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चक्रवाती तूफान 'मोंथा' आज ले सकता है भयंकर रूप, 5 राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट

#cyclonemonthaalertrainandhrapradeshodisha  

चक्रवात ‘मोंथा’ की आंध्र प्रदेश के तट से टकराने की शुरुआत हो गई है। जैसे-जैसे यह तूफान जमीन के पास पहुंचेगा और तेज होता जाएगा। आज इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। चक्रवाती तूफान आज शाम या रात में एक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में काकीनाडा के पास आंध्र प्रदेश के तट को पार कर सकता है। चक्रवाती तूफान के असर से देश के कई तटीय राज्यों में भारी बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।

आज सुबह 5.30 बजे तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदला

मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान 'मोंथा' पिछले छह घंटों में 15 kmph की स्पीड से उत्तर से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और मंगलवार सुबह 5.30 बजे तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया। मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान मोंथा के उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते रहने और मंगलवार शाम और रात के दौरान काकीनाडा के पास मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच आंध्र प्रदेश तट को पार करने की संभावना है। इस दौरान यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में रहेगा, जिसकी अधिकतम हवा की स्पीड 90-100 kmph होगी। मौसम विभाग ने मोंथा के असर से दक्षिणी राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश का अनुमान लगाया है।

तमिलनाडु और ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट

तमिलनाडु के चेन्नई, तिरुवल्लूर, रानीपेट और कांचीपुरम में सोमवार को भारी बारिश हुई। चेन्नई और तिरुवल्लूर में तो स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई हैं। वहीं ओडिशा में भी हाई अलर्ट लागू है। ओडिशा के मलकागिरी, कोरापुट, नबरंगपुर, गजपति, गंजम, कालाहांडी, कंधमाल जैसे जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट है। प्रभावित जिलों से हजारों लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर स्थानांतरित किया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 140 के करीब टीमें तैनात की गई हैं और स्कूलों और आंगनबाड़ी में 30 अक्तूबर तक छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।

दक्षिण मध्य रेलवे ने रद्द की 72 ट्रेनें

चक्रवात मोंथा को देखते हुए दक्षिण मध्य रेलवे ने 72 ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की है। चक्रवात से आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा में कई जगहों पर असर पड़ने की आशंका है, इसलिए साउथ सेंट्रल रेलवे (एससीआर) ने 28 और 29 अक्टूबर को चलने वाली ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। इसके 28 अक्टूबर की शाम को मछलीपट्‌टनम और कलिंगपट्‌टनम के बीच, काकीनाड़ा के पास, एक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में पहुंचने की आशंका है। 29 अक्टूबर तक तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाओं के पूर्वानुमान को देखते हुए, यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे इस दौरान तभी यात्रा करें जब बहुत जरूरी हो।

“Keetanu – The Germ”: A Film or a Harsh Social Reality Under Fire?

Mumbai – Even before its official screening, the short film “Keetanu – The Germ” has already stirred waves of controversy in film and social circles. Shot entirely in black and white and featuring no dialogues, the film by Neelu Chopra and co-director Ranju Cycloney has been hailed as bold by some — but deeply problematic by others.

The Core of the Controversy: Art or Exploitation?

While many are applauding the film as a "new wave of cinematic expression", several critics and social organizations are questioning its intent. The story revolves around drug-addicted ragpickers and society’s marginalized, portrayed in an intensely raw and bleak light.

Some activists argue that the film romanticizes or exploits the pain of the underprivileged, turning real-life suffering into a dramatic spectacle for awards and acclaim, rather than driving actual awareness or change.

No Dialogue, Yet Too Much To Say?

The filmmakers claim the absence of dialogue is meant to amplify the emotional weight of the visuals. But critics argue that silence in a socially charged subject like addiction may confuse audiences, or worse, strip the characters of their voice — literally and symbolically.

“This isn’t silence for artistic effect — this is silence that mutes an entire community,” one reviewer noted.

 Shooting Locations Spark Backlash

The film was shot in Versova and Madh Jetty in Mumbai — areas close to slum dwellings and underprivileged populations. Allegations have surfaced that local residents were not properly consulted or compensated, leading to discontent within those communities. Some claim the film used these real-life locations without contextual sensitivity.

 Filmmakers Respond: “We’re Just Holding Up a Mirror”

In her defense, Neelu Chopra stated in an interview:

> “Our goal was never to offend — we’re simply showing the harsh truth. If it’s uncomfortable, maybe it’s because it needs to be seen.”

Still, questions persist: Does cinema have a responsibility to protect the dignity of its subjects, even in fiction?

 Critics Divided, Debate Intensifies

Some cinephiles call the film a raw masterpiece, a “silent scream” of those whose stories are never told. Others see it as a calculated move to win critical attention by portraying poverty and addiction through a stylized lens.

The absence of spoken words hasn’t silenced the noise — if anything, it’s made the conversation louder, sharper, and far more polarized.

 Conclusion: The Film is Silent, But the Controversy is Not

“Keetanu – The Germ” might be a short film, but the storm it has created is anything but small. Whether it’s art, exploitation, or activism in disguise — one thing is certain:

160 किमी की रफ्तार से तबाही मचाने आ रहा साइक्लोन बम: स्कूल, गाड़ियां और ट्रेनें बंद; 4.5 करोड़ लोगों पर संकट


नयी दिल्ली : अमेरिका में प्राकृतिक तबाही के बाद अब यूरोप भी जद में आया है. अत्तरी आयरलैंड और स्कॉटलैंड में साइक्लोन 'बम' तबाही मचा रहा है.160 की रफ्तार से तूफान ने शुक्रवार की सुबह दस्तक दिया. हर ओर तबाही दिख रही है.

साइक्लोन इओविन ने ब्रिटेन में जमकर तबाही मचाई.

ब्रिटेन में इसके खतरे को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है.

ब्रिटेन के कई हिस्सों को तूफान इओविन तबाही मचा रहा है. शुक्रवार की सुबह 100 मील प्रति घंटे (160 Kmph) की रफ्तार से यह तूफान मैनलैंड से टकराया. स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड के कम से कम 28 शहर आंधी-तूफान से तबाह हो गए हैं।

मौसम विभाग ने गुरुवार को 4.5 करोड़ लोगों को अलर्ट जारी किया है. मौसम विज्ञानी इस तूफान को साइक्लोन ‘बम’ (Cyclone Bomb) नाम दिया है. पूरे देश में ट्रेन और ट्रैफिक सेवा बंद कर दी गई. 

मौसम विभाग का कहना है कि सड़कों पर बड़े-बड़े मलबे, पेड़ के हिस्से और तेज रफ्तार से बारिश हो रही है, इसलिए लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है।

ब्रिटेन के मौसम विभाग ने बताया कि यूनाइटेड किंगडम और आयरलैंड में आने वाला भयंकर तूफान है. इसके खतरे को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है. स्थानीय लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है।

वहीं, ट्रेन सेवाओं को भी रद्द कर दिया गया है. मौसम विभाग ने बताया है कि तूफान इओविन एक उष्णकटिबंधीय ‘बम’ साइक्लोन है. अंटलांटिक महासागर में बना ये साइक्लोन लगातार तीव्र हो रहा है. मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले कुछ घंटों कि तेज हवाओं, भारी बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है. मौसम विभाग ने 2011 के बाद से पहली बार रेड अलर्ट जारी किया है.

यूके के मौसम विभाग में इस तूफान को लेकर खौफ की स्थिति बनी हुई है।

अधिकारियों ने बताया कि हम मौसम को लेकर रेड अलर्ट जारी करने से बचते हैं, हालांकि इओविन तूफान इतना खतरनाक है कि रेड अलर्ट जारी करना मजबूरी हो गया है. हम गंभीर मौसम के लिए ही रेड अलर्ट जारी करते हैं. 

इओविन हमारी इतिहास की एक बहुत ही खतरनाक और विनाशकारी मौसम की घटना होने जा रही है. आयरिश शिक्षा विभाग ने आयरलैंड और उत्तरी आयरलैंड दोनों में सभी स्कूल शुक्रवार को बंद रहेंगे. तूफान के प्रभाव को देखते हउए आयरलैंड में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी बंद कर दिया गया है।

बारिश और बर्फबारी का भी आफत

मौसम विभाग ने बताया कि तूफान की हवाओं के साथ-साथ कुछ हिस्सों में बारिश के साथ-साथ बर्फबारी होने की उम्मीद है. उत्तरी इंग्लैंड और दक्षिणी स्कॉडलैंड में बर्फबारी की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग के अनुसार, यह साइक्लोन इंग्लैड और आयरलैंड में तबाही लेकर पहुंचा है. इस तूफान की वजह से आयरलैंड और स्कॉटलैंड की सड़कें मलबे और उखड़े हुए पेड़ों से पट गए हैं. लोगों को सड़कों पर गाड़ियां लेकर जाने से बचने की सलाह जारी की गई है।वहीं, मौसम विभाग ने अनुमान जताया कि तूफान इओविन शनिवार तक मैनलैंड से दूर चला जाएगा।

UP वासियों सावधान…पड़ने वाली है हड्डियों को गला देने वाली ठंड, फेंगल तूफान के कारण इन इलाकों में लुढ़केगा पारा

डेस्क:–यूपी में अब मौसम पूरी तरह करवट लेने को तैयार है। प्रदेश में कई इलाकों में ठिठुरन बढ़ने वाली है। इतना ही नहीं बंगाल की खाड़ी में फेंगल तूफान (Fengal Cyclone) के चलते देश भर का मौसम में भी बदलाव होगा। तूफान की वजह से कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने के भी आसार हैं। जिसका सीधा असर यूपी के मौसम पर पड़ेगा  28 नवंबर यानी आज यूपी के मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अमरोहा और बिजनौर में न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिल सकता है।

वहीं मौसम विभाग की मानें तो कुछ जगहों पर कोहरे का कोहराम देखने को मिल रहा है। अब प्रदेश में लगातार पारा गिरता दिखाई देगा। जिससे हड्डियों को गला देने वाली ठंड का एहसास होगा। आने वाले दिनों में यूपी के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।

मौसम विभाग का मानना है कि 28 नवंबर यानी आज अमरोहा से लेकर रामपुर तक आसमान में धुंध देखने को मिल सकता है। मौसम शुष्क रहने के साथ ही पश्चिमी-पूर्वी यूपी में सुबह के समय कोहरा होने का अलर्ट जारी किया गया है।

लैंडफॉल के बाद 'दाना' मचा रहा तबाही, बंगाल-ओडिशा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश*
#cyclone_dana_odisha_west_bengal_landfall
साइक्लोन ‘दाना’ शुक्रवार को सुबह 12.10 बजे ओडिशा के तट से टकराया। तूफान दाना का असर पश्चिम बंगाल से लेकर ओडिशा तक में दिख रहा है। दोनों राज्यों में भारी बारिश हो रही है साथ ही तेज हवाएं भी चल रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, ‘दाना’ का लैंडफॉल शुक्रवार सुबह तक जारी रही। आईएमडी ने बताया कि तूफान पिछले छह घंटों में 15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा और फिर केंद्रपाड़ा जिले के भीतरकनिका और भद्रक जिले के धामरा के बीच पहुंचा। इस दौरान हवा की गति करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटे थी। ‘दाना’ के दस्तक देने के बाद से ओडिशा के कई इलाकों में तेज हवाओं और भारी बारिश का सिलसिला जारी है। इस कारण कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए हैं. वहीं सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। भद्रक के धामरा के तटीय गांवों में चक्रवात दाना के कारण सड़कें अवरुद्ध हैं। स्थानीय लोगों को गिरे हुए पेड़ों को हटाते हुए देखा गया, लेकिन कुछ सड़कें अभी भी दुर्गम बनी हुई हैं और कुछ घरों को भी नुकसान पहुंचा है। पश्चिम बंगाल में भी ‘दाना’ का असर देखने को मिल रहा है. यहां तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। *बिहार-झारखंड में दिखा साइक्लोन दाना का असर* बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान दाना का सबसे ज्यादा असर ओडिशा और पश्चिम बंगाल में है। हालांकि, इसका असर बिहार और झारखंड में भी देखा गया। पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुनील नारायण थुल ने बताया कि 24 अक्टूबर की रात्रि से ही झारखंड से सटे जिलों में बारिश और तेज हवा का दौर जारी है। *रात भर कंट्रोल रूम में रहीं सीएम ममता बनर्जी* चक्रवात ‘दाना’ के कारण पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भारी बारिश हो रही है। तटीय इलाकों में भी स्थित खराब हो गई हैं। तेज हवाओं के चलने से कई जगहों पर पेड़ उखड़ सड़कों पर गिर गए हैं। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार देर रात चक्रवात ‘दाना’ के संभावित खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हावड़ा में राज्य सरकार के नियंत्रण कक्ष का दौरा किया। वह पूरी रात नियंत्रण कक्ष में ही रहीं और हालत की जानकारी लेती रहीं। बंगाल में अब तक 2 लाख 11 हजार 234 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
चक्रवात दाना का केहर: ओडिशा, पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी बारिश, जारी है हाई अलर्ट

#cyclone_dana_starts_to_take_over_odisha_and_bengal_life_in_danger

Visitors at Digha Beach (PTI)

चक्रवाती तूफान दाना वर्तमान में तटीय ओडिशा की ओर बढ़ रहा है, शुक्रवार की सुबह भूस्खलन की आशंका जताई जा रही थी और राज्य में भारी बारिश और आंधी-तूफान के भी अलर्ट जारी किये गए हैं । चक्रवात दाना पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्से और तटीय ओडिशा में भारी बारिश लाएगा, जिससे भूस्खलन के बाद ओडिशा की लगभग आधी आबादी प्रभावित होने का खतरा है।

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, जिन्होंने राज्य सरकार की तैयारियों की समीक्षा की, ने कहा कि बुधवार शाम तक केवल 30 प्रतिशत लोगों या पहचाने गए 'खतरे वाले क्षेत्र' में रहने वाले लगभग 3-4 लाख लोगों को ही निकाला जा सका है।

दाना से बचने की तैयारियाँ -

- चक्रवात दाना के ओडिशा तट के करीब पहुँचने के साथ, अधिकारियों ने भक्तों को पुरी में जगन्नाथ मंदिर में जाने से बचने की सलाह दी है। चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए 12वीं शताब्दी के मंदिर की सुरक्षा के लिए तैयारियाँ तेज़ की जा रही हैं। पुरी के जिला कलेक्टर सिद्धार्थ एस स्वैन ने कहा कि महीने भर चलने वाले 'कार्तिक ब्रत' अनुष्ठान का पालन करने वाले भक्तों सहित सभी को सुरक्षा एहतियात के तौर पर मंदिर में जाने से बचना चाहिए।

- राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने महाकालपाड़ा और केंद्रपाड़ा जैसे ओडिशा जिलों में जागरूकता अभियान शुरू किया है, घर-घर जाकर और लाउडस्पीकर का उपयोग करके लोगों को चक्रवात दाना के आने की जानकारी दी जा रही है।

- ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में गुरुवार सुबह भारी बारिश और तेज हवाएं चलीं, जबकि चक्रवात 'दाना' के राज्य के तट के करीब पहुंचने के कारण समुद्र की स्थिति खराब बनी हुई है।

- मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान 'दाना' के राज्य और पड़ोसी ओडिशा दोनों के तटों के करीब पहुंचने के कारण गुरुवार सुबह पश्चिम बंगाल के कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश हुई।

- चक्रवात की तैयारी के लिए अधिकारियों द्वारा गुरुवार सुबह खतरे वाले क्षेत्रों से लोगों को निकालने का काम जारी है।

- आईएमडी के अनुसार चक्रवात दाना शुक्रवार की सुबह भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच दस्तक देगा, जिसकी प्रक्रिया 24 अक्टूबर की रात से शुरू होगी।

- आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के अनुसार, चक्रवात के आने के दौरान हवा की गति 120 किमी/घंटा तक पहुंचने की उम्मीद है, साथ ही भारी बारिश और तूफानी लहरें भी आएंगी।

- चक्रवात दाना के आने पर ओडिशा में बहुत भारी बारिश और 2 मीटर तक ऊंची लहरें उठने सहित कई तरह की खतरनाक स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल के तटीय जिलों में गुरुवार की सुबह से ही मध्यम से भारी बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं, जबकि कोलकाता में दिन की शुरुआत बादलों से घिरे आसमान और रुक-रुक कर बारिश के बीच हुई।

शुक्रवार को उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों सहित दक्षिणी बंगाल के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश और अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

कोलकाता के उपनगरों से आने-जाने वाले सार्वजनिक परिवहन आज शाम से बाधित हो सकते हैं, क्योंकि पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने चक्रवात के कारण गुरुवार और शुक्रवार को कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं।

अधिकारियों के अनुसार, सुंदरबन क्षेत्र में नौका सेवाएं भी संभावित खराब मौसम के कारण निलंबित रहेंगी, जिसमें उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिले और कोलकाता में हुगली नदी के पार के क्षेत्र शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, कोलकाता नगर निगम ने अपने मुख्यालय में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है और सभी आवश्यक कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं।

चक्रवाती तूफान 'दाना' का दिखने लगा असर, ट्रेनों के पहिए बांधे गए, 16 घंटे उड़ानों पर रोक

#cyclonedanaodishabengalon_alert

ओडिशा और पश्चिम बंगाल में आज चक्रवात और भीषण तूफान आने की आशंका है। भारतीय मौसम विभाग ने भी दोनों राज्यों के लिए चेतावनी जारी की है। चक्रवाती तूफान 'दाना' का असर दिखना शुरू हो गया है। ओडिशा और बंगाल में तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई है।ओडिशा के केंद्रपाड़ा तट पर तेज़ लहरें उठ रही हैं। वहीं, गुरुवार सुबह पश्चिम बंगाल के कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश हुई, क्योंकि भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ राज्य के तट और पड़ोसी ओडिशा के करीब पहुंच गया है। चक्रवाती तूफ़ान के तेज़ होने की संभावना है और हवा की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी और आज रात तक यह ओडिशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच पहुंच जाएगा।

मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में बना भीषण चक्रवाती तूफान 'दाना' पिछले 6 घंटे के दौरान 12 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ गया और आज, 24 अक्टूबर को सुबह साढ़े पांच बजे भारतीय समयानुसार यह बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम और उससे सटे मध्य क्षेत्र में, पारादीप (ओडिशा) से लगभग 260 किमी दक्षिण-पूर्व, धामरा (ओडिशा) से 290 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व और सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से 350 किमी दक्षिण में केंद्रित हो गया। मौसम विभाग का कहना है कि जब यह तूफान ओडिशा और बंगाल के तट से टकराएगा तो उस दौरान हवा की गति 100-120 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंच सकती है।

लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा

चक्रवाती तूफान दाना के चलते तूफान प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने का काम जारी है। भद्रक जिले में लोगों को सुरक्षित शेल्टर में रखा गया है। भद्रक जिले के कलेक्टर दिलीप रोतराई ने कहा कि हम प्रभावित इलाकों से लोगों को निकाल रहे हैं। कुछ लोग रास्ते में हैं और अधिकतर को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। कुछ लोगों को पुलिस द्वारा उनके घरों से लाया गया क्योंकि वे लोग अपना घर नहीं छोड़ना चाहते थे। एनडीआरएफ की तीन और दो ओडीआरएफ और चार अग्निशमन विभाग की टीमें तैनात की गई हैं।

500 से ज्यादा ट्रेनें रद्द

चक्रवात 'दाना के 24-25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों से टकराने के पूर्वानुमान के मद्देनजर भारतीय तटरक्षक 'हाई अलर्ट' पर है। समुद्र में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अपने जहाजों और विमानों को तैनात कर दिया है। चक्रवाती तूफान 'दाना' के मद्देनजर पूर्वी रेलवे अपने सियालदह मंडल में गुरुवार रात आठ बजे से शुक्रवार सुबह 10 बजे तक 190 लोकल ट्रेन को बंद कर दिया गया है।तूफान की वजह से 500 से ज्यादा ट्रेनें की रद्द की जा चुकी हैं।

16 घंटे के लिए विमानों पर रोक

वहीं, साइक्लोन को देखते हुए 16 घंटे के लिए विमानों पर रोक लगा दी गई है। हवाईअड्डा अधिकारियों के अनुसार, 25 अक्टूबर को शाम 6 बजे से 26 अक्टूबर को सुबह 9 बजे तक उड़ान संचालन बंद रहेगा। पश्चिम बंगाल सरकार ने घोषणा की कि राज्य के कई हिस्सों में स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। पश्चिम बंगाल सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक नोटिस में कहा गया है कि 23 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक स्कूल बंद रहेगा।

एनडीआरएफ की कुल 56 टीमें तैनात

ओडिशा में चक्रवात दाना के आने से पहले ही 14 जिलों में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय सहित सभी शैक्षणिक संस्थान 25 अक्टूबर तक बंद कर दिया गया था। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने चक्रवात दाना के मद्देनजर ओडिशा और पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों में कुल 56 टीमों को तैनात किया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चक्रवात के मद्देनजर राज्यों ने कुल 45 टीमों की मांग की है। एनडीआरएफ ने कुल 56 टीमों को चिन्हित किया है, जिनमें से 45 अभी सक्रिय रूप से तैनात हैं।

अरब सागर में तूफानी आहट, गुजरात पर चक्रवात असना का खतरा, बाढ़ और बारिश से पहले ही जूझ रहा राज्य

#gujarat_in_danger_of_cyclone_asna

बाढ़ और बारिश से जूझ रहे गुजरात पर अब चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है। महीने में गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र पर एक चक्रवात बन रहा है। आज शुक्रवार को इस चक्रवात के अरब सागर के ऊपर से ओमान तट की ओर बढ़ने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, शुक्रवार को अरब सागर के ऊपर एक असामान्य चक्रवात बनने वाला है। चक्रवात का नाम "असना" होगा, जो पाकिस्तान द्वारा सुझाया गया नाम है।

आईएमडी के मुताबिक, इस चक्रवाती तूफान के उत्तर-पूर्व अरब सागर के ऊपर से निकलकर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर ओमान के तट की ओर बढ़ने की आशंका है। कच्छ और सौराष्ट्र में भारी बारिश की आशंका है। इन क्षेत्रों को रेड अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तटों के साथ-साथ समुद्री क्षेत्रों में अगले दो दिनों तक 60-65 किमी प्रति घंटे की तेज हवाएं चल सकती हैं।

असना नाम का चक्रवात 1976 के बाद से अगस्त में अपनी तरह का पहला चक्रवात होगा। 1891 से 2023 तक अगस्त में अरब सागर के ऊपर केवल तीन चक्रवाती तूफान विकसित हुए हैं। मौसम विभाग ने बताया कि यह 1976 के बाद अगस्त में अरब सागर के ऊपर बनने वाला पहला चक्रवाती तूफान होगा। 1976 में चक्रवात ओडिशा में विकसित हुआ था।

एक मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि अरब सागर में अगस्त के महीने में चक्रवाती तूफानों का आना एक दुर्लभ गतिविधि है। 1944 का चक्रवात भी अरब सागर में उभरने के बाद तीव्र हो गया था। हालांकि बाद में समुद्र के मध्य में कमजोर हो गया था। 1964 में दक्षिण गुजरात तट के पास एक छोटा चक्रवात विकसित हुआ था और तट के पास कमजोर हो गया। इसी प्रकार, बंगाल की खाड़ी में पिछले 132 वर्षों के दौरान अगस्त महीने में कुल 28 ऐसी परिस्थितियां बनी हैं। मौजूदा तूफान के बारे में असामान्य बात यह है कि पिछले कुछ दिनों से इसकी तीव्रता एक समान बनी हुई है। यह उष्णकटिबंधीय तूफान दो प्रतिचक्रवाती तूफानों के बीच फंसा हुआ है एक तिब्बती पठार पर और दूसरा अरब प्रायद्वीप पर।

चक्रवात ‘रेमल’ के बाद पश्चिम बंगाल में भारी तबाही, कई इलाकों में भारी बारिश और तेज हवा से उखड़े पेड़

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बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात रेमल बंगाल तट से टकरा चुका है। रेमल चक्रवाती तूफान से कोलकाता के अलीपुर से लेकर पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं। पश्चिम बंगाल के बीरभूम, नादिया, बांकुड़ा, पूर्वी बर्दवान, पूर्वी मेदिनीपुर, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, बिधाननगर के विभिन्न स्थानों पर जमकर बारिश हुई. अलीपुर, सागर द्वीप, कालीघाटमें लगातार भारी बारिश हो रही है।भारी बारिश और तेज हवाओं के बीच बंगाल में तबाही मच गई, कई पेड़ टूट गए, लगातार हो रही बारिश से सड़के पानी से भर गई। जिसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया है।

साइक्लोन रेमल की रविवार रात को बंगाल के तटों पर लैंडफॉल हुई। जब यह बंगाल के तट पहुंचा, तब इस दौरान हवा की रफ्तार 135 किमी प्रति घंटे थी। साइक्लोन रेमल की वजह से बंगाल के कई जिलों में बारिश हो रही है। जगह-जगह पेड़ उखड़े हैं। कई घर इससे तबाह हो चुके हैं।

चक्रवात रेमल ने कोलकाता और दक्षिण बंगाल की हवाई, रेल और सड़क परिवहन को बाधित कर दिया। पूर्वी और दक्षिणपूर्वी रेलवे ने कई ट्रेनें रद्द कर दीं। कोलकाता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित कर दिया।

आईएमडी की मानें तो बंगाल से बांग्लादेश तक तबाही मचाने वाला रेमल अब कमजोर होने वाला है। चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ कैनिंग (पश्चिम बंगाल) से लगभग 80 किमी दक्षिण की ओर है। यह बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों को पार कर रहा है। उत्तर की ओर बढ़ रहा है और धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है।

तूफान ने रविवार रात को पश्चिम बंगाल में दस्तक दी और इस तूफान का असर राज्य में सोमवार तक देखा जाएगा. जिसके चलते भारी बारिश और तेज हवाएं बनी रहेगी। चक्रवात के चलते पहले से ही अलर्ट जारी कर दिया गया था और तैयारियां कर ली गई थी। एनडीआरएफ की 14 टीम तैनात कर दी गई थी। साथ ही लोगों को घर में रहने की सलाह दी गई थी।

Remal Cyclone : 120కి.మీ వేగంతో గాలులు, వాన..బెంగాల్ లో మొదలైన రెమాల్ బీభత్సం

Remal Cyclone : బంగ్లాదేశ్‌, పశ్చిమ బెంగాల్‌ తీర ప్రాంతాల్లో తుపాను ‘రెమల్‌’ తీరం దాటే ప్రక్రియ ప్రారంభమైంది. ఉత్తర బంగాళాఖాతంలో సముద్రంలో దీని గరిష్ట వేగం గంటకు 135 కి.మీ. దీని ప్రభావంతో పశ్చిమ బెంగాల్‌లోని

బీర్భూమ్, నదియా, బంకురా, తూర్పు బుర్ద్వాన్, తూర్పు మేదినీపూర్, ఉత్తర 24 పరగణాలు, దక్షిణ 24 పరగణాలు, కోల్‌కతా, బిధాన్‌నగర్‌లోని వివిధ ప్రాంతాల్లో వర్షం మొదలైంది. ఎక్కడో బలమైన గాలి వీస్తోంది.

రెమాల్ తుపాను ప్రభావంతో దక్షిణ బెంగాల్‌లో గాలి వేగం 100-120 కి.మీ దాటుతుందని అలీపూర్ వాతావరణ శాఖ హెచ్చరించింది. మరోవైపు అధికారులతో ప్రధాని మోడీ సమీక్షా సమావేశం నిర్వహించారు. యుద్ధప్రాతిపదికన పని చేయాలని కేంద్ర ఏజెన్సీలను కేంద్ర హోంమంత్రి అమిత్ షా ఆదేశించారు. బెంగాల్ గవర్నర్ సీవీ ఆనంద్ బోస్ కూడా ఏర్పాట్లను పరిశీలించారు..

మరో 6 గంటల పాటు కోస్తా తీరంలో ఉద్వేగం కొనసాగనుంది. తీరంలో గంటకు 100-120 కి.మీ వేగంతో బలమైన గాలులు వీస్తాయి. దక్షిణ 24 పరగణాలు, తూర్పు మేదినీపూర్, పశ్చిమ మేదినీపూర్, బీర్భూమ్, మాల్దా, ముర్షిదాబాద్‌లలో కూడా మేఘావృతమై ఉంది. రాబోయే కొద్ది గంటల్లో ఈ మేఘాలు నెమ్మదిగా కదులుతాయి మరియు రాత్రంతా విధ్వంసం కొనసాగుతుంది. రెమాల్ సన్నాహాలకు సంబంధించి అధికారులతో ప్రధాని నరేంద్ర మోడీ సమావేశం నిర్వహించారు. రెమాల్ తుపాను దృష్ట్యా ఏర్పాట్లను సమీక్షించామని చెప్పారు..

चक्रवाती तूफान 'मोंथा' आज ले सकता है भयंकर रूप, 5 राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट

#cyclonemonthaalertrainandhrapradeshodisha  

चक्रवात ‘मोंथा’ की आंध्र प्रदेश के तट से टकराने की शुरुआत हो गई है। जैसे-जैसे यह तूफान जमीन के पास पहुंचेगा और तेज होता जाएगा। आज इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। चक्रवाती तूफान आज शाम या रात में एक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में काकीनाडा के पास आंध्र प्रदेश के तट को पार कर सकता है। चक्रवाती तूफान के असर से देश के कई तटीय राज्यों में भारी बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।

आज सुबह 5.30 बजे तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदला

मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान 'मोंथा' पिछले छह घंटों में 15 kmph की स्पीड से उत्तर से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और मंगलवार सुबह 5.30 बजे तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया। मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान मोंथा के उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते रहने और मंगलवार शाम और रात के दौरान काकीनाडा के पास मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच आंध्र प्रदेश तट को पार करने की संभावना है। इस दौरान यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में रहेगा, जिसकी अधिकतम हवा की स्पीड 90-100 kmph होगी। मौसम विभाग ने मोंथा के असर से दक्षिणी राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश का अनुमान लगाया है।

तमिलनाडु और ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट

तमिलनाडु के चेन्नई, तिरुवल्लूर, रानीपेट और कांचीपुरम में सोमवार को भारी बारिश हुई। चेन्नई और तिरुवल्लूर में तो स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई हैं। वहीं ओडिशा में भी हाई अलर्ट लागू है। ओडिशा के मलकागिरी, कोरापुट, नबरंगपुर, गजपति, गंजम, कालाहांडी, कंधमाल जैसे जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट है। प्रभावित जिलों से हजारों लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर स्थानांतरित किया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 140 के करीब टीमें तैनात की गई हैं और स्कूलों और आंगनबाड़ी में 30 अक्तूबर तक छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।

दक्षिण मध्य रेलवे ने रद्द की 72 ट्रेनें

चक्रवात मोंथा को देखते हुए दक्षिण मध्य रेलवे ने 72 ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की है। चक्रवात से आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा में कई जगहों पर असर पड़ने की आशंका है, इसलिए साउथ सेंट्रल रेलवे (एससीआर) ने 28 और 29 अक्टूबर को चलने वाली ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। इसके 28 अक्टूबर की शाम को मछलीपट्‌टनम और कलिंगपट्‌टनम के बीच, काकीनाड़ा के पास, एक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में पहुंचने की आशंका है। 29 अक्टूबर तक तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाओं के पूर्वानुमान को देखते हुए, यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे इस दौरान तभी यात्रा करें जब बहुत जरूरी हो।

“Keetanu – The Germ”: A Film or a Harsh Social Reality Under Fire?

Mumbai – Even before its official screening, the short film “Keetanu – The Germ” has already stirred waves of controversy in film and social circles. Shot entirely in black and white and featuring no dialogues, the film by Neelu Chopra and co-director Ranju Cycloney has been hailed as bold by some — but deeply problematic by others.

The Core of the Controversy: Art or Exploitation?

While many are applauding the film as a "new wave of cinematic expression", several critics and social organizations are questioning its intent. The story revolves around drug-addicted ragpickers and society’s marginalized, portrayed in an intensely raw and bleak light.

Some activists argue that the film romanticizes or exploits the pain of the underprivileged, turning real-life suffering into a dramatic spectacle for awards and acclaim, rather than driving actual awareness or change.

No Dialogue, Yet Too Much To Say?

The filmmakers claim the absence of dialogue is meant to amplify the emotional weight of the visuals. But critics argue that silence in a socially charged subject like addiction may confuse audiences, or worse, strip the characters of their voice — literally and symbolically.

“This isn’t silence for artistic effect — this is silence that mutes an entire community,” one reviewer noted.

 Shooting Locations Spark Backlash

The film was shot in Versova and Madh Jetty in Mumbai — areas close to slum dwellings and underprivileged populations. Allegations have surfaced that local residents were not properly consulted or compensated, leading to discontent within those communities. Some claim the film used these real-life locations without contextual sensitivity.

 Filmmakers Respond: “We’re Just Holding Up a Mirror”

In her defense, Neelu Chopra stated in an interview:

> “Our goal was never to offend — we’re simply showing the harsh truth. If it’s uncomfortable, maybe it’s because it needs to be seen.”

Still, questions persist: Does cinema have a responsibility to protect the dignity of its subjects, even in fiction?

 Critics Divided, Debate Intensifies

Some cinephiles call the film a raw masterpiece, a “silent scream” of those whose stories are never told. Others see it as a calculated move to win critical attention by portraying poverty and addiction through a stylized lens.

The absence of spoken words hasn’t silenced the noise — if anything, it’s made the conversation louder, sharper, and far more polarized.

 Conclusion: The Film is Silent, But the Controversy is Not

“Keetanu – The Germ” might be a short film, but the storm it has created is anything but small. Whether it’s art, exploitation, or activism in disguise — one thing is certain:

160 किमी की रफ्तार से तबाही मचाने आ रहा साइक्लोन बम: स्कूल, गाड़ियां और ट्रेनें बंद; 4.5 करोड़ लोगों पर संकट


नयी दिल्ली : अमेरिका में प्राकृतिक तबाही के बाद अब यूरोप भी जद में आया है. अत्तरी आयरलैंड और स्कॉटलैंड में साइक्लोन 'बम' तबाही मचा रहा है.160 की रफ्तार से तूफान ने शुक्रवार की सुबह दस्तक दिया. हर ओर तबाही दिख रही है.

साइक्लोन इओविन ने ब्रिटेन में जमकर तबाही मचाई.

ब्रिटेन में इसके खतरे को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है.

ब्रिटेन के कई हिस्सों को तूफान इओविन तबाही मचा रहा है. शुक्रवार की सुबह 100 मील प्रति घंटे (160 Kmph) की रफ्तार से यह तूफान मैनलैंड से टकराया. स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड के कम से कम 28 शहर आंधी-तूफान से तबाह हो गए हैं।

मौसम विभाग ने गुरुवार को 4.5 करोड़ लोगों को अलर्ट जारी किया है. मौसम विज्ञानी इस तूफान को साइक्लोन ‘बम’ (Cyclone Bomb) नाम दिया है. पूरे देश में ट्रेन और ट्रैफिक सेवा बंद कर दी गई. 

मौसम विभाग का कहना है कि सड़कों पर बड़े-बड़े मलबे, पेड़ के हिस्से और तेज रफ्तार से बारिश हो रही है, इसलिए लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है।

ब्रिटेन के मौसम विभाग ने बताया कि यूनाइटेड किंगडम और आयरलैंड में आने वाला भयंकर तूफान है. इसके खतरे को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है. स्थानीय लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है।

वहीं, ट्रेन सेवाओं को भी रद्द कर दिया गया है. मौसम विभाग ने बताया है कि तूफान इओविन एक उष्णकटिबंधीय ‘बम’ साइक्लोन है. अंटलांटिक महासागर में बना ये साइक्लोन लगातार तीव्र हो रहा है. मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले कुछ घंटों कि तेज हवाओं, भारी बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है. मौसम विभाग ने 2011 के बाद से पहली बार रेड अलर्ट जारी किया है.

यूके के मौसम विभाग में इस तूफान को लेकर खौफ की स्थिति बनी हुई है।

अधिकारियों ने बताया कि हम मौसम को लेकर रेड अलर्ट जारी करने से बचते हैं, हालांकि इओविन तूफान इतना खतरनाक है कि रेड अलर्ट जारी करना मजबूरी हो गया है. हम गंभीर मौसम के लिए ही रेड अलर्ट जारी करते हैं. 

इओविन हमारी इतिहास की एक बहुत ही खतरनाक और विनाशकारी मौसम की घटना होने जा रही है. आयरिश शिक्षा विभाग ने आयरलैंड और उत्तरी आयरलैंड दोनों में सभी स्कूल शुक्रवार को बंद रहेंगे. तूफान के प्रभाव को देखते हउए आयरलैंड में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी बंद कर दिया गया है।

बारिश और बर्फबारी का भी आफत

मौसम विभाग ने बताया कि तूफान की हवाओं के साथ-साथ कुछ हिस्सों में बारिश के साथ-साथ बर्फबारी होने की उम्मीद है. उत्तरी इंग्लैंड और दक्षिणी स्कॉडलैंड में बर्फबारी की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग के अनुसार, यह साइक्लोन इंग्लैड और आयरलैंड में तबाही लेकर पहुंचा है. इस तूफान की वजह से आयरलैंड और स्कॉटलैंड की सड़कें मलबे और उखड़े हुए पेड़ों से पट गए हैं. लोगों को सड़कों पर गाड़ियां लेकर जाने से बचने की सलाह जारी की गई है।वहीं, मौसम विभाग ने अनुमान जताया कि तूफान इओविन शनिवार तक मैनलैंड से दूर चला जाएगा।

UP वासियों सावधान…पड़ने वाली है हड्डियों को गला देने वाली ठंड, फेंगल तूफान के कारण इन इलाकों में लुढ़केगा पारा

डेस्क:–यूपी में अब मौसम पूरी तरह करवट लेने को तैयार है। प्रदेश में कई इलाकों में ठिठुरन बढ़ने वाली है। इतना ही नहीं बंगाल की खाड़ी में फेंगल तूफान (Fengal Cyclone) के चलते देश भर का मौसम में भी बदलाव होगा। तूफान की वजह से कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने के भी आसार हैं। जिसका सीधा असर यूपी के मौसम पर पड़ेगा  28 नवंबर यानी आज यूपी के मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अमरोहा और बिजनौर में न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिल सकता है।

वहीं मौसम विभाग की मानें तो कुछ जगहों पर कोहरे का कोहराम देखने को मिल रहा है। अब प्रदेश में लगातार पारा गिरता दिखाई देगा। जिससे हड्डियों को गला देने वाली ठंड का एहसास होगा। आने वाले दिनों में यूपी के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।

मौसम विभाग का मानना है कि 28 नवंबर यानी आज अमरोहा से लेकर रामपुर तक आसमान में धुंध देखने को मिल सकता है। मौसम शुष्क रहने के साथ ही पश्चिमी-पूर्वी यूपी में सुबह के समय कोहरा होने का अलर्ट जारी किया गया है।

लैंडफॉल के बाद 'दाना' मचा रहा तबाही, बंगाल-ओडिशा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश*
#cyclone_dana_odisha_west_bengal_landfall
साइक्लोन ‘दाना’ शुक्रवार को सुबह 12.10 बजे ओडिशा के तट से टकराया। तूफान दाना का असर पश्चिम बंगाल से लेकर ओडिशा तक में दिख रहा है। दोनों राज्यों में भारी बारिश हो रही है साथ ही तेज हवाएं भी चल रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, ‘दाना’ का लैंडफॉल शुक्रवार सुबह तक जारी रही। आईएमडी ने बताया कि तूफान पिछले छह घंटों में 15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा और फिर केंद्रपाड़ा जिले के भीतरकनिका और भद्रक जिले के धामरा के बीच पहुंचा। इस दौरान हवा की गति करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटे थी। ‘दाना’ के दस्तक देने के बाद से ओडिशा के कई इलाकों में तेज हवाओं और भारी बारिश का सिलसिला जारी है। इस कारण कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए हैं. वहीं सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। भद्रक के धामरा के तटीय गांवों में चक्रवात दाना के कारण सड़कें अवरुद्ध हैं। स्थानीय लोगों को गिरे हुए पेड़ों को हटाते हुए देखा गया, लेकिन कुछ सड़कें अभी भी दुर्गम बनी हुई हैं और कुछ घरों को भी नुकसान पहुंचा है। पश्चिम बंगाल में भी ‘दाना’ का असर देखने को मिल रहा है. यहां तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। *बिहार-झारखंड में दिखा साइक्लोन दाना का असर* बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान दाना का सबसे ज्यादा असर ओडिशा और पश्चिम बंगाल में है। हालांकि, इसका असर बिहार और झारखंड में भी देखा गया। पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुनील नारायण थुल ने बताया कि 24 अक्टूबर की रात्रि से ही झारखंड से सटे जिलों में बारिश और तेज हवा का दौर जारी है। *रात भर कंट्रोल रूम में रहीं सीएम ममता बनर्जी* चक्रवात ‘दाना’ के कारण पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भारी बारिश हो रही है। तटीय इलाकों में भी स्थित खराब हो गई हैं। तेज हवाओं के चलने से कई जगहों पर पेड़ उखड़ सड़कों पर गिर गए हैं। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार देर रात चक्रवात ‘दाना’ के संभावित खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हावड़ा में राज्य सरकार के नियंत्रण कक्ष का दौरा किया। वह पूरी रात नियंत्रण कक्ष में ही रहीं और हालत की जानकारी लेती रहीं। बंगाल में अब तक 2 लाख 11 हजार 234 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
चक्रवात दाना का केहर: ओडिशा, पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी बारिश, जारी है हाई अलर्ट

#cyclone_dana_starts_to_take_over_odisha_and_bengal_life_in_danger

Visitors at Digha Beach (PTI)

चक्रवाती तूफान दाना वर्तमान में तटीय ओडिशा की ओर बढ़ रहा है, शुक्रवार की सुबह भूस्खलन की आशंका जताई जा रही थी और राज्य में भारी बारिश और आंधी-तूफान के भी अलर्ट जारी किये गए हैं । चक्रवात दाना पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्से और तटीय ओडिशा में भारी बारिश लाएगा, जिससे भूस्खलन के बाद ओडिशा की लगभग आधी आबादी प्रभावित होने का खतरा है।

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, जिन्होंने राज्य सरकार की तैयारियों की समीक्षा की, ने कहा कि बुधवार शाम तक केवल 30 प्रतिशत लोगों या पहचाने गए 'खतरे वाले क्षेत्र' में रहने वाले लगभग 3-4 लाख लोगों को ही निकाला जा सका है।

दाना से बचने की तैयारियाँ -

- चक्रवात दाना के ओडिशा तट के करीब पहुँचने के साथ, अधिकारियों ने भक्तों को पुरी में जगन्नाथ मंदिर में जाने से बचने की सलाह दी है। चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए 12वीं शताब्दी के मंदिर की सुरक्षा के लिए तैयारियाँ तेज़ की जा रही हैं। पुरी के जिला कलेक्टर सिद्धार्थ एस स्वैन ने कहा कि महीने भर चलने वाले 'कार्तिक ब्रत' अनुष्ठान का पालन करने वाले भक्तों सहित सभी को सुरक्षा एहतियात के तौर पर मंदिर में जाने से बचना चाहिए।

- राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने महाकालपाड़ा और केंद्रपाड़ा जैसे ओडिशा जिलों में जागरूकता अभियान शुरू किया है, घर-घर जाकर और लाउडस्पीकर का उपयोग करके लोगों को चक्रवात दाना के आने की जानकारी दी जा रही है।

- ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में गुरुवार सुबह भारी बारिश और तेज हवाएं चलीं, जबकि चक्रवात 'दाना' के राज्य के तट के करीब पहुंचने के कारण समुद्र की स्थिति खराब बनी हुई है।

- मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान 'दाना' के राज्य और पड़ोसी ओडिशा दोनों के तटों के करीब पहुंचने के कारण गुरुवार सुबह पश्चिम बंगाल के कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश हुई।

- चक्रवात की तैयारी के लिए अधिकारियों द्वारा गुरुवार सुबह खतरे वाले क्षेत्रों से लोगों को निकालने का काम जारी है।

- आईएमडी के अनुसार चक्रवात दाना शुक्रवार की सुबह भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच दस्तक देगा, जिसकी प्रक्रिया 24 अक्टूबर की रात से शुरू होगी।

- आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के अनुसार, चक्रवात के आने के दौरान हवा की गति 120 किमी/घंटा तक पहुंचने की उम्मीद है, साथ ही भारी बारिश और तूफानी लहरें भी आएंगी।

- चक्रवात दाना के आने पर ओडिशा में बहुत भारी बारिश और 2 मीटर तक ऊंची लहरें उठने सहित कई तरह की खतरनाक स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल के तटीय जिलों में गुरुवार की सुबह से ही मध्यम से भारी बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं, जबकि कोलकाता में दिन की शुरुआत बादलों से घिरे आसमान और रुक-रुक कर बारिश के बीच हुई।

शुक्रवार को उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों सहित दक्षिणी बंगाल के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश और अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

कोलकाता के उपनगरों से आने-जाने वाले सार्वजनिक परिवहन आज शाम से बाधित हो सकते हैं, क्योंकि पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने चक्रवात के कारण गुरुवार और शुक्रवार को कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं।

अधिकारियों के अनुसार, सुंदरबन क्षेत्र में नौका सेवाएं भी संभावित खराब मौसम के कारण निलंबित रहेंगी, जिसमें उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिले और कोलकाता में हुगली नदी के पार के क्षेत्र शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, कोलकाता नगर निगम ने अपने मुख्यालय में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है और सभी आवश्यक कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं।

चक्रवाती तूफान 'दाना' का दिखने लगा असर, ट्रेनों के पहिए बांधे गए, 16 घंटे उड़ानों पर रोक

#cyclonedanaodishabengalon_alert

ओडिशा और पश्चिम बंगाल में आज चक्रवात और भीषण तूफान आने की आशंका है। भारतीय मौसम विभाग ने भी दोनों राज्यों के लिए चेतावनी जारी की है। चक्रवाती तूफान 'दाना' का असर दिखना शुरू हो गया है। ओडिशा और बंगाल में तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई है।ओडिशा के केंद्रपाड़ा तट पर तेज़ लहरें उठ रही हैं। वहीं, गुरुवार सुबह पश्चिम बंगाल के कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश हुई, क्योंकि भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ राज्य के तट और पड़ोसी ओडिशा के करीब पहुंच गया है। चक्रवाती तूफ़ान के तेज़ होने की संभावना है और हवा की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी और आज रात तक यह ओडिशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच पहुंच जाएगा।

मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में बना भीषण चक्रवाती तूफान 'दाना' पिछले 6 घंटे के दौरान 12 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ गया और आज, 24 अक्टूबर को सुबह साढ़े पांच बजे भारतीय समयानुसार यह बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम और उससे सटे मध्य क्षेत्र में, पारादीप (ओडिशा) से लगभग 260 किमी दक्षिण-पूर्व, धामरा (ओडिशा) से 290 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व और सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से 350 किमी दक्षिण में केंद्रित हो गया। मौसम विभाग का कहना है कि जब यह तूफान ओडिशा और बंगाल के तट से टकराएगा तो उस दौरान हवा की गति 100-120 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंच सकती है।

लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा

चक्रवाती तूफान दाना के चलते तूफान प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने का काम जारी है। भद्रक जिले में लोगों को सुरक्षित शेल्टर में रखा गया है। भद्रक जिले के कलेक्टर दिलीप रोतराई ने कहा कि हम प्रभावित इलाकों से लोगों को निकाल रहे हैं। कुछ लोग रास्ते में हैं और अधिकतर को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। कुछ लोगों को पुलिस द्वारा उनके घरों से लाया गया क्योंकि वे लोग अपना घर नहीं छोड़ना चाहते थे। एनडीआरएफ की तीन और दो ओडीआरएफ और चार अग्निशमन विभाग की टीमें तैनात की गई हैं।

500 से ज्यादा ट्रेनें रद्द

चक्रवात 'दाना के 24-25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों से टकराने के पूर्वानुमान के मद्देनजर भारतीय तटरक्षक 'हाई अलर्ट' पर है। समुद्र में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अपने जहाजों और विमानों को तैनात कर दिया है। चक्रवाती तूफान 'दाना' के मद्देनजर पूर्वी रेलवे अपने सियालदह मंडल में गुरुवार रात आठ बजे से शुक्रवार सुबह 10 बजे तक 190 लोकल ट्रेन को बंद कर दिया गया है।तूफान की वजह से 500 से ज्यादा ट्रेनें की रद्द की जा चुकी हैं।

16 घंटे के लिए विमानों पर रोक

वहीं, साइक्लोन को देखते हुए 16 घंटे के लिए विमानों पर रोक लगा दी गई है। हवाईअड्डा अधिकारियों के अनुसार, 25 अक्टूबर को शाम 6 बजे से 26 अक्टूबर को सुबह 9 बजे तक उड़ान संचालन बंद रहेगा। पश्चिम बंगाल सरकार ने घोषणा की कि राज्य के कई हिस्सों में स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। पश्चिम बंगाल सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक नोटिस में कहा गया है कि 23 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक स्कूल बंद रहेगा।

एनडीआरएफ की कुल 56 टीमें तैनात

ओडिशा में चक्रवात दाना के आने से पहले ही 14 जिलों में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय सहित सभी शैक्षणिक संस्थान 25 अक्टूबर तक बंद कर दिया गया था। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने चक्रवात दाना के मद्देनजर ओडिशा और पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों में कुल 56 टीमों को तैनात किया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चक्रवात के मद्देनजर राज्यों ने कुल 45 टीमों की मांग की है। एनडीआरएफ ने कुल 56 टीमों को चिन्हित किया है, जिनमें से 45 अभी सक्रिय रूप से तैनात हैं।

अरब सागर में तूफानी आहट, गुजरात पर चक्रवात असना का खतरा, बाढ़ और बारिश से पहले ही जूझ रहा राज्य

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बाढ़ और बारिश से जूझ रहे गुजरात पर अब चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है। महीने में गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र पर एक चक्रवात बन रहा है। आज शुक्रवार को इस चक्रवात के अरब सागर के ऊपर से ओमान तट की ओर बढ़ने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, शुक्रवार को अरब सागर के ऊपर एक असामान्य चक्रवात बनने वाला है। चक्रवात का नाम "असना" होगा, जो पाकिस्तान द्वारा सुझाया गया नाम है।

आईएमडी के मुताबिक, इस चक्रवाती तूफान के उत्तर-पूर्व अरब सागर के ऊपर से निकलकर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर ओमान के तट की ओर बढ़ने की आशंका है। कच्छ और सौराष्ट्र में भारी बारिश की आशंका है। इन क्षेत्रों को रेड अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तटों के साथ-साथ समुद्री क्षेत्रों में अगले दो दिनों तक 60-65 किमी प्रति घंटे की तेज हवाएं चल सकती हैं।

असना नाम का चक्रवात 1976 के बाद से अगस्त में अपनी तरह का पहला चक्रवात होगा। 1891 से 2023 तक अगस्त में अरब सागर के ऊपर केवल तीन चक्रवाती तूफान विकसित हुए हैं। मौसम विभाग ने बताया कि यह 1976 के बाद अगस्त में अरब सागर के ऊपर बनने वाला पहला चक्रवाती तूफान होगा। 1976 में चक्रवात ओडिशा में विकसित हुआ था।

एक मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि अरब सागर में अगस्त के महीने में चक्रवाती तूफानों का आना एक दुर्लभ गतिविधि है। 1944 का चक्रवात भी अरब सागर में उभरने के बाद तीव्र हो गया था। हालांकि बाद में समुद्र के मध्य में कमजोर हो गया था। 1964 में दक्षिण गुजरात तट के पास एक छोटा चक्रवात विकसित हुआ था और तट के पास कमजोर हो गया। इसी प्रकार, बंगाल की खाड़ी में पिछले 132 वर्षों के दौरान अगस्त महीने में कुल 28 ऐसी परिस्थितियां बनी हैं। मौजूदा तूफान के बारे में असामान्य बात यह है कि पिछले कुछ दिनों से इसकी तीव्रता एक समान बनी हुई है। यह उष्णकटिबंधीय तूफान दो प्रतिचक्रवाती तूफानों के बीच फंसा हुआ है एक तिब्बती पठार पर और दूसरा अरब प्रायद्वीप पर।

चक्रवात ‘रेमल’ के बाद पश्चिम बंगाल में भारी तबाही, कई इलाकों में भारी बारिश और तेज हवा से उखड़े पेड़

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बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात रेमल बंगाल तट से टकरा चुका है। रेमल चक्रवाती तूफान से कोलकाता के अलीपुर से लेकर पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं। पश्चिम बंगाल के बीरभूम, नादिया, बांकुड़ा, पूर्वी बर्दवान, पूर्वी मेदिनीपुर, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, बिधाननगर के विभिन्न स्थानों पर जमकर बारिश हुई. अलीपुर, सागर द्वीप, कालीघाटमें लगातार भारी बारिश हो रही है।भारी बारिश और तेज हवाओं के बीच बंगाल में तबाही मच गई, कई पेड़ टूट गए, लगातार हो रही बारिश से सड़के पानी से भर गई। जिसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया है।

साइक्लोन रेमल की रविवार रात को बंगाल के तटों पर लैंडफॉल हुई। जब यह बंगाल के तट पहुंचा, तब इस दौरान हवा की रफ्तार 135 किमी प्रति घंटे थी। साइक्लोन रेमल की वजह से बंगाल के कई जिलों में बारिश हो रही है। जगह-जगह पेड़ उखड़े हैं। कई घर इससे तबाह हो चुके हैं।

चक्रवात रेमल ने कोलकाता और दक्षिण बंगाल की हवाई, रेल और सड़क परिवहन को बाधित कर दिया। पूर्वी और दक्षिणपूर्वी रेलवे ने कई ट्रेनें रद्द कर दीं। कोलकाता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित कर दिया।

आईएमडी की मानें तो बंगाल से बांग्लादेश तक तबाही मचाने वाला रेमल अब कमजोर होने वाला है। चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ कैनिंग (पश्चिम बंगाल) से लगभग 80 किमी दक्षिण की ओर है। यह बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों को पार कर रहा है। उत्तर की ओर बढ़ रहा है और धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है।

तूफान ने रविवार रात को पश्चिम बंगाल में दस्तक दी और इस तूफान का असर राज्य में सोमवार तक देखा जाएगा. जिसके चलते भारी बारिश और तेज हवाएं बनी रहेगी। चक्रवात के चलते पहले से ही अलर्ट जारी कर दिया गया था और तैयारियां कर ली गई थी। एनडीआरएफ की 14 टीम तैनात कर दी गई थी। साथ ही लोगों को घर में रहने की सलाह दी गई थी।

Remal Cyclone : 120కి.మీ వేగంతో గాలులు, వాన..బెంగాల్ లో మొదలైన రెమాల్ బీభత్సం

Remal Cyclone : బంగ్లాదేశ్‌, పశ్చిమ బెంగాల్‌ తీర ప్రాంతాల్లో తుపాను ‘రెమల్‌’ తీరం దాటే ప్రక్రియ ప్రారంభమైంది. ఉత్తర బంగాళాఖాతంలో సముద్రంలో దీని గరిష్ట వేగం గంటకు 135 కి.మీ. దీని ప్రభావంతో పశ్చిమ బెంగాల్‌లోని

బీర్భూమ్, నదియా, బంకురా, తూర్పు బుర్ద్వాన్, తూర్పు మేదినీపూర్, ఉత్తర 24 పరగణాలు, దక్షిణ 24 పరగణాలు, కోల్‌కతా, బిధాన్‌నగర్‌లోని వివిధ ప్రాంతాల్లో వర్షం మొదలైంది. ఎక్కడో బలమైన గాలి వీస్తోంది.

రెమాల్ తుపాను ప్రభావంతో దక్షిణ బెంగాల్‌లో గాలి వేగం 100-120 కి.మీ దాటుతుందని అలీపూర్ వాతావరణ శాఖ హెచ్చరించింది. మరోవైపు అధికారులతో ప్రధాని మోడీ సమీక్షా సమావేశం నిర్వహించారు. యుద్ధప్రాతిపదికన పని చేయాలని కేంద్ర ఏజెన్సీలను కేంద్ర హోంమంత్రి అమిత్ షా ఆదేశించారు. బెంగాల్ గవర్నర్ సీవీ ఆనంద్ బోస్ కూడా ఏర్పాట్లను పరిశీలించారు..

మరో 6 గంటల పాటు కోస్తా తీరంలో ఉద్వేగం కొనసాగనుంది. తీరంలో గంటకు 100-120 కి.మీ వేగంతో బలమైన గాలులు వీస్తాయి. దక్షిణ 24 పరగణాలు, తూర్పు మేదినీపూర్, పశ్చిమ మేదినీపూర్, బీర్భూమ్, మాల్దా, ముర్షిదాబాద్‌లలో కూడా మేఘావృతమై ఉంది. రాబోయే కొద్ది గంటల్లో ఈ మేఘాలు నెమ్మదిగా కదులుతాయి మరియు రాత్రంతా విధ్వంసం కొనసాగుతుంది. రెమాల్ సన్నాహాలకు సంబంధించి అధికారులతో ప్రధాని నరేంద్ర మోడీ సమావేశం నిర్వహించారు. రెమాల్ తుపాను దృష్ట్యా ఏర్పాట్లను సమీక్షించామని చెప్పారు..