माउंट आबू राजस्थान से ब्रह्माकुमार भगवान भाई जी का केरेडारी आगमन
केरेडारी: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मुख्यालय माउंट आबू राजस्थान से सीनियर राजयोगी ब्रह्माकुमार भगवान भाई का आगमन केरेडारी के स्थानीय ब्रह्माकुमारीज राजयोग सेवाकेंद्र में हुआ ! इस अवसर पर उन्होंने शहर के विभिन्न स्कुल में नैतिक शिक्षा का कार्यक्रम आयोजित किया! वहीं स्थनीय ब्रह्म कुमारीज राजयोग सेवाकेंद्र पर भी खुशहाल जीवन हेतु सकारात्मक चिंतन विषय पर अपना संबोधन दिया ! हजारीबाग के केंद्रीय कारागार में अपराध मुक्त जीवन हेतु राजयोग और तनाव मुक्त, नशा मुक्त पर कार्यक्रम किया ! मंगलवार को उन्होंने स्नेह मिलन कार्यक्रम के तहत पत्रकार वार्ता में पत्रकारों समेत अन्य लोगों को संबोधित किया! इस मुहिम में
बी के भगवान भाई ने 2010 तक 5000 से अधिक स्कुलो कालेजो में और 800 कारागृह में नैतिक शिक्षा के तहत अपराध मुक्त होने का पाठ पढ़ाया है! जिस कारण उनका नाम इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हुआ है! वर्तमान में 12000 से स्कूलों में 1100 कारागार में सफल कार्यक्रम आयोजित किए है! भगवान भाई जी का कहना है कि आज के युवा कल का भावी समाज है भावी समाज को अच्छा चरित्रवान गुणवान बनाना चाहते हो तो वर्तमान के बच्चो को नैतिक शिक्षा देने की आवश्यकता है! नैतिक मूल्यों से व्यक्तित्व में निखार व्यवहार में सुधार आता है! नैतिक मूल्यों का ह्रास व्यक्तिगत सामाजिक राष्ट्रीय समस्या का मूल कारण है! समाज सुधार के लिए नैतिक मूल्य जरूरी है ! चरित्रवान , गुणवान युवा समाज और देश की नीव है सच्ची सम्पति है !
भगवान भाई का कहना है कि मन में चलने वाले नकारात्मक विचार, शंका, कुशंका, ईर्ष्या, घृणा, नफरत अभिमान के कारण ही की उत्पति होती है ! क्रोध से दिमाग गरम हो जाता है जिससे दिमाग में विभिन्न प्रकार के रासायनिक पदार्थ उतरते है और इससे ही मानसिक बीमारियां , शरीर की अनेक बिमारिया हो जाती है जीवन में रूखापन आता है ! क्रोध से ही आपस में सम्बधो में कड़वाहट आती है , मन मुटाव बढ़ जाता है !
भगवान भाई का महाराष्ट्र के सांगली जिले के एक गांव में साधारण परिवार में जन्म हुआ! कुछ घर की परिस्थिति गरीब होने के कारण पुरानी रद्दी के डायरी लाकर उसे धुलाई कर फ़िर से उपयोग में लाते थे! उसी रद्दी के डायरी में 40 वर्ष पहले ब्रह्माकुमारीज आश्रम का एक किताब मिला उन्होंने और किताबें मंगवाई मेडिटेशन सिखा उनका जीवन बदल गया ! अपने जीवन की धारणाओं के आधार से आज वो समाज की सेवा कर रहे हैं! उनका कहना है कि वर्तमान समय अगर हमें स्वस्थ सुखी बनना है तो जीवन में आध्यात्मिकता की आवश्यकता है ! वर्तमान युग बदल रहा है समाज बदल रहा है हमें भी बदलने की आवश्यकता है!
कार्यक्रम में केरेडारी प्रखंड प्रमुख सुनीता देवी ने अपना संबोधन देते हुए कहा कि यहां सेवाकेंद्र पर आने से हमे शांति का अनुभव होता है! सुकून भी मिलता है! वर्तमान में हर व्यक्ति के जीवन में आध्यात्मिकता जरूरी है!
सीओ रामरतन कुमार ने कहा कि अगर वर्तमान के बच्चों नैतिक शिक्षा दी जाए तो भावी समाज बदल जायेगा अन्यथा नैतिकता बिना समाज में चलना मुश्किल हो जाएगा!
उपप्रमुख अमेरिका महतो ने भी अपना संबोधन दिया !
स्थानीय ब्रह्माकुमारीज की संचालिका बीके सरिता बहन ने कहा यहां सेवाकेंद्र में रोज मेडिटेशन भी सिखाया जाता है!
कार्यक्रम में सीओ रामरतन कुमार वर्णवाल पत्रकार सुमंत कुमार साहा रविन्द्र बक्शी अवधेश कुमार ने भी अपना संबोधन दिया!
अंत में भगवान भाई जी का सम्मान शाल ओढ़कर सीओ रामरतन वर्णवाल ने और प्रखंड प्रमुख सुनीता देवी तथा उपप्रमुख अमेरिका महतो ने संयुक्त रूप से किया ।
बीके योगेंद्र भाई ने आए हुए मेहमानों का धन्यवाद ज्ञापित किया! इस मौके पर बीके भीम भाई ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए विस्तृत सेवा रूपरेखा बताया तथा मेडिटेशन को जीवन का अहम हिस्सा बनाने पर जोर दिया!इस पावन मौके पर सभी मेहमान सहित बीके राजेंद्र भाई , बीके जागेश्वर भाई, बीके पारस भाई , बीके पूनम बहन , बीके अंजलि बहन , बीके यशोदा , बीके खुशबू , बीके संगीता, बीके कुंती , बीके दीपशिखा , बीके पूजा , बीके रेखा , सहित कई बीके सदस्य उपस्थित थे!
11 hours ago
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