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*नमामि गंगे योजना को डेढ़ साल से नहीं मिल रहा बजट* *गंगा को निर्मल एवं किसानों की आय बढ़ाने की मुहिम जमीन पर नहीं हो पा रही कारगर*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मोक्षदायिनी गंगा को निर्मल एवं स्वच्छ बनाने और किसानों को समृद्ध बनाने के लिए शुरू नमामि गंगे योजना को डेढ़ वर्षों से बजट नहीं मिला है। योजना पर धरातल पर कारगर नहीं हो पा रही है। गंगा के तटवर्ती 47 गांव में जैविक खेती करने वाले करीब 5000 किसानों को अनुदान नहीं मिला है। इससे वह खेती से मुंह मोड़ने लगे हैं। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही आधुनिक बनाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है, लेकिन गेहूं, धान सहित अन्य फसल के बेहतर उत्पादन के लिए ज्यादातर किसान रासायनिक खाद और कीटनाशक दवाओं का अधिक इस्तेमाल करते हैं। बारिश में पानी के साथ रासायनिक खाद और कीटनाशक गंगा में पहुंचकर जलीय जीव-जंतुओं को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में प्रदूषण रोकने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए वर्ष 2020 में नमामि गंगे योजना शुरू की गई। इसके तहत में गंगा के तटवर्ती 47 गांवों में जैविक खेती शुरू हुई। इसमें 11 हजार किसान शामिल हैं। योजना में शामिल किसानों को कृषि उपकरण, बीज, खाद आदि पर अनुदान दिया जाता है। 2020 में करीब ढाई करोड़, 2021 में तीन करोड़ 40 लाख रुपये और 2022 में 80 लाख रुपये मिले। इसे किसानों के खाते में भेजा गया। लेकिन अब बजट नहीं मिलने से 5000 से अधिक किसान सब्सिडी का इंतजार कर रहे हैं। समय से सब्सिडी न मिलने से योजना से किसानों का मोह भंग होता जा रहा है।


कोट योजना का पोर्टल एक साल से नहीं चल रहा है। बजट भी नहीं आया। शासन को पत्र लिखा गया है। बजट आने पर किसानों के खाते में भेज दिया जाएगा। डॉ. अश्वनी सिंह, कृषि,उप निदेशक


वन विभाग और उद्यान विभाग की रफ्तार सुस्त नमामि गंगे योजना में कृषि विभाग के साथ ही उद्यान एवं वन विभाग की भी सहभागिता रही। दोनों विभागों की ओर से गंगा के तटवर्ती 47 गांव में बागवानी, पौधरोपण किया गया। निगरानी न होने से पौधों की हालत खस्ता है। वहीं बागवानी भी सिर्फ खानापूर्ति तक सिमटकर रह गई है। बागवानी करने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर की बागवानी पर आने वाली कुल लागत 2.36 लाख रुपये की 50 फीसद धनराशि यानी कुल 1.8 लाख रुपये अनुदान देने का प्रावधान किया है।


इस गांवों में हुई जैविक खेती गंगा से सटे डीघ ब्लॉक के बारीपुर उपरवार, बेरासपुर उपरवार, बेरवां पहाड़पुर, भभौरी, बिहरोजपुर, छेछुआं उपरवार, दीनापट्टी उपरवार, धनतुलसी, दुगुना, फुलवरिया, गोपालपुर, गुलौरी, हरिरामपुर, इब्राहिमपुर, इटहरा, कलिक मवैया, केदारपुर, खेमापुर, मवैयाथानसिंह, नगरदह, नारेपार, ओझापुर, पुरवां, सेमराध व तुलसीकला शामिल है। औराई ब्लॉक के भवानीपुर उपरवार, चकनिरंजन, डेरवां, द्वारिकापुर, इटवा, जहंगीराबाद, कठारी, मूलापुर, रामपुर, सहसेपुर हरचारपट्टी, उमापुर, बर्जीकला, अमिलौर, अरई उपरवार एनवारपुर, बहपुरा, बनकट, बिट्ठलपुर गांव योजना में शामिल हैं।
*कालीन मेला उद्योग के लिए संजीवनी, उम्मीदों से भरे हैं निर्यातक* *सीईपीसी चेयरमैन और मेला संयोजक मेले की सफलता से उत्साहित*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बेहतर कारोबार की उम्मीदों के बीच समाप्त हुए अंतरराष्ट्रीय कालीन मेले की सफलता के बाद आयोजन समिति कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) आने वाले दिनों में कालीन उद्योग को लेकर बेहद आशान्वित हैं। Street buzz News ने आयोजन समिति के चेयरमैन कुलदीप राज वॉटल और मेला संयोजक वाशिफ अंसारी से विशेष बातचीत की। जिसमें मेले से जनरेट होने वाले 500 करोड़ के व्यापार को उद्योग के लिए संजीवनी बताया है।कालीन मेला संयोजक वाशिफ अंसारी ने कहा कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा के बीच इंडस्ट्री को मिले 500 करोड़ के ऑर्डर किसी संजीवनी से कम नहीं हैं। यह आगामी कुछ महीने उद्योग को काफी हद तक गति देगा। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि अगले साल फरवरी में होने वाले भारतटेक्स-2025 और अप्रैल में प्रस्तावित इंडिया कारपेट एक्सपो भी कालीन उद्योग में जान फूंक देंगे। बताया कि पहले दो कालीन मेलों से सबक लेते हुए हम लोगों ने विश्व स्तरीय आयोजन को पहली प्राथमिकता दी।इस बार निर्यातक भी उम्मीद से भरे नजर आए। कहा कि उद्योग अगर नई ऊंचाई पर पहुंचेगा तो निश्चित तौर पर इसका लाभ बुनकरों और कालीन मजदूरों को मिलेगा। चेयरमैन कुलदीप राज वॉटल ने बताया कि कालीन मेले में कुल 260 स्टाॅल धारकों में 73 प्रतिशत अर्थात 190 स्टॉल भदोही जनपद के थे।कहा कि हमारा पूरी प्रयास है कि भारतटेक्स-2025 के बाद अप्रैल में हम नई दिल्ली में इंडिया कारपेट एक्सपो करें। ताकि वर्ष में होने वाले दो कालीन मेले का आयोजन बरकरार रहे। उन्होंने भारतीय कालीन उत्पादकों को कालीन मेलों में खरीदारों की पसंद-नापसंद और वैश्विक ट्रेंड पर हमेशा गौर करने की नसीहत दी। बताया कि बदलाव के साथ चलने पर हम व्यापार को ऊंची उड़ान दे सकते हैं।
*फेसबुक, व्हाट्सऐप के जरिए पतिदेव का होगा दीदार
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही ।दुर प्रांतों में रहकर जीविकोपार्जन करने वाले पुरुषों की पत्नियों में भी करवा चौथ का क्रेज देखा जा रहा है। पति के घर पर मौजूद न रहने पर उनकी कमी को संचार क्रांति के प्लेटफॉर्म दूर करने काम करेंगे। विवाहिता सुरेखा देवी ने बताया कि आज रात वे व्हाट्सऐप वीडियो काॅलिंग के जरिए अपने पति का दीदार कर व्रत तोड़ेगी।
*जिला सड़क सुरक्षा समिति एवं जिला विद्यालय यान परिवहन सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। अपर जिलाधिकारी वि./रा. कुंवर वीरेन्द्र मौर्य व अपर पुलिस अधीक्षक डॉ तेजवीर सिंह की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति एवं जिला विद्यालय यान परिवहन सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।अपर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि परिवहन विभाग द्वारा जिन स्कूली बसों का फिटनेस न होने व ब्लैकलिस्टेड हो जाने के कारण पंजीयन निलंबित किया गया है, ऐसे बसों के  स्कूल संचालक अविलंब फिटनेस बनवा लें, नहीं तो पंजीयन निलंबन तिथि के 06 माह बाद शासन स्तर से अपने आप कंडम घोषित हो जाने के बाद संचालन नहीं हो पाएगा। पिछले दिनों की दुर्घटना में संज्ञान में आया है कि कुछ बिना स्थाई मान्यता के विद्यालय भी बिना पंजीकृत स्कूली बसों का संचालन कर रहे हैं जिस पर प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। बैठक में शिकायत मिलने पर अपर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि वाहन चेकिंग में वैध पद धारित करने वाले वैध व्यक्ति के अलावा किसी वाहन पर उत्तर प्रदेश सरकार, पुलिस, एवं एलआईसी एजेंट अपने वाहन पर वित्त मंत्रालय आदि लिखी गाड़ियों का चालान सहित ड्राइव करने वाले व्यक्ति पर भी विधिक कार्रवाई की जाएगी।अपर जिलाधिकारी ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर को निर्देशित किया कि जनपद में प्रेशर हॉर्न, हूटर, ब्लैक फिल्म स्लोगन लिखी गाड़ियां को अभियान चलाकर चालान किया जाए, साथ ही उपयुक्त सामग्री विक्रय दुकानों पर उपलब्ध एसेसरीज को भी जप्त करने संबंधी नोटिस दिया जाए। अधो मानक हेलमेट निर्माता एवं विक्रेता के विरुद्ध पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा निश्चित समय अंतराल पर कार्रवाई की जाए। साथ ही आईएसआई/बीआईएस मानक वाले हेलमेट क्रय करने, हेलमेट का सही प्रकार से प्रयोग हेतु आम जनमानस को जागरूक किया जाएगा।अपर जिलाधिकारी द्वारा जनपद के विभिन्न मार्गों पर रांग साइड ड्राइविंग रोकने हेतु संबंधित विभागों द्वारा मार्गाे) स्थलों का चिंहाकन करते हुए प्रभावी प्रवर्तन कार्रवाई तथा ऐसे स्थान पर गलत मीडियन गैप का परीक्षण कराते हुए स्थाई रूप से सुधारात्मक कार्रवाई करने हेतु निर्देश दिए गए। टोल प्लाजा, रेस्टोरेंट पर अवैध रूप से वाहन पार्किंग होने से दुर्घटना की स्थिति को रोकने हेतु एन एच के अधिकारियों को पार्किंग स्थान निर्धारित करने, पार्किंग साइंनेज लगाने हेतु निर्देशित किया गया। स्कूली वाहनों ,एंबुलेंस, सरकारी विभागों में कार्यरत वाहनों की फिटनेस जांच की समीक्षा तथा उनके चालकों के स्वास्थ्य एवं नेत्र जांच तथा ड्राइविंग लाइसेंस का परीक्षण समयबद्ध तरीके से सूची तैयार कर किए जाने की निर्देश दिए गए। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालयों/कॉलेज में 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे बिना हेलमेट, लाइसेंस के वाहन से स्कूल न जाए, इसके लिए पुलिस क्षेत्राधिकार व थानाध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्र में स्कूलों के खोलने एवं बंद होने के समय सघन चेकिंग अभियान चलाएं एवं अभिभावक/शिक्षकों को इस हेतु जागरूक करें। अपर जिलाधिकारी ने राज्य सड़क परिवहन निगम के एआरएम को निर्देशित किया कि जल्द ही ज्ञानपुर व भदोही में सरकारी बसों के संचालन को सुनिश्चित किया जाए। अनुबंधित बसों की फिटनेस, स्पीड लिमिट डिवाइस की जांच, बस चालकों के नेत्र व स्वास्थ्य परीक्षण डंकन ड्राइविंग की जांच आदि समय-समय पर की जाए। शराब, मदिरा की दुकानों पर सड़क सुरक्षा हेतु अनिवार्य रूप से डू नॉट मिक्स ड्रिंकिंग एंड ड्राइविंग, सीट बेल्ट एवं हेलमेट का प्रयोग अवश्य करें, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग ना करें वाहन नियंत्रित गति से चलाएं आदि जैसे होर्डिंग लगवाई जाए। जनपद में विद्यालय को सड़क सुरक्षा के प्रति जागृत करने हेतु एवं इसके उपबंध की जानकारी हेतु समस्त स्कूलों में एक नोडल शिक्षक नामित किया जाए तथा उसकी सूची संख्या सहित उपलब्ध कराई जाए। विद्यालय की बसों में पारदर्शी फर्स्ट एंड बॉक्स तथा 02 वीआईएस मार्क, 02 किलोग्राम की क्षमता वाले अग्निशमन यंत्र एक केबिन में तथा दूसरा पश्च आपात द्वार के निकट अवश्य लगे होने चाहिए। वाहन गति सीमा यंत्र से युक्त होगी तथा उसकी गति 40 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक न होने पाए। विद्यालयों में ऑटो रिक्शा, मैजिक  से बच्चे ना ढोए जाएं यदि विद्यालयों के बाहर ऑटो रिक्शा से बच्चे ले जाए जा रहे हैं तो विद्यालय प्रबंधन अपने परिवहन इंचार्ज/ कर्मचारी लगाकर उनके पंजीयन नंबर को नोट कर संबंधित विभाग को अवगत कराएं।बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजवीर सिंह, डीआईओएस अंशुमान, एसीएमओ ओपी शुक्ला, सीडब्लूसी अध्यक्ष पीसी उपाध्याय, स्कूल प्रबन्धक आदि संबंधित उपस्थित रहे।

*भदोही के नरथुआ तालाब के किनारे बनेगा बाउंड्रीवाल:मंडलायुक्त ने किया निरीक्षण, अतिक्रमण से बचाने के लिए दिए निर्देश*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही के औराई थाना क्षेत्र में स्थित नरथुआ तालाब का निरीक्षण मंडलायुक्त कुमार स्वामी बी ने जिले के अधिकारियों के साथ निरीक्षक किया। इस दौरान उन्होंने तालाब के चारों तरफ भ्रमण किया और संबंधित अधिकारियों को बाउंड्री वॉल एवं सौंदर्यीकरण का काम कराने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने आज औराई तहसील में फरियादियों की समस्याएं भी सुनी। इसके बाद उन्होंने नरथुआ तालाब का स्थलीय निरीक्षण किया। जहां उन्होंने अधिकारियों को तालाब के चारों तरफ बाउंड्रीवॉल और सौंदर्यीकरण कराने का निर्देश दिया। उनके निरीक्षक से प्रशासनिक अमले में हलचल मच गई। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले नरथुआ तालाब से अतिक्रमण हटाया गया था। हाईकोर्ट के निर्देश पर औराई तहसील प्रशासन ने दर्जन भर से अधिक अवैध निर्माणों को जेसीबी द्वारा जमीदोज कर दिया था। मंडलायुक्त के आज के निरीक्षण के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि तालाब के सौंदर्यीकरण और उसकी सुरक्षा के लिए जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे।
*सपा विधायक की पत्नी की जमानत अर्जी पर 21 को सुनवाई*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। किशोरी को आत्महत्या के लिए उकसाने समेत अन्य मामले में पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रही सपा विधायक जाहिद जमाल बेग की पत्नी सीमा बेग की अग्रिम जमानत को लेकर उनके अधिवक्ता मजहर शकील ने जिला जज की अदालत में याचिका दाखिल की है। मामले की सुनवाई 21 अक्तूबर को होगी। वहीं दूसरी तरफ सपा विधायक के घर से मुक्त कराई गई किशोरी को बाल संरक्षण गृह से उसके स्वजन को सौंपने के मामले में बाल न्यायालय ने सीडब्ल्यूसी को दस दिन में निर्णय लेने को कहा है।भदोही के मालिकाना मोहल्ले में बीते आठ सितंबर को किशोरी की आत्महत्या के मामले में सपा विधायक, उनकी पत्नी और बेटे जईम बेग पर किशोरी को आत्महत्या के लिए उकसाने, बाल श्रम समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में विधायक जहां नैनी जेल में बंद है। वहीं उनका बेटा वाराणसी जिला कारागार में हैं। उनकी पत्नी सीमा बेग अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। विधायक की पत्नी के अग्रिम जमानत को लेकर उनके अधिवक्ता मजहर शकील ने कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। जिस पर आगामी 21 अक्तूबर को सुनवाई होगी। वहीं दूसरी तरफ विधायक के आवास से मिली दूसरी किशोरी को इस समय बाल संरक्षण गृह प्रयागराज में रखा गया है। मामले में किशोरी के भाई ने बहन के सुपुर्दगी की मांग की थी। जिसमें कोर्ट ने 10 दिनों में सीडब्ल्यूसी को निर्णय लेने का निर्देश दिया है।
*हत्या और षड्यंत्र के तीन आरोपियों की जमानत मंजूर, तीन की खारिज*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ग्राम प्रधान की गोली मारकर हत्या व षड्यंत्र के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे तीन आरोपियों रवि सिंह उर्फ नाटे, प्रमोद सिंह व इमरान को हिस्ट्रीशीट के कारण जमानत नहीं दी। वहीं, अन्य अभियुक्तों सुधीर पाठक, शैलेश दुबे व मोहम्मद इकबाल हुसैन की सशर्त जमानत अर्जी मंजूर कर ली है।यह आदेश न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार मिश्र, न्यायमूर्ति डॉ.गौतम चौधरी की खंडपीठ ने सुधीर पाठक व पांच अन्य की अपीलों पर दिया। भदोही थाना क्षेत्र में एक अक्तूबर 2012 को संदीप ने ग्राम प्रधान की गोली मारकर हत्या मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में ट्रायल कोर्ट ने सभी छह आरोपियों को हत्या व षड्यंत्र का दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इस आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी।कोर्ट ने कहा कि प्रमोद के खिलाफ 19 केस, संदीप पर आठ केस व रवि सिंह के पर तीन केस दर्ज हैं। इन तीनों का आपराधिक इतिहास है। अन्य आरोपियों का आपराधिक इतिहास नहीं है। इस आधार पर उनकी जमानत मंजूर कर ली।
*मौसम में बदलाव से बीमार हो रहे लोग, ओपीडी में आए 1786 मरीज* *महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में सबसे अधिक 814 मरीजों की ओपीडी हुई*

भदोही  जिले में तापमान में गिरावट के बाद मौसम में अचानक बदलाव आ गया है। इसका असर लोगों की सेहत पर भी देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को जिले के तीन बड़े अस्पतालों में कुल 1786 मरीजों की ओपीडी हुई। जिसमें अधिकतर वायरल फीवर, सर्दी-जुकाम से पीड़ित मिले। जिले में बीते एक सप्ताह से निरंतर तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है। इससे मौसम में नियमित बदलाव हो रहा है। सुबह कोहरे का असर दिख रहा है। इसके पूरे दिन धूप खिली रहती है। इससे उमस का एहसास होता है। वहीं शाम होते ही गुलाबी ठंड पड़ रही है। इस कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं।शुक्रवार को जिले के सबसे बड़े अस्पताल महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में शुक्रवार को 814 मरीजों की ओपीडी हुई। वहीं महराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल में 746 मरीज देखे गए। मुख्यालय के पास स्थित सौ शय्या में 226 मरीज पहुंचे। अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों में करीब 70 फीसदी मरीज वायरल बुखार, सर्दी, जुकाम से पीड़ित हैं।इसके अलावा जिला अस्पताल के लैब में नियमित 2000-2200 जांच हो रही है। फिजीशियन डॉ. प्रदीप यादव ने बताया कि इन दिनों मौसम में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। खासकर शाम के समय सिहरन और गुलाबी ठंड का अहसास हो रहा है। जिससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। इस तरह के मौसम में खान-पान के साथ रहन-सहन को लेकर भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि मौसमी बीमारी से जो पीड़ित होगा उसे 3-4 दिन ठीक होने में लग सकता है। बीमारी से बचाव -बदलते मौसम में दिनचर्या सही रखें। -बीमार होने पर तत्काल चिकित्सक से दवा लें। -खानपान को लेकर परहेज बरतें। -शाम के समय पूरी बांह के कपड़े पहन कर ही कहीं जाएं। -फ्रीज का ठंडा पानी पीने से बचें।
*तीन कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में नए सत्र से इंटर तक की पढ़ाई*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही ।जिले के तीन कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में नए शिक्षा सत्र से इंटर तक की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। 10वीं कक्षा में पंजीकृत छात्राएं इस बार परीक्षा देने के बाद 11वीं में पहुंच जाएंगी।छात्राओं को बैठने में दिक्कत न हो इसके लिए डेस्क, बेंच समेत अन्य उपकरण की खरीद करीब-करीब हो चुकी है। इन विद्यालयों को 12.50 करोड़ की लागत से उच्चीकृत किया गया है। इनमें आठवीं से उत्तीर्ण विद्यालय की छात्राओं के अलावा नए एडमिशन भी होंगे।जिले के छह ब्लॉकों में पांच कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में छठवीं से आठवीं तक ही छात्राओं को पढ़ाई के साथ आवासीय सुविधा दी जाती है। कुल 500 छात्राएं इन विद्यालयों में पढ़ती हैं। आठवीं के बाद उन्हें नौवीं से इंटर तक की पढ़ाई के लिए अन्यत्र जाना पड़ता है।इसके चलते कई अभिभावक आगे की पढ़ाई रोक देते हैं। इस पर सरकार ने सत्र 2020-21 में जिले के कस्तूरबा विद्यालयों को इंटर तक उच्चीकृत करने के लिए 12.50 करोड़ स्वीकृत किया। ज्ञानपुर, सुरियावां और भदोही के कस्तूरबा विद्यालयों को समान रूप से 3.15 करोड़ रुपये दिए गए, जबकि डीघ में करीब ढाई करोड़ से छात्रावास का निर्माण कराया गया। चयनित विद्यालयों में कक्षा भवन आदि बुनियादी ढांचा बनाने के लिए कार्यदायी संस्था को 2022 तक समय दिया गया था, लेकिन कार्यदायी संस्था की शिथिलता से कार्य पूरा होने में पांच महीने अतिरिक्त समय लग गया। जून 2023 में मुख्यमंत्री ने भवनों को लोकार्पित कर दिया। नौवीं कक्षा में पंजीकृत करीब 100 छात्राएं अब 10वीं में पहुंच गई हैं। जिससे वह बोर्ड परीक्षा में शामिल होकर 11वीं में प्रवेश लेंगी। अब अप्रैल से इंटर तक की पढ़ाई के लिए जरूरी उपकरण की खरीद जैम पोर्टल के माध्यम से विभाग कर रहा है।
*सामूहिक विवाह के लिए अभी तक 24 लाभार्थी ही चयनित* *कल ब्लाॅकों में होगा आयोजन,दो सौ जोड़ियों की शादी का लक्ष्य*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बलिया के मनियर ब्लॉक में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में धांधली की आंच अब भी कम नहीं हो पा रही है। लाभार्थियों की त्रिस्तरीय जांच और भविष्य में वसूली के डर से आवेदनों की संख्या लगातार घट रही है। कल ब्लॉकों में मेगा इवेंट की तैयारी को झटका लगा रहा है। अब तक सिर्फ 73 आवेदन आए हैं, जबकि 24 लाभार्थी ही कन्फर्म हो सके हैं। गरीब बेटियों के हाथ पीले करने के लिए सरकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना चला रही है। वित्तीय वर्ष में करीब 830 शादी का लक्ष्य रखा है। करीब छह महीने से अधिक का समय बीत गए, लेकिन अब तक लक्ष्य के आधे भी शादियां नहीं पहुंच सकी है। बलिया की घटना के बाद जांच का दायरा बढ़ने से बिचौलिये भी बैकफुट पर आ गए हैं। अब आवेदन ही कम होने लगे हैं। सितंबर में सिर्फ 46 जोड़ों का विवाह हुआ। 19 अक्तूबर को समाज कल्याण विभाग की तरफ से मेगा इवेंट की तैयारी की जा रही थी, लेकिन अब तक मात्र 73 आवेदन ही आए हैं। यही नहीं उसमें से सिर्फ 24 जोड़ों की शादी कन्फर्म हो सकी है। जिला समाज कल्याण अधिकारी मीना श्रीवास्तव ने कहा कि 200 से अधिक जोड़ों की शादी कराने का लक्ष्य बनाया गया था, लेकिन अभी तक आवेदनों की संख्या काफी कम है। उन्होंने उम्मीद जताई कि 19 तक 100 जोड़ों की शादी कराई जा सकती है।