देवघर- पंचायतों को सशक्त बनाने हेतु राज्य वित्त आयोग ने स्वयं सेवी संस्थाओं से मांगे सुझाव, रखी गईं महत्वपूर्ण सिफारिशें।
देवघर:
9 अक्टूबर, 2025 झारखंड राज्य वित्त आयोग द्वारा आज देवघर स्थित पी.टी.आई. सभागार में संथाल परगना विकास पहल (SPDI) और अन्य स्वयं सेवी संस्थाओं के साथ एक महत्वपूर्ण परामर्श बैठक का आयोजन किया गया।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य पंचायती राज संस्थाओं (PRI) को मजबूत करने, ग्राम पंचायत विकास योजना (GPDP) के बेहतर क्रियान्वयन और सामुदायिक विकास के लिए स्वयं सेवी संस्थाओं से मूल्यवान सुझाव प्राप्त करना था। बैठक की अध्यक्षता 5वें राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष अमरेंद्र प्रताप सिंह (सेवानिवृत्त आई.ए.एस.) ने की।
उन्होंने बताया कि स्वयं सेवी संस्थाओं से प्राप्त ये सिफारिशें आयोग को अपनी अंतिम रिपोर्ट में समुदाय-संचालित दृष्टिकोण को शामिल करने में मदद करेंगी, जिससे राज्य के लिए बेहतर नीति निर्माण और कार्यक्रम डिजाइन संभव हो सकेगा। चर्चा के दौरान एस.पी.डी.आई. और अन्य संगठनों ने समुदाय की आजीविका में सुधार, आदीकरमयोगी और जी.पी.डी.पी. जैसी सरकारी पहलों में भागीदारी तथा ग्राम सभा को मजबूत करने पर जोर दिया।
यह भी मुद्दा उठाया गया कि ग्राम पंचायतों के क्षेत्र से बालू, पत्थर और वनोपज का खनन होता है, लेकिन पंचायतों को राजस्व में इसका कोई हिस्सा नहीं मिलता। बैठक में उपस्थित स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा कई महत्वपूर्ण सिफारिशें दी गईं, जिनमें पंचायतों को वस्तु एवं सेवा कर (GST) में हिस्सा देने, सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए प्रशासनिक लागत प्रदान करने, और जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (DMFT) फंड का 10 से 20 प्रतिशत हिस्सा जी.पी.डी.पी. के लिए आवंटित करने की मांग शामिल थी। इसके अलावा, प्रखंड स्तर पर विभिन्न निधियों के समन्वय के लिए एक फंड समन्वय समिति के गठन, पेसा कानून के तहत ग्राम पंचायत सचिवालय का प्रावधान शुरू करने, तथा संपत्ति कर और बालू खनन पर रॉयल्टी के माध्यम से पंचायतों के आय स्रोत बढ़ाने पर भी जोर दिया गया। अध्यक्ष ए.पी. सिंह ने यह भी जानकारी दी कि एक पोर्टल विकसित किया गया है, जहाँ आम जनता भी राज्य वित्त आयोग के लिए अपने बहुमूल्य सुझाव दे सकती है। इस अवसर पर 5वें राज्य वित्त आयोग के सदस्य हरिश्वर दयाल ने आयोग की अंतरिम रिपोर्ट के निष्कर्ष प्रस्तुत किए। बैठक में रणवीर कुमार सिंह, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, देवघर , कृष्ण आयोग के सलाहकार, स्वयँ सेवी संस्था प्रदान, चेतना विकास, ग्राम ज्योति, प्रवाह, विकल्प, लाहंती, एम.एस.ई.पी., समाधान फाउंडेशन, ग्राम साथी, आयोएडारी ट्रस्ट, एकजुट, जी.वी.के., बदलाव फाउंडेशन सहित एस.पी.डी.आई. और दुमका व गोड्डा स्वयं सेवी संस्थाओं फोरम के कई सदस्य उपस्थित थे।
Oct 09 2025, 18:09