Mirzapur : आभा फाउंडेशन की नेक पहल, जरूरतमंद छात्रों को वितरित की गई शैक्षिक सामग्री

मीरजापुर। नगर की प्रमुख सामाजिक संस्था ने अपने नेक कार्यों के क्रम में जरुरतमंद छात्रों को शैक्षणिक सामाग्री मुहैया कराने का संकल्प लिया है। इसी क्रम में आभा फाउंडेशन के द्वारा जरूरतमंद छात्रों को शैक्षिक सामग्री वितरण किया गया। नगर के चौबेटोला स्थित गोपी पाठशाला में आभा फाउंडेशन की संस्थापिका स्मृति शेष आभा सिंह के जन्मदिवस 28 नवंबर अवसर पर बच्चों को कापी, पेंसिल, ज्योमेट्री बॉक्स वितरित किया गया जिससे उनको पढ़ाई में मदद मिल सके।

फाउंडेशन के सचिव अमित श्रीनेत ने कहा कि आभा फाउंडेशन समाज में अच्छे कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है और समय-समय पर चिकित्सा के क्षेत्र में पर्यावरण के क्षेत्र में गरीब निराश्रित बच्चों के देखभाल के और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने एवं युवाओं में तेजी से फैल रहे नशे को लेकर नशा मुक्ति पर जागरूकता अभियान पर काम करता रहता है। उसी के तहत आज शिक्षा को सुलभ बनाने के उद्देश्य से छात्रों को बेहतर शैक्षिक माहौल के साथ-साथ उनकी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके, ऐसे आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को पढ़ाई के लिए आवश्यक सामग्री जैसे कॉपी, पेंसिल वितरित किया गया।

इस पहल का एक मात्र उद्देश्य छात्रों को उनकी पढ़ाई में आवश्यक सामग्री प्रदान करना था, जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने में मदद मिल सके। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विद्यालय की प्राचार्या नजमा खातून, गौरव उमर, रोहित त्रिपाठी, ज्ञान कसेरा, श्याम सोनी,पवन मालवीय, संदीप उपाध्याय, सुनील सिंह, राजू लारा, शरद कुमार, अश्वनी गुप्ता, विवेक सिंह, अंशु साहू, शेखर, सतीश एवं विद्यालय परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे। बताते चलें कि आभा फाउंडेशन द्वारा जनपद में चलाएं जा रहे परोपकारी भरे कार्यों के साथ ही साथ विभिन्न मुद्दों पर जन जागरुकता अभियान भी चलाया जाता है।

फाउंडेशन द्वारा निरंतर जनपद के टीबी मरीजों को गोंद लेकर उन्हें पोषक पोटली भेंट कर टीबी मुक्त भारत अभियान के लिए भी कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

घने कोहरे में भयावह टक्कर, मिर्जापुर में हाईवे पर चार की मौत

मिर्जापुर । यूपी के मिर्जापुर जनपद में शुक्रवार के तड़के घने कोहरे में बड़ा हादसा खड़ा कर दिया। प्रयागराज से वाराणसी की ओर जा रही एक स्विफ्ट कार अचानक अनियंत्रित हो गई और कटका हाईवे पर सड़क पार कर रहे ट्रक चालक और खलासी को रौंदते हुए सीधे खड़े ट्रक में जा भिड़ी।

ट्रक चालक की भी घटनास्थल पर ही जान चली गई

टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें बैठे पिता-पुत्र की मौके पर ही मौत हो गई।ट्रक चालक की भी घटनास्थल पर ही जान चली गई, जबकि गंभीर रूप से घायल खलासी को भदोही मंडलीय अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में उसने भी दम तोड़ दिया। चारों ओर बिखरे शव और क्षतिग्रस्त वाहन देखकर स्थानीय लोग सहम गए।

ट्रक चालक व खलासी की अभी नहीं हो सकी पहचान

हादसा कछवां थाना क्षेत्र के कटका स्थित भारत पेट्रोलियम के पास हुआ। जानकारी के अनुसार, भोजन करने के बाद ट्रक चालक और खलासी वापस अपने ट्रक की ओर लौट रहे थे, तभी तेज रफ्तार कार कोहरे में अचानक अनियंत्रित होकर दोनों को कुचलते हुए ट्रक में जा घुसी। कार में सवार श्यामकृष्ण यादव और उनके बेटे अनुराग यादव की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। ट्रक चालक और खलासी की पहचान अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।

पुलिस ने क्षतिग्रस्त कार को रेस्क्यू अभियान चलाकर किया अलग

सूचना मिलते ही पुलिस व स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और क्षतिग्रस्त कार को ट्रक से अलग कराने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया। तीन शवों को घटनास्थल से पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया, जबकि गंभीर रूप से घायल खलासी को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।सीओ सदर अमर बहादुर ने मौके का निरीक्षण कर बताया कि दुर्घटना में कुल चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है तथा आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

सोनभद्र के बाद मीरजापुर में हुआ खदान हादसा, मुंशी की खदान में दबने से हुई मौत

खदान मालिक के इशारे पर शव लेकर भागने की फिराक में रहे खदान मालिक के लोग, ग्रामीणों ने पकड़ा

आक्रोशित लोगों ने खदान मैनेजर को बनाया बंधक

मीरजापुर। सोनभद्र जिले के खदान हादसे के बाद के मीरजापुर में भी खदान हादसा हो गया जहां एक खदान के मुंशी की खदान में दबने से दर्दनाक मौत हुई है। हादसा रात में खनन के दौरान होना बताया गया है। जहां हादसे के बाद मामले को दबाने की गरज से खदान मालिक के इशारे पर शव लेकर भागने की फिराक में लगे खदान मालिक के लोगों को ग्रामीणों ने मुंशी के शव लेकर भागते हुए पकड़ लिया। बाद में खदान मैनेजर को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। सूचना होने पर

मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा है। जहां हादसा हुआ है वहां का खनन पट्टा चंदौली के बीजेपी नेता छत्रबली सिंह के भाई श्याम जी सिंह के नाम से होना बताया जा रहा है। लोगों का आरोप है कि नियमो को ताक पर रखकर रात में अंधाधुंध खनन हो रहा था। मामला जिले के अहरौरा थाना क्षेत्र कंचनपुर खनन क्षेत्र का बताया गया है। पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के मुताबिक 27 नवंबर की रात थाना अहरौरा क्षेत्र में माइनिंग साइट की घटना में एक लेबर की मौत हो जाने की सूचना प्राप्त होने पर पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचा गया। जहां परिवार जन व आसपास के लोगों द्वारा पोकलैंड से एक्सीडेंट में जयहिन्द यादव पुत्र राजनाथ यादव 32 वर्ष निवासी मुबारकपुर थाना चकिया जनपद चन्दौली की मृत्यु होना बताया गया। मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

--सोनभद्र हादसे के बाद भी नहीं दिखी सख्ती---

सोनभद्र जिले के बिल्ली मारकुंडी खदान हादसे में सात लोगों की मौत की घटना के बाद भी जिले में खनन विभाग ने रात में खनन को लेकर जरा भी सख्ती नहीं दिखाई है। आस-पास के ग्रामीणों की मानें तो खनन विभाग की सांठ-गांठ से मीरजापुर के अहरौरा में धड़ल्ले से कायदे कानून को ताक पर रख कर अवैध खनन जहां जारी है वहीं अहरौरा क्षेत्र के खदानों से लगाए क्रेशर एवं कट्टर प्लांटो में मजदूरों की जीवन सुरक्षा को दांव पर लगाकर काम कराया जा रहा है। सोनभद्र जिले की घटना से कुछ दिनों पूर्व ही एक और खनन क्षेत्र में हादसे में एक श्रमिक की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि उक्त खनन हादसा बीजेपी नेता के करीबी का बताया जा रहा है जिस पर ठोस कार्रवाई के बजाए मामले को रफा-दफा कर दिया गया था। इन हादसों को लोग भूल भी नहीं पाएं थे कि अहरौरा क्षेत्र में एक और हादसे में श्रमिक की मौत ने लोगों को झकझोर कर रख देने के साथ सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है।

माकू यूनियन ने मजदूरों की मौत पर खड़े किए सवाल--

अहरौरा, मीरजापुर। गहरी हो चली पत्थर खदानों में कायदे कानून को ताक पर रख तथा मजदूरों की सुरक्षा को दरकिनार कर हो रहे मनमाने खनन पर मिर्ज़ापुर असंगठित कामगार यूनियन (माकू) ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यूनियन के राष्ट्रीय महामंत्री मंगल तिवारी ने कहा है कि मजदूरों के कंधों पर सवार होकर पूंजीपति अपने लिए ऐसो आराम से लेकर कई पुस्तों के लिए बना लेते हैं लेकिन मजदूर और उसका परिवार जस का तस ही रह जाता है। उसके खून पसीने के बदले उसे जीवन सुरक्षा उपकरण तक नसीब नहीं कराया जाता है। उन्होंने खदानों से लेकर क्रेशर एवं पत्थर कटर प्लाटों में नियम विरुद्ध तथा बिना सुरक्षा उपकरणों के काम कराएं जाने का गंभीर मसला उठाते हुए खनन विभाग व अन्य को आड़े हाथों लिया है।

मां विंध्यवासिनी मंदिर को बम से उड़ाने की मिली धमकी, प्रशासनिक अमला एवं एजेंसियां हुई सक्रिय

मीरजापुर। विख्यात देवी धाम मां विंध्यवासिनी मंदिर विंध्याचल को को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके बाद देर रात में प्रशासनिक अमला एवं एजेंसियां सक्रिय हो उठी। बताया जा रहा है कि डायल 112 पर मिली धमकी के बाद पुलिस ने मोबाइल फोन टेस कर युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी रखी हुई है।

हालांकि मां विंध्यवासिनी मंदिर, काली खोह मंदिर व मां अष्टभुजा देवी मंदिर में गहन जांच पड़ताल करने के उपरांत सुरक्षा एजेंसियों ने राहत की सांस ली। जांच पड़ताल के दौरान सीओ सिटी, विंध्याचल थाना प्रभारी,कटरा थाना प्रभारी एवं मंदिर सुरक्षा प्रभारी एवं धाम सुरक्षा प्रभारी सहित कई अन्य सुरक्षा एजेंसियों मौके पर मौजूद रहे।

क्षेत्राधिकारी नगर ने बताया है कि 24 नवंबर 2025 की रात में डॉयल 112 पर एक सूचना प्राप्त हुई कि विन्ध्याचल मंदिर पर आतंकवादी हमला हो सकता है। सूचना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए थाना विन्ध्याचल, एसओजी व सर्विलांस टीम द्वारा जांच की गयी तो ज्ञात हुआ कि कॉलर प्रयागराज का रहने वाला है। प्रयागराज स्थानीय थाने से सम्पर्क करके जानकारी करायी गयी तो ज्ञात हुआ कि कॉलर अपने माता जी के साथ प्रयागराज में निवास करता है तथा मानसिक रूप से विक्षिप्त है। जिसका इलाज पीछले 20 सालों से इलाज चल रहा है, सम्भंवतः घबराहट में उसके द्वारा डॉयल 112 पर ये सूचना दी गयी थी।

दूसरी ओर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मीरजापुर सोमेन बर्मा के निर्देशन में सूरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर विन्ध्याचल, अष्टभुजा व कालीखो मंदिर परिसर व उनके मुख्य द्वारों पर एसचेंक टीम, बीडीडीएस, डॉग स्कॉड व मीरजापुर पुलिस टीम द्वारा सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है तथा सतर्क दृष्टि रखी जा रही है।

धान के खेत में पहुँचा 7 फीट का मगरमच्छ, ग्रामीणों में मचा हड़कंप

 

हलिया, मीरजापुर।हलिया के वन रेंज के बरी गाँव में मंगलवार की सुबह किसान के धान के कटे हुए फसल के खेत में बोझा बांधने गये लोगों ने करीब 7 फीट लंबा मगरमच्छ को देखते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया।ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी।सूचना पर वन विभाग के क्षेत्राधिकारी अवध नारायण मिश्रा ने वनकर्मी शनि सिंह, नीतू शर्मा,राजकुमार,वन रक्षक शिवम सिंह को मौके पर भेजा वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को कड़ी मशक्कत के बाद जूट के बोरे को आंख पर बांध कर सुरक्षित पकड़ते हुए मगरमच्छ को वाहन से लेजाकर अदवा बांध के गहरे जलाशय में छोड़ दिया । 

मगरमच्छ के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी अवध नारायण मिश्रा ने बताया कि खेत में निकले मगरमच्छ की सूचना वन विभाग की टीम मौके पर पहुँच कर सुरक्षित पकड़कर जलाशय में छोड़ दिया है।इस दौरान वन विभाग के कर्मीयो सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

ग्राम पंचायत चुनाव से पहले पंचायतों में घोटालों की गूंज

फॉलोअप :

डीएम से शिकायतों के बाद शुरू हुई है जांच की आंच

कार्रवाई से बचने के लिए नेताओं से लेकर अधिकारियों की शुरु हुई दौड़

*घोटाले की जद में मनरेगा घोटाले वाले हलिया ब्लॉक के कई गांव

मीरजापुर। जनपद में पंचायत चुनाव की आहट के साथ ही ग्राम पंचायतों में वित्तीय अनियमितताओं और विकास कार्यों में घोटालों की शिकायतों की बाढ़ आ गई है। जिला प्रशासन ने इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए कई ग्राम पंचायतों में जांच शुरू कर दी है। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम भी गठित की गई है, जो तय समय में रिपोर्ट सौंपेगी।

सूत्रों के अनुसार, मीरजापुर जिले के 12 विकास खंड में हर साल करोड़ों रुपये से अधिक का बजट विभित्र योजनाओं के तहत जारी किया जाता है। इनमें मनरेगा, स्वच्छता मिशन, राज्य में वित्त और 15 वें वित्त आयोग जैसी चोजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण विकास और बुनियादी सुविधाओं का विस्तार करना है, लेकिन शिकायतों में आरोप लगाया गया है कि इन पैसों का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपये के घोटाले किए गए हैं। आश्चर्य की बात है कि कुछ गांवों में तो विकास के नाम पर ग्रामीणों की आंखों में धूल झोंकने का काम किया गया है जहां धरातल पर काम हुआ ही नहीं है और लाखों का बजट काम होना दिखाकर हजम कर लिया गया है। ऐसा ही मामला हलिया विकासखंड क्षेत्र के मनिगढ़ा गांव का सामने आया है जहां शिकायत होने पर जिलाधिकारी ने जांच के टीम गठित कर पूरी कार्रवाई से अवगत कराने के लिए भी आदेशित किया है।

जिले के ग्राम पंचायतों में जांच की कार्रवाई को लेकर प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। जानकारी के मुताबिक जिन पंचायतों में शिकायतें आई हैं, वहां सड़कों, नालियों, कुआं तालाब सहित सामुदायिक भवनों और जल निकासी जैसी परियोजनाओं पर भारी अनियमितताएं पाई गई हैं। कई जगहों पर तो बजट खर्च दिखा दिया गया है, जबकि जमीनी स्तर पर कोई काम हुआ ही नहीं है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि प्रधानों और सचिव की मिलीभगत से बजट का गबन किया गया है। पंचायत चुनाव नजदीक आने के साथ विपक्षी दलों ने भी इन मुद्दों को लेकर प्रशासन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि हाल के महीने में डीएम कार्यालय में शिकायतों की बाढ़ सी आ गई हैं।

शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी द्वारा गंभीर मामलों में टीम गठित कर कार्रवाई के आदेश दे दिए जाने से घोटाले की जद में आए गांवों में हड़कंप मचा हुआ है। दूसरी ओर जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर कई विकास खंडों में जांच टीमें गठित की गई है। अधिकारियों को बैठक बुलाकर जांच की रूपरेखा तय को गई है। चुनाव के मद्देनजर शिकायतों को संख्या बढ़ी है, इसलिए सभी रिपोर्ट जल्द से जल्द तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों और प्रधानों से रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्रशासन का कहना है कि जांच पूरी तथा पारदर्शी तरीके से की जाएगी और किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जाएगा। वहीं, ग्रामीणों को उम्मीद है कि इस कार्रवाई से विकास कार्यों में पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।

इनसेट में ------

--घोटाले की जांच की आंच से घिरे ब्लाकों के अधिकारी-कर्मचारियों की बढ़ी धड़कने--

गांवों के विकास कार्यों में किए गए घोटाले की शिकायतों के बाद जिलाधिकारी द्वारा जांच कराए जाने से जांच की आंच से घिरे ब्लाकों के अधिकारी-कर्मचारियों की धड़कने बढ़ गई हैं। बताया जा रहा है कि जांच की कार्रवाई से बचने के लिए कुछ गांवों के विकास कार्यों से संबंधित फाइल जिलाधिकारी द्वारा गठित की गई जांच टीम को सौंपने और जांच में सहयोग के बजाए हीलाहवाली बरतते हुए मामले को लटकाए जाने का खेल खेला जा रहा है। ऐसा ही मामला हलिया विकासखंड क्षेत्र के मनिगढ़ा गांव का बताया जा रहा है जहां विकास कार्यों में हुए भारी खेला की शिकायत होने पर जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने जांच टीम गठित कर दी है। बताया जा रहा है कि तकरीबन एक पखवारा बीतने के बाद भी जहां जांच टीम गांव में पहुंची नहीं है तो वहीं दूसरी ओर बताया यह भी जा रहा है कि हलिया से ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों का टीम को सहयोग और पत्रावाली न मिलने से टीम जांच करने गांव में नहीं पहुंच पाई है। ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि कहीं यह मामले को दबाने की कोई सोची समझी साजिश तो नहीं है।

कालीन फैक्ट्री में जहरीली गैस लीक होने से 3 लोगों की मौत

भदोही/मीरजापुर। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में स्थित एक

कालीन फैक्ट्री में जहरीली गैस लीक होने से 3 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ है जब

फैक्ट्री में मैकेनिक मोटर ठीक कर रहे थे। एक मैकेनिक गंभीर रूप से घायल हुआ है।मौके पर भारी संख्या पुलिस फोर्स मौजूद होने के साथ राहत कार्य में लगी रही है।

घटना भदोही जिले के औराई क्षेत्र के सूर्या कालीन फैक्ट्री की बताई जा रही है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद भदोही में फैक्ट्री में हुए हादसे का संज्ञान लिया है। सीएम योगी ने मृतक के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना की व्यक्त है। मुख्यमंत्री जी ने घायलों के समुचित उपचार के दिए निर्देश है तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के दिए निर्देश है। वहीं घटना के बाद मौके पर अफ़रा-तफ़री मच जाने के साथ मौके पर काफी एकत्र हो गई थी।

गंवई मेला पर 50 हजार श्रद्धालुओं ने गड़बड़ा धाम में टेका मत्था

सीओ और बीडीओ ने मेला क्षेत्र का निरीक्षण कर मातहतों को दिए निर्देश

हलिया, मीरजापुर।क्षेत्र के सुप्रसिद्ध गड़बड़ा धाम में सोमवार को गंवई मेला पर 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने शीतला माता का दर्शन पूजन कर अपनी मनोकामनाएं पूरी की।सोमवार को गंवई मेला को देखते हुए सीओ अशोक कुमार सिंह व बीडीओ हलिया विजय शंकर त्रिपाठी ने गड़बड़ा धाम पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।सीओ और बीडीओ ने मेला क्षेत्र का चतुर्दिक निरीक्षण किया। बीडीओ ने मेला क्षेत्र में मोबाइल शौचालय का निरीक्षण किया साफ सफाई और पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था करवाए जाने हेतु एडीओ पंचायत को निर्देशित किया।भीड़ को नियंत्रित करने तथा दर्शनार्थियों की सुरक्षा को लेकर थानाध्यक्ष हलिया पुलिसकर्मियों संग तैनात रहे। सीओ ने मंदिर परिसर में दर्शनार्थियों की सुरक्षा को लेकर थानाध्यक्ष को विशेष एहतियात बरतने का निर्देश दिया। मंदिर पुजारी राम आसरे मिश्र व मंगलधारी मिश्र ने बताया कि गंवई मेला पर मां शीतला का 50 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन कर मनोकामनाएं पूरी की।

Mirzapur: रेलवे अंडरपास के समीप मिला नवजात शिशु का शव, तरह-तरह की चर्चा

अनिल कुमार

मड़िहान, मीरजापुर। जिले के राजगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत किसान इंटर कॉलेज के समीप रेलवे अंडरपास के निकट एक मृत नवजात का शव मिला है। जिसकी जानकारी होने पर मौके पर ग्रामीणों की जुटी भीड़ में नवजात शिशु के शव को लेकर तरह-तरह की चर्चा होती रही है। आशंका जताई जा रही है कि किसी महिला ने लोकलाज वश शिशु को फेंक दिया है जिसकी संभत मौत हो गई है। ग्रामीणों के मुताबिक कुछ लोग उधर से गुजर रहे थे कि तभी किसी कि नजर रेलवे अंडरपास के नीचे प्लास्टिक के बोरे पर महिला के कपड़े में लिपटे हुए नवजात शिशु पर गई तो उनके पांव वहीं ठिठक गए। धीरे-धीरे यह बात आसपास के लोगों में फैल उठी थी और देखते ही देखते मौके पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ बढ़ने लगी थी। बच्चा किसका है और किसने यह फेंका है इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा होती रही है। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस भी छानबीन करने में जुटी हुई रही है।

नया श्रम कानून से कामगारों को मिलेगा अधिक लाभ : राजेश दूबे

मीरजापुर। मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन (माकू) अध्यक्ष राजेश दुबे एडवोकेट ने उ0प्र0 सरकार एवं भारत सरकार को धन्यवाद देते हुए इस नये कानून पर श्रमिकों को बधाई दी।

जिले के मुहकुचवां स्थित कैम्प कार्यालय पर हुई चर्चा के दौरान अध्यक्ष राजेश ने नये श्रम कानून को बेहतर बताया और कहा कि पूर्व मे कुल अलग -अलग 29 प्रकार के श्रम कानून से अलग-अलग बातें सामने निकल कर आई थी। यह कानून आजादी से पूर्व सन् 1930 से सन् 1950 के बीच लाएं गए थे इसी बीच 2019 और 2020 में लाए गए कानून सुधार कानून को 21 नवंबर 2025 को केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया जो श्रमिक हित में बेहतर साबित होंगे। पूर्व के 29 कानूनों की जगह अब केवल चार श्रम कानून पूरे भारत के समस्त प्रदेशों में लागू हो गई है, जिससे तकरीबन 40 करोड़ से अधिक श्रमिकों को लाभ मिलेगा। यह कानून - कोड आंन वेजेज 2019, इंडस्ट्रियल रिलेशंस कोड 2019, कोड आंन सोशल सिक्योरिटी 2020, ऑक्यूपेशनल सेफ्टी,हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशंस कोड 2020 के नाम से जाना जायेगा जैसा कि सरकार ने कहा है। नए कानून लागू होने से न्यूनतम एवं समय पर वेतन जैसा कि पहले देर से मिलती थी लेकिन अब कामगारों को 01 से 07 तारीख के बीच में प्रत्येक माह मिलेगी और न मिलने पर इसे अपराध माना जाएगा। ग्रेच्युटी के नियम जो पूर्व में 5 साल काम करने पर लागू होते थे अब वह 1 वर्ष में लागू होंगे। हर कामगार को नियुक्ति पत्र मिलेगी। श्रमिक को ओवरटाइम का दुगना भुगतान मिलेगा। 40 साल से अधिक श्रमिकों का मुफ्त स्वास्थ्य चेकअप होगा इस प्रकार के अनेक फायदे इस नए कानून के आ जाने से श्रमिक वर्ग को मिलेगा। यूनियन के अध्यक्ष राजेश दुबे ने कहा सभी क्षेत्रों में श्रमिक कल्याण को मजबूत करने के उद्देश्य से यह हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में जाना जायेगा, भारत के लंबे समय से प्रतिक्षित श्रम सुधार लागू हो गए हैं, सभी चार नए श्रम कोड आधिकारिक तौर पर अधिसूचित और 21 नवंबर, 2025 से लागू हो गए हैं।

महामंत्री मंगल तिवारी ने कहा प्रधानमंत्री द्वारा श्रमिकों के कल्याण के लिए उठाया गया एक बड़ा कदम है। सूचनाओं के अनुसार 18 हजार तक की आय वाले पत्रकारों को भी लाभ मिलेगा।डिलीवरी और मोबिलिटी कर्मचारियों को भी बड़ी राहत होगी। घर और कार्यस्थल के बीच यात्रा के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को अब रोजगार से संबंधित माना जाएगा, जिससे कर्मचारी दुर्घटना मुआवजे के पात्र बनेंगे। लाभों की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए, सरकार ने आधार से जुड़े एक यूनिवर्सल अकाउंट नंबर शुरू किया है, जिससे राज्यों में कल्याणकारी योजनाओं तक आसान और पोर्टेबल पहुंच संभव हो सकेगी।

ये संहिताए सभी प्रकार के लैंगिक भेदभाव पर रोक लगाती हैं और समान कार्य के लिए समान वेतन सुनिश्चित करती हैं। महिलाएं अब रात्रि प्रहार में काम कर सकती हैं और सभी प्रकार के उद्योगों में काम कर सकती हैं, जिनमें खनन और भारी मशीनरी जैसे पहले प्रतिबंधित क्षेत्र भी शामिल हैं, बशर्ते उनकी सहमति और अनिवार्य सुरक्षा व्यवस्था हो। 26 सप्ताह के सवेतन अवकाश, शिशुगृह सुविधाओं तक पहुंच और घर से काम करने के लचीले विकल्पों के साथ मातृत्व लाभों को और मजबूत किया गया है। महिला कर्मचारियों को 3,500 रुपये का चिकित्सा बोनस भी मिलेगा। इसके अतिरिक्त, महिला श्रमिकों के लिए परिवार की परिभाषा का विस्तार करके इसमें सास-ससुर को भी शामिल किया गया है, जिससे सामाजिक सुरक्षा प्रावधानों के तहत आश्रितों का दायरा बढ़़ गया है। उन्होंने नए श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन का स्वागत करते हुए कहा है कि ये सुधार लंबे समय से लंबित सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करेंगे, श्रमिक अधिकारों को सुव्यवस्थित करेंगे और उन लाखों लोगों तक कवरेज का विस्तार करेंगे जो पहले औपचारिक दायरे से बाहर थे।

चर्चा के दौरान अध्यक्ष ने श्रमिकों के प्रति यूनियन की तरफ से शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हम सभी माकू यूनियन की तरफ से चुनार क्षेत्र के उन तिनों दिवंगत श्रमिकों, अजय कुमार (21) पप्पू कुमार (25) गोविंद मौर्य (22) को अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त करते हैं जिनकी राजस्थान प्रदेश में कार्य के दौरान सीमेंट फैक्ट्री के बॉयलर फटने से मौत हो गई।