आजमगढ़:-कोरोना काल ने शिक्षक को बना दिया हस्त शिल्पी, इनकी कला देख हैरान हो जाते हैं लोग
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। मार्टीनगंज तहसील क्षेत्र के पुष्पनगर गांव निवासी सुबाष प्रजापति जिनका घर ही पुष्पनगर में है और यह अपने मिट्टी कला और शिक्षण के हुनर की खूशबू बिखेर रहे हैं। सुबास प्रजापति बीएससी बायोटेक्नोलॉजी,बीएड टीइटी पास हैं। क्षेत्र के मां शकुंतला डिग्री कालेज मतलूबपुर में शिक्षक हैं।जब खाली समय मिलता है तो यह अपने पुस्तैनी कार्य माटी कला का कार्य बहुत ही तल्लीनता से और मनोवेग से माटी कला को कायम रखे हुए है छात्रों को तराशने के साथ साथ यह माटी को मूर्त रूप देते हैं निजामाबाद की तर्ज पर यह मिट्टी के बर्तन खिलौने आदि जैसे दीपक,छठ पूजा लैम्प, स्टैंड दीपक,धूपदानी,लोटा,गिलास,कटोरी,
थाली,कड़ाही,भगोना,थर्मश,जग,का
ब, गोलक,गैस सिलेंडर गोलक,चीलम ,हुक्का,नलवा,नदियां,गमला,घंटी घरिया,घड़ा,नारियल दीप,तावा, गुलदस्ता आदि मिट्टी के बर्तन को बनाकर अपना जलवा बिखेर रहे हैं इनके द्वारा तैयार किए गए बर्तनों को शौकीन लोग सात समंदर पार विदेश तक ले जाते है। सुबास प्रजापति कहते हैं कि कोरोना काल मे खाली समय मे जब कुछ नहीं दिखा तो पुस्तैनी कार्य दिमाग मे आया। बिना किसी से सीखे रात में एक से बढ़कर एक कला खुद बखुद सामने आती थीं। निजामाबाद के पुरस्कार विजेता शिल्पी मेरी कला देखकर हैरान रहते हैं।
Oct 21 2025, 13:30