/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1694757395964642.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1694757395964642.png StreetBuzz जम्मू आंतकी हमला:सुरक्षा एजेंसियों ने किए चौंकाने वाले खुलासे: अपने पूर्व सैनिकों को आतंकी बनाकर भेज रहा है पाकिस्तान Delhincr
जम्मू आंतकी हमला:सुरक्षा एजेंसियों ने किए चौंकाने वाले खुलासे: अपने पूर्व सैनिकों को आतंकी बनाकर भेज रहा है पाकिस्तान


नई दिल्ली:- स्थानीय युवाओं की आतंकी संगठनों में भर्ती पूरी तरह बंद होने के बाद पाकिस्तान अपने पूर्व सैनिकों को आतंकी बनाकर भेज रहा है। सुरक्षा एजेंसियों के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, जम्मू इलाके में पिछले डेढ़ महीने के आतंकी हमलों में पाकिस्तानी सेना के पूर्व सैनिकों की संलिप्तता के स्पष्ट प्रमाण मिले हैं।सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, लोकसभा चुनाव में कश्मीर घाटी में भारी मतदान के बाद पाकिस्तान हताशा में विधानसभा चुनाव के पहले माहौल खराब करने के लिए जम्मू इलाके में हमलों को अंजाम दे रहा है चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद डेढ़ महीने में नौ आतंकी हमलों में सुरक्षा बलों के 12 जवान हो गए हैं और 13 घायल हुए हैं।

यहां खड़ा किया आतंक का नेटवर्क

जम्मू-कश्मीर से जुड़े सुरक्षा एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्वीकार किया कि कश्मीर घाटी की तरह से जम्मू इलाके में आतंकियों की मदद करने वाले ओवर ग्राउंट वर्कर के नेटवर्क को ध्वस्त करने में सफलता नहीं मिली है।

डोडा, किश्तवार, पुंछ, रजौरी, रियासी, कठुआ के मुश्किल भौगोलिक इलाकों में पिछले दो दशक में जैश- ए- मोहम्मद और लश्करे तैयबा ने ओवर ग्राउंड वर्कर का नेटवर्क खड़ा किया, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा से आने वाले आतंकियों को कश्मीर घाटी तक पहुंचाने का काम करते थे।

इलाकों में घर बना कर रहे आतंकी

मूलरूप से कश्मीर घाटी के रहने वाले ये ओवरग्राउंड वर्कर जंगलों और दुर्गम इलाकों में छोटे-छोटे घर बना कर रहे हैं। रियासी जिले में हिंदू भक्तों की बस पर गोली चलाने वाले आतंकियों को ऐसे ही ओवर ग्राउंट वर्कर ने मदद की थी। उनके अनुसार, इन ओवर ग्राउंड वर्कर के नेटवर्क को ध्वस्त करना सुरक्षा एजेंसियों की पहली प्राथमिकता है।

आतंकियों के पास हथियार और सैटेलाइट फोन

आतंकी हमलों में पाकिस्तान के पूर्व सैनिकों के इस्तेमाल के स्पष्ट संकेत पहली बार रियासी हमले के बाद मारे गए आतंकियों से मिला है। इन आतंकियों के पास से मिले हथियारों और सैटेलाइट फोन उसी प्रकार के थे, जैसा पाकिस्तान सेना उपयोग करती है। यही नहीं, ये आतंकी जंगल वार फेयर में पूरी तरह से प्रशिक्षित थे, जिससे इनके पाकिस्तानी सेना के पारा ट्रूपर डिविजन से जुड़े होने की भी आशंका है।

आतंकियों से निपटने के लिए बनी ये रणनीति

सुरक्षा एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, सेना के प्रशिक्षित इन आतंकियों से निपटने के लिए अलग तरह की रणनीति बनानी होगी और इसके लिए सुरक्षा की कमियों को प्राथमिकता के आधार पर दूर करना होगा।

उनके अनुसार, कोरोना काल के पहले जम्मू इलाके के दुर्गम पहाड़ी इलाकों में भी सेना व पुलिस की छोटी-छोटी टुकड़ी को तैनात किया जाता था और 15-20 के अंतराल पर तैनात जवानों को बदल दिया जाता था।

लेकिन, बाद में इस व्यवस्था को बदल कर स्थानीय पुलिस को लगाकर आतंकी गतिविधियों पर नजर रखने का फैसला किया गया, जो सफल साबित नहीं हुआ।

अब दुर्गम और सुरक्षा की दृष्टि से अहम इन स्थानों पर प्रशिक्षित जवानों की दोबारा तैनाती पर विचार किया जा रहा है, ताकि आतंकियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।

जम्मू में आतंक पर जल्द लगेगी लगाम

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जम्मू इलाके की भौगोलिक स्थिति आतंकियों के घुसपैठ और घात लगाकर हमला करने में जरूर मददगार साबित हो रहा है। लेकिन, इसके लिए सुरक्षा एजेंसियां जरूरी रणनीति पर काम कर रही हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही कश्मीर की तरह जम्मू इलाके में आतंकवाद पर लगाम लगाने में सफलता मिलेगी।

जुलाई महीने में दूसरा एकादशी व्रत 17 को और तीसरा एकादशी व्रत 31 जुलाई को


नयी दिल्ली : जुलाई के महीने में तीन एकादशी तिथियां पड़ रही हैं। ऐसा बहुत कम ही देखने को मिलता है। आइए ऐसे में जानते हैं कि जुलाई में किन तारीखों को ये एकादशियां हैं और इनका महत्व क्या है।

हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का बड़ा महत्व है। माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु के निमित्त व्रत रखने से जीवन की हर परेशानी का अंत हो जाता है। हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले बहुत से लोग एकादशी तिथि का व्रत रखते हैं। हर माह में ज्यादातर 2 एकादशी तिथियां आती हैं, एक शुक्ल पक्ष की और एक कृष्ण पक्ष की। लेकिन साल 2024 के जुलाई महीने में एक ही महीने में तीन एकादशी तिथियां हैं। 

आइए जानते हैं जुलाई में ये तीनों एकादशी तिथियां कब-कब हैं और इनका महत्व क्या है। जुलाई महीने में तीन एकादशी तिथियां

इस महीने के पहले हफ्ते में योगिनी एकादशी का व्रत रखा गया था।

योगिनी एकादशी 2 जुलाई को थी। अब 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा। इसके बाद महीने के अंतिम दिन 31 जुलाई को कामिका एकादशी व्रत है। यानि जुलाई में तीन एकादशी तिथियों का संयोग बना है। योगिनी एकादशी का व्रत लिया जा चुका है, आइए अब जानते हैं कि अगर आप देवशयनी और कामिका एकादशी का व्रत रखते हैं तो आपको कैसे परिणाम प्राप्त होते हैं।

17 को देवशयनी एकादशी का महत्व

देवशयनी एकादशी के बाद भगवान विष्णु चार महीनों के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं और शुभ मांगलिक कार्यों को करने पर रोक लग जाती है। चार माह बाद देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और फिर मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं। इसलिए यह एकादशी बेहद खास मानी जाती है। इस दिन व्रत रखने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और साथ ही अंत समय में मोक्ष प्राप्त होता है। इस दिन व्रत रखने से आरोग्य वर भगवान विष्णु आपको देते हैं। 

31 को कामिका एकादशी का महत्व

कामिका एकादशी का व्रत रखने से भक्तों के सभी दुख समाप्त होते हैं और सुखों की प्राप्ति होती है। माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से न केवल भगवान विष्णु बल्कि सभी देवताओं, गंधर्व और सूर्य देव की पूजा का भी फल प्राप्त होता है। इस दिन दान करने से आपको पुण्य प्राप्त होता है। 

एकादशी व्रत की पूजा विधि

अगर आप एकादशी तिथि का व्रत रख रहे हैं तो आपको सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान करना चाहिए। इसके बाद स्वच्छ वस्त्र पहनकर पूजा स्थल भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए। फिर फूल, फल, अक्षत आदि अर्पित करने चाहिए और धूप दीप जलाना चाहिए साथ ही व्रत का संकल्प भी आपको लेना चाहिए। तत्पश्चात भगवान विष्णु के मंत्रों का जप और आरती आपको करनी चाहिए। पूरे दिन व्रत करने के बाद अगले दिन द्वादशी तिथि में व्रत का पारण आपको करना चाहिए।

1948 में आज ही के दिन भारत में महिलाओं को IAS-IPS समेत कई सार्वजनिक सेवाओं में भर्ती होने की मिली थी स्वीकृति,जाने 17 जुलाई से संबंधित इतिहास

नयी दिल्ली : देश और दुनिया में 17 जुलाई का इतिहास कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है और कई महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो गई हैं। UPSC मेंस एग्जाम के अलावा कई प्रतियोगी परीक्षाओं और इंटरव्यू में ऐतिहासिक घटनाओं के बारे में पूछा जाता है। इस लेख में हम 17 जुलाई का इतिहास जानेंगे। 

17 जुलाई का इतिहास काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 1919 में आज ही के दिन यूरोपीय देश फिनलैंड में संविधान को स्वीकृति दी गई थी। 

1948 में 17 जुलाई को ही भारत में महिलाओं को IAS और IPS समेत सभी सार्वजनिक सेवाओं में भर्ती होने की स्वीकृति मिली थी।

1893 को आज ही के दिन इंग्लैंड के आर्थर श्रेव्सबरी टेस्ट क्रिकेट में 1,000 रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर बने थे।

1929 में 17 जुलाई को ही सोवियत संघ ने चीन के साथ राजनयिक संबंध समाप्त किए थे। 

17 जुलाई का इतिहास इस प्रकार है :

1995 में आज ही के दिन फोर्ब्स मैगजीन ने माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स को दुनिया का सबसे अमीर आदमी बताया था।

1994 में 17 जुलाई को ही धूमकेतू शुमेकर लेवी-9 का पहला टुकड़ा बृहस्पति ग्रह से टकराया था।

1987 में आज ही के दिन ईरान और फ्रांस के बीच राजनयिक संबंध टूटे थे।

1980 में 17 जुलाई को ही जेंको सुजुकी जापान के प्रधानमंत्री बने थे।

1976 में आज ही के दिन 21वें माडर्न ओलंपिक खेलों का आयोजन मांट्रियाल में शुरू हुआ था।

1974 में 17 जुलाई को ही लंदन टॉवर में बम धमाके से 41 लोग घायल हो गए थे।

1972 में आज ही के दिन पहली बार दो महिलाओं ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई एजेंट के तौर पर चंटिको में ट्रेनिंग शुरू की थी।

1950 में 17 जुलाई को ही पठानकोट में भारत का पहला विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।

1948 में आज ही के दिन भारत में महिलाओं को भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) समेत नागरिक सेवाओं में पात्र घोषित किया गया था।

1929 में 17 जुलाई को ही सोवियत संघ ने चीन के साथ कूटनीतिक संबंध समाप्त किए थे।

1919 में आज ही के दिन यूरोपीय देश फिनलैंड में संविधान को स्वीकृति दी गई थी।

1912 में 17 जुलाई को ही इंटरनेशनल एमेच्योर एथलेटिक्स महासंघ की स्वीडन में स्थापना की गई थी।

1906 में आज ही के दिन क्लेमेंट आर्मंड फैलिएरेस फ्रांस के राष्ट्रपति चुने गए थे। 

1893 में 17 जुलाई को ही इंग्लैंड के आर्थर श्रेव्सबरी टेस्ट क्रिकेट में 1,000 रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर बने थे।

1850 में आज ही के दिन हार्वर्ड वेधशाला ने तारे का पहला फोटोग्राफ लिया था।

1712 में 17 जुलाई को ही इंग्लैंड, पुर्तगाल और फ्रांस ने युद्धविराम संधि पर हस्ताक्षर किए थे।

1549 में आज ही के दिन यूरोपीय देश बेल्जियम के घेंट इलाके से यहूदियों को निकाला गया था।

17 जुलाई को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1971 में 17 जुलाई के दिन ही अभिनेता रवि किशन शुक्ला का जन्म हुआ था।

1943 में आज ही के दिन परमवीर चक्र सम्मानित भारतीय सैनिक फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों का जन्म हुआ था।

1959 में आज ही के दिन हिंदी चलचित्र अभिनेत्री ज़रीना वहाब का जन्म हुआ था।

1923 में 17 जुलाई के दिन ही भारत के पांचवें राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद की पत्नी बेगम आबिदा अहमद का जन्म हुआ था। 

1913 में आज ही के दिन फ्रांस के विख्यात दार्शनिक और लेखक रोजर गैरोडी का मार्सी नगर में जन्म हुआ था।

17 जुलाई को हुए निधन

2013 में आज ही के दिन प्रसिद्ध इतिहासकार बरुन डेका निधन हुआ था।

2005 में 17 जुलाई के दिन ही भारतीय रिज़र्व बैंक के 14वें गवर्नर आई. जी. पटेल का निधन हुआ था।

1972 में आज ही के दिन गुजरात के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ और ‘ऑल इंडिया किसान सभा’ के नेता इंदुलाल याज्ञिक का निधन हुआ था।

1928 में 17 जुलाई के दिन ही उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, गवर्नर जनरल की गृह विभाग की समिति के सदस्य अलेक्जेन्डर मडीमैन का निधन हुआ था।

1790 में आज ही के दिन प्रसिद्ध स्कॉटिश नीतिवेत्ता, दार्शनिक और राजनैतिक अर्थशास्त्री एडम स्मिथ का निधन हुआ था।

हासिब बाबा गैंग ने GBT हॉस्पिटल में की थी हत्या, दूसरे को मारने आया था, गलतफहमी में किसी और को मार दिया

*

नई दिल्ली:- शाहदरा जिला के दिलशाद गार्डन स्थित जीटीबी अस्पताल में भर्ती मरीज की हत्या में शामिल दो आरोपियों को पुलिस में गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी कुख्यात हासिब बाबा गैंग के सदस्य बताए जा रहे हैं. पूछताछ में उन्होंने खुलासा किया कि उनके निशाने पर अस्पताल में भर्ती दूसरा मरीज था, लेकिन गलत पहचान की वजह से दूसरे मरीज की हत्या हो गई.

डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि आरोपियों की पहचान फैज और फरहान के रूप में की गई है और दोनों दिल्ली से सटे लोनी इलाके के रहने वाले हैं. रविवार को जीटीबी अस्पताल के वार्ड नंबर 24 में भर्ती रियाजुद्दीन नाम के मरीज की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. 

हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई, इसके बाद वार्ड के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की गई. इसमें चार व्यक्ति अस्पताल के आपातकालीन द्वार से प्रवेश करते हुए दिखाई दिए.

जांच के दौरान वार्ड में भर्ती व्यक्ति ने बताया कि उसकी हासिम बाबा गिरोह के साथ कुछ प्रतिद्वंद्विता है, और ये लोग उसे मारने आए थे. लेकिन बदमाशों ने उस व्यक्ति को मार दिया, जो उसके बगल के बेड पर था. व्यक्ति पर 12 जुलाई को कुछ बदमाशों ने गोली चलाई थी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था.

आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमों का गठन किया गया और फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान की गई. साथ ही उनके सोशल मीडिया अकाउंट व मोबाइल नंबर भी हासिल किए गए और सीडीआर (कॉल डीटेल रिकॉर्ड) का विश्लेषण किया गया.

सीडीआर के आधार पर लक्ष्मी गार्डन, लोनी, उत्तर प्रदेश में छापा मारा गया और 20 वर्षीय फैज को पकड़ा गया और उससे पूछताछ की गई. इस दौरान उसने खुलासा किया कि फहीम उर्फ बादशाह खान इस घटना का मास्टरमाइंड है. फैज और उनके दो भाई फौजान और मोइन खान आमतौर पर फहीम उर्फ बादशाह खान से मिलते हैं और हासिम बाबा गिरोह से संबंधित हैं और उसी के लिए काम करते हैं. इसके बाद चौहान बांगड़ इलाके से फरहान को भी गिरफ्तार कर लिया गया.

दोनों ने खुलासा किया कि फहीम ने दिल्ली के बाबरपुर स्थित अपने फ्लैट पर सभी को बुलाया था. घटना की तारीख पर सभी लोग फहीम के फ्लैट पर थे. फहीम ने उन्हें जीटीबी अस्पताल में वार्ड 24 में भर्ती एक व्यक्ति को मारने का निर्देश दिया था. दोनों ने यह भी खुलासा किया कि फायरिंग करने के बाद फहीम उन्हें जीटीबी से भागने का निर्देश दे रहा था. फहीम ने ही चारों को गोली मारने को कहा था और उन्हें जीटीबी अस्पताल ले जाने के लिए बाइक फैज ने दी थी. फायरिंग के बाद मोइन खान और फैज लोनी स्थित अपने घर भाग गए थे. मामले में आगे की जांच जारी है।

16 जुलाई का इतिहास: आज के ही दिन हिंदू विधवाओं के पुनर्विवाह को मिली थी कानूनी मान्यता


नई दिल्ली: इतिहास में 16 जुलाई का दिन कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है। भारतीय और विश्व इतिहास में आज की घटनाएं इस प्रकार हैं:- 

1661- स्वीडिश बैंक ने यूरोप में पहला नोट जारी किया। 

1856- हिंदू विधवाओं के पुनर्विवाह को कानूनी मान्यता मिली। 

1890- पार्किंसन नाम के एक डॉक्टर ने पार्किंसन बीमारी के बारे में अपनी जांच पूरी की। उन्हीं के नाम पर बीमारी का नाम पार्किन्सन्स रखा गया। 

1905- बागेरहाटर (अब बंगलादेश) में एक जनसभा में ब्रिटिश सामान के बहिष्कार के प्रस्ताव को पहली बार मंजूरी दी गई। 

1909- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाली प्रमुख महिलाओं में से एक अरुणा आसफ़ अली का जन्म। 

1925- इराक में राजा फैसल ने बगदाद में पहली संसद स्थापित की। 

1925- नेशनल जियोग्राफिक ने पहली बार समुद्र के भीतर के दृश्यों की प्राकृतिक रंगीन फोटो निकाली। 

1945- अमेरिका ने परमाणु बम का पहला परीक्षण किया।

1951- नेपाल को ब्रिटेन से आजादी मिली।

1968- भारत के प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी धनराज पिल्लै का जन्म। 

1969- इंसान को चांद पर पहुंचाने की पहली कोशिश के तहत अमेरिका के केप केनेडी स्टेशन से अपोलो 11 अंतरिक्ष यान तीन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर रवाना हुआ। 

1984- बालीवुड अभिनेत्री कटरीना कैफ का जन्म। 

1990- यूक्रेन ने स्वतंत्रता की घोषणा की।

1999- जॉन एफ़. कैनेडी के पुत्र जॉन एफ़. कैनेडी जूनियर की विमान दुर्घटना में मृत्यु।

 2001- जैक्स रोगे (बेल्जियम) अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के आठवें अध्यक्ष बने। 

2002- पराग्वे में आपातकाल की घोषणा।

2003- पाकिस्तान, सऊदी अरब और 53 अन्य इस्लामी देश इजरायल को 2005 तक मान्यता देने पर राजी। 

2004- चीन ने उत्तरी चीन के सबसे बड़े तटीय शहर त्यानचिन में पहला आनलाइन वायु सुरक्षा अभ्यास किया। 

2005– प्रसिद्ध कन्नड़ नाटककार के. वी. सुबन्ना का निधन। 

2006-सं युक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कोरिया पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पारित। 

2007- बंगलादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना वाजिद को धन वसूली के एक मामले में गिरफ़्तार किया गया।

2008- ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने गाजा क्षेत्र की अपनी प्रस्तावित यात्रा रद्द की। अमेरिका ने अगले पांच सालों में पाकिस्तान को साढ़े सात अरब डॉलर की असैनिक मदद के लिए एक विधेयक पेश किया। 

2011- देश में पिछले एक दशक में गांवों की तुलना में शहरी आबादी ढाई गुना से भी अधिक तेज़ी से बढ़ी है।

भारत के महापंजीयक और जनगणना आयुक्त के कार्यालय की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले दशक में देश की जनसंख्या में 17.64 प्रतिशत का इजाफ़ा हुआ है। यह वृद्धि गांवों में 12.18 और शहरी क्षेत्रों में 31.80 प्रतिशत की रही है। 

2017- सिक्किम के दूसरे पूर्व मुख्यमंत्री नर बहादुर भंडारी का निधन। 

2021- भारतीय अभिनेत्री और टेलीविजन कलाकार सुरेखा सीकरी का निधन।

मुख्तार अंसारी को जेल में जहर दिया, इलाज तक नहीं मिला', सुप्रीम कोर्ट में उमर का आरोप_


नई दिल्ली: गैंगस्टर से नेता बने दिवंगत मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष आरोप लगाया है कि उनके पिता को जेल में खाने में जहर दिया जाता था। उन्हें पर्याप्त इलाज देने से भी इन्कार किया गया था। इसी के चलते उनकी हिरासत में मौत हुई थी।

जिस बात का डर था, वही हो गया

जस्टिस हृषिकेश राय और एसवीएन भट्टी की खंडपीठ के समक्ष मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी की 2023 में दायर याचिका की सुनवाई के दौरान बांदा जेल परिसर में अपने पिता की सुरक्षा का मुद्दा उठाया।

मुठभेड़ जैसी स्थिति का दावा कर चुके उमर अंसारी की ओर से पेश वकील कपिल सिब्बल ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में जांच होनी चाहिए, क्योंकि हमें जिस बात का डर था, वही हो गया है।

मुख्तार को वापस नहीं ला सकते

खंडपीठ ने सिब्बल से कहा कि हम उन्हें वापस नहीं ला सकते हैं। आप यह अच्छी तरह समझते हैं। इस पर कपिल सिब्बल ने कहा कि इंसानों से इस देश में ऐसा बर्ताव नहीं किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपनी याचिका में मांग में संशोधन के लिए भी आवेदन कर रहे हैं।

चार सप्ताह में यूपी सरकार दाखिल करेगी जवाब

याचिका पर नोटिस जारी करने वाली खंडपीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश एडीशनल सॉलिसिटर जनरल केएम नटराज से कहा कि वह अपना जवाब दाखिल कर सकते हैं। उन्हें इसके लिए चार हफ्ते का समय दिया गया है। इसके बाद सिब्बल ने खंडपीठ को बताया कि याचिकाकर्ता का आरोप है कि उनके पिता को खाने में जहर दिया गया है।

खंडपीठ ने मुख्तार अंसारी को जेल में पर्याप्त इलाज नहीं देने के आरोप का संज्ञान लिया है। उल्लेखनीय है कि विगत 28 मार्च को मऊ सदर से पांच बार विधायक रहे मुख्तार अंसारी का उत्तर प्रदेश में बांदा के एक अस्पताल में इलाज के दौरान कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया था।

भारतीय मूल की नौ वर्षीय लड़की प्रणयस्का मिश्रा ने अमेरिकाज गॉट टैलेंट में मनवाया अपना लोहा जजों ने खड़े होकर बजाई तालियां


नयी दिल्ली : भारतीय मूल की महज नौ साल की बच्ची प्रणयस्का मिश्रा ने अपनी शानदार गायिकी से अमेरिका और कनाडा में खासी लोकप्रियता हासिल की है। हाल ही में 'अमेरिकाज गॉट टैलेंट' रियलिटी शो में वह नजर आईं थीं और उनके लिए गोल्डन बजर दबाया गया था। महज दो वर्ष की उम्र से प्रणयस्का गा रही हैं। भारतीय मूल की प्रणयस्का मिश्रा अमेरिका में बहुत कम उम्र में अपनी गायिकी की लोहा मनवा रही हैं।

फ्लोरिडा की नौ वर्षीया भारतीय मूल की बच्ची प्रणयस्का मिश्रा ने 'अमेरिकाज गॉट टैलेंट' में अपनी शानदार आवाज से जजों को आश्चर्यचकित कर दिया। दो जुलाई को प्रसारित हुए एजीटी के एपिसोड में उनकी परफॉर्मेंस दिखाई गई थी। 

मिश्रा को उनके प्रदर्शन के लिए शो के जजों दर्शकों से खड़े होकर तालियां भी मिलीं और एक जज हाइडी क्लुम ने उनके लिए गोल्डन बजर भी दबाया। 

भारतीय कारोबारी आनंद महिंद्रा ने भी प्रणयस्का मिश्रा की जमकर सराहना की है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि प्रणयस्का मिश्रा महज दो वर्ष की उम्र से गा रही हैं। अमेरिका से पहले उनका परिवार कनाडा में रहता था, इसलिए प्रणयस्का मिश्रा वहां भी कई बार कई कार्यक्रमों में गाती रही हैं। आइये विस्तार से जानते हैं उनके बारे में-

प्रमुख खेल आयोजनों में गाती आ रही हैं प्रणयस्का मिश्रा

प्रणयस्का मिश्रा फ्लोरिडा के टैंपा की रहने वाली हैं। वह अपनी शानदार आवाज से पूरे अमेरिका और कनाडा में लोकप्रियता हासिल कर रही हैं। वह पिछले कुछ वर्षों से पेशेवर रूप से परफॉर्म कर रही हैं और एनबीए, यूनाइटेड सॉकर लीग सहित अन्य प्रमुख खेल आयोजनों में गाती आ रही हैं। उन्होंने 2021 में न्यूयॉर्क में एनसीएए पुरुष और महिला बास्केटबॉल खेल से पहले अमेरिकी राष्ट्रगान गाया था।

उन्होंने 2023 में फ्लोरिडा पैंथर्स अमेरिकी फुटबॉल टीम के लिए भी राष्ट्रगान गाया। 2024 में उन्होंने मियामी हीट बनाम यूटा जैज एनबीए गेम से पहले गाया। इस वर्ष मई की शुरुआत में उन्होंने मेमोरियल डे समारोह के दौरान सेलीन डियोन का गीत 'गॉड ब्लेस अमेरिका' गाया था।

Voyage LA के अनुसार, प्रणयस्का की ओर से गाए गए राष्ट्रीय गान को कनाडा में व्यापक सराहना मिली और उन्हें कनाडा की संसद की बैठक में इसे गाने के लिए भी आमंत्रित किया गया था। उन्होंने वॉयेज एलए को बताया था कि वह मात्र आठ वर्ष की उम्र में फ्लोरिडा वर्चुअल स्कूल में ग्रेड 3 में ऑनर्स छात्रा थीं।

बेटी की खातिर कनाडा से अमेरिका आया परिवार

प्रणयस्का मिश्रा ने न्यूयॉर्क प्रोडक्शन के साथ कई ब्रॉडवे संगीत नाटकों में प्रदर्शन किया है। उन्होंने न्यूयॉर्क के वर्ल्ड अपोलो स्टेज पर भी परफॉर्म किया है। वॉयेज एलए के साथ इंटरव्यू में प्रणयस्का ने बताया था, ''पिछले वर्ष (2022 में) मेरे परिवार ने मेरे लिए बेहतर अवसरों की तलाश में कनाडा के टोरंटो से अमेरिका के टैंपा में जाने का निर्णय लिया।

माता-पिता ने अपना घर बेच दिया और पिता को अमेरिका में नई नौकरी की तलाश करनी पड़ी, जबकि उसकी मां को टोरंटो से अमेरिका आने के बाद अपना 16 साल का करियर छोड़ना पड़ा।''

बता दें कि इससे पहले भारत की 10 वर्षीय माया नीलकांतन ने अमेरिकाज गॉट टैलेंट के मंच पर प्रस्तुति दी थी और अपने शानदार गिटार-वादन कौशल के कारण जल्द ही वायरल हो गई थीं। एजीटी में उन्हें 'रॉक गॉडेस' तक कहा गया था।

हासिब बाबा गैंग ने GBT हॉस्पिटल में की थी हत्या, दूसरे को मारने आया था, गलतफहमी में किसी और को मार दिया


नई दिल्ली:- शाहदरा जिला के दिलशाद गार्डन स्थित जीटीबी अस्पताल में भर्ती मरीज की हत्या में शामिल दो आरोपियों को पुलिस में गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी कुख्यात हासिब बाबा गैंग के सदस्य बताए जा रहे हैं. पूछताछ में उन्होंने खुलासा किया कि उनके निशाने पर अस्पताल में भर्ती दूसरा मरीज था, लेकिन गलत पहचान की वजह से दूसरे मरीज की हत्या हो गई.

डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि आरोपियों की पहचान फैज और फरहान के रूप में की गई है और दोनों दिल्ली से सटे लोनी इलाके के रहने वाले हैं. रविवार को जीटीबी अस्पताल के वार्ड नंबर 24 में भर्ती रियाजुद्दीन नाम के मरीज की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. 

हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई, इसके बाद वार्ड के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की गई. इसमें चार व्यक्ति अस्पताल के आपातकालीन द्वार से प्रवेश करते हुए दिखाई दिए.

जांच के दौरान वार्ड में भर्ती व्यक्ति ने बताया कि उसकी हासिम बाबा गिरोह के साथ कुछ प्रतिद्वंद्विता है, और ये लोग उसे मारने आए थे. लेकिन बदमाशों ने उस व्यक्ति को मार दिया, जो उसके बगल के बेड पर था. व्यक्ति पर 12 जुलाई को कुछ बदमाशों ने गोली चलाई थी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था.

आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमों का गठन किया गया और फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान की गई. साथ ही उनके सोशल मीडिया अकाउंट व मोबाइल नंबर भी हासिल किए गए और सीडीआर (कॉल डीटेल रिकॉर्ड) का विश्लेषण किया गया.

सीडीआर के आधार पर लक्ष्मी गार्डन, लोनी, उत्तर प्रदेश में छापा मारा गया और 20 वर्षीय फैज को पकड़ा गया और उससे पूछताछ की गई. इस दौरान उसने खुलासा किया कि फहीम उर्फ बादशाह खान इस घटना का मास्टरमाइंड है. फैज और उनके दो भाई फौजान और मोइन खान आमतौर पर फहीम उर्फ बादशाह खान से मिलते हैं और हासिम बाबा गिरोह से संबंधित हैं और उसी के लिए काम करते हैं. इसके बाद चौहान बांगड़ इलाके से फरहान को भी गिरफ्तार कर लिया गया.

दोनों ने खुलासा किया कि फहीम ने दिल्ली के बाबरपुर स्थित अपने फ्लैट पर सभी को बुलाया था. घटना की तारीख पर सभी लोग फहीम के फ्लैट पर थे. फहीम ने उन्हें जीटीबी अस्पताल में वार्ड 24 में भर्ती एक व्यक्ति को मारने का निर्देश दिया था. दोनों ने यह भी खुलासा किया कि फायरिंग करने के बाद फहीम उन्हें जीटीबी से भागने का निर्देश दे रहा था. फहीम ने ही चारों को गोली मारने को कहा था और उन्हें जीटीबी अस्पताल ले जाने के लिए बाइक फैज ने दी थी. फायरिंग के बाद मोइन खान और फैज लोनी स्थित अपने घर भाग गए थे. मामले में आगे की जांच जारी है।

पीएम मोदी से मिले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिल्ली में हुई मुलाकात,पत्‍नी कल्‍पना संग राष्‍ट्र‍पति मुर्मु से भी मिले


नयी दिल्ली : झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने दिल्‍ली में प्रधानमंत्री मोदी से शिष्‍टाचार मुलाकात की। उन्‍होंने अपने एक्‍स हैंडल पर तस्‍वीर भी साझा की है। वहीं, उन्‍होंने अपनी पत्‍नी कल्‍पना सोरेन के साथ राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से भी भेंट की। 

मालूम हो हाल ही में जमानत पर जेल से बाहर आए हेमंत सोरेन ने तीसरी बार झारखंड के सीएम पद की शपथ ली है। एक दिन पहले हेमंत ने वाराणसी के मंदिरों में पूजा-अर्चना की और वहां की गलियों में घूमे। उन्‍होंने इसकी तस्‍वीरें भी साझा की हैं।

इसके पहले हेमंत दिल्‍ली में कांग्रेस शीर्ष नेतृत्‍व से भी मुलाकात कर चुके हैं। राज्‍य में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। जिसकी तैयारी में सभी दल जुटे हैं। 

झारखंड में विधानसभा 81 सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा। महागठबंधन में झामुमो, कांग्रेस और राजद साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। वहीं भाजपा और आजसू सा‍थ मिलकर चुनाव लड़ेंगे।

इसके इतर प्रदेश में एक नया गठबंधन सामने आ रहा है। बिहार और केंद्र में एनडीए के सहयोगी दल नीतीश कुमार की जदयू ने भाजपा से अलग हुए सरयू राय की पार्टी भारतीय जन मोर्चा के सा‍थ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

15 जुलाई का इतिहास: आज के ही दिन पंजाब को आतंकवाद प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया


नई दिल्ली : भारतीय और विश्व इतिहास में 15 जुलाई की महत्वपूर्ण घटनाएं इस प्रकार हैं:-

1611: आमेर के राजा और मुगल साम्राज्य के वरिष्ठ सेनापति जयसिंह का जन्म हुआ।

1840: शिक्षाविद, ग्रन्थकार और सांख्यिकीविदअंग्रेज अधिकारी विलियम विलसन हन्टर का जन्म।

1883: प्रसिद्ध भारतीय व्यवसायी जमशेद जी जीजाभाई का जन्म।

1885: आधुनिक केरल प्रदेश के प्रमुख नेता का जन्म।

1903: भारत रत्न सम्मानित स्वतंत्रता सेनानी, राजनेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. कामराज का जन्म।

1909: आंध्र प्रदेश की प्रथम महिला नेता दुर्गाबाई देशमुख का जन्म।

1909: महाराष्ट्र कांग्रेस कमिटी की कार्यकारिणी के सदस्य और बम्बई विधानसभा के सदस्य गणपतराव देवजी तापसे का जन्म।

1910: एमिल क्रेपलिन ने एलॉइस अल्जाइमर के नाम पर अल्जाइमर बीमारी का नाम दिया।

1912: भारतीय सेना के उच्च अधिकारी मोहम्मद उस्मान का जन्म। वह भारत और पाकिस्तान के प्रथम युद्ध (1947-48) में शहीद हुए थे।

1916: बोइंग, दुनिया की सबसे बड़ी एयरोस्पेस कंपनी की शुरुआत।

1925: प्रसिद्ध अभिनेता, नाटककार, निर्देशक और इन सबके अतिरिक्त रंगमंच के सिद्धांतकार बादल सरकार का जन्म।

1926: बॉम्बे में पहली मोटरबस सेवा की शुरुआत।

1937: हिंदी के जाने-माने पत्रकार प्रभाष जोशी का जन्म।

1962: अल्जीरिया अरब लीग का हिस्सा बना।

1967: मराठी रंगमंच के महान नायक और प्रसिद्ध गायक बाल गन्धर्व का निधन।

1984: पंजाब में सिख समुदाय के अशांत होने के बाद पंजाब को आतंकवाद प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया।

2000: सिएरा लियोन में सैन्य कार्यवाही द्वारा सभी भारतीय सैनिक बंधक मुक्त कराए गए।

2002: अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल के हत्यारे उमर शेख को पाकिस्तानी अदालतने मौत की सजा सुनाई।

2004: भारतीय चिकित्सा वैज्ञानिक तथा परिवार नियोजन विशेषज्ञ बानो जहांगीर कोयाजी का निधन।

2011: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने पीएसएलवी सी-17 के जरिए जीसैट-12 ए का श्रीहरिकोटा से सफल प्रक्षेपण किया।

2017: गणित की दुनिया का प्रतिष्ठित सम्मान 'फील्ड्स मेडल' पाने वाली पहली महिला गणितज्ञ मरियम मिर्जाखानी का निधन।