मनरेगा कर्मियों का अनिश्चित कालीन धरना झंडा मैदान गिरिडीह में आज आठवें दिन भी रहा जारी
धरना स्थल पर जेबीकेएसएस के सुप्रीमो जयराम महतो ने धरना स्थल पर पहुंच कर धरनार्थियों का बढ़ाया हौसला,कहा हम आप सभी के साथ हैं
अनुबंध कर्मियों का वेतन बढ़ाने छोड़ विधायक एवं मंत्री अपना वेतन बढ़ाने में लगें हैं :- जयराम महतो
गिरिडीह :- प्रदेश के अनुबंध कर्मियों की कड़ी मेहनत से राज्य में हेमंत सोरेन सरकार को बड़ी बहुमत दिलाते हुवे राज्य में झामुमो की सरकार बनी लेकिन सरकार बनते ही यहां के विधायक मंत्री एवं मुख्यमंत्री अपना वेतन बढ़ाने में लगें हैं और अनुबंध कर्मियों को उसी हाल में छोड़ दिया गया।उक्त बातें सोमवार को मनरेगा संघ द्वारा झंडा मैदान गिरिडीह में चल रहे अनिश्चित कालीन धरना के आठवें दिन जेबीकेएसएस के सुप्रीमो जयराम महतो ने धरनार्थियों को संबोधित करते हुवे कहा। श्री महतो ने कहा कि सारे मनरेगा कर्मी झारखंड के स्थानीय है इसे पहली प्राथमिकता देते हुवे इन्हें स्थायीकरण कर अपने झारखंडी भाइयों को मजबूत बनाते लेकिन वे अब भी दूसरे राज्य के लोगों को लाभ पहुचाने में लगें हैं।कहा कि वैशिक महामारी कोरोना में भी पूरी तन मन से मनरेगा कर्मी ही फील्ड में दिन रात मेहनत कर प्रवासी मजदूरों एवं गरीबो को रोजगार देने का काम किया। कहा कि मनरेगा मिट्टी से जुड़े कार्य है और इसके करणहार भी सारे झारखंड के मिट्टी के ही हैं।कहा कि हमारे मनरेगा भाई पिछले 17 वर्षों से अल्प मानदेय में काम करते आ रहा है और इससे जुड़े अधिकतर लोगों का आयु भी लगभग सेवानिवृत्त के करीब है ऐसे में ये लोग इसे छोड़ दूसरे जॉब में भी नहीं जा सकते,कहा कि हम मनरेगा कर्मियों की लड़ाई पूरी मजबूती के साथ लड़ेंगे ओर हक दिलाने का काम करेंगे।कहा कि राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री भी यहां के मुद्दों को लेकर गंभीर नहीं है उन्हें मनरेगा कर्मियों के मुद्दों को गंभीरता से लेना चाहिए। मौके पर संघ के जिला सचिव नवीन कुमार ने कहा कि हम सभी मनरेगाकर्मी 17 वर्षों से पूरी निष्ठा से अति अल्प मानदेय पर सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा में अपने कर्तव्य का पालन करते आ रहे है। लेकिन सरकार की दोगली नीति के कारण हम सभी उपेक्षित महसूस कर रहे है। कारण कि हमसे बाद में आए राज्य के मनरेगा सेल में और जिला में कार्यरत कर्मियों को ग्रेड पे दिया जा रहा है।
उक्त अवसर पर मनरेगा कर्मी उमेश विश्वकर्म,बिनय कुमार,मो. ईकबाल,केसव वर्मा,बिपिन कुमार,तोहिद आलम, देवकी कुमार रजक, शंकर वर्मा ,भीम महतो ,विशाल केसरी फिरोज आलम, रामसुंदर गोपाल ,अरविंद कुमार यादव, मोहम्मद जिलानी अंसारी आदि मौजुद थे।
Jul 29 2024, 16:47