अधिक रजिस्ट्रियों वाले स्थानों पर अब बढ़ेगी औचक निरीक्षणों की संख्या

* मंत्री रवींद्र जायसवाल ने दिए निर्देश, त्रुटि रहित निगरानी पर विशेष जोर लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने संपत्ति रजिस्ट्री प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता और त्रुटि रहित निगरानी सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। प्रदेश के स्टांप तथा पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल ने आज यह जानकारी दी कि प्रदेश भर में उन सभी स्थानों पर, जहां संपत्ति रजिस्ट्रियों की संख्या अधिक दर्ज की जा रही है, वहां सरकार द्वारा किए जाने वाले औचक स्थलीय निरीक्षणों की संख्या में वृद्धि की जाएगी। यह निर्णय हाल ही में धार्मिक और पर्यटन महत्व वाले क्षेत्रों में हुए भूमि सौदों की जांच के संदर्भ में व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के लिए लिया गया है। मंत्री ने कहा है कि सरकार हर स्तर पर एक पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसी उद्देश्य से विभाग यह प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि पहले सभी जिलों में उप-निबंधक द्वारा 50, एडीएम द्वारा 25 तथा जिलाधिकारी द्वारा 5 औचक स्थलीय निरीक्षण किए जाने का प्रावधान था। नई व्यवस्था के तहत, उन स्थानों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जहां रजिस्ट्री की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है, ताकि विभागीय कार्यों की त्रुटि रहित निगरानी की जा सके और किसी भी अनियमितता को शुरुआती चरण में ही रोका जा सके। श्री जायसवाल ने स्पष्ट किया कि निरीक्षण की संख्या बढ़ाने का मुख्य उद्देश्य उन सभी स्थानों पर विभागीय कार्यों की त्रुटि रहित निगरानी सुनिश्चित करना है जहां रजिस्ट्री का काम अधिक है। यह कदम संपत्ति के क्रय-विक्रय में होने वाली संभावित धोखाधड़ी और राजस्व चोरी को रोकने के लिए उठाया गया है, जिससे आम जनता के हितों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।
दिव्यांगजन स्वास्थ्य देख-रेख पर संवेदीकरण कार्यक्रम सम्पन्न, तकनीक आधारित सेवाओं पर दिया बल
लखनऊ। राज्य आयुक्त, दिव्यांगजन कार्यालय के सभागार में दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016 की धारा-25 के अंतर्गत स्वास्थ्य देख-रेख/सर्टिफिकेशन विषयक संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भूतपूर्व आई.ए.एस. एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने दिव्यांगजनों की स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुदृढ़, तकनीक-आधारित एवं सुलभ बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह अधिनियम समाज में अधिकार-आधारित न्याय सुनिश्चित करने का महत्वपूर्ण माध्यम है, जिसे पारदर्शी एवं नागरिक-अनुकूल बनाया जाना आवश्यक है। विषय-विशेषज्ञ राहुल बजाज (अधिवक्ता, सर्वोच्च न्यायालय), आयुष्मिता सामल, प्रवीण प्रकाश अम्बष्ठ (उप मुख्य आयुक्त, दिव्यांगजन, भारत सरकार) एवं डॉ. पी.के. श्रीवास्तव (बलरामपुर अस्पताल) द्वारा दिव्यांगता मूल्यांकन के अद्यतन मानक, स्वास्थ्य संबंधी प्रावधान, मानसिक विकास पहलू एवं आवश्यक संवेदनशीलता पर विस्तृत व्याख्यान दिए गए, जिससे प्रतिभागी अधिकारियों को महत्वपूर्ण तकनीकी ज्ञान प्राप्त हुआ। अंतिम सत्र में राज्य आयुक्त प्रो. हिमांशु शेखर झा ने दिव्यांगता प्रमाण-पत्र एवं यू.डी.आई.डी. कार्ड निर्गमन प्रक्रियाओं को सरल, समयबद्ध एवं ई-गवर्नेन्स आधारित बनाने हेतु आवश्यक निर्देश दिए। कार्यक्रम में एस. गोविन्दराज (आयुक्त, दिव्यांगजन, भारत सरकार), डॉ. संदीपा श्रीवास्तव (निदेशक, चिकित्सा उपचार), डॉ. अमित कुमार राय (उपायुक्त दिव्यांगजन, उप्र), शशांक सिंह (सहायक आयुक्त/जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, लखनऊ) सहित बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित रहे। प्रदेशभर के अपर निदेशक (चिकित्सा) एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने भी उत्साहपूर्वक सहभागिता की।
हॉस्टल में फंदे से लटका मिला छात्र का शव, मचा हड़कंप

लखनऊ । मोहान रोड स्थित स्पर्श राजकीय दृष्टि बाधित इंटर कॉलेज के छात्रावास में शुक्रवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब कक्षा 10 में पढ़ने वाला एक छात्र कमरे के अंदर फंदे पर लटका पाया गया। छात्र को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना ने संस्थान में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्र सीतापुर जनपद का रहने वाला सूत्रों के अनुसार मृत छात्र की पहचान नितेश कुमार (19 वर्ष), निवासी सीतापुर के रूप में हुई है। नितेश वर्ष 2020–21 से दिव्यांग कल्याण एवं सशक्तिकरण विभाग द्वारा संचालित इस विद्यालय में पढ़ाई कर रहा था और हॉस्टल के कमरा नंबर 2 में रहता था। जानकारी के अनुसार सुबह कर्मचारियों ने कमरे में प्रवेश किया तो नितेश को पंखे से दुपट्टे के सहारे लटका देखा। छात्र के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई स्थिति को देखते हुए उसे उतारकर तुरंत रानी लक्ष्मीबाई राजकीय संयुक्त अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत की पुष्टि हुई।अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पारा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि छात्र के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। अचानक हुई इस घटना से छात्र समेत कर्मचारी भी सदमे में अभी तक परिवार की ओर से कोई शिकायत नहीं की गई है और न ही नितेश की मौत के कारण स्पष्ट हो सके हैं।नितेश अपने साथी शुभम के साथ हॉस्टल में रहता था। सहपाठियों ने उसे शांत स्वभाव का और पढ़ाई में अच्छा बताया। अचानक हुई इस घटना से छात्र समेत कर्मचारी भी सदमे में हैं। घटना ने हॉस्टल प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए दूसरी ओर, नितेश के माता-पिता ओमप्रकाश और गुड्डी बेटे की मौत की खबर सुनकर बदहवास हो गए।घटना ने हॉस्टल प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दृष्टिबाधित छात्र ने फंदा कैसे बनाया, उसे किसने नहीं देखा और यह सब कब हुआ इन सभी सवालों के जवाब पुलिस भी खोजने में जुटी है। शुरुआती जांच जारी है और पुलिस हर बिंदु पर गंभीरता से पड़ताल कर रही है।
हनी सिंह कंसर्ट के लिए लखनऊ में बड़ा ट्रैफिक डायवर्जन, कई मुख्य मार्ग आज रहेंगे बंद

लखनऊ । राजधानी के थाना आशियाना क्षेत्र में स्थित श्री काशीराम सांस्कृतिक स्थल (स्मृति उपवन) में चल रहे हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव के तहत 22 नवंबर 2025 को दोपहर 2 बजे हनी सिंह कंसर्ट का आयोजन प्रस्तावित है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दर्शकों के पहुँचने की संभावना को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने क्षेत्र में व्यापक ट्रैफिक डायवर्जन लागू करने की घोषणा की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बंगलाबाज़ार चौराहा (रामकथा पार्क मोड़) से बंगलाबाज़ार पुलिस चौकी तिराहा और आगे बिजली पासी किला की ओर जाने वाले सभी वाहन अब सामान्य रूप से नहीं जा सकेंगे। इन्हें रामकथा पार्क, आशियाना चौराहा और पावर हाउस चौराहा से होकर भेजा जाएगा। बंगलाबाज़ार पुलिस चौकी तिराहा की ओर से भी बिजली पासी किला मार्ग पर प्रतिबंध रहेगा, जिसके स्थान पर वाहनों को खजाना मार्केट और स्मृति उपवन चौराहा होते हुए भेजा जाएगा। इसी प्रकार पिकेडली होटल तिराहा से पावर हाउस, स्मृति उपवन और बिजली पासी किला की दिशा में यातायात बंद रहेगा। वाहनों को बाराबिरवा चौराहा तथा शहीद पथ मोड़ कानपुर रोड तिराहा की ओर डायवर्ट किया जाएगा। वहीं बिजनौर अंडरपास चौराहा और प्रियम प्लाज़ा चौराहा से बिजली पासी किला की दिशा में जाने वाले वाहन भी वैकल्पिक मार्गों से भेजे जाएंगे। कार्यक्रम के दौरान स्मृति उपवन तिराहा से चांसलर क्लब तिराहा, स्मृति उपवन तिराहा से बिजली पासी किला, तथा बिजली पासी किला से स्मृति उपवन चौराहा तक सभी प्रकार का यातायात पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर किसी भी चिकित्सकीय आपात स्थिति में एम्बुलेंस आदि को प्रतिबंधित मार्ग से भी गुजरने की अनुमति दी जाएगी। सहायता के लिए ट्रैफिक कंट्रोल नंबर 9454405155 जारी किया गया है।
दिल्ली धमाका केस: एनआईए की कार्रवाई तेज, डॉ. शाहीन समेत चार आरोपी कस्टडी में

लखनऊ । देश की राजधानी दिल्ली में हुए भयानक बम धमाके के मामले ने अब उत्तर प्रदेश को भी सेंसरशिप के केंद्र में ला दिया है। एनआईए ने राजधानी निवासी डॉ. शाहीन सईद समेत चार आरोपियों को कस्टडी में लेकर जांच की रफ्तार को बढ़ा दिया है। सूत्रों के अनुसार, डॉ. शाहीन को लखनऊ और कानपुर, जबकि डॉ. आदिल को सहारनपुर लाया जा सकता है। दोनों से उनके संपर्क, करीबी सहयोगियों और संभावित नेटवर्क के बारे में पूछताछ की जाएगी। कानपुर क्यों गई थी शाहीन पता लगाने में जुटी एजेंसियां दो माह पहले डॉ. शाहीन की कानपुर और लखनऊ यात्रा पर एजेंसियां विशेष ध्यान दे रही हैं। उनका मकसद सिर्फ यह पता करना नहीं कि शाहीन वहां क्यों गई थी, बल्कि यह भी कि उसने किन लोगों से मुलाकात की और किन नेटवर्क के संपर्क में रही। यूपी एटीएस और एनआईए की टीम ने कई डॉक्टरों और संदिग्धों से पूछताछ तेज कर दी है।जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि धमाके से जुड़े सात मोबाइल नंबर फरीदाबाद और दिल्ली के लाल किले के आसपास धमाके से पहले सक्रिय थे। धमाके से 25 दिन पहले शाहीन कानपुर में मौजूद थी इन नंबरों से राजधानी और आसपास के 22 संवेदनशील नंबरों के साथ बातचीत और व्हाट्सएप मैसेज भी किए गए। सुरक्षा एजेंसियां इन सभी कड़ियों को जोड़कर पूरे नेटवर्क को ट्रेस कर रही हैं।डॉ. शाहीन और उसके भाई डॉ. परवेज अंसारी का नाम सामने आने के बाद कानपुर और लखनऊ की सुरक्षा एजेंसियों की निगाहें भी शहर पर टिक गई हैं। जांच में यह भी पता चला कि धमाके से 25 दिन पहले शाहीन कानपुर में मौजूद थी। शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, जिसमें से एक फुटेज में काले रंग की एसयूवी कार में महिला को देखा गया, लेकिन नकाब पहनने के कारण उसकी पहचान नहीं हो सकी। चारों आरोपियों को जल्द लिया जाएगा रिमांड पर जांच अधिकारी पुरानी एसयूवी कारों और अन्य संदिग्ध वाहनों की भी पड़ताल कर रहे हैं। इसके अलावा पुलिस ने कश्मीरी मूल के छात्रों और शोधार्थियों का सत्यापन शुरू किया है। लगभग 150 छात्रों की जानकारी जुटाई जा रही है, लेकिन दो छात्र लापता हैं और संस्थान प्रशासन इस संबंध में सहयोग नहीं कर रहा।सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि दिल्ली धमाके के तार अब यूपी और पड़ोसी राज्यों तक जुड़े हुए हैं। एनआईए, आईबी, यूपी एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस मिलकर आरोपियों और उनके सहयोगियों के नेटवर्क को तोड़ने की कवायद में जुटी हैं। जांच अधिकारी कह रहे हैं कि चारों आरोपियों को जल्द ही रिमांड पर लेकर अलग-अलग जगहों पर पूछताछ की जाएगी।शहर में हड़कंप मचा हुआ है है। राजधानी धमाके के पीछे का नेटवर्क सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं सूत्रों के अनुसार, एनआईए और यूपी एटीएस की कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि राजधानी धमाके के पीछे का नेटवर्क सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं है। अब पूरा उत्तर प्रदेश सतर्क है और जांच का दायरा और गहरा गया है।इस सनसनीखेज मामले में एजेंसियों की तेज कार्रवाई और जांच की हर नई जानकारी लोगों की सांसें रोक रही है। राजधानी धमाके की साजिश में शामिल यह नेटवर्क अब यूपी में सक्रिय हो गया है, और सुरक्षा एजेंसियां इसे जड़ से उखाड़ने के लिए हर संभव कदम उठा रही हैं। सहारनपुर: जैश-ए-मोहम्मद की गतिविधियों पर जांच का नया केंद्र दिल्ली में हाल ही में हुई आतंकवादी घटना के बाद जांच का फोकस अब सहारनपुर की ओर बढ़ गया है। विशेषकर देवबंद क्षेत्र को खुफिया एजेंसियां लगातार मॉनिटर कर रही हैं, क्योंकि यह लंबे समय से कई आतंकी संगठनों के स्लीपिंग माड्यूल्स का गढ़ रहा है। इनमें मसूद अजहर का संगठन, जैश-ए-मोहम्मद, भी शामिल है।मसूद अजहर वर्ष 1994 में देवबंद आया था, और उसके बाद से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जैश की गतिविधियों में लगातार बढ़ोतरी देखी गई। उस समय से लेकर अब तक कई प्रमुख घटनाओं में देवबंद और सहारनपुर का नाम सामने आया है।
कहां से कहां पहुंचने के चक्कर में भारतीय नारियां कहां से कहां पहुंच रही हैं : कविता तिवारी

लखनऊ । भारतीय समाज को पुरुष प्रधान समाज कहा जाता था किंतु समाज को संवारने का कार्य महिलाओं ने भी कुशलता पूर्वक किया है । विश्व पटल पर भारतीय नारियों ने अपनी छवि आज चमकाई है चाहे वह खेल जगत हो उद्योग जगत शिक्षा हो या अन्य क्षेत्र में। आज भारतीय नारियां हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं यह हमारे लिए गर्व की बात है आज से ही नहीं भारत में स्त्रियां प्राचीन काल से ही आगे रही हैं गार्गी मैत्रेई अपला जैसी विदुषी, महारानी लक्ष्मीबाई जैसी साहसी और सीता सती पार्वती जैसी पवित्रता की प्रतीक हुई है कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स जैसी महिलाओं के साहस एवं योग्यता को सारा विश्व देख चुका है सोफिया एवं व्योमिका सिंह जैसी साहसी महिलाओं के पराक्रम से तो दुश्मन भी हैरान हो चुका है किंतु भारतीय नारियों के लिए कुछ चिंता चिंता का विषय भी है जैसी सामाजिक असुरक्षा जिस पर देश में लगातार प्रयास हो रहे हैं किंतु एक ऐसा विषय है जिस के लिए महिला समाज स्वयं जिम्मेदार है जैसे घर गृहस्थी के निर्वहन में असर्मथता आजकल महिलाएं जितना ज्यादा शिक्षित होती जा रही है उतना ही गृहस्थ जीवन में रहना नहीं पसंद कर रही हैं कभी तलाक कभी कभी घर छोड़ कभी जीवन साथी को ही मार देना जैसी स्थिति उत्पन्न कर रही हैं मै यह नहीं कह रही हूं कि सारी गलतियां महिलाओं की ही है मगर कहीं न कहीं महिलाएं अपनी सहनशीलता को खो रही हैं अपनी पुरानी पीढ़ी की महिलाओं से नहीं सीखने की कोशिश कर रही हैं पुरानी पीढ़ी की महिलाएं अशिक्षित बेशक थी मगर परिवार को चलाना बखूबी जानती थी उसके लिए चाहे उनको कितना भी कुछ सहन करना पड़ता था मगर परिवार को लेकर चलती थी आधुनिक भारतीय नारियां अपनी प्राचीन भारतीय नारियों को अपना आदर्श न मानकर अपितु पश्चिमी सभ्यता को अपनाती जा रही हैं परिणास्वरुप आज कल कहीं नीले ड्रम की घटना तो कहीं कुछ घटित हो रहा है जिससे भारतीय नारियों की छवि धूमिल हो रही है।उक्त विचार राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत के राष्ट्रीय प्रचारक कविता तिवारी ने कही।
पति और दोस्तों ने मिलकर किया महिला के साथ अनैतिक कृत्य, FIR दर्ज

लखनऊ । यूपी की राजधानी में एक महिला के साथ रोंगटे खड़े कर देने वाली दरिंदगी का मामला सामने आया है। वजीरगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली पीड़िता ने अपने ही पति पर ऐसा आरोप लगाया है, जिसने स्थानीय पुलिस से लेकर इलाके के लोगों तक को हिलाकर रख दिया है। महिला का कहना है कि उसका पति न केवल दहेज के लिए उसे प्रताड़ित करता था, बल्कि उसे नशीला पदार्थ पिलाकर अपने दोस्तों के साथ अनैतिक कार्य करवाने तक पहुंच गया। शादी के चंद दिनों पर पति का असली चेहरा आ गया सामने पीड़िता के अनुसार, 14 अक्तूबर 2022 को उसका निकाह हरदोई रोड स्थित अंधे की चौकी के पास रहने वाले एक व्यापारी से हुआ था। शादी के चंद दिनों बाद ही पति का असली चेहरा सामने आने लगा। आरोप है कि पति ने अतिरिक्त दहेज की मांग शुरू कर दी। विरोध करने पर कभी शराब के नशे में बुरी तरह पिटाई, तो कभी घंटों भूखा रखने जैसे अमानवीय अत्याचार किए जाने लगे। दोस्तों से कराया दरिंदगी फिर बनाई वीडियो महिला ने बताया कि एक दिन पति घर आया और कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिला दिया। कुछ ही देर में वह बेहोश हो गई। इसी दौरान पति ने अपने दो दोस्तों को घर बुलाया और बेहोशी की हालत में उनके साथ अनैतिक कार्य करवाया। आरोप है कि इस दरिंदगी की वीडियो और फोटो भी बनाई गईं। विरोध करने पर पीटा, प्रताड़ना से परेशान होकर चली गई मायके होश में आने पर जब पीड़िता ने विरोध किया, तो पति और भी ज्यादा बेरहम हो गया। कथित तौर पर उसने न केवल उसे पीटा, बल्कि धमकी दी कि यदि उसने किसी को कुछ बताया तो बनाई गई अश्लील वीडियो वायरल कर देगा। पीड़िता के मुताबिक, बढ़ती प्रताड़ना से तंग आकर वह मायके चली गई। इसी बीच उसे पता चला कि आरोपी पति ने उनका मकान भी बेच दिया। जब उसने विरोध किया, तो पति ने धमकी को अंजाम देते हुए उसकी निजी फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दीं, जिससे पीड़िता मानसिक रूप से टूट गई। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शुरू की जांच मामले की जानकारी पुलिस तक पहुंची तो वजीरगंज थाने में पति सहित उसके दोस्तों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर राजेश त्रिपाठी ने बताया कि पूरे मामले की तफ्तीश जारी है। तकनीकी साक्ष्य व अन्य प्रमाण जुटाए जा रहे हैं। साक्ष्य मिलने पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
19th जंबूरी में हाई-टेक सुरक्षा घेरा, लखनऊ पुलिस पूरी तरह अलर्ट

लखनऊ। राजधानी में आयोजित होने वाले 19th नेशनल जंबूरी के लिए पुलिस ने व्यापक सुरक्षा और व्यवस्थागत तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। पुलिस आयुक्त अमरेन्द्र कुमार सेंगर के निर्देशन में तथा संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था बबलू कुमार के मार्गदर्शन में दक्षिणी जोन व यूपी-112 की संयुक्त टीमें पूरे कार्यक्रम की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन में जुटी हैं। अधिकारियों ने बताया कि जंबूरी में आने वाले बच्चों, स्काउट्स, प्रतिभागियों और आगंतुकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। 23 से 29 नंवबर तक थाना पीजीआई क्षेत्रांतर्गत स्थित डिफेन्स एक्सपो ग्राउण्ड, वृंदावन योजना सेक्टर-15 में भारत स्काउट एवं गाइड के डायमंड जुबली जम्बूरी की 19वीं राष्ट्रीय जम्बोरी का भव्य कार्यक्रम प्रस्तावित है। दो विशेष चौकियां महिला सुरक्षा के लिए बनाई गई आयोजन स्थल डिफेंस पर 01 अस्थायी पुलिस थाना और 08 पुलिस चौकियाँ स्थापित की गई हैं, जिनमें दो विशेष चौकियाँ महिला सुरक्षा के लिए बनाई गई हैं। पूरे परिसर में 300 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। 400 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से लैस एक आधुनिक कंट्रोल रूम 24 घंटे गतिविधियों की निगरानी करेगा। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 4 फायर स्टेशन और 2 डेडीकेटेड PRV वाहन गश्त पर रहेंगे। ट्रैफिक प्रबंधन के लिए भी 200 से अधिक ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को लगाया गया है, जबकि सुरक्षा जांच के लिए 90 LIU कर्मी भी सक्रिय रहेंगे। जंबूरी के सभी प्रतिभागियों और आगंतुकों की सुरक्षा की तैयारी पूरी जंबूरी में बच्चों और युवाओं से पुलिस का सकारात्मक और संवेदनशील संवाद सुनिश्चित करने के लिए सभी तैनात पुलिसकर्मियों को विशेष ट्रेनिंग भी दी गई। यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित इस कार्यशाला में ग्रूमिंग, बॉडी लैंग्वेज, कम्युनिकेशन स्किल और व्यवहारिक संवेदनशीलता पर प्रशिक्षण दिया गया।लखनऊ पुलिस ने बताया कि आगामी दिनों में भी इसी प्रकार की ट्रेनिंग और तकनीकी कार्यशालाएँ आयोजित की जाती रहेंगी, ताकि पुलिस की छवि अधिक संवेदनशील और प्रोफेशनल बन सके। पुलिस ने आश्वासन दिया कि जंबूरी के सभी प्रतिभागियों और आगंतुकों की सुरक्षा के लिए पूरी तैयारी की गई है।
यातायात नियम तोड़ने पर लगातार कार्रवाई, 2435 ई-चालान
लखनऊ। राजधानी में यातायात माह 2025 के दौरान नियम तोड़ने वालों पर पुलिस की सख्ती लगातार जारी है। शहर में तैनात यातायात निरीक्षक और उप निरीक्षक प्रतिदिन लोगों को जागरूक कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद कई वाहन चालक नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। गुरुवार को यातायात पुलिस ने अलग-अलग चौराहों और तिराहों पर चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें कुल 2435 ई-चालान किए गए। 235 को नो-पार्किंग नियम तोड़ने पर चालान कार्रवाई के दौरान 1278 लोगों को बिना हेल्मेट, 235 को नो-पार्किंग नियम तोड़ने, 79 को दोषपूर्ण नंबर प्लेट, 29 को बिना बीमा, 56 को रॉन्ग साइड चलने और 197 दोपहिया चालकों को तीन सवारी बैठाने पर चालान किया गया।पुलिस ने बताया कि अभियान का उद्देश्य लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। साथ ही अपील की कि सभी वाहन चालक यातायात नियमों का पालन करें और सुरक्षित यात्रा के लिए पुलिस का सहयोग करें।
नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ने वाराणसी में अधिकारियों संग की समीक्षा बैठक

—शहरी सेवाओं में सुधार पर जोर *सफाई व्यवस्था को स्मार्ट सिटी मानकों के अनुरूप बनाने का निर्देश* *पेयजल और जलनिकासी व्यवस्था में तेजी लाने के कड़े निर्देश* *जनहित के कार्यों में लापरवाही क्षम्य नहीं : एके शर्मा* लखनऊ । नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए. के. शर्मा ने सर्किट हाउस, वाराणसी में नगर विकास विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में शहर में चल रहे सफाई कार्यों, पेयजल आपूर्ति, जलनिकासी व्यवस्था तथा नगर निगम की विभिन्न शहरी परियोजनाओं की प्रगति पर गहन चर्चा की गई। मंत्री श्री शर्मा ने स्पष्ट कहा कि वाराणसी एक वैश्विक धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी है, इसलिए यहां की व्यवस्था आदर्श और अनुकरणीय होनी चाहिए। बैठक में सफाई व्यवस्था पर जोर देते हुए नगर विकास मंत्री ने निर्देश दिए कि प्रत्येक वार्ड में स्वच्छता का स्तर उच्चतम मानकों के अनुसार सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़क किनारे कचरा संग्रहण, डोर-टू-डोर कलेक्शन, नालियों की नियमित सफाई, कचरा निस्तारण एवं कूड़ाघरों की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाए। नागरिकों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाने पर भी बल दिया गया। पेयजल आपूर्ति की समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि लीकेज सुधार, पाइपलाइन मरम्मत, ओवरहेड टैंकों की सफाई और ट्यूबवेलों की कार्यशीलता की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि पेयजल आपूर्ति में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिए।जलनिकासी व्यवस्था पर मंत्री ने कहा कि सभी नालों की पूरी सफाई, पंपिंग स्टेशनों की मरम्मत, जाम लाइनों की पहचान और जलभराव वाले इलाकों में स्थायी समाधान की दिशा में कार्य तेजी से किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जलभराव की समस्या किसी भी स्थिति में न उत्पन्न हो और यदि कहीं शिकायत आए तो तुरंत मौके पर पहुंचकर उसका समाधान कराया जाए। जनहित से जुड़े कार्यों पर बोलते हुए एके शर्मा ने अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी कि जनता की समस्याओं के निस्तारण में किसी भी स्तर की लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि विभागीय कार्यों में पारदर्शिता, जवाबदेही और समयबद्धता अत्यंत आवश्यक है। सभी अधिकारी फील्ड में सक्रिय रहकर शहरी सेवाओं में सुधार सुनिश्चित करें। इस अवसर पर अपर नगर आयुक्त,सहायक नगर आयुक्त एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।