*मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत भव्य विवाह उत्सव का आयोजन किया गया, विधायक बोले-कन्यादान से बड़ा कोई दान नहीं*
सुल्तानपुर में आज मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत भव्य विवाह उत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यकम में करीब 638 जोड़े विवाह के बंधन में बंध गए। इस दौरान भाजपा विधायको समेत तमाम जनप्रतिनिधियों ने नवविवाहित दंपत्तियों को अपना आशीर्वाद प्रदान किया साथ ही जिला प्रशासन द्वारा नवविवाहित दंपत्तियों ने शासन द्वारा निर्धारित दानदहेज देकर विदा किया गया। दरअसल फ़रीदीपुर के कमला नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी परिसर में समाज कल्याण द्वारा भव्य रूप में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन करवाया गया था। इस आयोजन में विभिन्न गांव से करीब 638 जोड़े विवाह के बंधन में बंधने आए हुए थे। बाकायदा रीति रिवाज से इन सभी का विवाह संपन्न करवाया गया, साथ ही शासन द्वारा निर्धारित दान दहेज भी दिया गया। इसके साथ ही बारातियों और घरातियों के खाने पीने के भी बेहतर इंतजामात किया गया था। वहीं बीजेपी विधायक विनोद सिंह, राज प्रसाद उपाध्याय सहित तमाम जनप्रतिनिधियों ने सभी नवविवाहित जोड़ों को अपना आशीर्वाद प्रदान किया और उज्ज्वला भविष्य की कामना की। इसके साथ ही उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रही इस कल्याणकारी योजना की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि जिन गरीबों को पहले बहन बेटियों के विवाह के लिए सोचना पड़ता था, अब सरकार की इस योजना से ऐसे हजारों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। विनोद सिंह विधायक सुल्तानपुर बाइट मंच से बोलते हुए वहीं विवाह बंधन में बंधने के बाद नवदम्पत्ति भी बेहद खुश नजर आए,और उन्होंने सरकार का धन्यवाद दिया।
असिस्टेंट प्रोफेसर ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि ने अवध की संस्कृति पर अवधी में किया आनलाइन संवाद - 74 हजार से अधिक फालोवर वाले फेसबुक पेज पर*
सुलतानपुर,राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि ने अवध की संस्कृति पर अवधी भाषा में फेसबुक पर आनलाइन संवाद किया। लखनऊ कनेक्शन वर्ल्ड वाइड (LCWW) के पेज पर परपंचु कार्यक्रम के तहत बुधवार 26 नवम्बर की रात में हुये आयोजन में चर्चित साहित्यकार व शिक्षक ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि मुख्य वक्ता थे। इस पेज पर देश विदेश के चौहत्तर हजार से अधिक लोग जुड़े हैं। एक घंटे से अधिक चली यह बातचीत अवधी भाषा में हुई है। इसकी रिकार्डिंग को फेसबुक पेज पर संरक्षित किया गया है जिसे कभी भी सुना जा सकता है। परपंचू लखनऊ कनेक्शन वर्ल्ड वाइड (LCWW) के पेज पर महीने में दो बार अवधी में होने वाला काफी चर्चित कार्यक्रम है ।इस बार के परपंचु कार्यक्रम में मुख्य वक्ता विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक व साहित्यिक गतिविधियों में सक्रिय रहने वाले ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि ने लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार नागेन्द्र बहादुर सिंह चौहान और आदित्य शुक्ला बंजारा के साथ दिलचस्प चर्चाओं और विचारों को साझा किया। ज्ञानेन्द्र ने कहा कि बाजारवाद के चलते अवध की संस्कृति खतरे में है। अवध की भाषा, पहनावा, साहित्य,भोजन व संस्कार बहुत तेजी से गायब हो रहे हैं। इसके संरक्षण हेतु हमें अपने घर से ही सुधार करना होगा। अवध क्षेत्र के निवासियों को बच्चों से अवधी में बातचीत करनी होगी , रसोई में स्थानीय पारंपरिक व्यंजन के लिए जगह बनानी होगी तथा लोकपर्व को त्योहारों में बदलने जैसे अनेक तरह के काम करना होगा तभी हम अपनी संस्कृति को संरक्षित कर पायेंगे। बातचीत में दुबई से शामिल शोएब कुरैशी ने बताया कि तीस सालों में अवध क्षेत्र पूरी तरह से बदल गया है। कार्यक्रम के दौरान फिटनेस ट्रेनर रमा कर्णवाल ने भी ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि से बात की । इस कार्यक्रम में 30 नवम्बर को लखनऊ में होने वाली हेरिटेज तांगा राइड की जानकारी भी दी गई।
*जिले के शिशु मन्दिर योजना के पुरोधा एवं समाजसेवी राजेंद्र लोहिया का निधन,शोक*
सुलतानपुर,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ स्वयं सेवक एवं जिले के सरस्वती शिशु मंदिर योजना के संस्थापक सदस्य एवं कसौधन समाज के 84 डीह के अध्यक्ष रहे राजेंद्र कुमार लोहिया का आज निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार जिले के हथिया नाला के पास श्मशान घाट पर किया गया। जिले के चौक स्थित लोहा व्यापारी एवं समाजसेवी , राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता राजेंद्र कुमार लोहिया का लगभग 90 वर्ष की अवस्था में बुधवार को निधन हो गया। पिछले एक सप्ताह से लखनऊ के एक अस्पताल मे भर्ती थे। आज सुबह चिकित्सकों ने उन्हें जब जवाब दे दिया तो रास्ते में आते समय उनका निधन हो गया। बाल कल्याण समिति के पूर्व मंत्री एवं नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष भोलानाथ अग्रवाल ने बताया कि राजेंद्र कुमार लोहिया के पी डब्लू डी के पास स्थित मकान पर सन 1965 में शिशु मंदिर विद्यालय की शुरुआत की थी । उसके बाद से शिशु मंदिर का सफर जिले में बढ़ता गया आज सुलतानपुर जिले में शिशु मंदिर एवं विद्या मंदिर की एक पहचान है। स्व श्री लोहिया के बड़े पुत्र विनोद कुमार लोहिया ने बताया कि पिता जी ने अपने मकान से ही शिशु मन्दिर स्कूल की शुरुवात की थी। स्वर्गीय श्री लोहिया बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं मंत्री भी कई बार रहे । नगर के प्रतिष्ठित विद्यालय सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रबंधक भी रहे। गोवर्धन दास कनोडिया ने बताया कि जिले मे सरस्वती शिशु मंदिर योजना के नीव के पत्थर थे । उनका जिले के लगभग सभी शिशु मन्दिर विद्यालयों मे बहुत बड़ा योगदान रहा है । जिले के समाजसेवी एवं भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष आलोक कुमार आर्य ने बताया कि स्वर्गीय श्री राजेंद्र कुमार लोहिया एक अच्छे स्वयंसेवक के साथ-साथ का समाज के भी अध्यक्ष रहे । वह 84 डीह के अध्यक्ष बनाए गए थे। उनका समाज की सेवा के लिए भी एक बहुत बड़ा योगदान रहा है। अपने पीछे दो पुत्र विनोद कुमार लोहिया एवं संजय कुमार लोहिया सहित भरा पूरा परिवार छोड़ दिया। उनके निधन पर शिशु मंदिर के पूर्व प्रधानाचार्य श्रीनाथ भार्गव, सरस्वती विद्या मंदिर के पूर्व प्रधानाचार्य शेषमणि , बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष विनोद सिंह, मंत्री हरिदर्शन राम, बनवारी लाल गुप्ता, डॉ रामजी गुप्ता , सरस्वती विद्या मंदिर के पूर्व प्रबंधक सुनील कुमार श्रीवास्तव आदि ने शोक व्यक्त किया है।
कांग्रेसियों ने मनाया संविधान दिवस, निर्माता को दी श्रद्धांजलि

प्रकाशनार्थ,सुल्तानपुर। बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में कांग्रेसियों ने संविधान दिवस धूमधाम से मनाया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा शहर अध्यक्ष शकील अंसारी समेत दर्जनों कार्यकर्ता व नेताओं ने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।

तत्पश्चात संगोष्ठी का आयोजन कर उनके जीवनी पर प्रकाश डाला गया। गोष्टी को संबोधित करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने कहा कि भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को स्वीकार किया गया था,जिसके उपलक्ष्य में यह दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और समतावादी ढांचे को परिभाषित करने वाला आधारभूत दस्तावेज है, जिस पर प्रत्येक भारतीय को गर्व है। वहीं उन्होंने कहा कि संविधान को स्वयं संविधान नहीं बचाता, संविधान को हम नागरिक बचाते हैं।

हर सच्चे नागरिक का, सही इच्छा शक्ति वाले नागरिक का यह फर्ज है कि हम संविधान को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करें।शहर अध्यक्ष शकील अंसारी ने कहा कि भारतीय संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि यह हमारी लोकतांत्रिक आत्मा का प्रतिबिंब है। पीसीसी सदस्य हौसिला प्रसाद भीम ने कहा कि भारत का संविधान सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा माध्यम है। वरिष्ठ नेता हरीश त्रिपाठी ने कहा कि संविधान दिवस केवल औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह हमारा लोकतांत्रिक पर्व है। कांग्रेस पार्टी सदैव संविधान की रक्षा, सामाजिक न्याय और जनाधिकारों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध रही है और आगे भी रहेगी।

इस मौके पर वरिष्ठ नेता लाल पद्माकर सिंह, सुब्रत सिंह सनी, विजयपाल, आवेश अहमद,विनय त्रिपाठी, शीतला प्रसाद साहू,विकास, जनार्दन शुक्ल पवन मिश्र कटवा आदि लोग मौजूद रहे।

*मुख्य विकास अधिकारी महोदय की अध्यक्षता में व्यापार बन्धु की बैठक हुई आयोजित।*
सुलतानपुर,मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में व्यापार बन्धु की बैठक आयोजित की गयी। उक्त बैठक में व्यापारियों द्वारा ट्रांसपोर्ट नगर में दुकानों के आवंटन में देरी तथा आवंटन की प्रकिया व दुकानों के मरम्मत के सम्बंध में अवगत कराया गया, जिसके सम्बंध में मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा तहसीलदार सदर तथा लोक निर्माण विभाग को दुकानों के निर्माण का निरीक्षण कर अवगत कराने के निर्देश दिये गये। बैठक में व्यापारी कल्याण एवं सेवा समिति सुलतानपुर सुन्दरलाल द्वारा सुपर मार्केट में अतिक्रमण, दुकानों के मरम्मत तथा सुरक्षा हेतु अवगत कराया गया, जिसे मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा दिशा की बैठक की कार्यवाही हेतु प्रस्तावित किया गया। बैठक में नगरीय क्षेत्र में ई-रिक्शा के अवैध संचालन,अवैध स्टैण्ड तथा ई-रिक्शा के रूट निर्धारण की समस्या के सम्बंध में अवगत कराया गया। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा ट्रैफिक पुलिस तथा नगर पालिका को समन्वय स्थापित करते हुये कार्य कराने तथा अगली बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिये गये। इस अवसर पर उपायुक्त उद्योग विभाग, जिला सूचना अधिकारी, अधिशाषी अभियंता विद्युत विभाग, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद, प्रमुख बैंकों के प्रबन्धक, जिले के प्रमुख व्यवसायी, उद्यमी व अन्य विभागों के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
*उत्तर प्रदेश यूथ एसोसिएशन–नारी शक्ति सम्मान समारोह 2025 अंतरराष्ट्रीय महिला अपराध उन्मूलन दिवस*
उत्तर प्रदेश यूथ एसोसिएशन – नारी शक्ति सम्मान समारोह 2025 अंतरराष्ट्रीय महिला अपराध उन्मूलन दिवस की पूर्व संध्या पर उत्तर प्रदेश यूथ एसोसिएशन द्वारा नारी शक्ति सम्मान समारोह – 2025 का भव्य आयोजन शाम सहकारिता भवन, हजरतगंज, लखनऊ में किया गया। जिसमें डॉ. पल्लवी तिवारी सहायक अध्यापक बेसिक शिक्षा परिषद को उनके ग्रामीण क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण, मासिक धर्म स्वच्छताऔर कैंसर जागरूकता के लिए उत्तर प्रदेश के 62 महिलाओं में चयन कर सम्मान दिया गया। इसमे 25 सरकारी संस्थानों की महिलाएं और बाकी सार्वजनिक क्षेत्र की महिलाएं शामिल की गई थीं ये सम्मान मुख्य अतिथि श्रीमती प्रतिभा शुक्ला आदरणीय महिला कल्याण मंत्री उ.प्र. और श्री अरुण सक्सेना पर्यावरण मंत्री द्वारा प्रदान किया गया l मा .विशेष न्यायाधीश श्रीमती वीना नारायण जी, मा अपर जिला जज श्री अजय श्रीवास्तव भैया जी, मा CJM अयोध्या श्री अनुज सिंहा भैया जी, आदरणीय डीजी सूर्य कुमार सर, श्री गौरव श्रीवास्तव IRS, SSP लोजिटिक्स श्री आलोक कुमार भैया तथा अन्य सम्मानित लोग अतिथि के रूप मे मौजूद थे। कार्यक्रम मे संयुक्त निदेशक डॉ प्रभा वर्मा जी, जिला कमांडेंट श्रीमती प्रीति शर्मा जी, प्रोफेसर RMLIMS डॉ शैल कुमारी जी, श्रीमती निमिषा सोनकर जी ( PRO - RMLIMS ) तथा अन्य सम्मानित नारी शक्ति जिन्होंने नारी सशक्तिकरण मे अपना विशेष योगदान दिया हैँ उनका सम्मान किया गया lकार्यकम का अयोजन शिवम् श्रीवास्तव एवं चारु सिंह जी द्वार संपादित किया गया l
*राणा प्रताप पीजी कालेज के चार विद्यार्थियों का अग्निवीर में चयन - एनसीसी ट्रेनिंग रही फायदेमंद*
सुलतानपुर,राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय के चार विद्यार्थियों का चयन अग्निवीर सामान्य ड्यूटी में हुआ है। यह जानकारी देते हुए एनसीसी समन्वयक डॉ आलोक कुमार ने बताया कि महाविद्यालय के एन सी कैडेट अजय पाल,अमित सरोज , अविनाश कुमार रजक और अखिल मौर्य का चयन अग्निवीर के आर्मी ड्यूटी में हुआ है। अजय,अमित और अविनाश बीए तृतीय सेमेस्टर के छात्र हैं तो अखिलेश मौर्य इसी वर्ष उत्तीर्ण हो चुके हैं। इनके चयन में एनसीसी ट्रेनिंग की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। अविनाश कुमार रजक प्रतापगढ़ जिले की पट्टी तहसील के बैजलपुर और अमित सरोज उसी तहसील के भीकमपुर गोकुला गांव निवासी हैं। दोनों ने एनसीसी ट्रेनिंग के लिए ही सुलतानपुर जनपद के राणा प्रताप पीजी कालेज में प्रवेश लिया था। अजय पाल धम्मौर के भाटी गांव निवासी हरीराम पाल के पुत्र और अखिल मौर्य दूबेपुर ब्लाक के रामपुर गांव निवासी राकेश कुमार मौर्य के पुत्र हैं। महाविद्यालय एनसीसी कैडेट्स के अग्निवीर में चयन पर क्षत्रिय शिक्षा समिति के अध्यक्ष एडवोकेट संजय सिंह,प्रबंधक एडवोकेट बालचंद्र सिंह,प्राचार्य प्रोफेसर दिनेश कुमार त्रिपाठी व असिस्टेंट प्रोफेसर ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि समेत महाविद्यालय परिवार ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
*परीक्षा में वर्णात्मक एवं विश्लेषणात्मक मूल्यांकन की संतुलित व्यवस्था भी आवश्यक है -डॉ शिल्पी सिंह*
शिक्षाशास्त्र विभाग में वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित।
सुलतानपुर,राणा प्रताप पी. जी. कॉलेज के शिक्षाशास्त्र विभाग द्वारा स्नातक सम सेमेस्टर परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न पद्धति की उपयोगिता एवं सीमाओं पर केंद्रित वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में आलोचनात्मक चिंतन, तार्किक प्रस्तुति तथा शैक्षिक मूल्यांकन के प्रति जागरूकता विकसित करना रहा। इस प्रतियोगिता में बी.ए. पंचम सेमेस्टर से सृष्टि सिंह, सुप्रिया भारती, शबनम बानो, अंतिम तथा देवेंद्र तिवारी, बी.ए. तृतीय सेमेस्टर से काजल यादव, सेजल शर्मा, एवं बी.ए. प्रथम सेमेस्टर से राज सिंह, माधुरी एवं साक्षी सिंह ने बहुविकल्पीय प्रश्न प्रणाली के पक्ष एवं विपक्ष में अपने विचार प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किए। पक्ष में प्रस्तुत मुख्य विचार में बहुविकल्पीय प्रश्नों से व्यापक पाठ्यक्रम का तीव्र एवं वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन संभव होता है,यह प्रणाली मूल्यांकन में पारदर्शिता और त्रुटिरहित परिणाम प्रदान करती है,प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी के लिए यह पद्धति विद्यार्थियों को अनुकूल वातावरण प्रदान करती है। विपक्ष में रखे गए प्रमुख तर्क बहुविकल्पीय प्रश्न विद्यार्थियों की रचनात्मकता,विश्लेषणात्मक सोच और अभिव्यक्ति कौशल को कमज़ोर कर देते हैं,अनुमान आधारित उत्तर देने की प्रवृत्ति वास्तविक ज्ञान का सही मूल्यांकन नहीं कर पाती,यह पद्धति विषय की गहराई में जाने की प्रेरणा को सीमित करती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ. शिल्पी सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्नातक स्तर पर बहुविकल्पीय प्रश्न प्रणाली तेजी से बदलते शैक्षिक परिदृश्य की मांग है, परंतु इसके साथ वर्णात्मक एवं विश्लेषणात्मक मूल्यांकन की संतुलित व्यवस्था भी आवश्यक है। शिक्षण की गुणवत्ता तभी बढ़ती है जब मूल्यांकन समग्रता लिए हो। उन्होंने विद्यार्थियों को ऐसे आयोजनों के माध्यम से अपनी विचार-शक्ति तथा तर्क क्षमता को विकसित करने हेतु प्रेरित किया।इस अवसर पर बी.ए. शिक्षाशास्त्र के विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सृष्टि सिंह ने किया।
*आज की युवा पीढ़ी का परीक्षा के प्रति दृष्टिकोण तेजी से बदल रहा है- डॉ अखिलेश सिंह*
युवा पीढ़ी में परीक्षा के प्रति बदलते दृष्टिकोण” विषय पर व्याख्यान आयोजित।
सुल्तानपुर,राणा प्रताप पी. जी. कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग द्वारा आज परास्नातक प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए “युवा पीढ़ी में परीक्षा के प्रति बदलते दृष्टिकोण” विषय पर एक विचारोत्तेजक व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता कॉलेज के ही समाजशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.अखिलेश सिंह रहे, जिन्होंने अपने रोचक, शोधपरक एवं समकालीन विश्लेषण से उपस्थित छात्र-छात्राओं को गहराई से अवगत कराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष श्री बृजेश कुमार सिंह ने की। संचालन डॉ. बृजेश सिंह द्वारा किया गया तथा अंत में श्री विरेन्द्र कुमार गुप्ता ने सभी अतिथियों तथा प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्य वक्ता डॉ. अखिलेश सिंह ने अपने विस्तृत व्याख्यान में कहा कि आज की युवा पीढ़ी का परीक्षा के प्रति दृष्टिकोण तेजी से बदल रहा है। डिजिटल माध्यमों, सोशल मीडिया, कोचिंग कल्चर और प्रतियोगी माहौल ने परीक्षाओं की प्रकृति तथा विद्यार्थियों के मनोवैिज्ञान दोनों को प्रभावित किया है। उन्होंने बताया कि पहले परीक्षा को ज्ञान का मूल्यांकन माना जाता था, जबकि आज यह अधिकतर कैरियर निर्माण, प्रतिस्पर्धा और सामाजिक प्रतिष्ठा से जुड़ गया है। इस कारण छात्रों में परीक्षा को लेकर तनाव, दबाव और अति-अपेक्षा बढ़ी है, जबकि दूसरी ओर कई छात्र परीक्षा को केवल एक औपचारिकता मानकर तैयारी में सतहीपन अपनाने लगे हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि परीक्षा को लेकर युवा पीढ़ी का बदलता दृष्टिकोण केवल चुनौती ही नहीं, बल्कि अवसर भी है। डिजिटल शिक्षण संसाधनों ने सीखने को अधिक सरल, सुलभ और रोचक बनाया है। आज का विद्यार्थी सूचना-समृद्ध है और स्वयं सीखने की क्षमता विकसित कर रहा है। उन्होंने इस परिवर्तन को सकारात्मक दिशा देने पर जोर देते हुए कहा कि परीक्षा का उद्देश्य केवल अंक प्राप्ति नहीं, बल्कि सोचने-समझने की क्षमता और विश्लेषणात्मक दृष्टि का विकास होना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि परीक्षा को भय या बोझ की तरह न लें। इसे आत्ममूल्यांकन और आत्म-विकास का मौका समझें। आत्मअनुशासन, समय-प्रबंधन, डिजिटल संसाधनों का संतुलित उपयोग और मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल—ये सभी तत्व एक संतुलित दृष्टिकोण विकसित करने के लिए आवश्यक हैं।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष बृजेश कुमार सिंह ने कहा कि समाजशास्त्रीय दृष्टि से परीक्षा केवल एक शैक्षणिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक सामाजिक संरचना है जो व्यक्ति के भविष्य को आकार देती है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने भीतर आत्मविश्वास विकसित करें और बदलती परिस्थितियों के अनुरूप अपने आप को ढालने की क्षमता बढ़ाएँ।संचालनकर्ता डॉ. बृजेश सिंह ने कहा कि इस प्रकार के शैक्षणिक कार्यक्रम विद्यार्थियों में सकारात्मक शैक्षिक संस्कृति को बढ़ावा देते हैं। अंत में आभार व्यक्त करते हुए श्री विरेन्द्र कुमार गुप्ता ने कहा कि समाजशास्त्र विभाग हमेशा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध रहा है और भविष्य में भी इस प्रकार के उपयोगी कार्यक्रम आयोजित होते रहेंगे।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। व्याख्यान के दौरान विद्यार्थियों ने विषय पर विभिन्न प्रश्न पूछे जिनका समाधान मुख्य वक्ता द्वारा सरल व सहज भाषा में किया गया।
*राणा प्रताप पीजी कॉलेज में हुआ द वॉयस ऑफ़ अवध प्रतियोगिता का आयोजन - सत्यधाम आश्रम द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में गायक नंदन चंदन थे निर्णायक*
सुलतानपुर,द वॉयस ऑफ अवध इस क्षेत्र में लोक गायन की छिपी प्रतिभाओं को पहचानने का महत्वपूर्ण अवसर है। अवधी और भोजपुरी गीतों पर केंद्रित इस आयोजन में हम गांव की मिट्टी की महक महसूस कर सकते हैं। यह बातें राणा प्रताप पीजी कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर दिनेश कुमार त्रिपाठी ने कहीं। वह सत्यधाम आश्रम और राणा प्रताप पीजी कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अवधी और भोजपुरी लोकगीतों की प्रतियोगिता द वायस आफ अवध को बतौर विशिष्ट अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। मुख्य अतिथि महाविद्यालय प्रबंधक एडवोकेट बालचंद सिंह ने पुस्तकालय कक्ष में दीप प्रज्ज्वलित कर प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। संयोजक देवेंद्र कविराज देव ने बताया कि प्रतियोगिता में अवध क्षेत्र के बीस जनपदों के कुल निन्यानबे बच्चों ने भाग लिया जिसमें तीस प्रतिभागी सेमीफाइनल के लिए चयनित हुए। अगला ऑडिशन जल्द ही होगा। सेमीफाइनल के लिए कुल साठ लोगों का चयन करना है।अंतिम रूप से चयनित तीन प्रतिभागियों को आकर्षक पुरस्कार देकर द वायस आफ अवध के खिताब से नवाजा जाएगा। महाविद्यालय आई क्यू ए सी निदेशक प्रोफेसर इन्द्रमणि कुमार ने कहा कि अच्छी गायकी के लिए अच्छा स्वर, सधा सुर , संगीत की समझ, सातत्य, समर्पण, साधना और संवेदनशीलता का सामंजस्य जरूरी है। प्रतियोगिता के निर्णायक भोजपुरी के चर्चित गायक नंदन और चंदन ने अपने गीतों से प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम के अंत में जादूगर संजय घायल ने अपना जादू प्रस्तुत किया। इस अवसर पर संगीत निर्देशक विनय पांडेय , कवि लोकेश श्रीवास्तव, संघ के जिला प्रचारक आशीष , डॉ अखिलेश सिंह, डॉ संतोष सिंह अंश, विनय कुमार सिंह, दिलीप कुमार सिंह, पंकज चौरसिया, अन्नू यादव, चंद्रमणि मौर्य, विपिन कुमार, देव राजन, शुभम ,धर्मराज, राजीव मौर्या,अंतिमा तिवारी,आदर्श पांडे, अर्पित सिंह, अशोक आदि उपस्थित रहे।