बिजली न पानी, गंदगी के बीच रह रहे 800 लोग
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नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में विकास भवन के ठीक सामने 1500 कमरों वाला कांशीराम आवास के 800 रहवासी उपेक्षा का दंश झेल रहे हैं। इन्हें मकान तो आवंटित कर दिया गया, लेकर यहां सुविधाएं ना के बराबर है। पानी टंकी तो चालू कर दी गई है, लेकिन लाइट कटते ही पूरे काॅलोनी में संकट खड़ा हो जाता है।
बिजली कनेक्शन का हाल ऐसा है कि काॅलोनी में करीब 10 खंभे काॅलोनी की बील्डिंगों के सहारे खड़े हैं। महीनों से सफाई न होने से हर तरफ दुर्गंध उठ रही है। वहीं काॅलोनी में लगे 25 हैंडपंपों में 18 के करीब खराब पड़े हैं। बसपा सरकार में शहरी गरीबों आवास मुहैया कराने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने मान्यवर कांशीराम शहरी निर्बल आवास योजना लागू किया था। ज्ञानपुर के कंसापुर क्षेत्र में करीब 29 करोड़ की लागत से 1500 आवास से 1500 आवास बनाए गए। इसमें घोसिया, खमरिया, भदोही, सुरियावां नगर पंचायत से शहरी गरीबों का चयन कर आवास का आवंटन कर दिया गया। 125 सेक्टर वाले इस आवास में हर सेक्टर में 12 आवासीय कमरे बनाए गए हैं। जिसमें करीब आधे लोग दुर्व्यवस्था के वजह से आवास छोड़कर जा चुके हैं। इसमें फिलहाल 800 परिवार रहते हैं। शुरुआती दिनों में तो इसकी खुब देखभाल की गई और यहां पर्याप्त सुविधाएं भी रहीं। लेकिन सरकार बदलते ही निजाम भी बदल गया और कांशीराम शहरी आवंटियों के बुरे दिन शुरू हो गए। काॅलोनी के कई आवासीय भवन काफी जर्जर हो चुके हैं। Street buzz News की टीम के पहुंचने पर पता चला कि निकाय चुनाव के सात से आठ महीने बाद यहां साफ - सफाई कराई गई थी। उसके बाद से अब तक कोई झाडू लगाने नहीं पहुंचा। काॅलोनी की नालियां जाम होकर ओवरफ्लो हो गई है। काॅलोनी में लगे 25 हैंडपंपों 18 के करीब खराब पड़े हैं। वहीं बिजली के लोहे के 10 ऐसे खंभे है, जो आवासीय दीवारों के भरोसे खड़े है। ऐसे में यहां रहने वाले लोगों की जान सांसत में बनी रहती है। कांशीराम आवास में कुछ दिनों पहले केबिलीकरण का कार्य कराया गया था। यहां के रहवासियों ने बताया कि तीन माह पूर्व पूरे काॅलोनी की लाइट काट दी गई थी। जिससे काॅलोनी में पेजयल का संकट खड़ा हो गया। लोग विकास भवन में पहुंचकर वहां से पीने का पानी लेकर आए। ब्लाॅक 33 निवासी असलम ने बताया कि सफाई के लिए यहां एक सफाईकर्मी नियुक्त हैं, लेकिन वह कभी - कभी आता है। 53 ब्लॉक निवासी सचिन ने बताया कि काॅलोनी की जर्जर खंभों के कारण - अनहोनी की आशंका बनी रहती है। 33 ब्लॉक की नगीना का कहना है कि आवास के चारों ओर नालियां ओवरफ्लो रहती है,जो मकानों को कमजोर कर रही है। 37 ब्लॉक निवासी निर्मला ने कहा कि हम लोगों की सुध लेने वाला कोई नहीं है।
Jan 21 2025, 19:29