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भाजपा की कुर्सी की लड़ाई की गर्मी में, उत्तर प्रदेश में शासन-प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया: अखिलेश यादव

लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा में कुर्सी की लड़ाई चल रही है जिससे कि शासन-प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है। जनता के लिए सोचने वाला भाजपा में कोई नहीं है। अखिलेश यादव ने सोशल साइट एक्स पर लिखा कि भाजपा की कुर्सी की लड़ाई की गर्मी में, उत्तर प्रदेश में शासन-प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है। 

तोड़फोड़ की राजनीति का जो काम भाजपा दूसरे दलों में करती थी, अब वही काम वो अपने दल के अंदर कर रही है, इसीलिए भाजपा अंदरूनी झगड़ों के दलदल में धंसती जा रही है। जनता के बारे में सोचनेवाला भाजपा में कोई नहीं है।

भाजपा कार्यसमिति की बैठक में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बयान दिया था कि सरकार से बड़ा संगठन होता है। इसे लेकर पार्टी में सियासी आग भड़क उठी। केशव मौर्य एक महीने में प्रदेश में कैबिनेट व अन्य बैठकों में भी नहीं पहुंचे।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को दिल्ली बुलाकर भी बात की। इससे सरकार और संगठन में मनमुटाव होने की बात सामने आई।
पिकअप और बाइक की भिडंत में दो युवकों की मौत
लखनऊ । यूपी के बाराबंकी जिले के फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र में बाराबंकी मार्ग पर मंगलवार देर रात पिकअप ने बाइक में जोरदार टक्कर मारी और पेड़ में जा टकराई। इस दर्दनाक हादसे में बाइक पर सवार दो युवकों की मौत हो गई जबकि पिकअप में सवार लोग घायल हो गए उन्हें इलाज के लिए सीएएचसी भेजा गया है।

फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम धौसार निवासी इमरान (25) अपने ममेरे भाई अरमान (18) के साथ मंगलवार देर रात बाइक से ताजिया देखने बरेठी जा रहे थे। फतेहपुर बाराबंकी मार्ग पर अहिरनपुरवा गांव के पास सामने से आ रही पिकअप ने बाइक में ठोकर मार दी और असंतुलित होकर पेड़ में टकरा गई। हादसे में बाइक सवार दोनों युवकों की मौत हो गई। पेड़ से टकराई पिकअप पलटने से उसमें सवार दो लोग उसी में फंस गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने पिकअप का अगला हिस्सा काटकर उनको बाहर निकाल कर उपचार के लिए देवा सीएचसी भेज दिया। युवकों की मौत से उनके परिवार में कोहराम मचा है। फतेहपुर के कोतवाल डीके सिंह ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
योगी की कुर्सी जाएगी या दिल्ली जाएंगे केशव प्रसाद मौर्य ? यूपी की सियासत में क्या होने वाला है बड़ा फेरबदल
लखनऊ । अभी हाल में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उत्तर प्रदेश ने तगड़ा झटका दिया। 2019 में यूपी की 62 सीटें जीतने वाली बीजेपी 2024 में सिर्फ 33 पर सिमट गई. चुनावी हार ने पार्टी कार्यकर्ताओं को न सिर्फ निराश किया, बल्कि नाराज भी. दिल्ली से लेकर लखनऊ तक, समीक्षा बैठकों का दौर जारी है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य में टकराव की खबरें हैं। अटकलों का बाजार गर्म है कि बीजेपी जल्द ही कोई बड़ा फैसला कर सकती है।

मौर्य ने मंगलवार को बीजेपी चीफ जेपी नड्डा से मुलाकात की। बाहर निकलते वक्त मीडिया ने खूब कुरेदा मगर मौर्य कुछ नहीं बोले.,दो दिन पहले ही, मौर्य ने यूपी बीजेपी की विस्तारित कार्यकारिणी की बैठक में अपने बयान से राजनीतिक पारा चढ़ा दिया था। रविवार को, लखनऊ में हुई बैठक में मौर्य ने कहा था, 'संगठन हमेशा सरकार से बड़ा होता है'. उस बैठक में नड्डा भी मौजूद थे।


लगातार आ रहे विरोधाभासी बयान

लखनऊ में बीजेपी की बैठक के दौरान मौर्य ने कहा था कि संगठन सरकार से बड़ा होता है.।उन्होंने कहा, 'आपका दर्द मेरा भी दर्द है. संगठन सरकार से बड़ा था, बड़ा है और हमेशा बड़ा रहेगा.।सभी मंत्री, विधायक और जनप्रतिनिधियों को कार्यकर्ताओं का सम्मान करना चाहिए और उनके मान-सम्मान का ख्याल रखना चाहिए। सपा और कांग्रेस ने 'सांपनाथ' और 'नागनाथ' के रूप में झूठ बोलकर और धोखा देकर हमें कुछ समय के लिए पीछे धकेल दिया है. लेकिन 2027 में हम 300 सीटों को पार करने के लक्ष्य के साथ फिर से राज्य में भाजपा की सरकार बनाएंगे।

योगी आदित्यनाथ ने यूपी में चुनावी हार के लिए अति आत्मविश्वास को जिम्मेदार ठहराया था.।योगी ने कहा था कि पार्टी विपक्षी गठबंधन INDIA के प्रचार अभियान का प्रभावी ढंग से मुकाबला नहीं कर सकी. योगी ने यह भी साफ कर दिया कि उनकी सरकार का रवैया नहीं बदलेगा।

मौर्य के संगठन वाले बयान पर प्रदेश की सियासत गरमा गई. समाजवादी पार्टी के नेता मनोज काका ने कहा कि केशव मौर्य ने यह बयान देकर यह जताना चाह रहे हैं कि हम सीएम योगी से बड़े हैं. उन्होंने कहा कि केशव मौर्या योगी को चुनौती दे रहे हैं. भाजपा संगठन में आंतरिक तौर पर बड़ी फूट पड़ी हुई है। प्रदेश में ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य अघोषित मुख्यमंत्री हैं।

केशव प्रसाद मौर्य का क्या बढ़ेगा कद

जब से लोकसभा चुनाव के नतीजे आए हैं, मौर्य का अधिकतर समय दिल्ली में ही गुजरा है। वह लखनऊ से कटे-कटे से रहे हैं। सरकारी बैठकों से भी मौर्य ने दूरी बना रखी है। रविवार की बैठक में जब मौर्य ने बीजेपी कार्यकर्ताओं का दर्द बयान किया तो खूब तालियां बजी थीं। सोशल मीडिया पर सोमवार को मौर्य ने यही लिखा: 'कर्मवीर को जीत या हार से कोई मतलब नहीं होता। कार्यकर्ता ही मेरा गौरव और सम्मान हैं' और 'संगठन सरकार से बड़ा है... संगठन से बड़ा कोई नहीं ।

मौर्य को पार्टी बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। वह ओबीसी चेहरा हैं और संगठन में लंबा अनुभव रखते हैं। बीजेपी को निराश कार्यकर्ताओं का मैसेज भी देना है। मौर्य को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है। 2022 के विधानसभा चुनाव में सिराथू सीट से हारने के बावजूद मौर्य को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। पांच महीने बाद ही, मौर्य ने सोशल मीडिया पर लिखा था, 'संगठन, सरकार से बड़ा होता है.' तब भी योगी के साथ उनकी अनबन की खबरें खूब चल रही थी।
उपचुनाव को लेकर सीएम योगी ने की बैठक,  सभी मंत्रियों को अपने प्रभारी क्षेत्र में जब तक चुनाव समाप्त न हो जाएं दो दिन-रात्रि विश्राम के निर्देश
लखनऊ । यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर बैठक हुई जिसमें सरकार व संगठन के लोग शामिल हुए। बैठक में एक सीट की जिम्मेदारी तीन मंत्रियों को दी गई हैं। बैठक के बाद बाहर निकले कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि उपचुनाव को लेकर चर्चा हुई और सभी की जिम्मेदारी तय की गई।

बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने सभी मंत्रियों को अपने प्रभारी क्षेत्र में जब तक चुनाव समाप्त न हो जाएं दो दिन-रात्रि विश्राम के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री की तरफ से सभी प्रभारी मंत्रियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि हर एक ग्रुप को कार्यकर्ताओं के साथ बात करनी है और सबसे ज्यादा फोकस बूथ को मजबूत करने में करना है। बता दें, लोकसभा चुनाव में सांसद बने 9 विधायकों की सीटों समेत सीसामऊ सीट पर उप चुनाव होना है। सपा विधायक के अयोग्य घोषित होने से सीसामऊ सीट रिक्त हुई है। जिन 9 सीटों पर उप चुनाव होने हैं, उनमें मिल्कीपुर, कटेहरी, फूलपुर, मझवां, गाजियाबाद सदर, मीरापुर, खैर और कुंदरकी शामिल हैं।
भाजपा: पार्टी के अंदरखाने भड़की आग पहुंची दिल्ली तक, जेपी नड्डा ने केशव प्रसाद और भूपेंद्र चौधरी को बुलाकर की बात
लखनऊ । भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बयान (सरकार से बड़ा संगठन होता है) से पार्टी के अंदरखाने भड़की सियासी आग की आंच दिल्ली तक पहुंच गई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को दिल्ली बुलाकर बात की।

सूत्रों की मानें तो दोनों नेताओं को सरकार और संगठन के बीच तलवार खिंचने की चर्चाओं पर तत्काल विराम लगाने को कहा गया है। साथ ही विधानसभा की 10 सीटों पर होने वाले उप चुनाव में जुटने को कहा गया है। सूत्रों का कहना है कि पहले केशव और नड्डा के बीच करीब एक घंटे की मुलाकात में पार्टी के नेताओं के बयानों से हो रहे नुकसान पर चर्चा हुई। सूत्रों की माने तो एक सप्ताह पहले भी केशव अमित शाह और नड्डा से मिले थे। इसमें दोनों शीर्ष नेताओं ने पार्टी विधायकों, मंत्रियों और पूर्व मंत्रियों द्वारा नौकरशाही को लेकर दिए जा रहे बयानों से पार्टी को नुकसान होने और बयानबाजी रोकने को कहा था।

इस बीच कार्यसमिति की बैठक में केशव के बयान से प्रदेश का सियासी माहौल फिर गरमा गया है। बता दें, एक महीने के दौरान सीएम की मौजूदगी में हुई कैबिनेट व अन्य बैठकों में भी केशव नहीं पहुंचे थे। वे ज्यादातर दिल्ली में ही रहे और उनके शीर्ष नेतृत्व से मिलने की खबरें आती रहीं। इसके बाद से कयासबाजी हो रही है। सोमवार को निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने भी केशव के बयान का समर्थन किया था। इस पर भी हाईकमान नाराज है।
तीन एसपी का तबादला, हापुड़ के एसपी अभिषेक वर्मा हटे
लखनऊ ।डीजीपी मुख्यालय ने मंगलवार देर रात हापुड़ के एसपी अभिषेक वर्मा को हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया। उनकी जगह गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में तैनात कुंवर ज्ञानंजय सिंह को हापुड़ का नया एसपी बनाया गया है। वहीं, भ्रष्टाचार निवारण संगठन में तैनात एसपी राजेश कुमार द्वितीय को गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस उपायुक्त के पद पर तैनात किया गया है।


प्रदेश सरकार ने चित्रकूट के एसडीएम सतीश चंद्र का उत्तर प्रदेश बृज तीर्थ विकास परिषद मथुरा के ओएसडी के पद पर स्थानांतरण कर दिया है। वाराणसी के सहायक नगर आयुक्त अमित शुक्ला को बांदा भेजा गया है। प्रतापगढ़ के एसडीएम अमित त्रिपाठी को सहायक निदेशक, स्थानीय निकाय बनाया गया है।
यातायात नियमों के प्रति छात्र-छात्राओं को किया जागरूक,डीसीपी ट्रैफिक ने पढ़ाया यातायात नियमों का पाठ


लखनऊ । यूपी की राजधानी लखनऊ में यातायात नियमों के प्रति यातायात पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। ताकि लोग यातायात नियमों के प्रति जागरूक हो सके। साथ ही सड़क हादसों पर अंकुश पाया जा सके। इसी क्रम में मंगलवार को स्टडी हॉल शिक्षकों व विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया ।

नाबालिग छात्र-छात्राओं से वाहन न चलाने की गई अपील

जागरूकता कार्यक्रम की अध्यक्षता पुलिस महानिरीक्षक यातायात निदेशालय सुभाष चन्द्र दुबे ने की। पुलिस उपायुक्त यातायात कमलेश दीक्षित ने शिक्षकों तथा विद्यार्थियों को यातायात नियमों से जागरूक करते हुये दोपहिया वाहन पर हेलमेट की अनिवार्यता, ड्राइविंग लाइसेंस की महत्ता, यातायात सिग्नल, सड़क चिन्ह, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, वाहनों की फिटनेस, यातायात नियमों के उल्लंघन करनें पर दण्ड सम्बन्धी आदि विषयों पर जागरूक किया गया। 18 वर्ष से कम आयु के छात्र व छात्राओं को मोटर वाहन ना चलाने के लिए जागरूक किया गया।

छात्र-छात्राओं के जिज्ञासाओं को किया शांत

छात्र व छात्राओं को सड़क सुरक्षा से सम्बन्धी जानकारी से समय-समय पर अवगत कराये जाने के लिए  विद्यालय प्रबन्धन व शिक्षकों को योगदान देने के लिए  एवं छात्र- छात्राओं को अपने अभिभावकों को भी यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए अवगत कराया गया। कार्यक्रम के दौरान सभी छात्र-छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर भी दिये गये। विद्यालय प्रबंधन से स्कूली वाहनों में बेहतर रख-रखाव, प्राथमिक चिकित्सा किट, फायर एक्स्टयूंग्सन आदि आवश्यक सामग्री रखने एवं यातायात नियमों के पालन करने के लिए जागरूक किया गया। 

सुमित मिश्रा ने गुड समेरिटन कानून की दी जानकारी

ट्रैफिक पार्क से सुमित मिश्रा द्वारा गोल्डन ऑवर तथा गुड समेरिटन कानून के प्रति जागरूक करते हुए सड़क सुरक्षा के नियमों के पालन के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। कार्यक्रम के दौरान इन्द्रपाल सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त, यातायात,  विपिन कुमार पाण्डेय, यातायात निरीक्षक प्रभारी, गोमतीनगर, टीएसआई  राहुल कुमार मौर्या तथा टैफिक पार्क से  सुमित मिश्रा उपस्थित रहे। जागरूकता कार्यक्रम में लगभग 600 छात्र-छात्रा एवं विद्यालय प्रबंधन-शिक्षकों द्वारा उक्त कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।
  
प्रोजेक्टर के माध्यम से सड़क चिन्ह को दिखाया

केन्द्रीय विद्यालय, कैंट कानपुर में छात्रों के लिए सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रशिक्षक के रुप में ट्रैफिक ट्रेनिंग पार्क, लखनऊ से पंकज शर्मा ने प्रोजेक्टर के माध्यम से सड़क चिन्ह, रोड मार्किंग, ट्रैफिक लाइट एवं लाईसेंस सम्बन्धी जानकारी दी एवं गोल्डेन आवर व गुड समेरिटन कानून के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम का आयोजन प्रधानाचार्य सोमपाल  एवं उपप्रधानाचार्य  धीरज सिंह  के द्वारा कराया गया जिसमें 85 छात्रों व अध्यापकों ने भाग लिया।
मां के साथ विवाद होने पर नाबालिग भांजे ने मामा-मामी की गोली मारकर की हत्या
लखनऊ । राजधानी के इंदिरा नगर में भांजे ने ही अपने मामा-मामी की गोली मारकर हत्या कर दी। मामा-मामी का बचाव करने पहुंचे उनके पुत्र को भी गोली मार दिया। हालांकि गोली उसके हाथ में लगी है। जिसका अस्पताल में उपचार चल रहा है। इस पूरे घटना से मुहल्ले में सनसनी फैल गयी। लोगाें को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उन्हीं का भतीजा इस तरह का काम कर सकता है। सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

तकरोही चौकी स्थित शर्मा सिटी के पास की घटना

बता दें कि इंदिरा नगर के तकरोही चौकी स्थित शर्मा सिटी के पास दुर्गा मंदिर के पास राजेंद्र  उम्र करीब 62 वर्ष अपनी पत्नी सरोज और अपने बच्चों व भाइयों के साथ रहते थे। राजेंद्र गन्ना विभाग में कर्मचारी थे जो सेवानिवृत्ति हो चुके है। राजेंद्र के मकान में उनके परिवार के अलावा  भाई राजकरन, जयकरन, जगतपाल और बहन पुष्पादेवी भी रहती है। राजेंद्र शराब के आदी थे। नशे में उनका अक्सर बहन के परिवार से झगड़ा होता था।

बहन से विवाद होने के बाद भांजे ने मारी गोली

मंगलवार रात भी कुछ ऐसा हुआ। राजेंद्र शराब के नशे में घर पहुंचा और बहन  पुष्पा से उनका विवाद हो गया। राजेंद्र पाल को परिवार वाले खींचकर ले जाने लगे तो इसी दौरान उनका एक हाथ पुष्पा के कूलर पर लगने के कारण आवाज करने लगा। इसी बात को लेकर विवाद और तूल पकड़ लिया। इसीबीच कमरे में बैठा उनका भांजा तमंचा लेकर निकला और गुस्से में आकर उसने तीन गोलियां चलाई। राजेंद्र के सीने में गोली लगी। आवाज सुन पत्नी सरोज और बेटा सरवन बचाव में दौड़ा तो उन्हें भी गोली मारी। परिवारीजन पड़ोसियों की मदद से तीनों को अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने राजेंद्र और सरोज को मृत घोषित कर दिया। सरवन के हाथ में गोली लगी थी। जिनका उपचार चल रहा है।

मामा-मामी को मारने वाला भांजा नाबालिग

राजेंद्र के दो बेटे और तीन बेटी हैं। बेटियों की शादी कर चुके  है। जबकि बेटे की शादी नहीं हुई है। बड़ा बेटा सरवन आटो चलाता है, जबकि छोटा बेटा तेज कुमार सिंह नशे की तस्करी में बाराबंकी जेल में बंद है। बहन पुष्पा का ससुराल में विवाद होने के कारण वह मायके में भाई राजवीर के साथ रहती है। राजवीर लोहिया अस्पताल में गार्ड की नौकरी करता है वहीं बहन और भांजे का भी खर्चा उठाता है। घटना के समय पूरा परिवार मौजूद रहा । चूंकि मकान पुस्तैनी है इसलिए पूरा परिवार इसी में रहता है।डीसीपी उत्तरी अभिजित आर शंकर ने बताया कि आरोपी भांजे की उम्र 17 साल है जो अभी नाबालिग है।
पंतनगर हो या इंद्रप्रस्थनगर, हर निवासी की सुरक्षा और संतुष्टि हमारी जिम्मेदारी: सीएम योगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने बीते एक माह से अपने सपनों के घर को तोड़े जाने की भ्रामक खबरों से परेशान पंतनगर, इन्द्रप्रस्थनगर एवं रहीमनगर आदि क्षेत्रों के लोगों की समस्या का समाधान कर दिया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पहुंचे प्रभावित परिवारों के भय और भ्रम का समाधान करते हुए ने मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि पंतनगर हो या इंद्रप्रस्थ नगर, वहां निवासरत लोगों की सुरक्षा और शांतिपूर्ण जीवन के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। संबंधित प्रकरण में एनजीटी के आदेशों के क्रम में नदी के फ्लड प्लेन जोन का चिन्हांकन किया गया है।

निजी मकानों पर लाल निशान लगाने का कोई औचित्य नहीं

फ्लड प्लेन ज़ोन में निजी भूमि भी सम्मिलित है। लेकिन निजी भूमि को खाली कराने की न तो वर्तमान में कोई आवश्यकता है और न ही कोई प्रस्ताव है। निजी भूमियों में बने निजी भवनों के ध्वस्तीकरण का कोई विषय विचाराधीन नहीं है। यही नहीं, उन्होंने कहा कि फ्लड प्लेन जोन चिन्हींकरण के दौरान भवन निर्माणों पर लगाये गये संकेतों से आम जन में भय और भ्रम फैला है, इसका कोई औचित्य नहीं था और इसके लिए जवाबदेही तय की जाए। मुख्यमंत्री ने उक्त क्षेत्र में साफ-सफाई व जनसुविधाओं के विकास के लिए भी आवश्यक निर्देश दिए हैं।

क्षेत्र में जाएं, लोगों से मिलकर उनका भय और भ्रम दूर करें

सीएम योगी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि तत्काल क्षेत्र में विजिट करें, लोगों से मिलें और उनका भय और भ्रम दूर किया जाए। प्रभावित परिवारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रिवर बेड विकसित करने में यदि कोई निजी भूमि पर बना भवन निर्माण आता है, जिसका प्रमाणित स्वामित्व किसी निजी व्यक्ति का है, उसे नियमानुसार समुचित मुआवजा देकर ही अधिग्रहीत किया जाएगा। मुख्यमंत्री से मिलने के बाद प्रसन्नचित परिवारों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया और 'योगी हैं तो यकीन है' के नारे भी लगाए।

इस बात को लेकर लोगों की उड़ी थी नींद

कुकरैल नदी को प्रदूषण मुक्त एवं पुर्नजीवित करने के सम्बन्ध में सिंचाई विभाग द्वारा विगत दिनों एनजीटी के आदेशों के क्रम में नदी के फ्लड प्लेन जोन का चिन्हांकन किया गया है। नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा (NMCG) की अधिसूचना-2016 के क्रम में उक्त कार्यवाही की जा रही है। कुकरैल नदी के दो प्लेन चिन्हित किये गये हैं। पहला, नदी तल और दूसरा फ्लड प्लेन जोन। रिवर बेड लगभग 35 मीटर चौड़ाई में तथा फ्लड प्लेन जोन नदी किनारे से 50 मीटर तक सिंचाई विभाग द्वारा चिन्हित किया गया है। कतिपय व्यक्तियों द्वारा फ्लड प्लेन जोन के चिन्हांकन के सम्बन्ध में कई मिथ्या तथ्यों को प्रचारित किया जा रहा था, जिसे लेकर स्थानीय जनता में भय और भ्रम का माहौल था।
बेसिक स्कूलों में शिक्षकों की डिजिटल हाजिरी स्थगित


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में शिक्षकों की डिजिटल हाजिरी स्थगित कर दी गई है। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को मुख्य सचिव मनोज कुमार
सिंह ने शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद यह आदेश दिया। एक कमेटी गठित की जाएगी। वह कमेटी शिक्षकों की समस्याओं कोसुनेगी ओर समाधान का रास्ता भी निकालेगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित अधिकारियों को शिक्षकों की समस्या का हल ढूढ़ने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि जिलाधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी शिक्षकों से संवाद स्थापित करें और उनकी समस्याएं सुनकर शासन को भेजें ताकि उनका समाधान किया जा सके। योगी सरकार ने प्रदेश के लगभग डेढ़ लाख बेसिक विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल हाजिरी की व्यवस्था लागू करने के आदेश दिए थे। आठ जुलाई से शिक्षकों को ऑनलाइन हाजिरी लगानी थी।

बेसिक शिक्षा विभाग के सभी शिक्षक इसका विरोध कर रहे थे। जिलों में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंप रहे थे। शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर बड़े आंदोलन की चेतानी दी थी। उनका आंदोलन बड़ा रूप ले, इससे पहले ही मुख्यमंत्री ने शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया था।