श्री गाँधी आश्रम परसावा के कर्मचारी रिटायर,बुनकर रामभरोसे
अमेठी। खादी ग्रामोद्योग से प्रमाणित श्री गाँधी आश्रम परसावा लोगो का दुख दूर करता रहा। लोगो को बुनकर का प्रशिक्षण के एवज मे मानदेय भी देता था। ऊसरीली भूमि के चलते किसानो को खेती मे आमदनी परिवार पोषण के कम रही। तो तत्कालीन सांसद राजीव गाँधी ने अमेठी के किसानो,मजदूरो के लिए श्री गाँधी आश्रम परसावा मे तीन बीघे जमीन मे उद्घाटन कर खोल दिया।
जिसमे तीस कर्मचारियो की भर्ती भी कर दी। ग्राम पंचायत थौरा मे 25चरखा का एक केंद्र स्थापित कर दिए। इस तरह ग्राम पंचायत पिण्डोरिया,पीपरपुर,
रामगंज,बिशेषरगंज,
टीकरमाफी आदि जगह पर 40 चरखा केंद्र खोले गए। इस तरह से बुनकरो का जाल अमेठी इलाके मे बिछ गया। श्री गाँधी आश्रम के बिक्री केंद्र अमेठी,गौरीगंज,
जगदीशपुर,
मुसाफिरखाना मे संचालित है।
स्फूर्ति योजना से खादी ग्रामोद्योग आयोग भारत सरकार की अध्यक्ष कुमुद बेन जोशी ने अमेठी चार सौ चरखा केंद्र 2005 मे स्थापित किए। 2015 मे योजना ठप हो गयी। बुनकरो की रोजी छिन गयी। अब तो खरीदे कपडे 20%छूट पर केंद्रो से बिकता है।
अमेठी केंद्र पर ताला 2017 से लग गया। क्योकि तैनात कर्मचारी उमेश चन्द्र द्विवेदी रिटायर हो गए। श्री गाँधी आश्रम परसावा प्रभारी शोभनाथ यादव 31जुलाई 2024 को रिटायर हो गए।
परसावा केंद्र के अब तक तैनात कर्मचारियो की सेवानिवृत्त हो चुके है। बुनकरो के लिए भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार का प्रयास सर्थक नजर नही दिखता है। अमेठी की भोली जनता अब कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा से मांग है कि किसान,बुनकर के हाथो को रोजगार मुहैयाकर मजबूत करे। क्योकि ग्रामोद्योग के बिना जीवन अधूरा है।
Aug 04 2024, 19:33