सर्प संरक्षणकर्मी शिव खनाल सम्मानित

दीपोत्सव दुल्हापुर में भक्तिभाव और प्रकाश का संगम।

दुल्हापुर, बलरामपुर: दीपों की अनुपम आभा और भक्ति के अद्भुत वातावरण में उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जनपद स्थित ग्राम दुल्हापुर का प्राचीन श्री राम जानकी मंदिर एवं सरयू (राप्ती) नदी तट एक बार फिर जीवंत हो उठा। दीपोत्सव-2025 का आयोजन मंदिर परिसर एवं घाट पर चेयरमैन डॉ. धीरेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व एवं संतोष कुमार सिंह के सौजन्य से अत्यंत भव्यता और श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ।

आध्यात्मिक आलोक से नहाया दुल्हापुर

संध्या होते ही मंदिर प्रांगण और रामघाट पर सैकड़ों दीपों की रचना ने सम्पूर्ण वातावरण को दिव्य और आलोकमय बना दिया। "जय श्री राम" के गगनभेदी जयघोषों से वातावरण गूंज उठा। श्रद्धालु भक्तगण प्रभु श्रीराम,माता सीता और लक्ष्मण जी के स्मरण में लीन होकर भक्ति-सागर में डूबते नजर आये

उत्सव की प्रमुख विशेषताएं

सैकड़ों दीपों की सजावट: तेल व घी के दीपों से मंदिर परिसर,रामघाट और नदी तट को सजाया गया,जिससे सम्पूर्ण क्षेत्र स्वर्णिम आभा में नहा उठा।

भजन-कीर्तन एवं रामायण पाठ: स्थानीय कलाकारों व ग्रामीणों द्वारा सामूहिक भजन संध्या और श्रीरामचरितमानस पाठ का आयोजन हुआ,जिसने पूरे माहौल को भक्तिरस में सराबोर कर दिया।

बच्चों और युवाओं ने रामलीला की झलकियाँ प्रस्तुत कर श्रीराम के आदर्शों को जीवन्त किया।

फूलों,रंगोलियों और दीपमालाओं से मंदिर व घाट का अलौकिक श्रृंगार किया गया,जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा इस आयोजन की प्रेरणा अयोध्या दीपोत्सव से ली गई,और यह ग्रामवासी श्रद्धालुओं की सहभागिता से साकार हुआ।

डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह "धीरू" ने कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले मिस्त्री लोहा सिंह को सम्मानस्वरूप साइकिल भेंट की,वहीं अन्य सहयोगियों को अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया।

मंदिर की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इनवर्टर एवं बैटरी भी भेंट की गई।

आयोजन के दौरान स्थानीय प्रशासन एवं स्वयंसेवकों ने सुरक्षा, सफाई और यातायात की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित की।

महिलाओं,बच्चों और बुजुर्गों की सुविधा हेतु विशेष प्रबंध किए गए।

इस शुभ अवसर पर ग्राम व क्षेत्र के कई सम्माननीय नागरिक उपस्थित रहे,जिनमें प्रमुख नाम शामिल हैं:

आशीष सिंह (बंटी भैया),हीरालाल मौर्य,तिलकराम,अशोक सिंह,वाजिद अली,जौखू राम,घनश्याम,राघवराम,शिवरा,कामता प्रसाद आदि उपस्थित रहे

दीपोत्सव-2025 दुल्हापुर के लिए सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं रहा,बल्कि इसने गाँव की सामाजिक एकता,सांस्कृतिक चेतना और अध्यात्मिक ऊर्जा को एक नया आयाम दिया।

यह आयोजन आने वाले वर्षों में भी ग्रामवासियों के लिए प्रेरणा और गौरव का प्रतीक बना रहेगा।

विभीषण सम्मान से सम्मानित तिहार पर 12वीं सौगात ‘काला मन’ उपन्यास लेकर आ रहे हैं प्रियासन

शिवु खनाल/जयसिंह

बलरामपुर/नेपाल (देउखुरी), असोज 30 – नेपाल के सर्वाधिक दूसरे सबसे ज्यादा उपन्यास लिखने वाले उपन्यासकार सविन प्रियासन तिहार के अवसर पर अपना 12वां उपन्यास ‘काला मन’ बाजार में लाने की तैयारी कर रहे हैं।

दाङ के घोराही में रहकर साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय प्रियासन का नया उपन्यास ‘काला मन’ इस समय प्रेस में छपाई की प्रक्रिया में है। प्रियासन ने इससे पहले इसी वर्ष वैशाख महीने में ‘कड़ी’ उपन्यास प्रकाशित किया था। केवल छह महीने के अंतर में एक और नया उपन्यास पाठकों के बीच लाने की तैयारी में लगे प्रियासन का ‘काला मन’ 208 पृष्ठों का है।

प्रियासन का कहना है कि उन्होंने यह उपन्यास सिर्फ एक सप्ताह में लिखा, और अगले एक सप्ताह तक स्वयं ही सम्पादन, शब्द-सुधार और काट-छाँट का कार्य किया। ‘काला मन’ उपन्यास का मुख्य विषय कृषि आधारित उद्यमशीलता में सफल एक युवा और संघर्ष के बाद डॉक्टर बनी युवती के बीच प्रेम कहानी पर केन्द्रित है। इसके साथ ही उपन्यास में समाज को संदेश देने वाले कई उपकथाएँ (सब-प्लॉट्स) भी जोड़ी गई हैं।

जब प्रियासन से पूछा गया कि ‘काला मन’ का अर्थ क्या है, तो उन्होंने कहा – ‘काला मन’ का मतलब है नकारात्मक सोच। उनका कहना है कि उपन्यास यह संदेश देता है कि नकारात्मक सोच पर विजय पाकर हर क्षेत्र में सफलता हासिल की जा सकती है।

‘काला मन’ के प्रकाशन के साथ प्रियासन के कुल 12 उपन्यास प्रकाशित हो जाएंगे। उनके नाम पर एक कहानी संग्रह और एक संपादकीय संग्रह भी प्रकाशित हैं।

घोराही से प्रकाशित गणतन्त्र राष्ट्रिय दैनिक के प्रकाशक एवं प्रधान सम्पादक के रूप में कार्यरत प्रियासन नेपाल पत्रकार महासंघ के केन्द्रीय सचिव भी हैं। उन्होंने अपने प्रारंभिक दिनों में साहित्यिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाई थी और राप्ती साहित्य परिषद् के केन्द्रीय महासचिव के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।

हाल के वर्षों में वे पत्रकारिता और साहित्य दोनों क्षेत्रों में सक्रिय हैं। इसके अलावा, वे सामाजिक अभियानों का भी नेतृत्व करते हैं, जिनमें ‘घोराही बनाओ अभियान’ विशेष रूप से उल्लेखनीय है।

साहित्य, पत्रकारिता और समाजसेवा के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रियासन को नेपाल सरकार द्वारा ‘विभीषण’ सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है, साथ ही उन्हें जिला से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक दर्जनों पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।

धनतेरस-दीपावली पर्व पर नगर में होगी व्यापक व्यवस्था

बलरामपुर ।पालिका अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह 'धीरू' के निर्देश पर सफाई,प्रकाश और जलापूर्ति की जिम्मेदारी तय।आदर्श नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष प्रतिनिधि डी.पी. सिंह बैस ने जानकारी देते हुए बताया कि आगामी धनतेरस,दीपावली एवं छठ जैसे प्रमुख पर्वों को ध्यान में रखते हुए नगर में साफ-सफाई,प्रकाश व्यवस्था एवं निर्बाध जलापूर्ति हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पालिका अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह 'धीरू' के सख्त निर्देश पर नगर के सभी वार्डों में कर्मचारियों की ड्यूटी तय कर दी गई है तथा अधिकारियों को इसकी निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है।

डी.पी.सिंह बैस ने कहा कि त्योहारों के दौरान नगर की सुंदरता,स्वच्छता एवं जनसुविधा में कोई कमी न रह जाए,इसके लिए हर विभाग को निर्देशित किया गया है कि समय रहते सभी कार्य पूर्ण कर लिए जाएं। विशेष रूप से बाजार क्षेत्रों,प्रमुख सड़कों,मंदिरों व सार्वजनिक स्थलों की अतिरिक्त सफाई कराई जा रही है। वहीं,जलापूर्ति की निर्बाध व्यवस्था के लिए पंप चालकों और संबंधित तकनीकी कर्मचारियों को अलर्ट पर रखा गया है।

प्रकाश व्यवस्था के अंतर्गत खराब स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत और नई लाइटें लगाने का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है ताकि दीपावली के शुभ अवसर पर नगर पूरी तरह रोशनी में नहाया हुआ दिखे।

पालिका अध्यक्ष ने स्पष्ट किया है कि त्योहारों पर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी अधिकारी या कर्मचारी अपने कार्य में शिथिलता बरतेगा,उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

नगर पालिका परिषद आम जनता से भी सहयोग की अपील करती है कि वे स्वच्छता अभियान में भागीदारी करें और त्योहारों को उल्लासपूर्वक एवं सुरक्षित वातावरण में मनाएं।

*स्वर्गीय इंद्रजीत सिंह की स्मृति में प्रवेश द्वार बना*

बलरामपुर।महाराजा पाटेश्वरी प्रसाद सिंह इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य और महान शिक्षाविद स्वर्गीय इंद्रजीत सिंह की पुण्य स्मृति में सदर विधायक पलटू राम के सौजन्य से स्मृति प्रवेश द्वार का निर्माण कराया गया। यह प्रवेश द्वार श्रीदत्तगंज–मनियरिया मार्ग पर स्थापित किया गया है।

स्वर्गीय इंद्रजीत सिंह मनियरिया गांव के निवासी थे। वे सेना में लेफ्टिनेंट रहे और 1962 के भारत-चीन युद्ध में भाग लिया था। सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने एमपीपी इंटर कॉलेज में शिक्षक के रूप में सेवा दी और बाद में प्रधानाचार्य बने। उन्होंने अति पिछड़े क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगाई।

प्रवेश द्वार निर्माण के बाद स्वर्गीय सिंह के परिजनों और ग्रामीणों ने बलवीर सिंह की अगुवाई में विधायक पलटू राम का आभार व्यक्त किया। ग्रामीणों का कहना है कि यह द्वार शिक्षा के प्रति स्वर्गीय इंद्रजीत सिंह के योगदान की स्मृति को सजीव रखेगा।

किसी बड़े हादसे को दावत दे रहा जूडीकुईया गणेशपुर मेन सड़क

बलरामपुर।16 अक्टूबर उत्तर प्रदेश के जनपद बलरामपुर में स्थित पचपेड़वा में जुड़ी कुइया से गणेशपुर जाने वाली में सड़क पर 5 फिट का गड्ढा हो गया है जो किसी बड़े किसी बड़े हादसे को दावत देता दिखाई पड़ रहा है उस मार्ग से जाने वाले लोग किनारे से बचा के निकाल तो रहे हैं लेकिन जरा सी चूक होने पर जान जा सकती है।

 पचपेड़वा के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सहित कई लोगों ने इसे तत्काल ठीक कराए जाने की मांग प्रशासन से की है जिससे घटना होने के पूर्व लोगों की जान बचाई जा सके

विकसित उत्तर प्रदेश,समर्थ उत्तर प्रदेश 2047: समृद्धि का शताब्दी पर्व।

अध्यक्ष डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह 'धीरू' की अध्यक्षता में नगरपालिका परिषद बलरामपुर का विशेष सत्र आयोजित।

बलरामपुर।आदर्श नगरपालिका परिषद,बलरामपुर में "विकसित भारत - विकसित उत्तर प्रदेश" एवं "आत्मनिर्भर भारत - आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश" के विजन 2047 को ध्यान में रखते हुए एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। यह सत्र अध्यक्ष डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह 'धीरू' की अध्यक्षता में संपन्न हुआ,जिसमें 2047 तक समर्थ और समृद्ध उत्तर प्रदेश के निर्माण हेतु जनसहभागिता के माध्यम से विकास के संकल्प को दोहराया गया।

इस विशेष सत्र में प्रतिभागियों को अपने सुझाव,विचार एवं संकल्प साझा करने हेतु एक विशेष बारकोड (QR कोड) के माध्यम से आमंत्रित किया गया,जिससे अधिक से अधिक नागरिक इस ऐतिहासिक शताब्दी संकल्प में भाग ले सकें। कार्यक्रम का उद्देश्य था कि प्रत्येक नागरिक की भागीदारी से ही प्रदेश को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाया जा सकता है।

कार्यक्रम में अधिशासी अधिकारी लाल चन्द्र मौर्य,डीपी सिंह बैस,रुपेश मिश्र,जेई (जल) धर्मेन्द्र गौड़,कार्यालय अधीक्षक नरेंद्र कुमार,संजय कुमार मिश्रा,सुभाष पाठक,नंदलाल तिवारी,राजेश कुमार कश्यप,विनोद गिरी,सिद्धार्थ साहू, सुशील साहू,मो. कुमैल रिंकू,अशफाक अहमद,मोइनुद्दीन सिद्दीकी,आनंद गुप्ता,मनोज साहू,मनोज यादव,शुभम चौधरी,शमीम तथा संदीप मिश्रा सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

सत्र के दौरान वक्ताओं ने 2047 के विजन को साकार करने के लिए साफ-सफाई,जल संरक्षण,स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर,हरियाली,डिजिटल सुविधाएं,महिला सशक्तिकरण,शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं पर जोर दिया।

डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह 'धीरू' ने अपने संबोधन में कहा कि,

> "2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित राज्यों की अग्रणी श्रेणी में लाने के लिए हमें अभी से ही प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ कार्य करना होगा। जनसहभागिता ही इस परिवर्तन की कुंजी है।"

कार्यक्रम का समापन "समृद्ध उत्तर प्रदेश - समर्पित नागरिक" के नारे के साथ हुआ,जिसमें उपस्थित सभी लोगों ने प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए अपने कर्तव्यों के निर्वहन का संकल्प लिया।

मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय ने जारी की एलएलएम की प्रथम मेरिट सूची, पीएचडी शोधार्थियों के शुल्क जमा करने की तिथि भी घोषित

बलरामपुर।मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय, बलरामपुर के कुलपति प्रोफेसर रविशंकर सिंह के निर्देशन में जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार विश्वविद्यालय परिसर में संचालित एलएलएम कार्यक्रम में प्रवेश के लिए प्रथम मेरिट सूची जारी कर दी गई है। अभ्यर्थी इसे विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट से देख सकते हैं।

विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार चयनित विद्यार्थी 13 अक्टूबर से 18 अक्टूबर 2025 तक प्रवेश शुल्क जमा कर सकेंगे। इसी अवधि में बची हुई आरक्षित सीटों पर पुनः आवेदन भी स्वीकार किए जाएंगे। आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों की अनुपलब्धता की स्थिति में शेष सीटें द्वितीय मेरिट सूची के माध्यम से अनारक्षित वर्ग के विद्यार्थियों से भरी जाएंगी।

इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने पीएचडी कार्यक्रम में चयनित विद्यार्थियों के लिए कोर्सवर्क शुल्क जमा करने की तिथि भी घोषित की है। शोधार्थी 13 अक्टूबर से 30 अक्टूबर 2025 तक शुल्क जमा कर सकते हैं। विस्तृत जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

सांसद जगदंबिका पाल ने किया यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो स्वदेशी मेला 2025 का भव्य शुभारंभ

स्थानीय उत्पादों को आत्मनिर्भर भारत की रीढ़ बताते हुए जनपदवासियों से की स्वदेशी अपनाने की अपील

बलरामपुर।प्रदेश में विकसित और आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने हेतु जनपद बलरामपुर के बड़ा परेड ग्राउंड में आयोजित 10 दिवसीय यू० पी० इंटरनेशनल ट्रेड शो स्वदेशी मेला - 2025 का भव्य शुभारंभ सांसद एवं अध्यक्ष जे०पी०सी० वक्फ बोर्ड जगदंबिका पाल द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।

इस अवसर पर उन्होंने मेले में लगे विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया एवं सीएम युवा उद्यमी योजना तथा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लाभार्थियों को चेक भी वितरित किए।

सांसद श्री पाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प में स्वदेशी उत्पादों की भूमिका अहम है। उन्होंने कहा कि "स्वदेशी अपनाएं,आत्मनिर्भर भारत बनाएं" — इसी विचार को साकार करने हेतु यह मेला एक बड़ा कदम है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की प्रेरणा से वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना के माध्यम से प्रदेश के स्थानीय उत्पादों को वैश्विक मंच पर पहचान मिल रही है,जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है और उत्तर प्रदेश निवेश की पहली पसंद बना है।

सांसद ने बलरामपुर वासियों से अपील की कि वे मेले में आकर स्थानीय उत्पादों की खरीदारी करें,उन पर गर्व करें और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम बढ़ाएं।

इस शुभ अवसर पर विधायक पल्टूराम (बलरामपुर सदर), विधायक कैलाश नाथ शुक्ला (तुलसीपुर), जिलाध्यक्ष रवि मिश्रा,जिलाधिकारी पवन अग्रवाल,मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गुप्त समेत कई जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं,वहीं लोकगायिका मांडवी तिवारी ने अवधी गीतों से समां बांध दिया,जिसकी सराहना माननीय सांसद जी ने की।

कार्यक्रम में उपस्थित अन्य गणमान्यजन:

श्याम मनोहर तिवारी (जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि),डीपी सिंह बैस,बृजेन्द्र तिवारी,आद्या सिंह पिंकी,डॉ.अजय सिंह पिंकू,हेमन्त जायसवाल,महिपाल चौधरी,अपूर्व प्रताप सिंह,राकेश गुप्ता,प्रवीण सिंह बिल्लू,ललिता तिवारी,सुनीता मिश्रा,वंदना पासवान,साधना पाण्डेय,प्रतिमा मिश्रा,महेश मिश्रा,बाबू मिश्रा,रजनीश पाण्डेय,अमन चौहान सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

ब्लॉक तुलसीपुर के बृहद गौशाला परसपुर करौंदा में किस तरह से गौ माता की सेवा जिम्मेदार गौशाला संचालक द्वारा की जा रही है

ऐसे गौशाला संचालक को शासन प्रशासन का कोई डरना होने से जबकि हिंदू धर्म में गौ माता सबसे पूजनीय है और यह भी कहा जाता है कि मरने के बाद गौ माता का पूछ पकड़ कर लोग भवसागर पार होते हैं

लेकिन यहां पूजनीय गौ माता के साथ कितना बड़ा अत्याचार करके जान से मारने का काम किया जा रहा है अवैध कमाई के चक्कर में चारा चोर होते जा रहे हैं जिम्मेदार,जिले के जिम्मेदार अधिकारी कुछ तो देखो जांच के नाम पर कमीशन कम खाओ लेकिन गौ माता को नंगा और भूखा मत मारो

नाम है वृहद गौशाला और देवीपाटन मंदिर के बगल परसपुर करौंदा ग्राम सभा के सीरिया नदी के तट पर यह स्थित है गौ माता को हरा चारा दाना भूसा पौष्टिक आहार सहित तमाम प्रकार के खाद्य पदार्थों को गौ माता को देने के वास्ते लाखों करोड़ों रुपया प्रत्येक वर्ष योगी सरकार द्वारा दी जाती है लेकिन जिम्मेदार गौशाला संचालक गौ माता को केवल धान का डंठल खिलाकर जान से मारने का काम करते और अधिकारी जांच के नाम पर कमीशन लेकर सब ठीक-ठाक दिखा देते हैं