दो दशक पुराने मामले में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष भगोड़ा घोषित

पुलिस अधीक्षक को स्वयं कुर्की व गैर जमानती वारंट का पालन कराने का आदेश

गोंडा।नगर पालिका परिषद गोंडा के पूर्व अध्यक्ष को 21 वर्ष पुराने बलबा,आगजनी व उपद्रव के एक मामले में न्यायालय ने भगोड़ा घोषित किया है।बताते चलें कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अमित सिंह की अदालत ने शुक्रवार को यह आदेश जारी किया।मुकदमे की सुनवाई के दौरान निर्मल श्रीवास्तव को कई बार तलब किये जाने के बावजूद अदालत में उपस्थित न होने पर पहले गैरजमानती वारंट जारी किया गया था।पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने में विफल रहने के बाद न्यायालय द्वारा यह आदेश दिया गया है।अदालत द्वारा पूर्व अध्यक्ष की चल एवं अचल सम्पति को कुर्क करने का भी आदेश दिया गया है तथा साथ ही पुलिस की निष्क्रियता को गंभीर लापरवाही मानते हुये अदालत ने पुलिस अधीक्षक को स्वयं गैरजमानती वारंट और कुर्की आदेश का तामीला सुनिश्चित कराने का सख्त निर्देश दिया।उक्त आदेश की एक प्रति पुलिस अधीक्षक को भेजा गया है ताकि न्यायालय द्वारा भगोड़ा घोषित रूपेश कुमार श्रीवास्तव उर्फ निर्मल श्रीवास्तव पर आवश्यक कार्रवाई की जा सके।ज्ञातव्य हो कि उक्त मामला 7 सितम्बर 2004 का है जब बिजली आपूर्ति अव्यवस्था को लेकर बड़ी संख्या में लोग इन्कैन चौराहे पर एकत्र हुए थे। आरोप है कि उग्र भीड़ ने समाजवादी पार्टी कार्यालय व एक शोरूम में तोड़फोड़ करने के साथ ही परिवहन निगम की एक बस में आग लगाने के बाद पुलिस पर पथराव किया।इस संबंध में कोतवाली में तैनात तत्कालीन वरिष्ठ उपनिरीक्षक वीरेन्द्र सिंह ने नगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराया था।पुलिस ने घटना की जांच के बाद निर्मल श्रीवास्तव, अनूप श्रीवास्तव,चुन्नू उर्फ सूरज,भोला सोनी,अविनाश श्रीवास्तव, राधेश्याम, कौशल,कैलाश श्रीवास्तव, साबिर बोरिंग वाले सहित कुल 17 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया था।जिसको लेकर न्यायालय में मामले की सुनवाई चल रही है।कई बार न्यायालय द्वारा निर्मल श्रीवास्तव को तलब किया गया परन्तु यह न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुये न्यायालय में पेश नहीं हो रहे थे।इस मामले में नगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विवेक त्रिवेदी ने बताया कि उन्हें अभी तक न्यायालय का कोई पत्र नहीं मिला है साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि न्यायालय के आदेश का पूरा पालन किया जाएगा और पुलिस द्वारा किसी भी आदेश का उल्लंघन नहीं किया जाता है।पत्र मिलने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई के संबंध में कुछ बता पाएंगे।

2029 तक लड़ूंगा चुनाव, कोई ताकत नहीं रोक सकती-बृजभूषण शरण सिंह

*2027 विधानसभा चुनाव लड़ने का इरादा नहीं,आत्मा अभी भी भाजपा में

गोंडा।पूर्व भाजपा सांसद व भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने 2029 में चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए कहा है कि 2027 में विधानसभा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है,लेकिन 2029 में वह निश्चित रूप से चुनाव लड़ेंगे।यह बयान उन्होंने गत दिवस एक निजी चैनल से बात करते हुए दिया था जो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है।ज्ञात हो कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कैसरगंज लोकसभा सीट से बृजभूषण शरण सिंह को टिकट नहीं दिया था बल्कि उनके स्थान पर उनके छोटे पुत्र करन भूषण सिंह को उम्मीदवार बनाया था जो वर्तमान में कैसरगंज से भाजपा सांसद हैं।बातचीत के दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने स्पष्ट किया कि 2027 में वह किसी भी जगह से कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे और न ही उन्होंने इसकी कोई तैयारी की है।हालांकि, उन्होंने जोर देते हुए कहा कि 2029 में उन्हें चुनाव लड़ने से कोई ताकत नहीं रोक सकती।जब उनसे यह पूछा गया कि वह 2029 में भाजपा से चुनाव लड़ेंगे अथवा किसी अन्य राजनीतिक पार्टी से तो उन्होंने कोई सीधा जवाब न देते हुए सिर्फ इतना कहा कि वह 2029 का चुनाव अवश्य लड़ेंगे।समाजवादी पार्टी में उनके शामिल होने के अटकलों पर बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि उनका एक बेटा भाजपा से विधायक है,दूसरा बेटा सांसद है, भतीजा ब्लॉक प्रमुख है और पत्नी भाजपा से जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी है।उन्होंने कहा कि उनकी पूरी टीम और विचारधारा भारतीय जनता पार्टी की है तथा उनके सहयोगी भी भाजपा से जुड़े हैं।पूर्व सांसद ने अटकलों को यह कहते हुए खारिज किया कि कभी कभी सच बोलने पर लोगों को लगता है कि वह समाजवादी पार्टी के समर्थक हो गये हैं।उन्होंने कहा कि सच बोलना कोई अपराध नहीं है और वह अभी भारतीय जनता पार्टी में हैं,किसी अन्य पार्टी में जाने की कोई योजना नहीं है।

जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से जिला कारागार का किया निरीक्षण

गोण्डा। 21 नवम्बर, 2025 जिलाधिकारी गोण्डा प्रियंका निरंजन एवं पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने जिला कारागार का संयुक्त निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने वहां पर कैदियों से वार्ता की तथा उन्हें जेल में दी जा रही सुविधाओं एवं उनकी समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान कारागार अस्पताल में जाकर वहां पर भर्ती कैदियों से मुलाकात किया, साथ ही सभी भर्ती कैदियों से वार्ता कर उनकी समस्याओं के संबंध में जानकारी ली।

 जिलाधिकारी तथा एसपी ने स्वयं विभिन्न बैरकों, अस्पताल, भोजनालय, भंडार कक्ष, पुस्तकालय आदि का निरीक्षण किया तथा संबंधित को निर्देश दिए कि जेल में जेल मैनुअल के अनुसार कैदियों को सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। इसके साथ ही ऐसे कैदी जिनके पास वकील नहीं है उनके लिए सरकारी वकील का भी प्रबंध कराया जाय। जेल में निरुद्ध कैदियों का बराबर मेडिकल चेकअप कराने के भी निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक, डिप्टी जेलर, कारागार डॉक्टर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

प्रशासन का उद्देश्य पारदर्शीए विश्वसनीय एवं सुव्यवस्थित निर्वाचन प्रक्रिया सुनिश्चित करना-जिला निर्वाचन अधिकारी

गोण्डा। 21 नवम्बर,2025 जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी गोण्डा प्रियंका निरंजन ने विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के कार्यों को पूर्णतः पारदर्शी एवं समयबद्ध रूप से संपन्न कराने हेतु कड़े निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि एसआईआर (SIR) फॉर्म के वितरण एवं उसके शतप्रतिशत डिजिटाइजेशन में लापरवाही किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होगी।

जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान पाया कि कुछ तहसीलों एवं संबंधित इकाइयों में एसआईआर फॉर्म का वितरण और डिजिटाइजेशन कार्य निर्धारित समयसीमा के अनुरूप नहीं किया जा रहा है। इस पर गंभीर नाराज़गी व्यक्त करते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि हर स्तर पर निर्वाचन कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि निर्वाचन कार्यों में किसी भी प्रकार की ढिलाई लोकतांत्रिक व्यवस्था को प्रभावित कर सकती है। इसलिए सभी अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ईमानदारी एवं तत्परता के साथ करें।

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जिन अधिकारियों अथवा कर्मचारियों द्वारा एसआईआर फार्म के वितरण अथवा डिजिटाइजेशन में लापरवाही बरती जा रही है, उनकी पहचान कर उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही विधिक कार्रवाई सहित आवश्यक कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। 

उन्होंने संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे लापरवाह कर्मचारियों का ब्योरा तत्काल उपलब्ध कराएं ताकि समय पर आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

जिलाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप काम करना सभी संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर की गई लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा तथा प्रशासनिक कार्रवाई में किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी विकासखंड, नगर निकाय तथा निर्वाचन से जुड़े विभाग यह सुनिश्चित करें कि एसआईआर फॉर्म का वितरण और डिजिटाइजेशन कार्य समयबद्ध पूर्ण एवं त्रुटिरहित रूप से किया जाए।

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन कार्यों की सफलता टीम वर्क और जवाबदेही पर आधारित है। अतः सभी अधिकारी एवं कर्मचारी समन्वय बनाते हुए निर्धारित दायित्वों का निर्वहन करें, ताकि विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण से संबंधित सभी कार्य समय पर पूर्ण हो सकें। प्रशासन का उद्देश्य पारदर्शी, विश्वसनीय एवं सुव्यवस्थित निर्वाचन प्रक्रिया सुनिश्चित करना है। जिसके लिए सभी का सहयोग आवश्यक है।

यातायात माह नवंबर-2025 के अंतर्गत छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया गया

गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा के निर्देशन में “यातायात माह नवंबर-2025” के अंतर्गत जनपद में सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के प्रति जनजागरूकता कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में आज 21.11.2025 को क्षेत्राधिकारी नगर आनंद कुमार राय, प्रभारी यातायात जगदंबा गुप्ता, टी0एस0आई0 राकेश कुमार, आरक्षी योगेश कुमार, आरक्षी संदीप यादव, होमगार्ड काशीराम, होमगार्ड दिनेश चंद पाण्डेय द्वारा गीता इंटरनेशनल इंटर कॉलेज, गोण्डा में लगभग 300 छात्र-छात्राओं के मध्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

 कार्यक्रम में छात्रों को हेलमेट एवं सीट बेल्ट के अनिवार्य उपयोग, सड़क पार करने की सावधानियाँ, ओवरस्पीडिंग के दुष्परिणाम, नशे में वाहन न चलाने, मोबाइल फोन का वाहन चलाते समय प्रयोग न करने सहित विभिन्न यातायात नियमों की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही छात्रों को यातायात नियमों से संबंधित पम्पलेट वितरित किए गए तथा उन्हें सुरक्षित एवं जिम्मेदार यातायात व्यवहार अपनाने हेतु प्रेरित किया गया।

महत्वपूर्ण संदेश– 

सड़क सुरक्षा के लिए पालन करें ये नियम-

1. वाहन चलाते समय मोबाइल फोन अथवा इयरफोन का प्रयोग न करें।

2. नाबालिग बच्चों द्वारा वाहन चलाना पूर्णतः वर्जित है।

3. दोपहिया वाहन चालक एवं पीछे बैठी सवारी दोनों को हेलमेट पहनना अनिवार्य है।

4. चारपहिया वाहनों में सीट बेल्ट का प्रयोग अनिवार्य है।

5. निर्धारित क्षमता से अधिक सवारियाँ बैठाना एवं निर्धारित गति सीमा से अधिक वाहन चलाना दंडनीय अपराध है।

6. दाएँ-बाएँ मुड़ते समय इंडिकेटर का प्रयोग अनिवार्य रूप से करें।

7. दोपहिया वाहन पर दो से अधिक सवारी न बैठाएँ।

8. वाहन निर्धारित स्थान पर ही पार्क करें।

9. वाहनों के आगे एवं पीछे रिफ्लेक्टर टेप लगाएँ।

10. एम्बुलेंस एवं फायर ब्रिगेड वाहन को पहले रास्ता दें।

11. नशा कर वाहन बिल्कुल न चलाएँ।

12. सड़क पर खतरनाक स्टंट न करें।

13. दुर्घटना की स्थिति में घायल की मदद करें एवं तुरंत 112 पर सूचना दें।

जनपद के 150 गाँव में मोबाइल वैन करेगी परिवार नियोजन पर प्रचार-प्रसार

  

गोण्डा, 21 नवम्बर 2025। – उम्मीद परियोजना के तहत जिला चिकित्सालय सभागार में डिस्ट्रिक्ट वर्किंग ग्रुप की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ. रश्मि वर्मा ने की। बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा, आईसीडीएस, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, एनआरएलएम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा मोबियस फाउंडेशन के सहयोग से संचालित एसबीसीसी कैंपेन ‘इतनी भी क्या जल्दी है?!!!’ का औपचारिक शुभारंभ किया गया।

  सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सामाजिक व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से परिवार नियोजन के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना है। पोस्टर्स, लघु फिल्मों, जिंगल्स और अन्य माध्यमों से सही उम्र में विवाह, पहला बच्चा देरी से, दो बच्चों के जन्म में अंतर और आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली के सही उपयोग जैसे संदेशों का प्रसार किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान अभियान से जुड़े पोस्टर्स, फिल्मों और जिंगल्स का विमोचन भी किया गया।

   इस मौके पर जनपद के कटरा बाजार, मनकापुर और करनैलगंज ब्लॉक के 150 गाँवों में जागरूकता फैलाने हेतु मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह वैन नवंबर 2025 से फरवरी 2026 तक गांवों में फिल्म प्रदर्शन, जिंगल प्रसारण और हैण्डबिल वितरण के माध्यम से परिवार नियोजन पर जागरूकता फैलाएगी। आशाओं के माध्यम से फिल्म प्रदर्शन के दिन परिवार नियोजन साधनों का वितरण भी किया जाएगा, जबकि वैन में तैनात काउंसलर द्वारा परामर्श सेवाएँ दी जाएँगी। सही उत्तर देने वाले ग्रामीणों को पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे।

   अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आदित्य वर्मा ने अवगत कराया कि ऑनलाइन माध्यम—इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विटर, फेसबुक—साथ ही ऑफलाइन माध्यम से भी अभियान की संदेश सामग्री व्यापक रूप से प्रसारित की जाएगी। इसके अलावा जरवल ब्लॉक में लंबे समय तक परिवार नियोजन साधनों को अपनाने वाले उपयोगकर्ताओं और बेहतर कार्य करने वाले ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया जाएगा।

   कार्यक्रम की शुरुआत में पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के राज्य प्रतिनिधि बी. के. जैन ने उम्मीद परियोजना के सात जनपदों में चल रहे कार्यों, काउंसलिंग कॉर्नर स्थापना, आशा-एएनएम प्रशिक्षण और अंतर्विभागीय समन्वय की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि परियोजना का मुख्य उद्देश्य परिवार कल्याण सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाना है।

   इस अवसर पर डॉ. आर. पी. सिंह, डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर, ने समुदाय स्तरीय सेवाप्रदाताओं और प्रधानों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। वहीं मोबियस फाउंडेशन के प्रतिनिधि प्रभात कुमार ने संसाधनों के संतुलित उपयोग के लिए परिवार नियोजन को आवश्यक बताया।

   बैठक में स्वास्थ्य विभाग सहित पंचायती राज, शिक्षा, ग्राम्य विकास, आईसीडीएस, महिला एवं बाल विकास, एनआरएलएम एवं सहभागी संस्थाओं के प्रतिनिधियों की सक्रिय उपस्थिति रही।

मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर चल रही विकास कार्यों के योजनाओं के रैंकिंग की सीडीओ ने की समीक्षा बैठक

गोण्डा। 20 नवम्बर, 2025

बृहस्पतिवार को मुख्य विकास अधिकार अंकिता जैन ने सीएम डैशबोर्ड के माध्यम से जिले में चल रही विकास कार्यक्रमों के योजनाओं के रैंकिंग की कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा की। उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से विभागवार योजनाओं की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने एनआरएलएम विभाग, जल निगम विभाग, फैमिली आईडी, पंचायत विभाग, विद्युत विभाग, पर्यटन विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, पशुपालन विभाग, समाज कल्याण विभाग, प्रोवेशन विभाग, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, सिंचाई विभाग आदि विभागों की समीक्षा बैठक की।

बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने विभागीय अधिकारियों से सीएम डैशबोर्ड पर प्रदर्शित हो रहे विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि कार्यों का शतप्रतिशत कार्य करते हुए फीडिंग कराकर रैंकिंग में सुधार लायें अन्यथा विभागीय कार्यवाही के लिए तैयार रहें।

समीक्षा बैठक के दौरान सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी लोग अपने-अपने विभागों की सीएम डैशबोर्ड से संबंधित कार्यों/ योजनाओं की बराबर समीक्षा करते रहें, ताकि सीएम डैशबोर्ड पर विभाग की रैंकिंग खराब न होने पाए, इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

उन्होंने सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा है कि निरंतर सीएम डैशबोर्ड की निगरानी करते रहें और अपने विभागों के योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दें।

 निर्धारित समय अवधि में निस्तारण करें। कहा कि संबंधित विभाग सीएम डैशबोर्ड को गंभीरता से लें।सीडीओ ने कहा कि सभी विभाग छोटी से छोटी कमियों पर विशेष ध्यान देते हुए अपनी रैंकिंग में सुधार लाएं।

इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी सुशील कुमार श्रीवास्तव, परियोजना निदेशक डीआरडीए, उपनिदेशक कृषि, डीपीआरओ, जिला प्रोवेशन अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, डीसी उद्योग बाबूराम, सहायक पर्यटन अधिकारी सभी संबंधित विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

स्कूली बच्चों की दृष्टि सुरक्षा के लिए पहल: विवेकानंद इंटर कॉलेज में निःशुल्क चश्मा वितरण

कर्नलगंज, गोंडा। जिला अंधता निवारण समिति गोंडा के तत्वाधान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कर्नलगंज द्वारा विद्यालयों में चलाए जा रहे स्कूल स्क्रीनिंग कार्यक्रम के तहत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय विवेकानंद, कर्नलगंज गोंडा में दृष्टि परीक्षण शिविर आयोजित किया गया। इस कैंप में 8 से 14 वर्ष आयु वर्ग के विद्यार्थियों की नेत्र जांच की गई, जिसमें दृष्टि दोष पाए जाने पर बच्चों को आज निःशुल्क चश्मे वितरित किए गए।

चश्मा प्राप्त करने वाले छात्रों में अनूप शुक्ला, सौरभ, शिव, अवध राम, शिवम, मोहम्मद सदीक, मोहम्मद सलमान, अंशु, वंश गुप्ता, जीशान, अभिषेक, विवेक, शाहनवाज, सारिक, सिराज सहित कई अन्य विद्यार्थी शामिल रहे।स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इसी प्रकार 8 से 14 वर्ष के ऐसे सभी स्कूली बच्चों को, जिनमें दृष्टि दोष पाया जाएगा, निःशुल्क चश्मे उपलब्ध कराए जाएंगे। नेत्र परीक्षण अधिकारी एके गोस्वामी ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में समय रहते नेत्र समस्याओं की पहचान कर उनकी दृष्टि सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

यातायात माह के अन्तर्गत गोण्डा पुलिस द्वारा स्वामी विवेकानन्द इण्टर कालेज में व्यापक यातायात जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल के निर्देशन में यातायात माह-नम्बर 2025 के अंतर्गत जनपद में सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के पालन हेतु निरंतर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में आज

19.11.2025 को क्षेत्राधिकारी यातायात राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में स्वामी विवेकानन्द इण्टर कालेज में एक विशेष यातायात जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में टीएसआई राकेश सिंह द्वारा कॉलेज के लगभग 350 छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। छात्रों को यातायात संकेतों की पहचान, हेलमेट एवं सीटबेल्ट के अनिवार्य उपयोग, ओवरस्पीडिंग और ओवरलोडिंग के दुष्परिणाम, मोबाइल फोन का वाहन चलाते समय प्रयोग न करने तथा पैदल चलते समय सड़क सुरक्षा के मानकों के बारे में जागरूक किया गया। कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों द्वारा छात्रों से सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने एवं अपने परिवार तथा समाज के अन्य लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करने की अपील की गयी साथ ही बताया गया कि अधिकांश सड़क दुर्घटनाएँ नियमों की अनदेखी के कारण होती हैं, जिन्हें केवल सतर्कता और नियमों के पालन से रोका जा सकता है।

यातायात माह के दौरान गोण्डा पुलिस द्वारा विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं जनसमुदाय के बीच इसी प्रकार के जन-जागरूकता कार्यक्रम आगे भी निरंतर रूप से आयोजित किए जाते रहेंगे, जिससे जनपद में सुरक्षित एवं अनुशासित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।

महत्वपूर्ण संदेश-

01. वाहन चलाते समय मोबाइल फोन अथवा इयरफोन का प्रयोग न करें।

02. नाबालिग बच्चों द्वारा वाहन चलाना पूर्णतः वर्जित है।

03. दोपहिया वाहन चालक एवं पीछे बैठी सवारी दोनों को हेलमेट पहनना अनिवार्य है।

04. चारपहिया वाहनों में सीट बेल्ट का प्रयोग अनिवार्य है।

05. निर्धारित क्षमता से अधिक सवारियाँ बैठाना व निर्धारित गति सीमा से अधिक वाहन चलाना दण्डनीय अपराध है।

06. दायें-बायें मुड़ते समय इंडिकेटर का प्रयोग करें।

06. दोपहिया वाहन पर दो से अधिक सवारी न बैठाएं।

07. वाहन निर्धारित स्थान पर ही पार्क करें।

08. वाहनों के आगे एवं पीछे रिफ्लेक्टर टेप लगाना आवश्यक है।

09. एम्बुलेंस एवं फायर ब्रिगेड वाहनों को जाने हेतु पहले रास्ता प्रदान करें।

10. नशे अथवा मादक पदार्थों का सेवन कर वाहन न चलाएं।

11. सड़क पर वाहन चलाते समय स्टंट न करें।

12. सड़क दुर्घटना की स्थिति में घायल व्यक्तियों की मदद करें एवं 112 डायल कर सूचना दे।

कर्नलगंज CHC में नि:शुल्क नेत्र शिविर: 165 मरीजों की जांच, 28 मोतियाबिंद मरीज अयोध्या भेजे गए

कर्नलगंज, गोंडा। जिला दृष्टि हीनता निवारण समिति गोंडा के तत्वाधान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कर्नलगंज में नि:शुल्क स्क्रीनिंग नेत्र शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में करीब 165 मरीजों की आंखों की जांच की गई, जिनमें से 28 मरीज मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए योग्य पाए गए।

ऑपरेशन योग्य मरीजों को निशुल्क लेंस प्रत्यारोपण विधि द्वारा उपचार हेतु अयोध्या नेत्र चिकित्सालय ले जाया गया। मरीजों को चिकित्सालय की ओर से निजी वाहन की सुविधा उपलब्ध कराई गई। जिन मरीजों में ऑपरेशन की आवश्यकता नहीं पाई गई, उनका चश्मा परीक्षण कर उपयुक्त नंबर का चश्मा सुझाया गया।

ऑपरेशन हेतु भेजे गए मरीजों में सीतापति, रामसेवक, शिवरानी, विजय बहादुर सिंह, सत्या सिंह, उपदेश कुमारी, कल्पयानी देवी, जुगल किशोर गुप्ता, जोगी प्रसाद, राधा मोहन महाराज, राजकुमारी देवी, बाबू प्रसाद, सीता देवी, रामराजी देवी, रामां, गंगाराम, शिवराम, किशन प्रसाद, मेवालाल यादव व सुरेश सहित कई अन्य मरीज शामिल रहे।

नेत्र परीक्षण अधिकारी ए.के. गोस्वामी ने बताया कि प्रत्येक बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कर्नलगंज में नि:शुल्क स्क्रीनिंग नेत्र शिविर का आयोजन निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और जागरूक नागरिकों से अपील की कि नेत्र रोग से पीड़ित मरीजों को शिविर का लाभ दिलाने हेतु प्रोत्साहित करें।