। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव को भेज दिया है। बालिकाओं को चार के समीप हाईस्कूल तक की शिक्षा देने के लिए साल 2009,2010,2011 में चरणबद्ध तरीके से 33 पूर्व माध्यमिक विद्यालय को उच्चीकृत कर हाईस्कूल का दर्जा दिया गया।

एक - एक विद्यालय पर 58-58 लाख की लागत से भवन, शौचालय, लैब, पेजयल की सुविधाएं की गई। करीब डेढ़ दशक तक उनकी देखरेख नहीं की गई, लेकिन अब समग्र शिक्षा के तहत उनको बेहतर किया जा रहा है। लैब, उच्चीकृत भवन, पेजयल, शौचालय समेत अन्य संसाधनों को बेहतर किया जा रहा है। 2011-12 में बनाए गए आठ स्कूलों में पुस्तकालय की सुविधा नहीं थी। इन स्कूलों में पुस्तकालय बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। शिक्षा विभाग की ओर से 17.86 लाख प्रति पुस्तकालय की दर से एक करोड़ 42 लाख का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने पर निर्माण शुरू कराया जाएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि आठ स्कूलों में पुस्तकालय बनाने के लिए परियोजना के पास प्रस्ताव भेजा गया है। उम्मीद है कि न?ए वित्तीय वर्ष से पहले ही स्वीकृत हो जाएगा।

बजट की कमी से फायर हाइड्रेंट सिस्टम का कार्य लटका

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में 2.21 करोड़ की लागत से फायर हाइड्रेंट सिस्टम लगाया जा रहा है। लेकिन बजट के अभाव में बीते दो महीने से कार्य ठप है। जिसे लेकर जिम्मेदार भी अनभिज्ञ बने हैं। अभी तक मात्र 40 फीसदी कार्य हुआ है, अस्पताल में सिर्फ पाइप बिछाया गया है। देश के क‌ई अस्पतालों में आग लगने की घटनाओं में लोगों की जान जा चुकी है। घटनाओं के बाद अस्पतालों में आग से बचाव का इंतजाम तेज कर दिया है। शासन के निर्देश पर जिला अस्पताल में फरार हाइड्रेंट सिस्टम का कार्य म‌‌ई 2024 में शुरू हुआ है। नौ महीने बाद भी अभी तक मात्र पाइप बिछाई गई है। भदोही के महाराजा चेतसिंह बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल के बाद जिला अस्पताल में फायर हाइड्रेंट सिस्टम की एक्सरे किया जाता है। लैब में 1700 से 1800 मरीजों जांच भी होती है। अस्पताल में रोजाना पांच हजार लोगों का आवागमन होता है ‌

एक सप्ताह पहले सीएमएस का प्रभार मिला है। फायर हाइड्रेंट सिस्टम कार्य क्यों ठप है। इसकी जानकारी कार्यालय से प्राप्त की जाएगी। उसे त्वरित शुरू करवाने की कोशिश होगी।

डॉ अजय तिवारी कार्यवाहक सीएमएस जिला अस्पताल

गंगा की रेती पर साधना में लीन 300 कल्पवासी

काशी, विंध्य प्रयाग के मध्य सेमराध नाथ धाम में गंगा की रेती पर 300 कल्पवासी साधना में लीन हैं। माघ पूर्णिमा पर कल्पवास मेले का समापन होगा। इसके पहले तक यहां आध्यात्म की रसधार बहती रहेगी। जनपद समेत बिहार, मुंबई और गुजरात तक के कल्पवासी यहां पहुंचकर माह पर्यंत साधना करते हैं। 1996 में शुरू हुए इस कल्पवास मेले में हर साल कल्पवासियों की संख्या बढ़ती जा रही है। गंगा की रेती पर सज रही इस धार्मिक नगरी में साहित्य, आध्यात्म और भक्त का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। 14 जनवरी 1996 को पहली बार सेमराध नाथ‌ की पावन धरती पर कल्पवास मेले का आयोजन शुरू हुआ। स्वामी राम शंकर दास ने काशी, विंध्य और प्रयाग के मध्य बिंदु पर एक महीने की आध्यात्मिक नगरी बसायी। शुरुआत में यहां कल्पवासियों की संख्या सीमित थी, लेकिन साल बीतने के साथ ही यहां कल्पवासियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस समय इस आध्यात्मिक आयोजन को सफल बनाने में स्वामी राम शंकर दास के परम शिष्य करुणा शंकर दास जी महाराज अपने सत प्रयास से जुटे हैं। समय के साथ प्रशासन का सहयोग भी बढ़ने लगा है। एक महीने तक बसने वाले इस आध्यात्मिक नगरी में प्रशासन की ओर से कल्पावासियों और श्रद्धालुओं की हर सुविधाओं का ध्यान रखा जाता है। गंगा की रेती पर पूरे माघ मास तक सीताराम संकीर्तन लगभग 7124 घंटों तक चलता है। इस साल मेले में 150 से अधिक टेंट लगाए गए हैं। जिसमें 300 कल्पवासी साधनारता है। विशेष स्नान पर्वों पर यहां लाखों लोग गंगा में डुबकी लगाते है।‌कल्पवास करने के दौरान आध्यात्मिक चिंतन तो होता ही है। पूरे यहां अलग-अलग आयोजन भी होते हैं। कल्पवासियों के दिन की शुरुआत सुबह चार बजे होती है। आध्यात्म के इस मंच पर साहित्य व और संस्कृति का भी संगम होता है। जिसमें काव्य पाठ, शास्त्रीय नृत्य का भी आयोजन होता है। सेमराध कल्पवास मेला 2025 में पहली बार हथिया बाबा चौराह बनाया गया जो काफी चर्चा में है।लोग स्वामी शंकर दास मार्ग से कल्पवास क्षेत्र में प्रवेश करते हैं। जहां हथिया बाबा चौराहा पर पहुंचने पर यदि दाहिने जाएंगे तो लपोड़ी स्वामी मार्ग है जो चौराहा से पश्चिम जाता है। यदि चौराहा से पूरब की तरफ जाना हो तो स्वामी श्री नाथ जी मार्ग है। यदि सीधा गंगा की तरफ जाना है तो लोगों को मौनी मार्ग से गंगा तट तक पहुंचाना होगा। इस चौराहा और मार्गों का नामकरण महंत करुणा शंकर दास जी ने किया है।

*सेमराध नाथ कल्पवास मेले में कवियों ने बिखेरा जादू

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।भदोही के सेमराध नाथ कल्पवास मेले में आयोजित कवि सम्मेलन में श्रोताओं को साहित्यिक रस की अनूठी अनुभूति हुई। इस आयोजन में 10 प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी रचनाओं से समां बांध दिया।

कार्यक्रम में देशभक्ति आध्यात्मिक और समसामयिक विषयों पर कविताएं प्रस्तुत की गई। प्रमुख कवि सुरेश पांडेय ने राष्ट्रभिक्त और गुरुवंदना पर अपनी ओजस्वी रचनाएं सुनाईं। उन्होंने बढ़ते भ्रष्टाचार पर कटाक्ष करते हुए समाज सुधार पर संदेश दिया। कवि विकेकानंद ने मां गंगा की महिमा पर काव्य पाठ किया, जिसमें पवित्र नदी के जीवनदायी स्वरूप का मार्मिक वर्णन था‌।‌ उनकी प्रस्तुति ने श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। कवि सम्मेलन में कुछ ने सामाजिक कुरीतियों पर व्यंग्यात्मक रचनाएं प्रस्तुत की, जबकि अन्य ने आध्यात्मिक और प्रेरणादायक कविताओं से लोगों का मन मोह लिया। श्रोताओं ने हर प्रस्तुति का तालियों से स्वागत किया। आयोजकों ने बताया कि कवि सम्मेलन कल्पवास मेले का मुख्य आकर्षण रहा। यह आयोजन हर साल साहित्य प्रेमियों को आकर्षित करता है और मेले की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध बनाता है।

*बीजेपी की जीत का जश्न: कार्यकर्ताओं ने दिल्ली-मिल्कीपुर जीत को बताया सुशासन और विकास का परिणाम*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा की सरकार बनने और मिल्कीपुर उप चुनाव में जीत मिलने पर भाजपा कार्यकर्ता गदगद हो गए हैं। शनिवार को जगह-जगह आतिशबाजी कर खुशी का इजहार किया। वक्ताओं ने इसे सुशासन और विकास मॉडल की जीत बताई। जिलाध्यक्ष दीपक मिश्रा के नेतृत्व में दुर्गागंज त्रिमुहानी पर ढोल-नगाड़े के साथ कायकर्ताओं ने नारेबाजी की।

भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन से दिल्ली में जीत मिली। जिस तरह से पार्टी लगातार चुनाव जीत रही है, इससे स्पष्ट हो गया है कि जनता भाजपा के साथ है। ज्ञानपुर विधायक विपुल दुबे ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार के विकास मॉडल को दिल्ली की जनता ने देखा। आप की गलत नीतियों से परेशान होकर लोगों ने भाजपा को प्रचंड जीत दी।

इस मौके पर जिला अध्यक्ष संतोष पांडेय पूर्व जिला अध्यक्ष विनय श्रीवास्तव संतोष सिंह गोवर्धन राय प्रवीण सिंह मुन्ना गोरेलाल पांडेय सुरेंद्र पांडेय राजेंद्र पाल बघेल चंद्रशेखर सिंह दीपक तिवारी छत्रपति सिंह उमाशंकर पाठक राजबली दुबे तथा सैकड़ो की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

*दिल्ली में लगेगा एशिया का सबसे बड़ा कालीन मेला: 14-17 अप्रैल तक भारत मंडपम में इंडिया कार्पेट एक्सपो*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) द्वारा 14 से 17 अप्रैल के बीच चार दिवसीय इंडिया कार्पेट एक्सपो-2025 का आयोजन नई दिल्ली के भारत मंडपम में करने जा रही। जिसके लिए स्टालों की बुकिंग शुरू कर दी गई है। इंडिया कार्पेट एक्सपो एशिया के सबसे बड़े हस्तनिर्मित कालीन मेले में से एक है। जो खरीदारों के लिए एक ही छत के नीचे सर्वोच्च हस्तनिर्मित कालीन और अन्य फर्श कवरिंग प्राप्त करने के लिए एक आदर्श मंच के रुप में कार्य करता है। यह भारतीय हस्तनिर्मित कालीनों और अन्य फर्श कवरिंग की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने तथा विदेशी कालीन खरीदारों के लिए भारतीय बुनकरों के बुनाई कला कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से द्विवर्षीय रुप से आयोजित किया जाता है।

प्रथम भारतीय कालीन मेला का आयोजन वर्ष 2001 में किया गया था। इस श्रृंखला में अक्टूबर-2024 तक कुल 47 शो आयोजित किए जा चुके हैं। सीईपीसी द्वारा वर्ष में दो मेले का आयोजन किया जाता चला आ रहा है। लेकिन पिछले वर्ष नई दिल्ली में आयोजित होने वाले कालीन मेले का आयोजन सीईपीपी द्वारा नहीं किया गया था।

दुनियाभर के ग्राहकों को आमंत्रण

सीईपीसी के सीओए सदस्य मो.वासिफ अंसारी ने बताया कि इंडिया कार्पेट एक्सपो एक बी-2-बी इंवेंट है। जो पूरी तरह से विदेशी खरीदारों पर केंद्रित है। सीईपीसी फेयर के लिए दुनियाभर के ग्राहकों को आमंत्रित करती है। इस मेले के लिए भी दुनियाभर के कालीन खरीदारों को आमंत्रित किया जाएगा। ताकि आयोजन होने वाले फेयर में जो भी निर्यातक अपने स्टालों को लगाए। उनको फेयर से व्यापार उत्पन्न हो सकें और उन्हें फायदा मिलें।

भारतीय प्रवासियों संग दुर्व्यवहार पर भड़के कांग्रेसी, भदोही कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही में जिला कांग्रेस कमेटी ने अमेरिका द्वारा भारतीय प्रवासियों के साथ किए गए अमानवीय व्यवहार के विरोध में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र कुमार दूबे राजन के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अपर जिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अमेरिका से भारतीय नागरिकों को हाथों में हथकड़ियां और पैरों में बेड़ियां पहनाकर भारत भेजा गया,जो अत्यंत शर्मनाक है।

पूर्व विधायक प्रत्याशी वसीम अंसारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगा कि जब वे अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ अच्छे संबंधों का दावा करते हैं,तो फिर भारतीय नागरिकों के साथ ऐसा अपमानजनक व्यवहार क्यों किया गया। वरिष्ठ नेता हसनैन अंसारी और सुरेश चंद मिश्रा ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि विश्व गुरु होने का दावा करने वाली सरकार इस मुद्दे पर मौन क्यों हैं उन्होंने विदेश मंत्रालय की भूमिका पर भी सवाल उठाए और महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में जानना चाहा। इस अवसर पर मुख्य रूप से सत्येंद्र प्रकाश तिवारी, माबूद खान, राजेश्वर दूबे, नाजिम अली, सुबूकतगीन अंसारी, शमशीर अंसारी,शिवपूजन मिश्रा,परवेज हाशमी, विमलेश पाल, नितिन सिंह, राम सिंह, नरेश मिश्रा बाला, धीरज मिश्रा, इत्यादि लोग उपस्थित रहे।

*कोइरौना में माघ मास का विशेष आयोजन: 30 साल से अखंड कीर्तन की परंपरा,गूज रहा भक्तों का जयकारा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही के पवित्र सेमराध नाथ धाम में माघ मास का विशेष आयोजन चल रहा है। गंगा तट पर स्थित इस धाम में पिछले 30 वर्षों से अखंड श्री सीताराम नाम संकीर्तन की परंपरा अटूट रुप से जारी है।

कल्पवास मेले में श्रद्धालुओं की भक्ति का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है। कल्पकुटी आश्रम के महंत करुणा शंकर दास जी महाराज के अनुसार, इस वर्ष मेले का 30 वां आयोजन है। मेले की खास बात यह है कि पुरुष रात्रि में और महिलाएं दिन में हनुमान जी की प्रतिमा के समक्ष अखंड कीर्तन करती है। संकीर्तन का यह 25 वां दिन है और यह पूरे माघ मास तक निरंतर चलेगा। मेले में स्थानीय श्रद्धालुओं के अलावा दूर - दराज से आई कीर्तन मंडलियां भी भाग ले रही है।

भक्तजन गंगा स्नान के साथ - साथ धार्मिक प्रवचनों का लाभ भी ले रहे हैं। संकीर्तन स्थल पर भजन - कीर्तन में लीन श्रद्धालु गहरी आध्यात्मिक शांति का अनुभव कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से कल्पावासियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की गई है।

साध्वी मनोरमा की राम कथा से गूंजा सेमराध नाथ धाम: हजारों श्रद्धालुओं ने सुनी कथा,माघ मास में कल्पवासियों की उमड़ी भीड़

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। भदोही के गंगा तट पर स्थित सेमराध नाथ धाम में पूर्ण माघ मास के दौरान चल रहे कल्पवासी मेले में साध्वी मनोरमा की राम कथा ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। साध्वी जी ने अपने प्रवचन में भगवान राम के जीवन से जुड़े आदर्शों और मर्यादाओं का विस्तृत वर्णन किया।‌ कथा के दौरान हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने जय श्रीराम के जयघोष से पूरे मेला क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया। साध्वी मनोरमा ने अपने ओजस्वी प्रवचन में बताया कि भगवान राम केवल एक राजा ही नहीं, बल्कि संपूर्ण मानवता के लिए प्रेरणास्रोत हैं। माघ मास के इस पावन अवसर पर सेमराध नाथ धाम में कल्पवास कर रहे श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न धार्मिक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। मेले में गंगा स्नान, धार्मिक अनुष्ठान, प्रवचन और भंडारे जैसी आध्यात्मिक गतिविधियां निरंतर चल रही है।

मेला प्रबंधन समिति ने बताया कि आगामी दिनों में और भी प्रख्यात संत - महात्माओं के प्रवचनों का आयोजन किया जाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। कल्पवासी मेले में श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे पूरा क्षेत्र भक्तिमय माहौल में सराबोर है।

*बिना डिग्री के क्लीनिक चला रहे सात झोलाछाप पर मुकदमे की सिफारिश*

178 को नोटिस जारी जवाब न देने वालों पर भी होगी कार्रवाई

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सीएमओ डॉ. एसके चक ने बिना डिग्री के क्लिनिक चला रहे सात झोलाछाप डॉक्टरों पर मुकदमा दर्ज कराने की संस्तुति की है। सीएमओ के आदेश के बाद झाेलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया है। सीएमओ की ओर से 178 नीम हकीमों को नोटिस जारी किया गया था। 69 ने नोटिस वापस किया। वहीं जांच पड़ताल के बाद सात पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।जिले में अक्सर झोलाछाप चिकित्सकों को लेकर शिकायतें मिलती रहती हैं। दिसंबर में सीएमओ डॉ. एसके चक ने 178 झोलाछाप डॉक्टरों को नोटिस जारी किया था। सीएमओ ने सभी से सात दिन के अंदर जवाब मांगा था। सीएमओ की नोटिस के बाद तमाम झोलाछाप बचने की जुगत में लग गए। सीएमओ की नोटिस के बाद अब तक 69 ने नोटिस वापस कर दिया है। वहीं नौ ने क्लीनिक न चलाने का शपथ पत्र दिया। इसके अलावा दो क्लिनिक के अनुसार उनका यूनानी में पंजीकरण है। नोटिस जारी होने के दो सप्ताह बीतने के बाद भी अब तक 89 ने नोटिस का जवाब देना जरूरी नहीं समझा। अब तक इन नोटिसों का जवाब आना बाकी है। नोटिस आने के बाद सीएमओ के स्तर से जांच कराया गया। इसके बाद सात क्लिनिक संचालक ऐसे मिले, जो बिना डिग्री के ही क्लिनिक चला रहे थे। सीएमओ ने इन सभी के खिलाफ मुकदमे की संस्तुति की। सीएमओ डॉ. एसके चक ने बताया कि बीते 178 को नोटिस जारी किया गया था। इसमें सात ऐसे मिले, जो बिना डिग्री के ही क्लिनिक चल रहे थे। इन सभी के खिलाफ मुकदमे की संस्तुति कर दी गई है। वहीं नोटिस का जवाब न देने और जिन लोगों ने जवाब दिया भी है। उन सभी की गोपनीय जांच कराई जाएगी और उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।