लखनऊ में नाबालिक से दुष्कर्म, आरोपी इमरान गिरफ्तार
लखनऊ। पारा कोतवाली क्षेत्र में एक नाबालिक लड़की को प्रेम के जाल में फंसाकर लगभग एक वर्ष तक दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया। जानकारी के अनुसार, पीड़िता नाबालिक गर्भवती हो गई, जिसे आरोपी इमरान ने जबरन गर्भपात करवाया।

घटना की जानकारी पीड़िता ने अपनी मां को दी। इसके बाद जब पीड़िता की मां आरोपी के घर शिकायत करने पहुंची, तो आरोपी और उसके परिजनों ने उन्हें गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देकर घर से भगा दिया। भयभीत परिवार को अपने रिश्तेदारों के घर शरण लेनी पड़ी।

पीड़िता की मां ने पारा कोतवाली में पूर्ण विवरण के साथ प्रार्थना पत्र देकर शिकायत दर्ज कराई। पारा कोतवाली के पुलिस निरीक्षक सुरेश सिंह ने तत्काल कार्रवाई करते हुए FIR दर्ज की और आरोपी इमरान को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया।

गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी को पुलिस ने न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया, जहां उसे सलाखों के पीछे रखा गया। पुलिस ने कहा कि मामले की पूरी जांच जारी है और अन्य जुड़े लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
गुडंबा क्षेत्र में दुकानों में लगी भीषण आग, मचा हड़कंप
लखनऊ । राजधानी गुडंबा क्षेत्र के 23 नंबर चौराहे पर देर रात दुकानों में भीषण आग लगने से हड़कंप मच गया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पास-पड़ोस के लोग भयभीत हो गए और स्थानीय लोगों ने तुरंत दमकल और पुलिस को सूचित किया।

दोनों दुकानें पूरी तरह जलकर राख

जानकारी के अनुसार, गुडंबा थाने से मात्र 100 मीटर दूर फल विक्रेता आमीन और अशफाक की दुकानों में आग लगी। आग इतनी भयंकर थी कि दोनों दुकानें पूरी तरह जलकर राख हो गईं। दुकान मालिकों और स्थानीय लोगों ने तत्काल राहत की गुहार लगाई।

दमकल की टीम ने करीब एक घंटे में पाया काबू

मौके पर गुडंबा थाना पुलिस की टीम भी तैनात की गई, जिसने दमकल कर्मचारियों को मार्गदर्शन किया और आग पर काबू पाने में मदद की। दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और आसपास के क्षेत्रों में फैलने से रोक दिया।अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है।

आग में कोई हताहत नहीं हुआ

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार आग शॉर्ट-सर्किट या किसी अन्य तकनीकी वजह से लगी हो सकती है। आग में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन दुकानों का पूरा सामान जलकर राख हो गया है।स्थानीय लोगों ने आग लगने की घटना के समय क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और समय पर आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की सराहना की।
शिया पी.जी. कॉलेज लखनऊ में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर, युवाओं ने दिखाया जोश, 35 ने किया जीवनदायिनी रक्तदान
लखनऊ । एंथ्रोलॉजी विभाग, शिया पी.जी. कॉलेज लखनऊ एवं ह्यूमेन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में 18 नवम्बर 2025 को स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का सफल आयोजन किया गया। शिविर में युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जहां 60 से अधिक प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन कराया और 35 रक्तदाताओं ने स्वैच्छिक रक्तदान किया।

रक्तदान मानवता की सर्वोच्च सेवा: प्रोफेसर रजा बाकरी

शिविर का शुभारंभ महाविद्यालय के प्रिंसिपल प्रोफेसर शबीहे रज़ा बाकरी द्वारा किया गया। उन्होंने रक्तदाताओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा रक्तदान मानवता की सर्वोच्च सेवा है। छात्र जीवन में किया गया प्रत्येक रक्तदान न केवल किसी जरूरतमंद की जान बचाता है, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी का भी भाव जगाता है। ऐसे आयोजन युवाओं को समाजसेवा के लिए प्रेरित करते हैं।”

युवाओं को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य : असमा खान

शिविर की मुख्य आयोजक एवं ह्यूमेन फाउंडेशन की डायरेक्टर असमा खान ने कहा इस शिविर का उद्देश्य रक्तदान से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना और युवाओं को आगे आने के लिए प्रेरित करना है। जब युवा स्वेच्छा से रक्तदान करते हैं, तब समाज में जीवनरक्षक रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित होती है।

नियमित रक्तदान शिविरों की जरूरत : विभागाध्यक्ष

शिविर के विशिष्ट अतिथि एवं एंथ्रोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सैय्यद ऐमन रज़ा ने कहा ऐसे स्वैच्छिक रक्तदान शिविर प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान में नियमित रूप से आयोजित होने चाहिए। इससे युवाओं में सामाजिक उत्तरदायित्व और सकारात्मक जागरूकता विकसित होती है।”

शिक्षक, कर्मचारी और छात्र रहे सक्रिय

रक्तदान शिविर में कॉलेज के अध्यापकगण, कर्मचारी और बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्ण भागीदारी की। 60+ रजिस्ट्रेशन और 35 रक्तदान ने शिविर को उल्लेखनीय सफलता प्रदान की।

इनका रहा विशेष सहयोग

इस आयोजन में असिस्टेंट प्रो. डॉ. अर्चना सोलंकी, जी.एम.यू. लखनऊ ब्लड बैंक टीम, तथा जितेंद्र सिंह, संस्थापक – लखनऊ पुलिस मित्र परिवार का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।साथ ही वॉलेंटियर अखिलेश यादव, मोहम्मद अली, युसरा, तौफीक, अलीना, इकरा ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
लखनऊ में हिंदू नेताओं की रेकी का अाया मामला सामने, गोपाल राय ने जताई सुरक्षा की चिंता
लखनऊ। विश्व हिंदू रक्षा परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर बताया कि दिल्ली विस्फोट मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि कई हिंदूवादी नेता उनके निशाने पर थे, जिनमें लखनऊ के कुछ नेता और उनका नाम भी शामिल है।

गोपाल राय ने बताया कि यह जानकारी उन्हें तब मिली जब वह मथुरा में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। उसी दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो ने उनसे फोन पर संपर्क कर उनके घर के बाहर नजर आए संदिग्ध व्यक्तियों की तारीख और जानकारी मांगी। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले दो संदिग्ध युवक रात में उनके घर के आसपास देखे गए थे, जिनकी CCTV फुटेज उन्होंने जांच एजेंसियों को दे दी है।

उन्होंने बताया कि संदिग्ध युवक 7 नवंबर की रात दो बार उनके घर के बाहर दिखाई दिए थे। यह फुटेज उन्होंने पुलिस, एलआईयू और आईबी समेत सभी संबंधित अधिकारियों को भेज दी है।

गोपाल राय ने कहा कि वे पहले भी जैश-ए-मोहम्मद के नेटवर्क, आईएसआई एजेंट और धर्मांतरण रैकेट के मामलों का खुलासा कर चुके हैं, इसलिए उन पर खतरा होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पहले सुरक्षा मिली थी, लेकिन बाद में उसे हटा दिया गया, जबकि जिला सुरक्षा समिति ने पहले एक्स कैटेगरी सुरक्षा की संस्तुति की थी।

उन्होंने बताया कि पहले भी उन पर 2006 वाराणसी और 2015 जम्मू में हमले हो चुके हैं। ऐसे में सुरक्षा हटाया जाना चिंता का विषय है। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी है।
डबल डेकर बस पलटी, तीन सवारियों की मौत, 25 घायल
लखनऊ । कानपुर के अरौल थाना क्षेत्र के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर मंगलवार तड़के आनंद विहार, दिल्ली से बिहार जा रही एक डबल डेकर बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में पांच साल के मासूम समेत तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 25 अन्य लोग घायल हैं। घायलों में 10 की हालत गंभीर बताई जा रही है। बस में कुल 45 यात्री सवार थे। घटना के बाद बस चालक और परिचालक फरार हो गए।

बस डिवाइडर पर चढ़ गई और पलट गई

यात्रियों के अनुसार, बस दिल्ली से बिहार के सिवान जा रही थी। हादसा किलोमीटर संख्या 216 के पास हुआ। बताया गया कि चालक को अचानक झपकी आ गई, जिससे बस डिवाइडर पर चढ़ गई और पलट गई। घटना के दौरान बस के परखच्चे उड़ गए और टूटे हुए कांच सैकड़ों मीटर तक बिखर गए। बस की रफ्तार अधिक होने के कारण यह लगभग 40-50 फीट तक घिसकती चली गई।पुलिस और राहगीरों की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया और सामुदायिक चिकित्सा केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद HALT अस्पताल रेफर किया गया।

चालक व परिचालक की तलाश जारी

सड़क हादसे में अनुराग (5 वर्ष), पुत्र अजय, बिहार, नसीम आलम (20 वर्ष), बिहार, शशि कुमार (26 वर्ष), पश्चिम बंगाल की मौत हो गई। जबकि अनुराग की मां को गंभीर चोटें आई हैं, उनका इलाज जारी है।सहायक पुलिस आयुक्त मंजय सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है और घायलों का इलाज किया जा रहा है। पुलिस घटना की जांच कर रही है और चालक व परिचालक की तलाश जारी है।
जनजातीय भागीदारी उत्सव : विविध लोककला, नृत्य और परंपराओं ने रचा अनुपम संगम
*देशभर से आए कलाकारों ने प्रस्तुत की चित्रकूट से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक की सांस्कृतिक विरासत*

लखनऊ। जनजाति भागीदारी उत्सव का मंगलवार को ऐतिहासिक और रंगारंग समापन हुआ। देश के विभिन्न राज्यों से आए जनजातीय कलाकारों, संगीत-परंपराओं और लोकनृत्यों ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान को एक जीवंत सांस्कृतिक केन्द्र में बदल दिया। दर्शकों की भारी उपस्थिति इस उत्सव के प्रति बढ़ते जन-रुचि को दर्शाती रही।

समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोंड ने प्रदर्शनी और सांस्कृतिक मंच का अवलोकन किया। अरुणाचल प्रदेश से आए सांस्कृतिक दल के कलाकारों ने राज्यमंत्री संजीव गोंड को अपने पारंपरिक वस्त्र ‘खादा’ और ‘टांगों’ पहनाकर पूर्वाेत्तर की सम्मान-परंपरा का सुंदर परिचय कराया। राज्य मंत्री ने सभी कलाकारों की कला-संरक्षण की प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कहा कि जनजाति समाज के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी लगातार काम कर रहे हैं। ऐसे उत्सव न केवल कला का उत्सव हैं, बल्कि यह हमारे समाज को विविधता में एकता की सीख भी देते हैं।

*उत्तराखंड के कलाकारों ने किया पारम्परिक नृत्य*

उत्तराखंड के कलाकारों ने पहाड़ी संस्कृति से जुड़े पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किए। उनकी प्रस्तुति में पर्वतीय त्योहारों, सामुदायिक उत्सवों और प्रकृति के प्रति सुंदर समावेश दिखाई दिया।

*चित्रकूट की पारंपरिक प्रस्तुति*

चित्रकूट से आए कलाकारों ने बुंदेलखंड की विशेष लोक परंपरा पर आधारित अनूठा गीत और नृत्य प्रस्तुत किया, जो घर में बच्चे के जन्म पर बुआ को नेग मांगने की रस्म का प्रतीक माना जाता है।

*शिल्पकारों को किया सम्मानित*

कार्यक्रम के बीच शिल्पकारों, जनजाति विकास विभाग,उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान और टी आर आई की टीम और लोक कलाकारों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में श्री शिव प्रसाद निदेशक जनजाति विकास,  टीआरआई के संयुक्त निदेशक आनंद कुमार सिंह, उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान के निदेशक अतुल द्विवेदी, जनजाति विकास विभाग की उपनिदेशक डॉ प्रियंका वर्मा सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। उत्सव का यह समापन न केवल सांस्कृतिक विविधता का उत्सव था, बल्कि देश की जनजातीय परंपराओं का गौरवपूर्ण प्रदर्शन भी रहा।
रायबरेली में बाइक और ट्रक की टक्कर में परिवार समेत 4 की मौत
लखनऊ। रायबरेली के डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के मुंशीगंज-डलमऊ राजमार्ग पर सोमवार शाम हुए सड़क हादसे में मंगलवार की सुबह दो और लोगों की मौत हो गई। इससे पहले हादसे में पिता-पुत्र की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। अब तक कुल चार लोग जान गंवा चुके हैं, जबकि दो अन्य घायल हैं और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।जानकारी के अनुसार, सरायं दिलावर गांव निवासी आशिक (35) परिवार के साथ रायबरेली गए थे। वापसी में बाइक पर पत्नी शाहीन (30), पुत्री अरीबा (10) और बेटे अरसम (4) के साथ लौट रहे थे। इसी दौरान खड़गपुर कुर्मियाना निवासी राजकुमार (35) अपने दोस्त के साथ बाइक पर घर लौट रहे थे।

चार मौत से पूरे गांव में मातम का माहौल

हादसा चौदह मील के पास हुआ, जब डलमऊ से रायबरेली की ओर जा रहे ट्रक ने पहले आशिक की बाइक में टक्कर मारी और फिर राजकुमार व उसके दोस्त को रौंद दिया। मौके पर आशिक और उसका चार वर्षीय बेटा अरसम की मौत हो गई थी। मंगलवार सुबह इलाज के दौरान शाहीन और राजकुमार की भी मौत हो गई।मौतों से परिवारों में कोहराम मचा है। सरायं दिलावर गांव में पति-पत्नी और बेटे की मौत से सन्नाटा पसरा हुआ है और पूरे गांव में मातम का माहौल है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और घायलों का इलाज किया जा रहा है।
लखनऊ पर आतंक का खतरा: महिला आतंकी डॉ. शाहीन शाहिद की मास्टरमाइंडिंग का पर्दाफाश, यूपी के कई शहरों पर था हमला निशाना


लखनऊ । आगामी छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के अवसर पर उत्तर प्रदेश में बड़े आतंकी हमले की साजिश रचने का प्रयास हुआ, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता ने इसे नाकाम कर दिया। राजधानी लखनऊ के खंदारी बाजार निवासी डॉ. शाहीन शाहिद और उसके भाई डॉ. परवेज अंसारी सहित पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि डॉ. शाहीन इस गिरोह की मास्टरमाइंड थीं और उनका लक्ष्य सिर्फ दिल्ली नहीं, बल्कि यूपी के कई प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों को निशाना बनाना था।

दिल्ली धमाके के बाद यूपी को भी बनाया था निशाना

सूत्रों के मुताबिक, लाल किला मैट्रो स्टेशन में हुए बम धमाके के बाद यह गिरोह लखनऊ, अयोध्या, मथुरा और काशी में बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की योजना बना रहा था। डॉ. शाहीन और उसके सहयोगी देश विरोधी एजेंडों के तहत सक्रिय थे और उनका मकसद सामाजिक भय फैलाना और आतंक को बढ़ावा देना था।

जांच में यह भी पता चला कि डॉ. शाहीन ने सऊदी अरब में करीब चार साल तक एक प्रमुख अस्पताल में काम किया। इसी दौरान उनका संपर्क कश्मीरी मूल के डॉक्टरों और संभावित आतंकियों से हुआ। लौटने के बाद वह फरीदाबाद और लखनऊ में सक्रिय रही।

एनआईए और एटीएस ने शुरू की गहन पड़ताल

जांच एजेंसियों ने लालबाग और मड़ियांव स्थित आवासों से बरामद दस्तावेजों, लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड ड्राइव की गहन फोरेंसिक पड़ताल शुरू कर दी है। एनआईए ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से संपर्क कर डिजिटल उपकरणों की जांच की रिपोर्ट मंगवाई है। इसके अलावा एटीएस सहारनपुर और कानपुर में उनके वाहनों और सहयोगियों की जानकारी जुटा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, डॉ. परवेज की गाड़ियों की फोरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। इसकी मदद से यह पता लगाया जाएगा कि क्या उनके जरिए अमोनियम नाइट्रेट, फर्टिलाइजर या अन्य विस्फोटक सामग्री कहीं भेजी गई थी। एनआईए की टीम अयोध्या का भी रुख करेगी, क्योंकि डॉ. परवेज ने अयोध्या में इंटर्नशिप की थी और वहां उसके संपर्कों की पड़ताल आवश्यक मानी जा रही है।

महिला आतंकी का नेटवर्क देशभर में फैला

एटीएस और पुलिस की जांच में यह सामने आया कि डॉ. शाहीन और उसके भाई के संपर्क में लखनऊ और यूपी के आधा दर्जन से अधिक संदिग्ध हैं। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि यह गिरोह जम्मू-कश्मीर से लेकर यूपी तक सक्रिय था और उनका नेटवर्क कई शहरों और संस्थाओं तक फैला हुआ था। एनआईए और एटीएस इस नेटवर्क को पूरी तरह उजागर करने और देश के भीतर इसके संपर्कों को तोड़ने में जुटी हैं।

सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता ने बड़े हादसों को रोका

विशेषज्ञों का कहना है कि महिला आतंकी के सक्रिय होने से यूपी में बड़े आतंकी हमलों की गंभीर आशंका थी। लेकिन समय पर गिरफ्तारी और गहन जांच ने बड़े हादसों को टाल दिया। बरामद दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्यों से अब तक यह पता चला है कि गिरोह का दायरा दिल्ली, लखनऊ, अयोध्या, मथुरा और काशी तक फैला हुआ था।

जांच का अगला चरण

बता दें कि डॉक्टर शाहीन बम धमाके की मास्टरमाइंड बताई जा रही है जबकि डॉ परवेज उसका सबसे भरोसेमंद मददगार बताया जा रहा है। इनके साथ और कौन-कौन लोग जुड़े हैं इसके बारे में जांच एजेंसियां, एटीएस और पुलिस इनकी कुंडली खंगालना शुरू कर दिया है।एनआईए और एटीएस की नजर अब गिरोह के पूरा नेटवर्क खंगालने, इसके सहयोगियों की पहचान करने और विदेशों से जुड़े कनेक्शन उजागर करने पर केंद्रित है। फोरेंसिक जांच, दस्तावेजों की पड़ताल और संदिग्धों से पूछताछ के बाद ही गिरोह की पूरी साजिश उजागर हो पाएगी।
UP में डबल ट्रैप ऑपरेशन: दो पुलिसकर्मी रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषित जीरो टॉलरेंस नीति और डीजीपी राजीव कृष्ण के सख्त निर्देशों का असर एक बार फिर जमीन पर साफ दिखाई दिया है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन, उत्तर प्रदेश ने सोमवार को लखनऊ और कानपुर में दो अलग-अलग स्थानों पर डबल ट्रैप ऑपरेशन चलाकर रिश्वतखोरी में लिप्त दो पुलिसकर्मियों को पकड़कर बड़ा खुलासा किया है।

कानपुर में 6 हजार की रिश्वत लेते आरक्षी गिरफ्तार

पहली कार्रवाई कानपुर देहात में हुई, जहां शिकायतकर्ता सौरभ पाल ने बताया कि उसका होटल बिना बाधा संचालित करने के लिए एक आरक्षी लगातार अवैध धनराशि की मांग कर रहा था।शिकायत की पुष्टि के बाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन Kanpur Unit ने निरीक्षक जगदीश यादव के नेतृत्व में जाल बिछाया। सिकंदरा चौराहा, हाईवे ओवरब्रिज के पास चाय की दुकान के नज़दीक से आरक्षी गौरव कुमार को 6,000 रुपये रिश्वत लेते ही रंगेहाथ पकड़ लिया गया। गिरफ्तारी के बाद आरोपित को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया और आगे की विधिक कार्रवाई जारी है।

हरदोई में उपनिरीक्षक 70 हजार लेते पकड़ा गया

दूसरी बड़ी कार्रवाई लखनऊ इकाई ने हरदोई में अंजाम दी। शिकायतकर्ता रजीम खान ने बताया था कि एक मामले की विवेचना में धारा न बढ़ाने के एवज में उपनिरीक्षक द्वारा 70 हजार रुपये की मांग की जा रही थी।
निरीक्षक निखिल श्रीवास्तव की टीम ने थाना माधोगंज परिसर में संचालित हॉस्टल के पास ट्रैप लगाया और उपनिरीक्षक (ना०पु०) आकाश कोशवाल को 70,000 रुपये लेते ही मौके पर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को तत्क्षण अभिरक्षा में लेकर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया।

भ्रष्टाचार पर प्रहार, संदेश साफ, किसी को बख्शा नहीं जाएगा

एक ही दिन में दो पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी ने यह साफ कर दिया कि उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की इन कार्रवाइयों ने जनविश्वास बढ़ाया है और यह संदेश दिया है कि चाहे कोई भी हो, रिश्वत लेने वालों पर सीधी कार्रवाई होगी।संगठन ने आम जनता से आग्रह किया है कि वे भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायत निडर होकर करें, और शासन की जीरो टॉलरेंस नीति को मजबूत बनाने में सहयोग दें।
यूपी सरकार प्रदेश को मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध : संजय निषाद
* प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत “रिवर रैंचिंग/जन जागरूकता कार्यक्रम” का हुआ आयोजन

* मत्स्य मंत्री ने रिवर रैचिंग कार्यक्रम के तहत 02 लाख भारतीय मेजर कार्प मत्स्य बीज का संचय गोमती नदी में किया


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मत्स्य विकास मंत्री डॉ. संजय निषाद की अध्यक्षता में आज यहां न्यू लक्ष्मण पार्क, गोमती रिवर फ्रंट पर राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड, हैदराबाद द्वारा संचालित प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत “रिवर रैंचिंग/जन जागरूकता कार्यक्रम” का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश मत्स्य विकास निगम लि. गोमती हैचरी, लखनऊ से 02 लाख भारतीय मेजर कार्प मत्स्य बीज (रोहू कतला तथा नैन) 80 से 100 एमएम का संचय किया गया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत मत्स्य पालन हेतु एयरेशन सिस्टम योजना एवं मछुआ दुर्घटना बीमा के कुल 06 लाभार्थियों को मत्स्य मंत्री द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. निषाद ने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का मुख्य उद्देश्य नदियों में मत्स्य संसाधनों का पुनर्जीवन, पारंपरिक मछली पकड़ने के तरीकों को बढ़ावा देना, मछुआ समुदाय की आजीविका को मजबूत बनाना तथा जलीय जैव विविधता में वृद्धि करना है। उन्होंने बताया कि नदी पारिस्थितिकीय प्रणाली के संरक्षण हेतु रिवर रैंचिंग प्रक्रिया अत्यंत महत्वपूर्ण है।

डॉ. निषाद ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस प्रकार के कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित कर नदी संरक्षण और मत्स्य विकास की पहल को मजबूत किया जाए। राज्य सरकार प्रदेश को मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मत्स्य विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए और पात्र लोगों तक इसका लाभ पहुंचाया जाना सुनिश्चित किया जाए।
कार्यक्रम में मत्स्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने कहा कि प्रदेश भर में रिवर रैचिंग कार्यक्रमों को निरंतर संचालित किया जाना चाहिए। इस प्रकार के कार्यक्रमों से जलीय जैवविविधता में और वृद्धि होगी और नदियों में पारिस्थितिकीय तंत्र को बनाए रखने में सहायता मिलेगी।  

कार्यक्रम में एनएस रहमानी, निदेशक मत्स्य, पुनीत कुमार, उप निदेशक मत्स्य (मुख्यालय), एजाज नकवी, उप निदेशक मत्स्य (नियोजन), उग्रसेन सिंह, उपनिदेशक सांख्यिकीय, श्रीमती सृष्टि यादव, उप निदेशक मत्स्य (लखनऊ मंडल), लखनऊ, प्रदीप कुमार शुक्ला, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, लखनऊ एवं समस्त मण्डलीय/जनपदीय अधिकारी /कर्मचारी उपस्थित रहे।