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वर्षों बाद आज आम लोगों के लिए फिर खुले मुख्यमंत्री के दरवाजे, श्री साय ने हफ्ते का एक दिन कर दिया नागरिकों के नाम*

रायपुर-  वर्षों के लंबे अंतराल के बाद आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री-निवास के दरवाजे आज आम-नागरिकों के लिए पूरी तरह खुल गए। आज की ही तरह अब हर सप्ताह, गुरुवार के रोज, ये दरवाजे इसी तरह खुला करेंगे। इन खास दिनों में आम-औ-खास, कोई भी नागरिक, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर सकेगा।

दरअसल, मुख्यमंत्री की ही इच्छा के अनुरूप छत्तीसगढ़ शासन ने आज से एक खास कार्यक्रम- जनदर्शन - का दोबारा आगाज कर दिया है। आम नागरिकों से सीधी मुलाकात और सीधे संवाद के इस कार्यक्रम का फार्मेट ऐसा है कि मुख्यमंत्री निवास में सहज वातावरण में लोग अपनी बातों को मुख्यमंत्री के सामने रख सकते हैं। वे अपनी शिकायतें, समस्याएं, अपेक्षाएं और सुझाव आसानी से मुख्यमंत्री तक पहुंचा सकते हैं। एक साधारण सी टेबल के एक ओर मुख्यमंत्री की कुर्सी होती है और दूसरी ओर फरियादी। आस-पास ही मुख्यमंत्री के सचिवालय के अधिकारियों सहित राज्य के वरिष्ठतम अधिकारी मुख्यमंत्री के निर्देशों के परिपालन के लिए मुस्तैद खड़े होते हैं। शिकायतों और सुझावों को बकायदा रजिस्टर्ड किया जाता है, नागरिकों को टोकन दिया जाता है, ताकि शासन द्वारा की जा रही कार्यवाही की मॉनिटरिंग की जा सके और आवेदक भी समय-समय पर प्रगति की जानकारी प्राप्त कर सके। इसके लिए बकायदा एक पोर्टल तैयार किया गया है, जिसमें टोकन नंबर दर्ज करते ही प्रगति की जानकारी आवेदक के सामने होती है।

आज जनदर्शन के पहले दिन मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। इनमें महिलाओं भी खासी संख्या में शामिल थीं। कार्यक्रम को लेकर जितना उत्साह नागरिकों में था, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी उतनी ही उत्सुकता और आत्मीयता के साथ उनसे मुलाकात करते नजर आए। आवेदकों से आवेदन लेने के साथ-साथ वे उनसे पारिवारिक ढंग से बातें भी करते नजर आए। महिलाओं ने जब महतारी वंदन योजना शुरू करने के लिए उन्हें धन्यवाद कहा तो श्री साय ने भी मुस्कुराते हुए विनम्रता से तुरंत आभार व्यक्त किया। आवेदकों के साथ आए बच्चों के साथ उन्होंने अभिभावक की तरह घुल-मिल कर बातें की। कार्यक्रम में सहायता की आस लेकर कई दिव्यांग भी पहुंचे थे, इन सभी दिव्यांगों की उम्मीदें पूरी हुईं, मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता दिखाते हुए उन्हें तत्काल ट्रायसायकल और अन्य सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। एक महिला ने अपने कैंसर पीड़ित पति के इलाज के लिए सहायता मांगी, तो मुख्यमंत्री श्री साय ने उन्हें आश्वस्त किया कि उन्हें हर जरूरी सहायता दी जाएगी।

वर्ष 2018 से पहले तत्कालीन सरकार के कार्यकाल में यह कार्यक्रम इसी नाम से संचालित था। मुख्यमंत्री की इच्छा थी इसे दोबारा शुरू किया जाए, ताकि उनसे मिलने के इच्छुक ज्यादा से ज्यादा लोगों से मुलाकात की जा सके। मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम को राज्य में सुशासन स्थापित करने और कामकाज में पारदर्शिता तथा तेजी लाने के लिए भी महत्वपूर्ण माना है। आज कार्यक्रम के पहले दिन लोगों से बात करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा- हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि आम नागरिकों की समस्याओं और शिकायतों का समाधान समय-सीमा में हो सके।

सड़कों पर आवारा पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम जरूरी

रायपुर-  मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज यहां मंत्रालय महानदी भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न स्थानों की सड़कों पर आवारा पशुओं के कारण हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिलों के कलेक्टर्स से चर्चा की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार सड़कों पर आवारा पशुओं के आ जाने के कारण हो रही दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति की आज बैठक सम्पन्न हुई। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सड़कों पर आवारा पशुओं के जमावाड़ा के कारण हो रही दुर्घटनाओं के चिन्हांकित स्थलों पर विशेष निगरानी रखी जाए। सड़कों पर आने वाले पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में समुचित व्यवस्था के साथ रखा जाए। चिन्हांकित मार्गो पर पशु हटाने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य सचिव ने कहा है कि सड़कों पर आवारा अथवा पालतु पशुओं के पाए जाने पर उन्हें हटाने के लिए एक निश्चित व्यवस्था की जाए। बैठक में विभिन्न जिलों के कलेक्टर ने बताया कि सड़कों पर पशुओं को आने से रोकने के लिए विभिन्न विभागों के सहयोग से कार्यवाही की जा रही है तथा सड़कों पर पशु पाए जाने पर उन्हें गौशालाओं में रखा जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्गो पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हाईवे एडवांस ट्रॉफिक मेनेजमेंट सिस्टम को तैयार किया जा रहा है। इसी तरह से पुलिस विभाग द्वारा सड़कों पर पेट्रोलिंग की जा रही है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित बैठक में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुआ, नगरीय प्रशासन एवं मुख्यमंत्री के सचिव बसवराजू एस., लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, सहित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, पशुपालन विभाग, नवा रायपुर विकास प्राधिकरण, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी, जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुए।

जनदर्शन : मुख्यमंत्री जरुरतमंद लोगों से हुए रूबरू

रायपुर-      मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का साप्ताहिक जनदर्शन आज से प्रारंभ हो गया है। प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों से आए आम लोग, मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्याओं एवं अपेक्षाओं से अवगत करा रहे हैं। जनदर्शन में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर रायपुर अकोली निवासी रमेसरीन धीवर ने फैंसी स्टोर खोलने के लिए शासकीय योजना से लोन दिलाने का आग्रह किया।

धमतरी निवासी ईशा रानी सोनी ने मुख्यमंत्री से मिलकर बताया कि उनके पति अमित सोनी के मस्तिष्क में ब्लड जम गया है, रायपुर के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। बड़ी मुश्किल एक बार उनका ऑपरेशन करवा पाए है। डॉक्टरों ने एक और ऑपरेशन करवाने की सलाह दी है। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण ऑपरेशन नहीं करवा पा रहे हैं। श्रीमती जानकी साहू के पति कैंसर मरीज है, उनके इलाज के लिए आर्थिक सहायता के लिए जनदर्शन में आई है। इसी प्रकार रायपुर निवासी आशिया परवीन ने बताया कि उनका छत बरसात में पूरी क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे परिवार के साथ मकान में रहने में परेशानी होती है, मकान क्षतिपूर्ति दिलाने का आग्रह किया।

भाटापारा बलौदाबाजार निवासी ममता निर्मलकर ने मुख्यमंत्री से अनुकंपा नियुक्ति दिलाने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि उनके पिता जगदीश निर्मलकर रायपुर नगर निगम जोन क्रमांक-3 नियमित सफाई कर्मचारी थे। 24 फरवरी 2018 को उनका आकस्मिक निधन हो गया था। अब तक उनको अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है। इसी प्रकार सड्डू रायपुर की लता साहू के पिता भी नगर निगम में लाईन मैन थे। उनके मृत्यु के आठ वर्ष पश्चात् अभी तक उन्हें अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिली है।

ग्राम सोनडोंगरी की कामिनी साहू और सरिता कुर्रे खुशबू महिला स्व-सहायता समूह से जुड़ी है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान हो, इसके लिए जनदर्शन में पहुंची थी। मुख्यमंत्री ने सभी आवेदनों को गंभीरता से लेते हुए आवेदनों का निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

छत्तीसगढ़ की पहली जेसीबी वूमेन को एक्सपो के लिए जापान से बुलावा, मुख्यमंत्री ने कहा जापान जाने सामान पैक कर लीजिए

रायपुर- राजनांदगांव से आई दमयंती सोनी 61 साल की हैं और छत्तीसगढ़ की पहली ऐसी महिला हैं जो जेसीबी चलाती हैं। वे न केवल फर्राटे से जेसीबी चलाती हैं अपितु देश भर के एक्सपो में इन्हें भाग लेने के लिए बुलाया जाता है। ऐसे ही जापान से इन्हें बुलावा आया है लेकिन कुछ आर्थिक दिक्कतों की वजह से एक्सपो में देश शामिल नहीं हो पा रही। अपनी दिक्कत उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के समक्ष रखी।

मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि आप छत्तीसगढ़ का नाम देश भर में रोशन कर रही हैं। आप सामान पैक करें, सरकार आपको जापान भेजेगी। आप तैयारी करें। दमयंती ने बताया कि मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बहुत अच्छा लगा। वर्ष 2012 में पति के निधन के बाद से वे जेसीबी चला रही हैं। उन्होंने देश भर में अनेक एक्सपो में भाग लिया है और अनेक कंपनियों के साथ इस संबंध में काम कर रही हैं। 61 साल की दमयंती ने कहा कि अगले 4 साल तक वे जेसीबी चलाती रहेंगी।

मुख्यमंत्री ने दमयंती की प्रशंसा करते हुए कहा कि आप छत्तीसगढ़ की महिलाओं के लिए रोलमॉडल हैं। जनदर्शन के माध्यम से आपसे मुलाकात हुई है। आप ऐसे ही महिलाओं को प्रोत्साहित करते रहिए।

सौम्या चौरसिया की जमानत पर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा

रायपुर- कोयला घोटाला केस में जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की निलंबित उपसचिव सौम्या चौरसिया की ओर से ईओडब्ल्यू कोर्ट में जमानत के लिए दाखिल याचिका पर सुनवाई खत्‍म हो गई है। सौम्या चौरसिया की जमानत याचिका पर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है।

सौम्‍या के वकील ने कोर्ट के लिए जमानत के दलील रखी और बताया कि पिछली न्यायिक रिमांड डेट पर ईओडब्ल्यू के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि जांच एजेंसी ने खुद अपने प्रस्तुत पत्र में अभियुक्ता को न्यायिक रिमांड में रखने की आवश्यकता नहीं बताई थी। साथ ही ईडी के एफआइआर और ईओडब्ल्यू की एफआइआर में कही भी पद का दुरुपयोग करने का सुबूत नहीं है।

एसीबी की तरफ से डॉ. सौरभ कुमार पांडे और बचाव पक्ष से बिलासपुर हाईकोर्ट के वकील हर्षवर्धन परघनिया, फैसल रिजवी के बीच करीब एक घंटे तक बहस चली। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील को सुनने के बाद सौम्‍या चौरसिया की जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा है।

महादेव एप सट्टेबाजी केस में नीतीश दीवान को न्यायिक हिरासत में भेजा

वहीं महादेव एप सट्टेबाजी केस में ईओडब्ल्यू की दो दिन की रिमांड पर चल रहे नीतीश दीवान को बुधवार विशेष कोर्ट में पेश किया गया, जहां दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद कोर्ट ने 14 दिन यानि 10 जुलाई तक नीतीश को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश सुनाया।

एसीबी के अधिवक्ता मिथलेश वर्मा ने बताया कि दो दिन की पूछताछ के बाद नीतीश को कोर्ट में पेश किया गया था।ईओडब्ल्यू की ओर से और रिमांड की मांग नहीं की गई लिहाजा उसे कोर्ट ने न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने का आदेश सुनाया।

नीतीश दीवान से ईडी की टीम पहले भी पूछताछ कर चुकी है। महादेव सट्टा से जुड़े लोग जब गिरफ्त में आए थे और उनसे पूछताछ की गई तो हर पूछताछ में नीतीश दीवान का भी नाम सामने आया था।दीवान ने आनलाइन सट्टेबाजी से जुड़े कई राज खोले थे।उसने स्वीकार किया था कि वह एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के साथ रहकर पैनल आपरेटर का काम किया करता था।

जनदर्शन में पहुंचे महंत स्वामी अनुसुइया दास जनदर्शन की व्यवस्था देखकर हुए गदगद

रायपुर-   जनदर्शन में पहुंचे महंत स्वामी अनुसुइया दास जनदर्शन की व्यवस्था देखकर गदगद हुए । उन्होंने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि वर्षों बाद शुरू हुआ मुख्यमंत्री का जनदर्शन व्यवस्थित ढंग से आयोजित किया गया है। पहली बार पानी के साथ चाय और बिस्कुट की व्यवस्था भी आम जनता के लिए की गई है। क्रमबद्ध लोग एक एक कर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मिलकर अपनी समस्या बता रहे हैं और आवेदन दे रहे हैं। सहज सरल मुख्यमंत्री लोगों से आत्मीयता से मिलते हैं, धैर्य के साथ समस्या सुनते हैं और समस्या के यथा संभव समाधान के लिए प्रयास करने का भरोसा दिलाते हैं। आम जनता से मिलने वाले आवेदनों की कंप्यूटर में एंट्री कर करवाई के लिए संबंधित विभाग को भेजा जाएगा। लोगों को आवेदन पर की जाने वाली कार्यवाही की जानकारी घर बैठे ऑनलाइन जनदर्शन पोर्टल https://jandarshan.cg.nic.in पर टोकन नंबर से मिल सकेगी।

महंत स्वामी अनुसुइया दास ने बताया कि वे लोगों के बीच बैठे अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे, इस दौरान बातचीत में लगा कि लोग व्यवस्था से संतुष्ट हैं। महंत स्वामी दास गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पेंड्रा में पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री दिलीप सिंह जूदेव की स्मृति में वनवासी संस्कृत विद्यालय का संचालन कर रहे हैं। वे विद्यालय में एक सांस्कृतिक मंच के निर्माण के लिए सहायता हेतु आए थे। उन्होंने अपना आवेदन मुख्यमंत्री को मिलकर सौंपा।

गौरतलब हर कि मुख्यमंत्री निवास में आयोजित जनदर्शन में आगंतुकों के लिए चाय, बिस्कुट, पानी के दो स्टाल लगाए गए हैं । एक हेल्थ का स्टाल भी लगाया गया है। जहां बीपी, शुगर की निःशुल्क जांच की सुविधा भी उपलब्ध है।

मनीराम दिव्यांग प्रमाण पत्र के लिए आए थे, मुख्यमंत्री से मिले 1 घंटे बाद हाथों में आ गया दिव्यांग प्रमाण पत्र

रायपुर-  धरसींवा निवासी मनीराम देवांगन का चार महीने पूर्व एक्सीडेंट हुआ था। उसमें इनका पैर काटना पड़ गया था। मनीराम पिछले एक महीने से दिव्यांग प्रमाण पत्र के लिए भटक रहे थे लेकिन उनके आवेदन पर कारवाई नहीं हो सकी थी। मुख्यमंत्री जनदर्शन की जानकारी होने पर उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्या रखने की बात सोची। मुख्यमंत्री को उन्होंने संबंध में जानकारी दी।मुख्यमंत्री ने मौके पर ही अधिकारियों को उनके दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने की निर्देश दिए। एक घंटे के भीतर मनीराम के हाथ में दिव्यांगता प्रमाण पत्र आ गया।

मनीराम ने खुशी जताते हुए कहा कि दिव्यांग प्रमाण पत्र प्राप्त होने के पश्चात वो शासन की दिव्यांगजनों के लिए दी जाने वाली योजनाओं का लाभ उठा सकेगा। साथ ही वह कृत्रिम पैर भी लगा पाएगा। जिसके चलते परिवार को संभालने की महती जिम्मेदारी पूरी कर सकेगा। मनीराम ने कहा कि उसे लगा था कि मुख्यमंत्री श्री साय की पहल पर कुछ दिनों में उसका प्रमाण पत्र बन जाएगा लेकिन उसे बिल्कुल भरोसा नहीं था कि एक घंटे प्रमाण पत्र उपलब्ध करा दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री के जनदर्शन में बहनों की मुलाकात, महतारी वंदन योजना के लिए मुख्यमंत्री का जताया आभार

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का साप्ताहिक जनदर्शन आज से प्रारंभ हो गया है। आज पहले ही दिन प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों से आए आम नागरिकों एवं विभिन्न प्रतिनिधिमण्डलों ने सौजन्य मुलाकात कर मुख्यमंत्री को अपनी विभिन्न मांगों एवं समस्याओं से अवगत करा रहे हैं। जनदर्शन में मुख्यमंत्री सहज रूप से सभी से मुलाकात कर उनकी समस्याओं के संबंध में आवेदन ले रहे हैं। माताओं एवं बहनों के समूह ने महतारी वंदन योजना लागू करने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के खाते में हर महीने एक हजार रूपए मिलने से उनकी हर छोटी-बड़ी समस्या दूर हो रही है। इस राशि से बहने अपने बच्चों की आवश्यक जरूरतों को भी पूरी कर रही है। महतारी वंदन योजना से माताओं एवं बहनों को आर्थिक रूप से संबल मिला है।

44 हजार से अधिक श्रमिक परिवारों के खाते में जाएंगे 29 करोड़ से अधिक, श्रम विभाग की आधा दर्जन श्रम कल्याण कारी योजनाओं का मिलेगा लाभ

रायपुर- प्रदेश के श्रम मंत्री सह अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य संन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल लखन लाल देवांगन के निर्देश पर 44 हजार से अधिक श्रमिक परिवारों के खाते में 29 करोड़ से अधिक की राशि जमा होगी। श्रम विभाग की आधा दर्जन श्रम कल्याणकारी योजनाओं का लाभ श्रमिक परिवारों को मिलने जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की भी मंशा है कि श्रम विभाग की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लोगों को मिले। इस दिशा में श्रम विभाग ने अपनी तैयारी प्रारंभ कर दी है।

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने दो दिन तक सभी जिला स्तर के अधिकारियों की बैठक लेकर एक-एक योजना की समीक्षा की थी। श्रम मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया था की सभी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक श्रमिक परिवारों को मिले। उन्होंने पात्र हितग्राहियों को जल्द राशि जारी करने के निर्देश भी दिए थे। श्रम मंत्री की विशेष पहल पर अलग अलग 6 योजनाओं को लाभ श्रमिकों को मिलने जा रहा है।

महतारी जतन योजना के तहत 6210 महिलाओं को मिलेंगे 20-20 हजार

महतारी जतन योजना के तहत प्रदेश के पंजीकृत 6210 महिला श्रमिकों के खाते में 20-20 हजार की राशि दी जाएगी। इस योजना में पंजीकृत महिला निर्माण श्रमिक के प्रथम दो बच्चों के प्रसव हेतु एकमुश्त राशि दी जाती है।

गणवेश, पुस्तकदृकॉपी खरींदने के लिए 14 हजार श्रमिक को मिलेगी सहायता राशि

स्कूल का नया सत्र शुरू हो चुका है। पंजीकृत श्रमिक परिवार के बच्चों को गणवेश, पुस्तक और कॉपी खरीदने के लिए सहायता राशि दी जाती है। इसके तहत प्रदेश के 14 हजार श्रमिक परिवार को राशि स्वीकृत की गई है। इसमें कक्षा 1 से 8 तक के लिए प्रति बच्चे को एक हजार और कक्षा 9 से 12वी तक के लिए 2 हजार की सहायता राशि दी जाती है।

नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना के तहत प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा के लिए 16 हजार श्रमिक बच्चों को मिलेगी छात्रवृत्ति

इस योजना के तहत पंजीकृत श्रमिक परिवार के बच्चों को प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक के लिए छात्रवृत्ति दी जाती है। इस योजना के तहत कुल 16 हजार आवेदन पर स्वीकृति दी गई है।

निर्माण श्रमिक मृत्यु एवम् दिव्यांग सहायता योजनारू 124 प्रकरण की राशि स्वीकृत

असंगठित कर्मकार निर्माण श्रमिक मृत्यु एवम् दिव्यांग सहायता योजना के तहत पंजीकृत श्रमिक की सामान्य मृत्यु पर एक लाख, कार्य स्थल पर मृत्यु पर 5 लाख, कार्य स्थल पर दुर्घटना से दिव्यांगता पर ढाई लाख रुपए दी जाती है।इसके तहत कुल 124 प्रकरण पर राशि की स्वीकृति दी गई है।

श्रम मंत्री ने तत्काल खाते में राशि जमा करने के दिए निर्देश

इन सभी योजनाओं के तहत राशि की स्वीकृति देने के साथ-साथ मंत्री श्री देवांगन ने अधिकारियों को निर्देशित किया है की सभी 44 हजार से अधिक श्रमिक परिवारों को डीबीटी के माध्यम से राशि जमा करें।

जनदर्शन: किसी को व्हीलचेयर, किसी को मोटराइज्ड ट्रायसायकल तो किसी को मिला कृत्रिम पैर, सहायक उपकरण पाकर दिव्यांगों के चेहरे खिले, मुख्यमंत्री

रायपुर- मुख्यमंत्री निवास में आज से प्रारंभ हुए साप्ताहिक जनदर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से निःशक्तजनों ने भी मुलाकात की और अपनी समस्या से अवगत कराते हुए अपने लिए सहायक उपकरण की मांग की। मुख्यमंत्री ने न केवल उनकी समस्याओं को सुना बल्कि संवेदनशीलता दिखाते हुए दिव्यांगजन को मौके पर ही व्हीलचेयर, मोटराइज्ड ट्रायसायकल, कृत्रिम पैर, बैटरी चलित सायकल सहित अन्य सहायक उपकरण वितरित किए। सहायक उपकरण पाकर दिव्यांगों के चेहरे खिल गए, उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति आभार भी जताया।

जनदर्शन कार्यक्रम में तहसील लोरमी, जिला मुंगेली निवासी दिव्यांग अजय सिंह राजपूत ने मुख्यमंत्री श्री साय को अपनी समस्या बताते हुए कहा कि मेरा एक पैर कट जाने के कारण कृत्रिम पैर लगाया गया था, जो अब खराब हो गया है। मुझे एक नया कृत्रिम पैर की जरूरत है। मुख्यमंत्री द्वारा उनकी समस्या का तत्काल समाधान किया गया, उनके निर्देश पर दिव्यांग अजय सिंह राजपूत के पैर का माप लिया गया। कृत्रिम पैर बनने के बाद उन्हें कृत्रिम पैर प्रदान किया जाएगा।

जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंचे रायपुर शैलेन्द्र नगर निवासी कु. केसर चंदवानी के अभिभावक ने बताया कि मेरी पुत्री कु. केसर चंदवानी जिसकी उम्र 11 वर्ष है, जो गंभीर बीमारी से पीड़ित है। मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। मेरी पुत्री के ईलाज के लिए आर्थिक मदद दी जाए, साथ ही निःशक्त पुत्री के लिए व्हीलचेयर भी प्रदाय किया जाए। मुख्यमंत्री श्री साय ने संवेदनशीलता के साथ उनकी समस्या को सुनते हुए कु. केसर चंदवानी के लिए तत्काल व्हीलचेयर प्रदान किया। बाद में उन्हें मोटिफाइड व्हीलचेयर प्रदान किया जाएगा।

जनदर्शन कार्यक्रम में बेमेतरा जिले से पहुंचे रोहित मारकंडे, आरंग के ग्राम जावा से आए बलराम वर्मा को मोटराइज्ड ट्रायसायकल और साजा निवासी बलराम को बैटरी चलित ट्रायसाइकल प्रदान किया गया। रामसागर पारा निवासी 67 वर्षीय देवानंद साहू को श्रवण यंत्र की जरूरत थी, उनकी समस्या सुनकर तुरंत जांच करवाकर मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने हाथों से विश्वनाथ कुमार एवं दो अन्य दिव्यांग को भी श्रवण यंत्र प्रदान किए ।