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*समाजवादी चिंतक जनेश्वर मिश्र को श्रद्धांजलि: सपा कार्यकर्ताओं ने पुष्प अर्पित कर याद किया*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिला समाजवादी पार्टी कार्यालय में छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र की पुर्णतिथी पर पुष्प अर्पित कर समाजवादी आन्दोलन आगे बढाने का संकल्प लिया गया जिलामहासचिव ह्रदय नारायण प्रजापति ने कहा छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र ने हमेशा किसानों और गरीबों के लिए संघर्ष किया। वे कहते थे कि यह लड़ाई छूट गई तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा। हमें समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने का संकल्प लेना है।यही जनेश्वर को हमारी श्रद्धांजलि होगी। जनेश्वर ने लोहिया जी के विचारों को आगे बढ़ाया। वे सरल ढंग से गूढ़ सिद्धांत समझा देते थे। उन्हें जो सुन लेता था उसे समाजवाद का नशा हो जाता था। मुलायम सिंह यादव के प्रेरणा से अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्री कार्य काल में कृष्ण-सुदामा मित्रता नेताजी+छोटे लोहिया मित्रता के अनुभूति में जनेश्वर मिश्र के नाम पर एक शानदार पार्क बनवाया है।जो एशिया का सबसे बड़ा पार्क लखनऊ में जानेश्वर मिश्र पार्क है। वे प्रखर वक्ता और शानदार सांसद थे। उन्होने अपने जीवन में समाजवाद को जिया था। डा0 लोहिया से उन्होने संघर्ष करना सीखा था अन्याय के खिलाफ लड़ाई में वे आगे रहते थे। संसद में वे जब भाषण देते थे तो दूसरे दलों के लोग भी उन्हें सुनने के लिए आ जाते थे। उनके भाषणों में मौलिकता होती थी। जनेश्वर केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में पेट्रोलियम, दूरसंचार और रेलमंत्री रहे लेकिन कभी उन पर कोई दाग नहीं लगा। वे पद, धन की लालसा से निस्पृह रहते थे। उनमें बड़प्पन था कि वे छोटे से छोटे कार्यकर्ता का काफी ध्यान रखते थे। उन्होने कहा कि पैसों से नहीं, कर्म और सिद्धांतों से आदमी बड़ा होता है। संघर्ष, ईमानदारी और निष्ठा के बूते राजनीति में आगे बढ़ने का रास्ता मिल सकता है। नौजवानों को उनसे यह सीख लेनी चाहिए कि हर गलत काम का विरोध करें।

मौके पर पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद,हांजी सुहेल अंसारी, केशनारायण यादव,रामयज्ञ पाल,लालचन्द बिंद दिलीप भीम कनौजिया,काशीनाथ पाल, महेन्द गोड,बाबा खलीफा, गुलाब पाल,सन्तलाल,प्रमोद पाल,राजन यादव,छबिनाथ यादव,बुधीराम यादव, जिला मिडिया प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार मिश्र पप्पू

यूपी बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षा के लिए बने 70 केंद्र, एक फरवरी से शुरुआत

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही में यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं इस बार भी सेक्टर मजिस्ट्रेट की निगरानी में होंगी। 60 से 70 केंद्रो पर संभावित परीक्षा के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को मजिस्ट्रेट बनाया जाएगा। एक से आठ फरवरी तक होने वाली परीक्षा में करीब 20 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। प्रायोगिक परीक्षा के लिए जीआईसी में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट की प्रयोगात्मक परीक्षाएं दूसरे चरण में एक से आठ फरवरी तक होनी है। इसके लिए परिषद की ओर से अभी तक केंद्र नहीं बन सके हैं, हालांकि विभाग का मानना है 60 से 70 केंद्र बनाए जाएंगे। राजकीय, वित्तपोषित और वित्तविहीन विद्यालयों में होने वाली प्रायोगिक परीक्षा को पारदर्शी एवं सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रशासन की तरफ से हर स्तर का इंतजाम किया जा रहा है। परीक्षा केंद्रों पर इंटरमीडिएट के करीब 20 हजार परीक्षार्थी प्रयोगात्मक परीक्षा देंगे। इस बार भी सेक्टर मजिस्ट्रेट लगाए जाएंगे। एक-एक मजिस्ट्रेट पांच-पांच केंद्रो की निगरानी करेंगे। जिला स्तरीय अधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया जाएगा। डीआईओएस अंशुमान ने बताया कि परीक्षाएं सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होंगी। साथ ही कंट्रोल रूम से प्रयोगात्मक परीक्षाओं की पर नजर रखी जाएगी। 2024 की तरह इस बार भी प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट लगाए जाएंगे। 12 से 14 सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रयोगात्मक परीक्षा के दौरान केंद्रों का निरीक्षण करेंगे। बताते चलें कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में कुल 55 हजार परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।

पीठाधीश्वर राजलक्ष्मी मंदा ने 4 राज्यों में महाकुंभ स्नान का दिया संदेश

नितेश श्रीवास्तव

भदोही जिले के द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर सुंदरबन से आओ कुंभ नहाओ यात्रा का शुभारंभ 9 जनवरी को हुआ। जिसका नेतृत्व द्वादश ज्योतिर्लिंग की पीठाधीश्वर राजलक्ष्मी मंडा ने किया। मंगलवार को सुंदरबन में यात्रा पहुंचकर समाप्त हुआ। यात्रा 2000 किलोमीटर भ्रमण करते हुए मंगलवार को जिले में पहुंच कर समापन किया गया। यात्रा को जिले में पहुंचते ही जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। पीठाधीश्वर राजलक्ष्मी मंदा का स्वागत नगर पंचायत के अध्यक्ष डॉ घनश्याम दास गुप्ता और बाबा बफार्नी ग्रुप के सदस्यों ने किया। भदोही विकासखंड के सुंदरवन स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंग की महंत राजलक्ष्मी मंडा ने आओ कुंभ नहाओ यात्रा का प्रारंभ किया। यात्रा का मुख्य उद्देश्य कुंभ में अधिक से अधिक लोगों को पहुंचने के लिए जागरूक करना था।

यात्रा मंगलवार को सुंदरबन में पहुंचकर समाप्त हुआ। प्रेसवार्ता में राजलक्ष्मी मंडा ने कहा कि कुंभ को लेकर लोगों में बड़ी उत्साह दिखा। उन्होंने कहा कि चार राज्य व 36 जिले का भ्रमण करते हुए द्वादश ज्योतिर्लिंग सुंदरबन में यात्रा पहुंचकर समाप्त हुई है। कहा की यात्रा के दौरान जहां भी पहुंची वहां लोगों में कुंभ में जाने की एक अलग उत्सुकता दिखाई पड़ी। उन्होंने कहा कि सभी को कुंभ जाकर स्नान करने के लिए हमारे द्वारा प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा की यात्रा सुंदरबन से शुरू होकर दिल्ली गुड़गांव हरियाणा नोएडा शाहजहांपुर समेत अन्य स्थानों पर भ्रमण किया। समापन अवसर पर भारी संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। लोगों ने राजलक्ष्मी मंडा का पांव धुल कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

बिजली न पानी, गंदगी के बीच रह रहे 800 लोग

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में विकास भवन के ठीक सामने 1500 कमरों वाला कांशीराम आवास के 800 रहवासी उपेक्षा का दंश झेल रहे हैं। इन्हें मकान तो आवंटित कर दिया गया, लेकर यहां सुविधाएं ना के बराबर है। पानी टंकी तो चालू कर दी गई है, लेकिन लाइट कटते ही पूरे काॅलोनी में संकट खड़ा हो जाता है।

बिजली कनेक्शन का हाल ऐसा है कि काॅलोनी में करीब 10 खंभे काॅलोनी की बील्डिंगों के सहारे खड़े हैं। महीनों से सफाई न होने से हर तरफ दुर्गंध उठ रही है। वहीं काॅलोनी में लगे 25 हैंडपंपों में 18 के करीब खराब पड़े हैं। बसपा सरकार में शहरी गरीबों आवास मुहैया कराने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने मान्यवर कांशीराम शहरी निर्बल आवास योजना लागू किया था।‌ ज्ञानपुर के कंसापुर क्षेत्र में करीब 29 करोड़ की लागत से 1500 आवास से 1500 आवास बनाए गए। इसमें घोसिया, खमरिया, भदोही, सुरियावां नगर पंचायत से शहरी गरीबों का चयन कर आवास का आवंटन कर दिया गया। 125 सेक्टर वाले इस आवास में हर सेक्टर में 12 आवासीय कमरे बनाए गए हैं। जिसमें करीब आधे लोग दुर्व्यवस्था के वजह से आवास छोड़कर जा चुके हैं। इसमें फिलहाल 800 परिवार रहते हैं। शुरुआती दिनों में तो इसकी खुब देखभाल की गई और यहां पर्याप्त सुविधाएं भी रहीं। लेकिन सरकार बदलते ही निजाम भी बदल गया और कांशीराम शहरी आवंटियों के बुरे दिन शुरू हो ग‌ए। काॅलोनी के क‌ई आवासीय भवन काफी जर्जर हो चुके हैं। Street buzz News की टीम के पहुंचने पर पता चला कि निकाय चुनाव के सात से आठ महीने बाद यहां साफ - सफाई कराई गई थी। उसके बाद से अब तक कोई झाडू लगाने नहीं पहुंचा। काॅलोनी की नालियां जाम होकर ओवरफ्लो हो गई है। काॅलोनी में लगे 25 हैंडपंपों 18 के करीब खराब पड़े हैं। वहीं बिजली के लोहे के 10 ऐसे खंभे है, जो आवासीय दीवारों के भरोसे खड़े है। ऐसे में यहां रहने वाले लोगों की जान सांसत में बनी रहती है। कांशीराम आवास में कुछ दिनों पहले केबिलीकरण का कार्य कराया गया था। यहां के रहवासियों ने बताया कि तीन माह पूर्व पूरे काॅलोनी की लाइट काट दी गई थी। जिससे काॅलोनी में पेजयल का संकट खड़ा हो गया। लोग विकास भवन में पहुंचकर वहां से पीने का पानी लेकर आए। ब्लाॅक 33 निवासी असलम ने बताया कि सफाई के लिए यहां एक सफाईकर्मी नियुक्त हैं, लेकिन वह कभी - कभी आता है। 53 ब्लॉक निवासी सचिन ने बताया कि काॅलोनी की जर्जर खंभों के कारण - अनहोनी की आशंका बनी रहती है। 33 ब्लॉक की नगीना का कहना है कि आवास के चारों ओर नालियां ओवरफ्लो रहती है,जो मकानों को कमजोर कर रही है। 37 ब्लॉक निवासी निर्मला ने कहा कि हम लोगों की सुध लेने वाला कोई नहीं है।

जिले के मुखिया ने की बेसिक शिक्षा विभाग की तारीफ़

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बेसिक शिक्षा विभाग की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी महोदय के नेतृत्व में हुई। बैठक का आरंभ करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग में चल रहे कार्यों के बारे में सभी को अवगत कराया और पिछले माह किए गए कार्यों का विवरण जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा बताया गया कि पिछले वर्ष संपन्न NAT 2024 परीक्षा में छात्र उपस्थिति के क्षेत्र में जनपद प्रथम स्थान पर रहा इसकी जिलाधिकारी महोदय द्वारा भूरी-भूरी प्रशंसा की गई। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि दिसंबर माह में डायट प्रशिक्षुओं के आकलन में विद्यालयों द्वारा बेहतरीन प्रदर्शन किया गया है तथा उम्मीद जताई कि दिसंबर माह के आकलन में हमारे 90 फ़ीसदी से अधिक विद्यालय निपुण विद्यालय बनकर उभरेंगे। जिलाधिकारी महोदय एवं मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा कायाकल्प योजना के अंतर्गत हो रहे कार्यों की समीक्षा की तथा खंड विकास अधिकारियों को यथाशीघ्र कार्य पूर्ण करने हेतु निर्देशित भी किया। एसआरजी टीम के सदस्यों द्वारा सदन को अवगत कराया गया कि जनपद के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में पंजिकाओं के डिजिटलीकरण के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य हुआ है और जनपद ने योजना के प्रारम्भ से ही स्वयं को शीर्ष पर बनाये रखा है जिसके लिए माननीय मंत्री द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पुरस्कृत किया गया है। इसके अलावा सदन को यह भी अवगत कराया गया कि बेसिक शिक्षा विभाग के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य हेतु खण्ड शिक्षा अधिकारी, ज्ञानपुर, बेरासपुर के प्रधानाध्यापक एवं केजीबीवी भदोही की वार्डेन को भी राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया है। इस पर जिलाधिकारी ने कार्यों की प्रशंसा करते हुए तालियाँ बजवाकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का अभिनंदन किया। इसके पश्चात जिलाधिकारी महोदय ने बेसिक शिक्षा के विकास और गुणवत्तायुक्त शिक्षा हेतु अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए शासन की मंशानुसार कार्य करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर सभी विकास करो के खंड शिक्षा अधिकारी खंड विकास अधिकारी एडीओ पंचायत , धीरज सिंह, रत्नेश कुमार पाण्डेय एवं विनय शंकर पाण्डेय (स्टेट रिसोर्स समूह सदस्य ) उपस्थित रहे।

*जिला अस्पताल की डिजिटल एक्स-रे मशीन सुरियावां सीएचसी पर फांक रही भूल*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।विभागीय लापरवाही से लाखों की मशीन खराब हो गई। आठ साल पहले जिला अस्पताल को आवंटित डिजिटल एक्स-रे मशीन गलती से सुरियावां सीएचसी पहुंच गई। वहां अधीक्षक ने उसे रिसीव तो कर लिया, लेकिन जिला अस्पताल के नाम से आवंटित होने के कारण उसे इंस्टॉल नहीं किया जा सका। आठ सालों में एक बार भी उस मशीन को जिला अस्पताल लाने के लिए पत्राचार नहीं किया गया। जिससे मशीन सीएचसी पर पड़ी-पड़ी खराब हो चुकी है।जिले की लगभग दो से ढाई लाख की आबादी को स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने वाले जिला अस्पताल में अब तक डिजिटल एक्स-रे मशीन की सुविधा नहीं हो सकी है। इसे विभागीय लापरवाही कहा जाए या फिर कार्यदायी संस्था की कारस्तानी। आठ साल पहले ही जिला अस्पताल के लिए डिजिटल एक्स-रे मशीन का आवंटन हुआ था। शासन की ओर से मशीन आवंटित किये जाने के बाद कंपनी को इसकी जिम्मेदारी दे दी गई। इस बीच कार्यदायी संस्था की ओर से जिला अस्पताल को आवंटित डिजिटल एक्स-रे मशीन को गलती से सुरियावां पहुंचा दिया गया। कहा तो यह भी गया कि 2016 में तत्कालीन विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते एक्सरे मशीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुरियावां पर शिफ्ट कर दिया गया। इस उम्मीद से कि यहां लोगों को इसका लाभ मिलेगा। खास बात है कि तत्कालीन अधीक्षक द्वारा इसे रिसीव भी कर दिया गया। उसके बाद से आठ से 10 बार पत्राचार किया गया, लेकिन मशीन जिला अस्पताल को आवंटित होने के कारण कंपनी की ओर से उसे इंस्टॉल नहीं किया गया। जिसका नतीजा रहा कि बीते आठ सालों से सुरियावां सीएचसी पर पड़ी-पड़ी डिजिटल एक्स-रे मशीन धूल फांक रही है। मशीन के कई पार्ट तो अब खराब हो चुके हैं। इससे भी अधिक हैरान करने वाली बात यह रही कि विभागीय या जिला प्रशासन के स्तर से कभी भी इस मशीन को जिला अस्पताल वापस भेजने को लेकर पत्राचार नहीं किया गया। जिससे अब न तो सीएचसी और न ही जिला अस्पताल पर आने वाले मरीजों को इसका लाभ मिल सका है।

मैनुअल एक्स-रे से होता है उपचार

जिला अस्पताल रोजाना 800 से 900 की ओपीडी होती है। इसमें से 100 के करीब हड्डी की ओपीडी होती है। 50 से अधिक मरीजों को एक्स-रे की जरूरत पड़ती है। जिला अस्पताल में मैनुअल एक्स-रे की व्यवस्था है। डिजिटल के लिए मरीजों को निजी सेंटरों का रुख करना पड़ता है। जहां उन्हें 300 से 350 रुपये का भुगतान करना पड़ता है। वहीं दूसरी ओर सरपतहां के सौ शय्या अस्पताल की एक्स-रे मशीन आए दिन खराब पड़ी रहती है। अभी चार महीने से खराब पड़ी है।

सुरियावां सीएचसी के एक्स-रे मशीन का पंजीयन जिला अस्पताल के नाम है। इससे कुछ दिक्कतें आई थी। जिसे दूर कर दिया गया है। अब सुरियावां में ही इस मशीन को इंस्टॉल किया जाएगा। - डॉ. एसके चक, सीएमओ, भदोही।

*जिला अस्पताल की डिजिटल एक्स-रे मशीन सुरियावां सीएचसी पर फांक रही भूल*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मोबाइल की लत में फंसे बच्चों के आंख की रोशनी कम होने लगी है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में 15 प्रतिशत आंख रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है। ऐसे में आपका लाडला घर में हमेशा मोबाइल से चिपका है तो विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। क्योंकि मोबाइल का ज्यादा उपयोग बच्चों की सेहत पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। इन दिनों बच्चों डिप्रेशन, अनिद्रा चिड़चिड़ापन जैसी मानसिक समस्याएं तेजी से बढ़ रही है इतना ही नहीं मासूम आंख व गर्दन में दर्द जैसे क‌ई बीमारियों की चपेट में फंस जा रहे हैं।

आनलाइन पढ़ाई के नाम पर बच्चे मोबाइल हासिल कर लिए हैं। मोबाइल का ज्यादा उपयोग उनके स्वास्थ्य व सेहत पर विपरीत असर डाल रहा है। मोबाइल के लिए छिना - झपटी भाई - बहन में होना तो आम बात था। अब तो बच्चे बच्चे सीधे मां - बाप से ही उलझ जा रहे हैं। बिना मोबाइल छोटे बच्चे खाना तक नहीं खा रहे हैं।

महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय के मनोचिकित्सक डॉ अशोक परासर ने बताया कि यदि बच्चा अक्सर मोबाइल से चिपका है तो सतर्क रहने की जरूरत है। मोबाइल का ज्यादा उपयोग मासूमों के लिए घातक है ज्यादा मोबाइल चलाने से बच्चे डिप्रेशन, अनिद्रा चिड़चिड़ापन व कुंठा जैसी समस्याओं से घीर रहे हैं।

*मोबाइल चलाते समय रखें विशेष सावधानी,मोबाइल न मिलने पर चिड़चिड़ाकर गुस्से में आ रहे बच्चे*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मोबाइल की लत में फंसे बच्चों के आंख की रोशनी कम होने लगी है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में 15 प्रतिशत आंख रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है। ऐसे में आपका लाडला घर में हमेशा मोबाइल से चिपका है तो विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। क्योंकि मोबाइल का ज्यादा उपयोग बच्चों की सेहत पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। इन दिनों बच्चों डिप्रेशन, अनिद्रा चिड़चिड़ापन जैसी मानसिक समस्याएं तेजी से बढ़ रही है इतना ही नहीं मासूम आंख व गर्दन में दर्द जैसे क‌ई बीमारियों की चपेट में फंस जा रहे हैं।

आनलाइन पढ़ाई के नाम पर बच्चे मोबाइल हासिल कर लिए हैं। मोबाइल का ज्यादा उपयोग उनके स्वास्थ्य व सेहत पर विपरीत असर डाल रहा है। मोबाइल के लिए छिना - झपटी भाई - बहन में होना तो आम बात था। अब तो बच्चे बच्चे सीधे मां - बाप से ही उलझ जा रहे हैं। बिना मोबाइल छोटे बच्चे खाना तक नहीं खा रहे हैं।

महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय के मनोचिकित्सक डॉ अशोक परासर ने बताया कि यदि बच्चा अक्सर मोबाइल से चिपका है तो सतर्क रहने की जरूरत है। मोबाइल का ज्यादा उपयोग मासूमों के लिए घातक है ज्यादा मोबाइल चलाने से बच्चे डिप्रेशन, अनिद्रा चिड़चिड़ापन व कुंठा जैसी समस्याओं से घीर रहे हैं।

जय बापू जय भीम जय संविधान कार्यक्रम के सफलता के लिए कांग्रेसियों ने की बैठक

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिला कांग्रेस कमेटी की एक बैठक जिला कार्यालय गिरधरपुर में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिला अध्यक्ष राजेंद्र दुबे ने जय बापू जय भीम जय संविधान कार्यक्रम के सफलता के लिए रणनीति तैयार किया। कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी। कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष राजेंद्र दुबे ने बैठक के दौरान कहा कि पार्टी के निर्देश पर 26 जनवरी से 26 जनवरी 2026 तक जय बापू जय भीम जय संविधान कार्यक्रम आयोजित होगा। कार्यक्रम के सफलता के लिए कार्यकर्ता पदाधिकारी को विभिन्न जिम्मेदारी सौपी गई है । उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत गांव में चौपाल, पदयात्रा, प्रभात फेरी निकाल कर पार्टी के नीति को लोगों तक पहुंचाया जाएगा। वर्तमान सरकार के कुरीतियों को लोगों को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि बैठक में वर्तमान समय में लग रहे चौपाल की प्रगति की समीक्षा किया गया। कार्यकर्ताओं से जिला अध्यक्ष ने आवाहन किया की जय बापू जय भीम जय संविधान कार्यक्रम को सफल बनाने में पूरी जान झोक दे। बैठक में सतेन्द्र प्रकाश तिवारी, राजेश्वर दुबे, हसनैन अंसारी, नाजिम अली, वसीम अंसारी, सहित अन्य कार्यकर्ता व पदाधिकारी गण मौजूद रहे।

*कांशीराम आवास में खराब पड़ा ट्रांसफार्मर*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। विकास भवन के बेहद करीब स्थित कांशीराम शहरी आवास में लगा ट्रांसफार्मर काफी दिन से खराब पड़ा है। निर्धारित स्थलों पर ट्रांसफार्मर तो लगा है लेकिन क‌ई स्थानों पर बिजली का तार भी जर्जर होकर लटका रहा है। विभागीय अनदेखी से लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। कांशीराम शहरी आवास में करीब 12 सौ परिवार रह रहे हैं। लेकिन सुविधा का आज भी अभाव बना हुआ है। कांशीराम शहरी आवास में वर्ष 2008 में ट्रांसफार्मर लगा था।

पांच वर्ष पूर्वी तो कुछ ट्रांसफार्मर बदले गए थे। लेकिन इन दिनों क‌ई स्थानों पर लगा ट्रांसफार्मर उपेक्षित पड़े हैं। बिजली विभाग को पूर्व में क‌ई बार सूचित किया जा चुका है। लेकिन विडंबना ही है कि अब तक ट्रांसफार्मर तो बदलना दूर कोई देखने तक नहीं आया। विभागीय उपेक्षा के चलते कांशीराम शहरी आवास में रहने वालो को अत्यधिक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। बदहाल बिजली आपूर्ति से लोगों को रोष बढ़ता जा रहा है। कहीं बिजली फाल्ट आ जाए तो लोग आपस में चंदा कर बिजली की खराबी सही करते हैं।