केजरीवाल समेत आप के कई बड़े नेता जेल में, अब पार्टी के सात सांसदों की हो रही “खोज”
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दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पार्टी पर टूट का खतरा मंडरा रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के लिए बड़ी मुसीबत ये है कि पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम केजरीवाल जेल में हैं। एक बड़ी परेशानी ये है कि कई बड़े चेहरे पार्टी छोड़ रहे हैं। पंजाब से एकलौते लोकसभा सांसद सुशील कुमार टिंकू ने पार्टी छोड़कर बीजेपी जॉइन कर ली है। वहीं केजरीवाल के सहयोगी और दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री राज कुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता और अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। इन सबके बीच जो बातें सबसे ज्यादा नोटिस की जा रही वो है कि आम आदमी पार्टी के कई सांसद गायब हैं।
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आम आदमी पार्टी के कुल 10 सांसद हैं। 10 में से 3 सांसद ही सक्रिय दिख रहे हैं। ज़मानत पर बाहर आए संजय सिंह के अलावा संदीप पाठक, एनडी गुप्ता पार्टी के तीन ऐसे राज्यसभा सांसद हैं, जो बीते दिनों सक्रिय दिखे हैं। बाकी के 7 सांसद ना तो केजरीवाल की गिरफ्तारी पर ही मुखर दिखे, ना ही केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में हो रहे प्रदर्शन में।
21 मार्च को अपने राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रही है। पर 10 राज्यसभा सदस्यों में से अधिकांश इन विरोध प्रदर्शनों से गायब रहे हैं। केवल संजय सिंह, संदीप पाठक और एन डी गुप्ता को ही इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा देखा गया है। आम आदमी पार्टी के जो सांसद सक्रिय नहीं दिख रहे हैं, उनमें राघव चड्ढा, स्वाति मालिवाल, हरभजन सिंह, अशोक कुमार मित्तल, संजीव अरोड़ा, बलबीर सिंह और विक्रमजीत सिंह का नाम शामिल है।
कहां हैं आम आदमी पार्टी के सात राज्यसभा सांसद?
राघव चड्ढा-आंख का ऑपरेशन करवाने लंदन गए थे। मार्च के आख़िर में लौटना था, पर नहीं लौटे। हालांकि, राघव सोशल मीडिया पर सक्रिय दिखे हैं।
स्वाति मालिवाल- वो अमेरिका में हैं और इलाज करवा रही बहन के साथ हैं। स्वाति भी सोशल मीडिया पर सक्रिय दिख रही हैं।
हरभजन सिंह- हरभजन सिंह आम आदमी पार्टी के कार्यक्रमों में कम ही दिखते हैं। केजरीवाल की गिरफ़्तारी पर भी हरभजन सिंह शांत दिखे। सोशल मीडिया पर हरभजन सिंह की पोस्ट आईपीएल के बारे में तो दिखती हैं, मगर 'आप' पर नहीं।
अशोक कुमार मित्तल- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के फाउंडर अशोक मित्तल पार्टी की गतिविधियों से नदारद दिखते हैं।
संजीव अरोड़ा- संजीव ने कहा कि वो केजरीवाल की पत्नी से 24 मार्च को मिले थे। हालांकि उन्होंने इंडिया गठबंधन के विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होने की बात को स्वीकार किया। संजीव ने कहा- मुझे पार्टी ने लुधियाना में कुछ ज़िम्मेदारियां दी हैं।
बलबीर सिंह- बलबीर सिंह पर्यावरण के मुद्दे पर भी काम करते हैं। मगर बीते दिनों हुए विरोध प्रदर्शनों में वो नज़र नहीं आए हैं।
विक्रमजीत सिंह- केजरीवाल की गिरफ़्तारी कतो लेकतर पार्टी के विरोध प्रदर्शनों में विक्रमजीत सिंह कहीं नज़र नहीं आए हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर उन्होंने स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स के साथ बातचीत का वीडियो साझा किया है।







कनाडा में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का मामला एक बार फिर उठा है। दरअसल, कनाडा के चुनाव में विदेशी हस्तक्षेप के आरोप लग रहे हैं। बीते दो सप्ताह से इस मामले में सुनवाई चल रही है। इससे जुड़े एक आयोग के सामने सार्वजनिक सुनवाई में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने गवाही दी। गवाही के दौरान जस्टिन ट्रूडो ने भारत के खिलाफ फिर जहर उगला। ट्रूडो ने कनाडा की पिछली कंजर्वेटिव सरकार पर वर्तमान भारत सरकार के साथ ‘मिलीभगत’ होने का आरोप लगाया। यही नहीं सुनवाई में आतंकी निज्जर की मौत का जिक्र किया गया। *कंजर्वेटिव पार्टी का भारत सरकार के साथ मिले होने का आरोप* सुनवाई के दौरान ट्रूडो ने कंजर्वेटिव पार्टी का भारत सरकार के साथ 'सहज' होने का आरोप लगाया। ट्रूडो ने कहा, 'हमारे सिद्धांत के मुताबिक जो भी कोई दुनिया में कहीं से भी कनाडा में आता है, उसके पास एक कनाडाई के सभी अधिकार हैं। वह जबरन वसूली, जोर जबरदस्ती या उस देश के हस्तक्षेप से मुक्त होते हैं, जिसे वह छोड़कर आते हैं।' *ट्रूडो ने आलापा “निज्जर” राग* ट्रूडो ने कहा, ' हम कैसे इनके साथ खड़े होते हैं वह निज्जर की हत्या के गंभीर मामले में दिखा चुके हैं, जिसका मुद्दा हमने संसद में उठाया था। यह कनाडाई लोगों के अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हमारी सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है।' उन्होंने आगे कहा, 'हमारी सरकार हमेशा कनाडा में अलपसंख्यकों के बोलने के अधिकार की रक्षा के लिए खड़ी रही है, भले ही इससे उनके घरेलू देशों को चिढ़ हो।' बता दें कि पिछले साल जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि भारतीय एजेंटों को कनाडा में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की थी। भारत ने इन आरोपों से इनकार किया था। इन आरोपों से दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हुआ था। *कनाडा के चुनाव में विदेशी हस्तक्षेप के आरोप* बता दें कि कनाडा के चुनाव में विदेशी हस्तक्षेप के आरोप लग रहे हैं। कनाडा ने भारत समेत कई देशों पर उसके 2019 और 2021 के चुनावों में दखल देने का आरोप लगाया है। कनाडा की मीडिया ने आरोप लगाया था कि 2019 और 2021 के चुनाव में भारत ने हस्तक्षेप किया। भारत पहले ही एक सिरे से खारिज कर चुका है। इसके अलावा बीते बुधवार को भी इस मामले की जांच कर रही कनाडा की जांच एजेंसी ने भी कहा था क उन्हें चुनावों में भारत की संलिप्तता के सबूत नहीं मिले लेकिन हां चीन इसमें शामिल था इसके सबूत मिल गए हैं। फिर भी इस सुनवाई में भारत और आतंकी निज्जर की मौत का जिक्र किया गया।



Apr 12 2024, 10:09
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