साई कॉलेज में मनाया गया हिन्दी दिवस
अम्बिकापुर- हिन्दी हमारी मातृभाषा है जो हमें विरासत में मिला है। हिन्दी का प्रचार, प्रसार करना हमारा दायित्व है। यह बातें शनिवार को श्री साई बाबा आदर्श महाविद्यालय में कला एवं समाज विज्ञान विभाग के तत्वावधान में आयोजित हिन्दी दिवस कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि कवि श्याम कश्यप बेचैन ने कही। उन्होंने युवाओं को हिन्दी के लिए आह्वान करते हुए तुकबंदी की सवैया और छंद सुनाये।
इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती, श्री साई नाथ और स्वामी विवेकानन्द की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि हिन्दी की वर्णमाला वैज्ञानिक है और इसमें 53 वर्ण शामिल हैं। भारतीय भाषाओं की जननी संस्कृत है जो विज्ञान सम्मत है। उन्होंने कहा कि भाषा की समृद्धि शब्दों के उपयोग और स्थान पर निर्भर है। हिन्दी के पास शब्दों का भंडार पर्याप्त है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए शासी निकाय के सचिव अजय कुमार इंगोले ने राष्ट्रीय हिन्दी दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हमें गर्व है कि हम विश्व की तीसरी सबसे अधिक लोगों द्वारा बोली जानी वाली भाषा परिवार के नागरिक है। हमें हिन्दी को प्रोत्साहित करना चाहिए लेकिन बहुभाषी होना अपनी गुणवत्ता को बढ़ाता है। उन्होंने हिन्दी के वैश्विक परिवेश से अवगत कराया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के नव प्रवेशी कार्यकर्ताओं को सेवा भाव और दायित्वों से अवगत कराया गया। अतिथियों ने एनएसएस के कार्यकर्ताओं को बी प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि श्याम कश्यप बेचैन को शाल, श्रीफल और स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक देवेन्द्र दास सोनवानी ने किया। आभार प्रकट करते हुए कला एवं समाज विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. आर.एन शर्मा ने कहा कि भाषा साहित्य में जीवन है और कवितायें उमंग पैदा करती हैं। इस अवसर पर सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
Sep 15 2025, 16:41