गया: वरीय पदाधिकारी के परिभ्रमण को लेकर कल स्थगित रहेगा जिलाधिकारी का जनता दरबार

गया। जिले में प्रशासनिक गतिविधियों के व्यस्त कार्यक्रम के चलते शुक्रवार को होने वाला जिलाधिकारी शशांक शुभंकर का नियमित जनता दरबार इस सप्ताह आयोजित नहीं किया जाएगा। जिला जनसंपर्क पदाधिकारी द्वारा जारी आधिकारिक सूचना में बताया गया है कि वरीय पदाधिकारियों के परिभ्रमण एवं निरीक्षण कार्यक्रम के कारण जिलाधिकारी का निर्धारित साप्ताहिक जनता दरबार कल स्थगित रहेगा। जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस परिवर्तन को ध्यान में रखें और अनावश्यक रूप से जिला समाहरणालय न पहुँचे।

हर सप्ताह शुक्रवार को लगने वाला यह जनता दरबार जिले के आम लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच होता है, जहाँ वे अपनी विभिन्न शिकायतें, समस्याएँ और मांगें सीधे जिलाधिकारी के समक्ष रख पाते हैं। प्रशासनिक निर्णयों से लेकर स्थानीय स्तर की समस्याओं तक, कई प्रकार के मुद्दों पर यहां तत्काल सुनवाई और आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए जाते हैं। बड़ी संख्या में लोग इस जनता दरबार में हिस्सा लेकर अपनी बात रखते हैं और समाधान की उम्मीद करते हैं।

लेकिन इस सप्ताह जिलाधिकारी शशांक शुभंकर जिले में हो रहे वरीय अधिकारियों के विशेष परिभ्रमण, निरीक्षण तथा समीक्षा कार्यक्रमों में व्यस्त रहेंगे। इस वजह से जनता दरबार को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। जिला प्रशासन का कहना है कि यह कदम प्रशासनिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि परिभ्रमण के दौरान विभिन्न विकास योजनाओं, चल रहे कार्यों तथा सरकारी कार्यक्रमों का प्रभावी निरीक्षण किया जा सके।

जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि जनता दरबार अगले निर्धारित शुक्रवार को सामान्य रूप से आयोजित किया जाएगा। प्रशासन ने नागरिकों को आश्वस्त किया है कि उनकी समस्याओं के समाधान में किसी प्रकार की बाधा नहीं आने दी जाएगी। जिन लोगों को अत्यावश्यक कार्य या शिकायत दर्ज कराने की आवश्यकता है, वे संबंधित विभागों से अन्य कार्य दिवसों में संपर्क कर सकते हैं।

जिला प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि वे आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें और किसी भी प्रकार की अफवाह से बचें। आगामी जनता दरबार की तिथि व समय पूर्व की भांति रहेगा, जिसकी सूचना पहले से उपलब्ध रहेगी।

गया पुलिस को बड़ी सफलता, लंबे समय से फरार नक्सली उत्तम राम की गिरफ्तारी: प्रभारी एसएसपी कांतेश कुमार मिश्र ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी

गया जिले की पुलिस ने नक्सल-रोधी अभियान में एक महत्वपूर्ण सफलता दर्ज की है। पुलिस के अनुसार, लंबे समय से फरार चल रहे कथित नक्सली उत्तम राम को विशेष अभियान के दौरान गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि यह गिरफ्तारी कई महीनों की लगातार निगरानी और गुप्त सूचना के आधार पर की गई है।

गुरुवार को प्रभारी एसएसपी कांतेश कुमार मिश्र ने गुरुवार को रात 7 बजे प्रेस वार्ता कर मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उत्तम राम पर नक्सली गतिविधियों में शामिल रहने, स्थानीय स्तर पर संगठन के लिए जनसंपर्क बनाने और कई घटनाओं में सहयोग करने के आरोप हैं।

पुलिस के अनुसार, वह पिछले कई वर्षों से फरार चल रहा था और अलग-अलग इलाकों में छिपकर अपनी गतिविधियाँ जारी रखे हुए था। प्रभारी एसएसपी ने बताया कि जिले की स्पेशल टीम को हाल ही में सूचना मिली थी कि उत्तम राम किसी ग्रामीण इलाके में अपने नेटवर्क से संपर्क साधने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद एक संयुक्त टीम बनाकर इलाक़े की घेराबंदी की गई।

पुलिस ने दावा किया कि बिना किसी मुठभेड़ के उसे शांतिपूर्वक गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लेकर विभिन्न पहलुओं की जाँच कर रही है। प्रभारी एसएसपी ने बताया कि उससे नक्सलियों की रणनीति, स्थानीय नेटवर्क, वित्तीय स्रोतों और अन्य सक्रिय सदस्यों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिलने की उम्मीद है।

पुलिस की मानें तो जल्द ही इस गिरफ़्तारी के आधार पर कई और सुराग सामने आ सकते हैं। प्रभारी एसएसपी ने कहा कि जिला पुलिस नक्सलवाद के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है और आने वाले समय में ऐसे अभियानों को और तेज किया जाएगा। उन्होंने आम लोगों से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखी जा सके।

बिहार में नहीं चलेगा बुलडोजर राज : भाकपा–माले उजाड़ने से पहले भूमिहीनों को पर्चा और पक्का मकान देने की मांग

गया। भाकपा–माले द्वारा पूरे बिहार में मनाए जा रहे राज्यव्यापी विरोध दिवस के तहत गया शहर में बुधवार को बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ जोरदार विरोध मार्च निकाला गया। प्रदर्शन का मुख्य नारा था— “बुलडोजर नहीं, जमीन का पर्चा दो; रोज़ी-रोटी की सुरक्षा दो।” विरोध जताने वाले प्रदर्शनकारी अम्बेडकर पार्क से जुलूस की शक्ल में जीबी रोड होते हुए टावर चौक पहुंचे, जहां एक सभा आयोजित कर सरकार की नीतियों पर तीखा प्रहार किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए भाकपा–माले के जिला सचिव निरंजन कुमार ने कहा कि नई एनडीए सरकार के गठन के बाद गया सहित पूरे बिहार में अतिक्रमण हटाने के नाम पर गरीबों, दलितों व फुटपाथी दुकानदारों के खिलाफ बुलडोजर चलाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था और पुनर्वास के हजारों परिवारों को उजाड़ा जा रहा है, जो सरकार की जनविरोधी नीतियों को उजागर करता है। निरंजन कुमार ने मांग की कि भूमिहीन गरीबों को भूमि का पर्चा दिया जाए और उन्हें पक्के घर उपलब्ध कराए जाएँ, ताकि उन्हें बार-बार बेघर होने का खतरा न रहे।

फुटपाथों पर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले दुकानदारों की स्थिति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि शहर में एक भी वेंडिंग जोन का न होना सरकार की बदइंतज़ामी का प्रमाण है। उनके अनुसार, बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए फुटपाथी दुकानदारों को हटाना उनकी आजीविका पर हमला है। भाकपा–माले ने साफ कहा कि गरीबों को उजाड़ने के बजाय सरकार शहर में सुव्यवस्थित वेंडिंग जोन बनाकर दुकानदारों को वैध जगह दे, ताकि उनका व्यवसाय सुरक्षित रह सके।

नेताओं का कहना था कि सत्ता में आने से पहले सरकार ने 10 हजार लोगों को लाभ देने का वादा किया था, लेकिन चुनाव के बाद वही सरकार गरीबों और छोटे कारोबारियों पर बुलडोजर चला रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि बिहार में किसी भी तरह का बुलडोजर राज नहीं चलने दिया जाएगा और गरीबों के हक और अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन तेज किया जाएगा।

विरोध मार्च और सभा में जिला सचिव निरंजन कुमार, नगर प्रभारी तारिक अनवर, जिला कमेटी सदस्य रीता वर्णवाल, रामलखन प्रसाद, बच्चू सिंह, रवि कुमार, रामचंद्र प्रसाद, अंजुषा कुमारी, ईश्वर चौधरी, रामानंद सिंह, मोहम्मद शाकिब सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक शामिल हुए।

जेंडर आधारित हिंसा के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम एवं शपथ ग्रहण समारोह आयोजित

गया: गया जिले में जेंडर आधारित हिंसा के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने हेतु आज 03 दिसंबर 2025 को महिला एवं बाल विकास निगम, गया द्वारा एक व्यापक जागरूकता कार्यक्रम तथा शपथ ग्रहण समारोह का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं एवं बालिकाओं के प्रति होने वाली हिंसा की रोकथाम, लैंगिक समानता को बढ़ावा देना और समाज में संवेदनशीलता विकसित करना था। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास निगम के जिला परियोजना प्रबंधक, जी.एस., एफ.एल.एस., महिला सुपरवाइजर एवं आंगनवाड़ी सेविका ने सहभागिता की। उपस्थित पदाधिकारि/कर्मियों ने अपने संबोधन में कहा कि जेंडर आधारित हिंसा सामाजिक विकास के लिए गंभीर चुनौती है, और इसे समाप्त करने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं। सत्र के दौरान प्रतिभागियों को घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, बाल विवाह, साइबर अपराध, कार्यस्थल पर उत्पीड़न एवं महिलाओं के कानूनी अधिकारों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान की गईं। साथ ही, महिला हेल्पलाइन नंबरों, शिकायत निवारण तंत्र एवं उपलब्ध सरकारी सेवाओं के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण शपथ ग्रहण समारोह रहा, जिसमें सभी उपस्थित प्रतिभागियों ने जेंडर आधारित हिंसा का विरोध करने, महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा को प्राथमिकता देने तथा समाज में जागरूकता फैलाने की शपथ ली। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सेविकाएँ, महिला सुपरवाइजर, सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्थानीय समुदाय के सदस्य शामिल हुए और सभी ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। अंत में, जिला परियोजना प्रबंधक द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया और सभी प्रतिभागियों के सहयोग एवं सक्रिय भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया गया।

नियोजन सहायता शिविर में 33 दिव्यांगजन चयनित, 74 ने किया आवेदन

गया: अवर प्रादेशिक नियोजनालय, गया के तत्वावधान में “निःशक्त जनों के लिए नियोजन सहायता कार्यक्रम” अंतर्गत एक दिवसीय नियोजन-सह-मार्गदर्शन शिविर का आयोजन जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र, गया में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सहायक निदेशक (नियोजन) श्रीमती रज़िया इदरीसी, नियोजन पदाधिकारी सुश्री आकृति कुमारी एवं सहायक निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग अविनाश कुमार द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। सहायक निदेशक (नियोजन) ने बताया कि श्रम संसाधन विभाग द्वारा दिव्यांगजनों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु विशेष प्रयासों के तहत इस शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में कुल 74 दिव्यांग आवेदकों के बायोडाटा प्राप्त हुए। विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों—जैसे Zomato, Vishal Mega Mart, Hotel Hayatt Bodhgaya, Marasa Sarovar Premiere, Shakambhari Snacks Pvt. Ltd., Jindal Polyplast, Sanvan Industry, Dayal Petrol Pump, HP Petroleum, Mehta Petrol Pump तथा Youth for Job Foundation—द्वारा कुल 54 रिक्तियों की जानकारी उपलब्ध कराई गई, जिनमें से साक्षात्कार के उपरांत 33 दिव्यांगजनों का चयन किया गया।

शिविर में RSETI, जन शिक्षण संस्थान, सामाजिक सुरक्षा कार्यालय तथा जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र के प्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी योजनाओं की जानकारी दी और दिव्यांगजनों को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। नियोजन पदाधिकारी द्वारा उपस्थित आवेदकों को टूल किट एवं स्टडी किट योजना सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया गया। साथ ही सहायक निदेशक (नियोजन) ने आवेदकों को व्यवसायिक परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।

कार्यक्रम में NGO साइट सेवर इंडिया के प्रतिनिधि मनीष कुमार ने बताया कि संस्था द्वारा सिलौंजा, बोधगया स्थित तान्या कंप्यूटर सेंटर में पूर्ण एवं अल्प दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है। शिविर में अविनाश कुमार, सहायक निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग ने समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित ट्राइसाइकिल एवं सहायक उपकरण वितरण योजना की पात्रता एवं आवेदन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में दिव्यांगजन संगठन के प्रतिनिधियों सहित DRCC, RSETI और जन शिक्षण संस्थान के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कार्यालय के कनीय सांख्यिकी सहायक, लिपिकों, जिला कौशल प्रबंधक एवं अन्य कर्मियों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।

गया में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में 29वां जिला स्तरीय युवा उत्सव आयोजित किया गया

गया: गया में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार और जिला प्रशासन, गया के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को 29वां जिला स्तरीय युवा उत्सव आयोजित किया गया। यह उत्सव शहर के हरिदास स्कूल प्रेक्षागृह सह आर्ट गैलरी में हुआ।

विभाग की पदाधिकारी सुरभि बाला ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि युवाओं की प्रतिभाओं को मंच देना विभाग का प्रमुख उद्देश्य है। इस युवा उत्सव में जिले के विभिन्न प्रखंडों से 15 से 29 वर्ष आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने भाग लिया।

उत्सव को कुल सात विधाओं में बांटा गया था, जिनमें भाषण प्रतियोगिता, शास्त्रीय एवं लोक नृत्य, ललित कला, साइंस मेला, समूह लोक नृत्य और कहानी वाचन शामिल थे। प्रतिभागियों ने सभी श्रेणियों में अपनी प्रस्तुतियाँ दीं। सुरभि बाला ने अपने संबोधन में बताया कि विभाग का लक्ष्य युवाओं की क्षमताओं को निखारना और उन्हें राज्य व राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाने का मार्ग प्रशस्त करना है।

उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जिला स्तरीय युवा उत्सव में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिलेगा।

गया में बैंक कर्मचारी का पालतू डॉगी लापता, खोजने वाले को ₹10,000 इनाम

गया। रामपुर थाना क्षेत्र के जेल रोड में स्थित सीआरपीएफ 159 बटालियन कैंप के सामने रहने वाले बैंक ऑफ़ बड़ौदा के कर्मचारी कन्हैया लाल गुप्ता का पालतू डॉगी पिछले कई दिनों से लापता है। डॉगी के अचानक गायब होने से पूरा परिवार सदमे में है और इसकी तलाश में हर संभव प्रयास किया जा रहा है। मालिक ने डॉगी का पोस्टर जारी करते हुए उसे खोज निकालने वाले के लिए ₹10,000 इनाम की घोषणा की है।

मिली जानकारी के अनुसार, घटना 27 नवंबर 2025 की सुबह लगभग 8 बजे की है। कन्हैया लाल गुप्ता अपने आवास पर रोज़ाना की तरह डॉगी को बाहर खेलने के लिए छोड़ते थे, लेकिन उस दिन डॉगी अचानक गुम हो गया। परिवार ने आसपास के इलाकों – जेल रोड, सीआरपीएफ कैंप के पास, टीवीएस शोरूम क्षेत्र और रामपुर मोहल्ले में लगातार खोजबीन की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया।

लापता डॉगी का नाम स्कूबी है। उसका रंग आगे से सफेद, जबकि पीठ से पीछे तक काला है। उसके कानों के ऊपर घने बाल हैं और आकार में वह बड़ा है। मालिक ने बताया कि डॉगी परिवार का सदस्य जैसा था और उसके गायब होने के बाद घर का माहौल बेहद दुखद हो गया है। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी उसकी चिंता में परेशान हैं।

कन्हैया लाल गुप्ता ने इस मामले की जानकारी रामपुर थाना में भी दे दी है। पुलिस को आशंका है कि डॉगी रास्ता भटक गया होगा या किसी ने उसे अपने पास रख लिया होगा। जिसके चलते पुलिस ने स्थानीय लोगों और दुकानदरों से भी पूछताछ की है।

डॉगी के मालिक ने सोशल मीडिया और पोस्टर के माध्यम से शहरवासियों से अपील की है कि यदि किसी को भी यह डॉगी दिखाई दे या इसके संबंध में कोई जानकारी मिले तो वे तुरंत उन्हें सूचित करें। सूचना देने वाले को ₹10,000 का इनाम देने की घोषणा की गई है।

डॉगी का लापता होना सिर्फ गुप्ता परिवार ही नहीं बल्कि आसपास के लोगों को भी चिंतित कर रहा है, क्योंकि यह डॉगी इलाके में काफी मिलनसार और सभी का प्रिय था। फिलहाल परिवार इसकी सकुशल वापसी की उम्मीद में लगातार खोज जारी रखे हुए है।

बोधगया में पहली बार अंतरराष्ट्रीय त्रिपिटक पाठ समारोह: 27 देशों के 20,000 से अधिक श्रद्धालु जुटेंगे

बोधगया, बिहार। विश्व की बौद्ध आध्यात्मिक राजधानी माने जाने वाले बोधगया में इस वर्ष एक ऐतिहासिक आयोजन हो रहा है। भारत पहली बार 20वें अंतरराष्ट्रीय त्रिपिटक पाठ समारोह की मेजबानी कर रहा है, जो 2 से 12 दिसंबर तक महाबोधि मंदिर परिसर स्थित पवित्र बोधिवृक्ष के नीचे आयोजित हो रहा है। महाबोधि इंटरनेशनल त्रिपिटक के फाउंडर प्रेसिडेंट संगा सेना और कोषाध्यक्ष भिखूनी शाक्य अहमद हिना के अनुसार, यह समारोह अब तक के सभी आयोजनों से अधिक व्यापक, भव्य और ऐतिहासिक होने जा रहा है। आयोजकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी समारोह में शामिल होने के लिए औपचारिक निमंत्रण भेजा है।

उद्घाटन में शामिल होंगे अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री

समारोह का शुभारंभ 2 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और उपमुख्यमंत्री चौना मीन द्वारा किया जाएगा। दोनों नेता बोधगया पहुंचकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उपस्थिति में कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। वहीं, 8 दिसंबर को केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले विशेष पूजा में भाग लेंगे और 12 दिसंबर को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समापन समारोह में उपस्थित रहेंगे। आयोजकों ने बताया कि महाबोधि मंदिर परिसर और कालचक्र मैदान में तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं और व्यवस्थाएँ लगभग पूरी हो चुकी हैं।

27 देशों से आएंगे 20,000 से अधिक भिक्षु और श्रद्धालु

इस वैश्विक धार्मिक आयोजन में थाईलैंड, म्यांमार, श्रीलंका, कंबोडिया, लाओस, वियतनाम, नेपाल, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, अमेरिका सहित 27 देशों से 20,000 से अधिक बौद्ध भिक्षुओं और श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। सहभागी 12 दिनों तक पवित्र बोधिवृक्ष के नीचे त्रिपिटक—बौद्ध धर्म के मूल सिद्धांतों का संग्रह—का संयुक्त पाठ करेंगे। इस सामूहिक पाठ का उद्देश्य विश्व शांति, करुणा और सद्भाव का संदेश देना है।

सुरक्षा और व्यवस्थाओं में प्रशासन की कड़ी तैयारियाँ

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी संख्या में आगंतुकों की मौजूदगी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा, ट्रैफिक व्यवस्था, आवागमन, आवास और भोजन के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। शहर के होटल, धर्मशालाएँ और आश्रय स्थल पहले से ही पूर्ण रूप से बुक हो चुके हैं। महाबोधि मंदिर परिसर को विशेष सजावट से सुसज्जित किया गया है, जहाँ दैनिक अनुष्ठान, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और धार्मिक विमर्श भी आयोजित होंगे।

बोधगया फिर बना वैश्विक आध्यात्मिक केंद्र

जहाँ भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया था, वही बोधगया एक बार फिर वैश्विक केंद्र में है। यह समारोह न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत की आध्यात्मिक विरासत को विश्व मंच पर और अधिक प्रतिष्ठा दिलाने वाला यह आयोजन बौद्ध समुदाय के लिए यादगार अवसर बन गया है।

गया में अजातशत्रु होटल में सामूहिक रूप से सुना गया प्रधानमंत्री मोदी का 118वां ‘मन की बात’ कार्यक्रम

गया: गया जिले के गया जी विधानसभा क्षेत्र स्थित अजातशत्रु होटल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 118वें ‘मन की बात’ कार्यक्रम का सामूहिक श्रवण उत्साहपूर्ण माहौल में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने किया। बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता, समर्थक और क्षेत्र के सम्मानित नागरिक उपस्थित होकर प्रधानमंत्री के प्रसारण को ध्यानपूर्वक सुनते रहे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में देशहित, सामाजिक जिम्मेदारी, आत्मनिर्भरता, पर्यावरण संरक्षण और स्वदेशी अभियान को आगे बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत तभी तेजी से आगे बढ़ सकता है जब हर नागरिक ‘भारत में बने उत्पादों’ को प्राथमिकता देने की आदत विकसित करे। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से अपील की कि “हम जो भी सामान खरीदें, वह भारत में बना हो और भारतीय श्रम तथा तपस्या से तैयार हुआ हो।” साथ ही उन्होंने राष्ट्र निर्माण में युवा शक्ति, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक समरसता को महत्वपूर्ण आधार बताया।

कार्यक्रम के उपरांत अपने संबोधन में डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री के विचार न केवल प्रेरणादायी हैं, बल्कि देश को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि आज देश का प्रत्येक नागरिक स्वदेशी अपनाकर भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का संकल्प ले रहा है। डॉ. प्रेम कुमार ने ‘मन की बात’ को जनता और प्रधानमंत्री के बीच संवाद का अनूठा माध्यम बताते हुए कहा कि यह कार्यक्रम लोगों में राष्ट्रभक्ति, सकारात्मक सोच और कर्तव्य भावना का संचार करता है।

उन्होंने सभी उपस्थित लोगों से प्रधानमंत्री के संदेशों को जन-जन तक पहुँचाने का आह्वान किया और कहा कि स्वदेशी के साथ-साथ समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण तथा राष्ट्रीय एकता को भी जीवन का मूल मंत्र बनाना चाहिए। इस अवसर पर अनेक भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें अनिल कुमार, राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता, राजनंदन प्रसाद गांधी, ऋषि लोहानी, राजेश मस्तान, गुंजन मिश्रा, मनीष कुमार, सोनू, डॉ. जे. खान, दीपू कुमार, दीपक चंद्रवंशी, उपेंद्र कुमार सिंह, पंकज लोहानी, जितेंद्र कुमार, महेंद्र प्रसाद, विवेक चंद्रवंशी, वेद प्रकाश सुमन, लाडो लड्डू सिंह, नीतीश कुमार और दीनानाथ प्रसाद सहित कई अन्य लोग शामिल थे। सभी ने आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को दोहराते हुए ‘मन की बात’ कार्यक्रम को सफल बनाया।

जयप्रकाश नारायण अस्पताल सभागार में जिला स्तरीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में मीडिया की भूमिका पर कार्यशाला आयोजित

गयाजी जिला के जयप्रकाश नारायण अस्पताल सभागार में 28 नवम्बर 2025 को स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज नियमित टीकाकरण में मीडिया की भूमिका विषय पर एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, जिला सूचना अधिकारी, स्थानीय पत्रकारों, रेडियो प्रतिनिधियों एवं डिजिटल मीडिया से जुड़े कर्मियों ने भाग लिया।

कार्यशाला का उद्देश्य मीडिया को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम से जुड़ी जानकारी देना, जन-जागरूकता बढ़ाना और समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए मीडिया के साथ समन्वय स्थापित करना था. मुख्य अतिथि डॉ राजा राम प्रसाद सिविल सर्जन ने अपने संबोधन में कहा. "नियमित टीकाकरण बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। मीडिया इस संदेश को समाज के हर कोने तक पहुँचाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।"

कार्यशाला में विशेषज्ञों ने बताया कि नियमित टीकाकरण से खसरा, पोलियो, डिप्थीरिया, काली खाँसी जैसी बीमारियों को रोका जा सकता है। वहीं, मीडिया के माध्यम से इन बीमारियों और टीकाकरण से जुड़ी सच्ची जानकारी आमजन तक पहुँचाना अनिवार्य है. कार्यक्रम में उपस्थित जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ डा० राजीव अमवष्ठा ने कहा कि मीडिया के सहयोग से "मिशन इंद्रधनुष" जैसे कार्यक्रमों को ज़मीनी स्तर तक सफल बनाया जा सकता है। साथ ही उन्होंने बताया कि 9 से 14 वर्ष तक के बच्चियों को सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए एच पी भी का भी टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कई बार अफवाहों और जानकारी की कमी के कारण अभिभावक टीकाकरण से दूर रहते हैं, जिसे मीडिया सही जानकारी देकर बदल सकता है। कार्यशाला में स्थानीय पत्रकारों ने भी अपने विचार साझा किए और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाने का आश्वासन दिया। अंत में, सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए यूनिसेफ एस एम सी अजय चेरोविन ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएँ मीडिया और स्वास्थ्य विभाग के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करती हैं, जिससे जिले में टीकाकरण की स्थिति और बेहतर हो सकेगी। इस मौके पर डी०पी०एम० निलेश कुमार पी सी आई के प्रोग्राम मैनेजर कामता पाठक, स्टेट मैनेजर डॉक्यूमेंटेशन जिला समन्वयक मनोज कुमार राव, यूनिसेफ के गावी कोडिनेटर संजय कुमार सिंह एस एम सी असजद इकबाल सागर शामिल हुऐ।