हादसा नहीं मर्डर! पटना पुलिस ने खोली ट्रिपल मर्डर की साजिश की पोल, एक को बचाने में चली गईं 2 जानें
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बिहार की राजधानी पटना में हुई सड़क दुर्घटना की पुलिस ने पोल खोल दी. दरअसल, पटना में सोमवार रात एक सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन जब पुलिस ने अपनी जांच के दायरे को आगे बढ़ाया तो सबकी आंखें खुली की खुली रह गईं. पुलिस ने पूरे मामले को 12 घंटे में ही सुलझा लेने का दावा किया.
पटना के बाढ़ अनुमंडल के अथमलगोला में सोमवार को देर रात सड़क हादसा हुआ था. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में पति-पत्नी शामिल थे. हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी. पुलिस ने अपनी जांच के दायरे को बढ़ाना शुरू किया. पुलिस ने मौके पर डॉग स्क्वॉयड और एसएफएल की टीम को बुलाया था.
बचाव करने पर हत्या
इस घटना में एक शख्य नवीन घायल हो गया था. जब पुलिस ने उससे पूछताछ कि तब नवीन ने बताया कि हादसे में मृतक सुजीत की हत्या की साजिश रची गई थी. इस साजिश में अन्य लोग भी शामिल थे. नवीन और अन्य दोस्त पहले सुजीत को उसके घर से बुलाए और अपने साथ लेकर गए. वहां सभी ने सुजीत पर हमला कर दिया. इसी बीच में एक पति पत्नी बीच-बचाव करने पहुंचे. इस पर उनके उपर भी चाकू से हमला कर उनकी हत्या कर दी गई.
शव को सड़क पर छोड़ दिया था
इस घटना को अंजाम देने के बाद इन सभी ने शव को सड़क पर ही छोड़ दिया था, ताकि सब को यह प्रतीत हो कि तीनों की मौत सड़क हादसे में हो गई है, लेकिन पुलिस ने अपनी जांच में दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया. बहरहाल पुलिस ने एक आरोपी दोस्त को अपने गिरफ्त में ले लिया है और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. पुलिस अभी भी मामले की आगे की जांच में जुटी हुई है.
पुलिस ने खोली पोल
इस पूरी घटना के बारे में जानकारी देते हुए एसडीपीओ अभिषेक सिंह ने बताया कि एक व्यक्ति सड़क मार्ग के द्वारा जा रहे थे. इसी क्रम में उन्होंने देखा कि सड़क पर चार लोग दो पुरुष, एक महिला और एक बच्चा गिरे हुए हैं. वहां दो बाइक भी गिरी हुई थी. उनको ऐसा लगा कि सड़क हादसा हो गया है. सड़क पर जाने वाले व्यक्ति हादसे में घायल मनीष नाम के युवक को पहचानते थे. उन्होंने तत्काल मनीष के परिजनों को इसकी सूचना दी. मनीष के परिजन मनीष और उनकी पत्नी को लेकर इलाज के लिए बख्तियारपुर लेकर गए, लेकिन उनकी मृत्यु हो गई.
जख्म नहीं दे रहे थे गवाही
एसडीपीओ ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और अपनी जांच को शुरू की. शरीर के जख्म से स्पष्ट नहीं पा रहा था. इसलिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. जब घटनास्थल की जांच की गई तो वहां बाइक नहीं मिली. जांच में सामने आया कि धनहा गांव के निवासी मृतक मनीष कुमार के घर में वह मोटरसाइकिल लगी हुई थी, जिस पर खून की धब्बे भी थे.
बाइक नहीं थी क्षतिग्रस्त
उन्होंने बताया कि जब मोटरसाइकिल की जांच की गई तो मोटरसाइकिल क्षतिग्रस्त नहीं पाई गई, जिसके बाद संदेह पैदा हुआ. इसी क्रम में जब जांच की गई तो अन्य जो दो घायल व्यक्ति थे, उनको बाढ़ अस्पताल से पीएमसीएच रेफर किया गया था. इस क्रम में एक घायल नवीन कुमार से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि चार-पांच लोग लूट साबित करने के लिए मेरे मोबाइल को छीन करके भाग गए.
इसी क्रम में घटना हुई. मौके से नवीन कुमार के मोबाइल को घटनास्थल से बरामद किया गया. उससे संदेह हुआ. जब आगे जांच की गई तब पता चला कि मृतक सुजीत कुमार को मारने की योजना से नवीन कुमार और अन्य लोग वहां गए हुए थे. सुजीत को साथ लेकर थम्हा वाली सड़क पर आए. इसी रोड पर मारपीट की जा रही थी.
ससुराल से लौट रहे थे पति-पत्नी
एसडीपीओ ने बताया कि मारपीट जब हो रही थी, इसी क्रम में मनीष कुमार और उनकी पत्नी अपने ससुराल से लौट रहे थे. वह सुजीत कुमार के पहचानते थे तो उन्होंने बचाव करने की कोशिश की. नवीन कुमार और अन्य के द्वारा चाकूबाजी की गई. इस क्रम में सभी लोग घायल हो गए, जिसमें नवीन को भी चाकू लगा है.
नवीन कुमार का इलाज पुलिस कस्टडी में कराया जा रहा है. एक अन्य को हिरासत में लिया गया है. उसकी संलिपतता पाई गई है. उनको पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया जाएगा. एसएफएल की टीम मौके का निरीक्षण कर रही है. साक्ष्य संकलन किया जा रहा है. अन्य लोगों के बारे में सत्यापन किया जा रहा है. उनकी भी गिरफ्तारी जल्द की जाएगी.
Feb 04 2025, 18:28