व्यापारी की अचानक मौत, परिवार में मातम और गांव में कोहराम।
32 वर्षीय अनूप केशरवानी का निधन दो छोटे बच्चे हुए बेसहारा,गांव में पसरा शोक का सन्नाटा।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत तहसील बारा क्षेत्र के ग्राम सभा पडुंवा में एक ऐसी दुखद घटना हुई जिसने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया।अनूप केशरवानी (उम्र लगभग 32 वर्ष)जो अपने गांव में हमेशा मिलनसार दयालु और मददगार के रूप में जाने जाते थे अचानक इस दुनिया से चले गए। परिजनों ने बताया कि अनूप सुबह अपने रोजमर्रा के काम से घर से बाहर गए थे। लौटते समय उन्होंने हल्की घबराहट जताई लेकिन कुछ ही समय बाद वह अचानक बेहोश हो गए। परिजन उन्हें तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अनूप अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े थे और अपने दो छोटे बच्चों के लिए वह सबसे बड़े सहारे और प्रेरणा थे। उनकी पत्नी और बच्चे अब उनकी यादों में खुद को ढूंढते रह गए हैं। उनके परिवार का घर अब सन्नाटे और अश्रुओं से भरा है। हर कोना उनकी अनुपस्थिति की कहानी कह रहा है।गांव वासियों का कहना है कि अनूप का स्वभाव मिलनसार सरल दयालु और हमेशा दूसरों की मदद करने वाला था। गरीबों, जरूरतमंदों और दोस्तों की मदद करना उनकी आदत थी। उनकी हंसी, उनके विचार और उनका साथ अब केवल यादों में ही जीवित है। उनके निधन ने न केवल परिवार को तोड़ा है बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है। लोग अब उनके घर जाकर आंसू पोछते और परिजनों को सांत्वना देते हैं। बच्चे अपनी मासूम आंखों से पिता की याद में रोते हैं और घर में उनकी अनुपस्थिति का हर पल महसूस किया जा रहा है।गांव वाले कहते है अनूप की तरह दयालु और नेकदिल इंसान शायद ही कभी मिलेगा। उनकी यादें हमेशा हमारे साथ रहेंगी और उनकी कमी हमेशा महसूस होगी।
Oct 09 2025, 12:11