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कांग्रेस को 'चुनावी लाभ' दिलाने के लिए था किसान आंदोलन! किसान नेता चढूनी के कबूलनामा के बाद गरमाई सियासत

हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस की स्थिति पर चर्चा तेज है, खासकर भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के प्रधान गुरनाम सिंह चढ़ूनी के बयान के बाद। चढ़ूनी ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस के नेता भूपेंद्र हुड्डा की गलतियों के कारण पार्टी को सत्ता नहीं मिल पाई। चढ़ूनी ने हुड्डा को “बुद्धिहीन” बताया और आरोप लगाया कि हुड्डा ने किसान नेताओं को टिकट न देकर उन्हें साइडलाइन किया। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें या किसी और किसान नेता को टिकट दिया गया होता, तो कम से कम किसानों के बीच एक सकारात्मक संदेश जाता।

उन्होंने ये भी कहा कि हुड्डा ने कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं और वफादार कार्यकर्ताओं को किनारे कर दिया। चढ़ूनी के इस बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने आरोप लगाया कि चढ़ूनी के बयान से साफ है कि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और कांग्रेस के बीच राजनीतिक गठबंधन है। उन्होंने कहा कि चढ़ूनी ने खुले तौर पर स्वीकार किया है कि उनका मकसद कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाना था, जो साबित करता है कि किसान आंदोलन की आड़ में कांग्रेस ने राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश की।

कांग्रेस के भीतर इस बयान पर प्रतिक्रिया आई। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि चढ़ूनी की अपनी पार्टी है और वे अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने यह भी कहा कि चढ़ूनी कांग्रेस के सदस्य नहीं हैं, इसलिए वे इस विवाद में नहीं पड़ना चाहते। गुरनाम चढ़ूनी, जो कि किसान आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभा चुके हैं, पेहोवा सीट से चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा और वे अपनी जमानत भी नहीं बचा सके। चढ़ूनी उन नेताओं में से एक हैं, जिन्होंने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चलाए गए आंदोलन में भाग लिया था। बाद में उन्होंने 2021 में अपनी राजनीतिक पार्टी ‘संयुक्त संघर्ष पार्टी’ बनाई थी।

ऐसा ही 2022 के किसान आंदोलन के दौरान भी देखने को मिला था, जब योगेंद्र यादव ने यूपी चुनाव को लेकर कहा था कि उन्होंने विपक्ष के लिए “पिच तैयार की थी”, लेकिन विपक्ष उस पर “बैटिंग” नहीं कर पाया।

संजय राउत का शिंदे सरकार को खुला चैलेंज, बोले-हिम्मत है तो बाबा सिद्दीकी के हत्यारों का एनकाउंटर करो

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महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और अजित पवार वाली एनसीपी के दिग्गज नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। अब इस मामले में जहां विपक्ष कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। इस बीच शिव सेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में बड़ा बयान दिया है।संजय राउत ने बाबा सिद्दीकी मर्डर केस को लेकर एकनाथ शिंदे सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि मुंबई की नामी हस्ती को सरेआम मारकर लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर जिम्मेदारी ले रहे हैं, सरकार-पुलिस क्या कर रही?

संजय राउत ने कहा, शिंदे की सरकार महाराष्ट्र के लिए कलंक है, देवेंद्र फडणवीस तो किसी काम के नहीं हैं। मैंने पहले भी कहा था कि इस सरकार के आने के बाद मुंबई में गैंगवार और अंडरवर्ल्ड की ताकत बढ़ सकती है। संजय राउत ने आगे कहा, इस सरकार को अंडरवर्ल्ड का भी समर्थन प्राप्त है और ये अंडरवर्ल्ड गुजरात से चलाया जा रहा है। आज गुजरात में 5,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई हैं। इसका मतलब है कि देश में 50,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स पहले ही वितरित की जा चुकी हैं। जनता को यह बताने की जरूरत नहीं है कि यह पैसा किसके पास जाता है, किस पार्टी को इससे फायदा होता है और कौन इस पैसे का इस्तेमाल चुनाव लड़ने के लिए कर रहा है।

उन्होंने आगे बोला, 'गुजरात की साबरमती जेल में बंद एक गैंगस्टर बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेता है। सिद्दीकी कोई आम नेता नहीं हैं। ऐसे शख्स की पुलिस सुरक्षा में हत्या हो गई। इसकी जिम्मेदारी कौन ले रहा है, जो एटीएस गुजरात की हिरासत में गैंगस्टर है वो। यह कितनी गंभीर बात है। केंद्रीय गृह मंत्री के लिए एक चुनौती है जो गुजरात से हैं। अजित पवार को अमित शाह के इस्तीफे की मांग करनी चाहिए।

'सिंघमगिरी' यहां दिखाएं-राउत

राउत ने कहा कि उन्होंने (सीएम शिंदे) अक्षय शिंदे (बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी) को गोली मारने के बाद खुद को सिंघम घोषित कर दिया। अब इस 'सिंघमगिरी' को यहां दिखाएं। हिम्मत है तो बाबा सिद्दीकी मर्डर केस के साजिशकर्ताओं का एनकाउंटर करिए।

सीएम शिंदे ने क्या कहा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करेगी। ऐसे अपराधों के लिए जिम्मेदार आरोपियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा और उन्हें दंडित किए बिना नहीं छोड़ा जाएगा शिंदे ने पुष्टि की कि मुंबई पुलिस ने मामले के सिलसिले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है और दोहराया कि महाराष्ट्र के नागरिकों की सुरक्षा सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।

सलमान से दोस्ती के कारण हुई बाबा सिद्दीकी की हत्या? जानें क्यों उठ रहे ये सवाल

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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात मुंबई के बांद्रा ईस्ट इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई।इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है, जबकि तीन आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है, लेकिन गिरफ्तार 2 आरोपियों ने बिश्नोई गैंग से जुड़े होने का दावा किया है। बाबा सिद्दीकी की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम आने के बाद मुंबई शहर छावनी में तब्दील हो चुका है। खासकर सलमान खान की सुरक्षा तक बढ़ा दी गई है। 

बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई ने एक कथित पोस्ट में जिम्मेदारी ली और कहा कि उसने ही ये सब करवाया है। तीन शूटर्स को हायर किया था, जिसने इस घटना को अंजाम दिया। नेता होने के साथ-साथ इनका बॉलीवुड सितारों से भी अच्छा संबंध था। सलमान खान के तो ये बेहद करीबी थे। यहां सवाल ये उठता है कि क्या सलमान खान के कारण ही बाबा सिद्दीकी की जान गई है? 

दरअसल, फेसबुक पोस्ट में बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए एक गिरोह के कथित सदस्य ने लिखा, ओम जय श्री राम। जय भारत जीवन का मूल समझता हूं। जिस्म और धन को मैं धूल समझता हूं। किया वही सत्कर्म था जो, निभाया मित्रता का धर्म थाजो सलमान खान हम ये जंग नहीं चाहते थे पर तुमने हारे भाई का नुकसान करवाया। आज जो बाबा सिद्दीकी की शराफत के पुल बांध रहे हो या एक टाइम दाउद के साथ मकोका एक्ट में था। इसके मरने का कारण अनुज थापर और दाउद को बॉलीवीड, राजनीति, प्रॉपर्टी डीलिंग से जोड़ना था। हमारी किसी से दुश्मनी नहीं है। पर जो भी सलमान खान और दाऊद गैंग की हेल्प करेगा। अपना हिसाब किताब लगा के रखना। 

सिंगर गिप्पी ग्रेवाल को बनाया निशाना

बता दें कि, लारेंस बिश्नोई गैंग बीते कुछ सालों से अभिनेता सलमान खान की जान के पीछे हाथ धो कर पड़ा हुआ है। साथ ही अभिनेता के करीबी लोगों को भी लॉरेंस गैंग निशाना बना चुकी है। इससे पहले भी जब पंजाबी सिंगर गिप्पी ग्रेवाल सलमान खान के साथ एक एल्बम में नजर आए तो कनाडा में उनके घर पर फायरिंग हुई थी। फायरिंग के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर जिम्मेदारी ली थी और कहा था 'सलमान खान को बहुत भाई-भाई करता है तू, बोल अब बचाए तुझे तेरा भाई।'

एपी ढिल्लों के घर पर फायरिंग

पिछले महीने इंडो-कैनेडियन रैपर और पंजाबी सिंगर एपी ढिल्लों के घर भी कई राउंड फायरिंग हुई। इस ताबड़तोड़ फायरिंग की जिम्मेदारी भी लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदार गैंग ने ली थी। इस मामले के बाद भी गैंग की सोशल मीडिया पोस्ट में सलमान खान और ढिल्लों के करीबी होने का जिक्र किया गया था।

लंबे समय से सलमान को धमका रहा बिश्नोई गैंग

बता दें कि, सलमान खान और लॉरेंस बिश्नोई की दुश्मनी लंबे समय से जारी है। दुश्मनी की वजह थी काला हिरण का शिकार मामला। लॉरेंस बिश्नोई चाहता है कि सलमान खान उनसे माफी मांगे और सलमान का कहना है कि जब उन्होंने ऐसा कुछ किया ही नहीं, तो वो माफी किस बात की मांगे? दोनों ही अपनी-अपनी बात पर अड़े हैं। जिसके बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से सलमान खान को धमकी मिलती रही हैं। जी हां, कभी भाईजान को धमकी भरे फोन कॉल, तो कभी ई-मेल्स के जरिए जानलेवा धमकी मिलती रहती है।

एयर इंडिया के बाद इंडिगो की 2 इंटरनेशनल फ्लाइट में बम की धमकी, यात्रियों में दहशत

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एयर इंडिया के बाद अब इंडिगो के विमानों में बम की धमकी दी गई है। जानकारी के मुताबिक, मुंबई से जेद्दा और मस्कट जाने वाली इंडिगो की दो उड़ानों में बम की धमकी मिली है। इसके बाद विमानों की जांच की जा रही है। 30 से 25 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे 2 विमानों में बम होने की धमकी मिलने से 700 से ज्यादा पैसेंजरों की जान दांव पर लग गई है। आज सुबह जहां एयर इंडिया की फ्लाइट में बम होने की धमकी मिली थी, वहीं अब इंडिगो की 2 फ्लाइट में बम होने की धमकी मिली है। तीनों इंटरनेशनल फ्लाइट हैं। एयर इंडिया की फ्लाइट मुंबई से न्यूयॉर्क जा रही थी।

इंडिगो ने जारी किया बयान

इंडिगो प्रवक्ता के मुताबिक, मुंबई से मस्कट जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E-1275 और मुंबई से जेद्दा जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E 56 को बम की धमकी मिली थी। प्रोटोकॉल के मुताबिक विमान को एक अलग बे में ले जाया गया और मानक संचालन प्रक्रिया का पालन करते हुए अनिवार्य सुरक्षा जांच तुरंत शुरू की गई।

*एयर इंडिया फ्लाइट में भी बम की धमकी थी

इससे पहले सुबह एयर इंडिया की फ्लाइट ने मुंबई एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। इस फ्लाइट को न्यूयॉर्क जाना था, लेकिन जब फ्लाइट आसमान में थी तो क्रू मेंबर्स को फ्लाइट में बम होने का अलर्ट मिला। यह सुनते ही उनके होश उड़ गए। आनन फानन में फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग अनाउंस की गई तो पैसेंजरों में हड़कंप मच गया। फ्लाइट को दिल्ली डायवर्ट किया गया था। दिल्ली में इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फ्लाइट की लैंडिंग कराई गई और पैसेंजरों-क्रू मेंबर्स को रेस्क्यू किया गया। बम और डॉग स्कवाड से प्लेन का कोना-कोना खंगाला गया। पैसेंजरों और उनके सामान की चैकिंग भी की गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। पूरी तसल्ली होने के बाद ही फ्लाइट को न्यूयॉर्क के लिए रवाना किया गया, लेकिन करीब 2 घंटे पैसेंजरों की जान सांसत में फंसी रही।

बाबा सिद्दीकीःहत्यारोपी धर्मराज कश्यप नाबालिग नहीं, ऑसिफिकेशन टेस्ट में हुआ खुलासा

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मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में अबतक तीन आरोपियाों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन आरोपी अबतक फरार हैं। शनिवार को एनसीपी अजित गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की उनके कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में फरार चल रहे तीनों आरोपियों की पुलिस ने पहचान कर ली है। गिरफ्तार किए गए दो हमलावरों की पहचान 19 वर्षीय धर्मराज राजेश कश्यप और 23 वर्षीय गुरमेल बलजीत सिंह के रूप में हुई है, जिन्हें मौके पर ही पकड़ लिया गया और बाद में गिरफ्तार कर लिया।पुलिस ने 28 वर्षीय प्रवीण लोनकर नाम के एक अन्य शख्स को भी गिरफ्तार कर लिया है। प्रवीण लोनकर के भाई शुभम ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की ओर से हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट किया था।

इस बीच बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस ने कहा है कि हत्या के आरोप में गिरफ्तार संदिग्ध धर्मराज कश्यप नाबालिग नहीं है। दरअसल, कोर्ट ने आरोपी धर्मराज कश्यप का ऑसिफिकेशन टेस्ट कराने को कहा, जिसके बाद टेस्ट कराया गया और सच सामने आ गया। मुंबई पुलिस का कहना है कि कोर्ट ने आरोपी धर्मराज कश्यप का ऑसिफिकेशन टेस्ट करवाने के लिए इस वजह से कहा है क्योंकि उसके वकील ने दावा किया था कि वह नाबालिग है। टेस्ट कराया गया और यह साबित हुआ कि वह नाबालिग नहीं है। उसे कोर्ट में पेश किया गया और कोर्ट ने 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

क्या होता है ऑसिफिकेशन टेस्ट?

ऑसिफिकेशन टेस्ट एक मेडिकल प्रोसीजर, जो किसी व्यक्ति की आयु का अनुमान लगाने के लिए हड्डी की मैच्योरिटी का मूल्यांकन किया जाता है। इसमें हड्डियों की एक्स-रे इमेज का विश्लेषण किया जाता है। खासकर हाथों और कलाई की ग्रोथ प्लेटों के डेवलेपमेंट और फ्यूजन को ट्रैक किया जाता है। बच्चों और किशोरों में ऑसिफिकेशन हड्डियों के विकास की प्रगति को दर्शाता है, जिसमें कुछ हड्डियां विशिष्ट उम्र में सख्त हो जाती हैं। इस टेस्ट का इस्तेमला आमतौर पर फोरेंसिक विज्ञान और कानूनी संदर्भों में किसी व्यक्ति की सटीक उम्र का पता लगाने के लिए किया जाता है।

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी को मुंबई के वीवीआईपी इलाकों में शुमार बांद्रा में शनिवार रात करीब 9 बजे गोली मारी गई थी। लीलावली अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें रात 11.27 बजे मृत घोषित कर दिया। शनिवार शाम धर्मराज, शिव और गुरमेल मुंबई के बांद्रा इलाके में बाबा सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर पहुंचे। जिस समय बाबा सिद्दीकी को गोली मारी गई, वे कार्यालय के पास पटाखे चला रहे थे। मुंबई पुलिस के मुताबिक, आरोपी मिर्ची स्प्रे लेकर आया था और बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाने से पहले उसका इस्तेमाल उन पर करने की योजना थी। लेकिन, शिव ने उन पर सीधे फायरिंग शुरू कर दी। जबकि बाबा सिद्दीकी के सुरक्षाकर्मी धर्मराज और गुरमिल को पकड़ने में कामयाब रहे, शिव भागने में कामयाब रहा।

रविवार को पुणे के शुभम लोनकर नाम के एक शख्स ने सोशल मीडिया पोस्ट कर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की ओर से हत्या की जिम्मेदारी ली। 28 वर्षीय शुभम और उसके भाई प्रवीण ने कथित तौर पर बाबा सिद्दीकी को मारने के लिए शिव कुमार और धर्मराज कश्यप को सुपारी दी थी। प्रवीण उस कबाड़ी की दुकान के पास डेयरी चलाता है जहां शिव और धर्मराज काम करते थे। रविवार शाम पुलिस ने प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया और उसके भाई की तलाश कर रही है। हालांकि, पुलिस ने अब तक हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के शामिल होने की पुष्टि नहीं की है और दावों की जांच कर रही है।

एयर इंडिया की फ्लाइट को मिली बम से उड़ाने की धमकी, न्यूयॉर्क जा रहे विमान की दिल्ली में इमरजेंसी लैंडिंग

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एयर इंडिया के विमान को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। जिसके बाद विमान को दिल्ली डायवर्ट किया गया है। मुंबई से न्यूयॉर्क जा रही एयर इंडिया की एक फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी मिली है, जिसके बाद आनन-फानन में उसे हवा में ही दिल्ली के लिए डाइवर्ट कर दिया गया है। न्यूयॉर्क जा रही इस फ्लाइट के सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं।

आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के मुताबिक, इस फ्लाइट में कुल 239 यात्री सवार थे। विमान फिलहाल आईजीआई एयरपोर्ट पर है और उसमें सवार यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी मानक सुरक्षा प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। पुलिस ने कहा कि हम आपसे सहयोग का अनुरोध करते हैं और असत्यापित जानकारी को फैलाने से परहेज करने को कहते हैं। आगे की जानकारी समय-समय पर शेयर की जाएगी।

एयर इंडिया ने जारी किया बयान

एयर इंडिया ने एक बयान जारी कर कहा, ’14 अक्टूबर को मुंबई से जेएफके के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइट एआई119 को एक विशेष सुरक्षा अलर्ट मिला और सरकार की सुरक्षा नियामक समिति के निर्देश पर इसे दिल्ली की ओर डायवर्ट किया गया। सभी यात्री उतर चुके हैं और दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल पर हैं। ग्राउंड पर हमारे सहकर्मी इस अप्रत्याशित व्यवधान के कारण यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम से कम करने का प्रयास कर रहे हैं। एयर इंडिया अपने यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा और संरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इसे सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।

पहले भी मिल चुकी है धमकी

इससे पहले अगस्त में मुंबई से आ रहे एयर इंडिया के एक विमान में बम होने की धमकी मिली थी। विमान के शौचालय में एक टिशू पेपर पर ‘उड़ान में बम है’ संदेश लिखा मिला था। इसमें 135 यात्री सवार थे। इसके बाद पायलट ने एटीसी को इस बारे में बताया और तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पूर्ण आपात स्थिति घोषित कर दी गई। धमकी के बाद तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को हाई अलर्ट पर रखा गया था। हालांकि, जांच के बाद धमकी अफवाह साबित हुई थी।

बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में शामिल चौथा आरोपी पकड़ा गया, जालंधर से गिरफ्तार हुआ जीशान अख्तर

डेस्क: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड मामले में पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी है। घटना से जुड़ा चौथा आरोपी भी गिरफ्तार किया जा चुका है। बाबा सिद्दीकी मर्डर केस के चौथे आरोपी जीशान अख्तर को पंजाब के जालंधर से गिरफ्तार किया गया है। जीशान जालंधर का ही रहने वाला बताया जा रहा है। जीशान अख्तर 2022 में गिरफ्तारी के बाद जब जेल गया था, तब पटियाला जेल में उसकी मुलाकात लॉरेंस गैंग से हुई थी। इसके बाद जब वह जेल से बाहर आया तो मुंबई चला गया था। जीशान अख्तर जालंधर के नकोदर इलाके के शकर गांव का रहने वाला है।

बताया जा रहा है कि जालंधर पुलिस ने साल 2022 में जीशान अख्तर को हत्या और डकैती के केस में गिरफ्तार किया था। इसी दौरान पटियाला जेल में उसकी मुलाकात लॉरेंस गैंग से हुई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक 7 जून को जेल से छूटने के बाद जीशान अख्तर सबसे पहले हरियाणा के कैथल में गुरमेल के घर गया। उसके बाद ऑर्डर मिलने के बाद शूटर मुंबई के लिए रवाना हो गए थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुंबई में सभी आरोपी एक साथ रह रहे थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जीशान अख्तर तीनों शूटरों को निर्देश दे रहा था। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को अंजाम देने के लिए जीशान अख्तर ने ही किराए के कमरे समेत दूसरे लॉजिस्टिक सपोर्ट की व्यवस्था की थी।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक जीशान अख्तर पटियाला जेल में बंद था। जीशान इसी साल 7 जून को जेल से बाहर आया था। आरोपी जीशान अख्तर की उम्र महज 21 साल है। आरोपी इतना शातिर था कि 2022 में विदेशी नंबर पर वॉट्सऐप इस्तेमाल करता हुआ पकड़ा गया था। जीशान ने गांव ही सरकारी स्कूल से 10वीं तक ही पढ़ाई की है। आरोपी के पिता मुहम्मद जमील टाइल ठेकेदार का काम करते हैं। आरोपी जीशान का भाई पिता के साथ ही काम करता है।

बाबा सिद्दीकी की हत्या पर बोले अजित पवार, राजनीतिकरण न करें, चाचा शरद पर भी साधा निशाना

डेस्क: बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि उनकी पार्टी के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या का राजनीतिकरण न किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दोषियों को सजा मिलने तक चैन से नहीं बैठेगी। कांग्रेस छोड़ अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हुए महाराष्ट्र के कद्दावर नेता बाबा सिद्दीकी को मुंबई में बांद्रा इलाके के खेर नगर में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर शनिवार रात को तीन लोगों ने गोली मार दी थी।

इस चौंकाने वाली घटना के बाद विपक्ष ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना सधा और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया। महाराष्ट्र में अगले महीने विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है। अजित पवार रविवार को मुंबई के कूपर अस्पताल पहुंचे, जहां बाबा सिद्दीकी का पोस्टमार्टम किया गया। उन्होंने कहा कि एनसीपी बाबा सिद्दीकी की मौत से बहुत दुखी है, जो ऐसे नेता थे जिन्हें काफी लोग बहुत प्यार करते थे और व्यक्तिगत रूप से उन्होंने एक प्रिय मित्र को खो दिया है, जिसे वह वर्षों से जानते थे।

एनसीपी नेता ने अस्पताल का दौरा करने के बाद 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "हमारा दिल टूट गया है और इस घटना की क्रूरता से उबरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह सिर्फ एक राजनीतिक क्षति नहीं है, यह एक गहरी व्यक्तिगत त्रासदी है, जिसने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है।" उन्होंने कहा, "मैं सभी से दृढ़तापूर्वक आग्रह करता हूं कि वे इस भयावह घटना का राजनीतिकरण न करें। यह विभाजन का या राजनीतिक लाभ के लिए दूसरों की पीड़ा का फायदा उठाने का समय नहीं है। फिलहाल हमारा ध्यान न्याय सुनिश्चित करने पर होना चाहिए।"

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हत्या के दोषियों को सजा दिलाने तक चैन से नहीं बैठेगी। पवार ने कहा, "हम बाबा सिद्दीकी के परिवार के अपार दुख को समझते हैं, जिन्हें सबसे बड़ी क्षति हुई है। आइए अवसरवादी आवाजों को इस त्रासदी को राजनीतिक तमाशा बनाने देने के बजाय सम्मान और करुणा दिखाए।"

अजित पवार की टिप्पणी उनके चाचा और विपक्षी एनसीपी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार की उस टिप्पणी की पृष्ठभूमि में आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सत्ता में बैठे लोगों को सर्फ जांच की घोषणा करने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें जिम्मेदारी स्वीकार करने और अपने पद से हटने की जरूरत है।

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड : बड़ी वारदात को अंजाम देने से पहले मौन व्रत रखता है लारेंस बिश्नोई, इस बार भी रखा था 9 दिनों का उपवास

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात मुंबई के बांद्रा ईस्ट इलाके में 3 लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी. इस हत्याकांड से देश में गुस्सा है. वहीं, मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ़्तार किया है जबकि एक आरोपी फरार है. हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है लेकिन गिरफ्तार 2 आरोपियों ने बिश्नोई गैंग से जुड़े होने का दावा किया है. इसी बीच लारेंस बिश्नोई को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है.

सूत्रों के मुताबिक साबरमती जेल में लारेंस बिश्नोई ने नवरात्र में 9 दिन तक मौन व्रत रखा था. इस दौरान बिश्नोई किसी से बातचीत नहीं करता था. साथ ही वह अन्न भी ग्रहण नहीं करता था.माना जाता है की जब-जब बिश्नोई मौन व्रत रहता है, उसका गैंग किसी बड़ी वारदात को अंजाम देता है. हाल ही में लारेंस बिश्नोई का एक वीडियो कॉल सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसमें बिश्नोई पाकिस्तान के गैंगस्टर से बातचीत कर रहा था और ईद की बधाई दे रहा था. दावा ये भी था कि ये कॉल बिश्नोई ने साबरमती जेल से किया था लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद साबरमती जेल प्रशासन ने पुराना वीडियो होने का हवाला देकर मामले से पल्ला झाड़ लिया था.

सूत्रों के मुताबिक लारेंस बिश्नोई को साबरमती जेल में एक अलग सेल में रखा गया है. वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल जेल से करता है. ये बात एजेंसी के लोग भी बताते हैं. बिश्नोई अन्न कम खाता है, दूध दही और फल का इस्तेमाल खाने में करता है. इसके अलावा वह जेल में बैडमिंटन खेलता है और कसरत भी करता है.

तिहाड़ जेल में भी बिश्नोई फोन से बात करता था. इसका खुलासा आज तक/इंडिया टूडे ने बिश्नोई के इंटरस्टेड कॉल के जरिए खुलासा किया था. सिद्धू मुसावाला की हत्या के बाद बिश्नोई के करीबी ने जेल में बंद लारेंस बिश्नोई को फोन पर कॉल किया था और सिद्धू मुसावला हत्याकांड की जानकारी दी थी. पंजाब और राजस्थान की जेल में जब बिश्नोई बंद था, तब भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता था.

गुजरात की साबरमती जेल में बंद लारेंस बिश्नोई को खास बैरक में रखा गया है. इस बैरक के अंडा सेल में उसे रखा गया है. जहां पर उसके साथ और कोई कैदी नहीं है. आमतौर पर आतंक से जुडे और गंभीर अपराध में बंद खूंखार कैदियों को ही ऐसे सेल में रखा जाता है. साल 2008 से बम ब्लास्ट से जुडी आतंकियों के भी इसी तरह अंडा सेल में रखा गया था. यह जेल का सबसे सुरक्षित हिस्सा होता है, जहां पर बैरेक और सेल के बाहर भी सुरक्षाकर्मी होते हैं.

इन सेल-बैरक में बंद आरोपीयों से बहुत कम बातचीत का अवकाश रहता है. क्योंकि वह अकेले होते हैं, सुरक्षाकर्मी भी उनसे बातचीत में परहेज करते हैं. सुबह 6 से 12 और शाम 3 से 6 के बीच में उसे नाश्ता और खाना दिया जाता है. उसे वहां से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है. लारेंस बिश्नोई धार्मिक है और वह अपने सेल में ध्यान लगाकर पाठ करता रहता है. केन्द्रीय गृह मंत्रालय की मंजूरी के बिना उसे जेल से बाहर नहीं निकाला जा सकता है.

मुंबई पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक क्राइम ब्रांच का दावा है कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुद को बिश्नोई गैंग से जुड़ा बताया है. सूत्रों के मुताबिक, आरोपी पिछले 25-30 दिनों से उस इलाके की रेकी कर रहे थे. तीनों आरोपी ऑटो रिक्शा से बांद्रा ईस्ट में उस शूटिंग स्पॉट पर पहुंचे थे, जहां गोली चलाई गई थी. सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि बाबा सिद्दीकी पर हमला करने से पहले तीनों आरोपियों ने कुछ समय वहीं बिताया और उनका इंतजार किया. पुलिस को शक है कि आरोपियों को किसी और व्यक्ति से भी अंदरूनी जानकारी मिल रही थी. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

कनाडा पुलिस और इंडियन एजेंसी से वांटेड सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ के जरिए बिश्नोई गैंग ऑपरेट हो रहा है. एनआईए ने बताया है कि बिश्नोई गैंग में 700 से ज्यादा शूटर हैं, जिसमें 300 पंजाब से जुड़े हैं. सोशल मीडिया प्लेटफार्म, फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब के जरिए बिश्नोई और गोल्डी बराड़ की फोटो डाली गई. बिश्नोई का कोर्ट लाते-जाते फोटो और वीडियो डाले जाते और इस तरह गैंग का प्रचार प्रसार किया गया. बिश्नोई गैंग ने साल 2020-21 तक करोड़ों रुपए एक्सटोर्शन से कमाए और वो पैसा हवाला के जरिए विदेशों में भेजा गया.

लॉरेंस बिश्नोई के जुर्म का साम्राज्य भारत के 11 राज्य और 6 देशों तक फैल चुका है. एनआईए के मुताबिक कभी बिश्नोई का गैंग सिर्फ पंजाब तक सीमित था लेकिन उसने अपने शातिर दिमाग और अपने करीबी गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान की गैंग से गठजोड़ किया और बड़ा गैंग बनाया. बिश्नोई गैंग अब पूरे नॉर्थ इंडिया में, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान और झारखंड तक फैल चुका है. सोशल मीडिया और तमाम अलग अलग तरीको से नौजवानों को गैंग में रिक्रूट किया जाता है. लॉरेंस बिश्नोई का साम्राज्य USA, अजरबैजान, पुर्तगाल, UAE और रूस तक फैला हुआ है.

नौजवान ऐसे होते हैं शामिल

नौजवानों को कनाडा या उनके पसंद के मनचाहे देश में शिफ्ट कराने का लालच देकर गैंग में भर्ती करवाया जाता है. NIA के मुताबिक पाकिस्तान में बैठा खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा बिश्नोई गैंग के शूटर का इस्तेमाल पंजाब में टारगेट किलिंग और अपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिलवाने में करता है. UAPA के तहत अदालत में NIA ने कुछ दिनों पहले लारेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ समेत कुल 16 गैंगस्टर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी.

मप्र में दिल दहला देने वाला मामला, 9 दिन उपवास के बाद शख्स ने मंदिर जाकर चढ़ा दी खुद की बलि, अपने ही हाथों से काट ली गर्दन

देश भर में नवरात्रि पर्व को लेकर लोग माता की भक्ति करते नजर आ रहे हैं। कोई उपवास करके तो कोई मंदिर जाकर अपनी श्रद्धा व्यक्त कर रहा है। हालांकि ये भक्ति कभी-कभी अंधविश्वास में बदल जाती है, ये कहना गलत नहीं होगा। ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला पन्ना जिले के ग्राम पंचायत केवटपुर से सामने आया है। यहां भखुरी निवासी राजकुमार यादव ने नौ दिन तक सिद्दत से मां की उपासना की।

वहीं आज सुबह उसने अचानक गांव में मौजूद विजयासी देवी मां के मंदिर में अपनी गर्दन को काटकर बलि दे दी। आनन-फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। दरअसल, पूरा मामला पन्ना जिले के केवटपुर ग्राम पंचायत का है। यहां एक शख्स ने गांव में ही मौजूद देवी मां के मंदिर में अपनी गर्दन काटकर बलि चढ़ा दी। बताया जा रहा है कि युवक पिछले नौ दिनों से उपवास रख रहा था।

परिवार की सुख-समृद्धि के लिए वह लगातार मां की पूजा अर्चना कर रहा था। घर वालों का ये भी कहना है कि उसपर देवी मां आती थीं। इस बीच आज सुबह ही वह विजयासी देवी मां के मंदिर पहुंचा और अपनी गर्दन काट ली। उसके गर्दन काटने से मंदिर में हर तरफ खून ही खून फैल गया। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल अवस्था में युवक को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया। पहले उसे अजयगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया, जहां युवक की गंभीर हालत को देखते हुए उसे रेफर कर दिया गया। इसके बाद युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। फिलहाल युवक की हालत अब स्थिर बताई जा रही है।

वहीं इस मामले में गांव के निवासी हनुमान द्विवेदी ने बताया कि केवटपुर में विजयासी देवी का चंदेल कालीन प्रसिद्ध मंदिर है। पहले भी इस मंदिर में लोगों के द्वारा अपनी जीभ काट कर चढ़ाई थी। मान्यता है कि उस समय जीभ अपने आप जुड़ भी गई थी। इसी चक्कर में युवक ने आज अपना सिर काटकर बलि चढ़ा दी।