*पिता का साया उठ जाने पर ही वास्तविक जीवन के जिम्मेदारियों का अनुभव होता हैः राजेश तिवारी*
कृष्ण राज सिंह
प्रयागराज. सिर से पिता का साया उठ जाने पर व्यक्ति को अपने वास्तविक जीवन के जिम्मेदारियों का अनुभव होता है यह बातें एसोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने वरिष्ठ भाजपा नेता रईस चन्द्र शुक्ला से उनके मूल निवास अकबरशाहपुर कोरांव में उनके पूज्य पिता स्व०पं० राधेश्याम शुक्ला के वार्षिक श्राद्ध कार्यक्रम के अवसर पर कही।
जिला मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता शुक्ला के बीच बहुत ही करीबी पारिवारिक रिश्ते हैं। जिला मंत्री वरिष्ठ भाजपा नेता शुक्ला को अपना ज्येष्ठ भ्राता मानते हैं और जिला मंत्री ने आगे अवगत कराया कि वरिष्ठ भाजपा नेता श्री शुक्ला महान ईश्वरभक्त सहित सत्य एवं न्याय पथगामी हैं।प्रेम,दया,परोपकार एवं सहानुभूति वरिष्ठ भाजपा नेता श्री शुक्ला के अद्वितीय आभूषण हैं जिसके बदौलत श्री शुक्ला की पहचान समूचे जनपद में विख्यात है। ईश्वर की कृपा से वरिष्ठ भाजपा नेता श्री शुक्ला के पास कई कई पेट्रोल पम्प हैं जो जनपद प्रयागराज के ग्रामीण आंचलों से लेकर शहर तक फैली हैं।
जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस मृत्युलोक से हम सभी को बारी बारी से एकदिन इस धरती को छोड़कर जाना है।बस अन्तर केवल इतना है कि कोई आगे तो कोई पीछे।मनुष्य इस शरीर को लेकर इस धरती पर आया था परन्तु यह मिट्टी की काया है जो इस धरती के मिट्टी में ही मिल जाएगा और केवल आत्मा ही परलोक जाएगी।इससे साफ स्पष्ट है कि मनुष्य के द्वारा किए गए कर्म ही उस आत्मा में परिलक्षित हो साथ जाएंगे।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि बुरे कर्म का बुरा नतीजा एवं अच्छे कर्म का अच्छा नतीजा इस मृत्युलोक में भी मिलता है और परलोक में भी।वही हमारे नवीन जन्म नए योनि को प्रतिस्थापित करेगा।जिला मंत्री ने यह भी कहा कि जैसा कर्म करेगा वैसा फल देगा भगवान ये तो गीता ज्ञान।
जिला मंत्री ने आगे बताया कि वरिष्ठ भाजपा नेता श्री शुक्ला माता पिता के बहुत ही बड़े सेवक थे और इन्हीं की कृपा से आज पूरे जनपद प्रयागराज में इन्हें उच्चतम पदवी प्राप्त हुई है।दूसरे शब्दों में कहा भी गया है कि बाढै पूत पिता के धर्मे,खेती उपजे अपने कर्मे।इस मार्मिक वार्षिक श्राद्ध में जिला मंत्री के साथ बृजेश तिवारी एवं मीडिया प्रभारी पंकज गुप्ता के साथ वरिष्ठ भाजपा नेता श्री शुक्ला के परिवारी जन एवं सम्बन्धी जन सहित बहुत से क्षेत्रीय गणमान्य लोग मौजूद रहे।
Oct 20 2024, 16:04