*सेमराधनाथ धाम गंगा घाट पर हजारों भक्त लगाते है आस्था की डूबकी, डेढ़ माह तक तनी रहतीं हैं तंबुओं की नगरी*
भदोही-जिले के धार्मिक एवं ऐतिहासिक बाबा सेमराधनाथ धाम में डेढ़ माह तक कल्पवास मेला आयोजित होता है। आस्थावान तंबुओं की नगरी नगरी बनाकर ईश्वर की आराधना, पूजा,स्थान आदि करतें। तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन की ओर से व्यवस्थाएं की गई है, लेकिन उसे आयोजकों द्वारा नाकाफी बताया जा रहा है। प्रशासन से अलग से बजट एवं अन्य सुविधाएं मुहैया कराने की मांग हुई है। बता दें कि संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन चल रहा है। प्रमुख स्नान को चंद दिन शेष बचे हैं। 13 एवं 14 जनवरी को आस्थावान पतित पावनी में अमृत स्नान करेंगे। उक्त तिथि को जिले के सेमराधनाथ धाम में भी 15 हजार से अधिक लोग मोक्षदायिनी में स्थान को आते हैं। इसके अलावा बड़ी तादाद में कल्पवास मेले में करीब दो माह तक रहकर स्नान एवं ध्यान लगाते हैं। आस्थावानों को किसी प्रकार की दिक्कतें न हो इसे लेकर गत दिनों डीएम ने बैठक लिया था। साथ एक जनवरी को मेले का पूजन करके शुभारंभ भी। लोक निर्माण विभाग, बिजली विभाग समेत कई विभागों के अफसरों एवं कर्मियों ने वहां पर डेरा डालकर खामियों को दुरुस्त कराने का काम किया है। मेला आयोजन के स्वामी करूणा दास जी महाराज ने कहा कि 140 कैंप लगना चाहिए, लेकिन अभी तक ही लगा है। चकर प्लेट 115 है जबकि जरुरत ढाई सौ की है।कहा कि मेला आयोजन को सरकार की ओर से अतिरिक्त बजट दिया जाए तो इसे और भव्य बनाया जा सकता है। पूर्वांचल के जिलों के साथ ही गैर प्रांतों से लोग यहां स्नान एवं दर्शन को आते हैं ।
रामायण कालीन इतिहास को समेट है मंदिर
बाबा सेमराधानाथ गंगा घाट पर महादेव का भव्य एवं ऐतिहासिक मंदिर है। रामायण कालीन इतिहास को समेटे उक्त मंदिर में शिव लिंग करीब 15 फीट नीचे जमीन में है। मंदिर के सुंदरीकरण का कार्य कराया गया है, लेकिन जितना विकास होना चाहिए था, नहीं हुआ है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सरकार थोड़ा सा ध्यान दे तो उक्त मंदिर सीतामढ़ी के बाद जिले का प्रतिनिधित्व कर सकता है।
भारत के कोने-कोने से संत आकर यहां पर स्नान ध्यान करते हैं। मेला परिसर में प्रयागराज की सुविधाएं मुहैया कराने को सरकार से अलग से बजट की मांग लगातार की जा रही है। बिना उस पर अमल किए, क्षेत्र एवं मंदिर का विकास नहीं होगा। इस दिशा में पहल करनी चाहिए ।
Jan 11 2025, 15:24