एससीपीएम कॉलेज में बीएएमएस की छात्रा ने किया सुसाइड

*छात्रावास के कमरे में लटका मिला शव,फोरेंसिक टीम कर रही जांच

गोंडा।जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत स्थित एससीपीएम कालेज में बीएएमएस की 22 वर्षीय छात्रा महाविस खानम ने अपने कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली।यह घटना गोंडा लखनऊ मार्ग पर हारीपुर के पास स्थित कालेज में हुई।देर शाम तक जब छात्रा छात्रावास के कमरे से बाहर नहीं निकली,तो साथ रहने वाली छात्राओं ने इसकी सूचना कालेज प्रशासन को दी।कालेज प्रशासन ने तत्काल नगर कोतवाली पुलिस को घटना की सूचना दी।सूचना पाकर मौके पर पहुंची नगर कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दिया।फोरेंसिक टीम भी घटना स्थल पर पहुंच कर साक्ष्य एकत्रित करने की कार्रवाई कर रही है।

मृतका छात्रा बलरामपुर जिले के अलीजानपुर नौशहरा की रहने वाली बताई जा रही है।छात्रा ने किन परिस्थितियों में यह कदम उठाया इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है।नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया कि छात्रा ने अपने कमरे के अंदर आत्महत्या की है।पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है।उन्होंने यह भी बताया कि मृतक छात्रा के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है लेकिन वे लोग अभी तक गोंडा नहीं पहुंचे हैं और न ही कोई तहरीर दी है।जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कर्नलगंज की सभी रेलवे क्रॉसिंगों पर लग रहा भीषण जाम: प्रशासन मौन,जनता बेहाल

कर्नलगंज, गोंडा। तहसील मुख्यालय कर्नलगंज की सभी प्रमुख रेलवे क्रॉसिंगों पर रोजाना लगने वाला भीषण जाम अब आम जनता की त्रासदी बन गया है। स्कूल के बच्चों से लेकर मरीजों और कार्यालय कर्मियों तक—हर किसी को घंटों फंसे रहना पड़ रहा है, लेकिन जिम्मेदार विभाग और स्थानीय प्रशासन समस्या को जानते हुए भी पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं। सबसे अधिक जामग्रस्त कर्नलगंज–हुजूरपुर रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज निर्माण को लेकर लोगों में पिछले कई महीनों से उम्मीदें पनप रही थीं।

परियोजना की स्वीकृति मिलने के बाद सेतु निगम की हलचल भी दिखी, साथ ही लोक निर्माण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी ले लिया गया। बिजली विभाग को पोल और लाइन शिफ्टिंग हेतु पत्र भी भेजा गया था। लेकिन इसके बाद से पूरा मामला ठंडे बस्ते में चला गया। ना तो खुदाई शुरू हुई और ना मशीनें लगीं, न ही साइट पर किसी भी प्रकार की निर्माण गतिविधि देखी जा रही है। इससे साफ है कि विभागीय सुस्ती के चलते बहु प्रतीक्षित ओवरब्रिज का सपना अभी दूर है। लोगों का कहना है कि चुनावी मौसम में नेताओं ने यही कहकर वोट मांगे- “अबकी बार जिता दो, फ्लाईओवर जरूर बनेगा…” लेकिन चुनाव बाद न वादा याद रहा, न जनता की समस्या। इससे नेताओं के वादे भी ‘चुनावी जुमला' साबित हो रहे हैं। उधर, गोंडा–लखनऊ हाईवे के कटरा शहबाजपुर, सरयू रेलवे क्रॉसिंग, तथा कर्नलगंज–कटरा मार्ग स्थित शहीद मर्द स्थान के पास की रेलवे क्रॉसिंग पर भी हर दिन भीषण जाम लगता है।

एक-एक क्रॉसिंग पर करीब 400- 500 मीटर तक वाहन फंस जाते हैं, जिससे ग्रामीण और नगर क्षेत्र के हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि समय रहते ओवरब्रिज निर्माण शुरू नहीं किया गया, तो आने वाली सर्दियों और त्योहारी भीड़ में हालात और बदतर हो जाएंगे। लोगों ने शासन और विभागीय शीर्ष अधिकारियों से हस्तक्षेप कर तुरंत निर्माण कार्य शुरू कराने की मांग की है। इस संबंध में एसडीएम कर्नलगंज से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर था।

पत्रकार के बाबा का निधन, क्षेत्र में शोक की लहर

कर्नलगंज, गोण्डा। स्थानीय तहसील क्षेत्र के करुआ पूरे तेगा निवासी एवं पत्रकार अभय प्रताप सिंह (राहुल सिंह) के बाबा रंजीत सिंह (70) का सोमवार सुबह निधन हो गया। उनके देहांत की सूचना मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। बड़ी संख्या में पत्रकार, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और क्षेत्रवासियों ने उनके पैतृक आवास पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए शोकाकुल परिजनों को ढांढस बंधाया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रंजीत सिंह पिछले काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। सरल स्वभाव, स्पष्टवादिता और बेबाक टिप्पणी के कारण उनकी क्षेत्र में अलग ही पहचान थी। जीवन के उतार–चढ़ाव को धैर्य और साहस से पार करने वाले रंजीत सिंह समाज में सम्मानित व्यक्तित्व के माने जाते थे। परिवार में बड़े पुत्र संजय सिंह कृषक हैं, वहीं छोटा पुत्र लाल बाबू सिंह देश की सेवा में तैनात हैं। रंजीत का अंतिम संस्कार कचनापुर कुटी घाट पर किया गया, जहां भारी संख्या में लोगों ने पहुंचकर उन्हें नम आंखों से विदाई दी। रंजीत सिंह के निधन से क्षेत्र में गहरा शोक है और लोग उनके व्यक्तित्व एवं सरल व्यवहार को याद कर भावुक हो रहे हैं।

नीलगाय से बचने में अनियंत्रित स्कॉर्पियो खाई में गिरी,लोगों की मदद से निकाली गई बाहर

गोंडा। जिले के तहसील कर्नलगंज क्षेत्र के हलधरमऊ से चौरी मार्ग पर रविवार देर शाम एक बड़ा हादसा टल गया। सड़क पर अचानक नीलगाय आ जाने से एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो चालक संतुलन खो बैठा, जिससे वाहन सीधे सड़क किनारे बनी खाई में जा गिरा। हादसा इतना भीषण था कि वाहन क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन गाड़ी में सवार सभी लोग बाल-बाल बच गए। हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीण मौके पर दौड़े और तत्काल मदद में जुट गए।

ग्रामीणों ने ट्रैक्टर की सहायता से काफी मशक्कत के बाद स्कॉर्पियो को खाई से बाहर निकाला। गनीमत रही कि वाहन सवार किसी गंभीर चोट से बच गए, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मार्ग पर जंगली जानवरों के अचानक सड़क पर आ जाने की घटनाएं बढ़ी हैं, जिसके कारण दुर्घटना का खतरा बना रहता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मार्ग पर चेतावनी संकेतक लगाने और प्रकाश व्यवस्था सुधारे जाने की मांग की है।

पत्नी वियोग में पति ने दिया जान,घर के अंदर फांसी के फंदे पर लटक कर दी जान

गोंडा।जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत नगर पालिका में तैनात सफाईकर्मी ने पत्नी वियोग में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।बताते चलें कि नगर कोतवाली क्षेत्र के कांशीराम कालोनी निवासी विक्रम उर्फ कुन्ने ने अपने घर के अंदर फांसी के फंदे से लटककर जान दे दी।घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।बताते चलें कि परिवार के सदस्यों ने सुबह जब कमरे का दरवाजा खोलने का प्रयास किया परन्तु वह नहीं खुला तो परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से कमरे का दरवाजा खोला तो विक्रम उर्फ कुन्ने फांसी पर लटका मिला।बताया जा रहा है कि विक्रम गोंडा नगर पालिका में सफाईकर्मी था और उसकी शादी नगर कोतवाली क्षेत्र के रानी पुरवा निवासिनी पिंकी से हुई थी।दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते थे जिसके कारण पिंकी तीन महीने पहले घर छोड़कर चली गई थी।पत्नी पिंकी के जाने के बाद से विक्रम लगातार परेशान चल रहा था।विक्रम के दो बेटे और दो बेटियां हैं।पत्नी के चले जाने के बाद विक्रम ही बच्चों की देखभाल कर रहा था।

परिजनों की मानें तो बच्चों की परवरिश के कारण ही वह तनाव में रहता था,जिसके चलते उसने यह भयावह कदम उठाया।वहीं मृतक की मां शोभा ने बताया कि मेरा बेटा यहीं कांशीराम कालोनी में रहता है और नगर पालिका गोंडा में सफाईकर्मी का काम करता है।मैं और उसकी बड़ी वाली बेटी मेरे साथ मनकापुर में रहती है।मेरे बेटे की शादी रानी पुरवा में हुई थी और दोनों में बनती नहीं थी आए दिन झगड़ा होता रहता था जिसके कारण वह मेरे बेटे को छोड़कर चली गयी थी।मेरा बेटा दिन भर लेटर ही लिखता रहता था और प्रतिदिन शराब पीता था यह तो मुझे मालूम है।

मैं आईटीआई कालोनी मनकापुर में रहती हूँ और रक्षाबंधन से पहले मैं अपने बेटे से मिलने यहां आई थी उसके बाद नहीं आई हूँ।मेरा बेटा पिछले तीन चार दिन से फोन नहीं कर रहा था।आज सुबह हमें उसके मौत की जानकारी मिली तो उसकी बेटी को लेकर आई हूँ।वहीं नगर कोतवाली के अपराध निरीक्षक सभाजीत सिंह ने बताया कि पत्नी के छोड़कर जाने के बाद से ही विक्रम लगातार परेशान चल रहा था इसीलिए उसने अपने घर के अंदर फांसी के फंदे से लटककर जान दे दी।शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।पूरे मामले की जांच नगर कोतवाली पुलिस द्वारा की जा रही है।परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है।

प्रधानाध्यापिका समेत 9 पर धर्मपरिवर्तन व छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज

टीचर बोली विरोध पर मारपीट की व कपड़े फाड़े,स्कूल को बना दिया मदरसा

गोंडा।जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र में तैनात एक सरकारी टीचर ने कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया है।उसने सरकारी स्कूल की प्रधानाध्यापिका तजीन खान समेत 9 लोगों पर छेड़छाड़ और जबरन धर्मपरिवर्तन का आरोप लगाया।टीचर ने कहा कि विरोध करने पर मारपीट की गयी और कपड़े फाड़े गए।किसी तरह गांव में भागकर वहां एक महिला से कपड़े लिए।टीचर ने कहा कि आरोपियों ने स्कूल को मदरसा बना दिया था और इस्लाम की शिक्षा दी जा रही थी।परेशान होकर टीचर ने अपना स्थानांतरण मथुरा करवा लिया।पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है।गौरतलब है कि 35 वर्षीय सहायक अध्यापिका का आरोप है कि साल 2023 में जब वह प्राथमिक विद्यालय चिश्तीपुर में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थी तब प्रधानाध्यापिका तजीन खान,सहायक अध्यापिका फरीन खान,शिक्षामित्र साफिया खातून,राशिद खान,तजीन खान के पति नफीस खान और एजाज अहमद ने उन पर,अन्य शिक्षकों, कर्मचारियों और बच्चों पर इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाया था।पीड़िता के अनुसार आरोपियों ने विद्यालय में जबरन इस्लाम धर्म की शिक्षा देना शुरु कर दिया था।विद्यालय को मदरसे का रूप देने की कोशिश की जा रही थी।उन्होंने बताया कि उच्च माध्यमिक विद्यालय पांडेय पुर में तैनात अफसर हुसैन व आमना खातून की भी इसमें मिलीभगत थी।पीड़िता का आरोप है कि जब उन्होंने इन गतिविधियों का विरोध किया और धर्मपरिवर्तन से इन्कार किया तो 22 मार्च 2023 को उनके साथ मारपीट की गयी,प्रताड़ित किया गया,कपड़े फाड़ दिये गये और जान से मारने की धमकी दी गयी।किसी तरह वह भाग कर गांव में पहुंची और एक महिला से कपड़े लेकर अपने आप को ढका।अध्यापिका ने बताया कि उसने 28 मार्च 2023 को देहात कोतवाली में लिखित शिकायत की थी परन्तु पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।इसके बाद उसने 28 जून 2023 कको अपना स्थानांतरण मथुरा करवा लिया।इस दौरान भी उन्होंने पुलिस अधीक्षक गोंडा को शिकायती पत्र दिया परन्तु कोई कार्रवाई नहीं हुई।जिसके बाद पीड़िता ने मजबूर होकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ खंडपीठ में याचिका दाखिल की जिसमें 7 फरवरी 2025 को हाईकोर्ट ने निर्देश दिया कि वह निचली अदालत में धारा 156(3) सीआरपीसी के तहत वाद प्रस्तुत करें।जिसके बाद पीड़िता ने न्यायिक मजिस्ट्रेट के अदालत में वाद दायर किया,जिस पर सुनवाई के बाद देहात कोतवाली पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।न्यायालय के आदेश के बाद देहात कोतवाली पुलिस ने प्रधानाध्यापिका तजीन खान, सहायक अध्यापिका फरीन खान,शिक्षामित्र साफिया खातून,राशिद खान, नफीस खान,एजाज अहमद, पांडेयपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य अफसर हुसैन और आमना खातून के खिलाफ छेड़छाड़, मारपीट और धर्मपरिवर्तन समेत 6 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।मामले की जांच उपनिरीक्षक कमल शंकर चतुर्वेदी को सौंपी गई है।देहात कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि मामले की जांच उपनिरीक्षक कमल शंकर चतुर्वेदी कर रहे हैं।पीड़िता से सम्पर्क करने का प्रयास किया जा रहा है परन्तु अभी तक सम्पर्क नहीं हो पाया है।उन्होंने बताया कि जांच पूरी होने के पश्चात आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

करनैलगंज नगर पालिका में ‘खड़ाऊं राज’! महिला चेयरमैन के बजाय पति संभाल रहे कुर्सी, एडीएम के बगल की तस्वीर वायरल

गोंडा। करनैलगंज नगर पालिका में नियम-कायदों को ताक पर रखकर खुलेआम “खड़ाऊं राज” चलने की चर्चा ज़ोरों पर है। नाम मात्र की महिला चेयरमैन रामलली घर की ड्योढ़ी तक सीमित हैं, जबकि उनके पति रामजी लाल खुलेआम चेयरमैन की कुर्सी व अधिकारों का इस्तेमाल करते नज़र आ रहे हैं। शासन व जिला प्रशासन की ओर से जारी स्पष्ट निर्देशों के बावजूद चेयरमैन प्रतिनिधि का इस तरह कुर्सी पर बैठना अवैध है, लेकिन नगर पालिका में मानो नियमों की धज्जियां उड़ाने को ही परंपरा बना दिया गया है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल तब खड़ा हो गया जब एडीएम गोंडा के ठीक बगल में नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी पर अध्यक्ष प्रतिनिधि रामजीलाल की बैठे हुए तस्वीर वायरल हो गई, जो बीते 23 नवंबर 2025 को नगर पालिका परिषद कार्यालय में आयोजित सरकारी बैठक की बताई जा रही है जो जीपीएस कैमरे से खींची गई तस्वीर में साफ तौर पर देखी जा सकती है।

यह तस्वीर देखते ही देखते चर्चा का बड़ा विषय बन चुकी है, जो जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े कर रही है। सूत्र बताते हैं कि महिला चेयरमैन रामलली महज़ पद नाम बनकर रह गई हैं। अधिकांश सरकारी पत्रावली, प्रस्ताव और विभागीय फाइलों में चेयरमैन के हस्ताक्षर तक उनके पति व परिजन खुद करते हैं। इतना ही नहीं, अधिकांश बैठकों में महिला चेयरमैन की गैरमौजूदगी रहती है और उनके पति ही चेयरमैन के तौर पर कुर्सी पर आसीन दिखाई देते हैं।

हैरत की बात यह है कि ऐसे कार्यक्रमों और बैठकों में मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों की न तो कुर्सी पर इस अवैध कब्जे पर नजर जाती है, न ही कोई आपत्ति दर्ज की जाती है। आखिर यह अनदेखी है या जानबूझकर की जा रही अनदेखी —यह बड़ा सवाल बनकर उभर रहा है। नगर पालिका के इस ‘खड़ाऊं राज’ ने लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की मूल भावना और शासन के निर्देशों को खुली चुनौती दी है। अब देखना यह है कि वायरल तस्वीर के बाद प्रशासन क्या कदम उठाता है।

लखनऊ में अपहरण की आशंका: मैजापुर के 27 वर्षीय युवक लवलेश पांडे लापता, परिजनों में हड़कंप

गोंडा। जिले के कटरा बाजार थाना क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम पंचायत मैजापुर निवासी 27 वर्षीय लवलेश पाण्डे के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने से परिवार में कोहराम मचा है। लवलेश अपने बड़े भाई अखिलेश पांडे के साथ इंदिरा नगर सी-ब्लॉक में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था।

जानकारी के अनुसार, वह बीते दिन दोपहर करीब 2 बजे सब्जी लेने के लिए घर से निकला था, लेकिन देर शाम तक वापस नहीं लौटा। शाम करीब 5 बजे अखिलेश पांडे के मोबाइल पर लवलेश के ही फोन से एक संदिग्ध संदेश आया, जिसमें लिखा था कि “आपका भाई हमारे कब्जे में है, उसे सुरक्षित चाहते हो तो 50 लाख रुपये तैयार रखें। रुपये जहाँ लोकेशन भेजी जाएगी, वहीं पहुँचाना।”

इस संदेश के बाद परिजनों में हड़कंप मच गया और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। परिजनों का आरोप है कि इतने गंभीर मामले के बावजूद पुलिस ने घटना को मात्र गुमशुदगी के रूप में दर्ज किया है, जबकि संदेश साफ तौर पर अपहरण की ओर इशारा करता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए विधायक बावन सिंह ने पुलिस कमिश्नर लखनऊ व संबंधित सीओ से बात कर तत्काल कार्रवाई की मांग की। अधिकारियों ने परिवार को आश्वासन दिया है कि जांच तेजी से की जा रही है। तकनीकी सर्विलांस के आधार पर लवलेश के मोबाइल की अंतिम लोकेशन हाथरस-अलीगढ़ सीमा क्षेत्र में मिली है, जिसके आधार पर टीमें सक्रिय कर दी गई हैं।

उधर, परिवार के लोग बेहद परेशान हैं और अपने बेटे की सुरक्षित वापसी के लिए लगातार अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं। परिजनों ने उत्तर प्रदेश सरकार और लखनऊ पुलिस कमिश्नर से मांग की है कि मामले को अपहरण के रूप में लेते हुए लवलेश पांडे की शीघ्र व सकुशल बरामदगी सुनिश्चित की जाए।

मानव जीवन में सफलता का विज्ञान है गीता : सुरेश दूबे

- रजत जयंती समारोह को भव्य बनाने में गीता गोष्ठी परिवार ने झोंकी ताकत

गोण्डा। मानव की जीवन शैली में सात्विक आचरण को बढ़ावा देकर श्रीमद्भागवत गीता सफलता का मार्ग प्रशस्त करती है। गीता केवल धार्मिक संदेश देने वाला धर्म ग्रंथ नही बल्कि जीवन में सफलता का महा विज्ञान है। 

 मालवीय नगर में स्थित रामेश्वरम मंदिर में रविवार को गीता गोष्ठी की साप्ताहिक गोष्ठी के उपरांत रजत जयंती समारोह के आयोजन समिति के पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए समारोह के संयोजक इं. सुरेश दूबे ने उक्त विचार व्यक्त किए। 14 दिसम्बर रविवार को आयोजित गीता गोष्ठी के रजत जयंती समारोह की तैयारियों की समीक्षा करते हुए संयोजक दूबे ने पदाधिकारी को दायित्व सौंपते हुए सभी से आयोजन के व्यापक प्रचार प्रसार का दायित्व सौंपा।

 गोष्ठी के संस्थापक सदस्य जनार्दन सिंह ने गोष्ठी परिवार के सदस्यों से नगर के प्रत्येक सनातनी परिवार से एक एक सदस्य को समारोह में शामिल कराने का आह्वान किया। बैठक में शामिल पांच दर्जन से अधिक पदाधिकारियों ने प्रचार प्रसार की जानकारी देते हुए नगर व निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजन का निमंत्रण पत्रक चर घर पहुंचाने का संकल्प व्यक्त किया। 

  बैठक में धीरेंद्र प्रताप पाण्डेय, के के श्रीवास्तव चन्द्रभाल मिश्र, रमेश दूबे, उत्तम कुमार शुक्ल, राम सेवक सिंह, विजय शंकर दुर्गा प्रसाद चतुर्वेदी, विजय मिश्रा, छेदीलाल सैनी, पंकज दूबे, राम अनुज दूबे एवं अशोक जायसवाल मौजूद रहे।

RPF हिरासत मामले में हाईकोर्ट ने मांगा ब्योरा,8 दिसम्बर तक सरकार को उपलब्ध कराना होगा ब्योरा

गोंडा।जिले में रेलवे सुरक्षा बल की हिरासत में संजय सोनकर की मौत के मामले में लखनऊ उच्च न्यायालय ने भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार से विस्तृत ब्योरा मांगा है।कोर्ट ने दोनों सरकारों को 8 दिसंबर तक मामले में की गयी कार्रवाई और जाँच की स्थिति पर रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है।परिजनों का आरोप है कि घटना के 25 दिन बाद भी नामजद पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।मृतक संजय सोनकर के भाई राजू सोनकर ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार, भारत सरकार पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश,पुलिस अधीक्षक गोण्डा, नगर कोतवाल और रेलवे सुरक्षा बल के आरोपी तीन पुलिसकर्मियों को भी इसमें पक्षकार बनाया है।

मामले की सुनवाई लखनऊ हाईकोर्ट की डबल बेंच जस्टिस प्रमोद कुमार श्रीवास्तव व जस्टिस राजीव गुप्ता ने की।अगली सुनवाई 8 दिसंबर को निर्धारित है।बताते चलें कि संजय सोनकर की मौत 4 नवंबर को रेलवे सुरक्षा बल गोंडा की हिरासत में हुई थी।वह मोतीगंज थाना क्षेत्र के किनकी गांव का निवासी था।राजू सोनकर ने रेलवे सुरक्षा बल के उप निरीक्षक सुरेन्द्र कुमार,करण सिंह यादव और सिपाही अमित कुमार सहित कुछ अज्ञात रेलवे सुरक्षा बल जवानों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था तथा बाद में इसमें एससी एसटी एक्ट की धारायें भी जोड़ी गई।मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर आनंद राय कर रहे हैं।

परिजनों का कहना है कि मुकदमा दर्ज होने और हत्या के 25 दिन बीत जाने के बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।उन्होंने कई बार अधिकारियों से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी,लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे न्याय के लिए हाईकोर्ट पहुंचे हैं।जिनकी याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई है और यह आदेश दिया गया है।