मेडिकल कॉलेज में CME एवं Prestigious Orations का हुआ भव्य आयोजन।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।शनिवार को मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में CME एवं ऑरेशन का भव्य आयोजन हुआ इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रवीण पटेल सांसद फूलपुर अध्यक्ष डॉ.ज्योति भूषण विभागाध्यक्ष सर्जरी विभाग डॉ वैभव श्रीवास्तव सचिव डॉ पंकज कामरा मंचासीन रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो.डॉ.वी.के. पाण्डेय प्राचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि MLN Medical College हमेशा से शैक्षणिक उत्कृष्टता और सामाजिक सेवा का केन्द्र रहा है और ऐसे आयोजन उस परम्परा को और मजबूत करते हैं।मुख्य अतिथि प्रवीण पटेल ने कहा कि राजनीति और चिकित्सा दोनो ही आम जनता की सेवा का उत्कृष्ट मंच प्रदान करते हैं। आज इस ऐतिहासिक संस्थान में आना मेरे लिए गर्व की बात है।Alumni Orations जैसे आयोजन न सिर्फ डॉक्टरों को बल्कि समाज को भी नई दिशा देते है।मुझे गर्व है कि हमारे इस ऐतिहासिक मेडिकल कॉलेज में भी अब किडनी ट्रांसप्लांट शुरू होने जा रहा है इसके लिए मैं सभी को बधाई देता हूं।सचिव डॉ पंकज कमरा ने सभी को धन्यवाद अर्पित करते हुए कहा कि युवा डॉक्टरो को सही मार्गदर्शन और अनुशासन ही उन्हें भविष्य का स्तंभ बनाता है।यह आयोजन उस उद्देश्य को पूरा करता है।Alumni CME एवं Prestigious Orations 2025 में अमेरिका से आए विश्वविख्यात ट्रांसप्लांट सर्जन प्रो. डॉ.अजय खन्ना ने Multi Organ Transplantation विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए।उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीकों और बेहतर इम्यूनो-सप्रेशन रणनीतियों ने यकृत गुर्दा आंत्र एवं मल्टीविसरल ट्रांसप्लांट को पहले से कहीं अधिक सफल और सुरक्षित बना दिया है।डॉ. खन्ना ने ज़ोर देकर कहा कि भारत जैसे देशो में भी इस क्षेत्र में अपार संभावनाएँ हैं और आने वाले समय में अंग प्रत्यारोपण स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बन सकता है।उनका व्याख्यान विद्यार्थियों और चिकित्सकों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायी रहा।इसके बाद प्रो.डॉ.प्रोबाल नियोगी ने Vanishing Touch:The Erosion of Clinical Examination विषय पर बोलते हुए आधुनिक युग में तकनीक पर बढ़ती निर्भरता की चर्चा की।उन्होंने कहा कि डॉक्टर की पहचान उसकी क्लिनिकल परीक्षा क्षमता से होती है और यदि यह परंपरा क्षीण होती गई तो चिकित्सा विज्ञान की आत्मा प्रभावित होगी।डॉ. कुशल मित्तल ने अपने व्याख्यान Decoding Yourself में आत्ममंथन आत्मविश्लेषण और आत्मविकास पर विशेष बल दिया।उन्होंने कहा कि चिकित्सक केवल शल्य कौशल से ही महान नहीं बनता बल्कि आत्मचेतना और मानवीय संवेदनशीलता भी उसकी पहचान होती है।अंत में प्रो. डॉ.एस.पी.सिंह जो रिकॉर्डधारी नेत्र शल्य चिकित्सक रहे है ने Precision, Prediction and Perfection in Cataract Surgery विषय पर व्याख्यान दिया।उन्होंने बताया कि कैसे उन्नत तकनीकों और सटीक पूर्वानुमान ने मोतियाबिन्द शल्य चिकित्सा को नया आयाम दिया है और मरीजों को चश्मा-मुक्त जीवन उपलब्ध कराया जा सकता है। आयोजन सचिव डॉ.संतोष सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए कहा कि यह आयोजन प्रयागराज और पूरे प्रदेश के लिए गौरव का अवसर है जहां विश्वविख्यात विशेषज्ञों ने अपना ज्ञान और अनुभव साझा किया।कार्यक्रम को सफल बनाने में संयोजक डॉ.शरद जैन उप प्राचार्य डॉ.मोहित जैन और कोषाध्यक्ष डॉ.बैजनाथ गुप्ता की विशेष भूमिका रही।संचालन पैथोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ कचनार वर्मा वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ ऋतु जैन फिजिशियन डॉ अनुभा वर्मा डॉ ऋचा सिंह एवं डॉ सुबिया अंसारी ने किया।इस अवसर पर कॉलेज परिवार और बड़ी संख्या में उपस्थित चिकित्सकों व छात्रों ने वक्ताओ के विचारो को आत्मसात किया।
Oct 11 2025, 19:50