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जुलूस निकलते समय छज्जा भरभरा कर गिरा , दबने से एक की मौत कई घायल
सुमित मिश्रा,कन्नौज। ताजिया निकलते समय छत की छज्जे पर लोग खड़े थे। ताजिया निकलते समय देख रहे थे। तभी अचानक छज्जा धड़ाम से नीचे  आकर गिर गया। छज्जा गिरने से मासूम बच्चे की मौत हो गई जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई वहीं इसकी सूचना पुलिस व एंबुलेंस को दी।

गायों को उपचार के लिए सौरिख तिर्वा छिबरामऊ ले जाया गया। जहां गंभीर हालत को देखते हुए कई रेफर किए गए। छज्जे के मलबे में दवने से मासूम की दर्दनाक मौत हो गई। कोहराम मच गया। कन्नौज के सकरावा कस्बा मे शनिवार देर शाम ताजिया निकलते समय अचानक छज्जा भरभराकर गिर गया। ताजिया मिश्रा मोहल्ले से होता हुआ बाजार की तरफ जा रहा था। तभी अचानक वसीम अली के मकान का छज्जा गिरने से कई लोग मलवे में दब गए। जिसमें एक मासूम की जान चली गई। कस्बा निवासी गुफरान के 11 वर्षीय पुत्र रुहान की छज्जा गिरने से दर्द नाक मौके पर मौत हो गई। जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए। आसपास के लोगों की मौके पर भीड़ लग गई। वहीं इसकी सूचना पुलिस व एंबुलेंस को दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए कन्नौज तिर्वा भेजा। वहीं गंभीर हालत को देखते हुए कई लोगों को रेफर किया। घर परिवार में कोहराम मच गया।
ऑनलाइन अटेंडेंस के विरोध में बलिया में शिक्षकों का प्रदर्शन,मांगों को पूरा करें सरकार, शिक्षण के अलावा अन्य कार्य नहीं स्वीकार

संजीव सिंह बलिया।यूपी में बेसिक शिक्षकों को ऑनलाइन अटेंडेंस का आदेश 8 जुलाई को जारी किया गया था. इसका पहले दिन से ही शिक्षकों ने विरोध शुरूकर दिया था. सरकार ने शिक्षकों की परेशानियों को देखते हुए आधे घंटे का समय बढ़ाया लेकिन इससे बात नहीं बनी.इसी क्रम में आज बलिया जिले के कलेक्ट्रेट पर संयुक्त शिक्षक मोर्चा के बैनर तले भारी संख्या में शिक्षक शिक्षामित्र अनुदेशक एकत्रित हुए।

  जिलाधिकारी के माध्यम सेमुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया। शिक्षकों का कहना था कि सरकार  वर्षों से उनकी लंबित मांगों को पूरा नहीं कर रही है। समस्याओं का निराकरण करने के बजाय ऑनलाइन अटेंडेंस लागू कर हम लोगों को उलझाया जा रहा है।

ये रही प्रमुख मांगे

अन्य विभागों की तरह आकस्मिक अवकाश की श्रेणी में बेसिक शिक्षकों को भी न्यूनतम 15 हाफ डे लीव अवकाश का विकल्प दिया जाए. जिससे आकस्मिकता की स्थिति में शिक्षक हाफ डे लीव अवकाश का उपभोग कर सकें।

बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों को भी राज्य कर्मचारियों की तरह 30 ईएल दी जाए. यदि इसमें कोई विशेष विधिक समस्या है तो महाविद्यालयों के शिक्षकों की भांति बेसिक शिक्षा विभाग में भी प्रिविलेज अवकाश (PL) दिया जाए.
बेसिक शिक्षा विभाग में भी अवकाश के दिनों में कार्य करने पर देय ‘प्रतिकर अवकाश’ का विकल्प मानव संपदा पोर्टल पर दिया जाए।

किसी आकस्मिक घटना अथवा आपदा की स्थिति में यदि शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी निर्धारित समय के पश्चात 1 घंटे की अवधि या माह में अधिकतम 5 घंटे तक देरी से उपस्थित होने पर अनुपस्थित न माना जाए।

बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को भी राज्य कर्मचारियों की तरह निःशुल्क कैशलेश चिकित्सा दी जाए।

प्राकृतिक आपदा/स्थानीय स्तर पर मौसम की प्रतिकूलता, जनपद स्तरीय विभागीय कार्यक्रमों में प्रतिभागिता की स्थिति में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ऑनलाइन उपस्थिति से शिथिलता प्रदान करने का अधिकार दिया जाए।

ऑनलाइन उपस्थिति सहित पंजिकाओं का डिजिटालाइजेशन सर्वर की उपलब्धता व टैबलेट के सुचारू संचालन के अधीन है. इसलिए एक समय मे अधिक लोड से सर्वर क्रैश होने अथवा टैबलेट के खराब होने पर वकल्पिक व्यवस्था का स्पष्ट दिशा निर्देश जारी किया जाए.।

डिजिटाइजेशन की वर्तमान ऑनलाइन उपस्थिति व्यवस्था भेदभाव पूर्ण,असुरक्षा की भावना व शोषणकारी होने से शिक्षक की सृजनात्मक क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. जिससे शिक्षण कार्य भी प्रभावित होगा. इसलिए बेसिक शिक्षा विभाग में ऑनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था महानिदेशक कार्यालय से लेकर विद्यालय स्तर तक कार्य करने वाले बेसिक शिक्षा विभाग के समस्त घटक कार्यालयों पर समान रूप से लागू किया जाए.
शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यो से मुक्त किया जाए. शिक्षकों, शिक्षिकाओं से लिए जाने वाले कार्यों की सूची जारी की जाए।

प्रमोशन, सामान्य स्थानांतरण, पारस्परिक-जनपदीय, अंतर्जनपदीय स्थानांतरण, समायोजन शीघ्र ससमय कराए जाएं।

शिक्षामित्र, अनुदेशकों को सम्मानजनक मानदेय दिया जाए. शिक्षकों की तरह पारस्परिक व सामान्य स्थानांतरण सहित अन्य समस्याओं का निस्तारण किया जाए।

कार्यक्रम में  संयुक्त मोर्च, बलिया के संयोजक गण अजय कुमार सिंह, समीर कुमार पाण्डेय, घनश्याम चौबे, राजेश सिंह, अनु सिंह, निर्भय नारायण सिंह, सतीश कुमार सिंह, अजीत प्रताप यादव, अंजनी कुमार मुकुल, तेज बहादुर पाण्डेय, मुकेश उपाध्याय, पंकज सिंह, शमशाद अली, श्रमिक समन्वय समिति से अजय सिंह, अविनाश उपाध्याय, सचिव अरुण कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष विनय राय, सह संयोजक राकेश कुमार मौर्य, धीरज राय, पारस नाथ चक्रवर्ती रफीउल्लाह,संजीव कुमार सिंह, अकिलुर्रहमान खान,मलय पाण्डेय, लाल बहादुर शर्मा, ब्रजेश  सिंह तेगा'  राजीव नयन पाण्डेय, पंकज सिंह, राजेश शाहनी ,अखिलेश  पांडेय, अमृत सिंह, दिलीप प्रसाद अखिलेश सिंह,शशिकांत  चौबे ,मुकेश सिंह सिंह,रामनिवास यादव सहित हजारों  शिक्षक शिक्षामित्र अनुदेशक कर्मचारी साथी उपस्थित रहे।
ऑनलाइन अटेंडेंस के विरोध में बलिया में शिक्षकों का प्रदर्शन,मांगों को पूरा करें सरकार, शिक्षण के अलावा अन्य कार्य नहीं स्वीकार

संजीव सिंह बलिया।यूपी में बेसिक शिक्षकों को ऑनलाइन अटेंडेंस का आदेश 8 जुलाई को जारी किया गया था. इसका पहले दिन से ही शिक्षकों ने विरोध शुरूकर दिया था. सरकार ने शिक्षकों की परेशानियों को देखते हुए आधे घंटे का समय बढ़ाया लेकिन इससे बात नहीं बनी.इसी क्रम में आज बलिया जिले के कलेक्ट्रेट पर संयुक्त शिक्षक मोर्चा के बैनर तले भारी संख्या में शिक्षक शिक्षामित्र अनुदेशक एकत्रित हुए।

  जिलाधिकारी के माध्यम सेमुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया। शिक्षकों का कहना था कि सरकार  वर्षों से उनकी लंबित मांगों को पूरा नहीं कर रही है। समस्याओं का निराकरण करने के बजाय ऑनलाइन अटेंडेंस लागू कर हम लोगों को उलझाया जा रहा है।

ये रही प्रमुख मांगे

अन्य विभागों की तरह आकस्मिक अवकाश की श्रेणी में बेसिक शिक्षकों को भी न्यूनतम 15 हाफ डे लीव अवकाश का विकल्प दिया जाए. जिससे आकस्मिकता की स्थिति में शिक्षक हाफ डे लीव अवकाश का उपभोग कर सकें।

बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों को भी राज्य कर्मचारियों की तरह 30 ईएल दी जाए. यदि इसमें कोई विशेष विधिक समस्या है तो महाविद्यालयों के शिक्षकों की भांति बेसिक शिक्षा विभाग में भी प्रिविलेज अवकाश (PL) दिया जाए.
बेसिक शिक्षा विभाग में भी अवकाश के दिनों में कार्य करने पर देय ‘प्रतिकर अवकाश’ का विकल्प मानव संपदा पोर्टल पर दिया जाए।

किसी आकस्मिक घटना अथवा आपदा की स्थिति में यदि शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी निर्धारित समय के पश्चात 1 घंटे की अवधि या माह में अधिकतम 5 घंटे तक देरी से उपस्थित होने पर अनुपस्थित न माना जाए।

बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को भी राज्य कर्मचारियों की तरह निःशुल्क कैशलेश चिकित्सा दी जाए।

प्राकृतिक आपदा/स्थानीय स्तर पर मौसम की प्रतिकूलता, जनपद स्तरीय विभागीय कार्यक्रमों में प्रतिभागिता की स्थिति में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ऑनलाइन उपस्थिति से शिथिलता प्रदान करने का अधिकार दिया जाए।

ऑनलाइन उपस्थिति सहित पंजिकाओं का डिजिटालाइजेशन सर्वर की उपलब्धता व टैबलेट के सुचारू संचालन के अधीन है. इसलिए एक समय मे अधिक लोड से सर्वर क्रैश होने अथवा टैबलेट के खराब होने पर वकल्पिक व्यवस्था का स्पष्ट दिशा निर्देश जारी किया जाए.।

डिजिटाइजेशन की वर्तमान ऑनलाइन उपस्थिति व्यवस्था भेदभाव पूर्ण,असुरक्षा की भावना व शोषणकारी होने से शिक्षक की सृजनात्मक क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. जिससे शिक्षण कार्य भी प्रभावित होगा. इसलिए बेसिक शिक्षा विभाग में ऑनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था महानिदेशक कार्यालय से लेकर विद्यालय स्तर तक कार्य करने वाले बेसिक शिक्षा विभाग के समस्त घटक कार्यालयों पर समान रूप से लागू किया जाए.
शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यो से मुक्त किया जाए. शिक्षकों, शिक्षिकाओं से लिए जाने वाले कार्यों की सूची जारी की जाए।

प्रमोशन, सामान्य स्थानांतरण, पारस्परिक-जनपदीय, अंतर्जनपदीय स्थानांतरण, समायोजन शीघ्र ससमय कराए जाएं।

शिक्षामित्र, अनुदेशकों को सम्मानजनक मानदेय दिया जाए. शिक्षकों की तरह पारस्परिक व सामान्य स्थानांतरण सहित अन्य समस्याओं का निस्तारण किया जाए।

कार्यक्रम में  संयुक्त मोर्च, बलिया के संयोजक गण अजय कुमार सिंह, समीर कुमार पाण्डेय, घनश्याम चौबे, राजेश सिंह, अनु सिंह, निर्भय नारायण सिंह, सतीश कुमार सिंह, अजीत प्रताप यादव, अंजनी कुमार मुकुल, तेज बहादुर पाण्डेय, मुकेश उपाध्याय, पंकज सिंह, शमशाद अली, श्रमिक समन्वय समिति से अजय सिंह, अविनाश उपाध्याय, सचिव अरुण कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष विनय राय, सह संयोजक राकेश कुमार मौर्य, धीरज राय, पारस नाथ चक्रवर्ती रफीउल्लाह,संजीव कुमार सिंह, अकिलुर्रहमान खान,मलय पाण्डेय, लाल बहादुर शर्मा, ब्रजेश  सिंह तेगा'  राजीव नयन पाण्डेय, पंकज सिंह, राजेश शाहनी ,अखिलेश  पांडेय, अमृत सिंह, दिलीप प्रसाद अखिलेश सिंह,शशिकांत  चौबे ,मुकेश सिंह सिंह,रामनिवास यादव सहित हजारों  शिक्षक शिक्षामित्र अनुदेशक कर्मचारी साथी उपस्थित रहे।
संभल में ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में संयुक्त मोर्चा ने किया विरोध प्रदर्शन , सौंपा ज्ञापन

सम्भल । डिजिटल ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में तथा सात सूत्रीय मांग पत्र के समर्थन में शिक्षक,शिक्षा मित्र,अनुदेशक,कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जनपद सम्भल ने प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर जिला अधिकारी कार्यालय सम्भल (बहजोई)पर विरोध प्रदर्शन के बाद डिप्टी कलेक्टर को मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा ।


सहसंयोजक नीरज कुमार गुप्ता ने बताया कि ऑनलाइन डिजिटल उपस्थिति शिक्षकों की सेवा की परिस्तिथियों के दृष्टिगत अव्यवहारिक,नियमों व सेवा शर्तों के विपरीत है । इसे तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए ।

समान कार्य समान वेतन के आधार पर मानदेय निर्धारित किया जाए : रविंद्र खारी
संयोजक शाकुल गुप्ता ने बताया कि सभी परिषदीय शिक्षक,कर्मियों को अन्य कर्मचारियों की भांति प्रतिवर्ष 30 अर्जित अवकाश हाफ डे सीएलअवकाश अवधि में विभागीय सरकारी कार्य के लिए बुलाने पर प्रतिकर अवकाश अवश्य प्रदान किए जायें।संयोजक गिरीश यादव एवं रविन्द्र खारी तथा बावेश कुमार और श्रीराम सैनी ने कहा कि शिक्षा मित्र,अनुदेशक जो वर्षों से अल्प मानदेय पर विभाग को पूर्णकालिक सेवायें दे रहे हैं उन्हें नियमित किया जाय और जब तक यह कार्य पूर्ण नहीं होता समान कार्य समान वेतन के आधार पर मानदेय निर्धारित किया जाए ।

प्रदर्शन अनिश्चितकालीन के लिए बढ़ाया जा सकता है: विकास

संयोजक विकास यादव ने बताया कि समस्याओं के निस्तारण ना होने की स्थिति में शिक्षक,शिक्षा मित्र,अनुदेशक,कर्मचारी संयुक्त मोर्चा यूपी अपने समस्त घटक संगठनों के साथ 29 जुलाई 2024 को महानिदेशक कार्यालय प्रांगण लखनऊ में व्यापक धरना प्रदर्शन के लिए विवश होगा और समस्याओं का समाधान ना होने की स्थिति में धरना प्रदर्शन अनिश्चितकालीन के लिए बढ़ाया जा सकता है ।अंजू शर्मा एवं अमीर जहां तुर्की ने कहा कि शिक्षकों की कर्तव्यनिष्ठा पर संदेह कर अपमानित करने की कोशिश की जा रही है ।पिछ्ले एक दशक से बेसिक शिक्षकों की जायज समस्याओं को भी अनसुना किया जा रहा है ।

शिक्षकों की कठिनाइयों तथा समस्याओं को भी समझना होगा : प्रह्लाद प्रह्लाद यादव ने बताया कि यदि विभाग वास्तव में बुनियादी शिक्षा और निपुण भारत के लक्ष्य के प्रति गंभीर है तो बेसिक शिक्षकों की कठिनाइयों तथा समस्याओं को भी समझना होगा ।सेवाराम दिवाकर ने कहा कि शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किया जाए ।प्रदीप चौधरी एवम् सुभाषचंद्र ने बताया कि समस्त संगठन एकमत हैं ।धरने का संचालन सतेंद्र सिंह तथा नईमुद्दीन अली ने किया ।

विरोध प्रदर्शन में यह रहे शामिल विरोध प्रदर्शन में रविन्द्र खारी, रुचि गोयल,अलका सिंह,डा.राजू गुप्ता,सुखवीर सिंह,अभिषेक बंसल,अविनाश कुमार,सतेंद्र सिंह,फरमान हुसैन,अतुल शर्मा,राखी,सन्देश चौधरी,सचिन शर्मा,चन्द्रकांता,साक्षी शर्मा,मन्जूषा,दीपक गोस्वामी,रतनिका,पंकज सक्सेना,हरिओम,हफीज,पराग मिश्रा,ऋषभ,शालिनी सक्सेना,पूनम ,रवीना, जयप्रकाश, देवेन्द्रसिंह,चंद्रप्रकाश,प्रवीण कुमार,उमर,नरेन्द्र शर्मा,प्रदीप कुमार,गौरव मिश्रा,अनिल कपूर,चौहान सिंह,नवनीश पटेल,राजीव कुमार,रूबी,शालू,राजेन्द्र सिंह,सुबोध कुमार,उमेश कुमार सौली,कालाराम सहित हजारों की संख्या में शिक्षक शिक्षा मित्र,अनुदेशक,विरोध प्रदर्शन एवम ज्ञापन में सम्मिलित हुए।
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर हादसा, 18 की मौत, 20 घायल


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर उन्नाव जिले के बेहटा मुजावर क्षेत्र में गढ़ा गांव के पास आज सुबह 5:30 एक स्लीपर बस आगे चल रहे दूध टैंकर से टकरा गई। इस हादसे में एक बच्चे समेत 18 लोगों की मौत हो गई।

करीब 20 लोग घायल बताए गए हैं।चीख-पुकार के बीच पुलिस को सूचना देकर आसपास के लोगों ने बचाव कार्य शुरू किया। इस बीच पहुंची स्थानीय पुलिस ने राहगीरों की मदद से बस में फंसे लोगों को बाहर निकलवाया। पुलिस उपाधीक्षक अरविंद सिंह ने बताया कि बस बिहार से दिल्ली जा रही थी। इसमें अधिकतर मजदूर सवार थे। बस में करीब 50 यात्री थे। संभव है चालक को झपकी लगने से हादसे हुआ हो। हताहत और घायलों के नाम-पते जुटाए जा रहे हैं।
घायलों को बांगरमऊ प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराया गया है। एसडीएम नम्रता सिंह ने चिकित्सा केंद्र पहुंचकर घायलों से बातचीत की।
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर हादसा, 18 की मौत, 20 घायल


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर उन्नाव जिले के बेहटा मुजावर क्षेत्र में गढ़ा गांव के पास आज सुबह 5:30 एक स्लीपर बस आगे चल रहे दूध टैंकर से टकरा गई। इस हादसे में एक बच्चे समेत 18 लोगों की मौत हो गई।

करीब 20 लोग घायल बताए गए हैं।चीख-पुकार के बीच पुलिस को सूचना देकर आसपास के लोगों ने बचाव कार्य शुरू किया। इस बीच पहुंची स्थानीय पुलिस ने राहगीरों की मदद से बस में फंसे लोगों को बाहर निकलवाया। पुलिस उपाधीक्षक अरविंद सिंह ने बताया कि बस बिहार से दिल्ली जा रही थी। इसमें अधिकतर मजदूर सवार थे। बस में करीब 50 यात्री थे। संभव है चालक को झपकी लगने से हादसे हुआ हो। हताहत और घायलों के नाम-पते जुटाए जा रहे हैं।
घायलों को बांगरमऊ प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराया गया है। एसडीएम नम्रता सिंह ने चिकित्सा केंद्र पहुंचकर घायलों से बातचीत की।
महंत बजरंग मुनि 200 शिष्यों के साथ अमरनाथ यात्रा पर


सीतापुर के खैराबाद के युवा महंत बजरंग मुनि उदासीन महराज 200  शिष्यों सहित अमरनाथ की यात्रा पर हैं। उन्होंने बताया कि यह यात्रा एक माह की है। वह लोग अमरनाथ यात्रा की चढ़ाई पर है। महंत बजरंग मुनि उदासीन महराज ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा, प्रचार -प्रसार और धर्मान्तरण रोकने की जिम्मेदारी अब हम युवा संतों पर है ऐसे में देश के भविष्य युवाओं को सनातन धर्म के महत्व, उपयोगिता और घर - घर संस्कारों की युवाओं में सीख हम युवा संत देंगे। उन्होंने बताया कि अभी कम उम्र में ही सभी चारों धाम, सभी शिवलिंगों सहित प्रमुख देवी, देवताओं के स्थलों का दर्शन, पूजन कर चुका हूं ऐसे में सनातन धर्म के बारे में, महत्व, उसकी उपयोगिता और उसकी प्राचीनता से बहुत कुछ सीख मिल रही है। उल्लेखनीय है कि महंत बजरंग मुनि उदासीन पर क्षेत्र के उपद्रवियों ने 11 बार जानलेवा हमला किया था। इस दौरान उनको गंभीर चोटें आई थीं और वह दो माह तक लखनऊ ट्रामा सेंटर में थे जहां उनका उपचार चल रहा था। प्रदेश सरकार ने महंत बजरंग मुनि उदासीन को और आश्रम को विशेष सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराया है।
राजेंद्र प्रताप बने उप शिक्षा निदेशक सेवाएं -1, कार्यभार संभाला, दी बधाई

प्रयागराज। वरिष्ठ शिक्षाधिकारी राजेंद्र प्रताप ने आज उप शिक्षा निदेशक सेवाएं -1 का पदभार उप्र शिक्षा निदेशालय प्रयागराज में संभाल लिया है। वह इसके पूर्व उप शिक्षा निदेशक (अर्थ) बेसिक शिक्षा, शिक्षा निदेशालय उप्र प्रयागराज थे।
चंदौली निवासी राजेंद्र प्रताप की शिक्षा वाराणसी और प्रयागराज में हुई है। वह 1995 बैच के वरिष्ठ पीईएस अधिकारी हैं। वरिष्ठ शिक्षाधिकारी राजेंद्र प्रताप सरल स्वभाव, ईमानदार छवि, मृदुभाषी और  लोगों की मदद करने वाले हैं।
वह बीएसए प्रयागराज सहित कई जिलों में बीएसए, एडीआईओएस प्रयागराज, प्रयागराज सहित कई जिलों में डीआईओएस, डीडीआर प्रयागराज, सचिव पत्राचार (एनआईओएस), एडी बेसिक प्रयागराज, प्राचार्य राज्य शिक्षा संस्थान उप्र प्रयागराज, डायट प्राचार्य प्रयागराज, यूपी बोर्ड मुख्यालय में अपर सचिव प्रशासन सहित अन्य प्रमुख पदों पर कार्य किया है।
वरिष्ठ शिक्षाधिकारी राजेंद्र प्रताप के उप शिक्षा निदेशक सेवाएं -1 का कार्यभार संभालने पर यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह, जेडी प्रयागराज दिव्यकांत शुक्ल, राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान उप्र प्रयागराज के निदेशक अनिल भूषण चतुर्वेदी, उप्र  शिक्षा सेवा चयन आयोग के उप सचिव नवल किशोर, उप शिक्षा निदेशक रामचेत, अपर शिक्षा निदेशक बेसिक शिक्षा कामता राम पाल, वरिष्ठ शिक्षाधिकारी सीएल चौरसिया, वरिष्ठ शिक्षाधिकारी रामचेत, आजमगढ़ के जेडी दिनेश सिंह, डीआईओएस पीएन सिंह और प्रयागराज बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की ईश्वर से कामना की है।
एसएन सिंह बने देवरिया के डीआईओएस, कार्यभार संभाला


डायट प्रयागराज के वरिष्ठ प्रवक्ता शिव नारायण सिंह (एस एन सिंह) ने आज देवरिया में जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) के पद का कार्यभार संभाल लिया है। बांदा निवासी एस एन सिंह की शिक्षा इविवि से हुई है। वह 2012बैच के पीईएस अधिकारी हैं। वह बांदा के जीआईसी कालिंजर में प्रधानाचार्य, बांदा बीएसए, बलिया सहित कई जिलों में बीएसए, प्रयागराज डायट में वरिष्ठ प्रवक्ता सहित अन्य पदों पर कुशलतापूर्वक कार्य किया है।

नवनियुक्त डीआईओएस एस एन सिंह ने कार्यभार संभालने के बाद कार्यालय के कर्मचारियों के साथ बैठक करके जानकारी प्राप्त किया और सभी को जरूरी निर्देश दिए हैं। उधर डायट प्रयागराज में देवरिया के नवनियुक्त डीआईओएस एस एन सिंह को आज  विदाई दी गयी। डायट प्राचार्य राजेंद्र प्रताप ने देवरिया के नवनियुक्त डीआईओएस एस एन सिंह को विदाई देते हुए उनके कार्यों की प्रशंसा किया। इस दौरान डायट के सभी प्रवक्ता सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
सवर्णो के साथ हो रहे अन्याय को सवर्ण आर्मी बर्दास्त नहीं करेगी: सूरज प्रसाद चौबे

लखनऊ ।सोनभद्र सदर कोतवाली क्षेत्र के उचडीह गांव में दलित युवक को शिवम के पेड़ की कटाई से मना करने पर दलित युवकों ने गिरोह बना कर ब्राह्मण लड़के को बेरहमी से लाडी डांडो से मारा मारते हुए पचास मीटर तक घसीटते ले जाकर पेड़ से बांध कर मारा वीडियो भी बनाया । इसके बाद उसे वायरल भी किया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो देख कर सवर्ण आर्मी चीफ सर्वेश पांडेय ने सवर्ण आर्मी के प्रदेश महासचिव सुरज प्रसाद चौबे को निर्देश दिया कि तुरंत सोनभद्र पहुंचे पीड़ित ब्राह्मण को न्याय दिलाने के लिए पुलिस प्रशासन से हजारों सवर्ण समाज के कार्य करता के साथ सदर कोतवाली प्रभारी से उनके कछ में वार्ता की गई । कहा गया की दी गई तहरीर के अनुसार एफआईआर में धाराएं नहीं लगाई है जबकि वायरल वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि रितेश पांडेय का गला दबा रहे है जान से मारने का प्रयास की धारा लगाई जाए। इसी तरह वीडियो वायरल किया गया यह आईटी एक्ट में आर्टिकल ऑफ वायलेशन निजिता का हरण है यह भी धारा लगाई जाए परन्तु सदर कोतवाल ने टाल मटोल कर रहे थे, लगता है कि वह किसी दवाब में है ,असंतोष पैदा हो ने पर प्रदेश महासचिव सुरज प्रसाद चौबे हजारों कार्य करता के साथ धरने पर बैठ गए मांग की गई की मुख्य आरोपी जो अपराधी प्रवित्त का है ,उसको गिरफ्तार किया जाय तथा धाराएं जोड़ी जाय। धरना प्रदर्शन की भीड़ को देखते हुए पुलीस प्रशासन  सकते में आ गया उसको सवर्ण आर्मी चीफ सर्वेश पांडेय के शक्ति का अहसास नहीं था,कोतवाली परिसर सवर्ण काफी संख्या में पहुंच गए तब कुंभ करण को नीद सो रहा प्रशासन सकते में आ गया उप जिलाधिकारी ,अतरिक्त पुलीस अधीक्षक भी कोतवाली पहुंच गए ,वार्ता शुरू की गई। जिसमे अतरिक्त पुलीस अधीक्षक ने,24 घंटे के अन्दर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने साथ ही एफ आई आर में धाराएं बढ़ाने पर सहमति जताई  । सुरज प्रसाद चौबे प्रदेश महासचिव सवर्ण आर्मी ने खुल कर कहा की 24 घंटे में मांगे नहीं मानी गई तो कल फिर सवर्ण आर्मी धरने पर बैठ जाएगी। सवर्ण आर्मी चीफ सर्वेश पांडेय ने सदर कोतवाली प्रभारी से दूर भाष वार्ता करने के बाद धरना प्रदर्शन स्थगित किया गया,सवर्ण आर्मी के परदेश महासचिव सुरज प्रसाद ने कहा की यह लड़ाई अब सवर्ण समाज के अस्तित्व की है न्याय मिलने तक सवर्ण आर्मी लड़ाई मजबूती से लड़ेगी।