ऑटोचालक पर हुआ जानलेवा हमला , अस्पताल में मृत घोषित
विवेक शास्त्री
नैमिषारण्यगुरुवार शाम नैमिष थाना क्षेत्र स्थित हनुमान गढ़ी के पीछे सहगल क्षेत्र में एक ऑटोचालक की अज्ञात हमलावर ने चाकू गोद कर हत्या कर दी । पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई है ।
देर शाम करीब पांच बजे ई रिक्शा चालक शैलेन्द्र यादव पुत्र शंभू दयाल उम्र 35 वर्ष निवासी ढ़िकौना थाना बेनीगंज हरदोई पर अज्ञात हमलावर ने चाकू से हमला कर दिया। हमला करने के बाद हमलावर घटनास्थल से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुँचे व पुलिस को सूचना दी । गम्भीर रूप से घायल ऑटो चालक को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पर लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया । मौके पर मृतक के परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया । इस दौरान एडिशनल एसपी प्रवीण रंजन सिंह सहित सीओ मिश्रिख़ दीपक सिंह , थाना प्रभारी पंकज तिवारी सहित बड़ी संख्या में पुलिसबल मौजूद रहा ।
एडिशनल एसपी ने बताया कि प्रथमदृष्टया किसी धारदार हाथिवार से मृतक की हत्या लग रही है , शव को पीएम के लिए भेजा जा रहा है, मृतक के परिजनों की शिकायत के आधार पर जरूरी कार्रवाई की जाएगी ।




धार्मिक एवं पौराणिक स्थलों में नैमिषारण्य का अपना अलग ही महत्व है । वेदों, पुराणों, रामायण, ग्रंथों एवं महाकाव्यों में नैमिष के महत्व का वर्णन मिलता है। इस तीर्थ को प्रदेश के सभी प्रमुख तीर्थों से जोड़ने के उद्देश्य से नैमिषारण्य मथुरा रेल जोड़ो अभियान समिति ने तीर्थ स्थित शांति कुटी आश्रम में पत्रकार वार्ता की । पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए स्वामी नारदानन्द आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी देवेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज जी ने बताया कि
भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के जिन पांच तीर्थों को वैश्विक पर्यटन केन्द्र घोषित किया गया है उनमें अयोध्या, काशी (वाराणसी), प्रयागराज, मथुरा के साथ नैमिषारण्य भी है। इनमें अयोध्या, काशी, प्रयागराज, मथुरा सभी रेलमार्ग सहित हवाई व राष्ट्रीय राजमार्ग / एक्सप्रेस वे से जुड़े हुए है, किन्तु नैमिष धाम को रेल, एक्सप्रेस वे या राष्ट्रीय राजमार्ग अथवा हवाई मार्ग में से अभी तक कुछ भी नसीब नहीं है। यहांतक कि नैमिष को जोड़ने वाली कोई फोरलेन सड़क तक नहीं है । नैमिष धाम का अन्य तीर्थों से भारत की जीवन रेखा "रेल" से जुड़ाव न होने के कारण तीर्थयात्रियों / पर्यटकों को आवाजाही में बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। प्रदेश सरकार द्वारा नैमिष तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद गठित कर अनेक विकास कार्य किये जा रहे है, किन्तु यातायात की सुगमता हेतु रेल मार्ग विकसित करने का कार्य केन्द्र सरकार के अधीन होने के कारण वर्षों से स्थिति यथावत् बनी हुयी है। समिति के अध्यक्ष डा० एस० आर० सिंह ने बताया कि नैमिषारण्य को अन्य वैश्विक तीर्थों/पर्यटन केन्द्रों से रेल मार्ग से जोड़े जाने की अतिआवश्यकता को महसूस करते हुए विभिन्न विभागों के सेवानिवृत्त लोक सेवकों ने नैमिष आकर यहां के आश्रमों/मठों के पीठाधीश्वरों एवं महन्तों से इस मुहिम में सहयोग करने की मांग की है l इस अवसर पर स्वामी शाश्वतानंद, स्वामी नित्यानंद, अजय पाल सोमवंशी, राम आधार पाण्डेय, जगदीश वर्मा, रामवीर सिंह, गिरीश कुमार, जंग बहादुर सिंह मौजूद रहे l
विश्व प्रसिद्ध तीर्थ नैमिषारण्य में मुख्य मंत्री की महत्वाकांक्षी योजना नैमिष कारीडोर के तहत विभिन्न विकास कार्य कराए जा रहे हैं । जिसमें भूमि धरो की रजामंदी से उनकी जमीन जिला प्रशासन ले रहा है । बुधवार को ललिता देवी मदिर चौराहे पर सात भाइयों की जमीन है । जिस भूमि पर सभी भाइयों के पक्के मकान बने हुए थे । जिनको एसडीएम मिश्रिख पंकज सक्सेना की मौजूदगी में पीएसी बल को साथ लेकर सभी भाइयों के घरों को बुलडोजर से जमीदोज कर दिया । प्रशासन की इस कारवाई से जहाँ सभी के सर से छत छिन गई वही लोगों में दहसत फैल गई है ।
भैयनू पुत्र कृष्ण कुमार ने बताया कि वह सात भाई है, जिनकी अंदर नगर पालिका गाटा सख्या 892/2 भूमि है जिसके खाता धारक राम प्रताप उर्फ भैयनू, हनुमान प्रसाद, ललित, दुर्गेश, सत्रोहन पुत्र गण कृष्ण कुमार एवं पुनीत पुत्र शिव प्रताप आदि के नाम तहसील व जिला प्रशासन के नक्शे में व अभिलेखों में दर्ज है । भूमि धारक अपने गाटा सख्या में काबिज है। इसके अलावा नगर पालिका में भी गृहकर अदा कर रहे हैं । इसके बावजूद जिला प्रशासन ने खाता धारकों को बिना कोई नोटिस दिए मकानों को बुलडोजर से जमीदोज कर दिया ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वकांक्षी नैमिष कॉरिडोर निर्माण योजना के लिए रविवार को नैमिषारण्य में ललिता देवी मंदिर चौराहा पर स्थित अस्थाई दुकानों को प्रशासन द्वारा हटवाया गया । यह कार्यवाही मिश्रिख एसडीएम पंकज सक्सेना के नेतृत्व में हुई
बेहतर अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित करते हुए कार्यों को पूर्ण कराने के निर्देश मंडलायुक्त ने दिए । धीमी प्रगति वाले कार्यों से संबंधित कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनशक्ति बढ़ाते हुये प्रगति में सुधार किया जाये । उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि नियमानुसार प्रक्रिया करते समय से वांछित भूमि कार्यदायी संस्थाओं को उपलब्ध करायी जाये तथा मानकों के अनुसार मुआवजा भी वितरित किया जाये । सभी पक्षकारों के साथ समन्वय बैठक कर उनकी समस्याओं का निस्तारण करने तथा उन्हें योजनाओं के विषय में अवगत कराने ने निर्देश भी मंडलायुक्त ने दिए । मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी विभाग समय से सभी आवश्यक प्रक्रिया को पूर्ण कर ले ।
इसके उपरान्त मंडलायुक्त ने नैमिषारण्य स्थित राजघाट में निर्माणाधीन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने मण्डप हाल, वेदिका, कैफेटेरिया, दुकानें, टायलेट ब्लॉक, घाट आदि निरीक्षण कर कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण किए जाने हेतु आवश्यक निर्देश दिए । मंडलायुक्त स्थल को आकर्षक बनाने हेतु आवश्यक कार्यों का प्रस्ताव बनाए जाने के निर्देश दिए दिए, जिसमें संस्कृति की झलक दिखाई दे । आकर्षक लाइटों, भूमि का समतलीकरण, लाइट एवं साउंड शो आदि का प्रबन्ध सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए ।
उक्त के पश्चात मंडलायुक्त डा0 रोशन जैकब ने विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी के नवनिर्मित कक्ष का फीता काटकर उद्घाटन भी किया।
इस आयोजन के बारे में आश्रम प्रमुख पराश्रम विखन्नसाचार्य भैया जी ने बताया कि ये धार्मिक उत्सव 15 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक चलेगा । इस दौरान दक्षिण भारतीय परंपरा अनुसार विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम सम्पन्न होंगे । मंगलवार सुबह श्री नारदानन्द आश्रम पीठाधीश की उपस्थिति में वेदोक्त मन्त्रोच्चार के मध्य विश्वकसेन पूजा, पुन्याहवाचन आदि पूजन अनुष्ठान के साथ इस उत्सव का शुभारंभ होगा । इसी क्रम में 16 अक्टूबर को विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के मध्य कमल पुष्प, पयासम् के साथ होमयज्ञ होगा साथ ही पवित्र माला अधिवासम यज्ञम् व तीर्थ प्रसादम का कार्यक्रम रहेगा । इसी तरह दक्षिण भारतीय परंपरा विधान के साथ 17 अक्टूबर को विविध कार्यक्रम सम्पन्न होंगे । 18 अक्टूबर को पवित्र माला अवरोहण व भण्डारा प्रसाद के साथ पूर्णाहुति सत्र सम्पन्न होगा । इस आयोजन में विशिष्ट अतिथि के रूप में तिरुपति के श्री मंत्रराज पीठम के पीठाधीश प्रपन्ना करुणाकरम वेंकट नाथ सिंघया जी स्वामी, श्री वेंकटेश्वर वेद विश्वविद्यालय तिरुपति के प्रोफेसर डॉ पराशरम भावन्नारायणाचार्यालु सहित बड़ी संख्या में दक्षिण भारत समेत विभिन्न प्रदेशो से श्रद्धालुगण शामिल होंगे ।
Oct 25 2024, 18:43
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