गोंडा: बेटे की हत्या की तहरीर लेकर पहुंची मां को पुलिस ने भगाया, एसपी से लगाई गुहार

वजीरगंज थाने पर गंभीर आरोप, पीड़िता बोली—“दो बार तहरीर लेने से किया इनकार”

गोंडा। जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए उमरीबेगमगंज क्षेत्र के मुरावन पुरवा गांव की पीड़िता ननका देवी का कहना है कि बेटे की हत्या की तहरीर लेकर जब वह थाने पहुंची तो पुलिस ने शिकायत दर्ज करने के बजाय उसे दो बार भगा दिया। मजबूर होकर उसने पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल से न्याय की गुहार लगाई है।

पीड़िता ननका देवी के अनुसार उसका पुत्र दीपक मौर्य वजीरगंज क्षेत्र के डुमरियाडीह चौकी अंतर्गत महाराजगंज बाजार में किराए के कमरे में रहकर होटल चलाता था। दीपक ने अयोध्या जिले की ज्योति मौर्या से प्रेम विवाह किया था। दोनों के दो बच्चे भी हैं। तहरीर में आरोप लगाया गया है कि ज्योति के भाई के साले का घर में लगातार आना-जाना रहता था और इसी दौरान दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए। जब दीपक को इसकी जानकारी हुई तो परिवार में विवाद बढ़ने लगा। ननका देवी का आरोप है कि 28 नवंबर की रात दीपक होटल पर काम कर रहा था, उसी दौरान उसकी पत्नी ज्योति, उसका भाई शुभम और शुभम के साले ने मिलकर दीपक की हत्या कर दी तथा बाद में कमरे के दरवाजे पर फंदे से लटका दिया। परिजनों के मुताबिक, शव मिलने पर दीपक के दोनों पैर जमीन से सटे हुए थे, जिससे यह मामला आत्महत्या न होकर हत्या का प्रतीत होता है। पीड़िता का कहना है कि जब वह बेटे की हत्या की तहरीर लेकर वजीरगंज थाने पहुंची तो पुलिस ने यह कहते हुए रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया कि मृतक की पत्नी की तहरीर पहले ही आ चुकी है। इसके बाद एक दिसंबर को जब वह एसपी दफ्तर पहुंची तो थानाध्यक्ष ने कार्रवाई का आश्वासन देकर उसे दोबारा थाने बुलाया, लेकिन वहां पहुंचने पर भी उसे फिर से भगा दिया गया। अब सवाल यह उठ रहा है कि मृतक की मां की तहरीर लेने में पुलिस ने आनाकानी क्यों की? दोबारा बुलाकर वापस भेजने की वजह क्या थी? क्या पुलिस एक पक्ष की तहरीर के आधार पर ही मामले को निपटाने की कोशिश कर रही है? पूरा मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हो रही है। पीड़िता ने एसपी से न्याय की गुहार लगाते हुए निष्पक्ष जांच व आरोपितों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस प्रशासन की भूमिका पर भी अब गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

बालपुर में बाइक सवार दो युवकों से मारपीट, 50 हजार रुपये छीनने का आरोप

पुलिस ने कहा छिनैती नहीं हुई,

मारपीट की सूचना की हो रही जांच पड़ताल

गोंडा। जिले के कोतवाली कर्नलगंज क्षेत्र के बालपुर इलाके में दो बाइक सवार युवकों के साथ मारपीट कर 50 हजार रुपये छीनने का गंभीर आरोप सामने आया है। घटना सोनहरा पाठकपुरवा मोड़ के पास की बताई जाती है, जिसके‌ बाद पीड़ितों ने पुलिस को सूचना दी। बताया जा रहा है कि पीड़ित दोनों युवक जनपद बहराइच के गंगवल बाजार के रहने वाले हैं और अपने मामा को छोड़कर सोनहरा गांव से वापस लौट रहे थे। इसी दौरान कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें रोककर पहले मारपीट की और बाद में 50 हजार रुपये लेकर फरार हो गए। सूचना मिलते ही कर्नलगंज कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण कर पीड़ितों से पूछताछ की। पुलिस का कहना है कि मामले में छिनैती जैसी कोई घटना नहीं हुई, हालांकि मारपीट की सूचना की जांच की जा रही है। कर्नलगंज पुलिस ने बताया कि तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर घटना की वास्तविकता जानने में जुटी है। घटना से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

संदिग्घ परिस्थितियों में कुँए में मिला शव,परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए काटा हंगामा

करनैलगंज। कस्बा के मोहल्ला बमपुलुस निवासी एक 45 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर शव खेत के कुएं में डाल दिया गया। सुबह जब आसपास के खेत वालों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कुएं से शव को बाहर निकलवाया। मौके पर परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। परिजनों का आरोप था कि बुधवार शाम को सकरौरा निवासी एक व्यक्ति से विवाद हुआ था। जिसको लेकर आरोपियों ने हत्या करने की धमकी दी थी।

परिजन उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। हालांकि पुलिस ने शव को किसी तरह कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। घटना कस्बा के मोहल्ला बमपुलुस की है जहां मोहल्ले के पीछे खेतों में एक कुआं हैं। सुबह लोगों ने कुएं में शव पडा देख पुलिस को सूचना देकर शव को निकलवाया तो अकबर अली उर्फ चौधरी(45) का शव था। उसका पूरा परिवार मौके पर पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया।

मृतक 7 भाई हैं सभी मजदूरी पेशा हैं। मौके पर मृतक की मां नूरजहां, पत्नी नगमा और सभी भाई परिवार समेत पुलिस पर हत्यारोपी की गिरफ्तारी का दबाव बनाने के लिए नोंकझोंक करते रहे। कोतवाल नरेंद्र प्रताप राय भारी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंचे और परिवार को कार्रवाई का भरोसा दिलाकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। हालांकि पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। कोतवाल नरेंद्र प्रताप राय का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। परिजनों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

न्यायालय के आदेश पर लेखपाल के विरुद्ध मुकदमा दर्ज

पट्टे की जमीन पर कब्जा, पैसा मांगने और गाली देने का आरोप

गोंडा।जिले के देहात कोतवाली में विशेष न्यायाधीश एससी एसटी के आदेश पर पंड़री कृपाल के लेखपाल बजरंगी यादव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।यह कार्रवाई नरौरा अर्जुन निवासी राम गोपाल गौतम की शिकायत पर हुई है।राम गोपाल गौतम ने आरोप लगाया है कि उनके पट्टे की जमीन पर गांव के शिवशंकर,दयाशंकर,आकाश, कप्ताने और सुंदरलाल ने कब्जा कर लिया है।जब उन्होंने क्षेत्रीय लेखपाल बजरंगी यादव से पैमाइश कराने के लिए कहा तो लेखपाल द्वारा 20000 रुपए की मांग की गयी।गौतम का आरोप है कि रुपए न देने पर लेखपाल ने उनकी जेब से 2080 रुपये छीन लिए और जातिसूचक गालियां दी।देहात कोतवाली पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर यह मुकदमा दर्ज किया है।वहीं लेखपाल बजरंगी यादव ने इन सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि जिस जमीन को लेकर उनके खिलाफ न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ है उस जमीन पर जिले के उच्चाधिकारी पहले ही पैमाइश कर चुके हैं।लेखपाल के अनुसार उस जमीन पर कोई कब्जा नहीं है।उन्होंने यह भी बताया कि एक युवक है जो अक्सर इसी तरह के आरोप क्षेत्र में रहने वाले लेखपालों पर लगाता रहता है।देहात कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह ने पुष्टि किया है कि आरोपी लेखपाल के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

हत्या के एक सप्ताह बाद भी तीन आरोपी पुलिस पकड़ से दूर

*सफारी गाड़ी से कुचल कर आरोपियों ने की थी दोस्त की हत्या,20 ठिकानों पर हुई छापेमारी

गोंडा।जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र में 27 वर्षीय व्यापारी नितिन मिश्रा की हत्या के मामले में तीन आरोपी एक सप्ताह बाद भी फरार हैं।बताते चलें कि बुधवार 26 नवंबर को देर रात दोस्तों ने ही सफारी गाड़ी से कुचलकर नितिन की हत्या कर दी थी।इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।यह घटना नगर कोतवाली क्षेत्र के रानीजोत गांव में हुई थी।जानकारी के अनुसार 26 नवंबर की रात शराब के नशे में धुत दोस्तों ने ही नितिन मिश्रा की हत्या कर दिया था।जिसमें आरोपियों ने अतुल पाण्डेय की सफारी गाड़ी से नितिन को कुचला था।मृतक नितिन मिश्रा के पिता शंकर दयाल मिश्रा ने नगर कोतवाली में तहरीर देकर कई लोगों के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा दर्ज कराया था।पुलिस ने 29 नवंबर को सीतापुर निवासी अभय तिवारी, गोंडा निवासी अतुल पाण्डेय ल अंशुमान सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।हालांकि वैभव दूबे,विवेक पांडेय और सुल्तानपुर निवासी ऋषभ उर्फ रोहित सिंह(जो लखनऊ में रहता है) अभी भी फरार है।इनकी गिरफ्तारी के लिए नगर कोतवाली पुलिस ने 20 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की है तथा गोंडा से लेकर लखनऊ तक पुलिस की चार टीमें दबिश दे रही हैं।आरोपी लगातार अपने मोबाइल नंबर बंद कर अलग अलग ठिकानों पर छिप रहे हैं।जिसके कारण पुलिस को अभी तक सफलता नहीं मिली है।मृतक नितिन मिश्रा के पिता शंकर दयाल मिश्रा ने पुलिस से मांग की है कि जो आरोपी फरार चल रहे हैं उनकी भी गिरफ्तारी की जाए।साथ ही साथ इस पूरे मामले की निष्पक्ष जाँच हो क्योंकि इसमें और भी आरोपी हो सकते हैं उनकी भी गिरफ्तारी हो सके।वहीं नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया कि इस पूरी घटना के खुलासे और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए नगर कोतवाली पुलिस समेत चार पुलिस टीमों को लगाया गया है।

धारदार हथियार से गला व गाल काटकर ईंट भट्ठे पर मुनीम की हत्या

*भट्ठे के आफिस के अंदर घुसकर वारदात को दिया अंजाम

गोंडा।जिले के छपिया थाना क्षेत्र अंतर्गत साबरपुर गांव में एक ईंट भट्ठे के मुनीम राम सजीवन वर्मा (40) की देर रात धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गयी।यह घटना पवन मार्का ईट भट्ठे के आफिस के बरामदे में हुई, जहाँ भट्ठे के मुनीम राम सजीवन वर्मा सो रहे थे।देर रात लगभग एक बजे राम सजीवन वर्मा के चीखने की आवाज सुनकर भट्ठे पर काम करने वाले लोग उन्हें अयोध्या मेडिकल कॉलेज ले गये,जहाँ डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।मृतक राम सजीवन वर्मा अयोध्या के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के अमसिन दहलवा के रहने वाले थे और पवन मार्का ईट भट्ठे पर मुनीम का कार्य करते थे।घटना की सूचना मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत,पुलिस क्षेत्राधिकारी मनकापुर तथा थानाध्यक्ष छपिया ने मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का निरीक्षण किया।मृतक का पोस्टमार्टम अयोध्या में करवाया जा रहा है।घटनास्थल पर डाग स्क्वायड और फोरेंसिक टीमों को भी बुलाया गया है।मौके पर भारी मात्रा में खून पड़ा मिला है जहाँ साक्ष्य संकलन की कार्यवाही चल रही है।घटना के बाद से ही ईट भट्ठे पर काम करने वाले मजदूर काम करने के लिए नहीं आए हैं जिसके कारण घटनास्थल पर सन्नाटा पसरा हुआ है।अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार रावत ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।पुलिस फिलहाल सभी बिन्दुओं पर गहनता से जांच कर रही है।

लेखाधिकारी कार्यालय में तैनात लिपिक अनुपम पांडेय को हटाने की प्रक्रिया शुरु

तत्काल पत्रावलियां प्रस्तुत करने के दिए निर्देश

गोंडा।जिले के वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय बेसिक शिक्षा में तैनात लिपिक अनुपम पांडेय के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है।जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने पत्र को संज्ञान में लेते हुए महानिदेशक स्कूल शिक्षा मोनिका रानी ने उनके तबादले के संबंध में तत्काल पत्रावलियां प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। महानिदेशक स्कूल शिक्षा मोनिका रानी ने चर्चित लिपिक अनुपम पांडेय को हटाने की प्रक्रिया भी शुरु कर दिया है।समग्र शिक्षा की महानिदेशक ने शिक्षा निदेशक बेसिक शिक्षा उत्तर प्रदेश,सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज और वित्त नियंत्रक उत्तर प्रदेश से अनुपम पांडेय के तबादले से संबंधित पत्रावलियां तलब की है।अनुपम पांडेय के तबादले की मांग शिक्षक संगठनों द्वारा लंबे समय से की जा रही है।गोंडा के शिक्षा विभाग में उनके कथित भ्रष्टाचार को लेकर पहले भी कई खबरें प्रकाशित हो चुकी हैं।इन खबरों को संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने 20 नवंबर को उनके तत्काल तबादले के लिए शासन को पत्र लिखा था।जिलाधिकारी ने अपने पत्र में उल्लेख किया था कि कनिष्ठ लिपिक अनुपम पांडेय 27 वर्षों से एक ही कार्यालय में तैनात हैं और उनके खिलाफ हाईकोर्ट के निर्देश पर एसटीएफ जांच कर रही है।इसके अतिरिक्त 500 शिक्षकों के वेतन व एरियर भुगतान मामले में एसआईटी भी जांच कर रही है तथा एक अन्य मामले में नगर कोतवाली पुलिस भी जांच कर रही है ‌।एडी बेसिक की जांच में भी अनुपम पांडेय पर पत्नी और बेटी की नियुक्ति तथा वेतन भुगतान में वित्तीय अनियमितता के आरोप सही पाए गए थे परन्तु कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।डीएम ने आशंका जताई थी कि अनुपम पांडेय भ्रष्टाचार सहित चल रही अन्य जांचों को प्रभावित करने के लिए दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर सकते हैं।जिसके आधार पर उन्होंने कार्रवाई की संस्तुति की थी।

निलम्बित बीएसए की याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई आज

निलम्बन रद्द कर बहाली की मांग पर होगी सुनवाई

मंगलवार को सरकार ने नहीं दिया था ब्योरा

गोंडा।निलम्बित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार तिवारी की याचिका पर हाईकोर्ट में आज सुनवाई होगी।जस्टिस मनीष माथुर की खंडपीठ कोर्ट नंबर 7 इस मामले पर विचार करेगी।अतुल कुमार तिवारी ने अपने निलम्बन को रद्द कर पुनः जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के पद पर बहाल करने की मांग की है।गत मंगलवार को भी जस्टिस मनीष माथुर की बेंच ने इस मामले की सुनवाई की थी परन्तु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ब्योरा दाखिल न किये जाने के कारण सुनवाई नहीं हो सकी थी और कोर्ट ने 4 दिसंबर तक पूरै मामले में ब्योरा दाखिल करने का निर्देश दिया था जिस पर राज्य सरकार द्वारा ब्योरा दाखिल किये जाने की उम्मीद है।न्यायालय ने सरकार से पूछा है कि इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई की गयी है।रिश्वतखोरी के आरोप में निलम्बित किये गये बीएसए अतुल कुमार तिवारी ने अपनी याचिका में निलम्बन आदेश रद्द कर उन्हें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के पद पर बहाल करने की मांग की है।बताते चलें कि शिकायतकर्ता मनोज कुमार पाण्डेय ने आरोप लगाया था कि अतुल कुमार तिवारी ने स्कूलों में फर्नीचर सप्लाई के टेंडर प्रक्रिया के नाम पर उनसे 22 लाख रुपये की रिश्वत लिया था और रिश्वत लेने के बाद भी उन्हें काम नहीं दिया गया और उनकी फर्म को ब्लैक लिस्ट कर गलत आरोप लगाकर नगर कोतवाली में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था।इस मामले में अतुल कुमार तिवारी समेत तीन लोगों के विरुद्ध नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज है।इसी मामले में शासन ने उन्हें 11 नवंबर को निलंबित कर दिया था और उनके खिलाफ विभागीय जांच प्रारम्भ कर दिया था।

तमगे गा रहे ग्रामसभा वजीरगंज के विकास की गाथा, हकीकत कोसों दूर

लाखों की लागत से बने सेल्फी प्वाइंट, शौचालय, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र,सीसीटीवी कैमरे, सड़कें, नालियाँ, स्ट्रीट लाइटें चढ़ीं भ्रष्टाचार की भेंट

शैलेन्द्र सिंह

गोण्डा। प्रदेश की सरकार जिस तरह से गाँवों के विकास के लिये पानी की तरह पैसा बहा रही है,वह पैसा ग्राम प्रधानो और सचिवों के भ्रष्टाचार की भेंट कैसे चढ़ रही हैं यह देखना हो तो जनपद गोण्डा के आदर्श ग्राम सभा वजीरगंज से बेहतर उदाहरण और कुछ भी नहीं हो सकता। जहाँ लाखों रुपयों से बने मानक विहीन निर्माण और विकास कार्य या तो बदहाल होकर धूल फाँक रहे हैं या फिर वह अपनी अंतिम सांसे गिन रहे हैं। दिलचस्प तो यह है कि,इस बदहाली के बावजूद कागजों में विकास पर आंखें मूंदकर ग्राम प्रधान को तमगे दिये जा रहे हैं,जिससे वजीरगंज का विकास इन्हीं तमगों में खोकर अपनी बदहाली पर आंसू बहाने के लिए मजबूर है।

हालांकि,जिले के जिम्मेदार अबतक कई बार यहाँ आये और गये पर उन्होंने इस ऐतिहासिक इलाके की बदहाली और इसके विकास में प्रधान और पंचायत सचिव के जमकर किये गये भ्रष्टाचार को देखना गवारा नहीं समझा। बताया जाता है कि,जिले के प्रमुख जिम्मेदारों को प्रधान की ओर से मिलते मंहगे गिफ्ट के चलते इस ग्राम सभा की बदहाली पर उन्होंने कभी नजर नहीं डाली हालांकि यह आम चर्चा है जिसकी अमर भारती पुष्टि नहीं करता, पर सवाल तो हैं ही कि,करोड़ों रुपये के अबतक विकास कार्यों की मानीटरिंग नहीं की गई। जिसके चलते लाखों का काम हजारों में खत्म कर ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव खूब मालामाल होते रहे और आम लोगों की बुनियादी सुविधाओं और विकास के लिये आया सरकारी रुपया इन भ्रष्टाचारियों के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।

धूल फाँक रहा प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र

ग्राम सभा में बल्लापुरवा मजरे में लगभग पन्द्रह लाख रुपए की लागत से बनाया गया प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र का एक वर्ष पूर्व उद्घाटन करते हुये तत्कालीन डीएम नेहा शर्मा और निवर्तमान सीडीओ अंकिता जैन ने इस ग्रामसभा के विकास एवं रोजगार सृजन की दिशा में मील का पत्थर बताते हुये बड़े-बड़े दावे किये थे,जिसपर उस समय मीडिया ने सवाल भी किया था कि,उद्घाटन के बाद कहीं यह धूल फांकते हुये न नजर आये तब डीएम ने इसकी मानीटरिंग की बात कही थी। लेकिन उद्घाटन के बाद से ही बंद इस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र में गजे कचरे के गट्ठर अब वहाँ की आबोहवा प्रदूषित कर रहे हैं। बावजूद इसके मानीटरिंग की जिम्मेदारी संभालने वाले अधिकारियों ने अब तक यह जानने की भी कोशिश नहीं की कि,यह किस हाल में है।

सेल्फी प्वाइंट हो रहा खंडहर में तब्दील

आदर्श ग्राम सभा वजीरगंज में पंचायत भवन के सामने लगभग चार लाख रुपए की कीमत से बनाया गया सेल्फी प्वाइंट बनने और उद्घाटन के बाद बदहाल स्थित में पहुँच गया है।सेल्फी प्वाइंट के अंदर-बाहर उगी बड़ी-बड़ी झाड़ियां टूटे फव्वारे,उजड़ रही टाइलें और अंदर व आसपास कूड़े-करकट का ढेर अपने आप ही इसकी बदहाली की कहानी बयां कर रही हैं।

गिरधारी पुरवा में आरसीसी सड़क व नाली निर्माण में भ्रष्टाचार

लगभग दो वर्ष पूर्व कस्बे से सटे गिरधारी पुरवा गाँव में किये गये मानक विहीन नाली निर्माण और लगभग एक वर्ष पूर्व किये गये सौ मीटर आरसीसी सड़क निर्माण में ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव के द्वारा किये गये जमकर भ्रष्टाचार साफ-साफ दिखाई दे रहा है।गाँव में जहाँ नाली का निर्माण मानक विहीन तरीके से बनाकर रुपये सरकारी धन को हड़पा गया है वहीं नाली बनाते समय उसके किनारे लगभग आधा मीटर तोड़ी गई सड़क आज तक वैसे ही पड़ी दुर्घटना का कारण बन रही है। इसी के साथ एक वर्ष पूर्व बनाई गयी सौ मीटर आरसीसी सड़क में कहीं कच्ची जमीन और कहीं पीली और पुराने ईंटों की बज़ड़ी पर ही लिपाई कर दी गई। हालांकि इसकी खबर उस समय मीडिया में चली तो तत्कालीन इमानदार एडीओ पंचायत रवी मिश्रा ने इसकी जाँच कराई थी और इसके मानक विहीन होने पर निर्माण रुकवा दिया था।जिससे खफा हो तत्कालीन डीएम के कथित मुंहलगे प्रधान ने उनकी शिकायत कर उन्हें हटवाकर उनकी जगह आये भ्रष्ट एडीओ पंचायत गणेश सिंह की मदद से निर्माण पूरा कराते हुये सरकारी रुपये डकार लिये थे।

कस्बे में लगे उजड़े और निष्क्रिय सीसीटीवी कैमरे

सरकार और प्रशासन की ग्रामवासियों की सुरक्षा हेतु लाये गये महत्वाकांछी सीसीटीवी कैमरों से लैस ग्रामसभा के तहत वजीरगंज में लगाये गये सीसीटीवी कैमरे एक वर्ष के भीतर ही पोलों पर निष्क्रिय और उजड़े हुये हैं। जो इसमें किये गये भ्रष्टाचार की पोल खुद ही खोल रहे हैं।इसमें सरकारी पैसों का जमकर बंदरबांट ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव द्वारा किया गया है।लोगों का कहना है कि, कस्बे में विद्युत पोलों पर लाखों की कीमत के लगाये गये सुरक्षा की दृष्टिगत से ये सीसीटीवी कैमरे लगने के बाद कुछ दिन चले उसके बाद निष्क्रिय होकर नष्ट होने के कगार पर पहुंच गये हैं तथा जगह-जगह इन कैमरों के टूटे हुये तार इसमें हुये भ्रष्टाचार की कहानी खुद ही कह रहे हैं।

जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर स्वच्छता मिशन की उड़ा रहे धज्जियाँ

वजीरगंज कस्बे में जगह-जगह लगे कूड़े-करकट के अंबार इस आदर्श ग्रामसभा में चारों ओर गंदगी बिखेर रहे हैं,जो सरकार व प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे स्वच्छता मिशन की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं। हालांकि,गोण्डा-अयोध्या हाइवे पर स्थित इस कस्बे से होकर आये दिन उच्चाधिकारी और जन प्रतिनिधि गुजरते रहते हैं लेकिन इस ओर देखना कोई भी गवारा नहीं समझता। बताया जाता है कि,कूड़ा उठाने के लिये लाई गई कूड़ा गाड़ी प्रधान द्वारा व्यक्तिगत प्रयोग में ली जाती है या फिर पंचायत भवन के एक कोने में खड़ी होकर धूल फांक रही होती है।

कस्बे में बदहाल सोलर लाइटें

ग्रामसभा व कस्बे में रोशनी के लिये लाखों की लागत से लगाई गई मानक विहीन स्ट्रीट लाइटें बदहाल स्थित में पहुँच चुकीं हैं।लोगों की माने तो यह स्ट्रीट लाइटें घटिया व लोकल क्वालिटी की लगाईं गई हैं,जबकि,इनके नाम पर अच्छी कंपनियों की स्ट्रीट लाइटों के रुपये निकालकर प्रधान व पंचायत सचिव ने डकार लिये हैं।इसलिए यह लाइटें इतनी जल्दी खराब हो गई हैं।

निष्प्रयोज्य स्थित बस स्टैण्ड बना वाहन पार्किंग

लाखों की कीमत से सीएचसी के मेन गेट के बगल स्थित सार्वजनिक शौचालय के सामने लाखों की लागत से बनाये गये रोडवेज बस स्टैण्ड बनने के बाद से ही निष्प्रयोज्य पड़ा हुआ धूल फाँक रहा है।यह बस स्टैण्ड अब लोगों के लिये वाहन पार्किंग के साथ मानसिक रूप से विक्षिप्तों का अड्डा बन चुका है।

लोगों का कहना है कि,यहाँ कोई बसें नहीं रुकतीं और सीएचसी के बगल इस बस स्टैण्ड के होने से अक्सर यहाँ एंबुलेंस व मरीजों को लाने ले जाने में असुविधा होती है।

बंद पड़ा जनसेवा केंद्र

वजीरगंज पंचायत भवन में लोगों के जाति,निवास,पेंशन समेत अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिये आनलाइन व्यवस्था हेतु बनाया गया जनसेवा केंद्र निष्प्रयोज्य बनकर रह गया है।हमेशा इस केंद्र पर ताला लगा रहता है,जिसके चलते यहाँ के लोगों को आनलाइन कराने के लिये लोकवाणी केंद्रों का चक्कर लगाना पड़ता है।

बारादरी के सौंदर्यीकरण के नाम पर भ्रष्टाचार

वजीरगंज की पहचान और ऐतिहासिक बारादरी के आसपास सौंदर्यीकरण के नाम पर लाखों रुपये तो निकाल लिये गये पर वहाँ सौंदर्यीकरण नहीं हुआ।अलबत्ता कुछ पेड़ जो लगाये गये थे उसे भी पशुओं ने चरते हुये खत्म कर दिया।

लोगों का कहना है कि,लाखों रुपये निकालने के बावजूद बारादरी के आसपास कुछ नहीं हुआ और सारा रुपया प्रधान और सचिव के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।

* रसूखदार प्रधान रखता है जिम्मेदारों को खुश

वजीरगंज के रसूखदार ग्राम प्रधान को मीडिया की सुर्खियाँ बनना व जिम्मेदारों को खुश रखने में महारत हासिल है। लोग बताते हैं कि,जिम्मेदारों को खुश रखने का कोई भी मौका नहीं छोड़ता व किसको किस तरह से अपने फेवर में करना है बहुत अच्छी तरह से आता है।शायद यही वह वजह है कि,कोई भी जिम्मेदार इस आदर्श ग्राम सभा वजीरगंज यहाँ के रहने वाले लोगों की बदहाली तथा विकास कार्यों में किये गये भ्रष्टाचार दिखाई नहीं देते।जिसकी वजह से प्रधान व सचिव का भ्रष्टाचार बदस्तूर जारी है।

मंडलीय कारागार में कैदी की मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

*जांच की मांग

गोंडा।मंडलीय कारागार गोंडा में बंद एक विचाराधीन कैदी मनोज की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी है तो वहीं जेल प्रशासन ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है,जबकि मृतक के परिजनों ने इसे साजिशन हत्या बताते हुए जेल प्रशासन पर आरोप लगाया है।बताते चलें कि मनोज विगत लगभग 9 महीने से गोंडा स्थित मंडलीय कारागार में बंद था।उस पर दत्त नगर विसेन में इंद्रसेन की हत्या का आरोप था।यह मामला उस समय सामने आया था जब इंद्रसेन का सिर खैरा गांव से बरामद किया गया था। जेल प्रशासन की मानें तो मनोज को अचानक सीने में दर्द व बेचैनी महसूस होने की सूचना मिलने पर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया,जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी।जेल व जिला प्रशासन ने प्राथमिक तौर पर मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है।मनोज की मौत की खबर मिलते ही उसके परिजन जिला अस्पताल पहुंचे और शव देखकर हंगामा शुरू कर दिया तथा आरोप लगाया कि मनोज को हार्ट अटैक नहीं आया है बल्कि उसकी हत्या की गई है।परिजनों ने जेल प्रशासन को मनोज की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।मंडलीय कारागार के अधीक्षक ने परिजनों के आरोपों को निराधार बताते हुए बताया कि मनोज की मौत हार्ट अटैक से हुई है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है तथा मौत का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।