क्या सलमान खान से बदला ही है लॉरेंस बिश्नोई गैंग का इरादा, कहीं नया दाऊद बनने का तो नहीं है इरादा?
#lawrence_bishnoi_gang_operate_like_underworld_don_dawood_ibrahim
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की पूरे देश में चर्चा है। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। 8 साल से जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का खौफ चरम पर है। लॉरेंस बिश्नोई जिस तरह की चालें चल रहा है, उससे ये सवाल उठने लगे हैं कि क्या वो अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम बनन चाहता है? दरअसल, जो काम डी गैंग नहीं कर सका, वह काम लॉरेंस बिश्नोई गैंग कर रहा है। उत्तर भारत खासतौर पर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान में खौफ का राज कायम करने के बाद मायानगरी परप कब्जे की फिराक में है।
बाबा सिद्दकी का अंडरवर्ल्ड कनेक्शन था, इंटेलिजेंस एजेंसियों को इसकी जानकारी थी। कुछ सूत्रों का कहना है कि कभी देश में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का दबदबा हुआ करता था। दाऊद के करीबी बाबा सिद्दीकी को मारकर लॉरेंस बिश्नोई देश में वही दबदबा खुद का बनाना चाहता है।
दरअसल, लॉरेंस बिश्नोई जब महज पांच साल का था उस समय बॉलीवुड एक्टर सलमान खान से जुड़ा काला हिरण शिकार का मामला 1998 में राजस्थान में फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान सामने आया था। इस घटना के कारण बिश्नोई समाज काफी नाराज हो गया। आलम यह रहा कि छब्बीस साल बाद जेल में रहते हुए भी कुख्यात गैंगस्टर का सलमान के प्रति गहरा आक्रोश सुर्खियों में बना हुआ है।
सलमान खान के साथ 26 साल पुरानी दुश्मनी को अब लॉरेंस हर हाल में मुकाम तक पहुंचाना चाह रहा है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सबसे पहले उसे बॉलीवुड से डी कंपनी को बेदखल करना होगा। बाबा सिद्दीकी की हत्या इसी दिशा में बढ़ाया गया बड़ा कदम माना जा रहा है। अंडरवर्ल्ड डॉन और आतंकवादी दाऊद इब्राहिम की 'डी कंपनी' से बाबा सिद्दीकी की संबंध थे। यह जग जाहिर है।
रॉ के पूर्व अधिकारी एनके सूद की मानें तो बाबा सिद्दीकी बॉलिवुड और अंडरवर्ल्ड के बीच ब्रिज का काम करता था। कुछ सूत्रों का कहना है कि अंडरवर्ल्ड डॉन के करीबी सिद्दीकी को मारने के बाद लॉरेंस का नाम और ज्यादा चर्चा में आ गया है। वह धीरे-धीरे देश में सबसे बड़ा गैंगस्टर बनकर उभर रहा है। बाबा सिद्दीकी को मारकर उसने सीधे दाऊद इब्राहिम को टारगेट किया है और अब इस घटना के बाद लॉरेंस बिश्नोई और चर्चित हो गया है। ऐसे में बाबा सिद्दीकी की हत्या दो अलग-अलग समूहों डी कंपनी और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के बीच बढ़ते सत्ता संघर्ष को भी उजागर करती है, जिनके दोनों प्रमुख मुंबई शहर से बहुत दूर बैठे हैं।
लॉरेंस बिश्नोई पहले से ही हफ्ता वसूली के लिए दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के रियल एस्टेट कारोबारियों को टारगेट करता रहा है। यहां तो किसी कारोबारी ने कभी लॉरेंस से टकराने की हिम्मत नहीं दिखाई, लेकिन मुंबई में टकराव होने की संभावना है. ऐसे में चुनौतियों का सामना करने के आदी हो चुके लॉरेंस ने मुंबई में पांव पसारने की योजना तैयार की है। इसके लिए हरियाणा और पंजाब से कई विश्वासपात्रों को मुंबई में स्थापित भी कर दिया है।
माना जा रहा है कि लॉरेंस के लक्ष्य में उसका खास गुर्गा संपत नेहरा भी साथ दे रहा है। यह बदमाश भी पंजाब की जेल में है, लेकिन अपने नेटवर्क के जरिए इसने मुंबई में बदमाशों की फौज खड़ी कर ली है। एनआईए ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के खिलाफ गैंगस्टर टेरर केस में एक चार्जशीट दाखिल की है। इसमें साफ-साफ बताया है कि जिस तरह दाऊद इब्राहिम ने 90 के दशक में गैंग खड़ा किया था, ठीक उसी तरह लॉरेंस बिश्नोई भी टारगेट किलिंग, वसूली रैकेट के जरिये साम्राज्य खड़ा कर रहा है। उसके पास 700 से ज्यादा शूटर हैं। इनमें तमाम नाबालिग हैं। लॉरेंस का गैंस 11 राज्यों और 6 देशों में फैला हुआ है। पंजाब में इसके सबसे ज्यादा शूटर होने की बात कही जा रही है।
Oct 15 2024, 14:15